उपमंडल ज्वालामुखी के तहत गांव महाड़ के रहने वाले बलकार सिंह पिछले तीन दिनों से लापता थे। परिवार के सदस्यों ने पुलिस चौकी लगडू में बलकार सिंह के लापता होने की सूचना दर्ज करवाई थी जिसके चलते पुलिस चौकी लगडू व पुलिस थाना खुंडियां की टीम ने पिछले दो दिन से सर्च अभियान चलाया हुआ था जिसमें पुलिस टीम ने लापता बलकार सिंह को ढूंढने के लिए डॉग स्क्वायड को भी बुलाया था। उक्त व्यक्ति का शव नाहली नामक स्थान पर पड़ा मिला। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उक्त व्यक्ति के शव को कब्जे में लिया तथा वहां मौजूद लोगों के बयान कलमबद्ध किए। उपमंडलीय पुलिस अधिकारी ज्वालामुखी आरती जसवाल ने बताया कि यशपाल उर्फ बलकार सिंह 18 नवंबर से घर से लापता था इसकी आयु 45 साल थी। इसकी सूचना पुलिस चौकी लगडू को दी गई थी साथ में पुलिस थाना खुंडियां की टीम ने सहयोग किया तथा वीरवार 20 नवंबर को सुबह लगभग साढ़े दस बजे उक्त व्यक्ति का शव घर से लगभग तीन किलोमीटर दूर मृत अवस्था में मिला है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए देहरा भेज दिया गया है तथा आगामी कार्रवाई जारी रखी जाएगी।
बुधवार को राजकीय आर्य डिग्री कॉलेज, नूरपुर के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित भारतीय ज्ञान प्रणालियों पर राष्ट्रीय संगोष्ठी श्रृंखला में, मुख्य वक्ता, अमित शर्मा (भारतीय वन सेवा अधिकारी) ने "जैव विविधता और भारतीय ज्ञान प्रणाली" पर एक व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में कुल 85 छात्रों ने भाग लिया। डॉ. राकेश कुमार, सह आचार्य वनस्पति विज्ञान व समन्वयक आई. क्यू.ए.सी. ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। मुख्य वक्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य विविध परिदृश्य से संपन्न है जो वनस्पतियों और जीवों की समृद्ध विविधता का समर्थन करता है। उन्होंने भारत में वन संसाधनों का एक महत्वपूर्ण विश्लेषण प्रदान किया। उन्होंने नूरपुर उपखंड पर विशेष जोर देते हुए हिमाचल प्रदेश में वन विविधता के बारे में बात की और प्रतिभागियों को इसे संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया। कॉलेज प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार ठाकुर ने जैव विविधता की मानव संपदा के लिए सेवाओं पर प्रकाश डाला और छात्रों को प्रेरित करने के लिए वक्ता का धन्यवाद किया। साथ ही, इस वनस्पति और जीव-जंतु विविधता के संरक्षण और संवर्धन हेतु, नूरपुर क्षेत्र की स्थानीय पादप प्रजातियों और वन विभाग द्वारा सर्वेक्षण के दौरान पहचाने गए पक्षियों के विवरण वाले ब्रोशर छात्रों को प्रदान किए गए, जिसका उद्देश्य इन प्रजातियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएँ प्रदान करने में उनके महत्व को बढ़ाना है। इस अवसर पर प्राणी विज्ञान के सह आचार्य डॉ. दिलजीत सिंह, भूगोल के सहायक आचार्य डॉ. सत्य प्रकाश, अर्थशास्त्र की सहायक आचार्या सुश्री पर्ल बख्शी और रसायन विज्ञान के सहायक आचार्य डॉ. मनोज कुमार उपस्थित थे।
देहरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता होशियार सिंह ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “जब रोम जल रहा था, तब नीरो बाँसुरी बजा रहा था” कांग्रेस सरकार का मौजूदा रवैया इसी कहावत को चरितार्थ कर रहा है। होशियार सिंह ने आरोप लगाया कि पिछले तीन वर्षों में प्रदेश दो भयंकर प्राकृतिक आपदाओं से जूझ चुका है, जिससे पूरे प्रदेश की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है, लेकिन इसके बावजूद सत्तारूढ़ सरकार अपने तीन वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित परिवार सरकार की संवेदनहीनता के कारण स्वयं को लाचार महसूस कर रहे हैं, वहीं उनके आशियाने तबाह होने के बावजूद मुख्यमंत्री, उनके मंत्री और विधायक उत्सव और मेलों में मशगूल हैं। भाजपा नेता ने कहा कि सत्ता का दुरुपयोग कर सरकारी खजाने को मनोरंजन पर खर्च करने वाली कांग्रेस सरकार प्रदेश की जनता पर राजनीतिक बोझ साबित हो रही है। उनके अनुसार, वर्तमान सरकार की जनविरोधी नीतियों से हर वर्ग त्रस्त है। व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर किए गए वादों ने प्रदेश की आर्थिक नीतियों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा कर्ज पर निर्भर आर्थिक रणनीति ने प्रदेश को कंगाली की कगार पर ला खड़ा किया है। सरकारी कर्मचारियों में अपने भविष्य को लेकर गहरी चिंता है, जबकि पढ़े-लिखे युवाओं की स्थाई सरकारी नौकरी की उम्मीदें भी सरकार की नीतियों के कारण टूट चुकी हैं। बेरोजगारी प्रदेश में अपने चरम पर है। होशियार सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 10 गारंटियों के नाम पर जनता को भ्रमित कर सत्ता हासिल की, लेकिन तीन साल बाद भी कोई गारंटी पूरी नहीं हुई। विशेष रूप से 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत प्रतिमाह ₹1,500 देने का वादा पूरी तरह अधूरा रह गया है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि जनता को झूठे वादों के सहारे बहकाने वाली सुक्खू सरकार अब अपने वादों से पीछे हट गई है, जिससे जनता में व्यापक रोष व्याप्त है।
उपमंडल नूरपुर स्थित युथ अगेंस्ट ड्रग और गैरी केयर संस्था बोड़ द्वारा युवाओं में बढ़ते नशे के प्रचलन के विरोध में 22 नवंबर को एक प्रदेश स्तरीय ओपन मैराथन आयोजित की जा रही है। यह मैराथन बोड़ काली माता मंदिर से शुरू होकर ओंद स्थित हनुमान मंदिर तक आयोजित होगी। पत्रकार वार्ता के दौरान युथ अगेंस्ट ड्रग संस्था के अध्यक्ष रवि मेहरा ने बताया कि यह दौड़ सुबह 8 बजे प्रारंभ होगी और कुल सात किलोमीटर के ट्रैक पर संपन्न होगी। उन्होंने बताया कि मैराथन में विजेताओं के लिए आकर्षक इनाम रखे गए हैं प्रथम विजेता: ₹15,000, उपविजेता: ₹10,000, चौथा स्थान: ₹5,100, पाँचवाँ स्थान: ₹2,100, छठा स्थान: ₹1,100, सातवें से दसवें स्थान तक एक-एक हेलमेट और ₹500 नकद। मेहरा ने कहा कि मैराथन को लेकर युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। संस्था समय-समय पर युवाओं को खेलों से जोड़ने और सामाजिक कार्यों में भागीदारी बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करती रही है। साथ ही, नशा मुक्ति अभियान में सरकार और प्रशासन के प्रयासों के साथ संस्था भी अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन मनदीप महाजन, सचिव प्रिंस, अभिनव, तथा गैरी केयर संस्था के अध्यक्ष अंकित वर्मा भी मौजूद रहे।
सोमवार को एसडीएम कार्यालय देहरा में एसडीएम कुलवंत सिंह पोतन की अध्यक्षता में टीबी फ़ोरम की बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान डाडासीबा क्षेत्र की 18 टीबी-मुक्त पंचायतों को सम्मानित किया गया। इनमें से 9 ग्राम पंचायतें बसी, चापलाह गुडारा, डाडासीबा, दोदु राजपूतां, सर्द डोगरी, शांतला, सियोल, सुनहेत और कस्बा कोटला को लगातार दो वर्ष टीबी-मुक्त पंचायत घोषित होने पर सिल्वर स्मृति चिह्न प्रदान किया गया। वहीं, 9 अन्य ग्राम पंचायतों अलो, भरौली जदीद, धीजाग, कौलापुर, कुहना, नाहन नागरोता, नियार, पिरसलुही और अपर बलवाल को एक बार टीबी-मुक्त पंचायत घोषित होने पर ब्रॉन्ज स्मृति चिह्न से सम्मानित किया गया। बैठक में बीएमओ डाडासीबा, बीएमओ देहरा, एसएमओ डाडासीबा, बीडीओ प्रागपुर, बीईईओ डाडासीबा, एसडीएएमओ, जिला परिषद सदस्य एवं टीबी चैंपियंस भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर एसडीएम कुलवंत सिंह पोतन ने पंचायत प्रधानों से अपने-अपने क्षेत्रों में अधिक से अधिक लोगों को टीबी जांच के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने बढ़ते नशे और उससे छुटकारा पाने के उपायों पर भी सभा को संबोधित किया। बैठक में बीएमओ डाडासीबा डॉ. सतीश फोतेदार ने बढ़ते टीबी मामलों, उसके लक्षणों, रोकथाम, निक्षय पोषण किट्स तथा सरकार द्वारा संचालित टीबी-मुक्त भारत अभियान, टीबी-मुक्त पंचायत और तंबाकू-मुक्त पंचायत की अवधारणा पर विस्तार से जानकारी दी।
हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान, पालमपुर (हि.प्र.) ने इंडिया इंटरनेशनल साइन्स फेस्टिवल (आई.आई.एस.एफ)-2025 के कर्टेन रेज़र कार्यक्रम का आयोजन संस्थान परिसर में बड़े उत्साह के साथ किया। संस्थान के निदेशक डॉ. सुदेश कुमार यादव ने प्रतिभागियों का स्वागत किया, जिनमें आसपास के क्षेत्रों के स्कूल और कॉलेजों के छात्र भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि आई.आई.एस.एफ -2025 का आयोजन 6 से 9 दिसंबर 2025 तक पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में किया जाएगा तथा इसका उद्देश्य विज्ञान को उत्सव के रूप में मनाना है, जो जिज्ञासा और सीखने को बढ़ावा देता है। डॉ. यादव ने छात्रों को इस राष्ट्रीयआयोजन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर डॉ. शशि धीमान थे। उन्होंने भारत के वैज्ञानिक इतिहास और उसकी वर्तमान प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। डॉ. धीमान ने इस वर्ष के आई.आई.एस.एफ विषय “विज्ञान से समृद्धि: आत्मनिर्भर भारत के लिए” पर विस्तार से चर्चा की और सभी से वैश्विक कल्याण हेतु आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान आई.आई.एस.एफ में प्रस्तावित गतिविधियों, प्रदर्शनियों और प्रमुख आकर्षणों की जानकारी साझा की गई। छात्रों ने संस्थान का भ्रमण किया और वैज्ञानिकों के साथ संवाद कर विज्ञान की दुनिया को करीब से जाना। लगभग 300 विद्यार्थी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
ज्वालामुखी रेंज के गुम्मर–जंगल क्षेत्र में नियमित गश्त के दौरान वन विभाग की टीम ने अवैध खैर कटान का बड़ा मामला पकड़ा है। वन खंड अधिकारी पविंदर कुमार, वन रक्षक दीपक कुमार और वन मित्र आदर्श धनोटिया गश्त पर थे, तभी कोके रोड़ पर एक संदिग्ध टेम्पो (नं. HP 72A 6555) को रोका गया। जांच के दौरान टेम्पो में चालक अशोक कुमार के साथ दिलबाग, अंशुल और अक्षय जसवाल (सभी निवासी सलीहार) मौजूद पाए गए। तलाशी में वाहन से सफेद पॉलीथिन में छिपाए 8 खैर के हरे मोछे और 2 कटर बरामद किए गए। पूछताछ में सभी आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने ये मोछे चक्बन–कालीधर जंगल (गुम्मर बीट) से अवैध रूप से काटे हैं। वन विभाग ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों के विरुद्ध प्रचलित नियमों एवं अधिनियमों के तहत प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज करवा दी है। आर.एफ़.ओ. ईशानी ने कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वन मंडल अधिकारी देहरा सन्नी वर्मा के निर्देश पर ज्वालामुखी रेंज में दिन–रात पेट्रोलिंग और नाके स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि अवैध कटान पर सख्त रोक लगाई जा सके। विभाग ने दोहराया है कि भविष्य में भी वन माफियाओं के खिलाफ सख्त और निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी।
जीवनसाथी ज़रूरी है… लेकिन भरोसे के रिश्ते में अगर धोखा छिपा हो तो क्या किया जाए? हिमाचल प्रदेश में शादी के नाम पर ठगी का ऐसा गिरोह सामने आया है, जिसने कई परिवारों की खुशियाँ छीन लीं… हिमाचल प्रदेश में महिलाओं का एक ऐसा गिरोह सक्रिय हो गया है, जो शादी के नाम पर लोगों को ठग रहा है। ताज़ा मामला कांगड़ा और मंडी ज़िलों से सामने आया है, जहाँ लुधियाना की पाँच महिलाओं ने हिमाचल के युवकों से शादी की और फिर जेवरात लेकर फरार हो गईं। जानकारी के अनुसार, इन महिलाओं ने पहले मैरिज ब्यूरो के माध्यम से हिमाचल के व्यक्तियों से शादी की। शादी के बाद कुछ दिनों तक सब सामान्य चलता रहा, लेकिन मौका मिलते ही महिलाएँ कीमती गहने और नकदी लेकर रफूचक्कर हो गईं। एक मामला तो ऐसा भी सामने आया है जहाँ महिला ने पूरे 25 दिन तक शादीशुदा जीवन निभाया, ताकि घरवालों का भरोसा पूरी तरह जीत सके और फिर अचानक जेवर लेकर गायब हो गई। इसके बाद पीड़ितों ने मैरिज ब्यूरो के संचालक से संपर्क किया। मैरिज ब्यूरो के मालिक ने भी सहयोग दिखाते हुए पुलिस की मदद की, जिसके चलते पाँचों महिलाओं को पकड़ लिया गया। हालाँकि पीड़ित परिवारों का दावा है कि यह गिरोह सिर्फ पाँच महिलाओं तक सीमित नहीं है इसमें और भी कई सदस्य जुड़े हुए हैं। आज तड़के पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लेकर थाना नगरोटा बगवां पहुँचे। उनका कहना है कि यह संगठित गिरोह कई राज्यों में सक्रिय है और भोले-भाले लोगों को शादी के झांसे में फँसाकर लाखों की ठगी कर रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच में जुटी है। लेकिन इस घटना ने मैरिज ब्यूरो के माध्यम से होने वाली शादियों पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक मलेन्द्र राजन ने आज ग्राम पंचायत माजरा और मलकाना में “विधायक आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत लोगों की समस्याएँ सुनीं तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों को उनके समयबद्ध समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। इस अवसर पर अपने संबोधन में विधायक मलेन्द्र राजन ने बताया कि माजरा का मुख्य मार्ग, जो पठानकोट एवं अन्य क्षेत्रों को जोड़ता था, गत वर्ष बरसात के दौरान आई बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गया था। उन्होंने कहा कि अब इस मार्ग को लोगों और वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया गया है। विधायक ने जानकारी दी कि 50 लाख रुपये की लागत से इस मार्ग के प्रोटेक्शन कार्य को शीघ्र आरंभ किया जाएगा, जिसके लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। साथ ही, 22.70 करोड़ रुपये की लागत से सड़क के पुनर्निर्माण हेतु डीपीआर तैयार कर सरकार को भेजी गई है, जिसे शीघ्र स्वीकृत कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। मलेन्द्र राजन ने कहा कि डमटाल को माजरा से जोड़ने के लिए एक पुल का प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के लोगों को सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि मलकाना पंचायत में पेयजल आपूर्ति को सुदृढ़ करने के लिए एक नई योजना तैयार की गई है, जिसका निर्माण कार्य पूर्ण होते ही उद्घाटन किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि बिजली समस्या के समाधान हेतु एक नया ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है। वहीं, मिलवां से बरोटा सड़क का निर्माण कार्य 20 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है, जो क्षेत्र की एक प्रमुख मांग रही है। इसके अतिरिक्त, त्योड़ा पत्तन पुल की डीपीआर 14 करोड़ रुपये की लागत से तैयार कर सरकार को भेजी गई है, जिससे क्षेत्रवासियों को बेहतर आवागमन सुविधा मिलेगी।विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं के त्वरित समाधान और विकास कार्यों को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि जनता से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को मौके पर ही सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यक्रम में एसडीएम डॉ. सुरेंद्र ठाकुर, एसई लोक निर्माण विभाग मोहिंदर पाल धीमान, एक्सईएन दीपक महाजन, डीएसपी संजीव कुमार, तहसीलदार अमनदीप सिंह, एक्सईएन विद्युत बोर्ड संदीप सन्याल, एसडीओ आईपीएच अनिल ठाकुर, माजरा उपप्रधान तिलक, पोंग बांध सलाहकार समिति के निदेशक कुलदीप शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष रणजीत पठानिया, व्यापार कल्याण बोर्ड के सदस्य गगनदीप, रिंकू सहोत्रा, वार्ड सदस्य साहिल, रोमी, मलकाना प्रधान नरेंद्र कौर, ओबीसी सेल के अध्यक्ष केवल, उपप्रधान ठाकुरद्वारा राणा प्रताप, उपप्रधान बसंतपुर जोगिंदर सिंह, पूर्व प्रधान सीता देवी, तारा चंद, क्रशर उद्योग से जुड़े प्रतिनिधि तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
दिनांक 6 नवम्बर से 7 नवम्बर तक आयोजित राज्यस्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में लौरिएर ग्लोबल स्कूल की छात्रा डोयल रियालच ने अंडर-14 वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त कर राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता के लिए अपना स्थान सुनिश्चित किया। आगामी राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता 10 दिसंबर को आयोजित की जाएगी, जिसमें डोयल रियालच अपनी टीम के साथ हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगी। छात्रा की इस शानदार उपलब्धि पर स्कूल के प्रबंध निदेशक डा. रण सिंह, कैम्पस डायरेक्टर डा. एम. एस. आशावत तथा प्रधानाचार्या डा. अंकिता शर्मा ने डोयल रियालच और उनके अभिभावकों को हार्दिक बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
राज्य विधानसभा सचिवालय ने सत्र की तैयारियां तेज कर दी हैं। धर्मशाला के तपोवन में 26 नवंबर से शुरू होने जा रहे विधानसभा के शीत सत्र में इस बार प्राकृतिक आपदा, सड़कों, पेयजल, स्वास्थ्य सेवाएं और कर्मचारियों की मांगों से जुड़े विषय प्रमुख हैं। सत्र के लिए बुधवार तक राज्य विधानसभा सचिवालय को 300 से अधिक सवाल मिल गए हैं। आने वाले दिनों में सवालों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। यह प्रश्न विधानसभा सचिवालय को विधायक 19 दिसंबर तक भेजे पाएंगे। शीत सत्र का समापन पांच दिसंबर को होगा। इस बार भी विपक्षी भाजपा जहां आक्रामक रुख में होगी, वहीं सत्ता पक्ष भी हमलावर रहेगा। राज्य विधानसभा सचिवालय ने विभिन्न विभागों को स्पष्ट किया है कि सवालों के जवाब समय पर तैयार करें, जिससे सत्र के दौरान मंत्री सटीक और पूर्ण जानकारी सदन के पटल पर रख सकें। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सत्र के दौरान आपदा राहत कार्यों पर भी सदन में वक्तव्य देंगे। इस वर्ष बरसात के दौरान राज्य के कई जिलों में प्राकृतिक आपदा आई, जिससे सैकड़ों सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए। जलापूर्ति योजनाएं ठप हो गईं और हजारों लोग विस्थापित हुए। सत्र में इन मुद्दों पर व्यापक चर्चा होने की संभावना है। विधायकों की ओर से प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण और राहत पैकेज के वितरण में पारदर्शिता को लेकर भी विपक्ष द्वारा प्रश्न उठाए जाएंगे। यह आठ बैठकों वाला अब तक का सबसे लंबा शीत सत्र है। कांग्रेस सरकार जहां अपने तीन वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों को सामने रखने की तैयारी में है, वहीं भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर घेरने का प्रयास करेगी। तपोवन स्थित विधानसभा परिसर में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
भारतीय जनता पार्टी जसवां-परागपुर मंडल ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के कोटला बेहड़ उपमंडल के लिए भवन का निर्माण न हो पाने पर गहरी नाराज़गी और खेद व्यक्त किया है। मंडल अध्यक्ष विनोद शर्मा और वीरेंद्र ठाकुर ने एक संयुक्त बयान में कहा कि गांव के समाजसेवी एवं दानी व्यक्ति रमेश शर्मा ने लाखों रुपये की कीमत की भूमि खरीदकर सरकार को मुफ्त में दान दी थी, ताकि उस भूमि पर पीडब्ल्यूडी उपमंडल का भवन बनाया जा सके। इस भवन का शिलान्यास तात्कालिक उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने किया था और भवन निर्माण के लिए धनराशि भी स्वीकृत करवाई गई थी। उन्होंने कहा कि आज तक इस भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी सब-डिवीजन डाडासीबा के अंतर्गत लगभग 530 किलोमीटर लंबी सड़कें आती हैं, जिनका निरीक्षण करने के लिए सहायक अभियंता के पास विभागीय वाहन तक उपलब्ध नहीं है। यही स्थिति परागपुर उपमंडल के सहायक अभियंता की भी है। दोनों अधिकारियों को निरीक्षण के लिए निजी वाहनों या ठेकेदारों के वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ऐसे में विभागीय कार्यों की निगरानी और जनता की समस्याओं का समाधान प्रभावी रूप से नहीं हो पा रहा है। दोनों मंडल अध्यक्षों ने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह से आग्रह किया है कि जसवां-परागपुर की जनता अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रही है। अतः जल्द कोटला बेहड़ में उपमंडल भवन का निर्माण कार्य आरंभ किया जाए और संबंधित अधिकारियों को विभागीय वाहन उपलब्ध करवाए जाएं।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बडोली कोहाला में कक्षा 11वीं और 12वीं की छात्राओं को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के सौजन्य से एसडीएम ज्वालामुखी डॉ. संजीव शर्मा की उपस्थिति में ट्रैक सूट वितरित किए गए। यह कार्यक्रम विद्यालय प्रांगण में सौहार्दपूर्ण और उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर डॉ. शर्मा ने छात्राओं को खेलकूद और शारीरिक फिटनेस के महत्व पर प्रेरक संदेश दिए। उन्होंने छात्राओं से जीवन में अनुशासन, परिश्रम और सक्रियता बनाए रखने का आह्वान किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेश ठाकुर ने एनएचएआई के अधिकारियों और डॉ. संजीव शर्मा का इस सराहनीय पहल के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से छात्राओं में खेल भावना, आत्मविश्वास और टीम भावना को बढ़ावा मिलेगा। कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकगण, छात्राएँ तथा एस.एम.सी. प्रधान उपस्थित रहे।
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) नैहरनपुखर में युवाओं को एक बार फिर सुनहरा अवसर मिलने जा रहा है। आगामी 26 नवम्बर 2025 को सुजुकी मोटर गुजरात कंपनी के लिए लिखित परीक्षा एवं कैंपस इंटरव्यू आयोजित किया जाएगा। कंपनी के एचआर विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस भर्ती प्रक्रिया में एनसीवीटी या एससीवीटी से वर्ष 2016 से 2025 के बीच कम से कम 50% अंकों के साथ कोर्स पूरा करने वाले तथा 10वीं कक्षा में न्यूनतम 40% अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं। इस इंटरव्यू में इलेक्ट्रिशियन, फिटर, वेल्डर, पेंटर जनरल, मोटर मैकेनिक, सीओई ऑटोमोबाइल, डीजल मैकेनिक, प्लास्टिक प्रोसेसिंग ऑपरेटर, टर्नर, मशीनिस्ट, ट्रैक्टर मैकेनिक, टूल एंड डाई मेकर, वायरमैन, शीट मेटल वर्कर तथा इलेक्ट्रॉनिक्स मैकेनिक में प्रशिक्षण ले चुके अभ्यर्थी भाग ले सकते है। अभ्यर्थियों की आयु 18 से 26 वर्ष के बीच होनी चाहिए। चयनित उम्मीदवारों को कंपनी द्वारा ₹25,300 मासिक वेतन, जबकि अप्रेंटिसशिप हेतु ₹19,500 मासिक मानदेय के साथ अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। संस्थान के प्रधानाचार्य सुनील कुमार पटियाल ने बताया कि चयन प्रक्रिया में पहले लिखित परीक्षा होगी, जिसके बाद साक्षात्कार आयोजित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस कैंपस इंटरव्यू में प्रदेश भर के सरकारी एवं निजी आईटीआई के छात्र भाग ले सकते हैं। इच्छुक उम्मीदवारों को 26 नवम्बर 2025 की सुबह 9 बजे अपने मूल प्रशिक्षण प्रमाणपत्र, शैक्षणिक प्रमाणपत्र, आधार कार्ड एवं पैन कार्ड की प्रतिलिपियों सहित आईटीआई नैहरनपुखर कैंपस में उपस्थित होना होगा। अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी संस्थान की ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट अधिकारी नीलम रानी से दूरभाष 01970-292604 पर संपर्क कर सकते हैं।
कांगड़ा जिला के बैजनाथ में दो सरकारी बसों में आग लगाने के मामले में पुलिस ने एक 34 साल के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने नशे में धुत होकर इन बसों में आग लगाई और दोनों बसें जलकर राख हो गई हैं। HRTC बस ड्राइवर ने पहले ही पुलिस पूछताछ में शक जाहिर किया था कि ये आग किसी ने जानबूझकर बसों में लगाई है। एसपी कांगड़ा अशोक रतन ने बताया कि कांगड़ा जिले के भरवाना गांव के निवासी सुशांत को तकनीकी साक्ष्य और CCTV फुटेज के आधार पर शनिवार को हिरासत में लिया गया हैं। एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने नशे में दो सरकारी बसों में आग लगाने की बात कबूल की है और जिसके चलते उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। एसपी ने बताया कि बैजनाथ पुलिस थाने में बीएनएस की धारा 326 (G) और सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम, 1984 की धारा 4 के तहत मामला दर्ज किया गया है। घटना के पीछे आरोपी की मंशा का पता लगाने के लिए जांच जारी है। एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने अधिकारियों को बस स्टैंडों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने और पार्किंग क्षेत्रों में नियमित रात्रि गश्त सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय विधायक किशोरी लाल ने कहा कि राज्य सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और उन्होंने आश्वासन दिया कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डाडा सीबा जल शक्ति विभाग उपमंडल के शीतला गांव में तीन महीने से पानी की समस्या झेल रहे ग्रामीणों को राहत मिली हैं। जल शक्ति विभाग ने बिजली कटौती के कारण बंद पड़ी मोटरों को फिर से चालू कर सप्लाई बहाल कर दी है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई महीनों से विभाग को बार-बार शिकायत देने के बावजूद भी समस्या हल नहीं हुई थी। इससे रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो गया था। विभाग के अधिशाषी अभियंता प्यारे लाल ने कहा कि शीतला गांव की पानी की समस्या अभी हमारे संज्ञान में आई है, विभाग जल्द ही इसका स्थाई समाधान करेगा। विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत सप्लाई सुचारु करने के प्रयास शुरू किए गए हैं। ग्रामीणों ने विभाग की ठोस कार्रवाई पर संतोष जताया है लेकिन वे मांग कर रहे हैं कि आने वाले समय में ऐसी समस्या दोबारा न हो। जल शक्ति विभाग ने आश्वासन दिया है कि सभी गलियों तक समान रूप से पानी पहुंचाने की योजना बनाई जा रही है।
इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक मलेन्द्र राजन ने शुक्रवार को गांव टिब्बी और टांडा की हरिजन आबादी को पेयजल सुविधा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से 65 लाख रुपये की लागत से निर्मित जलापूर्ति योजना का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक मलेंद्र राजन ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल सुविधाओं के विस्तार के लिए प्रतिबद्ध है ताकि हर घर तक स्वच्छ पानी पहुंच सके। उन्होंने कहा कि इस योजना से अब टिब्बी और टांडा गांवों के लोगों को पेयजल की समस्या से स्थायी राहत मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान विधायक ने क्षेत्रवासियों से संवाद कर उनकी विभिन्न समस्याएं भी सुनीं और संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य प्रत्येक गांव में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाना है ताकि ग्रामीण जीवन स्तर में सुधार हो सके। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना का रख-रखाव समय पर किया जाए ताकि लोगों को निरंतर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होता रहे। विधायक ने कहा कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है और आने वाले समय में भी ऐसी योजनाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इस अवसर पर जल शक्ति विभाग के एक्सईएन आनन्द बलोरिया, एसएचओ आशीष पठानिया, एसडीओ जल शक्ति विभाग अनिल ठाकुर, एसडीओ बिजली विभाग शंकर दयाल, राज्य रविदास कल्याण बोर्ड के सदस्य विजय कुमार, काठगढ़ पंचायत के उपप्रधान चेतन सिंह, महिला मंडल अध्यक्ष सुनीता कटोच, पूर्व उपप्रधान शेर अली, सुशीला मन्हास, पोंग डैम एडवाइजरी कमेटी के निदेशक कुलदीप शर्मा, बीडीसी सदस्य साबो बीबी, कांग्रेस कार्यकर्ता मंगत राम, रिंकू, सुरजीत कटोच, कर्ण, हरदीप सहित अनेक व्यक्ति उपस्थित रहे।
असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस की जिला स्तरीय बैठक शुक्रवार को नूरपुर के विश्राम गृह में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता जिला असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस उपाध्यक्ष दीपक पुरी ने की। साथ ही प्रदेश चेयरमैन राजीव राणा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। बैठक में संगठन को बूथ स्तर तक मज़बूत करने और असंगठित क्षेत्र के कामगारों की समस्याओं को प्रभावी रूप से सरकार तक पहुँचाने पर विस्तार से चर्चा हुई। राजीव राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार असंगठित वर्ग, मनरेगा कर्मियों और बेरोजगार युवाओं के कल्याण के लिए ऐतिहासिक कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार असंगठित कामगारों और युवाओं की सच्ची हमदर्द है, जिसने पहली बार Overseas Recruitment Drive योजना शुरू कर युवाओं को निशुल्क सरकारी खर्चे पर विदेशों में रोजगार दिलाने की पहल की है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा असंगठित मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा, पेंशन, स्वास्थ्य सहायता, गृह निर्माण सहायता और ई-श्रम कार्ड लाभ जैसी योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। मनरेगा मजदूरों की मजदूरी बढ़ाना, महिला श्रमिकों को ब्याजमुक्त ऋण व प्रशिक्षण देना और लेबर कल्याण बोर्ड के माध्यम से सहायता राशि प्रदान करना इस सरकार की संवेदनशीलता का प्रमाण है। राणा ने कहा कि नूरपुर विधानसभा क्षेत्र में संगठन की पकड़ बेहद मज़बूत हो रही है, जहाँ युवाओं और मजदूर वर्ग का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने जिला टीम की सराहना करते हुए कहा कि के.के.सी. अब जनआवाज़ का सशक्त मंच बन चुकी है जो हर कामगार के हक़ की लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध है। बैठक में जिला सचिव अरूण सहोत्रा, ब्लॉक अध्यक्ष भूपेंद्र जमवाल, राज कुमार, विनय मेहरा, पंचायत स्तर सादिक खान, ममता देवी, पवन कुमार, सुरेंद्र महाजन, अजय कुमार, अनुराग मल्होत्रा, रवि शर्मा, आदि पदाधिकारियों ने भाग लिया और संगठन विस्तार की भावी रणनीति पर चर्चा की।
इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक मलेंद्र राजन ने वीरवार को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान उन्होंने क्षेत्र में चल रहे सड़क उन्नयन कार्यों, पुल निर्माण तथा अन्य परियोजनाओं की प्रगति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। विधायक मलेंद्र राजन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य गुणवत्ता मानकों के अनुरूप तथा निर्धारित समयसीमा में पूर्ण किए जाएं, ताकि आम जनता को शीघ्र सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रुपये की लागत से सड़कों के उन्नयन कार्य किए जा रहे हैं, जिनमें मिलवा से बरोटा, इंदौरा से काठगढ़, मकड़ोली से झंगराड़ा, घडरां से रैहन, गंगथ से घेटा तथा मंदोली टप्पा रोड़ जैसी प्रमुख सड़कों का उन्नयन कार्य शामिल है। उन्होंने अधिकारियों को इन सभी परियोजनाओं की गति और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि क्षेत्र के लोगों को बेहतर सड़क सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विकास की गति को गांव-गांव तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है और इंदौरा क्षेत्र में सड़कों के सुदृढ़ीकरण, पेयजल, शिक्षा तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस अवसर पर एस.डी.एम. सुरेंद्र ठाकुर, डी.एस.पी. संजीव यादव, तहसीलदार अमनदीप, पीडब्ल्यूडी एसडीओ सिकंदर, हरीश ठाकुर तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
तारापुरी बाजार में राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर शुक्रवार देर रात अज्ञात लोगों ने सड़क किनारे खड़ी दो बसों में आग लगा दी। घटना रात एक बजे के बाद की बताई जा रही है। गनीमत रही की करीब सवा एक बजे बैजनाथ के कुछ युवक एक गाड़ी में वहां से गुजर रहे थे, जिन्होंने जलती बसों को देखकर तुरंत अग्निशमन विभाग और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग बैजनाथ की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। अग्निशमन केंद्र के अधिकारी विजय ने बताया आग इतनी भयंकर थी कि यदि समय रहते नहीं बुझाई जाती, तो पास में खड़े अन्य वाहन, साथ लगते स्कूल भवन और दर्जनों दुकानें इसकी चपेट में आ सकते थे। उन्होंने बताया कि इस घटना में एक सी.टी.यू. बस और एक परिवहन निगम डिपो नगरोटा की बस पूरी तरह जलकर राख हो गई। मौके पर थाना प्रभारी यादेश कुमार, परिवहन निगम अधिकारी तथा अग्निशमन केंद्र बैजनाथ और पालमपुर की गाड़ियां भी पहुंच गई थीं। पुलिस ने मामला दर्ज कर अज्ञात लोगों की तलाश शुरू कर दी है। आगजनी के कारणों की जांच जारी है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बठरा में 7 दिवसीय NSS शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का शुभारंभ बठरा विद्यालय के प्रधानाचार्य मुकेश सपेहिया द्वारा किया गया। इस शिविर में 35 स्वयंसेवी भाग ले रहे हैं। NSS के प्रभारी सुरजीत कुमार व मैडम छाया कुमारी की अध्यक्षता में यह सात दिवसीय शिविर चलेगा। कार्यक्रम अधिकारी सुरजीत ने स्वयंसेवियों को NSS संबंधित जानकारी देते हुए शिविर को सफल बनाने के निर्देश दिए इस मौके पर एसएमसी प्रधान सुनीता कुमारी, एसएमसी सदस्य व सभी स्टाफ मौजूद रहा। अंत में प्रधानाचार्य ने भी बच्चों को शिविर से संबंधित दिशा निर्देश दिए।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर की निदेशक प्रोफेसर सत्यम कुमारी एवं सह-निदेशक प्रोफेसर एस. जी. मंजूनाथ भट्ट के अथक प्रयासों से परिसर की पेयजल समस्या के समाधान के लिए दिल्ली मुख्यालय ने 28 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। जानकारी देते हुए सह-निदेशक प्रो. एस. जी. मंजूनाथ भट्ट ने बताया कि लंबे समय से परिसर में पेयजल आपूर्ति बाधित हो रही थी, जिससे छात्राओं के हॉस्टल सहित पूरे परिसर के विद्यार्थियों और स्टाफ को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस समस्या के समाधान के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक कमेटी गठित कर आईपीएच विभाग (जल एवं सिंचाई विभाग) के अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की। बैठक में विभाग ने 28 लाख रुपये का अनुमान (एस्टीमेट) तैयार कर विश्वविद्यालय को सौंपा और बताया कि यदि यह राशि उपलब्ध कराई जाती है, तो विभाग परिसर के लिए अलग पेयजल योजना तैयार करेगा, जिससे भविष्य में पानी की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर श्रीनिवास बरखेड़ी ने 28 लाख रुपये की राशि वेदव्यास परिसर को स्वीकृत कर भेज दी। वहीं परिसर की निदेशक प्रो. सत्यम कुमारी ने बिना समय गंवाए एक कमेटी का गठन किया और जल एवं सिंचाई विभाग (आईपीएच) के अधिकारियों को परिसर में आमंत्रित कर पेयजल योजना के शीघ्र क्रियान्वयन हेतु 28 लाख रुपये का चेक सौंप दिया। आईपीएच विभाग रक्कड़ के एसडीओ जसवंत सिंह ठाकुर ने बताया कि उन्हें परिसर की ओर से 28 लाख रुपये का चेक प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि आगामी दो से तीन महीनों के भीतर यह पेयजल योजना तैयार कर विश्वविद्यालय परिसर को सौंप दी जाएगी। इससे परिसर में पेयजल आपूर्ति की समस्या का लगभग पूर्ण समाधान हो जाएगा। इस अवसर पर वेदव्यास परिसर की अनुभाग अधिकारी अनुराधा शर्मा, कंप्यूटर विभाग के अध्यक्ष अमित वालिया, आईपीएच विभाग के कनिष्ठ अभियंता जुगल किशोर शर्मा, तथा परिसर के लैब अटेंडेंट प्रमोद कुमार और नमन शर्मा उपस्थित रहे।
देहरा उपमंडल के अंतर्गत खेरियाँ में एक बेसहारा गाय प्रसव के लिए काफी कष्ट से गुजर रही थी। जब स्थानीय लोगों ने उसे देखा तो इसकी सूचना पंचायत को दी गई। इस पर एक्शन लेते हुए चौकीदार, अन्य व्यक्तियों सहित वेटरनरी डॉक्टर राजेश मौके पर पहुंचे और गाय को पीड़ा से मुक्त करने के किए हर सम्भव प्रयास किए। लेकिन स्थिति की नाजुकता को देखते हुए देहरा से चिकित्सकों की टीम बुलानी पड़ी। स्थानीय लोगों में हेमंत बग्गा ने गाय के उपचार हेतु रुपये 1000 की सहायता राशि दी। स्थानीय लोगों ने कहा कि गाय के ऑपरेशन के लिए जो भी खर्च होगा उसे पंचायत वासी देंगे। 4 घंटे बाद डॉक्टरों की टीम द्वारा गाय का सफल ऑपरेशन हुआ। स्थानीय लोगों व पंचायत ने सीनियर वेटरनरी ऑफिसर डॉ. राजेश भाटिया, डॉ. संदीप शर्मा, डॉ. विशाल जीत, डॉ. आयुष के साथ उनके विभाग के सहयोगी राजेश, विशाल, अश्विनी, नियूश तथा खेरियाँ निवासी सूरम सिंह बग्गा का विशेष आभार व्यक्त किया।
ज्वालामुखी उपमंडल के अंतर्गत पड़ते राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुम्मर में सात दिवसीय NSS शिविर का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर नेशनल और स्टेट अवार्डी सत्या पाल शर्मा और विद्यालय के प्रधानाचार्य जोगिंदर कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। साथ ही हरजीत, अशोक कुमार, कार्यक्रम अधिकारी शिव राम एवं रीना देवी व समस्त शिक्षक वर्ग ने एक साथ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने बच्चों को अनुशासन व NSS के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए नशे से दूर रहने की सलाह दी। कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम् और स्वागत गीत से हुई। कार्यक्रम अधिकारी शिव राम ने बताया कि यह सात दिवसीय शिविर 4 नवंबर से 10 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सिहोरपाईं में मंगलवार को 7 दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) विशेष शिविर का शुभारंभ हुआ। शिविर के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य बी. आर. कमल ने की। प्रधानाचार्य ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि ऐसे शिविर विद्यार्थियों में अनुशासन, सेवा भावना, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक दायित्व की भावना विकसित करते हैं। कार्यक्रम अधिकारी शशि पॉल एवं अनुराधा रानी ने शिविर की रूपरेखा प्रस्तुत की और आने वाले सात दिनों की गतिविधियों की जानकारी दी। शिविर के पहले दिन स्वयंसेवकों ने विद्यालय परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया और “स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत” का संदेश दिया। इस शिविर में कुल 33 स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। आगामी दिनों में स्वयंसेवक पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य जागरूकता, ग्राम भ्रमण, योग, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक गतिविधियों के माध्यम से समाज में जनजागरण करेंगे। कार्यक्रम के अंत में NSS गीत गाया गया और प्रधानाचार्य बी. आर. कमल का आभार व्यक्त किया गया।
सरकारी डिग्री कॉलेज ढलियारा में NCC इकाई द्वारा सत्र 2025–26 का रैंक समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या डॉ. अंजू आर. चौहान ने की इस मौके पर सी.टी.ओ. डॉ. कपिल सूद तथा प्राध्यापक प्रो. शर्मिता, प्रो. पूजा, प्रो. राजकुमार परमार और प्रो. पिताम्बर उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. कपिल सूद के स्वागत भाषण से हुआ। इसके बाद उन्होंने कैडेटों को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई। तत्पश्चात् प्राचार्या, सी.टी.ओ. एवं प्राध्यापकों द्वारा कैडेटों को रैंक प्रदान किए गए। अमन शर्मा को अंडर ऑफिसर का रैंक दिया गया, जबकि अंशिका ठाकुर, वीरेन नारयाल और अंजली को सार्जेंट का रैंक प्राप्त हुआ। कॉर्पोरल के रूप में वरुण, वंश ठाकुर और अमन भारद्वाज को सम्मानित किया गया, वहीं लांस कॉर्पोरल का रैंक मनीषा शर्मा, जीवन मेहता और अर्जू ठाकुर को प्रदान किया गया। प्राचार्या डॉ. अंजू आर. चौहान ने सभी रैंकधारी कैडेटों को बधाई दी। समारोह का समापन सी.टी.ओ. डॉ. कपिल सूद के प्रेरणादायी भाषण और प्राचार्या एवं महाविद्यालय स्टाफ के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले टी-20 मैच की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस बीच दर्शकों के लिए अच्छी खबर है। 22000 की क्षमता वाले क्रिकेट स्टेडियम की सीटिंग कैपेसिटी बढ़ सकती है। हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अवनीश परमार का कहना है कि 14 दिसंबर 2025 को धर्मशाला में प्रस्तावित इस मैच से पहले स्टेडियम का सर्वे किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला की दर्शक दीर्घा की क्षमता बढ़ाने के लिए यह सर्वे किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि सर्वे को दिसंबर तक पूरा करने की पूरी कोशिश की जा रही हैं, जिसके मुताबिक स्टेडियम को नुकसान पहुंचाए बिना क्षमता को बढ़ाया जाएगा। धर्मशाला में मैचों को लेकर दर्शकों के अलावा खिलाड़ियों में भी भरपूर उत्साह रहता है। यहां अब तक कई वनडे, टी-20 और टेस्ट मैच भी खेले जा चुके हैं। इनके अलावा यहां समय-समय पर अभ्यास शिविर भी लगाए जाते हैं।
संस्कृत भारती हिमाचल प्रदेश न्यास के देहरा जनपद संपर्क विभाग की ओर से सामाजिक लोगों के लिए संस्कृत परिचय वर्ग का आयोजन किया गया। ये आयोजन बुटेल मंदिर पराग़पुर में रविवार सुबह 11 से 1 बजे तक व बलाहर के समीप सूहीं गांव में दोपहर बाद 3 से 5 बजे तक इन दो स्थानों पर किया गया। इन दोनों वर्गों में कुल 68 महिलाओं व पुरुषों ने भाग लिया। इस संस्कृत परिचय वर्ग के अंतर्गत तीन सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें पहला सत्र संस्कृत क्या है? इस विषय के रूप में देहरा जनपद संपर्क प्रमुख डॉ. प्रतिज्ञा आर्या ने लिया, जिसमें संस्कृत के विविध पक्षों और सामान्य जनमानस के लिए संस्कृत की क्या आवश्यकता रहती है? इस विषय पर विशेष रूप से परिचर्चा की गई। दूसरे सत्र में हिमाचल प्रांत के प्रचार प्रमुख डॉ.सत्यदेव ने संस्कृत भारती अखिल भारतीय संगठन का विस्तृत परिचय उपस्थित लोगों को करवाया तथा इसके कार्यों, प्रकल्पों तथा आयामों का भी विशेष रूप से परिचय करवाया। संस्कृत परिचय वर्ग के अंतिम तृतीय सत्र में देहरा जनपद प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. विनोद शर्मा ने सभी सामाजिक लोग संस्कृत के प्रचार-प्रसार के लिए क्या कर सकते हैं? हमारी संस्कृति के समर्थन में स्वयं अपनी, अपने परिजनों तथा पड़ोसियों के माध्यम से क्या भूमिका रह सकती है? इसके बारे में चर्चा की। इस अवसर पर परागपुर के समाजसेवी सुमित वालिया, विश्वविद्यालय परिसर कार्यकारिणी प्रमुख गोपाल कृष्ण, सह प्रमुख वैशाली कपूर, प्रचार प्रमुख मनोज कुमार, कक्षा प्रमुख सूजल शर्मा, कक्षा सह प्रमुख विवेक कुमार, अंकित कुमार, यशपाल शर्मा, मनालिका, आंचल शर्मा, शीतल, अंकिता, आशिमा इत्यादि सभी सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के साथ हुआ। संस्कृत भारती हिमाचल प्रदेश की विश्वविद्यालय परिसरीय छात्र कार्यकारिणी के द्वारा इन दोनों सामाजिक संस्कृत परिचय वर्ग का संयोजन किया गया।
लगरू वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) का शुभारंभ 1 नवम्बर को हुआ, जोकि 7 नवंबर तक चलेगा। इस मौके पर स्कूल के प्रधानाचार्य राजकुमार तथा SMC के प्रधान प्रवीण कुमार चौधरी सहित स्कूल के अध्यापक और अध्यापिकाएं उपस्थित रहीं। कमेटी के प्रधान प्रवीण कुमार चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे, उन्होंने रिबन काटकर तथा मां सरस्वती की पूजा कर NSS कैंप का शुभारंभ किया और स्कूल के प्रधानाचार्य ने बच्चों को NSS का महत्व भी बताया और बच्चों का उत्साह बढ़ाया।
बाबा कांशी राम राजकीय महाविद्यालय डाडा सीबा तथा केंद्रीय विश्विद्यालय हिमाचल प्रदेश के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा एक दिवसीय अंतराष्ट्रीय सम्मेलन का हाइब्रिड मोड से आयोजन किया गया। यह अंतराष्ट्रीय सम्मेलन भारतीय ज्ञान परंपरा एवं समग्र विकास विषय पर आधारित थी। इस सम्मेलन के प्रथम एवं उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता डॉ. सुष्मिंदरजीत कौर अध्यक्ष स्नातकोत्तर इंग्लिश विभाग गुजरांवाला खालसा कॉलेज लुधियाना ने तथा संध्या कालीन सत्र तथा समापन समारोह की अध्यक्षता प्रो. संजीत सिंह ठाकुर, डीन स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज, केंद्रीय विश्विद्यालय हिमाचल प्रदेश ने किया जिसमें डॉ. चारु उप्पल ने स्वीडन से तथा डॉ. स्टीफन मैकालन ने डलहौजी यूनिवर्सिटी कनाडा से किनोट एड्रेस दिया। इस दौरान ऑनलाइन माध्यम से 10 सत्र आयोजित किए गए। इस अंतराष्ट्रीय सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारतीय ज्ञान परंपरा को समझ में प्रसारित करना तथा भारतीय मूल्यों को आगे बढ़ाते हुए आधुनिक शिक्षा प्रणाली के साथ तालमेल बनाते हुए समग्र विकास को सुनिश्चित करना था। इस सम्मेलन में देश विदेश से शिक्षकों एवं शोधार्थियों ने लगभग 100 से अधिक शोध पत्र पढ़े। इसमें ज्ञान विज्ञान आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर्यावरण विज्ञान भारतीय वैदिक ज्ञान परंपरा इत्यादि विश्व पर मन्नान किया गया।
उपमंडल ज्वालामुखी तहसील खुंडियां गांव फुलवाड़ी की राजो देवी को सेना ने पंद्रह हजार रुपए की मासिक पेंशन लगा कर आर्थिक सहारा दिया है। पूर्व सैनिक लीग खुंडियां के चेयरमैन रिटायर्ड कर्नल एम एस राणा ने बताया कि राजो देवी के पिता सिपाही रंगील सिंह 1941 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सेना की 5 फ्रंटियर फोर्स में भर्ती हुए थे लेकिन अगस्त 1946 में युद्ध में जख्मी होने से मेडिकल ग्राउंड पर सेवानिवृत कर दिए गए थे। जनवरी 2023 में जिला सैनिक कल्याण विभाग, धर्मशाला के माध्यम से आर्मी रिकॉर्ड कार्यालय में आश्रित (डिपेंडेंट) पेंशन के लिए आवेदन किया गया था। आर्मी रिकॉर्ड कार्यालय ने बताया कि द्वितीय विश्व युद्ध के पूर्व सैनिकों का रिकॉर्ड राष्ट्रीय अभिलेखागार (नेशनल आर्काइव्स ऑफ इंडिया), नई दिल्ली में स्थानांतरित कर दिया गया है। कर्नल राणा ने अभिलेखागार को पत्र भेजे, लेकिन कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ। इसके बाद कर्नल राणा स्वयं दिल्ली जाकर संग्रहालय से संबंधित रिकॉर्ड प्राप्त करने में सफल हुए। जाँच के दौरान राजो देवी का नाम उनके पिता के आर्मी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं पाया गया। संपूर्ण प्रक्रिया आरंभ करवाई गई, और जिला सैनिक कल्याण विभाग, धर्मशाला के माध्यम से राजो देवी का नाम उनके पिता के रिकॉर्ड में दर्ज करवाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया। आर्मी रिकॉर्ड कार्यालय ने जिला एवं पुलिस प्रशासन से सत्यापन रिपोर्ट मांगी। आवश्यक सत्यापन के उपरांत लगभग दो वर्ष की निरंतर प्रक्रिया के बाद राजो देवी का नाम उनके पिता के आर्मी रिकॉर्ड में दर्ज किया गया। इस वर्ष मार्च माह में पेंशन से संबंधित कागजात तैयार कर भेजे गए थे। अब दिवाली के अवसर पर सेना द्वारा राजो देवी को ₹15,000 मासिक पेंशन स्वीकृत की गई है, जिससे उन्हें आर्थिक सहारा प्राप्त हुआ है। इसके लिए राजो देवी ने भारतीय सेना, हिमाचल प्रदेश सैनिक कल्याण विभाग के डायरेक्टर ब्रिगेडियर मदन शील शर्मा, कांगड़ा जिला के डिप्टी डायरेक्टर कर्नल गोपाल सिंह गुलेरिया, खुंडियां लीग के पदाधिकारी रिटायर्ड कर्नल एम एस राणा, कैप्टन कर्म सिंह, कैप्टन ध्यान, कैप्टन कश्मीर सिंह, सूबेदार मेजर माधो राम और सूबेदार मेजर रणवीर सिंह राणा का निस्वार्थ सहयोग के लिए धन्यवाद किया है। लीग के चेयरमैन ने बताया कि ऐसे केस में उन्हीं बेटियों को पेंशन लगती है जिन के परिवार की मासिक आय 9 हजार रुपए से कम हो।
गवर्नमेंट कॉलेज ढलियारा के बी.वॉक विभाग में शुक्रवार को अभिभावक-शिक्षक बैठक का सफल आयोजन हुआ। इस अवसर पर लगभग 70 से 80 अभिभावकगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अंजू रानी चौहान, नोडल अधिकारी प्रोफेसर कंचन रनौत, प्रो. बृजेश्वर रनौत, प्रो. संजीव जसवाल, सहित सभी संकाय सदस्य एवं बी.वॉक हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म तथा रिटेल मैनेजमेंट विभाग के व्यावसायिक प्रशिक्षक मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई, जिसके उपरांत विभिन्न विभागों के शिक्षकों ने अभिभावकों के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत किए। हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म विभाग की ओर से आशीष देव ने विद्यार्थियों की ऑन द जॉब ट्रेनिंग के दौरान हुए अनुभवों एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण पर चर्चा की। इसके पश्चात नितेश कुमार ने छात्रों के सर्वांगीण विकास में अभिभावकों और छात्रों के समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया और हॉस्पिटैलिटी उद्योग के सभी पहलुओं को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। इसी क्रम में प्रशोतम, व्यावसायिक प्रशिक्षक (हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म), ने प्लेसमेंट ड्राइविंग और विद्यार्थियों के भविष्य की संभावनाओं पर अपने विचार रखे। रिटेल मैनेजमेंट विभाग की ओर से अनिल, व्यावसायिक प्रशिक्षक, ने रिटेल क्षेत्र का परिचय तथा विद्यार्थियों की सीखने की प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की। इसके साथ प्रियंकुर मस्ताना ने विद्यार्थियों की शिक्षा यात्रा पर अपने विचार रखते हुए देश की कार्यसंस्कृति को समझने और अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। राकेश, व्यावसायिक प्रशिक्षक (रिटेल मैनेजमेंट), ने रिटेल सेक्टर की संभावनाओं, विकास योजनाओं एवं ऑन द जॉब ट्रेनिंग की रूपरेखा पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रोफेसर बृजेश्वर रनौत ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बी.वॉक डिग्री किसी भी अन्य पारंपरिक स्नातक डिग्री के समान ही मान्य है। प्रोफेसर संजीव जसवाल ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आने वाला समय व्यावसायिक शिक्षा का है, जो विद्यार्थियों को व्यवहारिक ज्ञान देकर उद्योगोन्मुख बनाएगी। नोडल अधिकारी प्रोफेसर कंचन रनौत ने अभिभावकों से व्यक्तिगत संवाद किया और बी.वॉक हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म तथा रिटेल मैनेजमेंट दोनों विभागों के सीखने की संभावनाओं, उद्योग से जुड़ाव और करियर विकास के विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्राचार्य डॉ. अंजू रानी चौहान ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि अभिभावक अपने बच्चों को मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से दूर रखें। कार्यक्रम का समापन नोडल अधिकारी प्रोफेसर कंचन रनौत के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।
डीएवी भड़ोली स्कूल में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय के बच्चों ने उत्साह पूर्वक बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस अवसर पर विद्यालय के एनसीसी वॉलिंटियर सिमरन ने बच्चों को शपथ दिलवाई। प्रधानाचार्य सुरजीत कुमार राणा ने सरदार वल्लभभाई पटेल के जीवन से संबंधित विशेष घटनाओं को बच्चों के साथ साझा किया तथा अध्यापकों को और बच्चों को मिलकर रहने, अपने देश के प्रति प्यार करने तथा भाईचारे की भावना को विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
वीरवार को वरिष्ठ नागरिक मंच देहरा की मासिक बैठक वार्ड नं 4, देहरा में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जगदीश चन्द आजाद द्वारा की गई। इस बैठक में भूपेश उप्पल वरिष्ठ उपप्रधान, ओंकार सिपहिया महासचिव, सुनील वैद प्रेस सचिव, भागी राम धवला, धर्मवीर खट्टा, मोहिंद्र धीमान, चंद्र शेखर ऑडिटर, शंकर परमार प्रबंधक आदि ने भाग लिया। बैठक में वरिष्ठ नागरिकों से संबंधित भिन्न भिन्न विषयों पर चर्चा हुई तथा बहुत से महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए जिनमें वरिष्ठ नागरिक मंच देहरा इस वर्ष टेलीफोन डायरेक्टरी छपवाएगा जो नव वर्ष से पहले छप कर सदस्यों को वितरित की जाएगी, दिसम्बर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में वरिष्ठ नागरिकों के लिए श्री नैना देवी तथा श्री आनन्द साहिब का भ्रमण आयोजित किया जाएगा, वरिष्ठ नागरिकों के लिए खेल कूद का आयोजन जनवरी माह में आयोजित किया जाएगा। साथ ही वरिष्ठ नागरिक मंच देहरा में श्रेष्ठा शर्मा वार्ड नंबर 6 देहरा को कार्यकारिणी का सदस्य मनोनीत किया गया है।
देहरा विधानसभा उप चुनाव में BJP प्रत्याशी होशियार सिंह की याचिका पर हिमाचल हाईकोर्ट में आज सुनवाई हुई। अदालत ने हिमाचल सरकार और कांगड़ा को ऑपरेटिव बैंक को नोटिस जारी किए है। अब अगली सुनवाई में प्रदेश सरकार और KCB बैंक प्रबंधन को याचिकाकर्ता द्वारा लगाए आरोपों का जवाब अदालत में देना होगा। देहरा विधानसभा उप चुनाव में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर चुनाव जीती हैं। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि उप चुनाव में कोड ऑफ कंडक्ट के दौरान KCB प्रबंधन ने 67 महिला मंडलों को 50-50 हजार रुपए और हिमाचल सरकार ने देहरा विधानसभा की करीब 1000 महिलाओं को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना से तीन महीने की राशि अकाउंट में डाली है। याचिकाकर्ता के अनुसार, सरकार ने चुनाव जीतने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया है। होशियार सिंह ने हाईकोर्ट से आचार संहिता के दौरान महिला मंडलों को पैसा बांटने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पूर्व विधायक होशियार सिंह के अनुसार, महिला मंडलों और महिलाओं को बांटी राशि की सरकार ने जानकारी छिपाए रखी। विधानसभा में भी इसका जवाब नहीं दिया। आरटीआई में भी जवाब देने से इनकार कर दिया। आरटीआई में अपील करने पर उन्हें इसका जवाब मिल पाया। आरटीआई के तहत डॉक्यूमेंट मिलने के बाद अब हाईकोर्ट में पिटीशन डाली जा रही है। होशियार सिंह ने बताया कि यदि सरकार ने समय पर सूचना दी होती, तो उन्होंने इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया को भी इसकी शिकायत दे दी होती। मगर ECI में शिकायत 45 दिन के भीतर देना होती है। 45 दिन में सरकार द्वारा सूचना छिपाने की वजह से वह इसकी शिकायत ECI को नहीं कर पाए। बहरहाल अब होशियार सिंह की याचिका पर हिमाचल हाईकोर्ट ने हिमाचल सरकार और केसीसी बैंक को नोटिस जारी किये है। विधानसभा में भी गूंजा मामला देहरा विधानसभा उप चुनाव में कैश फॉर वोट का मामला विधानसभा में भी कई बार गूंज चुका है। इसी मानसून सत्र में भी बीजेपी विधायक सुधीर शर्मा ने इससे जुड़ा सवाल पूछा था। मगर जवाब नहीं मिल पाया था। इस पर विपक्ष ने सदन में खूब हंगामा किया और सदन के बाहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुधीर शर्मा और आशीष शर्मा ने कहा कि जो जानकारी सदन में मांगी गई थी, वही सूचना उन्होंने आरटीआई के तहत ले ली है। अब तक यह मामला विधानसभा और सदन के बाहर गूंजता रहा है। इसी मामले में पूर्व विधायक होशियार सिंह ने हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को पहले ही शिकायत भेजकर सीएम की पत्नी एवं देहरा की MLA कमलेश ठाकुर को 6 साल के लिए अयोग्य घोषित करने की मांग भी की है। इस्तीफा दिया, भाजपा में गए और उपचुनाव हार गए ! विदित रहे कि हिमाचल में बीते 27 फरवरी 2024 को राज्यसभा चुनाव हुआ। देहरा से निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में वोट डाला। इसके बाद, होशियार सिंह समेत तीन निर्दलीय विधायक और 6 कांग्रेस विधायकों समेत भाजपा में शामिल हुए। तीनों निर्दलीय ने 22 मार्च को अपने पद से इस्तीफा दिया। 23 मार्च को दिल्ली में इन्होंने BJP का दामन थाम लिया। इस वजह से देहरा में 10 जुलाई 2024 को उप चुनाव हुए। बीजेपी ने होशियार सिंह को टिकट दिया और कांग्रेस ने सीएम सुखविंदर सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर को प्रत्याशी बनाया। 10 जुलाई को वोटिंग और 14 जुलाई को नतीजे आए। इनमें कमलेश ठाकुर 9399 वोट के अंतर से चुनाव जीत गईं और होशियार सिंह चुनाव हार गए।
सीएसआईआर हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान (CSIR-IHBT), पालमपुर ने अक्तूबर 28 को हिमालयन फाइटोकेमिकल्स एंड ग्रोअर्स एसोसिएशन (HIMPA), के साथ मिलकर “हिमालयी सुगन्धित तेलों का मूल्य संवर्धन और उनका विपणन विनियमन” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश और जम्मू एवं कश्मीर के लगभग 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें किसान, उद्योगपति, हिम्पा के सदस्य और वैज्ञानिक शामिल थे। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में निदेशक, सीएसआईआर-आईएचबीटी, डॉ. सुदेश कुमार यादव ने संस्थान की प्रतिबद्धता पर बल देते हुए कहा कि आईएचबीटी उत्तर-पश्चिम हिमालयी क्षेत्र में सुगन्धित एवं उच्च मूल्य वाली फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने किसानों को वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहयोग का आश्वासन दिया ताकि वे इन फसलों की खेती और मूल्य संवर्धन के माध्यम से आजीविका के अवसर बढ़ा सकें। डॉ. यादव ने इस अवसर पर सीएसआईआर अरोमा मिशन टीम को वर्ष 2025 के लिए “राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार” प्राप्त करने पर बधाई भी दी। मुख्य वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम समन्वयक, डॉ. राकेश कुमार ने उत्तर- पश्चिम हिमालयी क्षेत्र के लिए उपयुक्त सुगन्धित फसलों का एक विस्तृत अवलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि ये फसलें वर्षा-आश्रित परिस्थितियों में भी अच्छा प्रदर्शन करती हैं, कीट एवं रोगों के प्रति अपेक्षाकृत प्रतिरोधी होती हैं और खेती में प्रतिस्पर्धा भी कम होती है। इन फसलों की आर्थिक संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि दमस्क गुलाब, लेमनग्रास, तुलसी, पुदीना, सुगन्धित गेंदे, कैमोमाइल और पामारोसा जैसी कम मात्रा में अधिक मूल्य वाली फसलों की मांग अरोमाथेरेपी, कॉस्मेटिक्स, खाद्य, औषधि, टॉयलेटरीज़ और सुगंध उद्योगों में लगातार बढ़ रही है। उन्होंने किसानों को अनुपयोगी और बंजर भूमि को सुगन्धित फसलों की खेती के लिए उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। वैश्विक सुगन्धित तेल बाजार 2025-2033 तक 9.0% सीएजीआर से बढ़ रहा है। सुगन्धित तेल बाजार, जो 2016 में 6.63 बिलियन अमरीकी डालर था, 2024 में 25.86 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंच गया और 2033 तक 56.25 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंचने का अनुमान है। हिम्पा के अध्यक्ष सुरेंद्र मोहन ने हिमाचल प्रदेश में सगंधित तेल उद्योग की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की। प्रतिभागियों को देवदार (सीडरवुड) सहित अन्य सुगन्धित फसलों के लिए उन्नत प्रसंस्करण तकनीकों, सुगन्धित तेलों के विपणन विनियमों और मूल्य संवर्धन विधियों के बारे में भी जानकारी दी गई। जम्मू-कश्मीर के उधमियों ने जम्मू-कश्मीर में सुगन्धित तेल उद्योग की संभावनाओं और चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए। कार्यशाला का समापन एक इंटरैक्टिव सत्र के साथ हुआ, जिसमें किसानों और उद्योगपतियों ने मूल्य संवर्धन पर हुई ज्ञानवर्धक चर्चाओं की सराहना की और सुगन्धित तेल क्षेत्र में नवाचारपूर्ण प्रथाओं को अपनाने के प्रति अपनी उत्सुकता व्यक्त की।
भारतीय जनता पार्टी ने केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत प्रागपुर और जसवां क्षेत्र की 4 सड़कों के लिए स्वीकृत 33 करोड़ रुपए खर्च ना कर पाने के लिए प्रदेश सरकार की आलोचना की है। भाजपा मंडल परागपुर व जसवां के अध्यक्ष विनोद शर्मा और बीरेंद्र कुमार ने एक संयुक्त बयान में कहा कि लगभग 26 माह पूर्व स्थानीय विधायक बिक्रम ठाकुर के प्रयासों से क्षेत्र की 40 किलोमीटर की 4 सड़कों चामुखा से बंगाणा, कलोहा से लोहारी, चनौर से त्यामल व कोटला बेहड़ से बिलवा घाटी सड़कों के लिए 33 करोड़ स्वीकृत करवाए थे। लेकिन केंद्र से पैसा मिलने के बावजूद सड़कों का काम कछुए की चाल के माफिक चल रहा है। विनोद शर्मा व बीरेंद्र कुमार ने पीडब्ल्यूडी विभाग के मंत्री विक्रमादित्य से आग्रह किया है कि इस अकारण विलंब के लिए कड़ी कार्यवाई की जाए। अगर विभाग के अधिकारी दोषी हैं या ठेकेदार दोषी है तो उन पर भी कड़ा एक्शन लिया जाए। सड़क ना बन पाने के कारण लोगों को खड्डे वाले रास्तों से धूल खाते हुए आना जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ मार्गों पर काम शुरू करवाने के लिए पूजन करवा कर राजनीतिक लाभ लेने की भी कोशिश की गई थी लेकिन भूमि पूजन के बाद नेता गुम और काम शून्य के बराबर है। उन्होंने इस पर शीघ्र कार्यवाई करने की मांग की है ताकि लोगों को राहत मिल सके।
पुलिस थाना डाडा सीबा के अंतर्गत गांव चनौर के त्यामल रोड़ पर एक हादसा पेश आया है। जानकारी के अनुसार बाइक दुर्घटना में पैदल चल रहे एक व्यक्ति को गंभीर चोटें आई हैं। बाइक सवार ढलियारा से डाडा सीबा अपने घर आ रहा था। दुर्घटना में 58 वर्षीय तिलकराज निवासी चनौर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। वहीं बाइक चालक जसविंदर सिंह (34) निवासी डाडा सीबा बतबाड़ को भी गंभीर चोटें आई हैं। दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को निजी वाहन के माध्यम से आदर्श स्वास्थ्य संस्थान सिविल अस्पताल डाडा सीबा पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने दोनों को आपातकालीन सेवा 108 के माध्यम से मेडिकल कॉलेज टांडा रेफर कर दिया। उधर, सूचना मिलते ही डाडा सीबा पुलिस थाना प्रभारी मदन मोहन अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस द्वारा दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
स्वच्छ शहर–समृद्ध शहर कार्यक्रम के अंतर्गत नगर परिषद देहरा में स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, ठोस कचरा प्रबंधन तथा शहरी विकास से संबंधित विभिन्न गतिविधियों को प्रभावी ढंग से लागू करने के उद्देश्य से मंगलवार को नगर परिषद सभागार में एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता विधायक देहरा कमलेश ठाकुर ने की। बैठक में शहर की विभिन्न विकास योजनाओं, सीवरेज व्यवस्था, जल निकासी प्रणाली एवं शहरी सौंदर्यीकरण कार्यों की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। विधायक ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि देहरा शहर को स्वच्छ, सुसज्जित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए सभी विभागों के बीच समन्वय स्थापित किया जाए। बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के अंतर्गत स्वीकृत आवासों की प्रगति की समीक्षा भी की गई। उन्होंने नगर परिषद को निर्देश दिए कि जिन घरों को अभी तक सीवरेज कनेक्शन नहीं मिला है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर जोड़ा जाए ताकि सभी शहरी परिवारों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। नगर परिषद अध्यक्षा ने बैठक में बताया कि “स्वच्छ शहर–समृद्ध शहर कार्यक्रम” का दूसरा चरण 15 सितंबर से 14 दिसंबर तक मनाया जा रहा है। जिसमें लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही यह भी बताया कि सिटिजन सेवा पोर्टल के माध्यम से कूड़े के बिल ऑनलाइन शुरू कर दिए गए हैं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि हर वार्ड में समाधान शिविर आयोजित किए जाएं, ताकि नागरिकों की शिकायतों का समाधान शीघ्र किया जा सके। बैठक में नगर परिषद अध्यक्ष सुनीता कुमारी, उपाध्यक्ष मलकीयत सिंह परमार, कार्यकारी अधिकारी अनुभव शर्मा, पार्षद सुनीता शर्मा, दीपिका, हरबंस लाल और सुरेश चंद सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग की एक टीम ने सोमवार को व्यास नदी के किनारे सांकेतिक जल संग्रहण कार्यक्रम में भाग लिया। इस टीम में शिक्षा विभाग से समन्वयक अपरना कौशिक, आनंद सिंह और दिल्ली सरकार के स्कूली बच्चे शामिल थे। इस अवसर पर केन्द्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के समाज विज्ञान स्कूल के अधिष्ठाता तथा सप्तसिंधु परिसर के निदेशक प्रो. संजीत सिंह मुख्य रूप से पहुंचे और मौके की शोभा बढ़ाते हुए दिल्ली की इस जल प्रहरी टीम का मार्ग दर्शन किया। दिल्ली सरकार द्वारा चलाए जा रहे "जल संगम से जन संगम" कार्यक्रम के तहत देश भर की विभिन्न नदियों के जल को एकत्रित करने का अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में दिल्ली की टीम व्यास नदी के जल को संग्रहित करने के लिए हिमाचल प्रदेश आई है। इस जल संग्रहण का उद्देश्य सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा के अभिषेक के लिए जल एकत्रित करना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से दिल्ली सरकार जल संरक्षण और नदियों के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना चाहती है। शिक्षा विभाग के अधिकारी और स्कूली बच्चों ने इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया और जल संग्रहण की प्रक्रिया को समझा। इस दौरान उन्होंने व्यास नदी के महत्व और जल संरक्षण के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। दिल्ली की टीम द्वारा संग्रहित जल को जल्द ही दिल्ली ले जाया जाएगा, जहां इसका उपयोग सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा के अभिषेक के लिए किया जाएगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से दिल्ली सरकार "जल संगम से जन संगम", सरदार @150 योजना और नदियों के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सोशल वेलफेयर एवं अनेकविंग सोसायटी वाधू टिप्परी द्वारा रविवार को आयोजित वॉकाथन प्रतियोगिता में फिटनेस और उत्साह का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला। गांव की गलियों से लेकर मुख्य मार्ग तक “फिट बॉडी–फिट माइंड” के नारों के साथ जब प्रतिभागी आगे बढ़े, तो पूरा क्षेत्र स्वास्थ्य जागरूकता के संदेश से गूंज उठा। इस वॉकाथन की सबसे खास बात यह रही कि 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की महिलाओं और पुरुषों ने पूरे जोश के साथ इसमें भाग लिया। सुबह की ठंडी हवाओं में भी प्रतिभागियों ने पसीना बहाकर यह साबित किया कि स्वास्थ्य के प्रति समर्पण उम्र का मोहताज नहीं। आयोजन में 70 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। इसमें 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में महिलाओं में अंजना देवी और पुरुषों में शकेश कुमार शर्मा प्रथम रहे। 51 से 60 वर्ष के आयु वर्ग में गुरपाल सिंह और मिनाक्षी शर्मा, जबकि 40 से 50 वर्ष आयु वर्ग में सुरेंद्र शर्मा और भावना शर्मा विजेता रहे। सोसायटी के पदाधिकारियों ने बताया कि यह पहल प्रदेश में फिटनेस के प्रति नई सोच का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस तरह के वॉकाथन आयोजनों की शुरुआत एक नई परंपरा बन सकती है, जिससे लोगों को स्वास्थ्य के प्रति प्रेरणा मिलेगी और जीवनशैली में सुधार आएगा। समापन अवसर पर विजेताओं को सम्मानित किया गया। आयोजकों ने घोषणा की कि आगे भी इस तरह के कार्यक्रम हर वर्ष आयोजित किए जाएंगे ताकि हर वर्ग के लोग ‘फिट हिमाचल, स्वस्थ समाज’ के अभियान से जुड़ सकें।
कांगड़ा जिला से विधायक एवं पर्यटन विभाग चेयरमैन (कैबिनेट रैंक) रघुबीर सिंह बाली का नाम जैसे ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में प्रमुखता से उभरा है, वैसे ही पूरे प्रदेश में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई है। ज़िला युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष शुभम नांगला ने कहा कि आर.एस. बाली के नेतृत्व में युवाओं को नई दिशा और ऊर्जा मिल रही है। उनका नम्र स्वभाव, सौम्यता और गुस्से से दूरी उन्हें एक कुशल और लोकप्रिय नेता के रूप में स्थापित कर रही है। नांगला ने कहा कि कांगड़ा जिला हिमाचल की राजनीति में हमेशा निर्णायक भूमिका निभाता रहा है। ऐसे में अगर पार्टी आलाकमान ने बाली को प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी, तो इससे वरिष्ठ और युवा कार्यकर्ताओं के बीच संतुलन कायम होगा, संगठन मजबूत होगा और आगामी पंचायत चुनावों में कांग्रेस को बड़ी सफलता मिलेगी।
गुरुवार को काँगड़ा-कछियारी बाइपास पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। एक तेज रफ्तार मारुति वैन सड़क किनारे बने पत्थर के डंगे (दीवार) से जा टकराई, जिसमें एक दंपति की दर्दनाक मौत हो गई। इस भयानक टक्कर में उनके दो छोटे बच्चे बाल-बाल बच गए। यह दुर्घटना दोपहर के समय हुई, टक्कर इतनी भीषण थी कि वैन का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर चकनाचूर हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि वाहन चालक ने वैन से नियंत्रण खो दिया, जिसके चलते यह हादसा हुआ। इस हादसे में पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके साथ यात्रा कर रहे दो बच्चे पूरी तरह सुरक्षित हैं। स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शवों को कब्जे में ले लिया है और घटना का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने हादसे के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि दुर्घटना किस वजह से हुई। दो जिंदगियां छीनने वाले इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है।
कांगड़ा जिला में पुलिस ने नशे के कारोबारियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। कांगड़ा पुलिस थाना के अंतर्गत लंज पुलिस चौकी की टीम ने एक इनोवा कार से 24 पेटियों में भरी 278 बोतलें देसी शराब की अवैध खेप बरामद की है। पुलिस ने कार चालक को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया है और कार को भी जब्त कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 21-22 अक्तूबर की रात को टीम सलाड़ी लिंक रोड़ पर ट्रैफिक चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक इनोवा कार (HP 97-0721) को जांच के लिए रोका गया। जब पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसकी डिक्की में अवैध रूप से रखी गईं शराब की 24 पेटियां मिलीं। इन पेटियों को खोलने पर कुल 278 बोतलें देसी शराब बरामद हुईं। पुलिस ने मौके से ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी की पहचान होशियार सिंह (58) पुत्र रोड़ा राम निवासी गांव बासा, डाकघर स्पेल, तहसील नगरोटा सूरियां व जिला कांगड़ा के रूप में की है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 39 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में नशे के सौदागरों पर लगाम लगाने के लिए इस तरह की औचक निरीक्षण और नाकाबंदी आगे भी जारी रहेगी।
पूर्व विधायक होशियार सिंह के डीएफओ कार्यालय में दिए गए धरने को लेकर अब सियासत गरमा गई है। युवा कांग्रेस देहरा विधानसभा अध्यक्ष अभिषेक नरोत्रा ने कहा कि सरकारी दफ्तरों में इस तरह की गुंडागर्दी और अराजकता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी। अभिषेक नरोत्रा ने कहा कि विधायक कमलेश ठाकुर द्वारा देहरा में किए जा रहे लगातार विकास कार्य पूर्व विधायक को रास नहीं आ रहे हैं। इसी वजह से वह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और विधायक कमलेश ठाकुर के खिलाफ तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवा कांग्रेस ऐसी राजनीति का पुरजोर विरोध करेगी। डीएफओ देहरा सन्नी वर्मा ने इस मामले में कहा कि नोटिस एक न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा है, जिस पर संबंधित पक्ष को जवाब देना चाहिए था, न कि कार्यालय में बवाल खड़ा करना चाहिए था। अभिषेक नरोत्रा ने बताया कि युवा कांग्रेस जल्द ही पूर्व विधायक और उनके साथ आए भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएगी, ताकि देहरा की शांत फिज़ा में अराजकता न फैले। बताते चलें कि पूर्व विधायक होशियार सिंह ने बीते दिन देहरा स्थित डीएफओ कार्यालय के बाहर धरना दिया था। उनका आरोप था कि वन विभाग ने राजनीतिक दबाव में आकर उनके समर्थकों को नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा था कि सरकार भाजपा समर्थकों के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है। इसी के विरोध में उन्होंने धरना प्रदर्शन किया था।
पुलिस थाना कांगड़ा के अंतर्गत कछियारी में स्थित छिन्नमस्तिका ऑटो वर्ल्ड एजेंसी में शुक्रवार सुबह आग लगने से हड़कंप मच गया। इस अग्निकांड में लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो गया, वहीं 3 दाेपहिया वाहन भी चपेट में आए हैं। जानकारी के अनुसार कछियारी निवासी राहुल रतन द्वारा संचालित इस ऑटो स्पेयर पार्ट्स की एजेंसी में सुबह करीब 6 बजे अचानक आग की लपटें उठने लगीं। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचित किया। सूचना मिलते ही कांगड़ा से फायर ब्रिगेड की गाड़ी और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, जब तक आग बुझाई गई तब तक एजेंसी में रखा कीमती स्पेयर पार्ट्स का सामान, 2 स्कूटी और एक बाइक आग की भेंट चढ़ चुके थे। एजेंसी के मालिक राहुल रतन ने बताया कि प्रारंभिक अनुमान के अनुसार इस घटना में करीब 5 से 6 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। पुलिस ने मौके का मुआयना कर मामला दर्ज कर लिया है और आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
विदित रहे कि आशुतोष ने गत वर्ष NEET परीक्षा उत्तीर्ण कर नेर चौक, मंडी में MBBS पाठ्यक्रम में प्रवेश प्राप्त किया है। आशुतोष राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल प्रागपुर के छात्र थे। रजनीश नायब भी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला प्रागपुर के छात्र रहे हैं। उनकी पुत्री मानसी भी इसी विद्यालय की छात्रा रही हैं और वर्तमान में चंडीगढ़ में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। यह विद्यालय के लिए गर्व का विषय है कि पिता, पुत्र और पुत्री तीनों ही इस विद्यालय के छात्र रहे हैं और आज अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियाँ हासिल कर विद्यालय और क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं। रजनीश नायब ने जो कि आशुतोष और मानसी के पिता है उन्होंने समस्त स्टाफ को मिठाई खिलाकर सभी अध्यापकों और प्रधानाचार्य का धन्यवाद किया। यह प्रागपुर स्कूल के लिए गौरवमय पल थे जिसमें पिता, पुत्र और पुत्री तीनों ही प्रागपुर स्कूल के छात्र रहे है और उच्च मुकाम पर आसीन है। साथ ही सभी अध्यापकों के सहयोग से मैराथन और सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में भी भिन्न भिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
गवर्नमेंट कॉलेज ढलियारा के B.Voc हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज़्म (द्वितीय वर्ष) के विद्यार्थियों ने वीरवार को आईटीसी मोक्ष होटल, सतौवारी धर्मशाला में एक औद्योगिक भ्रमण किया। इसका आयोजन एडुब्रिज लर्निंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया गया। भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को होटल उद्योग के विभिन्न विभागों की कार्यप्रणाली और व्यावहारिक ज्ञान से अवगत कराना था। इस अवसर पर विद्यार्थियों के साथ वोकेशनल ट्रेनर आशीष देव, लैब अटेंडेंट पूजा एवं अभिनंदन कुमार भी उपस्थित रहे। होटल पहुँचने पर विद्यार्थियों का स्वागत आईटीसी मोक्ष के एचआर मैनेजर संजीव कुमार एवं उनकी टीम द्वारा किया गया। भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने फ्रंट ऑफिस, हाउसकीपिंग, फूड एंड बेवरेज सर्विस, क्यूलिनरी (रसोई) विभाग तथा स्पा डिवीजन का निरीक्षण किया। होटल के विभागीय प्रबंधकों ने विद्यार्थियों को होटल उद्योग की नवीनतम कार्यशैली, सेवा मानकों एवं करियर संभावनाओं की जानकारी दी। यह औद्योगिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ, जिससे उन्हें कक्षा शिक्षण और वास्तविक होटल संचालन के बीच संबंध समझने का अवसर मिला। B.Voc हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज़्म विभाग, गवर्नमेंट कॉलेज ढलियारा द्वारा समय-समय पर ऐसे औद्योगिक भ्रमण आयोजित किए जाते हैं ताकि विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हो और वे रोजगारोन्मुख बन सकें।
वीरवार को राजकीय डिग्री कॉलेज डाडासीबा में प्राचार्य डॉ. जितेन्द्र कुमार के दिशा-निर्देशन में सत्र 2025-26 के लिए ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन (OSA) का गठन किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष पद के लिए सचिन सहोत्रा, उपाध्यक्ष शिखा, सचिव आदित्य, संयुक्त सचिव ऋतिक संधू, कोषाध्यक्ष सिया का चयन किया गया। इस संगठन के गठन का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय के सर्वांगीण विकास हेतु ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन के माध्यम से सहयोग प्रदान करना है। इस अवसर पर सहायक प्राध्यापक दविंदर सिंह, डॉ. रामपाल, खेम चंद, पालक सिंह, लाइब्रेरियन सहायक अंजना कुमारी तथा कार्यालय अधीक्षक अम्बरीश भी उपस्थित रहे।
स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत सरकारी महाविद्यालय ढलियारा तथा सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ढलियारा की NCC इकाइयों द्वारा बुधवार को नेहरनपुखर के समीप स्थित तालाब सफाई अभियान चलाया गया। यह कार्यक्रम 6 एच.पी. (आई) कंपनी NCC, ऊना के अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल रविंदर सिंह के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय और विद्यालय के लगभग 150 कैडेट्स तथा स्थानीय ग्रामवासी उत्साहपूर्वक शामिल हुए और स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल जे. के. शर्मा (सेवानिवृत्त) उपस्थित रहे, जबकि बलराम शर्मा तथा डॉ. अंजू आर. चौहान, प्राचार्य, सरकारी महाविद्यालय ढलियारा, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. कपिल सूद द्वारा सभी अतिथियों, अधिकारियों और कैडेट्स के हार्दिक स्वागत से हुआ। अपने संबोधन में लेफ्टिनेंट जनरल जे. के. शर्मा ने NCC कैडेट्स के उत्साह और समाज सेवा के प्रति समर्पण की सराहना की। उन्होंने कैडेट्स को अनुशासन, नेतृत्व और सामाजिक जिम्मेदारी के मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा दी, जो NCC के आदर्श वाक्य "एकता और अनुशासन" का प्रतीक हैं। कार्यक्रम के दौरान जनरल शर्मा ने स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कैडेट्स और पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया। अंत में ए.एन.ओ. मुकेश शर्मा ने सभी अतिथियों और कैडेट्स का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के समापन पर सभी प्रतिभागियों को जलपान वितरित किया गया। इस संयुक्त प्रयास ने युवाओं में सामूहिकता, नागरिक चेतना और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित किया।


















































