देश में कोरोना वायरस ने एक बार फिर तेजी से पैर पसारना शुरू कर दिया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के कारण 5 लोगों की मौत हुई है, जबकि नए मामलों की संख्या 4,000 के पार पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, देश में कुल 4,026 एक्टिव कोरोना केस दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में सबसे ज्यादा संख्या केरल में है, जहां 1,416 एक्टिव केस मौजूद हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 494 और गुजरात में 397 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं। राजधानी दिल्ली भी कोरोना संक्रमण की चपेट में है, जहां 393 एक्टिव मामले पाए गए हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना की बढ़ती रफ्तार चिंता का विषय बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले की छोंज़िन एंगमो ने इतिहास रच दिया है। वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली भारत की पहली और दुनिया की पांचवीं नेत्रहीन महिला बन गई हैं। उन्होंने सबसे ऊंचे पर्वत पर तिरंगा फहराया। एंग्मो, हेलेन केलर को अपना आदर्श मानती हैं। उनकी यह असाधारण उपलब्धि अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प की एक जीवंत मिसाल है। छोंजिन अंगमो के लिए एवरेस्ट पर चढ़ना बचपन का सपना था। उन्होंने बताया कि इस सपने को साकार करने के लिए उन्होंने कई दरवाज़े खटखटाए, लेकिन हर जगह निराशा ही मिली। हालांकि, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया उनके लिए उम्मीद की किरण बना और उनके इस सपने को पूरा करने में आर्थिक मदद की। वर्तमान में, अंगमो दिल्ली में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में ग्राहक सेवा सहयोगी के पद पर कार्यरत हैं। 2016 में, उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान से प्रशिक्षण लिया और अपनी कड़ी मेहनत के लिए 'सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षु' का पुरस्कार भी जीता। यह उनकी पर्वतारोहण यात्रा का पहला महत्वपूर्ण कदम था। जिसने उनके भीतर छुपी अदम्य शक्ति को पहचान दिलाई। छोंजिन अंगमो का जीवन चुनौतियों से भरा रहा है। जब वह तीसरी कक्षा में थीं, तब आठ साल की उम्र में एक दवा से एलर्जी के कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई। लेकिन इस शारीरिक बाधा ने उनके जज्बे को कभी कम नहीं किया। उनके माता-पिता, अमर चंद और सोनम छोमो, ने 2006 में उन्हें लेह के महाबोधि स्कूल और दृष्टिबाधित बच्चों के छात्रावास में दाखिला दिलाया, जहां से उनकी शिक्षा और जीवन को एक नई दिशा मिली। चंडीगढ़ से 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह दिल्ली के प्रतिष्ठित मिरांडा हाउस कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। शिक्षा के साथ-साथ अपने पर्वतारोहण के जुनून को भी जारी रखा। उन्होंने लद्दाख की कई चोटियों पर चढ़ाई की और 2021 में, सशस्त्र बलों के दिग्गजों के समूह, टीम क्लॉ के नेतृत्व में सियाचिन ग्लेशियर में एक विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों के अभियान 'ऑपरेशन ब्लू फ्रीडम' का भी हिस्सा बनीं। 28 वर्षीय अंगमो पहले भी कई चुनौतीपूर्ण चोटियों को फतह कर चुकी हैं, जिनमें सियाचिन कुमार पोस्ट (15632 फीट) और लद्दाख की एक अज्ञात चोटी (19717 फीट) शामिल हैं। उनकी असाधारण उपलब्धियों को देखते हुए, 2024 में भारत के राष्ट्रपति ने उन्हें 'सर्वश्रेष्ठ दिव्यांगजन' के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया।
शिमला: हिमाचल प्रदेश के बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की रहस्यमय मौत के मामले में बुधवार को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में हुई सुनवाई में चौंकाने वाले खुलासे हुए। सुनवाई के दौरान बिलासपुर पुलिस की शुरुआती जांच पर गंभीर सवाल खड़े हो गए, क्योंकि खुद राज्य सरकार ने कोर्ट के सामने यह स्वीकार किया कि बिलासपुर पुलिस ने सबूतों के साथ छेड़छाड़ की है। याचिकाकर्ता ने इस मामले में शिमला पुलिस की SIT जांच पर भी सवाल उठाए हैं। डीजीपी द्वारा फाइल किए गए एफिडेविट के आधार पर शिमला पुलिस की जांच की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। कोर्ट ने इस मामले में अहम टिप्पणी करते हुए सरकार से सीधा सवाल किया कि इस मामले की सीबीआई जांच करवाने में उन्हें क्या परेशानी है। यह टिप्पणी इस बात का संकेत है कि हाईकोर्ट वर्तमान जांच की दिशा से संतुष्ट नहीं है। अदालत में हिमाचल प्रदेश सरकार के एडवोकेट जनरल अनूप रत्न ने बताया कि डीजीपी द्वारा पहली SIT का गठन 15 मार्च को किया गया था, लेकिन इसके बावजूद 18 मार्च को बिलासपुर में ASI पंकज ने विमल नेगी के पास मौजूद एक पेन ड्राइव छुपाई। सरकार ने जांच पूरी करने के लिए और समय की मांग की है। इसके अलावा, सुनवाई के दौरान डीजीपी और एसपी के बीच टकराव की बात भी सामने आई, जिससे मामले की जटिलता और बढ़ गई है। बुधवार को लगभग 2 घंटे 16 मिनट तक चली इस महत्वपूर्ण सुनवाई के बाद, मामले पर अगली सुनवाई की तारीख अभी तय नहीं हुई है।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बुधवार को बड़ा हादसा सामने आया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, बलूचिस्तान प्रांत में सुबह एक स्कूल बस ब्लास्ट की चपेट में आ गई, इस हादसे में 4 बच्चों की मौत हो गई और 38 बच्चे घायल हो गए। एसोसिएटेड प्रेस ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि यह आत्मघाती हमला दक्षिण-पश्चिमी पाकिस्तान के खुजदार जिले में उस समय हुआ जब बस बच्चों को स्कूल ले जा रही थी। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय डिप्टी कमिश्नर यासिर इकबाल ने पुष्टि की है कि खुजदार में जीरो पॉइंट के पास एक स्कूल बस को निशाना बनाकर एक शक्तिशाली धमाका किया गया। अधिकारियों ने बताया कि इस धमाके में चार बच्चों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। बचाव और जांच कार्य जारी हमले के तुरंत बाद, घायलों को इलाज के लिए सीएमएच खुजदार ले जाया गया है। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि घटनास्थल से सबूत जुटाने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने इस नृशंस हमले की कड़ी निंदा की है और निर्दोष लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
प्रसिद्ध पार्श्व गायक, संगीतकार और आईईसी विश्वविद्यालय के ब्रैंड एम्बेसडर मिकी सिंह नरूला को जलोटा वेलफेयर फाउंडेशन ने भारतीय संगीत में उनके अद्वितीय योगदान के लिए सम्मानित किया है। मुंबई में आयोजित एक गरिमामय समारोह में पद्म श्री से सम्मानित अनुप जलोटा ने मिकी नरूला को यह प्रतिष्ठित ट्रॉफी प्रदान की। समारोह में अनुप जलोटा ने मिकी नरूला के संगीत के प्रति समर्पण और उनकी संगीत यात्रा की सराहना की। मिकी नरूला ने इस सम्मान को प्राप्त कर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह उनके लिए बहुत मायने रखता है और वे अनुप जलोटा द्वारा सम्मानित होकर हृदय से आभारी हैं। आईईसी विश्वविद्यालय के प्रबंधन ने मिकी नरूला की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं। विश्वविद्यालय ने कहा कि यह सम्मान उनके संगीतमय करियर में एक और महत्वपूर्ण पड़ाव है और मिकी नरूला का विश्वविद्यालय का ब्रैंड एम्बेसडर होना उनके लिए गर्व की बात है।
कर्नल सोफिया पर ब्यान देने वाले बीजेपी के मंत्री को सुप्रीम कोर्ट से पड़ी फटकार, FIR पर रोक से इनकार
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। कोर्ट ने विजय शाह को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी उस याचिका पर सुनवाई के दौरान की, जिसमें विजय शाह ने हाई कोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया था। मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बीआर गवई ने विजय शाह के वकील से पूछा कि उनके मुवक्किल ने किस तरह का बयान दिया है? उन्होंने कहा कि देश के मौजूदा हालात को देखते हुए एक संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को अधिक जिम्मेदार होना चाहिए था। सुप्रीम कोर्ट ने विजय शाह की एफआईआर पर रोक लगाने से इनकार करते हुए मामले की सुनवाई शुक्रवार तक के लिए टाल दी है। दरअसल, विजय शाह ने इंदौर जिले के एक ग्रामीण क्षेत्र में सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। विजय शाह ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी भी मांगी थी, लेकिन हाई कोर्ट ने इसे गंभीरता से लिया। सुप्रीम कोर्ट में विजय शाह के वकील ने कहा कि उनके बयान को गलत समझा गया और उन्होंने इसके लिए माफी भी मांग ली है। उन्होंने मीडिया पर मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का आरोप लगाया। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस तर्क को खारिज करते हुए कहा कि एक मंत्री को संवेदनशील समय में सोच-समझकर बोलना चाहिए। मानपुर पुलिस थाने में विजय शाह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 152, 196 (1) (बी) और 197 (1) (सी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी हाई कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। क्या था मंत्री विजय शाह का बयान शाह ने यह भी कहा कि उन्होंने कपड़े उतार-उतार कर हमारे हिंदुओं को मारा और मोदी जी ने उनकी बहन को उनकी ऐसी की तैसी करने उनके घर भेजा। अब मोदी जी कपड़े तो उतार नहीं सकते इसलिए उनकी समाज की बहन को भेजा कि तुमने हमारी बहनों को विधवा किया है तो तुम्हारे समाज की बहन आकर तुम्हें नंगा करके छोड़ेगी। देश का सम्मान और मान-सम्मान और हमारी बहनों के सुहाग का बदला तुम्हारी जाति, समाज की बहनों को पाकिस्तान भेजकर बदला ले सकते हैं। शाह बोले- मोदी जी ने कहा था कि घर में घुसकर मारूंगा। जमीन के अंदर द दूंगा। आतंकवादी तीन मंजिला घर में बैठे थे। बड़े बम से छत उड़ाई, फिर बीच की छत उड़ाई और अंदर जाकर उनके परिवार की ऐसी की तैसी कर दी। यह 56 इंच का सीना वाला ही कर सकता है।
**कांग्रेस का सवाल : क्या टूट गया शिमला समझौता? भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीज़फायर की घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा किए जाने पर देश में सियासत तेज़ है। इस घोषणा के बाद कांग्रेस केंद्र सरकार से कई सवाल पूछ रही है। पूछा जा रहा है कि क्या अमेरिका के दबाव में सरकार ने अपनी नीति में बदलाव किया? क्या अमेरिका की मध्यस्थता की वजह से सीज़फायर हुआ? क्या केंद्र सरकार ने कश्मीर मुद्दे पर तीसरे पक्ष के दखल को स्वीकार कर लिया? क्या शिमला समझौता अब रद्द हो गया? ये सवाल कांग्रेस के बड़े नेता लगातार सरकार से पूछ रहे हैं। बीते रोज़ कांग्रेस नेता सचिन पायलट और आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और के.सी. वेणुगोपाल ने सवाल खड़े किए कि आखिर अमेरिका के राष्ट्रपति ने अचानक सीज़फायर की घोषणा क्यों की? क्या यह भारत सरकार की कूटनीतिक नाकामी नहीं है? कांग्रेस का कहना है कि वह देश की सेना के साथ है और उन पर गर्व महसूस कर रही है, लेकिन देश के लोगों को भी यह जानने का हक़ है कि हमने सीज़फायर में पाकिस्तान से क्या वादे लिए हैं। क्या गारंटी है कि पाकिस्तान फिर से कोई हमला नहीं करेगा? कांग्रेस दलील दे रही है कि 1971 में जब युद्ध छिड़ा, तब भी अमेरिका ने कहा था कि हम बंगाल की खाड़ी में अपना सातवां बेड़ा भेज रहे हैं। लेकिन तब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अमेरिका के दबाव के बावजूद पाकिस्तान के दो टुकड़े किए। कांग्रेस का कहना है कि अगर सरकार कश्मीर मुद्दे पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार करती है, तो यह शिमला समझौते का उल्लंघन होगा। बता दें कि शिमला समझौते में यह स्पष्ट किया गया था कि भारत और पाकिस्तान किसी भी मुद्दे को, ख़ासकर कश्मीर को लेकर, तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के बिना, केवल आपसी बातचीत और शांतिपूर्ण साधनों से सुलझाएंगे। हालाँकि ट्रम्प द्वारा सीज़फायर की घोषणा को लेकर जो ट्वीट किया गया, उसमें यह लिखा गया है कि USA द्वारा मीडिएट की गई बातचीत के बाद यह सीज़फायर हुआ है। इतना ही नहीं, इस पोस्ट के ठीक 16 घंटे बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे का समाधान खोजने में मदद करने की पेशकश भी की। ट्रम्प ने लिखा कि भारत और पाकिस्तान — के साथ व्यापार बढ़ाऊँगा। साथ ही, मैं इस दिशा में भी काम करूँगा कि क्या "हज़ार सालों" से चले आ रहे कश्मीर मुद्दे का कोई समाधान निकाला जाए। कांग्रेस केंद्र सरकार से इस मसले पर पारदर्शिता की मांग कर रही है। मांग की जा रही है कि संसद का एक विशेष सत्र बुलाया जाए, जिसमें सभी सवालों के जवाब दिए जाएं और यह स्पष्ट किया जाए कि क्या केंद्र सरकार कश्मीर मसले पर अमेरिका के हस्तक्षेप को स्वीकार करेगी या नहीं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2025 के लिए कक्षा 12 के परिणाम घोषित कर दिए हैं। 17,04,367 पंजीकृत छात्रों में से 16,92,794 परीक्षा में शामिल हुए और 14,96,307 उत्तीर्ण हुए, जिससे कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 88.39% रहा। यह पिछले साल के 87.98% उत्तीर्ण प्रतिशत की तुलना में 0.41 प्रतिशत अंकों की वृद्धि दर्शाता है। छात्र अपना परिणाम आधिकारिक CBSE वेबसाइट cbse.gov.in पर या DigiLocker और UMANG जैसे प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से देख सकते हैं। लड़कियों ने 91.64 प्रतिशत अंक प्राप्त करके लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया है। लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 85.70 प्रतिशत है। ट्रांसजेंडर्स का उत्तीर्ण प्रतिशत 100 प्रतिशत है। 2025 में सीबीएसई कक्षा 12 की परीक्षा के लिए स्कूलों और परीक्षा केंद्रों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ गई है। स्कूलों की संख्या 2024 में 18,417 से बढ़कर 2025 में 19,299 हो गई, जबकि परीक्षा केंद्र 7,126 से बढ़कर 7,330 हो गए। क्षेत्रीय स्तर पर, विजयवाड़ा 99.60% के प्रभावशाली उत्तीर्ण प्रतिशत के साथ सबसे आगे रहा, उसके बाद त्रिवेंद्रम 99.32% और चेन्नई 98.47% के साथ दूसरे स्थान पर रहा। दिल्ली के दो क्षेत्रों ने भी शानदार प्रदर्शन किया, दिल्ली पश्चिम ने 95.34% और दिल्ली पूर्व ने 95.06% की उत्तीर्ण दर हासिल की। इसके विपरीत, प्रयागराज ने सबसे कम 79.53% उत्तीर्ण प्रतिशत दर्ज किया, जबकि नोएडा (81.29%), भोपाल (82.46%) और पटना (82.86%) ने भी अपेक्षाकृत कम सफलता दर दर्ज की। दिल्ली पूर्व क्षेत्र में, 1,80,162 छात्रों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 1,79,422 परीक्षा में शामिल हुए और 1,79,551 उत्तीर्ण हुए, जिसके परिणामस्वरूप 95.06% का सराहनीय उत्तीर्ण प्रतिशत रहा। CBSE कक्षा 12वीं का रिजल्ट 2025 कैसे डाउनलोड करें? - CBSE की आधिकारिक वेबसाइट cbse.nic.in पर जाएं। - होमपेज पर दिख रहे CBSE 12वीं रिजल्ट 2025 लिंक पर क्लिक करें। - रोल नंबर, स्कूल नंबर, जन्म तिथि और एडमिट कार्ड आईडी दर्ज करें। - विवरण सत्यापित करें और सबमिट करें। - CBSE कक्षा 12वीं का रिजल्ट 2025 स्क्रीन पर दिखाई देगा। - CBSE कक्षा 12वीं का रिजल्ट डाउनलोड करें और भविष्य के संदर्भ के लिए सेव करें।
हिमाचल प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसानों को सिंचाई के लिए बिजली अब मात्र एक रुपये प्रति यूनिट की दर से ही मिलेगी। किसानों को सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए सरकार प्रति यूनिट 4.04 रुपये की भारी सब्सिडी स्वयं वहन करेगी, जिसकी विधिवत अधिसूचना भी जारी कर दी गई है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि अधिसूचना जारी होने में थोड़ी देरी के कारण कुछ किसानों को अस्थायी तौर पर बढ़े हुए बिजली बिल प्राप्त हुए हैं। हालांकि, उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि उनसे अतिरिक्त रूप से वसूली गई राशि को उनके आगामी बिजली बिलों में समायोजित कर उन्हें पूरी राहत प्रदान की जाएगी। राज्य सरकार के इस स्पष्टीकरण और सब्सिडी की अधिसूचना के बाद किसानों को निश्चित रूप से राहत मिलेगी।
भारतीय क्रिकेट टीम को एक हफ्ते में दो बड़े नुकसान हुए हैं। पहले कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, और अब विराट कोहली ने भी यही फैसला किया है। कोहली ने सोमवार को इंस्टाग्राम पर यह जानकारी दी। खबरें थीं कि उन्होंने बीसीसीआई को पहले ही बता दिया था, लेकिन बोर्ड चाहता था कि वे इंग्लैंड सीरीज तक रुकें। हालांकि, कोहली ने टेस्ट क्रिकेट छोड़ने का ही फैसला किया। बुधवार को रोहित के संन्यास के बाद, कोहली का यह कदम भारत के लिए एक और बड़ा झटका है। फैंस इन दो बड़े खिलाड़ियों के संन्यास से दुखी हैं। अगले महीने भारत को इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेलनी है। कोहली ने अपने पोस्ट में क्या लिखा? विराट ने अपने पोस्ट में लिखा, 'टेस्ट क्रिकेट में पहली बार मैंने बैगी ब्लू जर्सी 14 साल पहले पहनी थी। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह प्रारूप मुझे इस तरह के सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे पहचान दिया और मुझे ऐसे सबक सिखाए जिन्हें मैं जीवन भर साथ रखूंगा। सफेद जर्सी में खेलना मेरे लिए बहुत ही खास और निजी अनुभव है। परिश्रम, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता, लेकिन यह हमेशा आपके साथ रहते हैं। जब मैं इस प्रारूप से दूर जा रहा हूं, तो यह आसान नहीं है, लेकिन यह फिलहाल सही लगता है। मैंने इसमें अपना सबकुछ दिया है और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया है। मैं खेल के लिए, मैदान पर खेलने वाले लोगों के लिए और हर उस व्यक्ति के लिए आभारी हूं, जिसने मुझे इस सफर में आगे बढ़ाया। मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा।' उन्होंने आगे अपनी टेस्ट कैप नंबर '269' लिखा और लिखा 'साइनिंग ऑफ'। विराट अब सिर्फ वनडे में खेलेंगे विराट अब सिर्फ वनडे में खेलते दिखाई पड़ेंगे। वह पिछले साल टीम इंडिया के टी20 विश्व कप जीतने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले चुके हैं। कोहली ने कुल मिलाकर 123 टेस्ट खेले और इसकी 210 पारियों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए। इसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट करियर में कोहली ने कुल 1027 चौके और 30 छक्के लगाए। इसके अलावा टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 125 मैचों में 48.7 की औसत और 137.05 के स्ट्राइक रेट से 4188 रन बनाए। इसमें एक शतक और 38 अर्धशतक भी शामिल हैं। वनडे में कोहली 302 मैचों में 57.88 की औसत और 93.35 के स्ट्राइक रेट से 14181 रन बना चुके हैं। इसमें 51 शतक और 74 अर्धशतक शामिल हैं। कोहली तीनों प्रारूप में रह चुके हैं कप्तान कोहली तीनों प्रारूप में टीम इंडिया की कमान भी संभाल चुके हैं। वह 2014 में धोनी के संन्यास के बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहली बार कप्तान बने थे। तब से लेकर 2022 में दक्षिण अफ्रीका दौरे तक टेस्ट में कप्तान रहे। वहीं, 2021 में उनसे टी20 और वनडे की कप्तानी छीन ली गई थी। कोहली ने अपना टेस्ट डेब्यू में 20 जून 2011 को सबिना पार्क में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। वहीं, आखिरी टेस्ट उन्होंने इसी साल सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।
नई दिल्ली: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और संबद्ध विमानन प्राधिकरणों ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए उत्तरी और पश्चिमी भारत के 32 हवाई अड्डों पर सभी प्रकार की नागरिक उड़ान संचालन शुरू कर दिया गया है। अस्थाई रूप से बंद था इन 32 हवाई अड्डों का संचालन आदमपुर,अम्बाला,अमृतसर,अवंतीपुर,बठिंडा,भुज,बीकानेर,चंडीगढ़,हलवारा,हिंडन,जैसलमेर,जम्मू,जामनगर,जोधपुर,कांडला,कांगड़ा (गग्गल),केशोद,किशनगढ़,कुल्लूमनाली(भुंतर),लेह,लुधियाना,मुंद्रा,नलिया,पठानकोट,पटियाला,पोरबंदर,राजकोट(हीरासर), सरसावा,शिमला,श्रीनगर,थोइस, उत्तरलाई की हवाई सेवा अब शुरू हो गई है।कॉर्पोरेट संचार निदेशालय, एएआई द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति और शेड्यूल की नवीनतम जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइंस से सीधे संपर्क करें। इसके अलावा, यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे नियमित अपडेट्स के लिए एयरलाइंस की आधिकारिक वेबसाइट या ग्राहक सेवा केंद्रों पर नजर रखें, ताकि किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सके। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया है कि देश के 32 हवाई अड्डों पर नागरिक विमान परिचालन तत्काल प्रभाव से फिर से शुरू कर दिया गया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सीजफायर के बाद भारतीय वायुसेना (IAF) ने रविवार को एक अहम बयान जारी करते हुए बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी भी क्रियान्वयन में है। वायुसेना के अनुसार, इस अभियान के तहत निर्धारित सभी लक्ष्यों को बेहद सटीकता और पूर्ण जिम्मेदारी के साथ पूरा कर लिया गया है। वायुसेना ने यह भी स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन पूरी रणनीतिक सोच और देशहित को ध्यान में रखते हुए संचालित किया गया। भारतीय वायुसेना ने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी अपुष्ट जानकारी को साझा करने से बचने की अपील की है। साथ ही यह आश्वासन भी दिया गया कि अभियान से जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी।
नई दिल्ली: भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और संबद्ध विमानन प्राधिकरणों ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए उत्तरी और पश्चिमी भारत के 32 हवाई अड्डों पर सभी प्रकार की नागरिक उड़ान संचालन को अस्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। यह बंदी 9 मई 2025 से लेकर 14 मई 2025 तक प्रभावी रहेगी, जिसकी समयावधि 15 मई 2025 को 0529 बजे (भारतीय मानक समय - आईएसटी) समाप्त होगी। यह निर्णय परिचालन संबंधी कारणों से लिया गया है। इस अस्थायी बंदी से निम्नलिखित 32 हवाई अड्डे प्रभावित होंगे: आदमपुर,अम्बाला,अमृतसर,अवंतीपुर, बठिंडा, भुज, बीकानेर,चंडीगढ़, हलवारा, हिंडन,जैसलमेर,जम्मू,जामनगर,जोधपुर,कांडला,कांगड़ा (गग्गल),केशोद,किशनगढ़, कुल्लूमनाली(भुंतर),लेह,लुधियाना,मुंद्रा,नलिया,पठानकोट,पटियाला,पोरबंदर,राजकोट(हीरासर), सरसावा,शिमला,श्रीनगर,थोइस, उत्तरलाई की हवाई सेवा बंद रहेगी। इस अवधि के दौरान, इन सभी सूचीबद्ध हवाई अड्डों पर किसी भी प्रकार की नागरिक उड़ान गतिविधि (यात्री उड़ानें, कार्गो उड़ानें आदि) संचालित नहीं की जाएगी। इसके अतिरिक्त, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने दिल्ली और मुंबई उड़ान सूचना क्षेत्रों (एफआईआर) के भीतर 25 हवाई यातायात सेवा (एटीएस) मार्गों के अस्थायी रूप से बंद रहने की अवधि को भी बढ़ा दिया है। यह बंदी 14 मई 2025 को 2359 यूटीसी (Coordinated Universal Time) तक लागू रहेगी, जो 15 मई 2025 को 0529 आईएसटी के समतुल्य है। इसका अर्थ है कि इस अवधि तक ये 25 विशिष्ट हवाई मार्ग जमीनी स्तर से लेकर असीमित ऊंचाई तक सभी विमानों के लिए अनुपलब्ध रहेंगे। यह विस्तार नोटम जी0555/25 के तहत किया गया है, जो पहले जारी किए गए नोटम जी0525/25 की जगह लेता है। एएआई ने सभी एयरलाइंस और फ्लाइट ऑपरेटरों को सलाह दी है कि वे वर्तमान हवाई यातायात परामर्श को ध्यान में रखते हुए अपनी उड़ानों के लिए वैकल्पिक मार्गों की योजना बनाएं। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है कि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो और हवाई यात्रा सुरक्षित बनी रहे। इस अस्थायी बंदी का प्रबंधन संबंधित हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) इकाइयों के समन्वय में किया जा रहा है।
भारत के हाथों मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान अब पूरी दुनिया के सामने गिड़गिड़ा रहा है। हालांकि, इस बीच एक नया मोड़ आ गया है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उसके आर्थिक मामलों के विभाग का अकाउंट हैक हो गया है। इस अकाउंट से शुक्रवार सुबह अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से और ज़्यादा कर्ज़ की गुहार लगाई गई थी। एक्स पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के फैक्ट चेकर ने उस पोस्ट की एक तस्वीर शेयर करते हुए उसे फर्जी बताया है। अपने पोस्ट में (कथित रूप से हैक हुए अकाउंट से), पाकिस्तान सरकार ने दावा किया था कि भारतीय हमले में उसे भारी नुकसान हुआ है। बढ़ते तनाव और शेयर बाज़ार में गिरावट का हवाला देते हुए पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद की अपील की थी और शांति बनाए रखने का आग्रह किया था। पाकिस्तान ने इस पोस्ट में वर्ल्ड बैंक को भी टैग किया था। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने हाल ही में भारत के कई शहरों को रात में निशाना बनाने की कोशिश की थी, जिसके बाद सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। भारत ने भी पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए उसके तीन लड़ाकू विमानों को मार गिराया है और एक पायलट को गिरफ्तार कर लिया है। पाकिस्तान के मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया है।
पाकिस्तान द्वारा कश्मीर से लेकर राजस्थान तक हमलों की कोशिशों के बाद धर्मशाला में चल रहा आईपीएल मैच सुरक्षा कारणों से बीच में रोक दिया गया। यह मैच पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच खेला जा रहा था।सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मैच को रोका गया और फ्लड लाइट्स बंद करवा दी गईं। इसके बाद, दर्शकों को स्टेडियम से सुरक्षित बाहर निकाला गया और कुछ ही मिनटों में पूरा स्टेडियम खाली करवा लिया गया। पंजाब किंग्स की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10.1 ओवर में एक विकेट खोकर 122 रन बनाए थे। पाकिस्तान की ओर से देश के 15 शहरों में हमले की कोशिशों के बाद हिमाचल प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। खासकर राज्य के पर्यटन स्थलों, शक्तिपीठों, जल विद्युत परियोजनाओं और सीमावर्ती क्षेत्रों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं, और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की लंबी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों से फीडबैक लिया और इसे और सख्त बनाने के निर्देश दिए हैं।
चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ को एक बार फिर से दहलाने की साजिश का बड़ा खुलासा हुआ है। आतंकी संगठन के दो बदमाश चंडीगढ़ में भारी मात्रा में आरडीएक्स और टाइम बम लेकर पहुंचे थे, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के कारण एक बड़ी वारदात टल गई। चंडीगढ़ क्राइम ब्रांच ने आतंकी हैप्पी पसिया के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, टाइम बम और आरडीएक्स बरामद हुआ है। इस ऑपरेशन का नेतृत्व क्राइम ब्रांच के एसपी जसबीर सिंह ने किया। इंस्पेक्टर सतविंदर सिंह की अगुवाई में टीम ने दोनों बदमाशों को वारदात से पहले ही दबोच लिया। पुलिस ने इन्हें सेक्टर-39 स्थित जीरी मंडी के पास जंगल इलाके से गिरफ्तार किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी चंडीगढ़ में बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। हाल ही में, इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने चंडीगढ़ पुलिस को सूचना दी थी कि हैप्पी पसिया चंडीगढ़ के साउथ एरिया में स्थित एक थाने को उड़ाने की साजिश रच रहा है। इसके बाद, पुलिस ने थानों की सुरक्षा बढ़ा दी थी। गौरतलब है कि अमेरिका में रह रहे मोस्ट वांटेड गैंगस्टर हैप्पी पसिया को अप्रैल में एफबीआई और अमेरिकी इमीग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट ने गिरफ्तार किया था।
उत्तरकाशी जिले में आज सुबह एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई। पुलिस, प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम मौके पर पहुंच चुकी है और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। गुरुवार सुबह करीब पौने नौ बजे गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी के पास हेलिकॉप्टर क्रैश होने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस, एसडीआरएफ, फायर, मेडिकल और अन्य आपदा राहत दल घटनास्थल पर पहुंच गए और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए। जानकारी के मुताबिक, हेलिकॉप्टर एयरोट्रांस कंपनी का था, जो आज सुबह सहस्त्रधारा हेलीपैड से हर्षिल के लिए उड़ान भरा था। हेलिकॉप्टर में पायलट सहित सात लोग सवार थे, जिनमें से छह यात्रियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। एक यात्री घायल है, जिसे अस्पताल भेजा गया है। बताया जा रहा है कि सवार चार यात्री मुंबई और दो आंध्रप्रदेश के निवासी थे। इस हादसे के बाद उत्तराखंड में मौसम को लेकर चेतावनी भी जारी की गई है, क्योंकि इस समय राज्य में चारधाम यात्रा चल रही है। केदारनाथ, बदरीनाथ और गंगोत्री-यमुनोत्री जाने के लिए बड़ी संख्या में यात्री पहुंच रहे हैं, जिनमें कुछ पैदल यात्रा पर निकले हैं और कई हेली सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
सरकार और सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सशस्त्र बलों की स्ट्राइक 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के लिए कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह मौजूद थीं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में संसद हमले, मुंबई हमले, पुलवामा हमले और पहलगाम हमले के दृश्य दिखाए गए। सबसे पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इसके बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की पूरी जानकारी साझा की। उन्होंने बतायास कि ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के शिकार नागरिकों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए किया गया। नौ ठिकानों की पहचान कर उन्हें बर्बाद किया गया। इन ठिकानों में आतंकियों को प्रशिक्षित किया जाता था। ये आतंकियों के लॉन्च पैड थे। ऑपरेशन सिंदूर के लिए इन लक्ष्यों का चयन विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं के आधार पर हुआ। इसमें यह ध्यान रखा गया कि रिहाइशी इलाकों और आम नागरिकों को नुकसान न पहुंचे। विक्रम मिस्री ने कहा, '22 अप्रैल 2025 को लश्कर-ए-तैयबा से पाकिस्तान से प्रशिक्षित आतंकियों ने कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर बर्बरतापूर्ण हमला किया। 25 भारतीयों और एक विदेशी नागरिक को कायरतापूर्ण तरीके से मार दिया गया। यह मुंबई हमले के बाद आतंकी हमलों में आम नागरिकों के मारे जाने की सबसे गंभीर घटना रही। इस हमले में वहां मौजूद लोगों को करीब से और उनके परिवार के सामने सिर पर गोली मारी गई। परिवार के सदस्यों को जानबूझकर आघात पहुंचाया गया। यह नसीहत भी दी गई कि वे हमले का संदेश पहुंचाएं। यह जम्मू-कश्मीर में बहाल हो रही सामान्य स्थिति को बाधित करने के लिए हुआ। इस हमले का उद्देश्य पर्यटन को प्रतिकूल रूप से नुकसान पहुंचाना था। पिछले साल यहां पौने करोड़ पर्यटक आए थे। आतंकियों का यह मकसद था कि इस इलाके को पिछड़ा रखा जाए। हमले का यह तरीका जम्मू-कश्मीर और अन्य राज्यों में साम्प्रदायिक दंगे भड़काने के उद्देश्य से भी था। हमने प्रयासों को विफल कर दिया। एक समूह ने खुद को रजिस्टेंस फ्रंट कहते हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। यह प्रतिबंधित समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र के समक्ष रिपोर्ट में इस संगठन के बारे में इनपुट दिए थे। इससे पाकिस्तान के आतंकी समूहों के मुखौटे के रूप में टीआरएफ की भूमिका सामने आई थी।'
'मन की बात' में बोले प्रधानमंत्री ,पहलगाम हमले के दोषियों को बख्शेंगे नहीं, पीड़ितों को मिलेगा न्याय
रविवार को मन की बात' कार्यक्रम में पीएम मोदी ने एक बार फिर से पहलगाम हमले को लेकर दुख जताया और साथ ही पहलगाम के दोषियों को कड़ी सजा देने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि 'पहलगाम की घटना ने देशवासियों को पीड़ा पहुंचाई है और इसे लेकर देशवासियों के मन में गहरी पीड़ा है। लोग पीड़ित परिजनों के दर्द को महसूस कर सकता है। हर भारतीय का खून आतंक की तस्वीरों को देखकर खौल रहा है। ऐसे समय में जब कश्मीर में शांति लौट रही थी और लोकतंत्र मजबूत हो रहा था। पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हो रही थी और लोगों की कमाई बढ़ रही थी, लेकिन देश के दुश्मनों को और जम्मू कश्मीर के दुश्मनों को ये रास नहीं आया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें इस चुनौती का सामना करने के लिए अपने संकल्पों को मजबूत करना है। हमें एक दृढ़ राष्ट्र के रूप में अपनी इच्छाशक्ति को मजबूत करना है। भारत के लोगों में जो आक्रोश है, वो पूरी दुनिया में हैं। उन्होंने कहा कि मैं पीड़ित परिवारों को भरोसा देता हूं उन्हें न्याय मिलेगा...और न्याय मिलकर रहेगा। इस हमले के दोषियों को कठोरतम जवाब दिया जाएगा।'
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए नागरिकों के परिजनों के साथ-साथ पूरे देश में गहरी नाराजगी और आक्रोश का माहौल है। इस हमले में कई निर्दोष लोग मारे गए, जिससे देशभर में शोक और ग़ुस्से की लहर है। केंद्र सरकार ने इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है, जिसमें सभी राजनीतिक दलों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर कड़ा संदेश देने की अपील की जाएगी। राज्य सरकारें मृतकों की पार्थिव देह उनके पैतृक गांवों तक भेज रही हैं, और वहां उनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। इस दर्दनाक घटना के बाद सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की घोषणा की है। समाज के विभिन्न हिस्सों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है, और सभी राजनीतिक दल आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर इसे समाप्त करने के लिए आवाज उठा रहे हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने राज्य में रोहित वेमुला अधिनियम** को लागू करने की अपील की है। राहुल गांधी ने पत्र में कहा कि इस अधिनियम के लागू होने से प्रदेश में जातिवाद के कारण उत्पीड़ित छात्रों को न्याय मिलेगा और उन्हें भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ेगा। राहुल गांधी ने पत्र में उल्लेख किया कि रोहित वेमुला, पायल तड़वी, और दर्शन सोलंकी जैसे छात्रों की दुखद मौतें जातिवाद और भेदभाव का परिणाम थीं, जो स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने कहा, मानसिक उत्पीड़न और भेदभाव का यह सिलसिला अब खत्म होना चाहिए, ताकि कोई और छात्र भविष्य में ऐसी यातनाओं से न गुजरे। राहुल गांधी ने पत्र में यह भी जिक्र किया कि कांग्रेस पार्टी ने रायपुर अधिवेशन में निर्णय लिया था, जिसमें यह वचन दिया गया था कि सत्ता में आने पर रोहित वेमुला अधिनियम को पारित किया जाएगा। इस अधिनियम के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यक वर्गों के छात्रों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू से जल्द ही इस प्रस्ताव को लागू करने की अपील की, ताकि राज्य में कोई भी छात्र जातिवाद या भेदभाव का शिकार न हो और हर छात्र को समान अवसर मिले। राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस मुद्दे पर शीघ्र निर्णय लेने का आग्रह किया है।
कनाडा से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है, जहाँ एक 21 वर्षीय भारतीय छात्रा हरसिमरत रंधावा एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना का शिकार हो गईं। ओंटारियो के हैमिल्टन स्थित मोहॉक कॉलेज में पढ़ाई कर रहीं हरसिमरत गोलीबारी का शिकार तब हुई जब वह काम पर जाने के लिए एक बस स्टॉप पर खड़ी होकर बस का इंतजार कर रही थीं। पुलिस के अनुसार, पास ही दो कारों में सवार लोगों के बीच गोलीबारी हो रही थी, और इसी दौरान चली एक गोली हरसिमरत के सीने में जा लगी, जिससे उनकी जान चली गई। टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इस हृदयविदारक घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर जारी एक पोस्ट में उन्होंने हरसिमरत को एक निर्दोष पीड़िता बताया, जो बस स्टॉप पर हुई गोलीबारी के बीच फंस गईं। महावाणिज्य दूतावास ने यह भी जानकारी दी कि स्थानीय पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और वे पीड़ित परिवार के साथ लगातार संपर्क में हैं, उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। इस मुश्किल घड़ी में दूतावास ने हरसिमरत के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें शाम करीब 7:30 बजे हैमिल्टन के अपर जेम्स इलाके में गोलीबारी की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने पर उन्होंने हरसिमरत को गंभीर रूप से घायल पाया, जिनके सीने में गोली लगी थी। तत्काल उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें बचाया नहीं जा सका। सीसीटीवी फुटेज की जांच से पता चला है कि एक काले रंग की कार में सवार लोगों ने एक सफेद रंग की कार पर गोलियां चलाई थीं, जिसके बाद हमलावर फरार हो गए। इस गोलीबारी की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पास के एक घर में भी गोली खिड़की तोड़कर अंदर तक चली गई, जिससे घर में मौजूद लोग बाल-बाल बचे। फिलहाल, पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है।
पांगी - हिमाचल की सबसे खतरनाक सड़क से जुड़ा गांव **सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा - यहाँ हर व्यवस्था बेहाल **आरोप : HRTC बस ड्राइवर करते है मनमर्ज़ी, डिपू से नहीं मिलता पूरा राशन **सड़क बंद हो तो कंधे पर उठा कर ले जाते है मरीज़ **मुख्यमंत्री के दौरे के बाद जगी उम्मीद
पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर पति को मौत के घाट उतारा, सांप से 10 बार डसवाया, पोस्टमार्टम में हुआ खुलासा
मेरठ में एक व्यक्ति की मौत, जिसे शुरू में सांप के काटने से हुई माना जा रहा था, ये हत्या का मामला निकला। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के भैंसूमा थाना क्षेत्र के अकबरपुर सादात गांव में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने रिश्तों की जटिलता और अपराध की क्रूरता को उजागर किया है। शुरू में सांप के काटने से हुई एक व्यक्ति की मौत, जांच के बाद हत्या का मामला निकली। मृतक की पहचान अमित के रूप में हुई, जिसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि उसकी मौत गला घोंटने से हुई थी, न कि सांप के जहर से। इस रहस्यमय मौत की कहानी तब शुरू हुई, जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया कि अमित, जो चारपाई पर सो रहा था, को एक सांप ने दस बार डस लिया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को सूचित किया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। प्रारंभिक जांच में अमित के शरीर के नीचे एक सांप पाया गया, जिसने ग्रामीणों के दावे को और मजबूत किया कि उसकी मौत सांप के काटने से हुई है। हालांकि, बुधवार शाम को जारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस कहानी को पूरी तरह से पलट दिया। रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से कहा गया कि अमित की मौत गला घोंटने के कारण हुई थी, न कि जहर से। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि सांप को उसके शरीर पर रखने से पहले ही उसकी मृत्यु हो चुकी थी, इसलिए जहर फैलने का कोई सवाल ही नहीं था - जिससे यह साबित हो गया कि सांप ने उसे काटा जरूर था, लेकिन वह उसकी मौत का कारण नहीं बना। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के इस सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस ने अपनी जांच की दिशा बदल दी। अमित की पत्नी रविता और उसके प्रेमी अमरजीत को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों ने चौंकाने वाला कबूलनामा किया। उन्होंने बताया कि वे पिछले एक साल से प्रेम संबंध में थे और अमित को इस बारे में पता चल गया था, जिसके चलते उनके बीच अक्सर झगड़े होते थे। पुलिस का मानना है कि इसी वजह से दोनों ने मिलकर अमित की हत्या की साजिश रची। पुलिस के अनुसार, रविता और अमरजीत ने मिलकर अमित का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद, उन्होंने इस हत्या को सांप के काटने से हुई मौत का रूप देने का फैसला किया। एसपी राकेश कुमार ने बताया कि आरोपियों ने पास के इलाके से 1,000 रुपये में एक सांप खरीदा था। हमारी जांच के अनुसार, उन्होंने उस व्यक्ति की हत्या कर दी और उसके शरीर के नीचे सांप रख दिया, ताकि ऐसा लगे कि उसे काटा गया है। अगली सुबह एक सपेरे को बुलाया गया, जिसने उस सांप को पकड़ा, जिसका इस्तेमाल बाद में मामले को छिपाने के प्रयास में किया गया था। दिहाड़ी मजदूर अमित अपनी चारपाई पर मृत पाया गया था, और उसकी लाश के नीचे सांप का मिलना शुरुआती रिपोर्टों और वायरल वीडियो में ग्रामीणों के दावों का आधार बना था। लेकिन पुलिस का कहना है कि यह सब उसकी पत्नी और उसके प्रेमी द्वारा रची गई एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा था। पुलिस अब इस प्रेमी युगल के रिश्ते की गहराई, हत्या में अमरजीत की भूमिका और इस जघन्य अपराध को अंजाम देने में गांव के किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता की गहन जांच कर रही है, ताकि सच्चाई पूरी तरह से सामने आ सके।
अब जल्द ही पूरे देश से टोल प्लाजा हटाए जाएंगे। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यह महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए बताया कि इसके लिए एक नई टोल नीति पर काम चल रहा है, जिसकी घोषणा अगले 15 दिनों में की जाएगी। उन्होंने कहा कि नई नीति लागू होने के बाद टोल से संबंधित शिकायतों का अंत हो जाएगा। इसके अतिरिक्त, गडकरी ने मुंबई-गोवा राजमार्ग के निर्माण में हो रही प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्य जून 2025 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे दैनिक यात्रियों और कोंकण क्षेत्र में जाने वाले लोगों को गड्ढों वाली सड़कों से मुक्ति मिलेगी। भारतीय बुनियादी ढांचे के विकास पर विश्वास व्यक्त करते हुए, गडकरी ने कहा कि अगले दो वर्षों में भारत का सड़क बुनियादी ढांचा अमेरिका से भी बेहतर हो जाएगा। मुंबई-गोवा राजमार्ग के निर्माण में आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करते हुए, उन्होंने भूमि अधिग्रहण में देरी के लिए कानूनी विवादों और आंतरिक संघर्षों को जिम्मेदार ठहराया। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि अब सभी मामले सुलझा लिए गए हैं और राजमार्ग का काम तेजी से चल रहा है, जिसे जून 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।
मेरठ के सौरभ हत्याकांड को लोग भूले भी नहीं थे कि अब हरियाणा से यूट्यूबर महिला के प्रेमी संग पति की हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिसमें पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी। 19 दिन की जांच के बाद पुलिस ने रवीना राव और उसके प्रेमी, यूट्यूबर सुरेश को गिरफ्तार किया है। यह मामला मेरठ के सौरभ हत्याकांड की याद दिलाता है। रवीना यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर रील बनाने का शौक रखती थी। इसी शौक ने उसे सुरेश के करीब लाया। दोनों ने साथ में वीडियो और रील्स बनाने शुरू किए और उनका रिश्ता प्रेम में बदल गया। प्रवीण को इस रिश्ते की जानकारी हो गई। 25 मार्च को, जब प्रवीण ने रवीना और सुरेश को आपत्तिजनक स्थिति में देखा, तो उनके बीच झगड़ा हुआ। रवीना और सुरेश ने मिलकर प्रवीण का गला घोंट दिया। हत्या के बाद, दोनों ने रात होने का इंतजार किया और रात ढाई बजे शव को बाइक पर रखकर छह किलोमीटर दूर एक नाले में फेंक दिया। 28 मार्च को शव मिलने पर पुलिस को शक हुआ। सीसीटीवी फुटेज में रवीना और सुरेश शव को ले जाते दिखे। 12 अप्रैल को पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। प्रवीण और रवीना की शादी छह साल पहले हुई थी और उनका एक बेटा है। प्रवीण की हत्या के बाद, मुकुल के सिर से पिता का साया उठ गया है। रवीना भी जेल में है और मुकुल अपने दादा और चाचा के साथ रह रहा है।
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 को आज राज्यसभा में चर्चा के लिए पेश किया जा सकता है। लोकसभा में बुधवार को 12 घंटे से अधिक चली बहस के बाद इस विधेयक को पारित कर दिया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने सभी सांसदों को विधेयक पर बोलने का अवसर दिया, जिसके बाद चर्चा पूरी होने पर वोटिंग कराई गई। इस दौरान विधेयक के पक्ष में 288 और विपक्ष में 232 वोट पड़े। सत्तारूढ़ एनडीए ने विधेयक के समर्थन में इसे अल्पसंख्यकों के लिए लाभकारी बताते हुए जोरदार बचाव किया, जबकि विपक्ष ने इसे 'मुस्लिम विरोधी' करार देते हुए आलोचना की। विपक्षी सदस्यों द्वारा प्रस्तुत सभी संशोधनों को ध्वनिमत से खारिज कर दिया गया, और इसके बाद विधेयक पारित हो गया। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने बहस के दौरान कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों के लिए दुनिया में सबसे सुरक्षित कोई स्थान नहीं है। उन्होंने कहा, "भारत का बहुसंख्यक समाज पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष है, और इसलिए यहां के अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं।" रिजिजू ने यह भी कहा कि भारत में शरण लेने वाले अल्पसंख्यक समुदायों को उत्पीड़न से बचने का ठिकाना मिलता है, जैसा कि बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यांमार और श्रीलंका के अल्पसंख्यक समुदायों ने अनुभव किया। विधेयक के माध्यम से एनडीए सरकार का उद्देश्य सभी अल्पसंख्यकों को एकजुट करना है, और वक्फ न्यायाधिकरणों में लंबित विवादों के शीघ्र समाधान के लिए कदम उठाना है। रिजिजू ने यह भी कहा कि न्याय में देरी, न्याय से वंचित करने के समान है, और इस विधेयक के जरिए इस समस्या का समाधान किया जाएगा। सरकार ने यह स्पष्ट किया कि वक्फ (संशोधन) विधेयक वक्फ संपत्तियों के बेहतर प्रबंधन और विवादों के त्वरित निपटारे के लिए है, और इसका मुख्य उद्देश्य देश के सभी अल्पसंख्यक समुदायों की भलाई सुनिश्चित करना है।
दिल्ली में बीजेपी की शानदार जीत के बाद सीएम फेस के लिए जद्दोजहद जारी है।कई दावेदार लॉबिंग में जुटे है पर सबसे ज्यादा चर्चा है प्रवेश वर्मा के नाम की, जिन्हें GIANT किलर भी कहा जा रहा है। प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट से अरविन्द केजरीवाल को हराया है।अगर प्रवेश वर्मा दिल्ली के सीएम बनते है तो दिलचस्प रिकॉर्ड भी बनेंगे। पहला, वो बीजेपी के ऐसे पहले नेता होंगे जिनके पिता भी सीएम रहे है । साहिब सिंह वर्मा फरवरी 1996 से लेकर अक्टूबर 1998 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे है। दूसरा, लगातार सातवीं बार दिल्ली का सीएम नई दिल्ली सीट से होगा। 1998, 2003 और 2008 में शीला दीक्षित इस सीट से विधायक बनकर सीएम पद संभाल चुकी है। हालाँकि परिसीमन से पहले इस सीट को गोयल मार्किट के नाम से जाना जाता था। फिर 2013 में अरविन्द केजरीवाल ने शीला दीक्षित को हराया और दिल्ली से सीएम बने। 2015 और 2020 में भी केजरीवाल ही चुनाव जीते और सीएम बने। अब प्रवेश वर्मा ने अरविन्द केजरीवाल को हराया है और यदि वे सीएम बनाते है तो नई दिल्ली के नाम लगातार सात सीएम देने का अनूठा रिकॉर्ड भी बन जायेगा।
बीजेपी और आप के बीच दिल्ली में सिर्फ 1.99 प्रतिशत वोट शेयर का अंतर रहा लेकिन सीटों के लिहाज से देखे ये तो अंतर 26 सीटों का है। आंकड़े साफ़ बताते है की दिल्ली में बीजेपी का चुनाव मैनेजमेंट शानदार रहा है और इसका श्रेय पार्टी के संगठन को भी जाता है । दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की इस शानदार जीत के पीछे संगठन मंत्री पवन राणा की भी बड़ी भूमिका रही है। अप्रैल 2023 में बीजेपी ने उन्हें दिल्ली का जिम्मा सौपा था और उसके बाद से ही दिल्ली में लगातार बीजेपी का संगठन मजबूत होता दिखा। बीजेपी संगठन में पन्ना प्रमुख मॉडल की शुरुआत करने वाले पवन राणा अपने पॉलिटिकल माइक्रो मैनेजमेंट के लिए जाने जाते है और दिल्ली में राणा का ये ही माइक्रो मैनेजमेंट बीजेपी की सबसे बड़ी ताकत बना। मसलन, बीजेपी ने दिल्ली में मंदिर प्रकोष्ठ शुरू किया और दिल्ली के करीब पंद्रह हजार मंदिरों को इस प्रकोष्ठ से जोड़ा गया। इसका बीजेपी को अच्छा लाभ हुआ है। माना जा रहा है आने वाले दिनों में अन्य राज्यों में भी इसे अपनाया जा सकता है। वहीं, झुग्गी बस्ती सम्मलेन जैसे अभियानों का जमीनी असर भी खूब दिखा। केजरीवाल के झुग्गी वोट को तोड़ने के लिए बीजेपी चुनाव से कई महीने पहले झुग्गी क्षेत्रों में प्रो. एक्टिव दिखी। न सिर्फ झुग्गी प्रधानों को पार्टी के साथ जोड़ा गया, बल्कि खुद गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनका संवाद करवाया गया। इसके अलावा चाहे उत्तराखण्ड हो, हिमाचल या फिर पूर्वांचल के वोटर इनके प्रभाव वाली सीटों पर इस मर्तबा बीजेपी का माइक्रो मैनेजमेंट साफ़ दिखा। इन राज्यों से सम्बन्ध रखने वाले नेताओं को कोंस्टीटूएंसी टू कोंस्टीटूएंसी जिम्मा सौंपा गया और इसका भी बीजेपी को फायदा मिला।
'येन केन प्रकारेण' बीजेपी जीतना चाहेगी तीनों दिग्गजों की सीटें कांग्रेस के संदीप दीक्षित और अलका लाम्बा ने भी बना दिया है चुनाव ! ये चुनाव नहीं आसाँ बस इतना समझ लीजिए, एक आग का दरियाँ है और डूब के जाना है। कुछ ऐसी ही स्थिति इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी की नज़र आ रही है। इस बार दिल्ली में आप की राह आसान नहीं है और दिलचस्प बात ये है कि पार्टी के तीनों मुख्य चहेरे, यानी सीएम आतिशी, पूर्व व प्रोजेक्टेड सीएम अरविन्द केजरीवाल और पूर्व डिप्टी व प्रोजेक्टेड डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी अपनी -अपनी सीटों पर फंसे देख रहे है । इन तीनों दिग्गजों की सीटों पर इस बार मुकाबला टक्कर का है। 'येन केन प्रकारेण' बीजेपी इन सीटों को जीतना चाहती है और जमीनी स्तर पर इसका असर दिख भी रहा है। सिलसिलेवार बात करें तो नई दिल्ली से, अरविन्द केजरीवाल के सामने बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ने पूर्व मुख्यमंत्रियों के पुत्रों को मैदान में उतारा है। बीजेपी से पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा है तो दूसरी तरफ कांग्रेस से पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित। ये दोनों ही दो -दो मर्तबा सांसद भी रहे है और दोनों ने ही पूरी ताकत झोंकी है। ऐसे में इस सीट पर केजरीवाल की राह आसान जरा भी नहीं है। वहीं कालका जी सीट में भी आतिशी और भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी तो आमने-सामने थे ही, लेकिन इस सीट पर अब कांग्रेस प्रत्याशी अलका लाम्बा भी मजबूती से लड़ रही है। यहाँ भी मुकाबला त्रिकोणीय है और माहिर भविष्यवाणी करने से बचते दिख रहे है। बात मनीष सिसोदिया की करें तो इस बार आप ने उन की सीट बदल दी है और उन्हें पटपड़गंज की जगह जंगपुरा से मैदान में उतारा है। इस सीट पर बीजेपी के तरविंदर सिंह तो बेहद मजबूती के साथ चुनाव लड़ ही रहे है, कांग्रेस के फरहाद सूरी को भी हल्का नहीं लिया जा सकता। माहिर मान रहे है कि सूरी इस सीट पर सिसोदिया संकट में है। चर्चा सिसोदिया की पटपड़गंज सीट की भी करते है जहाँ से इस बार आप ने अवध ओझा को मैदान में उतारा है। यहाँ मुख्य रूप से यहाँ मुकाबला अवध ओझा और बीजेपी से रविंद्र नेगी के बीच माना जा रहा है। पिछले चुनाव में भी नेगी ने सिसोदिया को कड़ी टक्कर दी थी और इस बार भी ओझा यहाँ उलझे दिखे है। बहरहाल कल मतदान है और आठ फरवरी को नतीजा सामने होगा। अब आप के ये तीन दिग्गज इस चुनावी अग्नि परीक्षा को पास करते है या नहीं, ये जनता तय करेगी।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री ने बजट में टैक्सपेयर्स के लिए बड़ी घोषणा की। अब सालाना 12.75 लाख रुपये तक कमाने वालों को कोई इनकम टैक्स नहीं देना होगा। वहीं टीडीएस में भी राहत दी गई है। सीनियर सिटीजन को भी इनकम टैक्स में बड़ी राहत मिली है। हालांकि यह फायदा उन्हीं टैक्सपेयर्स को मिलेगा जो नई टैक्स व्यवस्था के अनुसार आईटीआर फाइल करेंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि सालाना 12.75 लाख रुपये तक कमाने वालों को अब कोई भी इनकम टैक्स नहीं देना होगा। इसमें 75 हजार रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन भी शामिल है। सीतारमण ने कहा कि 18 लाख रुपये तक की सालाना इनकम वाले टैक्सपेयर्स को 70,000 रुपये की बचत होगी जबकि 25 लाख तक 1.10 लाख रुपये की बचत होगी। सीतारमण ने कहा कि ITR और टीडीएस की सीमा बढ़ाई गई है। टीडीएस की सीमा बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दी गई है। टैक्स डिडक्शन में बुजुर्गों के लिए भी बड़ी घोषणा की गई है। Old Tax Regime के तहत इनकम टैक्स दरें 0-4 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं। 4-8 लाख की आय पर 5 प्रतिशत 8-12 लाख की आय पर 10 प्रतिशत 12-16 लाख की आय पर 15 प्रतिशत 16-20 लाख की आय पर 20 प्रतिशत 20-24 लाख की आय पर 25 प्रतिशत 24 लाख से ऊपर की आय पर 30 प्रतिशत इन्हें नहीं मिलेगा फायदा सालाना 12.75 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स में छूट उन्हीं लोगों को मिलेगी, जिनकी आय सिर्फ सैलरी से होगी। अगर वे शेयर मार्केट या किसी और माध्यम से कमाई करते हैं तो उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में उन्हें इनकम टैक्स देना होगा।
अगले 10 सालों में देशभर में 120 नए एयरपोर्ट बनाये जाएंगे। आज केंद्रीय वित्त मंत्री ने बजट 2025 में नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए ये अहम घोषणा की है, जिसमें अगले 10 सालों में देशभर में 120 नए एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव किया गया है। इसका उद्देश्य हवाई यात्रा को सुलभ बनाना और एयर कनेक्टिविटी को मजबूती देना है, खासकर छोटे शहरों और दूरदराज के इलाकों में। इस योजना से न केवल स्थानीय विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटन, व्यापार और उद्योगों को भी गति मिलेगी। नए एयरपोर्ट के निर्माण से हजारों रोजगार के अवसर पैदा होंगे और आर्थिक विकास को एक नई दिशा मिलेगी। यह कदम प्रधानमंत्री की "उड़ान" योजना के तहत लिया जा रहा है, जिसका मकसद छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों को हवाई मार्ग से जोड़ना है। इससे न केवल यात्रा में सुगमता आएगी, बल्कि नागरिक उड्डयन क्षेत्र में भी निवेश को बढ़ावा मिलेगा, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में तकनीकी क्षेत्र को लेकर एक अहम ऐलान किया। सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में नवाचार और विकास को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ रुपये का विशेष फंड देने की घोषणा की है। इस फंड का उद्देश्य AI के शोध, विकास, और शिक्षा को प्रोत्साहित करना है, जिससे भारत को वैश्विक तकनीकी नेतृत्व में एक नया मुकाम हासिल हो सके। सरकार के इस ऐलान के तहत, AI आधारित परियोजनाओं, स्टार्टअप्स और संस्थानों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि वे नए समाधान विकसित कर सकें और विभिन्न उद्योगों में AI का अधिकतम उपयोग कर सकें। इससे न केवल भारत में AI टेक्नोलॉजी की गति बढ़ेगी, बल्कि यह रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा और उद्योगों में कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करेगा।
आज पूरा देश संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले केंद्रीय बजट 2025 पर नजरें गड़ाए बैठा है। यह बजट आज सुबह 11 बजे लोकसभा में पेश किया जाएगा। यह निर्मला सीतारमण का लगातार आठवां बजट होगा, और 2024 में बनी मोदी 3.0 सरकार का दूसरा पूर्ण बजट है। गरीब, मिडिल-क्लास और वेतनभोगी वर्ग को इस बजट से बड़ी उम्मीदें हैं। खासकर इनकम टैक्स स्लैब में राहत और आर्थिक सुधारों की मांग की जा रही है। बजट से उम्मीद की जा रही है कि यह महंगाई से राहत देने और खर्च करने की क्षमता को बढ़ाने वाले कदमों के साथ आएगा।बजट सेशन 2025 की शुरुआत शुक्रवार 31 जनवरी 2025 को हुई, जब वित्त मंत्री ने संसद में इकोनॉमिक सर्वे 2025 पेश किया। इसमें देश की वर्तमान आर्थिक स्थिति, विकास दर, महंगाई और भविष्य की संभावनाओं पर महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है। अब सभी की निगाहें आज के बजट पर टिकी हैं, जिसमें इन आंकड़ों के आधार पर नई नीतियां घोषित की जाएंगी। बजट से पहले राष्ट्रपति से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मुलाकात केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में अपना आठवां बजट पेश करने से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुरु से मिलने के लिए वित्त मंत्रालय नॉर्थ ब्लॉक से रवाना हो गई हैं। पेपरलेस फॉर्मेट में वे पारंपरिक ‘बही खाता’ के बजाय एक टैब के माध्यम से बजट पेश करेंगी और पढ़ेंगी।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की एक पोस्ट पर विवाद खड़ा हो गया है, जिसके बाद उनके खिलाफ दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। यह विवाद 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर किए गए एक ट्वीट को लेकर उत्पन्न हुआ। राहुल गांधी ने इस पोस्ट में नेताजी की मौत की तारीख का जिक्र किया था, जो कई लोगों के अनुसार विवादास्पद था। राहुल गांधी के इस बयान को लेकर अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने कड़ी आपत्ति जताई और एफआईआर दर्ज कराने की मांग की। इसके बाद संगठन के कार्यकर्ताओं ने कोलकाता के एल्गिन रोड स्थित नेताजी के पैतृक घर के पास प्रदर्शन भी किया, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी के बयान को लेकर अपना विरोध जताया। हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रचूड़ गोस्वामी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और उनके परिवार ने हमेशा नेताजी की विरासत को नजरअंदाज किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यह पोस्ट नेताजी के बारे में गलत जानकारी देने की एक और कोशिश है, जिसे देश के लोग स्वीकार नहीं करेंगे। यह विवाद और गहरा हुआ जब राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर 18 अगस्त 1945 को नेताजी की मौत की तारीख बताई। हालांकि, नेताजी की मृत्यु की सही तारीख को लेकर कई सवाल हैं, क्योंकि इस संबंध में अब तक कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं मिल सका है। इस विवाद के बाद, ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, तृणमूल कांग्रेस और भाजपा जैसे राजनीतिक दलों ने भी राहुल गांधी के बयान की आलोचना की है। जानिए क्या है पूरा मामला यह विवाद इस सप्ताह के शुरुआत में हुआ था, जब राहुल गांधी ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में नेताजी की मृत्यु की तारीख 18 अगस्त 1945 बताई। यह वही तारीख थी जब नेताजी का विमान ताइहोकू (जो अब ताइपे में है) में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। हालांकि, नेताजी की मृत्यु की सही तारीख की कभी भी पुष्टि नहीं हो पाई और उनके गायब होने के बाद बने आयोगों ने भी इसकी पुष्टि नहीं की। ऐसे में राहुल गांधी नेताजी की मृत्यु की तारीख कैसे तय कर सकते है।
उत्तराखंड, आज एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने जा रहा है क्योंकि राज्य में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू होने जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज मुख्य सेवक सदन में यूसीसी पोर्टल और नियमावली का औपचारिक लोकार्पण करेंगे, जिसके साथ राज्य ने इस महत्वपूर्ण कानून को लागू करने के लिए सारी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। इसके बाद, उत्तराखंड, देश का पहला राज्य बन जाएगा, जो समान नागरिक संहिता लागू करेगा। समान नागरिक संहिता की दिशा में यह यात्रा 27 मई 2022 को एक विशेषज्ञ समिति के गठन से शुरू हुई थी। समिति ने अपनी रिपोर्ट 2 फरवरी 2024 को सरकार को सौंपी, और उसके बाद 8 मार्च 2024 को विधानसभा में विधेयक पारित किया गया। राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद 12 मार्च 2024 को इस अधिनियम पर अंतिम मुहर लगी, और अब इसे पूरी तरह से लागू किया जा रहा है। यूसीसी को लागू करने के लिए तकनीक आधारित व्यवस्थाओं का भी निर्माण किया गया है, जिसमें नागरिकों और अधिकारियों के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल विकसित किया गया है। इस पोर्टल पर अब विवाह, तलाक, लिव-इन, लिव-इन से अलग होना और विरासत के मामलों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा। 20 जनवरी को यूसीसी की नियमावली को अंतिम रूप देने के बाद, कैबिनेट ने इसे पास किया, और इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए विभिन्न स्तरों पर मॉक ड्रिल्स की गईं। शुक्रवार को हुई मॉक ड्रिल के बाद अब पोर्टल पूरी तरह से तैयार है, और आम नागरिकों और अधिकारियों के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। मुख्यमंत्री का लोकार्पण समारोह आज दोपहर 12:30 बजे होगा, जिसके बाद यूसीसी के नए नियमों के तहत विभिन्न सेवाओं का लाभ लिया जा सकेगा।
ढाका: बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना के पद से इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद आर्मी चीफ ने लोगों से शांति की अपील की है। बांग्लादेश के आर्मी चीफ वकार-उज-जमान ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि शेख हसीना ने पीएम पद छोड़ दिया है और देश छोड़कर चली गई हैं। ऐसे में राजनीतिक उथलपुथल को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों से बात की गई है और अब राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलकर अंतरिम सरकार बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। हालांकि उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ उनकी बैठक में हसीना की पार्टी अवामी लीग से कोई शामिल नहीं हुआ। बैठक में जमात और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी से देश के मौजूदा हालात पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा कि अंतरिम सरकार सभी दलों की भागीदारी से बनेगी। बांग्लादेश सेना प्रमुख ने लोगों से शांकि अपील करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जल्दी ही स्थिति में सुधार होगा। सेना प्रमुख वकार ने कहा कि उन्होंने सैनिकों को गोली ना चलाने का करने का निर्देश दिया है। ऐसे में लोग खुद घरों को लौटें और हिंसा बंद करें। ऐसे में स्थिति में सुधार होने पर कर्फ्यू और दूसरे प्रतिबंधों की आवश्यकता नहीं होगी। सेना प्रमुख ने विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई सभी मौतों की जांच कराए जाने का ऐलान किया है। हिंसा को रोका जाए: आर्मी चीफ जनरल वकार ने कहा कि देश में सभी तरह की हिंसा को तुरंत रोका जाए। उन्होंने छात्रों से वादा किया कि नई सरकार भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के दौरान हुई सभी मौतों के लिए न्याय सुनिश्चित करेगी। ढाका विश्वविद्यालय के कानून विभाग के प्रोफेसर आसिफ नजरूल ने एक बयान जारी कर छात्रों से विरोध प्रदर्शन बंद करने का अनुरोध करने के लिए कहा गया है।
नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन के ‘दरबार हॉल', ‘अशोक हॉल' का नाम आज बदल दिया गया है. अशोक हॉल का नाम बदलकर अशोक मंडप किया गया है। वहीं अब राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल को गणतंत्र मंडप के नाम से जाना जाएगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल और अशोक हॉल का नाम बदलने का आदेश जारी किया है। इस आदेश में लिखा गया है कि राष्ट्रपति भवन भारत के लोगों की अमूल्य विरासत है। राष्ट्रपति भवन तक लोगों को पहुंच आसान बनाने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। साथ ही राष्ट्रपति भवन के माहौल को भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक बनाने का भी प्रयास जारी है। आपको बता दे कि ‘दरबार हॉल' में कई बड़े आयोजन होते रहे है। राष्ट्रीय पुरस्कारों की प्रस्तुति जैसे महत्वपूर्ण समारोहों का यह स्थान रहा है। राष्ट्रपित भवन के दरबार हॉल और अशोक हॉल का बदला गया नाम, प्रियंका गांधी ने कहा- ये शहंशाह की अवधारणा राष्ट्रपति भवन के दोनों हॉल के नाम बदले जाने पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने केंद्र की NDA सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि दरबार की कोई अवधारणा (कॉन्सेप्ट) नहीं है, लेकिन 'शहंशाह' की अवधारणा है।
हाथरस जिले में भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। दरअसल, आज उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में साकार हरि बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। खबर लिखे जाने तक भगदड़ में अब तक 100 लोगों की मौत की खबर सामने आयी है। जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। हादसे के बाद घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की एक टीम गठित की गई है।
सपा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए ईवीएम पर बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें अब भी ईवीएम पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा, "मुझे ईवीएम पर ना कल भरोसा था, ना आज है और अगर मैं यूपी की 80 की 80 सीटें भी जीत जाऊं तो भी हमें ईवीएम पर भरोसा नहीं होगा।" अखिलेश यादव ने कहा है कि उन्होंने अपने चुनावी भाषण के दौरान भी कहा था वे ईवीएम को हटाएंगे। उन्होंने कहा, "ईवीएम का मुद्दा मरा नहीं है और जब तक ईवीएम नहीं हटेगा हम समाजवादी लोग उस बात पर अड़े रहेंगे।अपने संबोधन के दौरान भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए और कहा कि अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और नीट परीक्षा के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। अखिलेश यादव ने अपने संबोधन की शुरुआत लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को धन्यवाद देकर की और उन मतदाताओं का आभार व्यक्त किया जिन्होंने लोकतंत्र को बचाया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव जनता की समझदारी की जीत है और सांप्रदायिक राजनीति की हार हुई है। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह अर्थव्यवस्था के आंकड़े छुपा रही है और अगर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाना है तो 35 प्रतिशत की ग्रोथ चाहिए, जो संभव नहीं है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि धन, छल, बल की नकारात्मक राजनीति की हार हुई है और जोड़ने वाली राजनीति की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर सिर्फ विनाश हो रहा है और जनता को कोई सुविधा नहीं मिल रही है। उन्होंने अनाथ पशुओं की समस्याओं और गन्ने के भुगतान का मुद्दा भी उठाया |नीट पेपर लीक पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि शिक्षा परीक्षा माफिया का जन्म हुआ है और सरकार नौकरी नहीं देना चाहती है इसलिए पेपर लीक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अग्निवीर जैसी व्यवस्थाओं से देश की सीमाओं की सुरक्षा संभव नहीं है और सत्ता में आने पर इसे खत्म कर देंगे। अखिलेश यादव ने अपने भाषण में भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि अब देश किसी की निजी महत्वाकांक्षा से नहीं, बल्कि जन आकांक्षा से चलेगा। उन्होंने कहा कि अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी। उनका भाषण सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार था और उन्होंने जनता की समस्याओं को खुलकर सामने
2024 लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा आज होगी। दिल्ली के विज्ञान भवन में दोपहर 3 बजे मुख्य चुनाव आयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।तारीखों की घोषणा के साथ देश में आचार संहिता भी लागू हो जाएगी, जो चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक रहती है। लोकसभा के साथ 4 राज्यों- आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के विधानसभा चुनाव की तारीखें भी आज तय होंगी। लोकसभा की 543 सीटों पर 7 फेज में वोटिंग हो सकती है। 15 से 18 अप्रैल के बीच पहले फेज के लिए, और आखिरी फेज में 19 मई को वोटिंग हो सकती है। 23 मई को रिजल्ट संभव है।चुनाव आयोग ने लोकसभा और चार विधानसभा चुनावों के लिए 3.4 लाख केंद्रीय बलों की मांग की है। आयोग 97 करोड़ मतदाताओं के लिए देशभर में करीब 12.5 लाख मतदान केंद्र बना सकता है। 2024 में 97 करोड़ वोटर्स, 2 करोड़ नए मतदाता जुड़े 2024 लोकसभा में 97 करोड़ लोग वोटिंग कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने 8 फरवरी को सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के वोटर्स से जुड़ी समरी रिवीजन 2024 रिपोर्ट जारी की थी। आयोग ने बताया कि वोटिंग लिस्ट में 18 से 29 साल की उम्र वाले 2 करोड़ नए वोटर्स को जोड़ा गया है। 2019 लोकसभा चुनाव के मुकाबले रजिस्टर्ड वोटर्स की संख्या में 6% की बढ़ोतरी हुई है। चुनाव आयोग ने कहा- दुनिया में सबसे ज्यादा 96.88 करोड़ वोटर्स लोकसभा चुनावों में वोटिंग के लिए रजिस्टर्ड हैं। साथ ही जेंडर रेशो भी 2023 में 940 से बढ़कर 2024 में 948 हो गया है।आयोग ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान बच्चों से पोस्टर और पर्चे बांटने और नारेबाजी करने जैसे काम भी ना करवाने का निर्देश दिया है।
देश की पेट्रोलियम कंपनियों ने लोकसभा चुनाव से पहले लोगों को बड़ी राहत दी है। कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये की कटौती की है। पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने 14 मार्च को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, 'पेट्रोल और डीजल के दाम 2 रुपए कम करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि करोड़ों भारतीयों के परिवार का हित और सुविधा उनका लक्ष्य है।' राजस्थान सरकार ने वैट भी कम किया केंद्र सरकार की घोषणा से कुछ घंटे पहले ही राजस्थान सरकार ने अपने राज्य में पेट्रोल-डीजल पर 2 प्रतिशत वैट कम किया था। इससे राजस्थान को डबल फायदा होगा और राज्य के हर जिले में पेट्रोल-डीजल कम से कम साढ़े 3 रुपए सस्ते होंगे। राजस्थान में अब 31.04 प्रतिशत की जगह 29.04 प्रतिशत वैट लगेगा।
** खट्टर के इस्तीफे के बाद विधायक दल की बैठक में नेता चुने गए ** भाजपा-जेजेपी के बीच गठबंधन भी टूटा सियासी तपिश से तप रहे हिमाचल के पड़ोसी राज्य हरियाणा की राजनीति में भी बड़ा उलटफेर हो गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे दे दिया है। उनके त्याग पत्र देने के बाद विधायक दल की बैठक में नायब सिंह सैनी को हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में विधायक दल का नेता चुना गया है। नायब सिंह सैनी को बीते दिनों ही हरियाणा बीजेपी का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था, वे कुरुक्षेत्र से सांसद हैं। बता दें कि हरियाणा में भाजपा-जेजेपी के बीच गठबंधन भी टूट गया है। इससे पहले सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के बीच मुलाकात हुई थी। दरअसल यहां लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग पर गठबंधन में आम सहमति नहीं बन पाना इसकी वजह है। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री एवं जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से 2 लोकसभा सीटों की मांग की थी, जबकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटों पर अकेले जीत हासिल हुई थी।
** ओकओवर में मंख्यमंत्री से मिलीं शिमला शहर की महिलाएं ** सीएम बोले, भ्रष्टाचार पर लगाम लगाकर सरकार ने बढ़ाई आय हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने आगामी एक अप्रैल से 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को मासिक 1500 पेंशन रुपये देने का एलान किया है, जिसको लेकर आज शिमला शहर की महिलाओं ने नगर निगम महापौर सुरेंद्र चौहान की अगुवाई में ओकओवर पहुंचकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार जताया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने एक साल में भष्ट्राचार पर लगाम लगाई है, जिसके चलते प्रदेश की आय में कुछ इजाफा हुआ है। इस इजाफे को सरकार ने महिलाओं को देने का निर्णय लिया है, ताकि महिलाओं को इसका फायदा मिल सके।
** कोलकाता में 15,400 करोड़ की कनेक्टिविटी परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कोलकाता में 15,400 करोड़ रुपये की कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए। प्रधानमंत्री ने देश की पहली अंडरग्राउंड मेट्रो का भी उद्घाटन किया। इस मेट्रो की खासियत यह है कि यह जमीन से 33 मीटर नीचे बने ट्रैक पड़ दौड़ेगी। गौरतलब है कि वर्ष 1984 में देश की पहली मेट्रो ट्रेन कोलकाता उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (ब्लू लाइन) में दौड़ी थी। आज 40 साल बाद एक बार फिर यहीं से देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो रेल की शुरुआत हुई है। हावड़ा से महाकरण तक 520 मीटर लंबी टनल इसके लिए हावड़ा स्टेशन से महाकरण स्टेशन तक 520 मीटर लंबी टनल बनाई गई है, जिसमें दो ट्रैक बिछाए गए हैं। मेट्रो ट्रेन इस टनल को 80 किमी/घंटे की रफ्तार से सिर्फ 45 सेकेंड में पार कर लेगी। इससे हावड़ा और कोलकाता की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। रोज 7 से 10 लाख लोगों का सफर आसान होगा। 4 अंडरग्राउंड स्टेशन, हावड़ा दुनिया का सबसे गहराई में बना मेट्रो स्टेशन इस मेट्रो में 4 अंडरग्राउंड स्टेशन हैं- हावड़ा मैदान, हावड़ा स्टेशन, महाकरण और एस्प्लनेड। हावड़ा स्टेशन जमीन से 30 मीटर नीचे बना है। यह दुनिया में सबसे गहराई में बना मेट्रो स्टेशन है। अभी पानी के नीचे मेट्रो रूट लंदन और पेरिस में ही बना है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आज हिमाचल दौरे पर आ रहे हैं। वे हिमाचल वासियों को करोड़ों रुपये की सौगातें देंगे। जानकारी के मुताबिक सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री हमीरपुर जिले के दोसड़का में कई सड़क परियोजनाओं की आधाशिला रखेेंंगे। गडकरी 110 किलोमीटर लंबी हमीरपुर-मंडी सड़क का शिलान्यास भी करेंगे। इसके बनने से हमीरपुर से मनाली की दूरी 124 किलोमीटर से कम होकर 110 किमी रह जाएगी। इस प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाने का काम पिछले एक साल से चल रहा था। लोकसभा चुनाव को देखते हुए केंइ्र सरकार ने अस परियोजना पा काम करना शुरू कर दिया है। अब देखना होगा कि ये प्रोजेक्ट कितने समय में बनकर तैयार होता है।
हिमाचल प्रदेश में सियासत का पारा काफी चढ़ा हुआ है। अपने ही सीएम से नाराज चल रहे प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह बीते तीन दिन से दिल्ली में डेरा जमाए बैठे हैं। उन्होंने रविवार देर शाम को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की है। सूत्रों की मानें तो उन्होंने प्रियंका गांधी और वेणुगोपाल को अपनी नाराजगी की वजह बताई है साथ ही हिमाचल प्रदेश में चल रहे वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम से अवगत कराया है। वहीं, उनके भाजपा में जाने या नई पार्टी का गठन करने की अटकलों पर भी अब विराम लग गया है। विक्रमादित्य सिंह ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में हुई क्रॉस वोटिंग के बारे में भी प्रियंका गांधी को बताया साथ ही किन हालात के चलते कांग्रेस के छह विधायक नाराज हुए, इसकी जानकारी भी दी है। आज वे वापस शिमला लौट सकते हैं।
पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने साल 2021 में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत की थी। मोदी के नेतृत्व में ही 2021-2022 से 2025-2026 तक 5 वर्षों के लिए 1,600 करोड़ रुपये की डिजिटल स्वास्थ्य इकोसिस्टम बनाने के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन शुरू किया गया था। इसकी वजह से पीएम मोदी के गारंटी का भी असर देखने को साफ मिला और इस योजना के तहत 29 फरवरी, 2024 तक 56.67 करोड़ लोगों के आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाते बनाए जा चुके हैं। इसके अलावा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन ने लैंगिक समानता हासिल करने की दिशा में भी प्रगति की है। 29 फरवरी, 2024 तक, 27.73 करोड़ महिलाएं और 29.11 करोड़ पुरुषों को आभा कार्ड से लाभ हुआ है। वहीं 34.89 करोड़ से अधिक स्वास्थ्य दस्तावेजों को इससे जोड़ा गया है। क्या है आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य देश में यूनिफाइड डिजिटल स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की मदद करने के लिए जरूरी आधार तैयार करना है। इससे सीमित इंटरनेट कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता खोलने के लिए ऑफलाइन मोड को मदद पहुंचती है। इसके अलावा भारत सरकार ने स्वास्थ्य सुविधा के लिए आभा ऐप और आरोग्य सेतु जैसे विभिन्न एप्लिकेशन भी लॉन्च किए गए हैं, जो आम लोगों को मदद पहुंचाती है। आभा ऐप एक प्रकार का डिजिटल स्टोरेज है, जो किसी भी व्यक्ति के मेडिकल दस्तावेजों का रखने का काम आता है। इस ऐप के जरिए मरीज रजिस्टर्ड स्वास्थ्य पेशेवरों से संपर्क भी कर सकते हैं। भारत में बीजेपी की मोदी सरकार ने बीते 10 सालों के अपनी सरकार में कई सारे मील के पत्थर हासिल किया है। इन 10 सालों में पीएम मोदी के विजन ने भारत को अगले 23 साल बाद यानी साल 2047 तक विकसित भारत बनाने के ओर मजबूती से कदम भी बढ़ा लिया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने देश के हित में जो भी फैसले लिए है, उनमें से हेल्थ सेक्टर को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का प्रयास किया गया है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की कि लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है। हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई। लेकिन भाजपा धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है। इस मक़सद के लिए जिस तरह भाजपा सरकारी सुरक्षा और मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है, वह देश के इतिहास में अभूतपूर्व है। उन्होंने कहा कि यदि 25 विधायकों वाली पार्टी 43 विधायकों के बहुमत को चुनौती दे रही है तो मतलब साफ है कि वह पार्टी प्रतिनिधियों के खरीद-फरोख्त पर निर्भर है। इनका यह रवैया अनैतिक और असंवैधानिक है। हिमाचल और देश की जनता सब देख रही है। भाजपा प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेशवासियों के साथ खड़ी नहीं हुई, लेकिन अब प्रदेश को राजनीतिक आपदा में धकेलना चाहती है।
टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने बताया कि कंपनी के कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत सभी को गुणवत्तापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के दिशा में आगे बढ़ते हुए विवेकानंद नेत्रालय आई हॉस्पिटल देहरादून के नए ऑपरेशन थिएटर के लिए जीस माइक्रोस्कोप मॉडल ओपीएमआई लुमेरा 700 मशीन प्रदान की है। जे. बेहेरा, निदेशक (वित्त) ने 24 फरवरी को मशीन का उद्घाटन किया, जो टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की सामाजिक जिम्मेदारी और विजन को सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा तक पहुंचाने की दृढ़ संकल्पना को दर्शाता है। विश्नोई ने जीवन में अच्छे स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एक सामाजिक रूप से जिम्मेदार संगठन के रूप में, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड निरंतर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा की चुनौतियों का सामना करने के लिए विभिन्न सीएसआर पहलुओं के माध्यम से प्रयासरत है। इसमें टिहरी जिले के दीन गांव में हंस फाउंडेशन के माध्यम से एक एलोपैथिक डिस्पेंसरी कासंचालन, सीमा डेंटल कॉलेज ऋषिकेश; एम्स, ऋषिकेश; और निर्मल आश्रम नेत्रालय, ऋषिकेश के साथ स्वास्थ्य शिविर आयोजित करना आदि शामिल है। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड जिला स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा अनुरोध किये जाने पर समय-समय पर विभिन्न चिकित्सा वस्तुएं और उपकरण प्रदान करके राज्य सरकार के स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे का समर्थन भी करता है। उद्घाटन समारोह के दौरान जे. बेहेरा ने बताया कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने अपनी सीएसआर योजना के अंतर्गत विवेकानंद अस्पताल, देहरादून के लिए ज़ीस माइक्रोस्कोप मॉडल ओपीएमआई लुमेरा 700 की खरीदारी के लिए 1.25 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की । इसका उद्देश्य उत्तराखंड के दूरदराज क्षेत्रों में बसे समुदायों और उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित व्यक्तियों को सर्वोत्तम श्रेणी की नेत्र देखभाल सुविधाएं प्रदान करना है 7 उत्तराखंड के साथ-साथ इसमें उत्तर प्रदेश के कई जिले जैसे बिजनौर, शामली, मुजफ्फरनगर, और सहारनपुर आदि भी शामिल हैं। यह नई मशीन नेत्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए एक वरदान के रूप में कार्य करेगी, जिससे मोतियाबिंद सर्जरी, ग्लूकोमा उपचार, रेटिना सर्जरी, और कॉर्निया प्रत्यारोपण जैसे उच्च गुणवत्ता के उपचार और प्रक्रियाएंभी संभव हैं। टीएचडीसी अपने सामाजिक उत्तरदायित्व को पूर्ण करते हुए उत्तराखंड के पहाड़ी समुदायों के लिए आंखों की बीमारियों का समाधान करने, स्वास्थ्य संबंधित सुविधाएं कम लागत में उपलब्ध कराने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता आया है। उद्घाटन समारोह के दौरान अमरदीप, महाप्रबंधक तथा टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड व विवेकानंद नेत्रालय अस्पताल, देहरादून के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।