इस साल का दहशरा पर्व 2 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा। यह नवरात्रि के अंत में मनाया जाता है। यह भारत का बहुत बड़ा हिंदू त्योहार है और इसे अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध कर विजय हुए थे। चूकी इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी इस वजह से विजयादशमी या दशहरा कहा जाता है। इस दिन लोग रावण पर भगवान राम की जीत का उत्सव मनाते हैं और साथ ही रावण के पुतले जलाकर रावण दहन के आयोजन बहुत ही धूम-धाम से मनाते हैं। इस दिन मेले व रामलीला का आयोजन भी किया जाता है। हालांकि इस त्योहार को मां दुर्गा द्वारा महिषासुर पर विजय का भी प्रतीक मना जाता है। शुभ मुहूर्त दशमी - 1 अक्टूबर शाम 7:01 बजे से 2 अक्टूबर शाम 7:10 बजे पर ख़त्म होगी। इस वजह से इस साल दहशरा पर्व 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। रावण दहन का समय रावण दहन प्रदोष काल में होता है। सूर्यास्त शाम 6:06 बजे के बाद प्रदोष काल में रावण दहन होगा। इस दिन रवि योग और सुकर्मा योग के साथ धृति योग भी बन रहे हैं। ये योग बहुत ही शुभ और मंगलकारी होते हैं।
जापान के टोक्यो में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में भाला फेंक प्रतियोगिता की शुरुआत हो गई है। अभी क्वालिफिकेशन राउंड चल रहा है। ऑटोमैटिक क्वालिफिकेशन मार्क 84.50 मीटर ही है। जबकि भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने आज प्रथम प्रयास में ही 84.85 मीटर का शानदार थ्रो फेंककर गुरुवार को होने वाले फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है। इस राउंड के शीर्ष 12 एथलीट्स ही फाइनल के लिए क्वालिफाई कर सकेंगें। इसमें भारत के नीरज चोपड़ा और पाकिस्तान के अरशद नदीम आमने-सामने होंगे। पिछले संस्करण में नीरज ने 88.17 मीटर के थ्रो फेंककर गोल्ड जीता था, वहीं नदीम 87.82 मीटर के साथ सिल्वर तथा वादलेच 86.67 मीटर के साथ ब्रॉन्ज जीते थे। पाकिस्तान के नदीम भी शामिल पाकिस्तान के ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम भी इस प्रतियोगिता में भाग लिया है। वह ग्रुप बी में पूर्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स के साथ उतरेंगे। अनुमान है कि नीरज और अरशद की भिड़ंत गुरुवार को फाइनल में होगी। आपको बता दें कि 2024 पेरिस ओलंपिक के बाद यह पहला अवसर होगा जब ये दोनों आमने-सामने होंगें। उस मुकाबले में नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो कर गोल्ड जीता था, जबकि नीरज ने 89.45 मीटर का थ्रो फेंककर सिल्वर जीता था। नीरज क्वालिफिकेशन के दौर में ग्रुप ए में और अरशद नदीम ग्रुप बी में हैं। इस बार नीरज लगातार 2 बार वर्ल्ड चैंपियनशिप का गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचना चाहते हैं। अगर नीरज इस बार भी गोल्ड जितने में सफल होते हैं, तो वह चेक लीजेंड तथा अपने कोच यान जेलेज्नी व ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स के बाद लगातार दो वर्ल्ड चैंपियनशिप खिताब जीतने वाले तीसरे पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी बनेंगें।
आज 75वें जन्मदिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश पहुंचे हैं। मोदी ने मध्य प्रदेश की जनता को आज बहुत बड़ी सौगात दी है। मोदी ने देश के पहले पीएम मित्र पार्क का शुभारंभ किया। इसके अलावा कई अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया। उन्होंने स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान की भी शुरुआत की और इसके अंतर्गत आयोजित शिविर का निरीक्षण भी किया। उन्होंने महिलाओं से अपील किया कि वे कैंपों में जाकर अपनी जांच जरूर करवाएं। इस दौरान जन सभा को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है और इस विकसित यात्रा के 4 स्तंभ हैं। ये 4 स्तंभ हैं -भारत की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब व किसान। इस कार्यक्रम के जरिए चारों स्तंभों को मजबूत करने का काम किया जा रहा है। उनका प्रण है माता बहनों के जीवन को सुरक्षित रखना। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम हालांकि मध्य प्रदेश के धार में हो रहा है लेकिन ये पूरे देश के लिए हो रहा है। धार में पीएम मित्र पार्क की स्थापना मोदी ने कहा कि धार में पीएम मित्र पार्क की स्थापना करके वे आहिल्या बाई होल्कर के कार्य को आगे ले जा रहे हैं। यहां पर कपड़ों के सारे काम जैसे कि यहां के खेत से कपास की कटाई, बुनाई, डिजाइन और एक्सपोर्ट का काम किया जाएगा। वे 5-F कि चेन पर काम कर रहे हैं। 5-F यानि कि फार्म, फाइबर, फैक्टरी, फैशन और फॉरेन की चैन बनाई जा रही है। इससे अब धार के बने वस्त्र दुनिया के बाजार में पहुंचेगें। इससे देश की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को विश्व के स्तर पर नई पहचान मिलेगी। साथ ही इससे युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। स्वस्थ्य नारी और सशक्त परिवार महा अभियान की शुरूआत मोदी ने कहा कि देश की प्रगति में नारी शक्ति ही मुख्य आधार होती है। इस अभियान का उद्देश्य यह है कि जानकारी के आभाव में एक भी महिला किसी भी बीमारी से ग्रस्त न हो। PM मोदी ने सभा में आई महिलाओं से अपील किया है कि वे कैंम्पों में जाकर अपनी जांच जरूर करवाएं। जांच करवाने में महिलाओं को एक रूपया भी खर्चने नहीं पड़ेंगें। ये जांच अभियान 2 हफ्ते तक चलेगा। मोदी ने कहा कि मातृ वंदन योजना के तहत करीब 19 हजार करोड़ की राशि माताओं को दी जा चुकी है। लोगों से अपील- स्वदेशी ही खरीदें और बेचें मोदी ने कहा कि उन्हें 2047 तक विकसित भारत बनाना है। उन्होंने लोगों से कहा कि देशवासी जो भी खरीदें, वो देश में ही बनी चीजों को खरीदें। साथ ही सभी व्यापारी लोगों से भी कहा कि, वे जो भी बेचें वो अपने देश का बना हुआ हो। स्वदेशी को विकसित भारत की नींव बनाना मोदी ने कहा कि स्वदेशी को ही विकसित भारत की नींव बनाना है। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है जब हम देश में बनी हुई चीजों को गर्व से बेचेंगे और खरीदेंगे। इससे देश का पैसा देश में ही रहेगा, जिससे देश का विकास तीव्र गति से होगा। इस पैसे से सड़कें बनेंगीं और विकास हेतु योजनाएं चलाई जाएगीं। इससे नए रोजगार भी पैदा होंगें। उन्होंने कहा कि स्वदेशी को लेकर अभियान जो शोर से चलाना होगा। इसके लिए वे राज्य सरकार से कहेंगें कि हर दुकान पर बोर्ड लगाएं जाएं और उन पर स्वदेशी सामानों की जानकारी हो।
पटना हाई कोर्ट ने कांग्रेस को आदेश दिया है कि वह PM नरेंद्र मोदी की स्वर्गीय मां हीराबेन मोदी की छवि दिखाने वाले AI वीडियो को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटा दें। कोर्ट ने कांग्रेस द्वारा PM की मां का AI वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने के मामले पर नाराजगी जाहिर की है। इस मामले पर काफी विवाद हुआ था और BJP ने काफी आपत्ति जताया था। इस पर मोदी ने कहा था कि मेरी मां का तो राजनीति से कोई लेना देना ही नहीं था, फिर उन पर क्यों कभी काल्पनिक वीडियो बनाया जा रहा, तो कभी मां को अपशब्द कहे जा रहे हैं। कांग्रेस द्वारा बना PM की मां का AI वीडियो आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही बिहार कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल से एक AI वीडियो शेयर किया गया था। इस वीडियो में दिखाया गया था कि PM मोदी के सपने में उनकी मां आती है और उनसे काल्पनिक बातचीत करती है। काल्पनिक बात यानि कि जो बातें हकीकत में कभी उनकी मां ने उनसे कभी की ही नहीं। कांग्रेस पर PM की स्वर्गीय मां का अनादर करने का आरोप इस मामले पर BJP ने विपक्षी दल पर PM की स्वर्गीय मां का अनादर करने का आरोप लगाया था। बीजेपी ने इस वीडियो को शर्मनाक बताया था और कहा था कि कांग्रेस पार्टी महिलाओं का सम्मान नहीं करती है। BJP ने इस पर कांग्रेस को माफी मांगने को कहा था। कांग्रेस का इस पर जवाब कांग्रेस ने इस पर पलटवार करते हुए कहा था कि उसने वीडियो में कहीं भी उनकी मां का नाम नहीं लिया गया है और उनकी स्वर्गीय मां हीराबेन मोदी का अनादर नहीं किया है। कांग्रेस पर पहले भी लगा था PM की स्वर्गीय मां का अपमान करने का आरोप कुछ दिनों पहले भी ऐसी एक और घटना सामने आई थी जब बिहार के दरभंगा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की "वोटर अधिकार यात्रा" के दौरान मंच से PM मोदी और उनकी मां को गाली दी गई था।
PM नरेंद्र मोदी का आज 75वां जन्म दिवस है। इस उपलक्ष में भाजपा द्वारा 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देशव्यापी ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान की शुरूआत की जा रही है। ‘सेवा पखवाड़ा’ अभियान की शुरुआत आज 1,000 जिलों में रक्तदान शिविरों के साथ की जाएगी। इसके बाद अगले दिन 18 सितंबर से 2 अक्टूबर तक प्रत्येक मंडल में रक्तदान, स्वच्छता अभियान, स्वास्थ्य जांच शिविर, पर्यावरण संरक्षण, दिव्यांगजनों को सहायता, और ‘मोदी विकास मैराथन’ जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगें। साथ ही स्कूलों, मंदिरों, अस्पतालों व रेलवे स्टेशनों पर स्वच्छता अभियान चलाए जाएंगे। गृहमंत्री शाह द्वारा दिल्ली में 15 परियोजनाओं का शुभारंभ PM मोदी आज अपने जन्म दिवस पर मध्य प्रदेश के धार में एक विशाल PM मित्र पार्क का उद्घाटन करेंगे। वहीं गृहमंत्री अमित शाह दिल्ली में 101 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का शुभारंभ करेंगे। साथ ही शाह द्वारा दिल्ली में आज त्यागराज स्टेडियम से 15 परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया जाएगा। इनमें अस्पताल ब्लॉक, 101 आरोग्य मंदिर और 150 डायलिसिस केंद्र सम्मिलिति हैं। इसके साथ ही ग्रेटर कैलाश और पंजाबी बाग में बहुस्तरीय पार्किंग, नंद नगरी में फ्लाईओवर तथा राजपूताना राइफल्स के लिए फुट ओवरब्रिज की शुरुआत की जाएगी। दिल्ली की CM रेखा गुप्ता भी 'सेवा पखवाड़ा' मनाएंगीं दिल्ली की CM रेखा गुप्ता ने आज PM नरेंद्र मोदी का जन्मदिन के मौके पर आज से 2 अक्टूबर तक 'सेवा पखवाड़ा' मनाने का निर्णय किया है। इस दौरान CM रेखा गुप्ता करोड़ों रुपये की 75 परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगीं। इन परियोजनाओं का उद्देश्य राजधानी दिल्ली को 'विकसित दिल्ली' बनाने का है। CM रेखा गुप्ता ने सेवा पखवाड़ा अभियान के अंतर्गत रक्तदान किया। वहीं संस्कृति मंत्रालय ‘विकसित भारत 2047’ थीम पर स्टूडेंट्स के लिए चित्रकला कम्पटीशन आयोजित करेगा। ओडिशा के CM मोहन माझी ने ऐलान किया है कि ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत 17 सितंबर को करीब 75 लाख पौधे लगाए जाएंगे। 25 सितंबर को बीजेपी दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर ‘आत्मनिर्भर भारत तथा विकसित भारत’ अभियान की शुरुआत करेगी। यह 25 दिसंबर तक चलने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपने जन्मदिवस के मौके पर मध्यप्रदेश के धार जिले के भैसोला ग्राम की यात्रा करेंगे। यहां मोदी राज्य के पहले पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क का शुभारंभ करेंगे। साथ ही मोदी यहां 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार एवं पोषण' अभियान तथा 'आदि सेवा पर्व' का भी शुभारंभ करेंगे। इसके अलावा मातृ वंदना योजना के तहत पात्र लोगों के खातों में राशि का ट्रांसफर भी किया जाएगा। इस मौके पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत कई और नेता भी उपस्थित रहेंगे। पीएम मित्र पार्क से होगा किसानों को फायदा इस मेगा प्रोजेक्ट से राज्य के कपास उत्पादक किसानों को बहुत फायदा मिलेगा। कपास की खेती करने वाले किसानों को उपज की अच्छी कीमत और स्थायी बाजार मिल पाएगा। साथ ही निर्यात भी बढ़ेगा। PM मोदी के '5-F' विजन के अनुसार यह जो पार्क है वह 'फार्म से फाइबर, फाइबर से फैक्ट्री, फैक्ट्री से फैशन और फैशन से फॉरेन तक की संपूर्ण वैल्यू चैन बना पाएगा। किसानों के कच्चे कपास से उद्योगों में धागा और वस्त्र तैयार होंगे और फिर यही उत्पाद विदेशों तक जाएंगे। इस प्रकार पूरी वैल्यू चैन एक ही जगह पर पूरी हो पाएगी। 'पीएम मित्र पार्क' से करीब 3 लाख रोजगार सृजित हो पाएंगें। इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी और उनके जीवन स्तर में भी सुधार होगा। इससे मध्यप्रदेश की पहचान अब टेक्सटाइल हब के रूप में होगी। इस पार्क से राज्य में बड़े स्तर पर निवेश आएगा। इससे प्रदेश में अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। गांव-गांव में आर्थिक विकास को गति मिलेगा। 'स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार एवं पोषण' अभियान के जरिए महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार तथा सशक्त राष्ट्र की आधारशिला होती है। इसीलिए महिलाओं, किशोरियों और बच्चों की स्वास्थ्य व पोषण सेवाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से इस अभियान को शुरू किया जा रहा है। इस अभियान के जरिए महिलाओं और बच्चों में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता लाया जाएगा। इसके जरिए महिलाओं और बच्चों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित किया जाना है ताकि वे निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले सकें। इस अभियान में महिलाओं की स्वास्थ्य जांच भी होगी। साथ ही एनीमिया की रोकथाम, संतुलित आहार और मासिक धर्म स्वच्छता पर भी जागरूक किया जाएगा।
इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत सोमवार 22 सितंबर से होने वाली है। 2 अक्टूबर को विजयदशमी के दिन समाप्त होगी। आपको बता दें कि हर वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है। सनातन में नवरात्रि पर्व का बहुत ज्यादा महत्व होता है। यह त्यौहार पुरे 9 दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान लोग मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखकर उपवास रखते हैं और साथ ही कलश की स्थापना भी करते हैं। नवरात्रि के 9 दिनों में देवी दुर्गा की 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। साथ ही अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन की भी परंपरा है। दशमी के दिन रावण दहन होता है। ऐसी मान्यता है कि इन 9 दिनों में यानि नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। कलश स्थापना की शुभ मुहूर्त नवरात्रि के पहले दिन ही कलश स्थापना की जाती है, जिसे घटस्थापना भी कहते हैं। कलश स्थापना शुभ समय में ही करना चाहिए। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त- 22 सितंबर 2025 को सुबह 6:09 बजे से 8:06 बजे तक है। कलश स्थापना की पूजा विधि सुबह स्नान कर घर को साफ़ सुथरा कर लें। साथ ही हो सके तो गंगाजल से पूजन स्थल को साफ़ करें। इसके बाद पूजा के कलश को ठीक से साफ करके उसमें जल भर लें। इसके बाद इस कलश में सुपारी, सिक्का, अक्षत, और फूल डाल दीजिए। मिट्टी के एक बर्तन में जौ रखें और अब इसके ऊपर जल भरा हुआ कलश स्थापित कर दें। कलश पर रोली व अक्षत लगाएं और अब इसके चारो ओर मौली बांध दें। अब कलश पर सुपारी, सिक्का व आम के भी पत्ते रखें। अंत में कलश के ऊपर एक नारियल रखकर लाल कपड़े से लपेट दें और फिर इसे मौली से बांध दीजिए। अब कलश के पास में देवी दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें। अब जल, पुष्प चढ़ाकर और दीप जलाकर पूजा शुरू कर दें। सबसे अंत में दुर्गा सप्तशती या देवी कवच का पाठ करें। नवरात्रि का महत्व नवरात्रि का जो पर्व है वह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस का वध करने के लिए 9 दिनों तक युद्ध किया था। महिषासुर का वध करके देवी ने धर्म की रक्षा की थी। इसीलिए नौ दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। नवरात्रि में व्रत और पूजा करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, यदि नवरात्र की प्रतिपदा सोमवार या रविवार को हो तो देवी दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं। देवी दुर्गा का हाथी पर सवार होकर आना बहुत ही शुभ माना जाता है।
बीते कल सोमवार को ITR फाइल करने की अंतिम तारीख थी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने ITR भरने की अंतिम तारीख एक दिन बढ़ा दी है। अब ITR फाइल करने की अंतिम तिथि 16 सितंबर 2025 है। इससे टैक्सपेयर्स को बड़ी राहत मिली है। CBDT ने कल सोमवार देर रात को एक बयान जारी किया और कहा कि ITR भरने की डेडलाइन 15 सितंबर से बढ़ाकर 16 सितंबर 2025 की जा रही है। सरकार ने टैक्सपेयर्स को अंतिम मौका दिया है कि वे आज ही अपना ITR भर दें। डेडलाइन के बाद ITR फाइल करने पर लेट फीस भरनी पड़ सकती है। क्यों बढ़ाई गई ITR फाइलिंग डेडलाइन आपको बता दें जब सोशल मीडिया पर टैक्सपेयर्स और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने आयकर पोर्टल की खराबी को लेकर शिकायतें करनी शुरू की, उसके बाद ITR फाइलिंग की डेडलाइन बढ़ाने का फैसला लिया गया। बता दें कि 14 सितंबर शनिवार से ही लोग शिकायत करने लगे थे कि आयकर पोर्टल बहुत धीमा है और बार-बार डाउन भी हो रहा है। इसके चलते ITR फाइल करने में दिक्कत हो रही थी।
बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद अब चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में इसको कराने की तैयारी करने जा रहा है। पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग आज मंगलवार से पोल अधिकारियों की ट्रेनिंग शुरू करेगा। यह जो ट्रेनिंग हैं वह विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया का हिस्सा है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां अभी से तेज होती दिख रही हैं। हालांकि CM ममता बनर्जी इस SIR कार्यक्रम का शुरू से ही विरोध करती आई हैं। आपको बता दें कि बंगाल में अगले साल चुनाव होने हैं। इस चुनाव से पहले ही वोटर लिस्ट को दुरुस्त करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा यह कदम उठाया जा रहा है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बूथ स्तर के अधिकारी वोटर लिस्ट SIR प्रक्रिया को ठीक तरीके से करने के लिए मार्गदर्शन देने में पूर्ण रूप से सक्षम हों। खास बात यह है कि इसके तहत 2002 की वोटर लिस्ट की तुलना जनवरी 2025 में प्रकाशित नई वोटर लिस्ट से की जाएगी। जानकारी के मुताबिक, 2002 में सूचीबद्ध मतदाताओं का क्रॉस-सत्यापन किया जायेगा ताकि उन लोगों को, जिन्हें अपनी पात्रता साबित करने में दिक्कत पड़ सकती है, उन्हें कठिनाईयों का सामना न करना पड़े। इससे विशेषकर बुज़ुर्ग मतदाताओं को फायदा मिलेगा। बूथ-स्तर अधिकारी मतदाताओं के पते और डाक्यूमेंट्स की जांच करेंगे ताकि मतदाता लिस्ट में कोई गड़बड़ी न रह जाए। यह प्रक्रिया SIR की तैयारी का जरुरी हिस्सा है। उप चुनाव आयुक्त ग्यानेश भारती इस हफ्ते कोलकाता कि यात्रा करेंगे तथा ट्रेनिंग व रिवीजन एक्सरसाइज का जायजा लेंगे।
अमेरिका के मुख्य व्यापार वार्ताकार ब्रेंडन लिंच द्विपक्षीय व्यापार पर बातचीत के लिए भारत पहुचें हैं। आज मंगलवार को भारतीय मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल के साथ ब्रेंडन लिंच की बातचीत शुरू हो गई है। लिंच के साथ अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल बीते कल सोमवार रात को भारत पहुंची थी। अमेरिका के भारत पर 50 % टैरिफ के चलते यहां के कई उद्योगों पर असर पड़ा है। सामानों की मैन्युफैक्चरिंग के साथ साथ रोजगार पर भी इसका असर हुआ है। इस बातचीत से राहत मिलने की उम्मीद की जा सकती है। भारत-अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर पांचवे दौर की बातचीत इससे पहले ही हो चुकी है। छठे दौर की वार्ता 25-29 अगस्त के बीच होनी थी, पर अमेरिका की तरफ से भारत पर 50% टैरिफ लगाने के बाद छठे दौर की वार्ता को टाल दिया गया था। जानकारी के मुताबिक, आज की बातचीत से आने वाले दिनों में भारत-अमेरिका वार्ता के छठे दौर के लिए बेस तैयार हो सकता है ऐसा अनुमान है। इस बातचीत में माल और सेवा क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने, बाजार पहुंच बढ़ाने, टैरिफ व गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने के साथ सप्लाई चेन एकीकरण को विस्तृत करने के लिए जरुरी नए कदमों पर चर्चा हो सकती है। 2030 तक व्यापार को 500 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य भारत-अमेरिका के बीच कुल व्यापार करीब 190 बिलियन डॉलर है। 2030 तक भारत तथा अमेरिका का लक्ष्य द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर 500 अरब डॉलर करना है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जुलाई 2025 में भारत का अमेरिका को निर्यात 21.64% बढ़कर 33.53 अरब डॉलर हो गया, वहीं आयात 12.33% बढ़कर 17.41 अरब डॉलर रहा। भारत अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते अभी तक नहीं होने की वजह अमेरिका यह चाहता है कि उसके जो डेयरी उत्पाद हैं जैसे दूध, पनीर, घी आदि को भारत में आयात करने की अनुमति मिल जाए। आपको बता दें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है और इस क्षेत्र में करोड़ों छोटे किसान लगे हैं। अगर अमेरिका को इन चीजों को आयात करने की अनुमति दे दी जाएगी तो इससे भारत के लाखों छोटे किसान बेरोजगार हो सकते हैं और उनकी रोजी रोटी भी जा सकती है। साथ ही देश की अर्थ व्यवस्था पर भी इसका असर पड़ सकता है। इसीलिए भारत सरकार को शंका है कि यदि अमेरिकी डेयरी उत्पाद भारत में आते हैं, तो वे यहां के किसानों को भारी क्षति पहुंचा सकते हैं। इससे धार्मिक भावना भी जुड़ी हुई हैं। आपको बता दें कि अमेरिका में गायों को पोषण देने के लिए जानवरों की हड्डियों से तैयार एंजाइम को उनके खाने में दिया जाता है। इसीलिए भारत अमेरिका की ऐसी गायों के दूध को शाकाहारी दूध नहीं मानता है।
सुप्रीम कोर्ट (SC) ने सोमवार को कहा कि भारतीय चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था के रूप में कानून का पालन करते हुए वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की पूरी प्रक्रिया करवा रहा है। चुनाव आयोग तरफ से अपनाई गई प्रक्रिया में किसी भी तरह की गड़बड़ी मिलेगी तो वह SIR की पूरी प्रक्रिया को ही रद्द कर देगा। 7 अक्टूबर को अंतिम दलील SC द्वारा बिहार में SIR प्रक्रिया की वैधता पर अंतिम दलीलें 7 अक्तूबर को सुनी जाएगी। न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह चुनाव आयोग को पुरे देश भर में SIR के लिए इस तरह की प्रक्रिया अपनाने से रोक नहीं सकती। भारत निर्वाचन आयोग का अधिकार है SIR कराना और वो इसमें कानून का पालन भी कर रहा है। पीठ ने इस मुद्दे पर “टुकड़ों में राय” देने से इनकार किया है और कहा है कि जो कोर्ट का निर्णय होगा वह पूरे भारत में SIR की प्रक्रिया पर लागू किया जायेगा। एक याचिका पर नोटिस आपको बता दें कि 8 सितंबर को SC ने एक आदेश जारी किया था जिसमें निर्वाचन आयोग को बिहार SIR में 12वें निर्धारित दस्तावेज के रूप में आधार कार्ड को सम्मिलित करने का निर्देश दिया था। SC के इस आदेश को वापस लेने का आग्रह करने वाली याचिका दायर की गई थी। SC इस पर नोटिस जारी किया है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही यह स्पष्ट किया था कि आधार कार्ड नागरिकता का प्रमाण नहीं है, केवल वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए आयोग द्वारा प्रस्तुत आधार कार्ड की वैधता की जांच की जा सकती है।
लोकसभा विपक्ष के नेता राहुल गांधी पंजाब के दौरे पर हैं। उन्होंने आज पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और वहां के हालात का जायज़ा लिया। सबसे पहले उन्होंने गुरुद्वारा श्री समाध बाबा बुड्ढा जी साहिब में जाकर माथा टेका और राज्य की खुशहाली के लिए अरदास भी की। इसके बाद वे अमृतसर और गुरदासपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर वहां के प्रवाभित लोगो से मिले। इस दौरान उनके साथ पूर्व CM चरणजीत सिंह चन्नी समेत कई नेता मौजूद रहे। बाढ़ के बाद देश के कई बड़े नेताओं ने पंजाब का दौरा किया है। आपको बता दें कि इससे पहले PM नरेंद्र मोदी ने भी 9 सितंबर को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया था और बाढ़ की स्थिति और नुकसान का जायज़ा लिया था। उन्होंने पंजाब के लिए 1,600 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा भी की थी। पंजाब में हाल में आई बाढ़ की वजह से करीब 3 लाख लोगों को प्रभावित किया है। मीडिया के मुताबिक, पंजाब के 23 जिलों के 2384 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। पंजाब में सबसे ज़्यादा नुकसान फाजिल्का, मानसा, कपूरथला, होशियारपुर, गुरदासपुर, जालंधर, संगरूर, पटियाला, पठानकोट तथा तरनतारन जिले में हुआ है। लुधियाना के पूर्व सांसद और राज्य मंत्री बिट्टू का तंज, बोले-बाढ़ के समय मना रहे थे छुट्टियां राहुल गांधी के पंजाब दौरे पर लुधियाना के पूर्व सांसद और राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने तंज कस्ते हुए कहा है कि जब उपराष्ट्रपति चुनाव हो रहे थे, तब राहुल गांधी छुट्टियों मना रहे थे। जब पंजाब बाढ़ से डूब रहा था और लोग परेशान थे, तब भी वे मलेशिया में घूम रहे थे। उन्होंने ये भी कहा कि राहुल गांधी का यह दौरा पंजाब के लोगों का दर्द खत्म करने के लिए नहीं है बल्कि सियासी स्टेज पर ड्रामेबाजी है।
वक्फ (संशोधन) कानून को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट (SC) ने फैसला दे दिया है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बीआर गवई तथा जस्टिस ऑगस्टाइन जॉर्ज मसीह की बेंच ने आज अंतरिम आदेश जारी किया है। SC ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 की कुछ धाराओं पर तो रोक लगाई है, पर पूरे कानून पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। कोर्ट का कहना है कि पूरे संशोधन पर रोक नहीं लगाई जा सकती, कुछ ही प्रावधानों पर रोक लगाई जा सकती है। इस फैसले से कई मुस्लिम नेताओं ने अपनी खुशी जाहिर की है। आपको बता दें कि कई लोगों ने वक्फ कानून पर पूरी तरीके से रोक लगाने की मांग की थी। इस पर पूरी तरीके से रोक लगाने के लिए लोग सुप्रीम कोर्ट गए। हालांकि इस कानून पर रोक लगाने की मांग पर मुस्लिम लोगों में काफी गुस्सा था। देश में इसको लेकर मुस्लिम लोगों द्वारा कई जगहों पर विरोध किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई के बाद आज फैसला दिया है। इन प्रावधानों पर लगा है रोक 1) वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के इस प्रावधान पर रोक लगी है, जिसमें वक्फ बनाने के लिए किसी व्यक्ति को 5 वर्षों तक इस्लाम का अनुयायी होना जरूरी था। 2) वक्फ संपत्तियों के रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता पर रोक लगाने से इनकार किया। 3) कलेक्टर या कार्यपालिका को संपत्ति के अधिकार तय करने की अनुमति नहीं, जब तक अंतिम फैसला वक्फ ट्रिब्यूनल तथा हाई कोर्ट से नहीं हो जाता, तब तक वक्फ को संपत्ति से बेदखल नहीं किया जाएगा। 4 गैर मुस्लिम या हिंदू के वक्फ बोर्ड के चेयरमैन होने पर अभी स्थिति साफ नहीं है, SC ने सुझाव दिया है कि जहां तक संभव हो, वक्फ बोर्ड का मुख्य कार्यकारी अधिकारी एक मुस्लिम होना चाहिए। 5) कुल 11 सदस्यों में से 4 से अधिक गैर-मुस्लिम सदस्य नहीं होंगे।
PM मोदी आज 15 सितंबर को बिहार के पूर्णिया पहुंचेंगे और प्रदेश को 36 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगें। यहां आज पूर्णिया एयरपोर्ट और वहां बनाई गई नई टर्मिनल बिल्डिंग का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ कई और परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। पूर्णिया रैली में पीएम मोदी के साथ जेडीयू, लोजपा (आर), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (जीतन राम मांझी) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (उपेंद्र कुशवाहा) के बड़े नेता भी उपस्थित रहेंगे। CM नीतीश कुमार भी इसमें शामिल हो सकते हैं। आपको बता दें कि बिहार में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। PM नरेंद्र मोदी सातवीं बार बिहार के दौरे पर आएगें । बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बोला कि मोदी बिहार को बहुत प्राथमिकता दे रहे हैं और अपने 11 साल के कार्यकाल के दौरान, मोदी ने बिहार को करीब 1.50 लाख करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दे चुके हैं। वंदे भारत और अमृत भारत एक्सप्रेस को भी मिलेगी हरी झंडी PM मोदी तीन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। जोगबनी-दानापुर वंदे भारत एक्सप्रेस, सहरसा-छेहरटा अमृत भारत एक्सप्रेस तथा जोगबनी-ईरोड अमृत भारत एक्सप्रेस। इसके अलावा विक्रमशिला-कटरिया रेललाइन का भी शुभारंभ करेंगे। होगी बेहतर कनेक्टिविटी पूर्णिया एयरपोर्ट के शुभारंभ से पूर्णिया के साथ साथ कटिहार, अररिया, किशनगंज सहित आसपास के कई जिलों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल पाएगी। पूर्णिया एयरपोर्ट पर जो नए आधुनिक टर्मिनल बनाये गए हैं वो करीब 40 वर्षों तक यात्री वृद्धि को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इससे हवाई सफर करने वाले लोगों को फायदा होगा। जानकारी के मुताबिक, माना जा रहा है कि यह एयरपोर्ट कोलकाता के बाद पूर्वी भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। पूर्णिया एयरपोर्ट से सीमांचल तथा कोसी के करीब 7 जिलों को इसका फायदा होगा। पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, अररिया व कोसी रेंज के मधेपुरा, सुपौल और सहरसा के लोगों को अब बागडोगरा एयरपोर्ट या दरभंगा एयरपोर्ट जाने की जरुरत नहीं होगी। अब लोग इस पूर्णिया एयरपोर्ट का उपयोग कर देश के दूसरे शहरों की यात्रा कर सकेंगें। इससे पहले की तुलना में अब लोगों का समय और पैसा दोनों बचेगा ।
एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच दुबई में आज मैच होने वाला है। भारत-पाकिस्तान के बीच मैच का मुकाबला हमेशा से रोमांचक रहा है। इसे देखने के लिए लोगों में बहुत उत्साह देखा जाता था। लेकिन इस बार इस मैच को लेकर देशभर में विरोध हो रहा है। विपक्षी राजनीतिक दलों के साथ-साथ आम लोग भी भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर गुस्से में है। सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इस मैच का जोरो से बहिष्कार किया जा रहा है। साथ ही पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के परिवारों ने भी इस मैच पर कड़ा विरोध जताया है। अब तो भाजपा के कई सहयोगी भी इस मैच के विरोध में हैं। हालांकि क्रिकेट फैंस इसे लेकर अलग बंटे हुए हैं। इस मैच का कहीं विरोध किया जा रहा है, तो कहीं टीम इंडिया की जीत के लिए पूजा भी हो रही है। नई खेल नीति के मुताबिक सरकार की नई खेल नीति के मुताबिक भारत ने फैसला किया है भारत पाकिस्तान के साथ कोई भी द्विपक्षीय मैच नहीं खेलेगा पर बहुपक्षीय टूर्नामेंट जैसे कि एशिया कप या ICC प्रतियोगिता में पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा। विरोध की वजह ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच यह पहला इंटरनेशनल मैच है। आपको बता दें कि 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा पहलगाम हमला हुआ था जिसमें कई भारतीय मरे थे और कहा जा रहा था कि इस हमले के पीछे पकिस्तान का हाथ है। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर किया। इसी वजह से भारत के लोगों में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर नाराजगी और गुस्सा है। ओवैसी की पार्टी AIMIM ने किया प्रदर्शन हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार से पूछा है कि क्या मैच से कमाया जाने वाला मुनाफ़ा पहलगाम हमले में मारे गए 26 लोगों की जान से ज्यादा कीमती है। अहमदाबाद में AIMIM ने भारत-पाकिस्तान मैच के खिलाफ प्रदर्शन किया। AAP कार्यकर्ताओं ने किया बहिष्कार चंडीगढ़ में AAP कार्यकर्ताओं ने भी 'BCCI शर्म करो' के नारे लगाए शिंदे शिवसेना नेता ने किया विरोध शिंदे शिवसेना के नेता संजय निरूपम ने इस मैच के विरोध में कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा भारत को क्षति पहुंचाने वाली नीति अपनाई है, पाकिस्तान ने आतंकियों को पाला पोषा है और इन आतंकियों ने भारत के निर्दोष लोगों पर हमले किए हैं। ऐसे में पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का रिश्ता नहीं रखना चाहिए। शिवसेना उद्धव गुट ने मैच के विरोध में तोड़ डाले टीवी पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने किया बहिष्कार पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री और पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने कहा कि वे भारत-पाकिस्तान मैच के साथ पूरे एशिया कप का बहिष्कार कर रहे हैं हूं। उन्होंने कहा कि पुलवामा, पहलगाम, पठानकोट जैसे आतंकी हमलों को भुलाया नहीं जा सकता। पीड़ित परिवारों ने जाहिर किया गुस्सा पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए पुणे के संतोष जगदाले की बेटी असावरी जगदाले ने कहा कि यह मैच नहीं होना चाहिए था। यह बहुत ही शर्मनाक है। अभी हाल में पहलगाम हमला हुआ और फिर ऑपरेशन सिंदूर हुआ। तो इसके बाद यह मैच नहीं होना चाहिए था। उन्होंने कहा यह भी कहा कि इन्हें परवाह नहीं कि कोई मर गया।
मोदी ने आज रविवार को असम के दरांग के मंगलदोई में 6,300 करोड़ रुपये की स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शुभारंभ किया। उन्होंने दरांग मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, जीएनएम स्कूल तथा बीएससी नर्सिंग कॉलेज का आज उद्घाटन किया। इस बीच PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश के विकास में उत्तर पूर्वी राज्यों की भूमिका अहम है। देश के विकास में उत्तर-पूर्व की अहम भूमिका दरांग में आयोजित कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि 'पूरा देश आज विकसित भारत के निर्माण के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ रहा है। खासतौर पर हमारे जो नौजवान साथी हैं। उनके लिए विकसित भारत सपना भी है और संकल्प भी है। इस संकल्प की सिद्धि में हमारे नॉर्थ ईस्ट की बहुत बड़ी भूमिका है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि '21वीं सदी पूर्व की है, उत्तर पूर्व की है। उत्तर पूर्वी राज्यों के चमकने का समय आ गया है। किसी भी क्षेत्र के विकास में कनेक्टिविटी की अहम भूमिका होती है। हमारी सरकार उत्तर पूर्व में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए समर्पित है। सड़कें, रेलवे और हवाई मार्गों का विकास किया जा रहा है। इससे लोगों की जिंदगी बदल रही है और उज्जवल भविष्य की राह बन रही है।' सरकार का फोकस नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी पर मोदी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए तेज कनेक्टिविटी का होना बहुत जरूरी होता है। इसलिए BJP सरकार का जो फोकस रहा है है वो नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी बढ़ाने पर रहा है। सड़कें, रेलवे और हवाई मार्गों का विकास किया जा रहा है जिससे लोगों की जिंदगी बदल रही है। लोगों की आवाजाही में आसानी हुई है, टूरिज्म का विकास हुआ और इससे रोजगार का भी अवसर बढ़ा है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस आजादी के 60 साल तक केंद्र में और असम में दशकों तक रही, लेकिन कांग्रेस ने इतने सालों में ब्रह्मपुत्र पर सिर्फ 3 पुल बनाए। जब बीजेपी सरकार को काम करने का मौका मिला तब, बीजेपी सरकार ने 10 साल में 6 बड़े ब्रिज बना दिए। अवैध घुसपैठ को लेकर मोदी ने कांग्रेस पर लगाया आरोप मोदी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह राष्ट्रविरोधी ताकतों को संरक्षण देने का काम करती है। कांग्रेस भारत के सेना का साथ देने के बजाय पाकिस्तान के आतंकवादियों का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब वह घुसपैठ को बढ़ावा देती थी और आज कांग्रेस चाहती है कि घुसपैठिए हमेशा के लिए भारत में बस जाए और भारत का भविष्य घुसपैठिए तय करें। मोदी ने कहा- "भाजपा का उद्देश्य देश को घुसपैठियों से बचाना और उसकी अखंडता को बहाल करना है। मैं उन राजनेताओं को चुनौती देता हूं जो घुसपैठियों का बचाव करते हैं कि वे आगे आएं और इस मुद्दे का सामना करें। वे दिखाएं कि हमने घुसपैठियों को हटाने के लिए जो प्रयास किए हैं, उनकी तुलना में उन्होंने क्या प्रयास किए हैं। घुसपैठियों को पनाह देने वालों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी, देश उन्हें माफ़ नहीं करेगा।" मोदी ने कहा कि वह भगवान शिव का भक्त हैं, सारा जहर निगल लेते हैं मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि जिस दिन भारत सरकार ने देश के असम गौरव भूपेन दा हजारिका जो को भारत रत्न दिया, उस दिन कांग्रेस अध्यक्ष ने बोला था- मोदी, नाचने-गाने वालों को भारत रत्न दे रहा है। इसके बाद उन्होंने कहा कि वे भगवान शिव का भक्त हैं, सारा जहर निगल लेते हैं, उन्हें कितनी भी गालियां दें। लेकिन जब किसी और का अपमान होता है, तो मोदी से रहा नहीं जाता है। मोदी ने कार्यक्रम में आए लोगों से पूछा कि आप मुझे बताएं, भूपेन दा को भारत रत्न देने का मोदी का फैसला सही है या नहीं।
पाकिस्तान के साथ मैच का बहिष्कार करने की मांग के बीच आज रविवार को भारत-पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 का मुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। मैच रात के 8 बजे शुरू होगा। आपको बता दें की यह ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला मौका होगा जब भारत और पाकिस्तान की टीमें एक दूसरे के खिलाफ खेलेंगीं। हालांकि इस मैच को लेकर भारतीय लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही। जबसे कश्मीर के पहलगाम में हुए भारतीय पर्यटकों पर आतंकी हमले हुए हैं, उसके बाद से पाकिस्तान के साथ कोई भी खेल नहीं खेले जाने की लोगों द्वारा मांग की जा रही है। यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि जीत का ताज किसे मिलता है। नई खेल नियम के मुताबिक हालांकि सरकार की नई खेल नियम के मुताबिक भारत पाकिस्तान के साथ कोई भी द्विपक्षीय मैच नहीं खेलेगा पर बहुपक्षीय टूर्नामेंट जैसे कि एशिया कप या ICC प्रतियोगिता में पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा। मैच को लेकर उत्साह में दिख रही कमी भारत-पाकिस्तान का मैच हमेशा से रोमांचक रहा है। भारत-पाकिस्तान मैच पर केवल भारत-पाक का ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस की नजर रहती है। लेकिन इस बार कश्मीर के पहलगाम में हुए भारतीय पर्यटकों पर आतंकी हमले के कारण फैंस के बीच इस मैच को लेकर बहुत कम उत्साह दिख रहा है। आपको बता दें कि आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के जरिए सैन्य कार्रवाई की गई थी। इसके बाद भारत-पाकिस्तान में काफी विवाद हुआ था। इसी के चलते सोशल मीडिया पर भी मैच का बहिष्कार करने की मांग हो रही है। भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन सूर्यकुमार यादव (कप्तान), शुबमन गिल, अभिषेक शर्मा, हार्दिक पंड्या, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, जसप्रित बुमरा, वरुण चक्रवर्ती, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव तथा संजू सैमसन पाकिस्तान की संभावित प्लेइंग इलेवन सलमान अली आगा (कप्तान), अबरार अहमद, फहीम अशरफ, फखर जमान, हसन नवाज, मोहम्मद हारिस, मोहम्मद नवाज, साहिबजादा फरहान, सईम अयूब, शाहीन अफरीदी तथा सुफयान मोकिम
नेपाल: पशुपतिनाथ से लौटे वक्त भारतीय श्रद्धालु पर भीड़ का हमला, भारत के सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट
नेपाल में हाल के दिनों में सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर बैन तथा भ्रस्टाचार के खिलाफ तनाव का माहौल बना हुआ है। इसीलिए आए दिन वहां कोई न कोई अप्रिय घटनाएं घट रही हैं। इसी बीच एक और घटना सामने आई है। नेपाल के काठमांडू में भारतीय श्रद्धालुओं की बस पर हमला हुआ है। घटना बताया जा रहा है कि 9 सितम्बर को हुआ है। इसके बारे में बस ड्राइवर ने अब जानकारी दी है। बस ड्राइवर ने बताया कि आंध्र प्रदेश से आए तीर्थयात्रियों की बस पर काठमांडू के नज़दीक कुछ असामाजिक तत्वों ने हमला किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन कर लौटते वक्त तीर्थयात्रियों की बस पर बस पर पत्थर फेंके गए। हमला करने वालों ने खिड़कियां तोड़ दीं और यात्रियों से सामान, कैश व मोबाइल फोन छीन लिए। जानकारी के अनुसार, इसमें करीब 7-8 यात्री घायल हुए हैं। हालांकि घटना के बाद मौके पर नेपाल की सेना पहुंच गई और पर्यटकों को बचा लिया है। काठमांडू पुलिस के अनुसार तीर्थयात्री काठमांडू के पशुपतिनाथ मंदिर के दर्शन करके लौट रहे थे,उस दौरान उनकी बस पर हमला किया गया। आपको बता दें कि नेपाल में तनाव की वजह से भारतीय अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश, बिहार तथा पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है। साथ ही कोई भी अप्रिय घटना न हो इसके लिए इन तीनों राज्यों के सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट जारी है। आपको बता दें कि नेपाल में हाल के दिनों में सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर बैन तथा भ्रस्टाचार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुए। इसमें युवा प्रदर्शनकारियों द्वारा तोड़ फोड़ और आगजनी की गई। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में भी घुसने की कोशिश की और कई मंत्रियों को दौड़ा दौड़ा पीटा। इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान कई लोग मारे गए, जिनमें कुछ नेता,मंत्री और साथ ही कुछ प्रदर्शनकारी शामिल हैं। इसके बाद शांति और सुरक्षा स्थापित करने के लिए सेना ने देश का कमान संभाला। कई जगह पर कर्फ्यू लगाए गए। इससे वहां की स्थिति नियंत्रण में आई। इन सब के बावजूद नेपाल अभी पूरी तरह से शांत नहीं हुआ है।
8500 करोड़ की परियोजनाओं का देंगें सौगात मिजोरम को पहली बार भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन का भी उद्घाटन मणिपुर में जातीय संघर्ष के 2 साल बाद पहली बार कल शनिवार को PM नरेंद्र मोदी मणिपुर की यात्रा पर जाने वाले हैं। कल शनिवार को वह पहले चुराचांदपुर जाएंगे और फिर इंफाल पहुंचेंगे। मोदी कुकी बहुल क्षेत्र चुराचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपये का विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारम्भ करेंगें। इसके बाद मोदी मैइती बहुल क्षेत्र इंफाल में 1200 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगें। मोदी मिजोरम को पहली बार भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन का भी उद्घाटन करेंगे। आपको बता दें कि साल 2023 में कुकी तथा मैइती समुदाय के बीच बड़े स्तर पर जातीय हिंसा भड़की थी। इस हिंसा में करीब 260 लोग मारे गए थे और हजारों लोग बेघर हुए थे। पीएम मोदी के इस यात्रा से मैतेई और कुकी समुदायों में कई उम्मीदें बढ़ी हैं, क्यों कि मणिपुर के विकास के लिए कई परियोजनाओं का उद्घाटन होने जा रहा है। साथ ही मणिपुर को पहली बार भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली बैराबी-सैरांग नई रेल लाइन का भी शुभारम्भ होने जा रहा है। इस दौरान, मोदी सैरांग से तीन नई रेल सेवाओं को भी हरी झंडी दिखाएंगें जिनमें सैरांग-आनंद विहार टर्मिनल राजधानी एक्सप्रेस, सैरांग-कोलकाता एक्सप्रेस और सैरांग-गुवाहाटी एक्सप्रेस शामिल हैं। यह भी पढ़ें 78 साल बाद रेलवे लाइन पहुंची मिजोरम, 13 सितंबर को पीएम द्वारा मिलेगी हरी झंडी
प्रदूषण नियंत्रण को लेकर सुप्रीम कोर्ट (SC) ने एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश को चुनौती की याचिका पर सुनवाई के वक्त चीफ जस्टिस ने बोला कि जो भी प्रदूषण नियंत्रण नीति बननी चाहिए, वह केवल दिल्ली-एनसीआर के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए बननी चाहिए। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि वे पिछले साल सर्दियों में अमृतसर गए थे और वहां प्रदूषण दिल्ली से भी ज्यादा था। इसीलिए यदि पटाखों पर प्रतिबंध लगाना ही है तो पूरे देश में इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट 3 अप्रैल 2025 के आदेश को चुनौती दी गई याचिका पर सुनवाई कर रहा था और सुनवाई के दौरान ही SC ने यह टिप्पणी की थी। याचिका में दिल्ली-NCR में पटाखों की बिक्री, स्टोरेज, परिवहन व निर्माण पर पूर्ण बैन के आदेश को बदलने की मांग की गई है। SC ने दिल्ली-NCR में पटाखों पर पूरी तरह बैन के खिलाफ याचिका पर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को नोटिस भेजा और दो हफ्ते में जवाब देने को कहा है।
सीपी राधाकृष्णन ने आज शुक्रवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज सुबह राष्ट्रपति भवन में राधाकृष्णन को शपथ दिलाई। राधाकृष्णन ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 वोट से हराकर उपराष्ट्रपति का चुनाव जीता था। इस शपथ समारोह के अवसर पर PM मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी तथा दूसरे कई केंद्रीय मंत्री भी इस समारोह में शामिल हुए। साथ ही एमपी से CM मोहन यादव, हरियाणा के नायब सिंह सैनी और उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी सहित कई सीनियर नेता भी इस समारोह का हिस्सा बने। इस अवसर पर पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी पहुंचे। शपथ समारोह में वह मेहमान की तरह आए और सीपी राधाकृष्णन के समीप गेस्ट वाली पहली पंक्ति में बैठे दिखे। इस दौरान वे हंसते मुस्कुराते दिख रहे थे। आपको बता दें कि इन्होनें 22 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से अचानक इस्तीफा दिया था। इसके बाद 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति चुनाव हुआ। इस्तीफे के बाद धनखड़ पहली बार सार्वजनिक तौर पर नजर आए। इस्तीफे के बाद से धनखड़ कहीं भी दिख नहीं रहे थे। इस पर विपक्ष लगातार सवाल करते नज़र आ रहे थे कि आखिर धनखड़ हैं कहां और कैसे हैं।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने राहुल गांधी पर सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने का आरोप लगाया है। CRPF ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लेटर लिखकर सूचना दी है कि राहुल गांधी पिछले 9 महीने में सूचना दिए बगैर 6 बार विदेश जा चुके हैं। CRPF ने राहुल गांधी को भी पत्र लिखा है, जिसमें कहा है कि इस तरह की चूक से उनकी Z+ कैटेगरी सुरक्षा कमजोर हो सकती है। इससे वे किसी खतरे में पड़ सकते हैं। येलो बुक प्रोटोकॉल' का उल्लंघन करते हैं आपको बता दें कि राहुल गांधी को एडवांस सिक्योरिटी लाइजन कवर के साथ सबसे हाई लेवल की Z+ सिक्योरिटी मिली हुई है। जिन लोगों को इस तरह की सुरक्षा मिली होती है, उन्हें ‘येलो बुक प्रोटोकॉल’ के तहत विदेश यात्रा पर जाने से पहले ही इसकी सूचना सुरक्षा एजेंसियों को देनी होती है, ताकि उनकी सुरक्षा में उपयुक्त इंतजाम किया जा सके। देखा गया है कि राहुल गांधी इन नियमों का पालन नहीं करते। अक्सर सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर ध्यान नहीं देते। CRPF के अनुसार पिछले 9 महीनों में राहुल गांधी 6 बार विदेश जा चुके हैं। इन यात्रा की जानकारी सुरक्षा एजेंसी को पहले से नहीं दी गई। इस वजह से सुरक्षा व्यवस्था को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। राहुल गांधी लगातार सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते आए हैं। CRPF ने खड़गे से अपील की है कि वे राहुल गांधी को सुरक्षा नियमों को मानने के लिए कहें। क्योंकि नियमों का उल्लंघन करने से उनकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है। प्रोटोकॉल तोड़ने की शिकायत पहले भी हुई CRPF ने कहा कि राहुल गांधी 2020 से अभी तक करीब 113 मौकों पर सुरक्षा दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर चुके है। इसमें इनकी भारत जोड़ो यात्रा का दिल्ली फेज भी शामिल है। केंद्र ने 2019 में SPG सिक्योरिटी वापस ली थी केंद्र द्वारा 2019 में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बच्चों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को दी गई SPG सिक्योरिटी वापस ले ली थी। अब इनकी सुरक्षा में SPG सिक्योरिटी की जगह CRPF ने ले ली है।
नेपाल में हुए हिंसक आंदोलन के बाद आज गुरुवार को हालात कंट्रोल में है। लेकिन फिर भी सेना ने एहतियातन राजधानी समेत कई इलाकों में कर्फ्यू लगा रखा है। इस बीच, नेपाल में अंतरिम PM बनाने के लिए सेना-प्रदर्शनकारियों के बीच बातचीत शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार,आर्मी हेडक्वार्टर में सुबह 10:30 बजे बातचीत शुरू हो गई थी। आपको बता दें कि सेना ने सभी पार्टी और नेताओं को भी इसके लिए अपनी अपनी राय देने को कहा है। मीडिया के कई रिपोर्ट्स के अनुसार, इस पद के लिए नेपाल के लाइट मैन कहे जाने वाले कुलमान घिसिंग और सुशीला कार्की का नाम आगे आ रहा है। हालांकि PM की रेस में कुलमान घिसिंग का नाम सुशीला कार्की से भी आगे चल रहा है। अंतिम फैसला देखना काफी दिलचस्प होगा कि किसे PM के नेतृत्व के लिए आगे किया जाता है। सुशीला कार्की सुशीला कार्की भ्रष्टाचार विरोधी शख्सियत के तौर पर जानी जाती हैं। इन्होनें भ्रष्टाचार के विरुद्ध कई बार सख्त बयान दिया है। आपको बता दें कि इन्होनें पॉलिटिकल साइंस में BHU से MA किया है। 2016 में वह नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनी। कुलमान घिसिंग कुलमान घिसिंग को नेपाल के 'लाइट मैन' भी कहा जाता है। उन्होंने जमशेदपुर, झारखण्ड से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की है। 1994 में नेपाल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी (NEA) से जुड़े और इसके बाद घाटे में चल रहे NEA को मुनाफे में बदल दिया। नेपाल की बिजली व्यवस्था, जो कि बहुत खराब थी, उसे भी सुधारने का श्रेय इन्हें ही जाता है। नेपाल में इस तरह हुई हिंसक आंदोलन की शुरुआत सरकार ने 4 सितंबर को 26 सोशल मीडिया प्लेटफार्म को बैन किया था। ये कहकर कि इन प्लेटफॉर्म्स ने रजिस्ट्रशन नहीं करवाए हैं। इसके बाद 8 सितंबर को सरकार के भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ नेपाल के युवाओं ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन शुरू कर दिए। यह प्रदर्शन धीरे धीरे हिंसा में प्रवर्तित हो गए और कई लोग इसमें मारे गए व कई ज़ख़्मी हुए। इसी बीच PM समेत कई मंत्रियों को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। साथ ही इस दौरान प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने सेना के सामने सामाजिक और राजनितिक सुधार को लेकर कई मांगे भी रखीं। आगे क्या होगा बहुमत वाली पार्टी को सरकार बनाने के लिए कहा जायेगा। विशेषज्ञ का मानना है कि 6 महीने में चुनाव कराने के लिए अंतरिम सरकार बन सकती है।
नेपाल में सरकार के खिलाफ हिंसक आंदोलन के बीच मंगलवार को सरकार का तख्तापलट हो चुका है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली समेत कई मंत्रियों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रदर्शनकारियों ने ओली सरकार को सत्ता से बेदखल करने में सफलता हासिल कर ली है। इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने कई सामाजिक और राजनितिक सुधार किये जाने के लिए अब एक लंबी मांगें रखी है। प्रदर्शनकारियों ने यह मांग की है कि संविधान में संशोधन, शासन व्यवस्था में सुधार तथा पिछले 3 दशकों में नेताओं द्वारा लूटी गई सम्पत्तियों की जांच हो। इंडिया टुडे कि रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने एक बयान में कहा है कि, यह जो आंदोलन है, वह किसी भी पार्टी या व्यक्ति के लिए नहीं, बल्कि देश के लोगों के भविष्य के लिए है। प्रदर्शनकारियों ने यह उम्मीद जताई है कि राष्ट्रपति और नेपाली सेना उनकी मांगों को पूरा करेंगे। अभी तक घटीं ये घटनाएं नेपाल में सरकारी के भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति समेत कई मंत्रियों और नेताओं के सरकारी-निजी आवासों पर हमला व तोड़फोड़ किया और साथ ही आगजनी भी की। संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट में भी आग लगा दी गई। आंदोलनकारियों द्वारा, प्रदर्शन करने वाले युवाओं पर गोली चलाने का आदेश देने वाले DSP की भी पीट कर हत्या कर दी गई। पूर्व प्रधानमंत्री, उनकी पत्नी व विदेश मंत्री को भी उनके घर में घुसकर पीटा गया। आंदोलनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनल की पत्नी राजलक्ष्मी चित्रकार को तो घर के अंदर घुसकर जिंदा जला दिया। वित्त मंत्री को भी सड़कों पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया है। इन हालातों को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को बंद कर दिया गया है। हालांकि कल रात मंगलवार से नेपाल की सेना ने सुरक्षा की कमान संभाल ली है। वहीं राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और सेना प्रमुख अशोक राज सिगदेल ने आंदोलन कर रहे युवाओं से शांति बनाये रखने और चर्चा के लिए आगे आने की अपील की है। यह भी पढ़ें नेपाल: काठमांडू में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद होने से सैकड़ों भारतीय यात्री फंसे, सीमा पर लगा लंबा जाम
NDA गठबंधन के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णम देश के उपराष्ट्रपति चुने जा चुकें हैं। जानकारी के अनुसार NDA गठबंधन के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णम को 452 वोट मिले हैं। जो NDA के कुल सांसद से 25 अधिक है। वहीं, इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले, जो इंडिया गठबंधन के कुल क्षमता 315 वोट से भी कम है। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग भी हुई है। उपराष्ट्रपति चुनाव के गणित उपराष्ट्रपति चुनाव में दोनों सदनों के सांसद भाग लेते हैं। लोकसभा और राज्य सभा के सांसदों को मिलाकर कुल 788 मतदाता हैं, जिसमें से अभी राज्यसभा में 6 और लोक सभा में 1 सीट ख़ाली है। इस तरह कुल अभी 781 मतदाता हैं। इनमें से 767 सांसदों ने वोट डाला, जिसमें से 752 वोट वैध और 15 निरस्त पाए गए। NDA के उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन को 452 वोट और इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले। न्यूट्रल वोट अभी के हिसाब से NDA के 427 और इंडिया ब्लॉक के 315 वोट हैं, जबकि 39 वोट न्यूट्रल हैं क्यों कि इन्होनें दोनों गठबंधन में से किसी का साथ नहीं दिया। इनमें से वायएसआरसीपी के 11 सांसदों ने NDA का साथ दिया है। इस तरह एनडीए की संख्या बढ़कर 438 हो गई और न्यूट्रल की संख्या घटकर 28 रह गई। इन 28 में से 14 वोट एब्सेंट रहे। इस तरह न्यूट्र्ल की संख्या घटकर 14 रह गई। क्रॉस वोटिंग NDA (427) को वायएसआरसीपी के 11 सांसदों को मिलाकर 438 वोट ही मिलने थे, पर NDA को मिला 452 वोट। यानी NDA को 14 एक्स्ट्रा वोट मिले हैं। NDA को उसकी क्षमता से अधिक वोट मिले हैं, जबकि इंडिया ब्लॉक को उसकी क्षमता 315 से 15 वोट कम मिले यानी 300 वोट ही मिले। 15 वोट निरस्त हो गए। NDA के 10 वोट और इंडिया ब्ल़ॉक के 5 वोट निरस्त हो गए। इसका मतलब यह है कि विपक्ष के कई सांसदों ने NDA के पक्ष में वोट डाला और साथ ही क्रॉस वोटिंग भी हुई। क्रॉस वोटिंग करने वाले सांसदों पर एक्शन क्यों नहीं गुप्त मतदान और व्हिप जारी न होने कि वजह से क्रॉस वोटिंग करने वाले सांसदों के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं की जा सकती हैं।
नेपाल की राजधानी काठमांडू में सरकार के विरूद्ध हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के बीच सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है और जगह जगह पर सेना को तैनात किये गए हैं। वहां के हालात गंभीर होने के चलते त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सभी घरेलू-अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के लिए बंद किया गया था। एयर ट्रैफिक कंट्रोल के मुताबिक एयरपोर्ट को 10 सितंबर 2025 की दोपहर 12 बजे तक के लिए बंद किया गया था। एयरपोर्ट बंद होने से यहां कई भारतीय यात्री और पर्यटक फंस गए हैं। बताया जा रहा है कि करीब 800 पर्यटक पोखरा में फंसे हैं, जबकि काठमांडू में करीब 2000 यात्री फंसें हैं। एयरपोर्ट के बंद होने से नेपाल में फंसे भारतीयों को वापस आने के लिए वहां काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापार और यातायात पूरी तरह बाधित है। हिंसक आंदोलन हुआ क्यों नेपाल में यह हिंसक आंदोलन सरकार के भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन लगाए जाने के बाद हुआ। वहां के युवाओं में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन को लेकर काफी रोष था। इसी रोष के चलते वे सडकों पर उतर आए और हिंसक प्रदर्शन करने लगे। इस बीच वहां के युवाओं द्वारा काफी आगजनी और तोड़-फोड़ की गई और साथ ही संसद में घुसने की भी कोशिश की गई। इस बीच कई युवाओं की जान भी गई और कई मंत्रियों ने इस्तीफा भी दिया। भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी सरकार ने भारतीय नागरिकों को स्थिति स्थिर होने तक नेपाल की यात्रा नहीं करने को कहा है। सरकार ने नेपाल में फंसें भारतीय नागरिकों को अपने वर्तमान सुरक्षित जगहों पर ही रहने को कहा है। साथ ही नेपाल के अधिकारियों और काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास द्वारा जारी स्थानीय सुरक्षा निर्देश का पालन करने को भी कहा है। सरकार ने भारतीय नागरिकों की मदद के लिए काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए हैं। नंबर हैं +977 980 860 2881 और +977-981 032 6134
PM नरेंद्र मोदी 9 सितंबर को पंजाब का दौरा करेंगे और वहां बाढ़ प्रभावित लोगों और किसानों से मिलेंगे। इसके साथ ही मोदी राहत कार्यों और पुनर्वास प्रयासों का भी समीक्षा करेंगें। आपको बता दें कि पंजाब में बाढ़ की वजह से काफी नुकसान हुआ है। बाढ़ से पंजाब 23 जिलों में भारी तबाही मची है। बाढ़ ने इन जिलों के गांव को जलमग्न कर दिया है और फसलों को नुकसान कर दिया है। इस यात्रा की घोषणा BJP पंजाब ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर किया है। सबसे ज्यादा प्रभावित पंजाब पंजाब सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला राज्य है। यहां 23 जिलों के करीब 1900 गांव पानी में डूब गए हैं और करीब 1.75 लाख एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। इससे धान की फसलें खराब हो गई हैं। बाढ़ से अभी तक लगभग 40 लोगों की जानें भी जा चुकी है। साथ ही व्यास, सतलुज, रावी और घग्गर नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर आ चुकी हैं। मीडिया के अनुसार, पंजाब सरकार ने बारिश से करीब तेरह हजार करोड़ रुपये के जान-माल की क्षति का अनुमान लगाया है। यहां सेना, NDRF और BSF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। अभी तक करीब 20,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया गया है। शिवराज चौहान ने भी किया दौरा आपको बता दें कि गुरुवार को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पंजाब के अमृतसर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण किया था। उन्होंने यहां जानकारी दी थी कि बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायज़ा लेने के लिए दो केंद्रीय दल भी पंजाब का दौरा कर रहे हैं और वे केंद्र को इसकी एक रिपोर्ट बनाकर सौंपेंगे।
चंद्र ग्रहण आज 7 सितंबर रात 9.58 बजे शुरू होने वाला है और रात 1.26 बजे समाप्त हो जायेगा। आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले ही अभी दोपहर 12.57 बजे शुरू हो जाएगा। आज पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा, जो कुंभ राशि और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में लगेगा। इस साल 2025 का यह दूसरा आखिरी चंद्र ग्रहण है, जो आज 7 सितंबर को लगने वाला है। सबसे ख़ास बात यह है इस चंद्र ग्रहण की कि ये पितृपक्ष के दिन ही शुरू हो रहा है,जो कि एक बहुत ही दुर्लभ संयोग है। ग्रहण काल में भूल से भी न करें यह काम सनातन में ग्रहण काल के समय सोना, खाना और पीना नहीं करना चाहिए। खाने की चीजों में तुलसी डाल कर रखना चाहिए। इससे खाना अशुद्ध या विषाक्त नहीं होता है, ऐसा माना जाता है। 122 साल बाद चंद्र ग्रहण पर पितृ पक्ष का संयोग आज इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने वाला है और आज से ही पितृ पक्ष भी शुरू है। ज्योतिषियों के अनुसार, चंद्र ग्रहण पर पितृ पक्ष का यह संयोग पूरे 122 साल बाद बना है। वहीं, चंद्र ग्रहण का सूतक काल शुरू होने से पहले श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान और पवित्र नदियों में स्नान करने जैसे सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरा कर लें। आज रात लगने वाले चंद्र ग्रहण का सूतक काल अभी दोपहर 12.57 बजे शुरू होने जा रहा है। आपको बता दें कि सूतक में मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे। ग्रहण समाप्त होने तक कोई धार्मिक कार्य नहीं होगा। इसलिए जो भी पूजा अर्चना है और पूर्णिमा तिथि का श्राद्ध, पिंडदान वो पहले ही कर लेनी चाहिए। ये भी पढ़ें लगेगा सदी का सबसे दुर्लभ चंद्र ग्रहण, 100 साल बाद ऐसा संयोग, भूलकर भी ये न करें 7 या 8 सितम्बर, जानें कब से शुरू होगा पितृपक्ष
आज शिक्षक दिवस है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज शुक्रवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली में विज्ञान भवन में देश के 45 शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान व केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी भी उपस्थित रहे। आज के दिन ये वार्षिक अवार्ड उन शिक्षकों को दिया जाता है जिन्होंने विद्यार्थियों की पढ़ाई और समाज के लिए कुछ खास योगदान दिया हो। ये पुरस्कार केवल एक मेडल ही नहीं, बल्कि पूरे देश की ओर से इन शिक्षकों को दिया गया सम्मान है। ये शिक्षकों की मेहनत और समर्पण का प्रतिक है जो बच्चों का भविष्य बनाने के लिए अभूतपूर्व कार्य करते हैं। पुरस्कारों दिए जाने से पहले, PM नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों से बातचीत की। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का अहम भूमिका होती है। PM ने कहा कि शिक्षकों का सम्मान केवल एक परम्परा नहीं है, बल्कि उनके आजीवन समर्पण का सम्मान है।PM ने कहा कि शिक्षक सामान्यतः छात्रों को होमवर्क देते हैं। लेकिन मोदी उन्हें एक टास्क देना चाहते थे- स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने वाले अभियानों का नेतृत्व करने और "मेक इन इंडिया" और "वोकल फॉर लोकल" आंदोलनों को मजबूत करने के लिए। आज शिक्षक दिवस है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज शुक्रवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर दिल्ली में विज्ञान भवन में देश के 45 शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। इस मौके पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान व केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी भी उपस्थित रहे। आज के दिन ये वार्षिक अवार्ड उन शिक्षकों को दिया जाता है जिन्होंने विद्यार्थियों की पढ़ाई और समाज के लिए कुछ खास योगदान दिया हो। ये पुरस्कार केवल एक मेडल ही नहीं, बल्कि पूरे देश की ओर से इन शिक्षकों को दिया गया सम्मान है। ये शिक्षकों की मेहनत और समर्पण का प्रतिक है जो बच्चों का भविष्य बनाने के लिए अभूतपूर्व कार्य करते हैं। पुरस्कारों दिए जाने से पहले, PM नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों से बातचीत की। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का अहम भूमिका होती है। PM ने कहा कि शिक्षकों का सम्मान केवल एक परम्परा नहीं है, बल्कि उनके आजीवन समर्पण का सम्मान है।PM ने कहा कि शिक्षक सामान्यतः छात्रों को होमवर्क देते हैं। लेकिन मोदी उन्हें एक टास्क देना चाहते थे- स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने वाले अभियानों का नेतृत्व करने और "मेक इन इंडिया" और "वोकल फॉर लोकल" आंदोलनों को मजबूत करने के लिए।
हर साल 5 सितंबर को राष्ट्रपति द्वारा देशभर के शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड दिया जाता है। इस बार हिमाचल प्रदेश से शशि पॉल अकेले ऐसे शिक्षक हैं, जिनको राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड के लिए चुना गया है। सोलन जिले के टीचर शशि पॉल को आज शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। शशि पॉल की इस उपलब्धि ने सोलन जिले के साथ साथ समूचे हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित कर दिया है। आपको बता दें कि वे सोलन जिला की रामशहर तहसील के गांव भिनी जोरी के रहने वाले है। उन्होंने शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत 2011 को प्राथमिक विद्यालय नियारी से की थी। आपको बता दें कि शिक्षक के तौर पर शशि पॉल का 14 वर्ष का अनुभव रहा है। उन्होंने इस दौरान स्टूडेंट्स के लिए अभूतपूर्व काम किए हैं। सीमित संसाधनों के बीच बच्चों को अच्छी और उच्च कोटि की शिक्षा मिले, इसके लिए बहुत सारे काम किए हैं। कोविड 19 के समय उन्होंने ऑनलाइन शिक्षा की शुरुआत की, इसमें व्हाट्सएप व गूगल मीट के जरिये क्लासेज़ शुरू की। स्कूल में हाईटेक कंप्यूटर लैब की स्थापना में भी उनका योगदान जो है वो अहम रहा है। व्यक्तिगत तौर पर भी उन्होंने बहुस्तरीय शिक्षण रणनीतियों को लागू करने में अपना अहम योगदान दिया है। शशि पॉल की इस उपलब्धि, उनके योगदान और कार्यशैली पर विद्यालय के साथ साथ पुरे हिमाचल वासी को गर्व है।
हिमाचल प्रदेश के 32 शिक्षकों को शिक्षक दिवस के अवसर पर आज शुक्रवार को स्टेट टीचर अवॉर्ड दिया गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इन्हें शिमला पीटरहॉफ में सम्मानित किया। 26 स्कूल शिक्षकों और 6 कॉलेज शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। जबकि सोलन जिले के शमरोर स्कूल के JBT टीचर शशि पॉल को आज दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से करेंगीं सम्मानित। शशि पॉल की इस उपलब्धि ने सोलन जिले के साथ साथ समूचे हिमाचल प्रदेश को गौरवान्वित किया है। आपको बता दें कि वे सोलन जिला की रामशहर तहसील के गांव भिनी जोरी की रहने वाली है। उन्होंने शिक्षक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत 2011 को प्राथमिक विद्यालय नियारी से की थी। सीमित संसाधनों में बच्चों को अच्छी और उच्च कोटि की शिक्षा मिल पाए, इसके लिए उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर भी बहुस्तरीय शिक्षण रणनीतियों को लागू किया। स्टेट टीचर अवॉर्ड पाने वाले को मिला मेडल और प्रशस्तिपत्र आपको बता दें कि स्टेट टीचर अवॉर्ड पाने वाले इन शिक्षकों को 1 साल का सेवा विस्तार, मेडल और प्रशस्तिपत्र दिया गया। साथ ही शिमला में आज साल 2024 के नेशनल टीचर अवॉर्डी सुनील कुमार को भी स्टेट टीचर अवॉर्ड दिया गया। राज्यपाल ने सम्मान लेने से किया इनकार राज्य बाढ़ आपदा को देखते हुए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने स्वयं सम्मान ग्रहण करने से मना कर दिया। उनका कहना था कि ऐसे आपदा के समय वे सिर्फ इस कार्यक्रम में हिस्सा लेकर शिक्षकों का मनोबल बढ़ाना चाहते हैं।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित भारत के कई राज्य बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। जम्मू-कश्मीर और पंजाब भी इसमें शामिल हो गए हैं। आपको बता दें की इन राज्यों में बादल फटने, भारी बारिश और लैंडस्लाइड जैसी आपदाओं में सैकड़ों जानें गई हैं। इन राज्यों के जो अभी के हालात हैं वे बहुत ही दयनीय हैं। इन हालातों की वजह से राज्य सरकारों को नोटिस जारी किया गया है और इसका जवाब मांगा है। सुप्रीम कोर्ट (SC) ने कहा SC ने हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और पंजाब में बारिश से बाढ़ जैसी त्रासदी पर चिंता जताते हुए कल गुरुवार को कहा कि यह केवल प्राकृतिक आपदा नहीं है बल्कि प्रकृति के साथ इसमें इंसानों का भी हस्तक्षेप है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और उनकी पीठ का कहना है कि पहली नजर में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पेड़ों की अवैध कटाई की गई है और अब प्रकृति इसका बदला ले रही है। कोर्ट ने राज्यों से जवाब मांगा इन हालातों की वजह से कोर्ट द्वारा केंद्र, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और पंजाब से तीन हफ्ते में जवाब मांगा गया है। कोर्ट ने केंद्र और इन चारों राज्यों के अलावा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), पर्यावरण मंत्रालय, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को भी नोटिस भेजा है और तीन हफ्तों में इसका जवाब मांगा है। साथ ही केंद्र सरकार को इसके लिए ठोस कदम उठाने के लिए निर्देश दिया गया है। पर्यावरण और वन मंत्रालय से भी संपर्क किया जायेगा और उनसे पूरी जानकारी ली जाएगी।
देश में हाल में हुई GST (वस्तु एवं सेवा कर) काउंसिल की बैठक में TAX स्ट्रक्चर में बड़े बदलाव किये गए हैं। आपको बता दें कि सरकार ने फैसला लिया है कि फ्रेंचाइजी बेस्ड खेल इवेंट्स जैसे IPL पर अब 40 % GST लिया जाएगा। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के टिकट्स अब पहले से ज्यादा महंगें हो जायेगें। पहले IPL के टिकट पर 28 % GST था। इस फैसले से IPL और दूसरे खेल इवेंट्स के दर्शकों पर भी असर पड़ेगा। IPL जैसे इवेंट्स पर लगेगा 40% GST बता दें कि सरकार द्वारा फ्रेंचाइजी बेस्ड खेल इवेंट्स जैसे IPL पर अब 40 % GST लगाने का निर्णय जो है वो अब तक की यह सबसे ऊंची टैक्स दर है। इसके चलते टिकट के दाम में भारी इजाफा हो सकता है। अब क्रिकेट के सबसे बड़े इवेंट्स IPL पर टिकट खरीदने के लिए खेल प्रेमियों को पहले से ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगें। 500 रुपये तक के टिकटों को राहत वैसे यह टैक्स दर सभी तरह के खेल इवेंट्स पर लागू नहीं की जाएगीं। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल इवेंट्स को थोड़ा राहत दिया गया है। 500 रुपये के टिकट पर पहले की तरह ही कोई GST नहीं लगेगा। वहीं 500 रुपये से ज्यादा के टिकटों पर 18% GST लागू रहेगा। खास बात यह है कि इंटरनेशनल और अन्य क्रिकेट मैचों के टिकट पर पहले जैसा 18 % GST ही लागू रहेगा। यानि कि ओलंपिक क्वालिफायर्स, अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच या सरकारी स्तर पर आयोजित खेल टूर्नामेंट के दर्शकों को पहले से ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने पड़ेंगें।
GST परिषद ने बुधवार को टैक्स स्ट्रक्चर में बदलाव करते हुए इसे सरल कर दिया है। इस बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत 5% और 18% के दो स्लैब को मंजूरी दे दी गई है और 12% और 28% के स्लैब को खत्म कर दिया गया है। इसके साथ ही अब रोजमर्रा की जरूरी चीजें, स्वास्थ्य सेवाएं तथा खाने-पीने की चीजें अब टैक्स फ्री कर दिन गई हैं। ये बदलाव 22 सितंबर 2025 से लागू हो जाएंगे। इसे केंद्र द्वारा आम लोगों के लिए दिवाली गिफ्ट बताया जा रहा है। खाने-पीने की यें चीजें हुई सस्ती पैकेट का पनीर और छेना, UHT दूध, पिज्जा ब्रेड, खाखरा, चपाती, रोटी व पराठा पर अब कोई भी टैक्स नहीं लगेगा, इस पर 0 GST है। अब बीमा कराना भी सस्ता पहले बीमा के लिए 18% टैक्स देना होता था। लेकिन अब हेल्थ व लाइफ इंश्योरेंस पर किसी भी तरह का GST नहीं लगेगा। जीवनरक्षक दवाइयां व मेडिकल सामान लगभग 33 तरह की दवाइयां व मेडिकल सामान टैक्स फ्री हो गई हैं। साथ ही मेडिकल ऑक्सीजन पर भी अब GST शून्य है । बच्चों की पढ़ाई की चीजें भी टैक्स फ्री पेंसिल, शार्पनर, क्रेयॉन और पेस्टल अब बिल्कुल टैक्स फ्री कर दीं गई हैं। साथ ही एक्सरसाइज बुक, ग्राफ बुक, लेबोरेटरी नोटबुक और इरेज़र पर भी अब कोई भी टैक्स नहीं लगेगें। ये सब अब सस्ते हो जायेंगें ।
कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (CGL) टियर 1 परीक्षा की तारीखों की घोषणा कर दी है। SSC सीजीएल टियर 1 परीक्षा देश भर के अलग अलग परीक्षा केंद्रों पर 12 सितंबर में शुरू होगी। SSC CGL 2025 परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर विजिट कर नोटिस देख सकते हैं। आधिकारिक नोटिस में लिखा है, "आयोग ने संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2025 (टियर-1) 12 सितंबर 2025 से 26 सितंबर 2025 तक आयोजित करने का निर्णय लिया है। आगे के अपडेट के लिए उम्मीदवारों को आयोग की वेबसाइट पर जाने की सलाह दी जाती है।" इस दिन होगी CGL परीक्षा SSC नोटिस जारी किया है कि SSC CGL 2025 टियर-I परीक्षा कंप्यूटर आधारित मोड (CBE) में 12 सितंबर से 26 सितंबर तक आयोजित की जाएगी। इस दौरान एग्जाम कई चरणों में देशभर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर ली जाएगी। वहीं, टियर-2 परीक्षा दिसंबर 2025 (प्रस्तावित) में शुरू होगी। कुल रिक्तियां इस एग्जाम के द्वारा केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में कुल 14,582 खाली पदों को भरा जाएगा। जो उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट किए जायेंगें उनको केंद्र के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, संगठनों के साथ-साथ विभिन्न संवैधानिक, वैधानिक निकायों और न्यायाधिकरणों (ट्रिब्यूनल्स) में ग्रुप 'बी' और ग्रुप 'सी' पदों पर नियुक्त किया जाएगा। इन पदों का जो आवंटन है वो परीक्षा नोटिस में निर्दिष्ट प्रावधानों के मुताबिक तय किया जाएगा, विशेष पदों के लिए योग्यता और उम्मीदवारों की प्राथमिकताओं दोनों को ध्यान में रखते हुए। चयन प्रक्रिया उम्मीदवारों का जो चयन है वो दो-स्तरीय कंप्यूटर-आधारित परीक्षा (CBE) के जरिए होगा। अधिसूचना में कंप्यूटर आधारित परीक्षा की योजना और सिलेबस की जानकारी दी गई है। आयोग ने कहा कि अंतिम परिणाम घोषित किये जाने के बाद उपयोगकर्ता विभागों द्वारा डॉक्यूमेंट सत्यापित किया जायेगा। न्यूनतम उत्तीर्ण मानदंड अनारक्षित वर्ग के लिए 30 % ओबीसी और ईडब्ल्यूएस उम्मीदवारों के लिए 25 % अन्य सभी श्रेणियों के लिए 20 %
धार्मिक उत्पीड़न से बचने के लिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से जो अल्पसंख्यक सुमदाय के लोग भारत आए हैं उनके लिए केंद्र सरकार ने बड़ी राहत की खबर दी है। गृह मंत्रालय ने आदेश जारी किया है कि अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोग जो 31 दिसंबर 2024 तक भारत आए हैं, वे देश में बिना पासपोर्ट या अन्य किसी वैध डॉक्युमेंट के बिना भी रह सकते हैं। इसके तहत उन सभी लोगों को राहत मिलने वाली है जो बिना पासपोर्ट और वीजा के भारत आए और जिनके डाक्यूमेंट्स की वैधता समाप्त हो चुकी है। आपको बता दें कि इसके पहले CAA के अनुसार, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के उत्पीड़ित अल्पसंख्यक समुदायों हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई को के वे लोग जो 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए थे, सिर्फ उन्हें भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है। नेपाल और भूटान के लिए नियम नेपाल और भूटान के नागरिकों को भारत में प्रवेश के लिए पासपोर्ट-वीजा की जरूरत नहीं होगी। नेपाल और भूटान के नागरिकों के साथ-साथ दोनों पड़ोसी देशों से सड़क या हवाई मार्ग से भारत में आने वाले भारतीयों को पहले की तरह अब पासपोर्ट या वीजा जरूरत नहीं होगी। गृह मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत में प्रवेश करने, ठहरने और बाहर जाने के लिए वैध पासपोर्ट या अन्य वैध यात्रा दस्तावेज और वैध वीजा की आवश्यकता नहीं होगी, बशर्ते कि कोई भारतीय नागरिक नेपाल या भूटान की सीमा से सड़क या हवाई मार्ग के जरिये भारत में प्रवेश करता है, या कोई नेपाली या भूटानी नागरिक नेपाल या भूटान की सीमा से सड़क या हवाई मार्ग द्वारा भारत में प्रवेश करता है, या उसके पास वैध पासपोर्ट है और वह नेपाल या भूटान के अलावा किसी अन्य स्थान से भारत में प्रवेश करता है या भारत से बाहर जाता है। ’’
दिल्ली में आज बुधवार से GST काउंसिल की दो दिवसीय बैठक शुरू। इसमें टैक्स स्लैब को सरल बनाने से जुड़े मुद्दों पर फैसला लिया जा सकता है। इसके तहत केंद्र सरकार रोज इस्तेमाल की जाने वाली चीजों पर टैक्स को कम करने के लिए माल व सेवा कर में बदलाव कर सकती है। यह बैठक 4 सितंबर को समाप्त होगी। टैक्स स्लैब में कटौती और इसके चलते कीमतों में होने वाली कमी को लेकर पूरे देश की नज़र इस बैठक पर बनी हुई हैं। आपको बता दें कि PM नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को अपने भाषण में GST में सुधार करने की इस योजना के बारे में बताया था। GST काउंसिल योजना के अनुसार, अभी के जो 4 टैक्स स्लैब (5%, 12%, 18% व 28%) हैं उसे घटाकर सिर्फ 2 स्लैब (5% व 18%) करने का प्रस्ताव है। यह फैसला होने से जीएसटी में बड़ा सुधार होगा। यें चीजें हो सकती हैं सस्ती इसके तहत डेली इस्तेमाल की चीजें जैसे कि घी, मेवे, पीने के पानी, नमकीन, जूते और परिधान,पेंसिल, साइकिल, छाते, दवाइयां और चिकित्सा उपकरण आदि को 12 % से 5 % टैक्स स्लैब में लाने कि बात चल रही है। कुछ श्रेणी के इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं जैसे कि टीवी, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर की कीमतों में कमी हो सकती है, क्योंकि इन पर 28 % के बदले 18 % का टैक्स लगाया जा सकता है। इन पर लगेगा ज्यादा टैक्स वाहनों पर इस समय 28 % कर लागू है। अब उन पर अलग-अलग दरें लागू की जा सकती हैं। शुरुआती स्तर की कारों पर 18 %, जबकि एसयूवी और लक्जरी कारों पर 40 % टैक्स लागू होगा। इसके अलावा अवगुणों से संबंधित वस्तुओं जैसे तंबाकू, पान मसाला और सिगरेट पर भी 40 % टैक्स लागू होगा। आम जनता और कारोबार पर असर जानकारों का मानना है कि नए टैक्स स्ट्रक्चर से बिज़नेस मैन के साथ साथ आम लोगों को भी रोज इस्तेमाल होने वाली चीजों पर टैक्स का बोझ कम होने से राहत मिलेगी। इससे मार्किट में खपत को बढ़ावा मिल सकता है।
भारतीय रेलवे ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के साथ एक समझौता किया है। आपको बता दें की इसके तहत SBI वेतन खाता धारक रेलवे कर्मचारियों को 1 करोड़ रुपये का दुर्घटना बीमा मिलेगा। यह भारतीय रेलवे द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए उठाया गया ऐतिहासिक कदम है। सोमवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की मौजूदगी में भारतीय रेलवे और एसबीआई के बीच इस संबंध में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस योजना का लाभ रेलवे के करीब 7 लाख कर्मचारियों को मिलने वाला है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा अश्विनी वैष्णव ने इस समझौते को कर्मचारियों के हित में लिया गया ऐतिहासिक कदम बताया और यह भी कहा कि यह योजना रेलवे परिवार के प्रति सरकार की संवेदनशीलता व प्रतिबद्धता को दिखाती है। पहले बहुत ही कम बीमा कवर अभी तक रेलवे कर्मचारी को केंद्रीय सरकारी कर्मचारी समूह बीमा योजना (CGEGIS) के तहत बीमा कवर मिलता था। यह राशि बहुत ही कम थी। आपको बता दें कि ग्रुप-ए कर्मचारियों को 1.20 लाख रूपए, ग्रुप-बी कर्मचारियों को 60,000 रूपए और ग्रुप-सी कर्मचारियों को केवल 30,000 रूपए का बीमा कवर मिलता था। लेकिन अब रेलवे और SBI के बीच समझौता होने से यह कवर कई गुना बढ़ चुका है। इससे कर्मचारियों को बहुत राहत मिलने वाली है। इस समझौते से फायदा इस समझौते के मुताबिक कर्मचारियों को दुर्घटना मृत्यु पर 1 करोड़ रुपये का बीमा कवर दिया जायेगा। साथ ही प्राकृतिक मृत्यु होने पर भी कर्मचारियों को 10 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जायेगा। आपको बता दें कि इसमें सबसे ख़ास बात यह है कि इस बीमा कवर के लिए कर्मचारियों को कोई भी प्रीमियम देने की जरुरत नहीं है और ना ही किसी भी तरह की मेडिकल जांच कराने की जरुरत होगी। इसके साथ और भी कई पूरक बीमा लाभ भी दिए जायेगें। जैसे की हवाई दुर्घटना के लिए बीमा कवर 1.60 करोड़ रुपये, रुपे डेबिट कार्ड पर अतिरिक्त 1 करोड़ रुपये तक, स्थायी पूर्ण विकलांगता पर 1 करोड़ रुपये तक, स्थायी आंशिक विकलांगता पर 80 लाख रुपये तक का कवर दिया जायेगा। सात लाख कर्मचारी लाभान्वित भारतीय रेलवे ने जानकारी दी है कि करीब सात लाख कर्मचारी, जिनके वेतन खाता SBI में हैं, उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा। यह सुविधा ग्रुप-सी कर्मियों को बड़ी राहत देने वाली है, जो रोज जोखिम लेकर रेलवे सेवाओं को सुचारू रूप से चलाने में सहायता करते हैं।
जर्मन संघीय विदेश मंत्री जोहान डेविड वाडेफुल मंगलवार सुबह भारत की दो दिवसीय दौरे पर बेंगलुरु पहुंचे हैं। उनकी यह यात्रा 2 से 3 सितंबर तक है। जर्मन विदेश मंत्री वाडेफुल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का दौरा करेंगे। बुधवार को वाडेफुल केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से मिलेंगें और उनके साथ कई उच्च-स्तरीय बैठकें की होंगीं । इन बैठकों में उम्मीद है कि व्यापार, सुरक्षा, हरित ऊर्जा, डिजिटल परिवर्तन और वैश्विक शासन जैसे मुख्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। उनसे मिलने के बाद वे दिल्ली में विदेश मंत्री एस जयशंकर से भेंट करेंगे और उसी दिन वह देश से लौट जाएंगे। आपको बता दें कि जर्मन विदेश मंत्री वाडेफुल ने अपनी यात्रा से पहले, भारत-प्रशांत क्षेत्र और वैश्विक मंच पर एक प्रमुख भागीदार के रूप में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका का ज़िक्र किया था। सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर वाडेफुल ने जर्मनी और भारत के बीच घनिष्ठ राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों पर जोर दिया था। भारत को ‘इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साझेदार’ बताया वाडेफुल ने भारत को ‘इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण साझेदार’ बताया है। वाडेफुल ने जर्मनी और भारत के बीच आपसी संबंधों पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से घनिष्ठ संबंध हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा सहयोग से लेकर इनोवेशन, टेक्नोलॉजी और स्किल्ड वर्कफोर्स भर्ती जैसे क्षेत्रों में हमारी रणनीतिक साझेदारी को विस्तार देने की बहुत सी संभावनाएं हैं। अंतरराष्ट्रीय शांति व स्थिरता के लिए मिलकर काम करना चाहिए वाडेफुल ने कहा कि भारत और जर्मनी को अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए एक साथ मिलकर काम करने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश और सबसे बड़े लोकतंत्र के तौर पर भारत की आवाज वैश्विक मंचों पर बहुत प्रभावशाली हो रही है, जो रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र परे भी सुनी जाती है। विदेश मंत्रालय के अनुसार विदेश मंत्रालय के अनुसार यूरोप में भारत के सबसे महत्वपूर्ण साझेदारों में से एक जर्मनी है। वर्ष 2000 से ही भारत और जर्मनी ने एक 'रणनीतिक साझेदारी' बनाए रखी है। 2011 में अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) की शुरुआत के बाद से यह और भी मजबूत हुआ है। सहयोग की समीक्षा को आईजीसी अधिक सक्षम बनाता है और मंत्रिमंडल स्तर पर जुड़ाव के नए अवसरों की पहचान करता है। भारत उन खास देशों में शामिल है जिनके साथ जर्मनी का ऐसा कम्युनिकेशन सिस्टम है।
PM नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को दिल्ली के यशोभूमि में सेमीकॉन इंडिया 2025 का शुभारंभ किया। यह 2-4 सितंबर तक आयोजित किया जायेगा। इस तीन दिवसीय सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्देश्य भारत में एक मजबूत और टिकाऊ सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को बढ़ावा देने का है। इस सम्मेलन में 33 देशों की करीब 350 से अधिक कंपनियों के शामिल होने की खबर है। इसका आयोजन जो है वो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत भारत सेमीकंडक्टर मिशन और वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग संघ सेमी द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। अभी तक, सेमीकॉन इंडिया के 3 कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। इस सम्मलेन में कई कंपनियों के CEO के भी शामिल होने की सूचना है। अनुमान है कि प्रधानमंत्री मोदी कल बुधवार 3 सितंबर को भी इस सम्मेलन में भाग लेंगें। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि हर तरफ उत्साह दिख रहा है। उन्होंने कहा कि भारत जिस तेजी के साथ विकास कर रहा है, उससे लग रहा है कि भारत बहुत जल्द तीसरी अर्थव्यवस्था वाला देश बन सकता है। 2021 में शुरू हुआ था मिशन इसका पहला कार्यक्रम 2022 (बेंगलुरु), दूसरा 2023 (गांधीनगर) और तीसरा 2024 (ग्रेटर नोएडा) में आयोजित किया गया था। अश्विनी वैष्णव ने कहा अश्विनी वैष्णव ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि दुनिया भारत की तरफ देख रही है। अब पांच सेमीकंडक्टर इकाइयों का निर्माण तेज़ी से हो रहा है। वैश्विक उथल-पुथल की वजह से भारी अनिश्चितता आई है और इस अशांत समय में, भारत स्थिरता और विकास के प्रकाश स्तंभ की तरह खड़ा है। ऐसे समय में भारत की नीतियां स्थिर हैं और सभी को इसीलिए भारत आना चाहिए। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा इस सम्मलेन में PM मोदी को विक्रम 32-बिट प्रोसेसर और 4 स्वीकृत परियोजनाओं के परीक्षण चिप भेंट दी गई। आपको बता दें कि विक्रम 32-बिट प्रोसेसर पहला पूर्ण रूप से मेक-इन-इंडिया 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर है। यह प्रोसेसर प्रक्षेपण यानों की कठोर पर्यावरणीय परिस्थितियों में इस्तेमाल ले लिए उपयोगी है। इस चिप को इसरो सेमी-कंडक्टर लैब ने विकसित किया है। मोदी ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट इस सम्मेलन को लेकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया है कि मंगलवार 2 सितंबर को सुबह 10 बजे सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्घाटन होगा। उन्होंने कहा कि यह मंच सेमीकंडक्टर जगत के अग्रणी स्टेकहोल्डर्स को एक साथ लाने वाला है। मोदी ने यह भी कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें भारत की हाल की प्रगति बहुत ही उल्लेखनीय रही है। यह जो सम्मेलन है वो सेमीकंडक्टर फ़ैब्रिक्स, उन्नत पैकेजिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, अनुसंधान और निवेश जैसे प्रमुख विषयों पर फोकस रहेगा। सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्देश्य इसमें सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम की प्रगति, सेमीकंडक्टर फैब और उन्नत पैकेजिंग परियोजनाएं, बुनियादी ढांचे की तैयारी, स्मार्ट विनिर्माण, अनुसंधान एवं विकास और कृत्रिम बुद्धिमत्ता में नवाचार, निवेश के अवसर, राज्य स्तरीय नीति कार्यान्वयन आदि पर सेशन किये जायेंगें। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में उद्योग जगत के अग्रणी, इन्नोवेटर , शिक्षा जगत, सरकार और कई स्टेकहोल्डर्स आदि सभी को एक साथ लाने का प्रयास है ताकि प्रौद्योगिकी प्रगति को बढ़ावा मिल सके। 2021 में भारत सेमीकंडक्टर मिशन की शुरुआत के बाद से, सिर्फ 4 साल में, भारत ने सेमीकंडक्टर यात्रा के क्षेत्र में बहुत ज्यादा प्रगति की है। इन क्षेत्र में उन्नति के लिए सरकार ने 76,000 करोड़ रुपये की उत्पादन-आधारित इंसेंटिव स्कीम की घोषणा की है। इसमें से करीब 65,000 करोड़ रुपये पहले ही दिए जा चुके हैं। सेमीकॉन इंडिया 2025 के जरिये भारत वैश्विक सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम में अपनी पुनर्परिभाषित भूमिका को प्रदर्शित करने के लिए तैयार है। इसमें लगभग 350 प्रदर्शक, 15,000 से अधिक अपेक्षित आगंतुक, 6 देश गोलमेज सम्मेलन, 4 देश मंडप और 9 भारतीय राज्यों की भागीदारी होने जा रही है। जो सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योगों के लिए दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा मंच प्रदान करने जा रहा है। इस सम्मलेन में भारत की सेमीकंडक्टर प्रगति पर चर्चा की जाएगी। इसमें उच्च-मात्रा फैब्स, उन्नत पैकेजिंग, कम्पाउंड सेमीकंडक्टर, ओएसएटी और अनुसंधान और स्टार्ट-अप के लिए सरकारी समर्थन सहित 10 एप्रूव्ड स्ट्रेटेजिक प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया जाएगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) में जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत में सितंबर 2025 में अधिकांश क्षेत्रों में इस बार सामान्य से अधिक बारिश होने की सम्भावना है। उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के कई क्षेत्रों में ज्यादा अच्छी बारिश हो सकती है। IMD ने रविवार को जानकारी दिया है कि सितंबर में मासिक औसत बारिश 167.9 मिलीमीटर के दीर्घकालिक औसत से 109 % से अधिक होने का अनुमान है। इन राज्यों के जनजीवन होंगें प्रभावित IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने जानकारी दी है कि भारी बारिश के चलते सितंबर में उत्तराखंड में भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ सकती है। उत्तराखंड से कई नदियां निकलती हैं जो भारी बारिश के चलते उफान पर होंगी और इसका असर निचले क्षेत्रों के शहरों और गांव पर भी पड़ेगा। इसलिए दक्षिणी हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में भी इससे आम जनजीवन प्रभावित होने की सम्भावना है। महापात्र ने यह भी कहा कि राजस्थान से मानसून वापसी की जो सामान्य तिथि होती है वो एक सितंबर से होती है, लेकिन अब यह बदलकर 17 सितंबर हो गई है। उन्होंने कहा है कि इन दिनों सावधानी बरतें और सतर्क रहें। पंजाब व हिमालयी राज्यों में आई भीषण बाढ़ पंजाब में इस बार दशकों बाद सबसे भीषण बाढ़ देखने को मिली है। इस बाढ़ कि वजह से नदियां उफान पर, नहरें टूट गईं और साथ ही हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गईं। इस भीषण बाढ़ से लाखों लोग अपने घर से विस्थापित हो गए। हिमालयी राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड तथा जम्मू कश्मीर में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ कि वजह से भूस्खलन हुआ तथा भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। IMD ने इस अतिरिक्त बारिश कि वजह सक्रिय मानसून को बताया है। जून-अगस्त में कितनी हुई बारिश IMD के आंकड़े के मुताबिक, 1 जून से 31 अगस्त के बीच भारत में 743.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। यह 700.7 मिलीमीटर की दीर्घकालिक औसत से लगभग 6 % अधिक है। जून में 180 मिलीमीटर बारिश हुई, जो सामान्य से करीब 9 % ज्यादा थी। इस मानसून में नार्मल से ज़्यादा बारिश महापात्र ने बताया कि उत्तर-पश्चिम भारत में अगस्त में 265 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई, जो 2001 के बाद से इस महीने में सबसे अधिक बारिश है। इस क्षेत्र में अब तक मानसून के तीनों महीनों में नार्मल से ज़्यादा वर्षा हुई है। इस इलाके में 1 जून-31 अगस्त तक 614.2 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य 484.9 मिलीमीटर से करीब 27 % अधिक है। IMD के अनुसार, दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में अगस्त में 250.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई, जो सामान्य से करीब 31 % ज्यादा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जम्मू के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों का जायज़ा लिया। शाह रविवार रात को बाढ़ की स्थिति और राहत कार्यों की समीक्षा के लिए जम्मू पहुंचे थे। उन्होंने बिक्रम चौक के नज़दीक तवी पुल पर जाकर नदी के किनारे जो भी नुकसान हुआ है उसका भी जायजा लिया। जानकारी के मुताबिक वह जिले के सबसे अधिक प्रभावित गांव मंगुचक्क भी जाएंगे। साथ ही आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया जा सकता है। इस दौरान वहां गृह मंत्री के साथ उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे। इसके अलावा, अमित शाह राजभवन में 2 अलग-अलग बैठकों की अध्यक्षता भी कएने वाले हैं। इन बैठक में बाढ़ राहत कार्यों पर और साथ ही बाढ़ से सीमा सुरक्षा में आई बाधाओं के मुद्दे पर भी बात होगी। जानकारी के अनुसार 14 अगस्त से अब तक किश्तवाड़, कठुआ, रियासी और रामबन जिलों में बादल फटने, भूस्खलन तथा अचानक आई बाढ़ कि वजह से करीब 130 लोगों की मौत हो हुई है, वहीं 33 लोग लापता हैं। आपको बता दें कि 26 और 27 अगस्त को रिकॉर्ड बारिश हुई। इससे जम्मू और अन्य मैदानी क्षेत्रों में भारी बाढ़ आ गई। इस वजह से यहां बुनियादी ढांचे को बहुत नुकसान हुआ है। मृतकों में 34 श्रद्धालु भी शामिल थे, जो 26 अगस्त को माता वैष्णो देवी कि यात्रा पर थे और इस दौरान वे भूस्खलन की चपेट में आ गए। 14 अगस्त को चिशोती में बादल फटने से 65 लोगों की मौत, 100 से ज्यादा घायल, जबकि 32 लोग लापता हो गए थे। इन मृतकों में अधिकांश मचैल माता की यात्रा पर जा रहे श्रद्धालु थे। शाह का यह दूसरा दौरा शाह का पिछले तीन महीनों में जम्मू का यह दूसरा दौरा है। पिछलेवार 29 मई को वे यहां तब पहुंचे थे जब भारत की सेना ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में सीमा पार आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे। आपको बता दें कि 24 अगस्त को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी जम्मू कि यात्रा की थी। वे किश्तवाड़ जिले के चिसोटी गांव में बादल फटने के बाद यहां की स्थिति का निरिक्षण करने पहुंचे थे पर खराब मौसम और पडर उपखंड में भूस्खलन होने कि वजह से वे गांव तक पहुंच नहीं पाए थे।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने सोमवार को आगामी ICC महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 में प्राइज मनी को लेकर घोषणा की है कि विजेता टीम को अब तक की सबसे बड़ी इनामी राशि दी जाएगी। अगला ICC महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप का टूर्नामेंट 30 सितंबर से 2 नवंबर तक खेला जाना है, जिसका शुरूआती मुकाबला भारत और श्रीलंका के बीच गुवाहाटी में होगा। इस बार पांच जगहों- गुवाहाटी, इंदौर, नवी मुंबई, विशाखापट्टनम और कोलंबो (श्रीलंका) पर मैच खेले जाएंगे। ICC ने कहा कि यह बदलाव इसीलिए किया गया है ताकि महिला खिलाड़ियों और प्रशंसकों को अधिक प्रेरणा मिले और साथ ही इससे महिला क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद होगा। पुरुषों के वनडे विश्व कप 2023 प्राइज मनी से भी ज्यादा ICC ने इस बार महिला विश्व कप की कुल प्राइज मनी को 13.88 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानि कि लगभग 115 करोड़ रुपये तय किया है। यह पिछले बार की तुलना में 239 % ज्यादा है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि महिलाओं का अब जो प्राइज मनी है वो, पुरुषों के वनडे विश्व कप 2023 से भी ज्यादा है। 2023 में पुरुषों के वनडे वर्ल्ड कप की विजेता टीम ऑस्ट्रेलिया को 33.31 करोड़ रुपये मिले थे, जबकी उपविजेता भारत को 16.65 करोड़ रुपये मिले थे। इस बार विजेता टीम को 4.48 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानि करीब 39 करोड़ रुपये मिलेंगे, जो पिछले बार की इनामी राशि 1.32 मिलियन डॉलर यानी 11.65 करोड़ रुपये से लगभग चार गुना अधिक है। रनर-अप और सेमीफाइनलिस्ट को भी बड़ी राशि जो उपविजेता होंगें उन्हें भी 2.24 मिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि दी जाएगी। साथ ही सेमीफाइनल में हारने वाली दोनों टीमों में प्रत्येक को 1.12 मिलियन अमेरिकी डॉलर दिए जायेंगें। यह पिछली बार की तुलना में तीन गुना अधिक है।
अफगानिस्तान में 31 अगस्त रविवार को देर रात भूकंप आया जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है। पूर्वी अफगानिस्तान के नंगरहर में आए इस भूकंप की तीव्रता 6.0 दर्ज़ की गई है जिससे वहां जान-माल की बड़ी क्षति होने की खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने बताया है कि इस भूकंप की वजह से 622 लोग मारे गए हैं,वहीं हजारों घायल हैं। ऐसी खबर है कि मौतें और चोटें मुख्य रूप से जालालाबाद और आसपास के क्षेत्रों में हुईं हैं। नंगरहार इलाके में कई गांव मलबे का ढेर में तब्दील हो गए हैं क्यों यहां ज्यादातर मकान मिटटी के हैं। अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता शराफत जमान के अनुसार, तालिबान सरकार ने हेलीकॉप्टरों से लोगों को बचने के लिए रेस्क्यू किया गया है। पड़ोसी राज्यों से भी बचाव टीमें कुनार और नंगरहार पहुंचीं हैं, जहां लोगों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र (UN) की टीम भी भूकंप से पीड़ित लोगों के लिए भोजन-पानी और मेडिकल मदद लेकर पहुंची है। केंद्र और तीव्रता अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) ने इस भूकंप की तीव्रता 6.0 तीव्रता का बताया है। यह भूकंप रविवार देर रात 11:47 बजे आया। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जो था वह जालालाबाद शहर से 27 किलोमीटर पूर्व में था और इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। तालिबान सरकार ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन दुर्गम क्षेत्रों में पहुंच मुश्किल होने कारण बचाव कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अफगानिस्तान में बार-बार भूकंप क्यों अफगानिस्तान हिंदू कुश पर्वत श्रृंखला में पड़ता है और यहां टेक्टॉनिक्स प्लेट का सक्रिय जोन है। आपको बता दें कि यहां यूरोएशियन प्लेट, अरबियन प्लेट और इंडियन प्लेट के आपस में टकराने से यहां अक्सर भूकंप आते ही रहते हैं। साल में 100 से भी ज्यादा भूकंप आते हैं। यहां यह देखा गया है कि इंडियन प्लेट का यूरोएशियन प्लेट से टकराव 39 मिमी/वर्ष की रफ्तार से होता है। पिछले 10 सालों में 300 किमी के दायरे में 10 भूकंप ऐसे आए जिनकी तीव्रता 6.0 से ऊपर थी। 2015 में यहां सबसे घातक भूकंप आया था जिसकी तीव्रता 7.5 दर्ज़ की गई थी।2023 में भी भयंकर भूकंप आया था जिसकी तीव्रता 6.3 मापी गई थी जिसमें करीब 1,500 मौतें हुई थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के द्वारा शुरू की गई वोटर अधिकार यात्रा का आज अंतिम दिन है। आज बिहार की राजधानी पटना में इसका समापन होने जा रहा है। इस वोटर अधिकार यात्रा की शुरुआत 17 अगस्त से बिहार में SIR और कथित वोट चोरी के खिलाफ की गई थी। इस यात्रा में महागठबंधन भी अपना समर्थन देने शामिल हुए। 30 अगस्त को आरा में इस यात्रा का अंतिम पड़ाव पूर्ण हुआ था। आपको बता दें कि इसके समापन के लिए पटना में आज पदयात्रा की जाएगी जो गांधी मैदान से शुरू होेकर पटना हाईकोर्ट के समीप अंबेडकर मूर्ति तक की जाएगी। गठबंधन के नेता गांधी मैदान स्थित महात्मा गांधी की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर दोपहर करीब 12:30 बजे के बाद जनसभा करेंगें। राहुल गांधी ने इस यात्रा को 'गांधी से अंबेडकर' तक नाम दिया है। बिहार में पहली बार कांग्रेस के नेतृत्व में नेशनल लेवल पर बने गठबंधन- इंडिया में इतना जोश देखा जा रहा है। वोटर अधिकार यात्रा के समापन पर पूरा विपक्ष पटना पहुंच रहे हैं वोटर अधिकार यात्रा के समापन के दिन पटना में गठबंधन- इंडिया की ताकत दिखाने के लिए देशभर से तमाम बड़े नेताओं को बुलाया गया है। इस यात्रा के समापन के दिन राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, लालू यादव, दीपांकर भट्टाचार्य, मुकेश सहनी, हेमंत सोरेन, अशोक गहलोत, संजय राउत और सुप्रिया सुले सहित तमाम बड़े नेता शामिल होने जा रहे हैं। पुरे पटना में इंडिया गठबंधन के तमाम नेताओं के बैनर और पोस्टरों लगाए गए हैं। कांग्रेस ने कहा बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव इस यात्रा में पहले दिन से ही राहुल गांधी के साथ खड़े दिख रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि वोटर अधिकार यात्रा एक जन क्रांति बन चुकी है। इस यात्रा से बिहार को अपने अधिकारों के लिए लड़ने का हौसला मिला है और 'वोट चोरी' के खिलाफ खुली लड़ाई की शुरुआत की। कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा को जनता का पूरा समर्थन मिला। इसका उद्देश्य मतदाताओं को उनके मताधिकारों के प्रति जागरूक करना था। उनका मानना है कि इसमें कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से सफल रही। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने 'मतदाता अधिकार यात्रा' को लेकर कहा कि यह मामला सिर्फ बिहार तक ही सीमित नहीं, बल्कि पुरे देश के मतदाता के मताधिकार से जुड़ा है। उन्होंने NDA पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों से उन चुनावों में भी जहां कांग्रेस की जीत के आसार होते हैं, वहां वोट चोरी कर सत्ता हासिल कर ली जा रही है। इस यात्रा में शामिल माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि आज यात्रा का समापन जरूर है, पर मतदाताओं के अधिकार के लिए हमारी लड़ाई जो है वो जारी रहेगी। भाजपा ने कहा भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने कांग्रेस की 'मतदाता अधिकार यात्रा' को सिर्फ राजनीति करना बताया है। चुनाव आयोग विपक्ष के एक-एक सवाल पर जवाब दे रहा है। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा और सवाल किया कि क्या रोहिंग्या या विदेशी घुसपैठिए भी वोटर लिस्ट में शामिल होंगे? साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को पूरे देश की वोटर लिस्ट की जांच करनी चाहिए ताकि ऐसी गड़बड़ियों को ख़त्म किया जा सके। छत्तीसगढ़ भाजपा अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि देश की जनता बहुत समझदार है और इन यात्राओं से उनपर कोई असर नहीं होता। उन्होंने यह भी कहा कि एक सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माता के लिए अपशब्द बोलने वाले कांग्रेस को लगता है कि जनता इससे प्रशन्न होगी, पर आमजनता ऐसे व्यवहारों को पसंद नहीं करती।
देश में महीना बदलते ही कई नियमों में बदलाव किये जाते हैं जो हमारे रोजमर्रा की जिंदगी पाए असर डालते हैं। हर महीने की तरह कल सितंबर महीने के शुरू होते ही कई वित्तीय बदलाव होंगें। इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा और इससे आपके जो मंथली बजट हैं वो भी प्रभावित हो सकते हैं। 1 सिंतबर से बदले जायेंगे ये 5 नियम GST में बदलाव प्रधान मंत्री मोदी ऐलान किया था कि जल्द ही जीएसटी (GST) में बदलाव किए जायेंगें। अब केवल दो स्लैब 5% और 12% रहेंगें। आपको बता दें कि इसके लिए 3-4 सितंबर 2025 को जीएसटी काउंसिल की बैठक भी होने जा रही है। ऐसा अनुमान है कि जीएसटी स्लैब को लेकर एक बड़ा फैसला आ सकता है। भारतीय डाक सेवा स्पीड पोस्ट में मर्ज 1 सितंबर से भारतीय डाक सर्विस को स्पीड पोस्ट में मर्ज किया जायेगा। आप अब डाक से कुछ भी भेजेंगे तो वह स्पीड पोस्ट के जरिए जाएगा। LPG गैस सिलेंडर की कीमतों में बदलाव गैस सिलेंडर की कीमतों में भी बदलाव किए जायेगें। पिछले महीने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 33.50 रुपये कम हुआ था। ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है कि घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में भी कुछ राहत मिलेगी । SBI क्रेडिट कार्ड पर बदले नियम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने क्रेडिट कार्ड पर कुछ बदलाव किए हैं जो क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को प्रभावित कर सकता है। आपको बता दें कि अब लाइफस्टाइल होम सेंटर SBI कार्ड पर रिवॉर्ड सिस्टम समाप्त कर दिया है। साथ ही कार्ड से पेमेंट करने पर चार्ज बढ़ सकती है। चांदी की खरीदारी में ये नियम लागू 1 सितंबर से चांदी पर हॉलमार्किंग लागू की जा सकती है। इससे लोगों को चांदी की शुद्धता और गुणवत्ता पहचानने में आसानी होगी। इससे अब चांदी में निवेश और आभूषणों की खरीद पर ज्यादा पारदर्शिता आएगी।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड BCCI अगले टी20 वर्ल्ड कप 2026 से पहले MS Dhoni को एक बड़ी जिम्मेदारी देने का प्लान कर रहा है। ऐसी खबर है कि टीम इंडिया को वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी दिलाने वाले कप्तान MS Dhoni को BCCI अगले टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का मेंटर के रूप में चुन सकता है। टी20 वर्ल्ड चैंपियन कप्तान MS Dhoni सबसे पहला टी20 वर्ल्ड कप 2007 में खेला गया। इसमें भारत ने पाकिस्तान को 5 रनों से हराकर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। उसके बाद 2014 में टीम इंडिया ने MS Dhoni की कप्तानी में ही टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था, हालांकि इसमें टीम इंडिया को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। पहले भी थे मेंटर BCCI द्वारा टी20 वर्ल्ड कप 2021 में भी MS Dhoni को टीम इंडिया का मेंटर नियुक्त किया गया था। इस बार जानकारी यह है कि BCCI टीम के भविष्य को देखते हुए उन्हें लंबे समय के लिए मेंटर नियुक्त करना चाहता है। पर यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या धोनी इसके लिए तैयार होंगे? मुख्य कोच गौतम गंभीर का कहना आपको बता दें कि गंभीर धोनी की कप्तानी में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप टीम के भी सदस्य रह चुके हैं, जिसमें टीम इंडिया ने जीता था। गंभीर का कहना है कि जब पूरी टीम एकजुट होकर खेलती है तभी सफलता संभव होती है। ऐसे में क्या गंभीर धोनी को अपने से ऊपर रखना चाहेंगें? वैसे हाल के दिनों में एक कार्यक्रम में धोनी और गंभीर दोनों एक साथ दिखाई देने का वीडियो सोशल मीडिया पर था। इसमें दोनों एक साथ खुश नज़र आ रहे थे। IPL 2026 में खेलना स्पष्ट नहीं आपको बता दें कि 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर्मेंट की घोषणा करने वाले धोनी अभी IPL में खेल रहे हैं। लेकिन आगे यह देखना होगा कि वह IPL 2026 में खेलेंगे या नहीं। MS Dhoni का करियर MS Dhoni ने अपने क्रिकेट के करियर में इंडिया के लिए 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मैच खेले हैं। उन्होंने टेस्ट फॉर्मेट में 4876 रन बनाए हैं जिसमें 6 शतक और 53 अर्धशतक लगाए हैं। इनमें उनका सर्वोच्च स्कोर 224 है। धोनी ने वनडे क्रिकेट में 10 शतक और 73 अर्धशतकों के साथ कुल 10773 रन बनाए, जबकि टी20 फॉर्मेट में 1617 रन बनाए हैं। IPL में अभी तक वे 278 मैच खेले जिसमें 24 अर्धशतक के साथ कुल 5439 रन बनाए हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शामिल होने चीन के तिआनजिन पहुँचें हैं। इस SCO शिखर सम्मेलन से पहले ही आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई और यह लगभग 1 घंटे चली। प्रधानमंत्री मोदी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 31 अगस्त से 1 सितंबर तक चीन में रहेंगें। आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी का यह चीन यात्रा 7 साल बाद हो रहा है। साथ ही मोदी की शी जिनपिंग से पिछली मुलाकात ब्रिक्स 2024 सम्मेलन रूस (कजान) में हुई थी। 2020 की गलवान झड़प के बाद पहली बार दोनों देशों ने सीमा और व्यापार से जुड़े मामलों पर सहमति बनाई है। ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि आर्थिक दबाव और वैश्विक हालात ने दोनों को साथ आने पर मजबूर किया है। इस बैठक में मोदी ने सीमा पर शांति और स्थिरता, आपसी सहयोग और संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी अपनी 4 दिवसीय यात्रा पर चीन पहुँचे हैं। पुतिन सर्वप्रथम चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग के बीच तिआनजिन में चल रही बातचीत अब ख़त्म हो गई है। इस मुलाकात में शी जिनपिंग ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से दोबारा मिलकर बहुत खुशी हुई। आपको बता दें कि इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ NSA अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिस्री, चीन में भारत के राजदूत प्रदीप रावत, जॉइंट सेक्रेटरी (ईस्ट एशिया) गौरांग लाल दास और पीएमओ से अतिरिक्त सचिव दीपक मित्तल उपस्थित थे। वहीं, शी जिनपिंग के साथ विदेश मंत्री वांग यी, प्रधानमंत्री ली कियांग, डायरेक्टर जनरल ऑफिस कैई ची और भारत में चीन के राजदूत शू फेहोंग भी उपस्थित रहे। शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि "सीमा प्रबंधन को लेकर हमारे विशेष प्रतिनिधियों के बीच समझौता हो गया है। कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू की गई है। दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें भी बहाल हो रही हैं। हमारे सहयोग से दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के हित जुड़े हैं। इससे पूरी मानवता के कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त होगा। हम आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" जिनपिंग ने कहा -ड्रैगन और हाथी साथ आने की जरूरत शी जिनपिंग ने कहा, "इस साल चीन-भारत राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ है। उन्होंने कहा कि, 'दुनिया परिवर्तन की ओर बढ़ रही है। चीन और भारत दो सबसे प्राचीन सभ्यताएं हैं। हम दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाले दो देश हैं और ग्लोबल साउथ का हिस्सा भी हैं। ऐसे में हमारा मित्र होना, अच्छे पड़ोसी बनना और ड्रैगन व हाथी का एक साथ आना बेहद जरूरी है।' दोनों देशों के लिए यह जरुरी है कि हम अच्छे पड़ोसी बनें, साझेदार बनें जो एक-दूसरे की सफलता में मददगार हों और ड्रैगन और हाथी एक साथ आएं। इन मुद्दों पर सहमति 5 साल बाद भारत-चीन के बीच सीधी उड़ानें शुरू हुई हैं। भारत-चीन के बीच सीमा प्रबंधन पर सहमति बनी है। चीन ने भारत को रेयर अर्थ मिनरल्स बेचने तथा खाद-मशीनरी सप्लाई करने का आश्वाशन दिया है। साथ ही नाथु ला दर्रे से बॉर्डर ट्रेड फिर से शुरू करने के लिए भी चर्चा हुई। चीन ने भारत के श्रद्धालुओं को कैलाश मानसरोवर जाने की स्वीकृति दे दी है। पत्रकारों और पर्यटकों के लिए वीजा नियम को भी पहले से आसान किए गए हैं। SCO और BRICS संगठनों में भारत और चीन दोनों देश मल्टीपोलर वर्ल्ड ऑर्डर का समर्थन दे रहे हैं। चीन के साथ द्विपक्षीय बैठक खास क्यों लेकिन मोदी-शी की इस मुलाकात को खास मानी जा रही है और वह इसलिए क्योंकि गलवान में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के बाद मोदी का यह पहला चीन यात्रा है। साथ ही हाल के दिनों में ट्रंप का भारत पर 50 % टैरिफ लगाने की वजह से अमेरिका और भारत के रिश्तों में तनाव आया है और इस समस्या से निपटने के लिए नए रास्ते तलाशे जा रहे हैं। भारत और चीन दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें शुरू हुईं, बॉर्डर ट्रेड पर बातचीत हुई और साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा भी शुरू हुई। पूरी दुनिया कि नज़र इस समिट पर आपको बता दें कि गलवान में हुई झड़प के बाद मोदी का यह पहला चीन यात्रा है। ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, प्रधान मंत्री मोदी की यह यात्रा भारत और चीन के बीच तनाव को कम करने और द्विपक्षीय बातचीत को बढ़ावा देने के लिए बड़ा अवसर साबित हो सकता है। ट्रम्प ने SCO देशों पर बहुत ज्यादा टैरिफ लगाया है और ऐसे संकट के समय में यह उन देशों के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है जो ट्रम्प के इस टैरिफ दबाव के खिलाफ एक साथ साझा मंच पर खड़े होने में जुटे हैं। इस समिट के जरिये ये SCO देश अमेरिका के नेतृत्व वाले ग्लोबल ऑर्डर का विकल्प के रूप में ऑप्शनल पावर बनने की कोशिश है। इस बार के समिट में केवल SCO सदस्य ही नहीं, बल्कि ऑब्जर्वर और पार्टनर देशों सहित 20 से ज्यादा देशों के नेता शामिल हो रहे हैं। इस सम्मलेन के जरिये यह भी संदेश देने की कोशिश होगी की जाएगी कि जो अमेरिकी की कोशिशें हैं-चीन, रूस, ईरान और अब भारत को अलग-थलग करने की, वो व्यर्थ रही हैं।
भारत के पूर्व रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर उर्जित पटेल को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में एक बड़ा पद मिला है। उन्हें 3 साल के लिए IMF में कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया है। वे अब IMF की कार्यकारी बोर्ड की बैठकों में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। उर्जित पटेल यहां भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका और भूटान के ग्रुप का नेतृत्व करेंगे। पटेल साल 2016 में RBI के 24वें गवर्नर बने थे जबकि 2018 में, कुछ व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दे दिया था। आपको बता दें कि इस बोर्ड में IMF के 24 कार्यकारी निदेशक होते हैं। ये कार्यकारी निदेशक संस्था के रोजमर्रा के कार्यों पर नजर बनाये रहते हैं और इससे सम्बंधित महत्वपूर्ण फैसले लेते हैं। उर्जित पटेल ने येल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से एम.फिल. और लंदन विश्वविद्यालय से बी.एस.सी. की डिग्री हासिल की है। उनकी भूमिकाएं उर्जित पटेल IMF में 5 साल तक काम किया है। पहले वाशिंगटन डी.सी. और फिर 1992 में दिल्ली में IMF के उप-निवासी प्रतिनिधि के तौर पर उन्होंने कार्य किया। RBI गवर्नर से पहले, वह RBI के डिप्टी गवर्नर भी रहे हैं, जहां उन्होंने मौद्रिक नीति और शोध जैसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को संभाले। 1998 से 2001 तक वे वित्त मंत्रालय में सलाहकार भी रह चुके हैं। वे रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईडीएफसी लिमिटेड, एमसीएक्स लिमिटेड और गुजरात राज्य पेट्रोलियम निगम समेत सरकारी और प्राइवेट क्षेत्रों में भी काम कर चुके हैं। यह नियुक्ति महत्वपूर्ण क्यों यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब भारत ने पाकिस्तान के लिए IMF के बेलआउट कार्यक्रमों का लगातार विरोध किया है और चिंता जाहिर की है कि इस्लामाबाद इस धन का उपयोग युद्ध और सीमा पार आतंकवाद को बढ़ाने के लिए कर सकता है। आपको बता दें कि हाल ही में, IMF बोर्ड ने एक मौजूदा बहु-वर्षीय कार्यक्रम के तहत पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर का ऋण देने के लिए सहमति दी थी।
बिहार में कांग्रेस और राजद की संयुक्त रैली में प्रधान मंत्री मोदी और उनकी मां के लिए कथित तौर पर अपशब्दों का उपयोग किए जाने पर शुक्रवार को पटना में एक बड़ा हंगामा हो गया। आपको बता दें कि मोदी और उनकी मां के लिए आपत्तिजनक भाषा के विरोध में बीजेपी कार्यकर्ता पटना में कांग्रेस कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। तब कांग्रेस कार्यकर्ता उनसे आकर भिड़ गए। इस दौरान बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच लाठियां डंडे चलने लगे और जल्द ही यह हिंसक झड़प में परिवर्तित हो गया। इस झड़प में दोनों पक्षों के कई कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। बीजेपी का आरोप बीजेपी ने आरोप लगाया कि प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पथराव किया, लाठियां चलाईं और ईंट-पत्थर फेंकें। BJP ने कहा कि PM का अपमान किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस का आरोप कांग्रेस ने इस झड़प लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी ऑफिस में तोड़फोड़ करने की कोशिश की और साथ ही उन्होंने लाठियां चलाईं व ईंट-पत्थर भी फेंके। मौके पर पुलिस ने संभाला मोर्चा इस झड़प के बाद सूचना मिलने पर मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया । मौके पर वाटर कैनन की गाड़ी भी मंगवाई गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया है कि इस मामले की जांच चल रही है और जल्द ही मामला को दर्ज कर लिया जाएगा। फिर से हिंसा न हो इसके लिए पुलिस ने कार्यालय के बाहर सुरक्षा को बढ़ा दी है ।