हिसार मामले पर वाल्मीकि महासभा ने मांगा इंसाफ

अखिल भारतीय बाल्मीकि महासभा हिमाचल प्रदेश ने हिसार (हरियाणा) में एक दलित परिवार के साथ हुई मारपीट और 14 वर्षीय बालक गणेश की मौत की घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। महासभा ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक लहोरवी की अगुवाई में उपायुक्त कांगड़ा के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि बीते दिनों हिसार के 12 क्वार्टर क्षेत्र में बालक गणेश का जन्मदिन परिवार और रिश्तेदारों द्वारा मनाया जा रहा था। घर के अंदर सीमित आवाज़ में बुफर से गीत बजाए जा रहे थे। यह कोई डीजे नहीं था, जिसे लेकर अनुमति आवश्यक हो। रात करीब 11 बजे पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और बुफर बंद करने को कहा। जब परिवार ने स्थिति स्पष्ट की, तो पुलिसकर्मी आक्रोशित हो गए और अभद्रता करने लगे।
आरोप है कि नशे में धुत पुलिसकर्मियों ने परिवार की महिलाओं, पुरुषों और बच्चों पर लाठियों से हमला किया। बचाव में दो बच्चे छत पर चले गए। वहां भी पुलिसकर्मी पहुंच गए और उन्हें बेरहमी से पीटते हुए छत से नीचे धक्का दे दिया, जिससे गणेश की मौके पर ही मौत हो गई।
महासभा ने इस घटना को अमानवीय और शर्मनाक बताते हुए प्रशासन की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए हैं। ज्ञापन में कहा गया कि अब तक दोषी पुलिसकर्मियों पर कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, उल्टा पीड़ित परिवार को ही आरोपी बनाने की कोशिश की जा रही है।
राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुदेश सहोंतरा और राष्ट्रीय महासचिव राकेश गिल ने संयुक्त बयान में कहा कि वाल्मीकि समाज इस अन्याय को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने मांग की कि दोषी पुलिसकर्मियों पर IPC की धारा 102, 103 और सेक्शन 109 के तहत मामला दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष दीपक लहोरवी, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुदेश काका, प्रदेश उपाध्यक्ष अतुल कुमार, विकास गिल, संगठन सचिव विक्रम मल्होत्रा, कार्यकारिणी सदस्य अनूप सहोंतरा, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष कुमार, प्रमुख महासचिव तिलक चौहान, अजय हंस, किसान मोर्चा योल से प्रताप सिंह, रविदास संगठन से दलजीत और सुरेश कुमार सहित कई सदस्य मौजूद रहे।