शनिवार को ज्वालामुखी पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में एनएसयूआई की विशेष बैठक का आयोजन एनएसयूआई जिला कांगड़ा उपाध्यक्ष नीरज राणा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें ज्वालामुखी डिग्री कॉलेज एनएसयूआई अध्यक्ष शाहिद विशेष तौर पर उपस्थित रहे। बैठक में हाल ही में मझीन व खुंडिया कॉलेज में छात्रों द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन करने पर बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित की गई। नीरज ने कहा कि यह कॉलेज विधायक संजय रत्न द्वारा चंगर इलाके के लिए बहुत बड़ी सौगात रही है। मझीन व खुंडिया में महाविद्यालय खोलने के लिए एनएसयूआई ने विधायक संजय रत्न का दिल से आभार व्यक्त किया है। वही नीरज ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि मंडी जिला में एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष टोनी ठाकुर की अध्यक्षता में राहत सामग्री पहुंचाने का काम किया जा रहा है। मंडी जिला में हर एक आपदा ग्रस्त इलाके में एनएसयूआई पहुंच रही है। वहां पर राहत देने का कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त एनएसयूआई ने ज्वालामुखी भाजपा नेता पर भी तंज कसा है। उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी विधानसभा में भाजपा नेता टूरिस्ट की तरह आते हैं ,इसलिए उन्हें ज्वालामुखी का विकास नहीं दिख रहा है। इस दौरान आदी, दीपक,राहुल,सौरव,अरमान,देवांश,हर्षित,रोबिन,राज इत्यादि एनएसयूआई के कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।
राजकीय महाविद्यालय ढलियारा की एनसीसी इकाई ने पर्यावरण संरक्षण की तत्काल आवश्यकता के बारे में जनता और छात्रों को जागरूक करने के लिए एक पर्यावरण जागरूकता रैली का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में एनसीसी कैडेटों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और ढलियारा के आस-पास के इलाकों से मार्च ,नारे और हरित, स्वच्छ भविष्य की वकालत करने वाले तख्तियां प्रदर्शित कीं। यह रैली 6 एचपी (1) एनसीसी कंपनी, ऊना के पीआई स्टाफ के मार्गदर्शन में आयोजित की गई, जिसमें हवलदार सुमेश कुमार और हवलदार कुलविंदर राणा की सक्रिय उपस्थिति रही। दोनों गणमान्य व्यक्तियों ने कैडेटों को संबोधित किया और पर्यावरण संरक्षण में एनसीसी की महत्वपूर्ण भूमिका पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिए, जिससे युवाओं में जिम्मेदारी और जागरूकता की भावना पैदा हुई। कॉलेज की प्राचार्या डॉ. अंजू आर. चौहान ने एक प्रेरक भाषण दिया और कैडेटों को न केवल अनुशासन और कर्तव्य के माध्यम से, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की रक्षा करके भी राष्ट्र की सेवा करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया। गवर्नमेंट कॉलेज ढलियारा की एनसीसी इकाई के मुख्य तकनीकी अधिकारी डॉ. कपिल सूद ने रैली को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागी कैडेटों और सम्मानित अतिथियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया। इस पहल की स्थानीय निवासियों ने भी सराहना की, क्योंकि कैडेटों ने समुदाय के सदस्यों के बीच जागरूकता फैलाई और इस संदेश को पुष्ट किया कि पर्यावरण क्षरण के विरुद्ध लड़ाई में हर छोटा कदम एक बड़े उद्देश्य में योगदान देता है।
भारतीय संस्कृति, परंपरा और भाषा के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु समर्पित संस्कृत भारती आगामी सप्ताह को "संस्कृत सप्ताह" के रूप में मनाने जा रही है। इस अवसर पर देशभर में 6 अगस्त से 12 अगस्त तक विभिन्न स्तरों पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस संदर्भ में जानकारी देते हुए संस्कृत भारती (हिमाचल प्रदेश) देहरा जनपद प्रचार प्रमुख एवं ज्योतिषाचार्य डॉ. शैलेश कुमार तिवारी ने बताया कि संस्कृत सप्ताह का आयोजन श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) से तीन दिन पहले 6 अगस्त से आरंभ होगा और यह 12 अगस्त तक चलेगा। इस सप्ताह के दौरान शोभायात्रा, भजन संध्या, पत्र वितरण, स्तोत्र पाठ जैसे विविध आयोजन किए जाएंगे। इन आयोजनों का उद्देश्य आम जनमानस, विद्यार्थियों व शिक्षकों में संस्कृत भाषा के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है तथा उन्हें इसके वैज्ञानिक और सांस्कृतिक महत्व से परिचित कराना है। डॉ. शैलेश तिवारी ने बताया कि यह सप्ताह "संस्कृतम् जीवनस्य आधारम्" की भावना के साथ मनाया जा रहा है। संस्कृत भारती का मुख्य उद्देश्य सरल, वैज्ञानिक पद्धति एवं विशेष शैली के माध्यम से आमजन को संस्कृत संभाषण सिखाना है। उन्होंने बताया कि 5 अगस्त, सोमवार को केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, वेदव्यास परिसर (बलाहर) में इस सप्ताह का उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें अनेक विद्वान, शिक्षक, छात्र और संस्कृत प्रेमी सम्मिलित होंगे।
वन परिक्षेत्र अंब के तहत ज्वार ब्लॉक में अधिकारी के पद पर कार्यरत अरविंद शर्मा गुरुवार को सेवानिवृत्त हो गए। उन्होंने लगभग 40 वर्षों तक वन विभाग में सेवाएं दीं। विभाग की ओर से उन्हें भावभीनी विदाई दी गई और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। अरविंद शर्मा ग्राम पंचायत लूथान के निवासी हैं। उन्होंने 1 जनवरी 1986 को वन निगम में बतौर फॉरेस्ट गार्ड अपनी सेवा की शुरुआत की थी। वर्ष 2003 में उन्होंने वन विभाग के नालागढ़ रेंज में कार्यभार संभाला। तत्पश्चात पदोन्नति के बाद ब्लॉक अधिकारी के रूप में ज्वार में दो वर्षों तक सेवा दी। सेवानिवृत्ति के अवसर पर अरविंद शर्मा ने डीएफओ ऊना सुशील राणा, रेंज ऑफिसर अंब राहुल ठाकुर और समस्त सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। रेंजर राहुल ठाकुर ने कहा कि अरविंद शर्मा ने हर जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाया। उनकी सेवाओं को विभाग हमेशा याद रखेगा। इस अवसर पर विभाग के अधिकारी और सहकर्मी उपस्थित रहे।
उपमंडल ज्वालामुखी के तहत बलालडू के पास लोअर घल्लोर में सोमवार को एक कार और मोटरसाइकिल के बीच जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में बाइक सवार एक युवक को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि चालक को मामूली चोटें पहुंची हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कार (नंबर HP 83A-3098) और बाइक (नंबर HP 83A-5971) के बीच यह टक्कर हुई। मोटरसाइकिल को प्रवीण कुमार पुत्र रमेश कुमार, गांव रिड़ी, डाकघर थिल चला रहा था। टक्कर में प्रवीण कुमार को मामूली चोटें आई हैं, जबकि बाइक पर पीछे बैठे विशाल राणा पुत्र जगदीश चंद्र, निवासी गांव लोहारकड़, तहसील खुंडिया, जिला कांगड़ा को गंभीर चोटें आई हैं। घायल विशाल राणा को उपचार हेतु तत्काल सिविल अस्पताल ज्वालामुखी ले जाया गया है। हादसे की सूचना संबंधित पुलिस को दे दी गई है और मामले की जांच जारी है। स्थानीय लोगों ने समय रहते घायलों को अस्पताल पहुंचाने में सहायता की, जिससे एक बड़ी अनहोनी टल गई।
भारत सरकार के डाक विभाग ने डिजिटल दक्षता की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए अगली पीढ़ी के एपिटे (APT) एप्लिकेशन को लागू करने की घोषणा की है। यह आधुनिक डिजिटल प्रणाली 4 अगस्त से कांगड़ा जिले के 19 डाकघरों में प्रभावी रूप से लागू की जाएगी। नया सिस्टम जिन डाकघरों में लागू किया जा रहा है, उनमें कांगड़ा, बरोह, सुन्ही, दौलतपुर, नगरोटा बगवान, सुनेहड़, टांडा, गग्गल, तियारा, रैत, जवाली, धमेटा, राजा का तालाब, भरमाड़, नगरोटा सूरियाँ, फतेहपुर, रेहन, लंज और रानीताल शामिल हैं। इस ट्रांज़िशन के सुचारु संचालन के लिए 2 अगस्त को एक नियोजित डाउनटाइम रहेगा। इस दिन उपरोक्त डाकघरों में कोई भी सार्वजनिक लेन-देन नहीं किया जाएगा। यह अस्थायी सेवा विराम डेटा माइग्रेशन, सिस्टम सत्यापन और कॉन्फ़िगरेशन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने हेतु आवश्यक है। एपिटे एप्लिकेशन को बेहतर ग्राहक अनुभव, तेज़ सेवा वितरण, और स्मार्ट तथा भविष्य-उन्मुख डाक सेवाओं के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पहल डाक विभाग की राष्ट्र निर्माण और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। डाक विभाग ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे अपने कार्यों की योजना पहले से बना लें। अत्यावश्यक सेवाओं के लिए नजदीकी डाकघरों जैसे बनखंडी, जवालामुखी, संसारपुर टेरेस और हरिपुर से संपर्क किया जा सकता है। डाक विभाग ने संभावित असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है और भरोसा दिलाया है कि यह कदम नागरिकों को अधिक कुशल और डिजिटल रूप से सशक्त सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
ज्वालामुखी उपमंडल के तहत खुण्डियां में भारतीय जनता पार्टी मंडल कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में संगठन को सशक्त करने एवं आगामी योजनाओं को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही विभिन्न स्थानीय एवं प्रदेश स्तर के मुद्दों पर भी गहन विचार-विमर्श हुआ। सभी कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर पार्टी की मजबूती और जनहित के लिए कार्य करने का संकल्प लिया। बैठक में मंडल के अध्यक्ष संजय राणा, उपाध्यक्ष राजिंदर पाल, ललिता चौहान, पूनम ठाकुर, प्रताप सिंह महामंत्री संजीव कुमार व राजेश शर्मा मंडल सचिव, नरेंद्र कुमार लगड़ू, नरेंद्र अगन कार्यालय सचिव कश्मीर सिंह मीडिया प्रभारी रघुवीर सिंह आईटी संयोजक अग्रवन सिंह सोशल मीडिया प्रभारी शशि कुमार पूर्व मंडल अध्यक्ष मान सिंह राणा युवा मोर्चा अध्यक्ष अजय कुमार राणा इत्यादि उपस्थित रहे ।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड उपमंडल सिद्धपुर (योल) के अंतर्गत आने वाले सभी उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे अपने बिजली बिल का भुगतान 31 जुलाई तक अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें। विद्युत उपमंडल सिद्धपुर के सहायक अभियंता संतोष कुमार ने बताया कि जिन उपभोक्ताओं के बिजली बिल लम्बित हैं, वे तत्काल प्रभाव से अपना बकाया भुगतान करें, अन्यथा उनके बिजली कनेक्शन बिना किसी पूर्व सूचना के नियमानुसार काट दिए जाएंगे। बिजली बिल का भुगतान उपमंडल कार्यालय सिद्धपुर (योल) के कैश काउंटर पर किया जा सकता है या फिर बोर्ड की वेबसाइट व विभिन्न ऑनलाइन पेमेंट ऐप्स के माध्यम से भी भुगतान किया जा सकता है। बिजली बिल से संबंधित किसी भी सहायता या जानकारी के लिए उपभोक्ता फोन नंबर 01892-246394 (प्रातः 10:00 बजे से सायं 05:00 बजे तक) संपर्क कर सकते हैं।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई द्वारा एक विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान परिसर के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें संस्कृतभारती के अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख श्रीश देव पुजारी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। व्याख्यान का मुख्य फोकस भारतीय ज्ञान प्रणाली की अवधारणा, उसकी वर्तमान चुनौतियाँ, समाधान और छात्रों की उसमें सक्रिय भूमिका पर केंद्रित रहा। श्रीश देव पुजारी ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि संस्कृत केवल एक भाषा नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है। उन्होंने विद्यार्थियों को संस्कृत क्षेत्र में अपने योगदान को पहचानने और उसे मजबूती से निभाने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर व्याख्यान के बाद परिसर के आचार्यों के साथ एक विशेष परिचर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें शिक्षा और संगठन से जुड़े मुद्दों पर गंभीर विमर्श किया गया। गौरतलब है कि श्रीश देव पुजारी इन दिनों पंचदिवसीय प्रवास पर हिमाचल प्रदेश में हैं। इस प्रवास के दौरान वे राज्य में संस्कृतभारती के संगठनात्मक विस्तार, व्यवस्थापन और सशक्तिकरण को लेकर सक्रिय हैं। साथ ही प्रदेश के प्रमुख संस्कृत शिक्षण संस्थानों, जैसे केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, केन्द्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला, विभिन्न गुरुकुल और संस्कृत महाविद्यालयों में अध्ययन-अध्यापन की वर्तमान स्थिति, भविष्य की आवश्यकताएँ और संभावनाएँ समझने के लिए प्रशासनिक एवं सामाजिक प्रतिनिधियों से मुलाक़ात भी कर रहे हैं। वेदव्यास परिसर में आयोजित इस व्याख्यान में विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे। आयोजन को लेकर परिसर में उत्साहपूर्ण वातावरण देखने को मिला।
संसारपुर टैरेस से सटे घाटी पंचायत में सड़क किनारे स्थित एक गड्ढा लगातार हादसे को न्योता दे रहा है। इस बारे में पंचायत प्रधान बाजेश्वर कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि यह गड्ढा कई बार दुर्घटनाओं का कारण बनते-बनते टल चुका है। स्थानीय निवासी सुशील कुमार, राज कुमार, शानू और अन्य लोगों ने भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह गड्ढा सड़क के किनारे है, जहां से गाड़ियों को पास लेने में दिक्कत आती है। अब तक कई बार वाहन चालक हादसे से बाल-बाल बचे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस संबंध में लोक निर्माण विभाग को पहले भी सूचित किया जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस गड्ढे की मरम्मत करवाई जाए, ताकि किसी बड़े हादसे से बचा जा सके। इस मुद्दे पर जब लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता नितेश कौंडल से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि बरसात के कारण सड़क पर बहाव तेज हो गया है, जिससे यह गड्ढा बन गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि विभाग की ओर से जल्द ही अस्थायी रूप से इसकी मरम्मत करवाई जाएगी ताकि आमजन को राहत मिल सके।
हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को आत्मा परियोजना काँगड़ा की उप परियोजना निदेशक डॉ वैशाखा पॉल, कृषि विकास अधिकारी देहरा आदित्य महाजन, कृषि प्रसार अधिकारी स्वाति शर्मा, आत्मा पारिजाना देहरा से खंड तकनीकी प्रबंधक, डिम्पल ठाकुर, सहायक तकनीकी प्रबंधक दीपक ठाकुर और लक्षिता गोयल ने विकास खंड देहरा की पंचायत गुगाना, दरीन, सिल्ह, लुथान, त्रिपल, दरकाटा, बारी कलां का दौरा किआ और किसानों को प्राकृतिक खेती के महत्व, तरीकों और लाभों के बारे मे जानकारी दी, और किसानों का इस योजना के तहत पंजीकरण भी किया गया। इस बार हिमाचल सरकार किसानों से प्राकृतिक हल्दी की 90 रूपये प्रति किलोग्राम और प्राकृतिक मक्की की 40 रूपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से खरीद करने जा रही है। इसके अतिरिक्त उप परिजोना निदेशक काँगड़ा, डॉ वैशाखा पॉल ने बताया कि कोई भी किसान इस बारे में अतिरिक्त जानकारी हेतु कृषि विभाग देहरा में संपर्क कर सकता है तथा इस योजना का लाभ ले सकता है।
केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के एनएसएस इकाई, देहरा सप्त सिंधु परिसर तथा SOTTO (स्टेट ऑर्गन एंड टिशू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन) हिमाचल प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में अंगदान जन संजीवनी अभियान के अंतर्गत एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई, जिसे एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. श्रैया बख्शी ने प्रस्तुत किया। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता SOTTO हिमाचल प्रदेश के स्टेट कोऑर्डिनेटर नरेश थे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी अमित शर्मा उपस्थित रहे। मुख्य वक्ता ने स्वयंसेवियों, छात्रों और संकाय सदस्यों को अंगदान और नेत्रदान की आवश्यकता और महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अंगदान के माध्यम से एक व्यक्ति मरने के बाद भी आठ लोगों की जिंदगी बचा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि मृत्यु के बाद शरीर को जलाने या दफनाने की बजाय अंगदान करके किसी जरूरतमंद को नया जीवन दिया जा सकता है। समाजसेवी अमित शर्मा ने बताया कि कोई भी व्यक्ति जिसकी आयु 18 वर्ष या उससे अधिक है, वह अपनी स्वेच्छा से अंगदान की शपथ ले सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जानकारी के अभाव और भ्रांतियों के कारण अधिकांश लोग अंगदान से पीछे हट जाते हैं। सही जानकारी मिलने पर अधिक लोग इस दिशा में आगे आ सकते हैं। संगोष्ठी में नरेश ने यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट www.sottohimachal.in के माध्यम से कोई भी व्यक्ति घर बैठे अंगदान के लिए पंजीकरण कर सकता है। वेबसाइट पर क्यूआर कोड स्कैन करके शपथ पत्र भरना संभव है, जिससे व्यक्ति अपनी अंगदान की इच्छा को औपचारिक रूप से दर्ज कर सकता है। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मी जिन्या ने किया और शोधार्थी शिवम् राज ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।
26 जुलाई को 33/11 के वी उपकेन्द्र प्रागपुर और 11 केवी प्रागपुर, शांतला, गरली, नहेरन्पुखर, कलोहा फीडर की उचित मुरमम्त हेतु विधुत सप्लाई 10:00 बजे से 2 बजे तक बाधित रहेगी। जिससे 11 के वी फीडरो के अंतर्गत आने वाले गाँव प्रागपुर, गढ़, छडोल, मसोट, बलाहर नहेरन्पुखर, गरली लग, बलियाना, नालेटी, कलोहा, शांतला, बनी सेहेरी आदि गाँव प्रभावित होंगे। वही ई. विक्रमजीत विद्युत उपमंडल प्रागपुर ने कहा की 26 जुलाई को विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। जिस बीच जनता से सहयोग की अपील की है।
तहसील डाडा सीवा के भू-स्वामियों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना जारी की गई है। तहसीलदार बीरबल ने जानकारी देते हुए बताया कि उपायुक्त कांगड़ा, धर्मशाला के निर्देशानुसार सभी भूमि मालिकों से आग्रह किया गया है कि वे अपनी भूमि संबंधी रिकॉर्ड में आधार कार्ड की सीडिंग का कार्य 30 जुलाई 2025 तक अनिवार्य रूप से पूरा करें। इसके लिए भू-स्वामी अपने संबंधित पटवार घर कार्यालय में जाकर यह प्रक्रिया पूर्ण करवा सकते हैं। तहसील प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस कार्य के लिए भू-स्वामी को अपना आधार कार्ड एवं आधार से लिंक मोबाइल नंबर साथ लाना अनिवार्य होगा। प्रशासन ने सभी पंचायत प्रतिनिधियों, वार्ड सदस्यों और नंबरदारों से विशेष अपील की है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करें ताकि अधिक से अधिक लोग समय रहते इस प्रक्रिया को पूर्ण कर सकें। यह कार्य न केवल भू-स्वामित्व के रिकॉर्ड को पारदर्शी बनाएगा, बल्कि भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ पाने में भी सहायक सिद्ध होगा अतः सभी भू-स्वामियों से अनुरोध है कि समय रहते आवश्यक दस्तावेजों के साथ आधार सीडिंग कार्य पूर्ण करवाएं।
राजकीय महाविधालय ढलियारा में वीo वॉकo रिटेल मैनेजमेंट के 12 विद्यार्थियों ने एक बार फिर सफलता की नई इबारत लिखी है। कॉलेज के 12 होनहार विद्यार्थियों का चयन देश की नामी रिटेल कंपनियों में हुआ है, जिससे न केवल कॉलेज का नाम रोशन हुआ है, बल्कि व्यावसायिक और कौशल शिक्षा के क्षेत्र में कॉलेज की सशक्त उपस्थिति भी प्रमाणित हुई है। निखिल मांगला, शवन डढवाल, पंकज का चयन लीवाइस में हुआ है। जबकि पलक और काजल को क्लोविया में अवसर मिला है। अंजली को केंटाबिल और सुहानी को पैंटालूंस में नियुक्ति मिली है। पलक को सॉलिड स्टोर EBO में नौकरी मिली है। दिनेश कुमार को लाइफ स्टाइल में स्थान प्राप्त हुआ है और आर्यन को NFS में नियुक्त किया गया है। इसके अलावा विकास को रेडटेप और रितिका को सीएल फार्मा में नियुक्त किया गया है। कंपनियों द्वारा इन सभी विद्यार्थियों को औपचारिक नियुक्ति पत्र (ऑफर लेटर) प्रदान कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस शानदार उपलब्धि के पीछे राजकीय महाविद्यालय ढलियारा और एडूब्रिज इंडिया लर्निंग प्राइवेट लिमिटेड का विशेष योगदान रहा है। यह सफलता NSQF के अंतर्गत संचालित वीo वॉकo रिटेल मैनेजमेंट कार्यक्रमों की गुणवत्ता और व्यवहारिकता को दर्शाती है। महाविधालय प्राचार्या डॉ. अंजू आर चौहान, विभागाध्यक्ष प्रोफेसर कंचन रनोत और सभी शिक्षक विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं।
नगरोटा सूरियां रेंज में वन संपदा की रक्षा हेतु चलाए जा रहे सतत प्रयासों के तहत, नगरोटा सूरियां रेंज के वन विभाग के कर्मियों ने बीती रात एक बड़ी सफलता हासिल की। विभाग की टीम ने पूरी रात जागते हुए सतर्कता बरती और एक पिकअप गाड़ी को धार में पकड़ा, जो अवैध रूप से काटी गई खैर लकड़ी से भरी हुई थी। यह कार्रवाई सुरेंद्र सैनी RO नगरोटा सूरिया के नेतृत्व में की गई। विश्वसनीय सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में, रात्रि लगभग 2:30 पर वन विभाग की टीम ने संदिग्ध वाहन को रोका और जांच करने पर उसमें खैर लकड़ी अवैध रूप से ले जाई जा रही पाई गई। खैर के 40 मौछे जिसका आयतन 1.243 घन मीटर और बाज़ारी मूल्य लगभग तीन लाख पचास हज़ार रुपये है l गाड़ी को तुरंत जपत कर लिया गया है, और दोषियों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है l
धर्मशाला के समीप स्थित शिल्ला चौक के रहने वाले और सक्रेड हार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले 13 वर्षीय छात्र प्रथम पुरी ने इंसानियत और संवेदनशीलता की एक मिसाल पेश की है। प्रथम पुरी लंबे समय से प्लेस्टेशन फाइव (PS5) गेमिंग कंसोल खरीदने के लिए अपनी गुल्लक में पैसे जमा कर रहा था। लेकिन जब उसे हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले के सिराज क्षेत्र में आई भीषण आपदा की जानकारी मिली, तो उसने अपनी इच्छाओं को दरकिनार करते हुए, संपूर्ण जमा राशि जिला उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला स्थित में जमा करवा दी। ये राशि सराज आपदा राहत कोष के माध्यम से पीड़ितों तक पहुँचाई जाएगी। वही उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा ने उसकी इस पहल की सराहना की है और कहा कि इस उम्र में ऐसा सोच रखना वाकई प्रेरणादायक है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा हिमाचल प्रदेश सोशल मीडिया सह प्रभारी अजय राणा ने जारी बयान मे कहा कि प्रदेश सरकार का नौकरियों के संबंध में तुगलकी फरमान जारी हुआ है, जितनी नई नौकरियां लगेगी वे 2 साल के प्रशिक्षण पीरियड के बाद जारी की जाएंगी। यह पीड़ा का विषय है, बेरोजगार युवाओं के साथ यह एक महज बेहूदा मजाक है। राणा ने कहा कि चुनाव से पहले कॉंग्रेस सरकार ने जारी घोषणापत्र में युवाओं को 1 लाख रोजगार देने का वादा किया था और पहली कैबिनेट में स्वीकृति देने की बातें कही लेकिन आज प्रदेश सरकार को 3 वर्ष पूरे होने पर भी यह सार्थक नहीं हो पाया। रोजगार तो दूर अपितु युवाओं को भ्रमित और ठगने का काम किया जा रहा है, वास्तविकता तो यह कि आज हिमाचल प्रदेश में बेरोजगारी चरम सीमा पर है और बेरोजगारी में हिमाचल प्रदेश प्रथम स्थान प्राप्त कर चुका है।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, वेदव्यास परिसर, बलाहर में संस्कृत भारती-हिमाचल प्रदेश न्यास के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दस दिवसीय अखिल भारतीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह सोमवार को परिसर के भरतमंडप में सम्पन्न हुआ। यह कार्यक्रम 12 जुलाई से आरंभ हुआ था। समापन समारोह में संस्कृतभारती के उत्तर क्षेत्र संगठन मंत्री नरेन्द्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। यह प्रशिक्षण विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी के संरक्षण एवं कुलसचिव आर. जी. मुरलीकृष्ण के निर्देशन में संपन्न हुआ। समारोह में परिसर निदेशिका प्रो. सत्यम कुमारी कार्यक्रमाध्यक्ष, सह-निदेशक प्रो. मञ्जुनाथ एस. जी. भट्ट सारस्वत अतिथि, तथा संस्कृतभारती हिमाचल प्रदेश के प्रान्ताध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में गोरक्षनाथ संस्कृत महाविद्यालय के वेदाचार्य डॉ. सन्नी कुमार ने वैदिक मंगलाचरण प्रस्तुत किया, जबकि डॉ. रूपलाल शर्मा (व्याकरण विद्याशाखा) ने लौकिक मंगलाचरण किया। इसके बाद प्रतिभागियों द्वारा सामूहिक दीप मंत्र, सरस्वती वंदना और संकल्प मंत्र का उच्चारण किया गया तथा कुलगीत का गायन भी हुआ। डॉ. प्रतिज्ञा आर्या ने उपस्थित अतिथियों का परिचय एवं वाचिक स्वागत किया। कार्यक्रम के प्रशिक्षण प्रमुख डॉ. मुकेश कुमार (प्रान्त शिक्षण प्रमुख, संस्कृतभारती हिमाचल प्रदेश) ने प्रशिक्षण वर्ग की पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके पश्चात प्रतिभागियों ने अनुभव कथन और प्रदर्शनात्मक गतिविधियाँ प्रस्तुत कीं। संसाधक डॉ. जयकृष्ण शर्मा एवं रजनी ने भी अपने अनुभव साझा किए। मुख्य अतिथि नरेन्द्र कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम न केवल छात्रों के लिए बल्कि पूरे विश्वविद्यालय परिसर के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा। उन्होंने संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु राज्य में संस्कृत प्रचार केन्द्र स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिसकी स्थापना शीघ्र की जाएगी। विशिष्ट अतिथि डॉ. राजेश शर्मा ने सभी को कार्यक्रम की सफलता पर बधाई दी और भविष्य में भी इस प्रकार की गतिविधियों को जारी रखने का आह्वान किया। सह-निदेशक प्रो. मञ्जुनाथ एस. जी. भट्ट ने संस्कृतमय वातावरण के निर्माण हेतु विद्यार्थियों को सदैव संस्कृत में वार्तालाप करने के लिए प्रेरित किया। इसके उपरांत सभी संसाधकों, प्रबंधकों एवं समिति सदस्यों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। परिसर निदेशिका प्रो. सत्यम कुमारी ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कार्यक्रम की सफलता की सराहना करते हुए भविष्य में छात्रों के हित में ऐसे और आयोजनों की संस्तुति की। कार्यक्रम संयोजक डॉ. सत्यदेव ने अंत में सभी अतिथियों, प्रतिभागियों और सहयोगियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
*बलाहर प्रशिक्षण वर्ग में नवम दिन डॉ. प्रणयव्रत शर्मा ने किया दीप प्रज्ज्वलन केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर, बलाहर में चल रहे दस दिवसीय अखिल भारतीय प्रशिक्षण वर्ग के नवम दिन विशेष सत्र का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। यह कार्यक्रम संस्कृतभारती-हिमाचल प्रदेश न्यास के संयुक्त तत्वावधान में 12 से 21 जुलाई तक आयोजित किया गया है। गुरुनानक देव मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर, लुधियाना में सहायक आचार्य के रूप में कार्यरत तथा प्रागपुर निवासी डॉ. प्रणयव्रत शर्मा ने इस अवसर पर वंदना सत्र में दीप प्रज्ज्वलित किया। संबोधन में उन्होंने कहा कि संस्कृत के प्रशिक्षण के साथ-साथ प्रतिभागियों को आयुर्वेद, योग और संहिताओं जैसे विषयों की ओर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने समाज में छिपे इस प्राचीन ज्ञान को उजागर कर उसकी उपयोगिता को व्यापक स्तर पर फैलाने का आह्वान किया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ. सत्यदेव, डॉ. शैलेश तिवारी, डॉ. भूपेंद्र ओझा सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।
देहरा गोपीपुर के हनुमान चौक के समीप अभी हाल ही में शुरू की गई मां ज्वाला कोचिंग ऑफ एक्सीलेंस अकादमी में कक्षाएं आरम्भ हो गई है। अधिक जानकारी देते हुए अकादमी के प्रबंध निदेशक मुनीश शर्मा ने बताया कि अकादमी में नीट से लेकर एन डी ए तक व एच ए एस से लेकर आई ए एस तक की प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस कार्य हेतु उन्होंने काफी कर्मठ और अनुभवी शिक्षकों को नियुक्त किया है। उन्होंने बताया कि यह उनका सपना था कि प्रदेश के जो छात्र दूसरे राज्यों में जा कर कोचिंग लेते हैं,उन्हें यह सुविधा अपने राज्य में ही मिल सके। वहीं कोचिंग अकादमी में गुरु वरुण नाथ जी का आगमन हुआ। गुरुजी के आगमन के साथ ही अकैडमी में कक्षाएं भी आरंभ की गईं।
हिमाचल की 59 दवाओं समेत देश की 188 दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। इन दवाओं में 44 सोलन जिले में, 13 सिरमौर और एक-एक ऊना और कांगड़ा जिले में बनी हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) और स्टेट ड्रग अथाॅरिटी की ओर से जारी ड्रग अलर्ट में सैंपल फेल पाए गए हैं। जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उनमें एंटी बायोटिक, एंटी डायबटिक, बीपी, पेट दर्द, प्रोस्टेट कैंसर, दर्द निवारक, विटामिन बी-12, कैंसर समेत कई दवाएं शामिल हैं। हिमाचल की 59 दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरीं। इनमें राज्य के ड्रग अलर्ट में 36 और केंद्र के ड्रग अलर्ट में 23 दवाएं शामिल हैं। इसके अलावा कैंसर और सोरायसिस में इस्तेमाल होने वाली इंजेक्शन के सैंपल भी फेल हुए हैं। मिथोट्रीक्सेट इंजेक्शन-15 जो अगस्त 2026 में एक्सपायर होगा और मुंबई के बीडीएच इंडस्टी लिमिटेड उद्योग में निर्मित है। इसी तरह चीन के शंघाई के बाॅयो फार्मास्यूटिकल उद्योग में निर्मित पेट और स्तन कैंसर की दवा डोसिटैक्सल हाइड्रॉस आईपी का सैंपल फेल पाया गया है। हिमाचल व देश के अन्य राज्यों में निर्मित पैरासिटामोल, विटामिन सी इंजेक्शन, रेबाप्रेजोल, टेलिमिस्ट्रिन, पेंटाप्रोजोल सोडियम इंजेक्शन, एमॉक्सीलिन और पोटाशियम इंजेक्शन सहित अन्य के सैंपल गुणवत्ता मानकों पर सही नहीं पाए गए हैं। जांच में तीन दवाएं नकली भी निकली हैं। इनमें टैक्सिम-ओ 200 जो साइनस, नाक, गले, कान के संक्रमण में उपयोग होती है और जुलाई 2024 में बनी है। थ्रोमबोफोब दवा जिसे रक्त के थक्के बनने से रोकने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नकली पाई गई। रोसूवास एफ-10 जिसे कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह भी नकली नकली। इन दवा उद्योगों के नाम फिलहाल अंकित नहीं किए गए हैं। वही राज्य दवा नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि हिमाचल में बनी 59 दवाओं के सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे। जुलाई के ड्रग अलर्ट में सैंपल फेल होने वाली 40 फीसदी दवाएं हैं। इन सभी संबंधित उद्योगों को नोटिस जारी किए जाएंगे और बाजार से सभी दवाओं को वापस मंगवाया जाएगा।
डाडा सिबा से पठानकोट तक चलने वाली हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की बस पिछले दो दिनों से रूट से गायब है। यह बस रोज सुबह 6:30 बजे डाडा सिबा से स्यूलखड्ड, मेहड़ा, घाटी होते हुए तलवाड़ा और फिर पठानकोट तक जाती है। लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को यह बस नहीं चली, जिससे नौकरीपेशा मजदूरों और कॉलेज-आईटीआई छात्रों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यह बस न सिर्फ आम यात्रियों, बल्कि संसारपुर टेरेस स्थित उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों और दूर-दराज़ से आने वाले विद्यार्थियों के लिए 'लाइफलाइन' मानी जाती है। दो दिनों तक इसके न चलने से लोगों को महंगे निजी साधनों का सहारा लेना पड़ा, जिससे आर्थिक बोझ भी बढ़ा। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बस ही उनके दिन की पहली और आखिरी उम्मीद होती है। रविवार जैसे दिनों में जब फैक्ट्रियों में काम होता है, तब यही एक मात्र साधन होता है। ऐसे में बिना सूचना के बस का बंद हो जाना सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। वहीं, पठानकोट डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक विजय कुमार ने बताया कि बस तकनीकी खराबी के कारण दो दिन सेवा से बाहर थी, लेकिन शुक्रवार को इसे दोबारा रूट पर बहाल कर दिया गया है।
जकीय महाविद्यालय चिंतपूर्णी में शुक्रवार के दिन आईक्यूएसी सेल के द्वारा भूकंप पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसके लिए परागपुर के निकटवर्ती गांव बलेहड़ा निवासी डॉ अरविंद कुमार (रिसर्चर) व एसोसिएट प्रोफेसर जो नेशनल सेंटर फॉर रिसर्च ऑन अर्थक्वेक इंजीनियरिंग ताइपे (ताइवान) में कार्यरत है और दौरान मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ अजय कुमार ने की। उन्होंने बताया कि डॉ अरविंद कुमार ने 50 से ज्यादा रिसर्च पेपर पब्लिश किए हैं। वहीं उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय (रूस, जापान ) कांफ्रेंस में भी भाग लिया है। वही मुख्य वक्ता डॉ अरविन्द कुमार ने छात्रों को भूकंप के कारण प्रभाव और बचाव के तरीकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने भूकंप की प्राइमरी और सेकेंडरी वेब्ज के बारे में बताते हुए कहा कि प्राइमरी वेव्ज से एहसास हो जाता है कि द्वितीय वेज आने वाली है। उन्होंने बताया कि भूकंप के केंद्र को मापने के लिए सीस्मोग्राफ का प्रयोग किया जाता है, जिससे यह पता चलता है कि भूकंप की तीव्रता कितनी है। उन्होंने बताया कि पांच की तीव्रता से ऊपर वाले भूकंप ज्यादा खतरनाक होते है। वही कार्यक्रम के अंत में डॉ विनोद कुमार द्वारा मुख्य वक्ता का धन्यवाद किया गया।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर बलाहर में संस्कृत भारती-हिमाचल प्रदेश न्यास के संयुक्त तत्त्वावधान में 12 जुलाई से 21 जुलाई तक आयोजित दश दिवसीय अखिल भारतीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के छठे दिन का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य दिनेश शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया। कलोहा निवासी दिनेश शर्मा ने कहा कि बलाहर में निर्मित इस विद्यापीठ का होना क्षेत्रवासियों के लिए गर्व की बात है।केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के इस परिसर में सम्पूर्ण देश से छात्र अध्ययन हेतु आते हैं जिससे हम क्षेत्रवासियों का मस्तक गर्व से ऊँचा होता है। विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव एवं समस्त प्रशासनिक व शैक्षणिक अधिकारियों एवं वेदव्यास परिसर के समस्त आचार्यों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि देवभूमि हिमाचल में स्थापित यह परिसर ऐसे ही समुन्नति करता रहे एवं राज्य के साथ-साथ देश के विविध राज्यों से अध्ययन हेतु आए छात्र इसका नाम रोशन करते रहें ।
कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र संसारपुर टैरेस में मंगलवार को नकली दवाओं के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पुलिस और औषधि विभाग की संयुक्त टीम ने एक निजी फैक्ट्री में छापेमारी कर भारी मात्रा में नकली दवाएं बरामद कीं। जानकारी के मुताबिक, एक पंजीकृत दवा कंपनी ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके उत्पाद ‘कामराज कैप्सूल’ की नकल कर संसारपुर टैरेस स्थित फैक्ट्री में अवैध रूप से निर्माण और बिक्री की जा रही है। शिकायत में यह भी कहा गया कि यह कार्य बिना किसी अनुमति और कॉपीराइट नियमों का उल्लंघन करते हुए किया जा रहा है। थाना प्रभारी संजय शर्मा की अगुवाई में औषधि निरीक्षक, पंचायत प्रतिनिधि और कंपनी प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त टीम ने फैक्ट्री में छापेमारी की। तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में नकली ‘कामराज कैप्सूल’ और अन्य दवा सामग्री बरामद की गई। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि फैक्ट्री के पास एलोपैथिक दवाओं का लाइसेंस था, लेकिन वहां चोरी-छिपे रात को आयुर्वेदिक दवाओं का भी निर्माण किया जा रहा था, जो पूरी तरह से गैरकानूनी है। डीएसपी डाडासीबा राज कुमार ने बताया कि कॉपीराइट उल्लंघन, ट्रेडमार्क की नकल और नकली दवा निर्माण के आरोप में मामला दर्ज कर लिया गया है। जब्त की गई दवाओं को जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। पुलिस ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पूरे नेटवर्क की जांच की जा रही है।
राजकीय स्नातक महाविद्यालय मझीन में रेड रिबन क्लब के तत्वावधान में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से विद्यार्थियों के लिए स्क्रब टाइफस, हेपेटाइटस और टीबी जैसे संक्रामक रोगों पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चंदन भारद्वाज के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। रेड रिबन क्लब की नोडल अधिकारी आरती गुप्ता ने जानकारी दी कि इस सत्र में कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर कुमारी स्मृति और नंदिका चौधरी ने विद्यार्थियों को इन बीमारियों के कारण, लक्षण, बचाव और उपचार की विस्तृत जानकारी दी।नंदिका चौधरी ने बताया कि स्क्रब टाइफस एक प्रकार का जीवाणुजनित संक्रमण है, जो चूहों पर पाए जाने वाले छोटे कीटों के काटने से फैलता है। खासकर बरसात के मौसम में खेतों में काम करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। कुमारी स्मृति ने हेपेटाइटस बी और टीबी जैसे गंभीर रोगों से जुड़ी अहम जानकारी देते हुए बताया कि बरसात के मौसम में साफ पानी और स्वच्छ, घर का बना भोजन ही सेवन करना चाहिए, ताकि संक्रमण से बचा जा सके। उन्होंने टीबी की पहचान, इसके लक्षण और समय पर उपचार की आवश्यकता पर भी जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में हेल्थ ऑफिसर्स ने विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिए। इस अवसर पर डॉ. सारिका, प्रो. मुक्ता मनी, डॉ. नीलम, प्रो. मोहिनी और प्रो. लक्की भी उपस्थित रहे।
बीसीसीआई क्लब बतबाड़ द्वारा आयोजित क्रिकेट क्रेजी ट्रॉफी का भव्य शुभारंभ सोमवार को डाडा सीबा क्षेत्र के अंतर्गत गांव बतबाड़ में किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे स्थानीय व्यवसायी रितेश शर्मा ने सिक्का उछाल कर टूर्नामेंट का औपचारिक आगाज़ किया। इस अवसर पर रितेश शर्मा ने युवाओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा, “आज के समय में युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित करना बहुत जरूरी है। जिस तरह से आज की युवा पीढ़ी नशे की गिरफ्त में आती जा रही है, ऐसे आयोजनों से उन्हें एक सही दिशा मिल सकती है। यह प्रयास सराहनीय है और मैं इसके लिए आयोजन समिति का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि, खुद पर विश्वास रखना ही सफलता की कुंजी है। अगर हम अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाएं, तो हर मंजिल पाई जा सकती है। टूर्नामेंट के आयोजक और बीसीसीआई क्लब बतबाड़ के प्रबंधक विवेक सपेहिया ने जानकारी दी कि यह टूर्नामेंट कुल 3 दिन तक चलेगा। विजेता टीम को ₹8888 और उपविजेता टीम को ₹4444 का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। टूर्नामेंट का पहला मुकाबला डाडा सीबा और बतबाड़ की टीमों के बीच खेला जा रहा है।
सोमवार को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर बलाहर में संस्कृत भारती हिमाचल प्रदेश न्यास के संयुक्त तत्त्वावधान में 12 जुलाई से 21 जुलाई तक दस दिवसीय अखिल भारतीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन सुबह एकात्मतास्तोत्र पारायण के उपरांत आचार्य डॉ.जयकृष्ण ने सभी प्रतिभागियों को योगासन एवं प्राणायाम का अभ्यास करवाया। उसके पश्चात जसवां प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र के मण्डल प्रवक्ता रूपेन्द्र सिंह डैनी द्वारा दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया गया । वंदनासत्र के उपरांत सम्पूर्ण दिन विविध वर्गों में व्याकरणाभ्यास, वर्गशिबिर, रटनाभ्यास, श्लोक-स्तोत्रोच्चारण, कालपरिवर्तनाभ्यास, लेखनकार्य, विभक्तीपाठन, भाषाक्रीडा, बौद्धिकसत्र, बिन्दुविमर्श, क्रीडाप्रशिक्षण, रूपशुद्धिपाठन एवं अनौपचारिक सत्रों में हास्यकणिका, कथाकथन, बिन्दुपाठन आदि गतिविधियाँ आयोजित की गई ।
पूर्व उद्योग मंत्री एवं जसवां प्रागपुर के विधायक बिक्रम ठाकुर ने कहा है कि क्षेत्र में माफिया संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस पार्टी ने एक ऐसे नेता को आगे कर रखा है जिसे जनता दो बार नकार चुकी है। उन्होंने कहा कि अब यह हारा हुआ नेता खुद को मुख्यमंत्री का साला बताकर राजनीतिक प्रभाव जमाने की कोशिश कर रहा है, जो न केवल हास्यास्पद है, बल्कि क्षेत्र की जनता का अपमान भी है। बिक्रम ठाकुर ने तीखे शब्दों में कहा कि अब कांग्रेस में जनसेवा की जगह पारिवारिक रिश्ते राजनीति का आधार बन चुके हैं। चुनाव हारने के बाद भी यदि कोई केवल मुख्यमंत्री से संबंध दिखाकर ठेके और ट्रांसफर बांट रहा हो, तो यह सीधे तौर पर भ्रष्टाचार और सत्ता की दलाली है।उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के संरक्षण में जसवां प्रागपुर में ट्रांसफर माफिया और ठेकेदार लॉबी को खुली छूट दी जा रही है। यहां अब योग्यता नहीं, नजदीकियों का बोलबाला है। और जो खुद को सत्ता का रिश्तेदार बताकर ठेके दिलवा रहा है, वो असल में क्षेत्र का सौदा कर रहा है। पूर्व मंत्री ने कहा कि जब वे सरकार में थे, तब जसवां प्रागपुर जैसे पिछड़े क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया गया। BDO कार्यालय, SDM कार्यालय, सड़कें, पेयजल योजनाएं, स्वास्थ्य सेवाएं— ये सब भाजपा शासन की देन हैं। लेकिन कांग्रेस सरकार ने आते ही द्वेष की राजनीति के तहत इन्हें डी-नोटिफाई कर दिया, जिससे यह साफ हो गया कि उन्हें जनता की सुविधा से नहीं, अपनी राजनीतिक कुंठा से मतलब है। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि उन पर बार-बार बेबुनियाद आरोप लगाने वाले खुद को पहले जनता की अदालत में साबित करें। जो व्यक्ति चुनाव हारकर घर बैठना चाहिए, वो अब सरकारी गलियारों में माफिया राज चला रहा है। मुख्यमंत्री से संबंध होना क्या अब कांग्रेस में अघोषित योग्यता बन गया है? उन्होंने साफ कहा कि जसवां प्रागपुर किसी के बाप की जागीर नहीं है। यहां की जनता ने मुझे लगातार समर्थन दिया है और मैं हर उस ताकत से टकराऊंगा जो क्षेत्र के विकास में बाधा बनती है।
अखिल भारतीय बाल्मीकि महासभा हिमाचल प्रदेश ने हिसार (हरियाणा) में एक दलित परिवार के साथ हुई मारपीट और 14 वर्षीय बालक गणेश की मौत की घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। महासभा ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक लहोरवी की अगुवाई में उपायुक्त कांगड़ा के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि बीते दिनों हिसार के 12 क्वार्टर क्षेत्र में बालक गणेश का जन्मदिन परिवार और रिश्तेदारों द्वारा मनाया जा रहा था। घर के अंदर सीमित आवाज़ में बुफर से गीत बजाए जा रहे थे। यह कोई डीजे नहीं था, जिसे लेकर अनुमति आवश्यक हो। रात करीब 11 बजे पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और बुफर बंद करने को कहा। जब परिवार ने स्थिति स्पष्ट की, तो पुलिसकर्मी आक्रोशित हो गए और अभद्रता करने लगे। आरोप है कि नशे में धुत पुलिसकर्मियों ने परिवार की महिलाओं, पुरुषों और बच्चों पर लाठियों से हमला किया। बचाव में दो बच्चे छत पर चले गए। वहां भी पुलिसकर्मी पहुंच गए और उन्हें बेरहमी से पीटते हुए छत से नीचे धक्का दे दिया, जिससे गणेश की मौके पर ही मौत हो गई। महासभा ने इस घटना को अमानवीय और शर्मनाक बताते हुए प्रशासन की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए हैं। ज्ञापन में कहा गया कि अब तक दोषी पुलिसकर्मियों पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, उल्टा पीड़ित परिवार को ही आरोपी बनाने की कोशिश की जा रही है। राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुदेश सहोंतरा और राष्ट्रीय महासचिव राकेश गिल ने संयुक्त बयान में कहा कि वाल्मीकि समाज इस अन्याय को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने मांग की कि दोषी पुलिसकर्मियों पर IPC की धारा 102, 103 और सेक्शन 109 के तहत मामला दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष दीपक लहोरवी, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुदेश काका, प्रदेश उपाध्यक्ष अतुल कुमार, विकास गिल, संगठन सचिव विक्रम मल्होत्रा, कार्यकारिणी सदस्य अनूप सहोंतरा, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष कुमार, प्रमुख महासचिव तिलक चौहान, अजय हंस, किसान मोर्चा योल से प्रताप सिंह, रविदास संगठन से दलजीत और सुरेश कुमार सहित कई सदस्य मौजूद रहे।
उप मंडल ज्वालामुखी के तहत शिक्षा खंड खुंडियां में राजकीय केंद्र पाठशाला मे तीन वर्षीय 2025 से 2028 राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ का चुनाव 12 जुलाई को संपन्न हुआ। इसमें चुनाव पर्यवेक्षक शिक्षा खंड रक्कड़ से संजीव कुमार शर्मा, मनोहर लाल गांधी, मदनजीत शिक्षा खंड थुरल से महेंद्र जमाल, रतन चंद, इशांन शर्मा आदि अध्यापक साथी रहे। शिक्षा खंड खुंडिया मे सर्व सहमति से तीसरी बार कार्यकारिणी का चुनाव हुआ इसमें भीम सिंह राणा( राजकीय प्राथमिक पाठशाला महादेव अध्यक्ष अंकज डोगरा , वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव कुमार महासचिव, रितु राम कैशियर बनाया गया। वहीं महिला विंग से सपना कुमारी प्रधान, नीलम कुमारी ,उप प्रधान सीमा कुमारी, सचिव मीनाक्षी शर्मा कैशियर बनाया गया। इस चुनाव में विशेष जिम्मेदारी निभाने में सीएचटी करनैल सिंह, सुरजीत कुमार रमेश कुमार ,अजवीर सिंह देशराज, विजय कुमार, जीवन कुमार सुरेश कुमार गुरजीत सिंह आदि। विशेष अतिथि मे राज्य कार्यकारिणी के महासचिव संजय पीसी जिला कार्यकारिणी कुलदीप पठानिया ,खंड धीरा से महासचिव सुमित कुमार, खंड नूरपुर से प्रधान मुल्तान सिंह खंड भवारना से प्रधान कुलदीप चंद महासचिव अनिल शशि व खंड रक्कड़ से शिव कुमार, प्रदीप कुमार, रमेश कुमार, संजय कुमार संजीव कुमार बिशन दास थुरल से अमित वालिया, होशियार सिंह आदि सेवानिवृत् अध्यापकों में से पुर्नचंद पूर्व महासचिव दविंदर राणा, प्रकाश चंद, गुरु बक्श विनोद धीमान आदि अंत में अध्यक्ष ने सभी अध्यापक साथियों के सहयोग के लिए धन्यवाद किया ।
संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार को समर्पित 10 दिवसीय शिविर में देशभर से 350 प्रतिभागी केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, वेदव्यास परिसर बलाहर में शनिवार से अखिल भारतीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। यह 10 दिवसीय कार्यक्रम संस्कृतभारती हिमाचल प्रदेश न्यास और विश्वविद्यालय परिसर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। उद्घाटन समारोह में देहरा उपमंडलाधिकारी कुलवंत सिंह पोटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता परिसर निदेशिका प्रो. सत्यम कुमारी ने की, जबकि विशिष्ट अतिथि संस्कृतभारती हिमाचल प्रदेश के प्रान्ताध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा और मुख्य वक्ता उत्तर क्षेत्र प्रशिक्षण प्रमुख संजीव पाठक थे। सह निदेशक प्रो. मञ्जुनाथ भट्ट सारस्वत अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम संयोजक डॉ. सत्यदेव ने जानकारी दी कि शिविर में कुल 350 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं, जिनमें विव्यास परिसर के छात्र, शिक्षाशास्त्री एवं प्राक्शास्त्री शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य भाषा बोधन, प्रबोधन, प्रशिक्षण और प्रगत प्रशिक्षण के माध्यम से संस्कृत भाषा को व्यवहार में लाना है। मुख्य अतिथि कुलवंत सिंह पोटन ने इस प्रयास की सराहना करते हुए विद्यार्थियों से ऐसे कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी करने का आह्वान किया। उन्होंने समाज में संस्कृत के प्रचार-प्रसार और शिक्षण को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी बल दिया। इस अवसर पर उत्तर क्षेत्र बाल केंद्र प्रमुख विनायक हेगड़े, डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. ओंकार चंद, डॉ. जयकृष्ण, अरविंद डोगरा, हीरा सिंह, डॉ. सन्नी कुमार, अभिषेक शर्मा सहित कई व्यक्ति एवं प्रशिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. पुरुषोत्तम ने किया जबकि अंत में डॉ. विनोद शर्मा ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के कर्मचारियों को संशोधित वेतनमान व महंगाई भत्ता देने के निर्णय ने प्रदेशभर में सहकारी क्षेत्र के कर्मचारियों में नई ऊर्जा का संचार किया है। वर्षों से लंबित मांग पूरी होने पर देहरा सहकारी कर्मचारी संघ ने इस फैसले को ऐतिहासिक और संवेदनशील करार दिया है। इसी क्रम में संघ का एक प्रतिनिधिमंडल देहरा विधानसभा क्षेत्र की विधायक कमलेश ठाकुर से भेंट करने पहुंचा और उन्हें इस निर्णय में समर्थन देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की। प्रतिनिधिमंडल में संघ अध्यक्ष विजय शर्मा, उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ठाकुर, महामंत्री रजनीश गुलेरिया व संगठन मंत्री धीरेज शर्मा शामिल रहे। उन्होंने संयुक्त रूप से कहा कि यह फैसला केवल आर्थिक लाभ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सरकार की कर्मचारी हितैषी सोच, प्रगतिशील दृष्टिकोण और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की प्रभावशाली पैरवी का प्रत्यक्ष प्रमाण है। प्रतिनिधियों ने उम्मीद जताई कि प्रदेश सरकार आगे भी कर्मचारियों से जुड़े ऐसे सकारात्मक निर्णय लेकर सहयोगियों का मनोबल बढ़ाती रहेगी।
उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि कांगड़ा जिला की जयसिंहपुर तहसील के लिए ‘माई डीड’ एनजीडीआरएस (नेशनल जेनरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम) पायलट प्रोजेक्ट का शुक्रवार को विधिवत शुभारंभ हुआ। अब इस क्षेत्र के नागरिकों को अपनी जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए केवल एक बार कार्यालय जाना होगा। वे किसी भी समय और कहीं से भी भूमि पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकेंगे, जिससे उनका समय और श्रम बचेगा। उन्होंने कहा कि सरकार राजस्व विभाग के कार्यों को और बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि ई-रोजनामचा वाक्याती से पटवारियों को प्रतिदिन की गतिविधियों का डिजिटल रिकॉर्ड रखने में सुविधा मिलेगी, जबकि कारगुजारी प्रणाली से वे अपनी दैनिक हाजिरी ऑनलाइन लगा सकेंगे। उन्होंने कहा कि इस सुविधा से अब तहसीलदार भी अपने कार्यों की निगरानी अधिक प्रभावी ढंग से कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार पारदर्शी और जवाबदेह शासन के लिए प्रतिबद्ध है और सरकारी कामकाज में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए कई सुधार किए गए हैं। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि राजस्व विभाग के तहत भूमि से संबंधित लंबित मामलों के शीघ्र निपटाने के लिए भी सभी उपमंडलाधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही नियमित तौर पर राजस्व विभाग की समीक्षा बैठक भी आयोजित की जा रही है ताकि लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। उन्होंने कहा कि ये डिजिटल सुधार लोगों की सरकारी कार्यालयों में बार-बार जाने की आवश्यकता को कम करेंगे। इन प्रयासों से जन समस्याओं का शीघ्र समाधान होगा और लोगों को राहत मिलेगी।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व उद्योग मंत्री एवं जसवां प्रागपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर ने कांग्रेस सरकार द्वारा जारी की गई बीपीएल से संबंधित गाइडलाइन को गरीब विरोधी बताते हुए कहा है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार गरीबी नहीं बल्कि गरीबों को ही मिटाने का कार्य कर रही है । यहां जारी एक प्रेस बयान में पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक बिक्रम सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि सरकार ने लोगों से हजारों रुपए प्रमाण पत्रों पर खर्च करवा कर गरीब लोगों को बीपीएल और अंत्योदय सूची से बाहर करने का घिनौना कार्य किया है । नई गाइडलाइन में ऐसी शर्तों को जोड़ा गया है , जिससे लाखों परिवार बीपीएल और अंत्योदय सूची से बाहर हो जाएंगे । उन्होंने 18 से 59 बर्ष तक की आयु के पुरुषों से संबंधित परिवारों को बीपीएल सूची से हटाने के निर्णय का विरोध करते हुए कहा कि प्रदेश के अंदर ऐसा पहली बार हुआ है , जब जरूरतमंद लोगों को जबरन बीपीएल और अंत्योदय सूची से हटाया जा रहा है । सबसे ज्यादा जरूरतमंद लोग तो 18 वर्ष से 59 वर्ष के आयु के बीच से ही होते हैं लेकिन सरकार ने अधिसूचना में स्पष्ट किया है कि यदि किसी विधवा के परिवार में 18 वर्ष से ऊपर का पुरुष सदस्य होगा तो उसे बीपीएल सूची में शामिल नहीं किया जाएगा । गाइडलाइन में किए गए बदलाव का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 50% से अधिक विकलांगता की शर्त के साथ-साथ एक शर्त और जोड़ी गई है जिसमें कहा गया है कि जिस परिवार में कमाने वाला सदस्य कैंसर या अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित होगा, उसे ही बीपीएल सूची में जगह मिलेगी । यदि किसी परिवार को आवास योजना के तहत पक्का मकान मिला होगा तो उसे भी बीपीएल सूची से बाहर करने का प्रावधान किया गया है । वहीं 50 हजार से अधिक आय वाले परिवारों को बीपीएल सूची में शामिल न करने का फरमान जारी किया गया है जो कि पूरी तरह से जन विरोधी है क्योंकि बीपीएल और अंत्योदय परिवारों के अलावा किसी अन्य परिवार की सालाना आय 50 हज़ार तहसीलदारों द्वारा नहीं बनाई गई है । इससे लाखों लोग आवेदन करने से वंचित रह गए हैं । एक हैक्टेयर से अधिक भूमि वाले परिवारों को भी सरकार ने नहीं बख्शा है जबकि भाजपा सरकार के समय में दो हैक्टेयर तक भूमि मालिकों को बीपीएल सूची में शामिल किए जाने का प्रावधान था । केवल मात्र आधुनिक और शहरी प्रकार के बड़े मकान के मालिक को बीपीएल सूची में शामिल न किए जाने की शर्त रखी गई थी लेकिन इस सरकार ने किसी परिवार को आवास योजना में मिले मकान को भी पक्के मकान की श्रेणी में शामिल कर दिया है । गाइडलाइन में ऐसी शर्तों को जोड़ा गया है जिससे पंचायतों के अंदर बीपीएल सूची में 5 से 10 फीसदी लोग ही बचेंगे । उन्होंने सरकार पर ग्राम सभाओं की शक्तियां छीनने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीपीएल और अंत्योदय परिवारों के चयन का अधिकार ग्राम सभा को है न कि इसके लिए अधिकारी अधिकृत हैं । बिक्रम ठाकुर के अनुसार केंद्र सरकार ग्राम पंचायतों को सुदृढ़ करने के लिए मनरेगा के अलावा 15 वें वितयोग में माकूल बजट उपलब्ध करवा रही है वहीं प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रत्येक पात्र परिवार को पक्का मकान उपलब्ध करवाने के लिए सर्वे करवाया गया है लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार गरीब लोगों की पहचान करने की बजाय उन्हें मिटाने पर तुली हुई है। उन्होंने सरकार पर केंद्र सरकार की योजनाओं की गाइडलाइन के साथ छेड़खानी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार बीपीएल से संबंधित पुरानी गाइडलाइन को बहाल करे अन्यथा प्रदेश के अंदर बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा । उन्होंने सत्यापन समिति में पंचायत प्रधानों को शामिल करने की मांग करते हुए कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में जनप्रतिनिधियों को बाहर करना अनुचित है क्योंकि ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों को अपने गांव और वहां जीवन यापन कर रहे परिवारों की पूरी जानकारी होती है । भाजपा विधायक बिक्रम ठाकुर ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार ने पुरानी गाइडलाइन को बहाल नहीं किया तो वे जनप्रतिनिधियों तथा बीपीएल और अंत्योदय परिवारों को साथ लेकर सरकार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करेंगे।
देहरा ढलियारा फीडर की जरुरी मरम्मत व रखरखाव हेतू 11 जुलाई को 11 KV के अंतर्गत आने वाले गॉवदियारा , परागपुर, सुन्हेत, बडहूं, बघीन, बल्हार देहरा, दियारा . लोअर सुन्हेत , नेहरन पुखर ढलियारा की विद्युत् आपूर्ति सुबह 9.00 बजे .से 4.00 बजे तक बाधित रहेगी | मौसम खराव होने की स्थिति में यह कार्य अगले दिन किया जाएगा | यह जानकारी सहायक अभियन्ता विद्युत् उप मंडल देहरा ने दी है तथा उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है
विधायक ज्वालामुखी संजय रत्न की अध्यक्षता में आज ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के तहत लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह खुंडियां में ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के दौरान विधायक संजय रत्न ने चंगर क्षेत्र के अंतर्गत 25 पंचायतों के 20 पटवार क्षेत्र के लोगों से सीधा संवाद करते हुए बिजली ,पानी , डंगों, शमशान घाट, सड़क मरम्मत ,पंचायतीराज विभाग व राजस्व विभाग से संबंधित 190 शिकायतें व समस्याओं को सुना और 100 शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया। साथ बची हुई 90 शिकायतों का एक महीने के भीतर निपटारा करने को संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। संजय रत्न ने अपने संबोधन में कहा कि ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के माध्यम से जहां एक ओर लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान हो रहा है वहीं लोगों द्वारा रखी जा रही विभिन्न मांगों से क्षेत्र की आवश्यकताओं की जानकारी भी सरकार के समक्ष पहुंच रही है । उन्होंने कहा कि इलाके की समस्याओं को हल कर लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए वे हमेशा तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि जनहित के कार्यों को प्राथमिकता और समयबद्ध पूरा करने के लिए सरकार ने सभी विभागों को आदेश दिये हैं, ताकि लोगों को किसी प्रकार कि असुविधा न हो। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में प्रत्येक गांव को सड़क सुविधा के साथ जोड़ना उनकी विशेष प्राथमिकता में शामिल है।सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम के आयोजन को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा हर पहलू को ध्यान में रखा गया है। संजय रत्न ने लोगों द्वारा रखी जा रही विभिन्न समस्याओं के त्वरित समाधान को लेकर प्रशासन की टीम ज्वालामुखी के कार्यों की सराहना भी की। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले इसके लिए सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम को हिमाचल प्रदेश में शुरू किया गया है । विधायक ने कहा कि कल भी उन्होंने ग्राम पंचायत टिप्परी ,जरूण्डी, पीहडी और नाहलियां के गांवों में क्षतिग्रस्त हुए डंगो , पानी की पाइपों ,सड़क, भारी बारिश के कारण आसपास के घरों में भूस्खलन के वजह से हुए नुकसान की स्थिति का भी जायजा लिया था और आज भी वह चंगर क्षेत्र की पंचायतों का बरसात से हुए नुकसान का निरीक्षण करेगें। इस अवसर पर एसडीएम ज्वालामुखी डॉ संजीव शर्मा, तहसीलदार शिवानी भारद्वाज, खंड विकास अधिकारी अंशु चंदेल, उप पुलिस अधीक्षक राम प्रसाद जयसवाल, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग विवेक शर्मा, बिजली बोर्ड करणवीर सिंह , जल शक्ति विभाग अनीश ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और संबंधित पंचायत के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी एडवोकेट विश्व चक्षु ने आपदा के दौर में सुक्खू सरकार द्वारा निगम बोर्ड के अध्यक्ष व उपाध्यक्षों मानदेय में भारी बढ़ोतरी किए जाने पर कहा कि प्रदेश में आर्थिक बदहाली का रोने वाले सरकार आए दिन नए कारनामें कर रही है। सरकार आपदा पीड़ितों की मदद करने की बजाए अपने चेहतों को रेबड़ियां बांट रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू कह रहे हैं कि हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। सत्ता लोभ में झूठी घोषणाएं कर प्रदेश को कर्ज़ के बोझ में दबाया जा रहा है। सुक्खू सरकार ऋण प्रदेश के विकास के लिए नहीं अपनों के वेतन बढ़ाने व अपने विकास के लिए ऋण ले रही है। उन्होंने कहा कि पिछले लगभग तीन सालों से कांग्रेस सरकार ने जनता को मुर्ख बनाया है। विश्व चक्षु ने कहा कि सरकार के पास कर्मचारियों व ठेकेदारों को देने के लिए पैसा नहीं है परंतु अपनी मौज-मस्ती के लिए सरकार दोनों हाथों से पैसा खर्च कर रही है। प्रदेश में जब से कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है, सरकार गरीबों के हकों को छीनने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि इससे पहले सुक्खू सरकार ने भवन निर्माण और कामगार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष के मानदेय में सीधे एक लाख रुपये की बढ़ोतरी कर दी, जबकि पहले उन्हें 30 हजार रुपये मानदेय मिलता था। उन्होंने कहा कि सुक्खू ने जो व्यवस्था परिवर्तन की शुरुआत की है उससे हिमाचल प्रदेश विकास के मामले में कई वर्ष पीछे चला गया है। हिमाचल प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू मित्रों को खुश करने में लगे हुए हैं। मित्रों और मंत्रियों की ऐश में कोई कमी नहीं है, जबकि इसके विपरीत कर्मचारियों को उनके हक के लिए तरसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बरसात के कारण प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है। भाजपा लगातार पीड़ित परिवारों को राशन मुहैया करवा रही है। उनकी हर संभव मदद को आगे आ रही है, जबकि प्रर्देश के मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर में बैठकर आसमान पर मंडरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान ज़मीनी स्तर पर कैसे काम होता है यह सुक्खू सरकार को पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों के दौरान जो वायदे जनता से किए थे उन्हें भी सरकार आजदिन तक पूरा नहीं कर सकी है। विकास के नाम पर झूठी घोषणाएं करके जनता को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सुक्खू ने अपने चेहतों के वेतन में बढ़ोतरी कर उन कर्मचारियों के मुहं पर तमाचा मारा है जो कर्मचारी पहले से ही पेंडिंग डीए और एरियर को लेकर सरकार के खिलाफ़ मोर्चा खोले हुए हैं।
एनएसयूआई के जिला कांगड़ा के उपाध्यक्ष नीरज राणा ने मंडी में आपदा से पीड़ित लोगों की मदद के लिए ज्वालामुखी विधानसभा तथा अन्य क्षेत्र की जनता का आभार व्यक्त किया है। नीरज राणा ने कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेशाध्यक्ष एनएसयूआई टोनी ठाकुर की अध्यक्षता में ये सहयोग मुहिम चलाई गई है। उन्होंने कहा कि भविष्य में जहां भी मदद की जरूरत होगी वे अपनी टीम के साथ खड़े रहेंगे। उनका कहना है कि इंसानियत अभी भी जिंदा है मदद करने के लिए दिल चाहिए। राणा ने कहा कि एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष टोनी ठाकुर जिला मंडी एनएसयूआई टीम के साथ सिराज , थुनाग , बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पैदल पहुंचकर राहत सामग्री वितरित करने में लगे हुए है। टोनी ठाकुर ने अन्य संगठनों व एनजीओ से भी अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इस मुहिम में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
ज्वालामुखी उपमंडल के तहत पड़ते गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल भड़ोली कोहाला में क्लस्टर संसाधन साझेदारी कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया । कार्यक्रम में GMS धनोट और GHS बंडोल के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को विद्यालय के आधुनिक संसाधनों और प्रयोगशालाओं से रूबरू कराना तथा नवाचार और सहयोगात्मक शिक्षा को प्रोत्साहित करना था। विद्यार्थियों ने एस्कॉर्ट शिक्षकों के साथ मिलकर वर्चुअल रियलिटी लैब, अटल टिंकरिंग लैब, कंप्यूटर लैब, ऑटोमोबाइल वर्कशॉप, एस्ट्रोनॉमी लैब, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लैब, गणित एवं भाषा प्रयोगशाला और पुस्तकालय का अवलोकन किया। उन्होंने विज्ञान, तकनीक, गणित, भाषाओं और खगोलशास्त्र से संबंधित गतिविधियों में भाग लेकर व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान के अंतर्गत छात्रों ने मलयालम भाषा में प्रस्तुतियाँ दीं, जिससे भाषाई विविधता और सांस्कृतिक समरसता का संदेश दिया गया। इसके अतिरिक्त, स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के माध्यम से क्लस्टर स्कूलों के छात्रों ने GSSS भड़ोली कोहाला के वरिष्ठ छात्रों से संवाद किया, जो इस क्षेत्र में अपनी तरह की पहली पहल रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यवाहक प्रधानाचार्य रवींद्र शर्मा ने की, जिन्होंने समावेशी शिक्षा और संसाधन साझा करने पर विचार साझा किए। कार्यक्रम में विपिन शर्मा (सेवानिवृत्त उपनिदेशक), केसी दत्ता (सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य) तथा विद्यालय प्रबंधन समिति (SMC) के सदस्य मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मुख्य अतिथियों ने विद्यार्थियों से संवाद किया, प्रयोगशालाओं का निरीक्षण किया और विद्यार्थियों के कार्य की सराहना की। कार्यक्रम के पश्चात सभी अतिथियों एवं विद्यार्थियों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई और इसके बाद खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं।
कांगड़ा पुलिस ने एक बड़ी कार्यवाही करते हुए टांडा मेडिकल कॉलेज के समीप एक निजी गेस्ट हाउस में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ किया है। पुलिस थाना कांगड़ा में 3 जुलाई को सूचना प्राप्त हुई कि टांडा मेडिकल कॉलेज रोड पर स्थित गेस्ट हाउस में बाहरी राज्यों से लड़कियां आकर देह व्यापार में शामिल थीं। डीएसपी अंकित शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो टीमों का गठन किया और एक संयुक्त योजना के तहत दो व्यक्तियों को ग्राहक बनाकर गेस्ट हाउस भेजा। जब वे वहां पहुंच गए, तो दोनों टीमों ने संयुक्त दबिश दी और दो लड़कियों को गेस्ट हाउस से रेस्क्यू किया। उन्होंने बताया कि देह व्यापार करवाने वाली महिला नीतू राजपूत उम्र 35 वर्ष, मनीमाजरा पंजाब को भी हिरासत में लिया गया। पुलिस थाना कांगड़ा में (ITPA) के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डीएसपी अंकित शर्मा ने बताया कि दोनों पीड़िताओं को सुरक्षित अभिरक्षा में रखा गया है और उन्हें 4 जुलाई को अदालत में पेश किया जाएगा। इस देह व्यापार में संलिप्त दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस उपमंडल अधिकारी, कांगड़ा, प्रभारी पुलिस थाना कांगड़ा, संजीव कुमार और 10 अन्य पुलिस कर्मियों ने इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पुलिस की टीम ने अपनी मुस्तैदी और योजना के तहत इस देह व्यापार का भंडाफोड़ किया। डीएसपी अंकित शर्मा ने बताया कि पुलिस अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है और देह व्यापार में संलिप्त अन्य दोषियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन, यूनिट ज्वालामुखी का सम्मेलन ज्वालामुखी में यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।सम्मेलन को संबोधित करते हुए कामेश्वर दत्त शर्मा ने ऊर्जा क्षेत्र में हो रहे ताज़ा घटनाक्रमों पर विस्तार से चर्चा की और कर्मचारियों को वर्तमान स्थिति से अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि विद्युत बोर्ड प्रबंधन द्वारा किए जा रहे तरह-तरह के प्रयोगों के कारण बोर्ड की कार्यप्रणाली गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि विद्युत बोर्ड इस समय कर्मचारियों की भारी कमी से जूझ रहा है। पिछले तीन वर्षों से बोर्ड में कोई नियमित भर्ती नहीं हुई है। वर्ष 2023 में 1030 पदों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी, परंतु आज तक वह प्रक्रिया केवल फाइलों में ही सीमित रह गई है। वहीं पैरा टी-मेट और बिजली मित्रों की भर्ती प्रक्रिया चलाई जा रही है, जो बोर्ड की दीर्घकालिक आवश्यकताओं को पूरा नहीं करती। बिजली उपभोक्ताओं को 24 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु स्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति अत्यंत आवश्यक है। 4 या 6 घंटे की ड्यूटी आधारित अस्थायी भर्ती से उपभोक्ताओं को सुचारू सेवा नहीं दी जा सकती। यूनियन की मांग है कि विद्युत बोर्ड में सभी भर्तियां स्थायी नीति के अंतर्गत की जाएं और बोर्ड में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए भी एक स्थाई नीति बनाकर उन्हें बोर्ड में समायोजित किया जाए। शर्मा ने सरकार से मांग की कि विद्युत बोर्ड में विभिन्न श्रेणियों के रिक्त पदों पर नियमित भर्ती तुरंत प्रभाव से शुरू की जाए तथा "युक्तिकरण" के नाम पर की जा रही पदों की कटौती पर तत्काल रोक लगाई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि बोर्ड कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना शीघ्र बहाल की जाए और पदोन्नति से संबंधित वे सभी मामले, जो प्रबंधन स्तर पर लम्बे समय से लंबित पड़े हैं, तत्काल प्रभाव से पदोनती आदेश जारी किये जाएँ। कई कर्मचारी बिना पदोन्नति के सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। शर्मा ने यह स्पष्ट किया कि यूनियन JAC (संयुक्त एक्शन कमेटी) कर्मचारी, अभियंता, पेंशन के साथ मिलकर 09 जुलाई 2025 को धर्मशाला (जिला कांगड़ा) में आयोजित होने वाली "बिजली महापंचायत" में भाग लेंगे और संघर्ष को और तेज किया जाएगा I सम्मेलन के दौरान यूनिट ज्वालामुखी की नई कार्यकारिणी का गठन सर्वसम्मति से किया गया। इस अवसर पर यूनियन के उप-महासचिव मनीष कुमार, उपाध्यक्ष पंकज शर्मा, सह-सचिव पंकज परमार, उप-प्रधान विनोद कुमार कार्यालय सचिव नितीश भारद्वाज, हमीरपुर यूनिट के सचिव राजेश कुमार, जोनल सचिव राकेश चौधरी सहित, पालमपुर यूनिट के प्रधान कुलदीप कुमार , नगरोटा से विजय कुमार, देहरा से शशि डोगरा ज्वालामुखी से निर्मल सिंह, जितेंदर, पंकज राणा, अंकुश, सुमित सतीश व् अन्य कई सदस्य उपस्थित रहे।
देहरा:पूर्व मंत्री व वॉलीबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष वीरेंद्र कंवर से मिले देहरा भाजपा के पूर्व पदाधिकारी
देहरा भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष व पूर्व जिला महासचिव जगदीप डढवाल व एस.सी मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष कमल नयन डोगरा ने शुक्रवार को हाल ही में ऑल इंडिया वालीबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष पर नियुक्त हुए वीरेंद्र कंवर से मुलाकात कर उन्हें इस नियुक्ति के लिए बधाई व शुभकानाएं दी। जगदीप डढवाल ने पुरानी यादें ताजा करते हुए कहा कि लगभग 10 साल पहले वीरेंद्र कंवर हिमाचल वालीबॉल फेडरेशन के अध्यक्ष थे तो उन्होंने अपनी इच्छा जताई कि इस बार प्रदेश वालीबॉल के मैच देहरा में हो। उन्होंने कहा कि वीरेंद्र कंवर खुद बहुत अच्छे खिलाड़ी रहे हैं और ऑल इंडिया लेवल का अध्यक्ष बनना कोई छोटी बात नहीं है। इसलिए हम सब हिमाचलवासी उनकी इस उपलब्धि से गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
विधुत उप-मंडल परागपुर द्वारा क्षेत्र के सभी बिजली उपभोक्ताओं को सूचित किया गया है कि जिन उपभोक्ताओं ने अभी तक अपनी केवाईसी प्रक्रिया पूरी नहीं की है, वे जल्द से जल्द केवाईसी करवाले। बोर्ड द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, केवाईसी न करवाने वाले उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद की जा सकती है। विद्युत उपमंडल परागपुर में उपभोक्ता प्रत्येक कार्यदिवस को प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक अपने नजदीकी उप-केंद्र या अधिकृत कर्मी के माध्यम से केवाईसी करवा सकते हैं। इस बारे में सहायक अभियंता, विद्युत उप-मंडल परागपुर, ई. बिक्रमजीत सिंह द्वारा सूचना दी गई है कि सरकार के आदेशानुसार अब बिना केवाईसी के उपभोक्ताओं के बिल भी जारी नहीं हो पाएंगे, जिससे विद्युत आपूर्ति एवं भुगतान व्यवस्था पर प्रभाव पड़ेगा। इस कार्य को सुविधा जनक बनाने के लिए बोर्ड द्वारा आठ अधिकृत कर्मचारियों के नाम और उनके व्हाट्सएप फोन नंबर जारी किए गए हैं, जिनसे संपर्क कर उपभोक्ता सहायता प्राप्त कर सकते हैं। ये नाम और नंबर इस प्रकार हैं: 1 विक्रम 98054-67998 2 अमित 94592-20812 3 रंजीव 98163-63375 4 ऋषु भारत 98050-80304 / 94189-25700 5 निखिल 70184-00628 6 राजीव 94189-90519 7 संजीव 98827-71930 8 अमित बजाज 98059-86450 उन्होंने बताया कि जिन उपभोक्ताओं की केवाईसी अब तक नहीं हुई है उनकी बिजली आपूर्ति, बिलिंग सेवा तथा संबंधित सुविधाएं सरकार के निर्देशों अनुसार अस्थायी बंद की जा सकती हैं। इसलिए जनता से अपील की जाती है कि बिना किसी असुविधा के अपने दस्तावेज़ों के साथ समय पर केवाईसी पूरी करवाएं।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आत्मनिर्भर भारत प्रदर्शनी का धर्मशाला में शुभारम्भ करते हुए कहा कि संसद में बात उठती है कि क्या इस देश को कुछ लोगों के लिए बेच दिया जाएगा। जिसमें पीएम मोदी की ओर से भारत की एक सामान्य महिला को भी एक करोड़ रुपए उधोग लगाने के लिए बिना जमानत के उपलब्ध करवाया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत तभी बन पाएंगे, जब हम तन, मन व धन से समर्थित बनेंगे। आज के समय में सौर ऊर्जा और ग्रीन ऊर्जा के तहत लोग खुद बिजली उपकरणों को चलाने सहित दूसरों को भी बेच सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से हिमाचल को 90 फीसदी बजट प्रदान किया जा रहा है। ऐसे में इस बात को ध्यान में रखते हुए नेताओं व अधिकारियों को कार्य करना चाहिए। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि इस प्रदर्शनी से लोगों की ओर अधिक उत्सुकता बढ़ी है। डेस्टिनेशन हिमाचल जैसा दूरदर्शी आयोजन बहुत जरूरी व महत्वपूर्ण है। इस आयोजन से विकसित भारत-2047 की झकल देखने को मिली। पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से क्यों कहा गया है, इस पर विचार किया जाना चाइए। इसमें भारत की अर्थव्यवस्था, कृषि, तकनीक, विज्ञान सहित सभी विषयों की दिशा तय की जा रही है। राज्यपाल ने कहा कि 2014 में सांसद को गैस के लिए मात्र 20 कुफन दिए जाते थे। जिससे लोगों को परेशानियां हुई, सांसद में संशय में रहे। इस बीच पीएम मोदी ने दो करोड़ गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को प्रदान करने की बात की थी। एक साल बाद संसद में सूची आई थी, उसमें चार करोड़ लोगों को कनेक्शन दिए गए। 2047 में अब कैसे विकसित होंगे, जब महिलाएं घरों में चूल्हा ही जलाती रहेगी, लेकिन अब 12 करोड़ से अधिक गैस कनेक्शन मुफ्त में दिया जा चुका है। पीएम की ओर से जनधन खाते की घोषणा की गई, जिसमें पैसा जमा नहीं करना होगा, बैंक तक नहीं जाना होगा तब इसे बकवाश संसद तक में कहा गया। राज्यपाल ने कहा कि देश में एक साल के अंदर जिसमे पैसे जमा ही नहीं करने थे, तो उसमें 20 हजार करोड़ जमा हो गए थे। आत्मनिर्भर भारत कैसे बनेगा, इसपर विचार करने की जरूरत है, ये काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। शुक्ल ने कहा कि प्रदर्शनी में स्वयं सहायता ग्रुप भी है, जिसमें हमें सामान खरीदना होगा। उनके लिए बाजार उपलब्ध करवाना जरूरी है। एमएसेगी का बजट 2014 से पहले 20 हजार करोड़ था, जिसे खर्च नहीं किया गया था। उसपर ध्यान दिया गया तो बैंक में भी ऋण दिया जाता है। कांगड़ा चंबा के सांसद डॉ राजीव भारद्वाज ने कहा कि वह मात्र सांसद निधि बांटने वाले संसदीय नहीं बने रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के लिए ऐसी आत्मनिर्भर भारत की प्रदर्शनी आयोजित करने का मौका मिला है, जिसमें राज्यपाल, विधायकों सहित अन्य सेकंडों छात्रों ने बढ़चढ़ भाग लिया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने एक लाख युवाओं को जोड़ने की बात कही है, जोकि नेशन फर्स्ट की सोच रखती हैं। सांसद ने कहा कि ये आत्मनिर्भर का अभियान मात्र धर्मशाला व कांगड़ा तक सीमित नहीं रहेगा, नवंबर में चम्बा में भी युवाओं के लिए ऐसी ही प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी।
07 जुलाई को देहरा- प्रागपुर-ढलियारा फीडर की आवश्यक मरम्मत एवं रखरखाव और टहनियों की कटाई हेतु उपकेन्द्र सुनहेत तथा इलियारा में विद्युत सप्लाई सुबह 09:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक बाधित रहेगी। जिससे लोअर सुनहेत, अप्पर सुनहेत,बन बनियाल, स्वारा, बढ़हूँ, दियाडा,बड़ा, करनैल ढाबा एवं फोरेस्ट कॉलोनी आदि गाँव प्रभावित होंगे। मौसम खराब होने की स्तिथि में कार्य अगले दिन किया जाएगा। सभी उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील करते हुए ये जानकारी सहायक अभियंता, विद्युत उपमंडल, प्रागपुर ई० विक्रमजीत सिंह ने दी।
सी.एस.आई.आर.-हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान, पालमपुर में 2 जुलाई को शुरू हुई दो दिवसीय हर्बल सैक्टर स्टेकहोल्डर मीट-2025 का आज समापन हो गया। इस कार्यक्रम में देशभर से 200 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें वैज्ञानिक, किसान, नीति निर्धारक, उद्योगपति, शोधकर्ता, चिकित्सा क्षेत्र के विशेषज्ञ, एनजीओ और एफपीओ के सदस्य शामिल थे। मीट में कुल तीन सत्र आयोजित किए गए। पहले सत्र का विषय था हर्बल खेती में चुनौतियाँ और सतत स्रोत, जिसमें डॉ. डी.आर. नाग ने उद्घाटन भाषण दिया और औषधीय संसाधनों पर प्रकाश डाला। दूसरे सत्र में हर्बल उत्पादों की गुणवत्ता नियंत्रण और वैज्ञानिक प्रमाणन पर चर्चा हुई। इसकी अध्यक्षता फार्माकोपिया कमीशन फॉर इंडियन मेडिसिन एंड होम्योपैथी, गाज़ियाबाद के निदेशक डॉ. रमन मोहन सिंह ने की और मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. सी.के. कटियार, सलाहकार (आर&डी हेल्थकेयर, इमामी लिमिटेड) ने व्याख्यान दिया। उन्होने पादप गुणवत्ता मापदंडों के मूल्यांकन पर ज़ोर दिया। तीसरा सत्र हर्बल क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित था, जिसमें प्रमुख व्याख्यान डॉ. विजय चौधरी, प्राचार्य, राजीव गांधी आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल, पपरोला ने दिया। उन्होंने हर्बल चिकित्सा की प्रमाणिकता और सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। प्रमुख व्याख्यानों के अतिरिक्त, विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा 24 से अधिक प्रस्तुतियाँ दी गई "हर्बल सैक्टर के भविष्य" विषय पर एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई। प्रतिभागियों द्वारा उठाए गए मुद्दों और प्रश्नों के उत्तर विशेषज्ञों द्वारा दिए गए। प्रतिभागियों ने संस्थान की प्रयोगशालाओं का भ्रमण कर वहां हो रहे शोध को प्रत्यक्ष रूप से देखा और सराहा। उन्होंने इस उपयोगी और समग्र रूप से लाभकारी कार्यक्रम के आयोजन के लिए संस्थान की सराहना की। बैठक में यह निष्कर्ष निकला कि हर्बल क्षेत्र सतत विकास का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो देश की समृद्ध जैव विविधता और पारंपरिक ज्ञान का लाभ उठाकर ग्रामीण आजीविका, स्वास्थ्य सुरक्षा और वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देता है और "विकसित भारत" को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करता है।
चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक, शोध व प्रसार कार्यक्रमों व कृषि विस्तार के क्षेत्रों में सराहनीय उपलब्धियां प्राप्त की हैं। यह बात राज्यपाल व विश्वविद्यालय के कुलाधिपति शिव प्रताप शुक्ल ने आज पालमपुर में विश्वविद्यालय की 26 वीं सीनेट (अभिषद) बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (आई.आर.ए.एफ.) में विश्वविद्यालय ने देश के सभी कृषि विश्वविद्यालयों में 13वां स्थान अर्जित किया है। यह गौरवपूर्ण उपलब्धि समर्पित शिक्षकों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों की मेहनत का प्रतिफल है। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा 182 नई किस्मों का विकास एवं अनुमोदन और 27 स्थानीय किस्मों का पंजीकरण, प्रदेश के किसानों की समृद्धि में महत्त्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन, स्मार्ट खेती के नए प्रयोग और सटीक कृषि पद्धतियों का प्रसार दर्शाता है कि यह विश्वविद्यालय न केवल अनुसंधान कर रहा है, बल्कि उसे खेत तक पहुंचाने की दिशा में भी सक्रिय है। राज्यपाल ने कहा कि कृषि वैज्ञानिक अपने शोध कार्यों को किसानों की आय बढ़ाने पर केंद्रित करें। वर्ष 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए प्राकृतिक और डिजिटल खेती को प्रोत्साहित करना, पहाड़ी क्षेत्रों में फसल विविधीकरण, स्मार्ट गांवों की स्थापना, कटाई के बाद प्रसंस्करण, कोल्ड चेन का विस्तार तथा ई-नाम के माध्यम से बाजारों तक किसान की सीधी पहुँच सुनिश्चित करना समय की मांग है। उन्होंने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में स्थापित इनक्यूबेशन सेंटर से उभरते हुए कृषि स्टार्टअप्स को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (रफ्तार), मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना और स्टार्टअप इंडिया जैसे कार्यक्रमों के तहत सक्रिय समर्थन मिल रहा है। इससे युवाओं में नवाचार की भावना पनप रही है। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को अपनाने में विश्वविद्यालय की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही है। अनुभव आधारित शिक्षण, ग्राम्य इंटर्नशिप, उद्यमिता प्रशिक्षण जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को केवल नौकरी खोजने वाला नहीं, बल्कि नौकरी प्रदाता के रूप में तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज की प्रमुख चुनौतियों में से एक नशा है। यह समय की मांग है कि विश्वविद्यालय की सभी आउटरीच गतिविधियों में नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान को सम्मिलित किया जाए। यह परिसर न केवल शैक्षणिक गतिविधियों में अग्रणी हो, बल्कि स्वस्थ, सुरक्षित एवं संवेदनशील वातावरण का उदाहरण भी बने। राज्यपाल ने कहा कि रासायनिक खेती के दुष्प्रभावों के समाधान के लिए जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने में विश्वविद्यालय ने महत्त्वपूर्ण कार्य किया है। सीमांत क्षेत्रों में ब्लूबैरी जैसी नवाचारपूर्ण फसलें अपनाकर यह दिखाया गया है कि युवा वर्ग खेती को लाभकारी व्यवसाय के रूप में अपना सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में, विश्वविद्यालय में लगभग 60 करोड़ रुपये की 140 परियोजनाएं संचालित हो रही हैं और 67 राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय समझौते किए गए हैं। यह शोध व नवाचार में वैश्विक सहयोग की दिशा में सशक्त कदम है। इन प्रयासों को और प्रभावी बनाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने कहा कि सार्वजनिक विश्वविद्यालयों से पूर्णतः आर्थिक आत्मनिर्भरता की अपेक्षा उचित नहीं है, परंतु संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग, आंतरिक आय के सृजन, और मितव्ययी प्रशासन के माध्यम से अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करना आवश्यक है, ताकि हम प्रतिस्पर्धा में पीछे न रहें। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि अनुसंधान, प्रशासन और शिक्षा में कभी भी ईमानदारी से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। हमारे डेटा निष्पक्ष हों, हमारा दृष्टिकोण पारदर्शी हो और हमारा प्रयास सदैव जनहित में हो।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने आज तपोवन स्थित हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर को पर्यटकों के लिए औपचारिक रूप से खोलने की घोषणा की। धौलाधार की गोद में स्थित इस रमणीय परिसर को जिला प्रशासन कांगड़ा द्वारा आयोजित एक सादे समारोह में आम जन के भ्रमण हेतु खोल दिया गया। इस अवसर पर पठानिया ने कहा कि तपोवन न केवल प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण स्थल है, बल्कि चिन्मयानंद स्वामी के तपोस्थल के निकट होने के कारण यह स्थान आध्यात्मिक महत्व भी रखता है। उन्होंने कहा कि परिसर में स्थित विधान भवन एक आधुनिक स्थापत्य का उत्कृष्ट उदाहरण है और यहां से धौलाधार एवं मैक्लोडगंज के अद्भुत दृश्य भी देखे जा सकते हैं। अब पर्यटक निर्धारित शुल्क पर परिसर में प्रवेश कर सकेंगे, विधान भवन और दर्शक दीर्घा का अवलोकन कर सकेंगे। इससे प्राप्त धनराशि परिसर के रखरखाव में उपयोग की जाएगी। साथ ही, आगंतुकों की सुविधा के लिए परिसर के समीप मोबाइल फूड वैन की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।