स्वर कोकिला लता मंगेशकर को 51 साल में मिले 75 से ज्यादा अवॉर्ड्स, जानिए लता जी के अवॉर्ड्स की कहानी

स्वर कोकिला लता मंगेशकर इस दुनिया को अलविदा कहकर जा चुकी हैं। कोरोना संक्रमित होने के बाद लता मंगेशकर को मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद आज उनका निधन हो गया। लता जी ने अपना पूरा जीवन संगीत को समर्पित कर दिया था। 51 साल में उन्हें 75 से ज्यादा अवॉर्ड से नवाजा गया। लता जी केवल 30 साल की थी जब उन्हें पहला अवॉर्ड मिला था। वहीं देखते ही देखते उन्होंने कमायाबी की इतनी सीढ़ियां चढ़ ली कि साल 2001 में उन्हें केंद्र सराकर ने भारत रत्न से नवाजा था। लता जी को आखिरी बार साल 2019 में टीआरए की मोस्ट डिजायर्ड अवॉर्ड से नवाजा गया था।
साल 1969 में लता जी को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। साल 1989 में उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साल 1999 में लता जी को पद्म विभूषण दिया गया था। साल 2008 में उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया था। लता जी को साल 1972 में फिल्म परिचय के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिया गया था। साल 1974 में फिल्म कोरा कागज के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था जिसके बाद साल 1990 में फिर फिल्म लेकिन के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिया गया था।
लता जी को 7 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिले है। लता जी को साल 1959 में आज रे परदेसी के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड दिया गया था। फिर 1963 में उन्हें कहीं दीप जले कही दिल के लिए अवॉर्ड से नवाजा गया था। साल 1966 में तुम्ही मेरे मंदिर तुम्ही मेरी पूजा के लिए सम्मानित किया गया था। साल 1970 में आप मुझे अच्छे लगने लगे के लिए अवॉर्ड दिया गया। साल 1993 में लता जी को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया। साल 1994 में दीदी तेरा देवर दीवान के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड दिया गया। साल 2004 में उन्हें फिल्मफेयर स्पेशल अवॉर्ड से नवाजा गया। बता दें कि लता जी का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल है। दुनिया में सबसे ज्यादा गाना गाने के लिए उनका नाम शामिल किया गया था।