हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति शिमला में आज मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षित करने के लिए दो दिवसीय कार्यशाला आरम्भ हुई। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए समिति के परियोजना निदेशक राजीव कुमार ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में कार्यरत हेल्थ एजुकेटर, हेल्थ सुपरवाइजर और बी.सी. कॉर्डिनेटर को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित करना है। कार्यशाला में सभी जिलों के 60 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। कार्यशाला में प्रतिभागियों को सरकार द्वारा एचआईवी, एड्स, यौन रोगों से ग्रसित लोगों के लिए कार्यान्वित किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी। यह मास्टर ट्रेनर प्रदेश के विभिन्न भागों में लोगों को एड्स व एचआईवी से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर जागरूक करेंगे। कार्यशाला में प्रतिभागियों को इस वित्त वर्ष में चलाए जाने वाले जागरूकता कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाने तथा एचआईवी को विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी विषयों के साथ सम्मिलित करने की जानकारी भी प्रदान की जाएगी।
* सुक्खू की फिल्म अभी बाकी, 2027 में आएगा पार्ट-टूः सीएम *हम ब्रीफकेस वाले नहीं, जनबल वालेः मुख्यमंत्री शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने आज शिमला में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की उपस्थिति में नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके बाद चौड़ा मैदान में एक विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने भाजपा और दागियों पर ताबड़तोड़ हमले किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के छह दागी नेता धनबल से बिक गए और पार्टी के खिलाफ बगावत की। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बजट 2024-25 प्रस्तुत करने के बाद सभी दागी नेता सरकार की प्रशंसा कर रहे थे, लेकिन जब भरे हुए अटैची नजर आए तो राजनीतिक मंडी में बिक गए और दूसरी किश्त पाने के लिए पंचकूला भाग गए। उन्होंने कहा कि हम अटैची वाले नहीं हैं, बल्कि जनबल वाले हैं। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सरकार या मुख्यमंत्री पद को बचाने की नहीं है, बल्कि जन भावनाओं की खरीद-फरोख्त करने वालों को सबक सीखने की है। भाजपा नेताओं ने धनबल के माध्यम से सरकार गिराने का षड्यंत्र रचा था और यह चुनाव भविष्य की राजनीति को तय करेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता इन चुनावों में भाजपा को हराकर पूरे देश के सामने एक उदाहरण पेश कर खरीद-फरोख्त की राजनीति को करारा जवाब देगी। भाजपा ने राज्यसभा की एक सीट को चुराया है, लेकिन प्रदेश की जनता लोकसभा की चारों सीटें कांग्रेस को देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुक्खू सरकार की फिल्म अभी साढ़े तीन साल और चलेगी। इसके बाद वर्ष 2027 में इसका पार्ट-टू भी आएगा। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर ने विधानसभा में खड़े होकर भगवान को चुनौती दी और कहा कि इस सरकार को भगवान भी नहीं बचा सकता। लेकिन लोकतंत्र में जनता ही भगवान होती है और जनता ने ही इस सरकार को बचाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रदेश की संस्कृति को कलंकित करने का गुनाह किया है, जिसकी सजा उसे मिलकर रहेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार नशा माफिया, भू-माफिया और खनन माफिया के विरुद्ध लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बिना किसी राजनीतिक लाभ के मंशा के सरकारी कर्मचारियों को पहली ही कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन दी, ताकि वह स्वाभिमान के साथ अपना बुढ़ापा जी सकें। जबकि जयराम ठाकुर ने पुरानी पेंशन माँगने पर कर्मचारियों को विधायक का चुनाव लड़ने की चुनौती दी। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने पिछले साल आई आपदा को एक युद्ध के रुप में लड़ा, लेकिन जयराम ठाकुर बार-बार विधानसभा सत्र बुलाने की मांग करते रहे। तीन दिन तक चर्चा के बावजूद भाजपा के विधायकों ने हिमाचल प्रदेश को विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान करने के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया और आपदा प्रभावित 22 हजार परिवारों के साथ खड़े नहीं हुए। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए अपने सीमित संसाधनों से 4500 करोड़ रुपए का विशेष राहत पैकेज दिया। उन्होंने कहा कि मैंने तो सिर पर ईंटे ढोई हैं, इसलिए आम आदमी के दर्द को बेहतर ढंग से समझता हूँ। उन्होंने कहा कि अकेले शिमला जिला में आपदा प्रभावितों को 62 करोड़ रुपए दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जब आपदा आई तो सेब का सीजन चरम पर था और राज्य सरकार ने रिकॉर्ड समय में सड़कें खुलवाईं, तथा सेब को समय पर मंडियों तक पहुँचाया गया। एक भी बागवान को नुकसान नहीं उठाना पड़ा। सेब बागबानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य को 10.50 रुपए से बढ़ाकर 12 रुपए किया। किलो के हिसाब से सेब की बिक्री सुनिश्चित की और आने वाले सेब सीजन से यूनिवर्सल कार्टून सिस्टम लागू करने जा रहे हैं। सेब बागबानों के लिए एमआईएस में 60 करोड़ तुरंत प्रभाव से रिलीज किए गए। यह संवदेनशील सरकार की किसानों एवं बागवानों के प्रति संवेदनशीलता का उदाहरण है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बीजेपी के सांसद सुरेश कश्यप ने आपदा पर संसद में एक भी सवाल नहीं पूछा। उन्होंने न ही प्रधानमंत्री और न ही गृह मंत्री को इस बारे में कोई चिट्ठी लिखी। संसद की कार्यवाही में भी शामिल नहीं हुए। उन्होंने कहा कि विनोद सुल्तानपुरी जमीन से जुड़े नेता हैं। शिमला संसदीय सीट के मतदाता उन्हें वोट दें और वह जनसेवा में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के चोर दरवाजों को बंद कर वर्तमान राज्य सरकार ने पंद्रह महीने में 2200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व कमाया। इस राजस्व से विधवाओं और एकल नारी के बच्चों की शिक्षा का राज्य सरकार उठा रही है और उन्हें घर बनाने के लिए तीन लाख रुपए की मदद दे रहे हैं। मनरेगा की दिहाड़ी को 240 रूपये से बढ़ाकर 300 रूपये किया। 70 वर्ष से अधिक बुजुर्गों को इलाज सरकार उठा रही है। सरकार द्वारा भैंस का दूध 55 रुपए तथा गाय का दूध 45 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीदा जा रहा है। इस अवसर पर शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार विनोद सुल्तानपुरी, कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मंत्री और विधायक सहित पार्टी के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
*आनंद शर्मा का इंडी गठबंधन सरकार में मंत्री पद तयः सीएम *मुख्यमंत्री ने ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में आनंद शर्मा के लिए किया प्रचार मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज कांगड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी आनंद शर्मा के पक्ष में ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में प्रचार किया। खुंडिया में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश के दिग्गज नेता आनंद शर्मा को कांग्रेस पार्टी ने कांगड़ा लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में मंत्री पर रहते हुए आनंद शर्मा से जब भी हम हिमाचल के लिए कुछ माँगने जाते थे, तो एक फ़ोन पर काम होता था। काँगड़ा में फेशन टेक्नोलोजी इंस्टीट्यूट, प्रदेश में औद्योगिक क्षेत्र का विस्तार, शिमला में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, नादौन में स्पाइस पार्क तथा शिमला-मटौर फ़ोरलेन आनंद शर्मा की सोच का परिणाम है। उन्होंने कहा कि काँगड़ा को ऐसे सांसद की ज़रूरत है, जिसका आवाज पूरा देश सुने। उन्होंने कहा कि जब लोकसभा चुनाव में आनंद शर्मा जीत कर जाएँगे, तो इंडी गठबंधन सरकार में उनका मंत्री पद तय है। भाजपा पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने नोट के दम पर सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचा और मेरे इस्तीफ़े की अफ़वाहें फैलाई। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने विधानसभा में भगवान को चुनौती देते हुए कहा कि इस सरकार को भगवान भी नहीं बचा सकते हैं। लेकिन व्हिप का उल्लंघन करने के लिए कांग्रेस के छह विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा जब जनता के वोट से सरकार नहीं बना सकी और नोट के दम से कुर्सी को हथियाने का असफल प्रयास किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार को कोई ख़तरा नहीं है और कार्यकाल पूरा करेगी। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि दागी कह रहे हैं कि उन्हें सम्मान नहीं मिला। उनके चुनाव क्षेत्रों के सारे फैसले, सारे अफ़सर उनकी मर्ज़ी से दिए। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें विधायक बनाकर सम्मान दिया, पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर बिठाया, क्या वह सम्मान नहीं। उन्होंने कहा कि सत्य यह है कि दागी सम्मान नहीं, बल्कि सामान के भूख थे। जो सामान भाजपा के ब्रीफ़केस में रखा था वह काफी भारी था। उसी के प्रभाव में आकर उन्होंने अपना ईमान बेच दिया। उन्होंने कहा कि हमारे साथ भगवान हैं, क्योंकि भगवान सत्य का साथ देता है और जयराम ठाकुर का कोट सिला-सिलाया रह जाएगा क्योंकि उन्हीं कुर्सी के पीछे उन्हीं की पार्टी के विधायक पड़ जाएँगे। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है, जिसे सरकार अकेले नहीं लड़ सकती है। लेकिन जनबल के सहारे कांग्रेस पार्टी धनबल को जवाब देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के पड़ोसी क्षेत्र नादौन से आज विधायक मुख्यमंत्री है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी होने के नाते विधायक संजय रत्न ने जो कुछ माँगा, इस क्षेत्र को दिया है। यह तो शुरूआत है, आने वाले समय में चंगर क्षेत्र, चंगर नहीं रहेगा और यहां विकास की गंगा बहा देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बिना किसी राजनीतिक लाभ के मंशा के सरकारी कर्मचारियों को पहली ही कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन दी, ताकि वह स्वाभिमान के साथ अपना जीवन जी सकें। जबकि जयराम ठाकुर ने पुरानी पेंशन माँगने पर कर्मचारियों को विधायक का चुनाव लड़ने की चुनौती दी और उनपर अत्याचार किए। अब भाजपा नेता एनपीएस के 9000 करोड़ रुपए रुकवाने में लगे हैं। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने पिछले साल आई आपदा को एक युद्ध के रुप में लड़ा, लेकिन जयराम ठाकुर बार-बार विधानसभा सत्र बुलाने की मांग करते रहे। तीन दिन तक चर्चा के बावजूद भाजपा के विधायकों ने हिमाचल प्रदेश को विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान करने के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया और आपदा प्रभावित 22 हजार परिवारों के साथ खड़े नहीं हुए। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय देते हुए अपने सीमित संसाधनों से 4500 करोड़ रुपए का विशेष राहत पैकेज दिया। उन्होंने कहा कि वह एक आम परिवार से आते हैं, इसलिए आम आदमी के दर्द को बेहतर ढंग से समझता हूँ। लोगों की तकलीफ़ों को समझते हुए राज्य सरकार ने राजस्व के लंबित मामलों के जल्द निपटारे के लिए राजस्व क़ानूनों में बदलाव किया और राजस्व लोक अदालतों के माध्यम से एक लाख इंतकाल और साढ़े सात हजार से अधिक तकसीम के मामले निपटाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के चोर दरवाज़ों को बंद कर वर्तमान राज्य सरकार ने पंद्रह महीने में 2200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व कमाया। इस राजस्व से विधवाओं और एकल नारी के बच्चों की शिक्षा का राज्य सरकार उठा रही है और उन्हें घर बनाने के लिए तीन लाख रुपए की मदद दे रहे हैं। मनरेगा की दिहाड़ी 60 रुपए बढ़ाकर 300 की, 70 वर्ष से अधिक बुजुर्गों को इलाज सरकार उठा रही है, भैंस का दूध 55 रुपए तथा गाय का दूध 45 रुपए प्रति लीटर की दर से ख़रीदा जा रहा है। इस अवसर पर काँगड़ा सीट से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी आनंद शर्मा, विधायक संजय रतन सहित पार्टी के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
शिमला लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप के नामांकन के पूर्व दिन शिमला के चैड़ा मैदान में जनसभा को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर राजीव बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नेता विहीन, नीति विहीन, विचार विहीन होने के कारण लगातार नीचे की ओर जा रही है। 450 सांसदों वाली पार्टी आज 50 सांसदों पर पहुंच गई है और 4 जून को आने वाले चुनाव परिणामों में यह पार्टी 40 से नीचे पहुंच जाएगी। 28 राज्यों में सत्ता चलाने वाली कांग्रेस आज 2-3 राज्यों में सिमट गई है इसलिए कांग्रेस ने उन लोगों के साथ समझौते किए हैं जो राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है, इसलिए कांग्रेस का पतन निश्चित है। डॉक्टर बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस रंग भेद, नसल भेद, जाति भेद, धर्म भेद करके एक बार फिर देश को विभाजन के कगार पर ले जा रही है। गांधी परिवार के गुरू सैम पित्रोदा ने भारत के देशवासियों का अपमान किया। कुछ को मंगोलियन कहा, कुछ को अरेबियन कहा, कुछ को हब्शियों के साथ मिलाया। राहुल गांधी पूरे देश मे अल्पसंख्यक आरक्षण देने की जोर-शोर से वकालत कर रहे हैं और बहुसंख्यकवाद अर्थात हिन्दुत्व इस देश में नहीं चलेगा, यह कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र का प्रमुख हिस्सा है। इस प्रकार देश को विभाजन की ओर धकेलने का पाप कांग्रेस पार्टी कर रही है। देश की जनता यह स्पष्ट रूप से जानती है कि केवल नरेन्द्र भाई मोदी देश को आगे ले जा सकते हैं इसलिए देश ने मन बनाया है कि मोदी जी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाना है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के विकास पर भी यही बात लागू होती है। हिमाचल का विशेष श्रेणी का दर्जा कांग्रेस ने छीना और मोदी जी ने दिया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत प्रदेश की आधी से ज्यादा ग्रामीण सड़के बनाई र्गइं जो श्रद्धेय अटल जी व मोदी जी की देन है। प्रदेश में बन रहे फोनलेन हाईवे हिमाचल प्रदेश के तीव्र विकास का आधार बन रहे हैं। पठानकोट-मण्डी, कांगड़ा-शिमला, कालका-शिमला, शिमला-ढली, पिंजौर-नालागढ़, कीरतपुर-मनाली, जालंधर-मण्डी, मनाली-रोहतांग टनल, केलांग-लद्दाख टनल ये कुछ ऐसे महत्वपूर्ण मार्ग है जिन पर लगभग एक लाख करोड़ रू0 व्यय हो रहा है और हिमाचल का कायाकल्प हो रहा है। कांग्रेस के राज में एक भी फोरलेन हाईवे दिखाई नहीं देता था और आज 10-10 टनल के साथ, बड़े-बड़े पुलों के साथ हिमाचल के विकास की तस्वीर खींचते हुए हाईवे नरेन्द्र मोदी की देन हैं। बद्दी-बरोटीवाला रेल लाईन, ऊना-अम्ब-अंदौरा रेल लाईन, बिलासपुर रेल लाईन, एम्स, तीन-तीन मैडिकल काॅलेज, आई0आई0एम, हाईड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज, पीजीआई सैटेलाईट हाॅस्पिटल, सैन्ट्रल युनिविर्सिटी के अरबों रू के भवन, 8 लाख घरों में पानी के कनेक्शन, 21 हजार गरीबों के पक्के मकान, 11 लाख गरीबों को आयुष्मान भारत के माध्यम से मुफ्त इलाज, 20 लाख लोगों को मुफ्त राशन, रेहड़ी-फड़ी वालों के लिए स्वनिधि योजना, कामगारों के लिए विश्वकर्मा योजना जैसी गरीब कल्याण की योजनाओं ने हिमाचल को द्रुत गति से आगे बढ़ाया है। मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू के बयान से सहमति जताते हुए बिन्दल ने कहा कि बेईमानों का हिमाचल की जनता साथ नहीं देगी। कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल की महिलाओं के साथ, युवाओं के साथ बेईमानी की। महिलाओं को 1500 रू महीना देने की गांरटी दी लेकिन दी फूटी कौड़ी भी नहीं। इसी तरह युवाओं को सालाना एक लाख सरकारी नौकरियां देने की गारंटी दी लेकिन एक भी युवक को रोजगार नहीं दिया। 20 लाख किसानों के साथ बेईमानी की है। 100 रू0 लीटर दूध और 2 रू0 किलो गोबर खरीदने की गारंटी दी थी, कुछ नहीं किया। बिजली उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली फ्री देने की गारंटी दी थी, अभी तक कुछ नहीं किया, हिमाचल के साथ बेईमानी की, हजारों करोड़ का कर्ज लेकर भी हिमाचल के विकास को बंद कर दिया। इसलिए हिमाचल प्रदेश की जनता नरेन्द्र मोदी जी के साथ चलेगी।
**चौपाल विधानसभा क्षेत्र के कुपवी में कांग्रेस उम्मीदवार विनोद सुल्तानपुरी के लिए वोट की अपील की शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि देवभूमि हिमाचल की जनता बेईमानों का कभी साथ नहीं देती। हिमाचल देवी देवताओं की भूमि है, यहां के लोग ईमानदार हैं। वर्तमान चुनाव यह तय करेगा कि ईमानदारी जीतनी और बेईमानी हारनी चाहिए। कांग्रेस के छह पूर्व व तीन आजाद विधायकों ने खुद को भाजपा की राजनीतिक मंडी में बेचा है, इसलिए उन्हें जनता सबक सिखाएगी। यह चुनाव मुख्यमंत्री की कुर्सी या सरकार बचाने का नहीं, लोकतंत्र को बचाने का है। जनता का वोट 1 जून को यह तय करेगा कि लोकतंत्र की ताकत जनबल है या धनबल है। मुख्यमंत्री ने चौपाल विधानसभा क्षेत्र के कुपवी में लोकसभा उम्मीदवार विनोद सुल्तानपुरी के लिए वोट की अपील करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कि यह साधारण चुनाव नहीं है। इस चुनाव से भविष्य की राजनीति की दशा और दिशा तय होगी। हिमाचल से 1 जून को धनबल की राजनीति करने वालों के खिलाफ पूरे देश में संदेश जाना चाहिए। नोटतंत्र के आगे जनबल जीतना चाहिए। अगर हिमाचल प्रदेश पूरे देश को लोकतंत्र बचाने के लिए दिशा दिखा सकता है तो 1 जून का समय बिल्कुल सही है। जनता के वोट से चुनकर आये विधायकों को दिल्ली में बैठी सरकार नोट के दम पर खरीद ले तो वोट का क्या मूल्य है। चुने हुए विधायकों को खरीदना जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। यह चुनाव सत्य व असत्य के बीच है। झूठ बार-बार सच के साथ टकराता है, लेकिन अंत में जीत सच की होती है। इस समय सवाल किसी पार्टी का नहीं, उनको सबक सिखाने का है, जिन्होंने जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। सरकारें आती-जाती रहेंगी, इस बार नोट से वोट खरीदने वालों को सबक सिखाना है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सत्ता के भूखे होने के साथ ही प्रदेश के कर्मचारियों और महिलाओं के विरोधी भी हैं। कर्मचारियों के ओपीएस मांगने पर लाठियां बरसाई व वाटर कैनन चलवाईं। कर्मचारियों को चुनाव लड़ने के लिए कहा और जब कांग्रेस सरकार ने ओल्ड पेंशन दे दी तो सरकार व कर्मचारियों के एनपीएस अंशदान के 9000 करोड़ रुपये रुकवाने के लिए दिल्ली पहुंच गए। केंद्र सरकार ने ओपीएस देने पर हिमाचल सरकार की कर्ज सीमा में कटौती कर दी और एनपीएस अंशदान की राशि भी नहीं दे रहे। अब सरकार ने आचार संहिता लागू होने से पहले 18 साल से ऊपर की बेटियों व महिलाओं को 1500 रुपये पेंशन प्रति माह देने की योजना लागू की तो जयराम ठाकुर उसे रुकवाने चुनाव आयोग के पास पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के 1500 रुपये भाजपा व जयराम नहीं रुकवा सकते। सरकार ने चुनाव आयोग से अप्रैल महीने की 1500 रुपये पेंशन जारी करने की अनुमति चुनाव आयोग से मांगी है। अगर आयोग भाजपा के दबाव के कारण अनुमति नहीं देता है तो जून महीने में महिलाओं को अप्रैल व मई माह के 3000 रुपये एकमुश्त दिए जाएंगे। ठाकुर सुखविंदर सिंह ने कहा कि विनोद सुल्तानपुरी पढ़े-लिखे हैं, इन्हें सांसद बनाईये। यह आपकी दुख- तकलीफ समझते हैं। सरकार का साढ़े तीन साल का कार्यकाल शेष है, कुपवी में विकास कार्यों की कमी नहीं छोड़ी जाएगी। जून महीने के अंत में वह एक दिन व एक रात के लिए कुपवी आएंगे व यहां के लोगों की सारी मांगें पूरी करेंगे। भाजपा सांसद न तो आपदा में लोगों के साथ खड़े हुए न ही उनकी मांगों को संसद में उठाया। वह इतनी हिम्मत भी नहीं जुटा पाए कि देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को आपदा से निपटने के लिए विशेष राहत पैकेज देने की चिट्ठी लिख सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने आपदा में लोगों का दुख दर्द बांटा और 22 हजार प्रभावित परिवारों को फिर से बसाया। आर्थिक संकट के बावजूद 4500 करोड़ रुपये का पैकेज दिया। सरकार अनाथ बच्चों के लिए सुख आश्रय योजना लाई, विधवा महिलाओं के बच्चों को 27 साल की आयु तक मुफ्त शिक्षा देने जा रहे हैं। 70 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों का पूरा इलाज मुफ्त हो रहा है। दूध पर एमएसपी देने वाला हिमाचल पहला राज्य है। किसानों व बागवानों के लिए अनेक योजनाएं लाई गई हैं। मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी 60 रुपये बढ़ाई गई, जो आज तक के इतिहास में सर्वाधिक है। भाजपा व जयराम को जनहितैषी कार्य रास नहीं आ रहे, इसलिए सरकार गिराने की साजिश रची गई। इस दौरान कांग्रेस के महासचिव संगठन रजनीश किमटा इत्यादि उपस्थित रहे।
1500 रुपए पेंशन में अड़ंगा डालने पर माफ़ी मांगे भाजपा शिमला: डिप्टी चीफ व्हीप केवल सिंह पठानिया ने कहा है कि 1500 रुपए प्रति माह पेंशन के अड़ंगे लगाने पर भाजपा नेताओं को प्रदेश की मातृशक्ति से माफ़ी माँगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने तीन मार्च 2024 को प्रदेश मंत्रिमंडल से मंज़ूरी मिलने के बाद 13 मार्च 2024 को चुनाव आचार संहिता लगने के पहले इस योजना की अधिसूचना जारी कर दी गई थी। लेकिन भाजपा नेता इस योजना के लाभ से महिलाओं को वंचित करने के लिए दो-दो बार चुनाव आयोग के पास गए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के विरोध के बाद चुनाव आयोग ने इस योजन के फ़ॉर्म भरने को अनुमति प्रदान कर दी है। लेकिन अब भाजपा नेताओं का महिला विरोधी चेहरा सामने आ चुका है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता जितना मर्ज़ी ज़ोर लगा लें, लेकिन प्रदेश की महिलाओं को 1500 रुपए पेंशन हर हाल में दी जाएगी। केवल सिंह पठानिया ने कहा है कि कांग्रेस सरकार ने अपना चुनावी वादा निभाते हुए 15 मई 2023 को लाहौल-स्पीती जिला के काज़ा क्षेत्र से इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि योजना लागू की गई थी और क्षेत्र की सभी महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह पेंशन मिलना शुरू हुई। जबकि एक फ़रवरी 2024 को इसे पूरे लाहौल-स्पीती जिला में लागू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि 16 मार्च 2024 को आचार संहिता लागू होने से पहले इस योजना के लिए प्रदेश से लगभग 50 हजार महिलाओं ने आवेदन किया है और सभी पात्र महिलाओं को पेंशन प्रदान की जाएगी। डिप्टी चीफ व्हीप ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार ने महिलाओं, विधवाओं एवं एकल नारियों के कल्याण के लिए अनेकों योजनाएँ आरंभ की, जिनका लाभ मिलना उन्हें शुरू हो गया है। समाज के उपेक्षित वर्ग के कल्याण के लिए आने वाले समय में और योजनाएँ धरातल पर लागू की जाएगी।
शिमला: उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा है कि छह दागी नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट से याचिका वापस लेकर अपने गुनाह को क़ुबूल कर लिया है। उन्होंने कहा कि अयोग्य घोषित होने के बाद सभी छह दागियों ने विधानसभा स्पीकर के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन दागियों ने अदालत में अपनी याचिका को वापस ले लिया है, जिसका सीधा मतलब यह है कि स्पीकर का फ़ैसला सही था और नियमों के अनुसार लिया गया था। उन्हें पता चल चुका था कि वह क़ानूनी लड़ाई हार चुके हैं और कोर्ट से फैसला उनके विरुद्ध ही आएगा। उन्होंने कहा कि सभी छह दागियों को अपनी याचिका वापस लेने का कारण सार्वजनिक करना चाहिए। उनका असली चेहरा सामने आ गया है और उन्हें प्रदेश की जनता से माफ़ी माँगनी चाहिए। उद्योग मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से हारने के बाद अब दागियों का फ़ैसला जनता की अदालत में होगा, लेकिन वहाँ भी उनकी हार तय है। आज हालत यह हो गई है कि दागी अपने चुनाव क्षेत्र में लोगों का सामना नहीं कर पा रहे। लोग सवाल पूछ रहे हैं और वह जवाब देने में नाकाम है। सभी छह दागियों के खिलाफ पूरे प्रदेश में एक लहर बन गई है, जो एक जून को क़हर बनकर उनपर टूट पड़ेगी। जनता ने उपचुनाव में दागियों को हराने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के धनबल को जनबल जवाब देगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मतदाता लोकसभा की सभी चार सीटें और विधानसभा की छह सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों को बहुत बड़े अंतर से विजयी बनाएँगे और भविष्य में ख़रीद-फरोख्त की राजनीति पर पूर्ण विराम लगाएँ। उन्होंने कहा कि दागियों को जनता की सज़ा मिलने के बाद भविष्य में प्रदेश का कोई विधायक बिकने की हिम्मत नहीं जुटा पाएगा। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि दागियों ने कांग्रेस पार्टी ही नहीं, बल्कि प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया और अपने चुनाव क्षेत्र की जनभावनाओं का अपमान किया। भाजपा के धनबल के प्रभाव में आकर उन्होंने अपने ईमान का सौदा किया और सरकार गिराने का षड्यंत्र रचा। लेकिन भाजपा और बाग़ियों का मिशन फेल हो चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार अपने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी।
**4 जून को भाजपा को लगेगा बड़ा सदमा होगी बड़ी हार **प्रदेश में भारी बहुमतों से जीत हासिल करेगी कांग्रेस: रोहित ठाकुर शिमला-09 मई 2024 : लोकसभा चुनाव के लिए अब तक हुए तीन चरणों के चुनाव में भाजपा की हवा निकल गई है। भाजपा इस बार 200 का आंकड़ा भी नहीं छू पाएगी। यह बात शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शिमला में पत्रकारों से रूबरू होते हुए कही। उन्होंने कहा कि भाजपा जुमलों की सरकार है। जो बड़े- बड़े वायदे करती है लेकिन जमीन पर ध्रुवीकरण की राजनीति कर सत्ता हथियाना चाहते हैं। इस बाद देश मे बड़ा बदलाव होने वाला है जहां भाजपा 2004 की तरह इंडिया शाइनिंग की तरह धराशाही होने वाली है। 4 जून को भाजपा को बड़ा सदमा बड़ी हार के साथ लगने वाला है। रोहित ठाकुर ने कहा कि भाजपा 2014 में किए गए वायदों की बात दस साल तक सत्ता में रहने के बाद भी नहीं करती है। पीएम मोदी से लेकर भाजपा के शीर्ष नेता सिर्फ ध्रुवीकरण की बात करते हैं। भाजपा न तो आज बेरोजगारी, महंगाई और किसानों- बागवानों की बात करते हैं न महिलाओं की सुरक्षा की बात। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 2014 में देश के युवाओं को प्रतिवर्ष 2 करोड़ नौकरी देने की बात कही थी लेकिन आज देश ने बेरोजगारी की दर में 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। देश विश्व में बेरोजगारी की दर में सबसे टॉप पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि देश का युवा आज पकौड़े तलने पर मजबूर है देश मे महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। महंगाई सातवें आसमान पर है और किसान- बागवान आत्महत्या करने को मजबूर है। पिछले दस वर्षों में देश का किसान-बागवान अपनी मांगों को लेकर धरना- प्रदर्शन करते रहे लेकिन अहंकारी सरकार को अंततः तीन काले कृषि कानूनों को वापिस लेना पड़ा। उसी तरह देश में युवाओं के लिए सेना में भर्ती होने का सपना भी चकनाचूर कर अग्निवीर योजना लाई है जिससे युवा वर्ग परेशान हो गया है। रोहित ठाकुर ने शिमला संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी व पूर्व सांसद सुरेश कश्यप को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सुरेश कश्यप पिछले पांच साल में भूमिगत रहे। न तो जनता के बीच दिखाई दिए और न ही जनता की समस्याओं को सुलझा पाए। उन्होंने कहा कि MPLAD फंड में भी सांसद ने भाई भतीजावाद को बढ़ावा दिया। पांच साल पहले सोलन के नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र की 46 पंचायतों से भाजपा प्रत्याशी को 41 हजार की लीड मिली थी लेकिन पांच साल में उसी विधानसभा की 27 पंचायतों को अनदेखा कर एक भी पैसा नहीं मिला जिसका जवाब अब यहां की जनता देगी। उसी तरह सिरमौर और शिमला जिला की पंचायतों को भी अनदेखा किया गया है जहां MPLAD का फंड बांटने में भाई भतीजावाद किया गया। रोहित ठाकुर ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस भारी बहुमतों से जीत हासिल कर रही है। 4 जून को देवतुल्य प्रदेश में जनता के आशीर्वाद से कांग्रेस के सभी प्रत्याशी बड़ी जीत हासिल करने वाले हैं।
हिमाचल प्रदेश के पांच दिवसीय प्रवास के उपरांत आज राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु को मशोबरा स्थित कल्याणी हेलीपैड में गरिमापूर्ण विदाई दी गई। इस अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भी उपस्थित थे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा और प्रशासनिक, पुलिस व सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
राजभवन में आज विश्व रेडक्रॉस दिवस के अवसर पर राज्य रेडक्रॉस सोसाइटी और हिमाचल प्रदेश रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण अनुभाग के सदस्यों एवं पदाधिकारियों ने राज्यपाल एवं हिमाचल प्रदेश रेडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष शिव प्रताप शुक्ल तथा लेडी गवर्नर एवं प्रदेश रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण अनुभाग की अध्यक्षा जानकी शुक्ल को रेडक्रॉस फ्लैग लगाए। इस वर्ष विश्व रेडक्रॉस दिवस का विषय ‘मानवता को जीवित रखना’ है। राज्यपाल ने रेडक्रॉस सोसाइटी के लिए अंशदान भी किया। राज्यपाल ने भारत रेडक्रॉस सोसाइटी हिमाचल प्रदेश के सभी सदस्यों और स्वयंसेवकों की प्रदेश में रेडक्रॉस आंदोलन को मजबूत करने के लिए किए जा रहे अथक प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पोर्टमोर और तिब्बती स्कूल छोटा शिमला के विद्यार्थियों ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। उन्होंने आपातकालीन परिस्थितियों में लोगों की सहायता के लिए रेडक्रॉस स्वयंसेवकों द्वारा किए गए कार्योें को प्रदर्शित करता एक लघु नाटक भी प्रस्तुत किया। बच्चों ने राज्यपाल और लेडी गवर्नर को रेडक्रॉस फ्लैग भी लगाया। राज्यपाल और लेडी गवर्नर ने विद्यार्थियों को मिठाईयां भी बांटी। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने आमजन में रेडक्रॉस के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए रैली भी निकाली। राज्यपाल के सचिव तथा राज्य रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव राजेश शर्मा, हिमाचल प्रदेश रेडक्रॉस सोसाइटी, रेडक्रॉस अस्पताल कल्याण अनुभाग के सदस्य और राजभवन के अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
शिमला: मुख्य निर्वाचन अधिकारी, मनीष गर्ग ने आज ‘मैसेज टू वोट’ वाली साइक्लिंग जर्सी जारी की। उन्होंने कहा कि निर्वाचन विभाग ने मंडी निवासी जसप्रीत पॉल को उनके साइक्लिंग जुनून के लिए 8 अप्रैल, 2024 को स्टेट इलेक्शन आइकॉन के रूप में चुना है।अनेक साइक्लिंग अभियानों में भाग लेने वाले जसप्रीत पॉल इन लोकसभा चुनावों के दौरान राज्य के विभिन्न भागों के साथ-साथ लौहल-स्पिति में स्थित विश्व के सबसे ऊंचे मतदान केन्द्र टाशिगंग (15,256 फीट) के लिए शिमला से साइक्लिंग कर इस जागरूकता अभियान को गति देंगे और मतदाओं को वोट का महत्व बताएंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जसप्रीत पॉल को स्टेट इलेक्शन आइकॉन नियुक्त करने का मुख्य उद्देश्य युवाओं को मताधिकार के प्रति जागरूक करने और लोकतंत्र के उत्सव में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी दलीप नेगी, नीलम दुल्टा और ओएसडी (स्वीप) नीरज शर्मा भी उपस्थित थे।
नाम, स्कूल, जिला 1. रिधिमा शर्मा, राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नादौन, हमीरपुर। 2. कृतिका शर्मा, न्युगल माडल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल भवारना, कांगड़ा। 3. शिवम शर्मा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बेरथिन, बिलासपुर। 3. ध्रीति टेग्टा, ग्लोरी इंटरनेशनल स्कूल रोहडू, शिमला। 3. रुशील सूद, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, कांगड़ा। 4. इरा शर्मा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बहानवीन, हमीरपुर। 4. प्राची शर्मा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थुरल, कांगड़ा। 4. पुन्या ठाकुर, लारेंस पब्लिक स्कूल चुवाई, कुल्लू। 4. तितिक्षा ठाकुर, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 4. पराजंलि, एनओपीएस पब्लिक स्कूल घुमारवीं, बिलासपुर। 4. शराविका कश्यप, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 5. श्रुति धरवाल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला उरला, मंडी। 5. नीतिका, सनराइज पब्लिक स्कूल भरारी, मंडी। 5. दीपांशिका शर्मा, जागृति पब्लिक स्कूल कोटली, मंडी। 5. अक्षित शर्मा, एसवीएनएम पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल कंदरौर, बिलासपुर। 5. अनमोल सूद, हिम एकैडमी पब्लिक स्कूल हीरा नगर, हमीरपुर। 5. रिया कपूर, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, कांगड़ा। 6. प्राकृति शर्मा, माडल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल स्वारघाट, सोलन। 6. काव्याजंलि ठाकुर, आर्यन पब्लिक स्कूल अझू, मंडी। 6. दिव्यांशु राणा, एसवीएनएम पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल कंदरौर, बिलासपुर। 6. साइसा सूद, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनिसर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, कांगड़ा। 6. अदिति शर्मा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बेरथिन, बिलासपुर। 6. शौर्या भारद्वाज, गुरुकुल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल पक्का परोह अंब, ऊना। 6. तान्या शर्मा, राजकीय उच्च पाठशाला पलवीन, हमीरपुर। 6. उदय कुमार, ऐम एकैडमी सीनियर सकेंडरी स्कूल भकूलजन, कांगड़ा। 6. कशिश, मिनर्वा सीनियर सकेंडरी स्कूल घुमारवीं, बिलासपुर। 6. मृदुल ठाकुर, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 7. अर्जुन ठाकुर, एसवीएनएम पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल कंदरौर, बिलासपुर। 7. तमन्ना चौधरी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मैरा, कांगड़ा। 7. निहारिका, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 7. कशिश ठाकुर, इंदिरा मेमोरियल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल इंदौरा, कांगड़ा। 7. सुहानी, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 7. आदित्य, एकेएम पब्लिक हाई स्कूल ददादू, सिरमौर। 7. सूर्यांश, हिम एकैडमी पब्लिक स्कूल हीरानगर, हमीरपुर। 8. अपूर्वा, ऐम एकैडमी सीनियर सकेंडरी स्कूल बलूकजन, कांगड़ा। 8. संचिता धीमान, गुरुकुल सीनियर सकेंडरी स्कूल पक्का परोह अंब, ऊना। 8. मुस्कान, लोटस कान्वेंट पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल सरकाघाट, मंडी। 8. महक, राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दरंग, मंडी। 8. दीपांशी, लिटल एंजल पब्लिक स्कूल मैरे, हमीरपुर। 8. श्रिया, परमाउंट पब्लिक स्कूल अप्पर पाइसा, कांगड़ा। 8. अवनीशा ठाकुर, सीनिसर सकेंडरी माडल इंस्टीटयूट आफ एजुकेशन देवधार टीहरा, मंडी। 8. कशी शर्मा, आर्यन पब्लिक स्कूल झांडी, हमीरपुर। 8. नितिन कुमार, एविएम सीनियर सकेंडरी स्कूल पाहड़ा, कांगड़ा। 8. अपूर्वी, आरके सीनियर सकेंडरी पब्लिक स्कूल घडालवीन, बिलासपुर। 8. अनीशा अत्री, गुरुकुल सीनियर सकेंडरी स्कूल पक्का परोह अंब, ऊना। 8. दासिल ठाकुर, मिनर्वा सीनियर सकेंडरी स्कूल घुमारवीं, बिलासपुर। 8. हिमन व्यास, हिमालयन कोनीफर पब्लिक स्कूल बरूआ मनाली, कुल्लू। 8. अरब शर्मा, मिनर्वा सीनियर सकेंडरी स्कूल घुमारवीं, बिलासपुर। 8. रिधिमा ठाकुर, राजकीय आदर्श छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोगेंद्रनगर, मंडी। 8. पूर्णिमा, एसवीएनएम पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल कंदरौर, बिलासपुर। 8. सिमरत, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खैरियां, कांगड़ा। 8. रबनीत कौर, एशिएंट पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल ब्रिजमंडी जोगेंद्रनगर, मंडी। 8. प्रीति, हिम एकैडमी सीनिसर सकेंडरी स्कूल बलूकजन, कांगड़ा। 8. सैजल ठाकुर, राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धुंधला, ऊना। 9. कनिष्का, सुरेंद्रा पब्लिक स्कूल नालागढ़, सोलन। 9. तमनप्रीत भुल्लर, शहीद भगत सिंह मेमोरियल पब्लिक स्कूल सोहरी, ऊना। 9. आयुषी, राजकीय छात्रा आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोगेंद्रनगर, मंडी। 9. आकर्ष कुमार, रेड स्टार पब्लिक स्कूल चैरियां दि धार, हमीरपुर। 9. शिवम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हटली, चंबा। 9. अक्ष शर्मा, न्यू गुरुकुल पब्लिक स्कूल गोपालनगर, हमीरपुर। 9. राशि, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौर, कुल्लू। 9. प्रियाल, मिनर्वा सीनियर सकेंडरी स्कूल घुमारवीं, बिलासपुर। 9. शिवानगी शर्मा, आर्यन पब्लिक स्कूल झांडी, हमीरपुर। 9. रिधिमा शर्मा, हिम एकैडमी पब्लिक स्कूल हीरानगर, हमीरपुर। 9. अंशिका, पब्लिक माडल सीनियर सकेंडरी स्कूल भमलोह, हमीरपुर। 9. कृतिका, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 9. रिजवाल सांख्यान, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बरठी, बिलासपुर। 9. संजना, सर्वोदय इंटरनेशनल स्कूल अलाग, मंडी। 9. अंशिका, माउंट एवरेस्ट सीनियर सकेंडरी स्कूल कुठरकलां, ऊना। 9. अनन्या, राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नादौन, हमीरपुर। 9. रिधिमा ठाकुर, न्यू गुरुकुल पब्लिक स्कूल गोपालनगर, हमीरपुर। 9. आदित्य शर्मा, एसवीएनएम पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल कंदरौर, बिलासपुर। 9. शगुन चंदेल, द न्यू ईरा स्कूल आफ साइंसिस छतड़ी, कांगड़ा। 9. खुशी शर्मा, एनएवी भारत पब्लिक स्कूल बिझारी कोटला, हमीरपुर। 9. आर्यन शर्मा, गीताजंलि पब्लिक स्कूल झलोल धनेटा, हमीरपुर। 9. साईं हैदया ठाकुर, किटस कैंप पब्लिक स्कूल चुवाड़ी, चंबा। 10. अंशिका राणा, राजकीय उच्च पाठशाला टिप्प, कांगड़ा। 10. महक, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुगलेहड़, ऊना। 10. स्मृद्धि ठाकुर, राजकीय आदर्श छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोगेंद्रनगर, मंडी। 10. पायल, राजकीय उच्च पाठशाला संधोआ, शिमला। 10. अक्षरा धीमान, माउंट एवरेस्ट सीनियर सकेंडरी स्कूल कुटरकलां, ऊना। 10. सृष्टि ठाकुर, एसटी एफएक्स कान्वेंट स्कूल ढोंडी, मंडी। 10. रुचिका, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 10. शीतल कुमारी, पब्लिक माडल सीनियर सकेंडरी स्कूल भम्लोह, हमीरपुर। 10. जानवी राणा, गुरुकुल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल पक्का परोह अंब, ऊना। 10. नमिता ठाकुर, लिल्ली लिटल फ्लावर एसएसएस बाड़ी रंगस, हमीरपुर। 10. मन्नत, राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नादौन, हमीरपुर। 10. रिद्धि वर्मा, राजकीय आदर्श छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जागेंद्रनगर, मंडी। 10. आयुषी वर्मा, कोटेश्वर पब्लिक स्कूल कुमारसेन, शिमला। 10. वंशिका चंदेल, अलफा पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बरठीं, बिलासपुर। 10. दिव्यांशी, करसोग वैली हाई स्कूल करसोग, मंडी। 10. पायल देवी, शिवालिक पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बीहडू, ऊना।
उच्च शिक्षा निदेशालय ,हिमाचल प्रदेश के आदेश अनुसार आज राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय ,चौड़ा मैदान, शिमला में ब्रह्माकुमारी संस्था के अंतर्गत राजयोग फाउंडेशन, मानेसर, गुड़गांव द्वारा आध्यात्मिक चेतना जागृत करने पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। राजयोग फाउंडेशन की ओर से भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्ति कैप्टन शिव कुमार गोयल ने ब्रह्मकुमारी संस्था और राजयोग फाउंडेशन के विषय में विस्तृत जानकारी सांझा की और महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. गोपाल चौहान का आभार भी प्रकट किया। इसके उपरांत संस्था की ओर से बहन ख्याति ने अपने वक्तव्य में आपातकाल में धैर्य एवं शांति बनाए रखने की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने मानवीय मस्तिष्क में आने वाले विभिन्न प्रकार के नकारात्मक, व्यर्थ के विचारों को नियंत्रित करते हुए उनसे दूर कैसे रहे, उसके लिए विभिन्न तरीके बताए। मानव चेतना जागृत करने के लिए कई तरह की क्रियाएं भी करवाई गई। बहन अनीता ने आत्मा का मन के साथ सामंजस्य बिठाने पर जो़र दिया। इसी कड़ी में उन्होंने सभी प्रतिभागियों से योग क्रिया भी कार्रवाई। राजीव गांधी राजकीय महाविद्यालय, चौड़ा मैदान के प्राचार्य डॉ. गोपाल चौहान ने ब्रह्मकुमारी संस्था और राजयोग फाउंडेशन से आए कैप्टन शिव कुमार गोयल,बहन ख्याति, बहन अनीता और बहन अदिति का हार्दिक धन्यवाद करते हुए कहा कि नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर जाने के लिए यह सभी योगिक क्रियाएं एवं विचार बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि शैक्षिक सत्र शुरू होने पर फिर से ऐसा कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए अवश्य आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के शैक्षि ,गैर- शैक्षणिक तथा अन्य कर्मचारी भारी संख्या में मौजूद रहे।
**मोदी सरकार ने सेब पर आयात शुल्क 75 से घटाकर 50 प्रतिशत किया ---- नरेश चौहान हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने भाजपा नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि अपनी तथ्यहीन बयानबाजी भाजपा नेता हिमाचल प्रदेश को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर सेब बागवानों को 50 रूपये प्रति किलो समर्थन मूल्य देने का दावा कर रहे हैं जोकि पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने सेब समर्थन मूल्य में डेढ़ रूपये की ऐतिहासिक वृद्धि कर इसे साढ़े 10 रूपये से बढ़ाकर 12 रूपये किया है। वहीं भाजपा की नेता मीनाक्षी लेखी कांग्रेस पर आयात शुल्क घटाने के झूठ आरोप लगा रही है क्योंकि सेब पर आयात शुल्क 75 प्रतिशत से घटाकर मोदी सरकार ने 50 प्रतिशत किया है। उन्होंने कहा कि सेब बागवान इस आयात शुल्क को 100 फीसदी करने की मांग कर रहे हैं। सेब पर आयात शुल्क घटने से प्रदेश से सेब बागवानों को बहुत बड़ा नुक्सान पड़ रहा है और कोल्डस्टोर में रखे सेब की प्रति पेटी पर 800 से 1200 रूपये घाटा हो रहा है। नरेश चौहान ने कहा कि बिना डयूटी का सेब अफगानिस्तान और ईरान से भारत आ रहा है जिसके कारण प्रदेश की सेब बागवानी संकट में है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने सेब पर समर्थन मूल्य बढ़ाने के साथ साथ पिछले सीजन में प्रति किलो के हिसाब से सेब की बिक्री सुनिश्चित की जिससे उन्हें फायदा हुआ। अगले सेब सीजन से राज्य सरकार युनिवर्सल कार्टन को लागू करने जा रही है। इसके साथ साथ कोल्डस्टोर का इंफ्रास्टक्चर मजबूत किया जा रहा है और सेब बागवानों को लाभ देने के लिए शिमला जिला के पराला में फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित की गई है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष ने कहा कि मीनाक्षी लेखी को तथ्यों की जानकारी नहीं है क्योंकि उन्होंने कहा कि मोदी ने नालदेहरा, कुफरी और छराबड़ा में बिजली पहुंचाई जबकि हिमाचल प्रदेश मंे सभी गांवों का शतप्रतिशत विद्युतीकरण दशकों पहले हो चुका है। आज जनजातीय क्षेत्रों में भी ऐसा कोई गांव नहीं है जहां बिजली व्यवस्था न हो। नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा ने एक चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश की है। भाजपा ने विधायक खरीदे और सरकार के खिलाफ षडयंत्र रचा। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सांसदों से प्रदेश की जनता नाराज है क्योंकि उन्होंने संसद में हिमाचल के मुद्दों को नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि शिमला से भाजपा सांसद सुरेश कश्यप प्रदेश की जनता को बताएं कि उन्होंने कितने सवाल संसद में पूछे।
**ऑपरेशन लोट्स फेल होने से बौखलाई भाजपाः रोहित ठाकुर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि भाजपा नेता हिमाचल प्रदेश में ऑपरेशन लोट्स फेल होने से पूरी तरह से बौखला गए हैं। धनबल का इस्तेमाल कर राजनीति मंडी से विधायकों को खरीदा लेकिन भाजपाईयों के मुख्यमंत्री व मंत्री बनने के मंसूबे धरे के धरे रह गए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू दुख का सबसे बड़ा कारण है क्योंकि वर्तमान राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के सभी दरवाजों को बंद कर दिया है और उनकी लूट की दुकान बंद कर दी है। रोहित ठाकुर ने कहा कि ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं और एक साधारण परिवार से निकलकर मुख्यमंत्री के पद पर पहुंचे हैं। इसीलिए वे आम आदमी के दर्द से भली.भांति परिचित हैं और समाज के अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के कल्याण के लिए योजनाएं बनाकर उन्हें धरातल पर लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मात्र सवा साल के छोटे से कार्यकाल में अनाथ बच्चों के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना बनाई और अब उनकी देखभाल का जिम्मा कानूनी रूप से सरकार का है। यही नहीं दूध पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने वाला हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य बना। साथ ही मनरेगा की दिहाड़ी में ऐतिहासिक 60 रूपये की वृद्धि की, दिहाड़ीदारों की न्यूनतम दिहाड़ी बढ़ाकर 400 रूपये की विधवाओं के 27 साल तक के बच्चों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार उठा रही है और विधवाओं को घर बनाने के लिए तीन लाख रूपये की मदद प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने दूसरे बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं तथा बागवानों की वर्षों पुरानी मांगों को पूरा किया गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पुरानी पैंशन और महिलाओं को 1500 रूपये पैंशन सहित अपनी 10 में से पांच चुनावी गारंटियों को पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि सवा साल के कार्यकाल का हिसाब मांगने वाले भाजपा नेता अपने पांच साल का हिसाब जनता को दें। भाजपा ने केवल मात्र कर्ज के सहारे पांच साल सरकार चलाई और आर्थिक संसाधन जुटाने पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण हिमाचल प्रदेश आर्थिक रूप से बदहाल बना। अपनी मौजमस्ती और चुनावी लाभ के दृष्टिगत भाजपा ने अपने कार्यकाल के अंतिम साल में 16000 करोड़ रूपये से अधिक धन का दुरूपयोग किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने सत्ता संभालते ही आर्थिक संसाधन जुटाने की दिशा में अनेक कदम बढ़ाये जिनके परिणामस्वरूप एक साल में ही हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 20 प्रतिशत तक का सुधार आया है और एक ही वर्ष में 2200 करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक रूप से उगाए हुए गेहूं का समर्थन मूल्य 40 रूपये तथा मक्की के लिए 30 रूपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया है। रोहित ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य सरकार की सवा साल की उपलब्धियों को लेकर चुनाव में जा रही है और अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के समक्ष रख रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता झूठ और खरीद फरोख्त की राजनीति को चुनाव में करारा जवाब देगी और कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों को लोकसभा व विधानसभा उपचुनावों में भारी मतों से विजयी बनाएगी।
**झूठ बोलने के सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे जयराम ठाकुर शिमला: बाग़वानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने नेता विपक्ष जयराम ठाकुर पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह बताएँ किस सेब बाग़वान को भाजपा ने 50 रुपए का समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर झूठ बोलने के सारे रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जब भी चुनाव में हिमाचल आते हैं, तो सेब पर आयात शुल्क को दोगुना करने का जुमला बोल कर जाते हैं, लेकिन वास्तव में केंद्र सरकार ने आयात शुल्क को घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है और हिमाचल प्रदेश के सेब बाग़बानों की कमर तोड़ दी है। जगत सिंह नेगी ने कहा कि केंद्र सरकार ने एमआईएस के तहत मात्र एक लाख रुपए का टोकन बजट रखा है और जयराम ठाकुर सेब बाग़बानों को 50 रुपए न्यूनतम समर्थन मूल्य देने का झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेब बाग़बानों के साथ दग़ाबाज़ी करने के लिए भाजपा को सेब बाग़बानों को श्राप लगेगा। जयराम ठाकुर और भाजपा के गुनाहों को जनता कभी माफ़ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आयात शुल्क घटाने से अफ़ग़ानिस्तान, ईरान से सेब देश में आ रहे हैं और आज कोल्ड स्टोर में रखे सेब के उचित दाम भी बाग़बानों को नहीं मिल रहे। उन्होंने कहा कि आज कोल्ड स्टोर में रखी सेब की पेट्टी पर बाग़बानों को 800-1200 रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है, जिसका श्रेय भाजपा की केंद्र सरकार को जाता है। आयात शुल्क घटने से हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश के सेब बाग़बान अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर पांच साल तक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे लेकिन एक भी नया प्रोजेक्ट सेब बाग़बानों के लिए नहीं लाए। जयराम ठाकुर प्रदेश की जनता को बताएँ कि वह कौन सा प्रोजेक्ट सेब बाग़बानों के लिए पांच साल में लेकर आए। बाग़वानी मंत्री ने कहा कि सेब बाग़बानों के हितों को देखते हुए वर्तमान प्रदेश सरकार ने अनेकों कदम उठाए हैं। किलो के हिसाब से सेब की बिक्री का काम जो पिछले कई वर्षों से नहीं हो पाया, वह काम मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार ने किया है। यही नहीं, सेब बागवानों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा करते हुए राज्य सरकार ने यूनिवर्सल कार्टन लागू कर दिया है। सेब की खाद और कीटनाशकों पर मिलने वाली सब्सिडी को भाजपा सरकार ने बंद कर दिया था, जबकि वर्तमान राज्य सरकार ने फिर से सब्सिडी शुरू कर दी है। जगत सिंह नेगी ने कहा कि जयराम ठाकुर प्रदेश की जनता को गुमराह करने के लिए रोज़ नया झूठ बोल रहे हैं। जिससे साफ़ पता लगता है कि भाजपा चुनाव में अपने हथियार डाल चुकी है। भाजपा का ख़रीद-फरोख्त करने वाला चेहरा जनता के सामने आ चुका है और भाजपा नेताओं को हार डर सताने लगा है।
शिमला: तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने अनेक सवाल दागने के साथ भाजपा को आइना भी दिखाया है। उन्होंने पूछा, भाजपा बताए वर्तमान सांसद व गद्दी नेता किशन कपूर का टिकट कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से क्यों काटा गया। बीते लोकसभा चुनाव में वह सबसे अधिक मतों से जीते थे। इतना अधिक मतदान उनके पक्ष में होने के बावजूद गद्दी नेता का टिकट काटना कांगड़ा संसदीय क्षेत्र की जनता को अखर रहा है। भाजपा ने कांग्रेस के एक बिकाऊ विधायक को विधानसभा उपचुनाव में टिकट दे दिया, जबकि गद्दी नेता किशन कपूर हाशिये पर धकेल दिए। धर्माणी ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा कांग्रेस के सशक्त उम्मीदवार हैं। उन्होंने देश-विदेश में हिमाचल प्रदेश का नाम चमकाया है। वह केंद्रीय मंत्री रहते प्रदेश व कांगड़ा जिला को अनेक सौगातें दे चुके हैं। उन्होंने कांगड़ा जिला के इंदौरा में डेढ़ सौ करोड़ रुपये की सौगात देकर इंडस्ट्रियल पार्क खुलवाया। चाय बागवानों के लिए नेशनल टी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय मंजूर करवाया। कांगड़ा जिला के पालमपुर में वह सेरीकल्चर विस्तार केंद्र भी खुलवा चुके हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश को पासपोर्ट कार्यालय की सौगात भी दी है। इससे पहले प्रदेश के लोगों को पासपोर्ट बनाने के लिए चंडीगढ़ या अन्य जगह जाना पड़ता था। शिमला में कार्यालय खुलने के बाद से लाखों पासपोर्ट बन चुके हैं। आनंद शर्मा की यह प्रदेश को बड़ी देन है। उन्होंने पूरे राज्य में सड़क निर्माण, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट एवं अन्य विकास कार्यों के लिए करोड़ों रुपये की राशि सांसद निधि से प्रदान की है। आईआईटी मंडी का नींव पत्थर उन्होंने रखा है। आनंद शर्मा ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला, ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज नेरचौक व आईआईआईटी ऊना जिला को दिलाने में मदद की। केंद्रीय मंत्री रहते चंबा, नाहन व हमीरपुर मेडिकल कॉलेज दिलाने में भी उनका सहयोग रहा है। धर्माणी ने कहा, आनंद शर्मा ने यह विकास कार्य इसलिए नहीं किए कि उन्हें चुनाव लड़ना था। आनंद जी ने प्रदेश में विकास को और गति देने के लिए यह काम किए। उन्होंने अपनी राज्यसभा की सांसद निधि पूरे प्रदेश में वितरित की है। भाजपा के सांसद हिमाचल का विकास करवाने में पूरी तरह विफल रहे। आपदा में उन्होंने जनता का साथ नहीं दिया, न ही प्रधानमंत्री से विशेष राहत पैकेज मांगने की हिम्मत जुटा पाए। आनंद शर्मा जिस भी मंत्रालय में यूपीए सरकार में मंत्री रहे, उसमें सराहनीय कार्य किया। हिमाचल के जितने भी मंत्री केंद्र में रहे हैं, उनमें सबसे अधिक व बेहतरीन काम आनंद शर्मा ने किया है। भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री तो राजनीतिक रोटियां सेंकने में ही व्यस्त रहते हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आज शिमला पहुंचने पर मशोबरा स्थित कल्याणी हेलीपैड पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल तथा मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने स्वागत किया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, राष्ट्रपति के दौरे के लिए मिनिस्टर-इन-वेटिंग स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा, प्रधान सचिव सामान्य प्रशासन देवेश कुमार तथा प्रदेश सरकार एवं सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
शिमला: भाजपा की वरिष्ठ नेता, केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा एवं पर्यटन अजय भट्ट ने कसुम्पटी पन्ना प्रमुख सम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल देश की नहीं बल्कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता है और जब से वह प्रधानमंत्री बने हैं तब से देश का मान पूरे विश्व के मानचित्र बड़ा है। उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 तक विनाशकाल और 2014 से 2024 तक अमृतकाल रहा। जब देश में कांग्रेस की सरकार सत्ता में थी तब देश पीछे की ओर ही बढ़ा और जब से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बने हैं तब से देश तेज गति से आगे बढ़ा है। कांग्रेस सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल (2004-14) में देश की अर्थव्यवस्था से लेकर सड़क, रेल और विदेशी प्रयत्क्ष निवेश तक खस्ताहाल था, जबिक 2014 के बाद मोदी सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल में भारत, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से लेकर हर क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किया। कांग्रेस सरकार में स्टार्टअप की संख्या मात्र 350 थी, जबकि मोदी सरकार में स्टार्टअप की संख्या बढ़कर 1,17,257 हो गई। कांग्रेस सरकार में भारतीय अर्थव्यवस्था की गिनती फ्रेजाइल-5 में होती थी, जबकि मोदी सरकार में भारत, दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। उन्होंने कहा कि प्रगति के मामले में हिमाचल भी अछूता नहीं रहा। हिमाचल प्रदेश को एम्स, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, आईआईएम, पीजीआई सैटलाइट सेंटर, बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क, फोरलेन नेशनल हाईवे, रेणुका हाइड्रो प्रोजेक्ट, सुन्नी हाइड्रो प्रोजेक्ट और आईआईटी जैसे अनेकों सौगात मिली। हिमाचल प्रदेश में आपदा आई और उसके तुरंत बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के दो दौरे किए। इस दौरान हिमाचल प्रदेश को 1782 करोड रुपए आपदा राहत राशि के रूप में मिले पर इस राशि का भी हिमाचल की सरकार ने सदुपयोग नहीं किया आज तक इस राशि को भी पूर्ण रूप से खर्च नहीं गया है। आपदा राशि में भी भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद को बढ़ावा दिया गया, आज तक कभी भी हिमाचल प्रदेश में ऐसा नहीं हुआ। हिमाचल प्रदेश में यह पहली सरकार है जो कुप्रबंधन के लिए जानी जाएगी। इस अवसर पर भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप, प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन, पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज, रूप दास कश्यप, जिला अध्यक्ष प्रेम ठाकुर, पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप, बलबीर वर्मा उपस्थित रहे।
शिमला:- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के चार दिवसीय दौरे को लेकर आज मॉल रोड़ पर रिहरसल की गई। राष्ट्रपति निवास रिट्रीट से लेकर मॉल रोड़ तक गाड़ियों के काफ़िले के साथ रिहरसल की गई। राष्ट्रपति दौरे को लेकर शिमला शहर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। जहां से भी राष्ट्रपति का काफिला गुज़रेगा वह पर कड़ा सुरक्षा पहरा रहेगा। यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए भारी संख्या में जवानों की तैनाती की गई है। वहीं केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने भी मोर्चों संभाल लिया है। रिज व मॉलरोड़ पर भी पहरा बढ़ा दिया गया है। 1200 पुलिस अधिकारी और जवान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए गए हैं। राष्ट्रपति 4 मई काे शिमला दौरे पर आएंगी और 8 मई को वापिस लौट जाएगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पांच मई को कैंचमेंट एरिया कुफरी का दौरान करेंगी। छह मई को केंद्रीय विवि धर्मशाला के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। 7 मई को सुबह संकट मोचन और तारादेवी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगी। दोपहर बाद मॉलरोड और रिज मैदान में सैर करेंगी। शाम को गेयटी थियेटर में जाने का कार्यक्रम है। आठ मईको राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू दिल्ली लौटे जाएगी।
हिमाचल प्रदेश में 2023 में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगो की जान बचाने वाले पुलिस जवानों और इस दौरान लोगों तक खबरें पहुंचाने वाले मीडिया कर्मियों को जय हिंद फाउंडेशन और जर्नालिस्ट वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा सम्मान देकर उनके प्रोत्साहन को बढ़ावा देने पर हिमाचल प्रदेश के डीजीपी संजय कुंडू द्वारा तीनों सांगठनों के अध्यक्ष अर्शदीप सिँह समरको प्रशंसा पत्र प्रदान किया। 2023 में हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा का वह भयानक चेहरा कोई भी नहीं भूल पाया है। इस दौरान आपदा ने कई घरों को अपनी चपेट में लिया था जबकि कई घरों की चिराग हमेशा हमेशा के लिए बुझा दिए थे। इस बीच हिमाचल पुलिस के जवान और एसडीआरएफ ने अपनी जान जोखिम में डालकर कई लोगों की जान बचाई थी। इसके अलावा मीडिया कर्मियों ने भी मुश्किल से मुश्किल दौर में बेहतरीन रिपोर्टिंग कर कई मामले सरकार और आम जनता के ध्यान में लाए थे। इन तमाम बातों को मद्देनज़र रखते हुए जय हिंद फाउंडेशन ने उन योद्धाओं के लिए योद्धा सम्मान समारोह आयोजित किया था। इस समारोह का उद्देश्य जवानों में और अधिक उत्साह भरना और उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कामों को आम जनता तक पहुंचाना था। जय हिंद फाऊंडेशन समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता रहा है। किसी को देखते हुए हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशासन ने जय हिंद फाऊंडेशन को प्रशंसा पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर जय हिंद फाउंडेशन के अध्यक्ष अर्शदीप सिँह समर ने राज्य के डीजीपी संजय कुंडू का आभार प्रकट किया। अर्शदीप समर ने कहा कि आपदा का वक्त बेहद मुश्किलों भरा रहा। इस मुश्किल दौर में भी पुलिस और मीडियाकर्मियों ने अपनी जान हथेली में रखकर लोगों तक खबरें पहुंचाने का बखूबी काम किया था। इससे न केवल आपदा में आए संकट को कम करने में मदद मिली, बल्कि कई लोगों की जान भी बचाई जा सकी। उन्होंने बताया कि आपदा के दौरान पुलिस एसडीआरफ के जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना काम किया था जिसको देखते हुए जय हिन्द फाउंडेशन ने ऐसे महान योद्धाओं को सम्मान देने के लिए गेयटी थिएटर में सम्मान समारोह का आयोजन किया था और ऐसे जवानों का हौसला अफजाई करने का प्रयास किया गया था। उन्होंने जनहित और देश हित लोगों को प्रोत्साहन दे दिया है और यह काम आगे भी जारी रहेगा। इस थेरे एनी इनफॉरमेशन के उपाध्यक्ष रितेश मोहिंद्रा, उपाध्यक्ष मोहित प्रेम शर्मा और महासचिव तपिन मल्होत्रा भी खास तौर पर मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) द्वारा राज्य, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण संस्थान के सहयोग से प्राकृतिक आपदाओं और आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में आपदा जोखिम प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यहां पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यशाला का उद्देश्य स्वास्थ्य जोखिमों को कम करने और संकट के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान से लैस करना है। कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुए स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. गोपाल बेरी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा की स्थिति में घायलों को बेहतर ईलाज की सुविधा प्रदान करने के लिए अस्पतालों में अधोसंरचना को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। उन्होंने आपदा प्रबंधन योजनाओं और तैयारियों को लागू करने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने समस्त प्रतिभागी स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम के पूरा होने के बाद सुरक्षा संस्कृति का प्रचार करने का आग्रह किया। इसके अलावा, उन्होंने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से आपदा प्रबंधन को अस्पताल संचालन और पाठ्यक्रम में एकीकृत करने पर भी बल दिया। प्रतिभागियों में राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान और क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रशिक्षण केंद्र के संकाय सदस्य और अधिकारी, शिमला, सोलन और बिलासपुर जिलों के आपदा प्रबंधन के नोडल अधिकारी शामिल थे। कार्यशाला के दौरान उपस्थित लोग हेल्थकेयर सुविधा तैयारी योजना (एचडीएमपी), आपदा प्रबंधन में स्वास्थ्य देखभाल प्रशासकों की भूमिका, आपदा प्रबंधन योजनाओं (डीएमपी) की तैयारी, आपूर्ति श्रृंखला और रसद प्रबंधन, और स्वास्थ्य सुविधाओं पर ट्राइएज जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेंगे। इसके बाद अग्निशमन और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के विशेषज्ञों द्वारा भूकंप, बाढ़ या आग के परिदृश्यों से जुड़े सिमुलेशन अभ्यास की सुविधा प्रदान की जाएगी। कार्यशाला के दौरान आपदा तैयारियों के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग पर भी प्रकाश डाला जाएगा जिसमें रोग निगरानी के लिए रिमोट सेंसिंग और जीआईएस तकनीक शामिल हैं। इसके अलावा आपात स्थिति के दौरान मातृ एवं नवजात स्वास्थ्य और बाल स्वास्थ्य पर चर्चा विभिन्न संगठनों के विशेषज्ञों द्वारा की जाएगी। 3 मई, 2024 को कार्यशाला का समापन आपदा और आपातकालीन स्थितियों में पोषण और जल स्वच्छता और स्वच्छता (डब्ल्यूएएसएच) पर सत्रों के साथ होगा। कार्यशाला का व्यापक लक्ष्य स्वास्थ्य देखभाल व्यवसायियों, आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है ताकि आपदाओं और आपातकालीन स्थितियों का प्रभावी ढंग से सामना करने और प्रतिक्रिया करने में सक्षम लचीली स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों का निर्माण किया जा सके। कार्यशाला के शुभारम्भ अवसर पर एसआईएच एंड एफडब्ल्यू के प्रिंसिपल डॉ. अजय कुमार दत्ता और पद्मश्री डॉ. ओमेश भारती सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए।
1. कामक्षी शर्मा, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, 494 1. छाया चौहान, सनोवर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, 494 2. श्रुति शर्मा, एसडी पब्लिक स्कूल हमीरपुर, 492 3. ऐंजल, मिनर्वा सीनियर सकेंडरी स्कूल घुमारवीं, 491 3. पियूष ठाकुर, हिम अकैडमी पब्लिक स्कूल हीरानगर हमीरपुर, 491 4. पलक ठाकुर, एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल अनंत नगर टटाहर, 490 4. अर्षिता, डीएवी सीनियर सकेंडरी स्कूल ऊना, 490 4. अर्पिता राणा, एसटी डीआर पब्लिकक सीनियर सकेंडरी स्कूल गगरेट, 490 4. शाव्या, राजकीय सीनियर सकेंडरी स्कूल जसूर, 490 5. ध्रुव शर्मा, गुरुकुल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल पक्का परोह बंब, 489 5. आरूही, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, 489 6. अदरिजा गौतम, हिमालयन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल चुवाड़ी, 488 6. आदित महाजन, द न्यू हीरा स्कूल आफ साईंसिज छतड़ी, 488 6. श्रद्धा, स्वामी विवेकानंद सीनियर सकेंडरी स्कूल रामनगर, 488 6. गुरप्रीत कौर, राजकीय एसएम माडल सीनियर सकेंडरी स्कूल इंदौरा, 488 7. शिवानगी शर्मा, हिमालयन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल पपरोला, 487 7. दिव्यांश अग्रवाल, आदर्श विद्या निकेतन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल नाहन, 487 7. शिवम, हिम अकैडमी पब्लिक स्कूल हीरानगर हमीरपुर, 487 7. गीतांश शर्मा, राजकीय छात्र सीनियर सकेंडरी स्कूल चंबा, 487 7. ईशा ठाकुर, डीएवी सीनियर सकेंडरी स्कूल ऊना, 487 8. मनोरमा, सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सकेंडरी स्कूल महाजन बाजार मंडी, 486 8. शालिनी, राजकीय छात्रा सीनियर सकेंडरी स्कूल नादौन, 486 8. रिधम कटोच, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, 486 8. समृद्धि, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, 486 8. कार्तिक शर्मा, राजकीय माडल सीनियर सकेंडरी स्कूल मुबारिकपुर, 486 8. कोमल, अंश राजकीय सीनियर सकेंडरी स्कूल बधेरा राजपूतान, 486 9. वंशिका सोहल, एसटी डीआर पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल गगरेट, 485 9. अंशिका राय, द मैगनेट पब्लिक स्कूल हमीरपुर, 485 9. कल्पना राणा, न्यू गुरुकुल पब्लिक स्कूल गोपालनगर, 485 9. तुषार ठाकुर, द न्यू ईरा स्कूल आफ साईसिंस छतड़ी, 485 9. कोमल कुमारी, सुपर मैगनेट सीनियर सकेंडरी स्कूल प्रतापनगर हमीरपुर, 485 9. वंशिता, राजकीय छात्रा सीनियर सकेंडरी स्कूल नादौन, 485 9. अनुप्रीति कटोच, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, 485 9. मृदुल आहलूवालिया, सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सकेंडरी स्कूल महाजन बाजार मंडी, 485 10. तनु, राजकीय सीनियर सकेंडरी स्कूल सनाही, 484 10. चिंतन, राजकीय सीनिसर सकेंडरी स्कूल शिला घराट, 484 10. आरूषि ठाकुर, एसटी डीआर पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल गगरेट, 484 10. भावना, राजकीय माडल सीनियर सकेंडरी स्कूल घनाहाटी, 484 10. ईशा शर्मा, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, 484 10. अमन कुमार, संचेतना पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल आवाहदेवी हमीरपुर, 484 10. वैशाली शर्मा, करियर अकैडमी सीनियर सकेंडरी स्कूल नाहन सिरमौर, 484
रोड सेफटी व उत्कृष्ट सेवाओं के लिए एसएचओ रक्कड गुरदेव सिंह को पुरस्कार से नवाजा गया है । थाना प्रभारी गुरदेव सिंह को यह पुरुस्कार शिमला में हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा आयोजित रोड़ सेफ्टी अवार्ड सेरेमनी में महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। थाना प्रभारी गुरदेव सिंह ने वर्ष 2023 में प्रदेश में आई आपदा व अपने क्षेत्र मे रोड सेफटी व दुर्घटनाओं पर लगाम कसने पर बेहतरीन कार्य किया है ।
कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार ने कहा है कि पिछले दस वर्षों से केंद्र में भाजपा के नेतृत्व में जुमलों की सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसानों से उनकी आय को दोगुना करने का वादा किया था लेकिन यह बात जुमला सिद्ध हो चुकी है। भाजपा ने किसानों की आय को दोगुना करना तो दूर, बल्कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क़ानून बनाने की मांग कर रहे किसानों की आवाज़ को बलपूर्वक कुचलने का प्रयास किया और आंदोलन कर रहे 50 से अधिक किसानों की हत्या की गई। चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ रही है। राज्य सरकार ने गाय के दूध में 13 रुपए की ऐतिहासिक वृद्धि करते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य 45 रुपए कर दिया है, जबकि भैंस के दूध का ख़रीद मूल्य बढ़ाकर 55 रुपए प्रति लीटर किया गया है। उन्होंने कहा कि दूध की ख़रीद पर किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य देने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बना है। इसके साथ ही मनरेगा मज़दूरी में 60 रुपए की ऐतिहासिक बढ़ौतरी की तथा प्राकृतिक खेती से उत्पादित गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40 रुपए तथा मक्की का रेट 30 रुपए तय किया गया है। उन्होंने कहा कि पशु पालकों की आय को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार जिला कांगड़ा के ढगवार में 1 लाख 50 हजार लीटर प्रतिदिन की क्षमता का दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित कर रही है, जिसकी क्षमता 3 लाख लीटर प्रतिदिन तक बढ़ाई जा सकती है। यह संयंत्र पूरी तरह से स्वचालित होगा जिस पर 226 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च की जाएगी। उन्होंने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या को देखते हुए वर्तमान राज्य सरकार ने निजी गौ-सदनों में आश्रित गौवंश के लिए दिए जाने वाले अनुदान 700 रुपए को बढ़ाकर 1200 किया गया है। चौधरी चंद्र कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के निरंतर प्रयास कर रही है, क्योंकि गाँव को आत्मनिर्भर बनाकर ही प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह वर्तमान राज्य सरकार की इच्छाशक्ति का प्रतीक है कि कृषि को स्वरोज़गार के रूप में प्रोत्साहित करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त कृषि को आधुनिक तकनीक से जोड़कर किसानों की आय को बढ़ाना का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। कृषि मंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के यह सभी प्रयास किसान की आय को बढ़ाने व ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होंगे।
**सीएम सुक्खू,प्रतिभा सिंह और संजय अवस्थी भी रहेंगे मौजूद शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी 13 मई को सुबह 11 बजे शिमला में नामांकन भरेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष संजय अवस्थी भी मौजूद रहेंगे। नामांकन के बाद चौड़ा मैदान में जनसभा भी करेंगे। विनोद सुल्तानपुरी शिमला संसदीय क्षेत्र के सोलन जिला के कसौली से विधायक हैं। वह पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं। शिमला लोकसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा पहले से ही रहा है हां ये बात भी है कि पिछले 10 वर्षों से यह सीट भाजपा के कब्जे में है। विनोद सुल्तानपुरी के पिता स्वर्गीय केडी सुल्तानपुरी ने इस लोकसभा सीट पर ऐसा दुर्ग बनाया जिसे उनके चुनाव मैदान में रहते कोई भेद नहीं पाया। वह लगातार छह बार यहां से विजयी रहे। उनके लगातार जीत के रिकार्ड को कोई नहीं तोड़ पाया है। इस बार कांग्रेस ने सुल्तानपुरी पर दांव खेला है। क्या इस बार विनोद सुल्तानपुरी अपने पिता की तरह यहाँ परफॉर्म कर पाते हैं या नहीं ये देखना रोचक होगा।
सेना भर्ती कार्यालय, शिमला से सोमवार को 69 नए भर्ती अग्निवीर ट्रेनिंग सेंटरों के लिए रवाना हो गए I छह महीने तक इन जवानों को कड़ी मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद वह भारतीय सेना के अग्निवीर कहलाए जायेंगे I सेना भर्ती कार्यालय, शिमला के भर्ती निदेशक, कर्नल पुष्विंदर कौर ने बताया कि 01 मई से पहले इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगाI 2 मई से सभी अग्निवीरों की ट्रेनिंग शुरू होगी I उन्होंने बताया कि इस साल भर्ती कार्यालय शिमला से 432 अग्निवीर चयनित हो चुके है और उन्हें निर्धारित अनुसूची अनुसार ट्रेनिंग के लिए रवाना किया जाएगा I भर्ती कार्यालय से विदाई करते वक्त उन्होंने अग्निवीरों इस उपलब्धी के लिए बधाई दी और सूचित किया की सभी अपना ट्रेनिंग पूरी निष्ठा तथा लगन से पूरा करेंगे और भविष्य में अपने माता पिता तथा अपने कौर का नाम अभिमान से ऊँचा करेंगे।
कांग्रेस वॉर रूम के सह अध्यक्ष महेश्वर सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है जबकि भाजपा मुद्दाविहीन है। इसी कारण भाजपा ने प्रचार जा स्तर गिरा दिया है। उन्होंने कहा कि अभी कांग्रेस ने दो ही प्रत्याशी मैदान में उतारे है उससे भाजपा के छक्के छूट गए हैं जब बाकी प्रत्याशी मैदान में उतरेंगे उस समय क्या होगा।कहा कि भाजपा ने प्रदेश में सरकार गिराने का असफल प्रयास जो किया उससे भाजपा का असली चेहरा जनता के समक्ष आ गया है। इसी कारण बीजेपी का प्रचार निम्न स्तर का हो गया है। यहां बयानबाजी का स्तर भी गिर चुका है जिस प्रकार कंगना ने कांग्रेस के प्रत्याशी को पप्पू की संज्ञा दी रहे हैं उन्हें मालूम नहीं कि विक्रमादित्य सिंह पप्पू नही कांग्रेस का ब्रह्मास्त्र हैं। मुख्यमंत्री व उप मुख्यमंत्री ने इस ब्रह्मास्त्र को चलाया है। इसका आकलन भाजपा हार के बाद ही करेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी का प्रचार निम्न स्तर का है जहां हुड़दंगियों ने पूर्व मुख्यमंत्री को भी प्रचार के दौरान गिरा दिया। ऐसा लगा कि कार्यकर्ता प्रचार नही हुड़दंगी कर रहे हैं। वहीं उन्होंने कंगना पर निशाना साधते हुए कहा कि त्रासदी के समय कंगना थी यहां तक कि भाजपा ने भी आपदा के समय कांग्रेस के संकल्प का विरोध किया। भाजपा ने केवल प्रदेश में अराजकता का माहौल फैलाया है और जनता को मिलने वाली योजनाओं का विरोध किया है।
1500 रुपए पेंशन रुकवाने बार-बार चुनाव आयोग क्यों जा रही भाजपाः जैनब **भाजपा महिलाओं का सशक्तिकरण बर्दाश्त नहीं कर पा रही हिमाचल प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष जैनब चंदेल ने भाजपा पर महिला विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा महिलाओं का सशक्तिकरण बर्दाश्त नहीं पा रही है, इसलिए महिलाओं को 1500 रुपए पेंशन प्रदान करने में अड़ंगे लगा रही है और बार-बार चुनाव आयोग के पास जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने अपने चुनावी गारंटी को पूरा करते हुए महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए पेंशन प्रदान करने के लिए इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि आरंभ की है। लेकिन पहले से जारी एक योजना को भाजपा नेता चुनाव आचार संहिता की आड़ में रुकवाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ महिला हितैषी होने का ढोंग रचती है, जबकि विपक्षी दल पूरी तरह से महिला शक्ति का विरोधी है। भाजपा चुनावों में वोट लेने के अलावा महिलाओं के लिए कुछ नहीं करती। जैनब चंदेल ने कहा कि भाजपा 1500 रुपये पेंशन रुकवाने का जितना मर्जी विरोध कर ले, लेकिन यह राशि अप्रैल 2024 से महिलाओं को मिलकर रहेगी। लाहौल व स्पीति जिला की लाभार्थी महिलाओं को 1500 रुपए पेंशन दी जा रही है और प्रदेश के अन्य जिलों की महिलाओं को भी पहली अप्रैल 2024 से इस योजना का लाभ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कैबिनेट बैठक में योजना को पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए 800 करोड़ रुपये का बजट भी मंजूर किया है तथा योजना को पहली अप्रैल से लागू करने की अधिसूचना तक जारी हो चुकी है। बावजूद इसके भाजपा बार-बार चुनाव आयोग पहुंचकर योजना पर रोक लगवाने की मांग कर रही है, जो उनके महिला विरोधी होने का स्पष्ट प्रमाण है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं की असलियत हिमाचल प्रदेश की महिलाओं के सामने आ चुकी है और महिला शक्ति चुनावों में भाजपा को कड़ा सबक सिखाने के लिए तैयार बैठी है। जैनब चंदेल ने कहा कि इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना महिलाओं के जीवन मे बड़ा परिवर्तन लाएगी। उन्हें 18000 रुपये सालाना मिलेंगे, जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी और भाजपा को यह बात हज़म नहीं हो रही है।
**1500 पेंशन के साथ-साथ बेटियों को दिया बेटों के बराबर अधिकार **एकल नारी और विधवाओं के कल्याण के लिए राज्य सरकार लाई अनेकों योजनाएँ वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. धनी राम शांडिल ने आज यहां जारी एक प्रेस वक्तव्य में कहा कि वर्तमान प्रदेश कांग्रेस सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में वर्तमान राज्य सरकार ने अनेकों योजनाएँ आरंभ कर उन्हें धरातल पर उतारा है ताकि उन्हें समाज में सशक्त बनाया जा सके तथा वे अपना सम्मानजनक जीवन यापन कर सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपना चुनावी वादा निभाते हुए 18 वर्ष से अधिक की आयु की लड़कियों एवं महिलाओं के लिए इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना आरम्भ की है जिसके तहत प्रत्येक पात्र को 1500 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जा रहे हैं। योजना के अंतर्गत फार्म भरने का कार्य शुरू किया गया है तथा महिलाओं को इसका लाभ मिलना आरंभ हो चुका है। भाजपा प्रदेश की महिलाओं को उनके अधिकार से वंचित करने के लिए बार-बार चुनाव आयोग जा रही है और पेंशन में रोड़े अटका रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2.42 लाख महिलाओं को 1000 या 1150 रुपये मासिक सामाजिक सुरक्षा पेंशन मिल रही थी, जिसे वर्तमान प्रदेश सरकार ने बढ़ाकर 1500 रुपये कर दिया है तथा उन्हें यह राशि मिलना भी शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने विधवा पुनर्विवाह योजना के अन्तर्गत दी जाने वाली सहायता राशि 65 हज़ार रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये की। डा. धनी राम शांडिल ने कहा कि पुलिस भर्ती में लड़कियों के लिए आरक्षण को 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत किया गया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सीलिंग लैंड होल्डिंग एक्ट, 1972 में परिवार में पुत्र को अलग इकाई माना गया था तथा लड़कियों को अलग इकाई मानने से वंचित रखा गया। परन्तु वर्तमान प्रदेश सरकार ने इस एक्ट में संशोधन कर बेटियों को अलग इकाई बनाया तथा उनके साथ हो रहे भेदभाव को समाप्त किया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने इंदिरा गांधी बालिका सुरक्षा योजना के तहत एक बेटी के बाद परिवार नियोजन अपनाने वाले परिवार को मिलने वाली 35 हज़ार रुपए की प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर दो लाख रुपए तथा दो बेटियों के बाद परिवार नियोजन पर मिलने वाली 25 हज़ार रुपए की राशि एक लाख रुपए करने का निर्णय लिया है। डा. धनी राम शांडिल ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा प्रदेश में मुख्यमंत्री सुख-शिक्षा योजना आरम्भ की जा रही है, जिसके तहत विधवाओं के 27 साल तक के बच्चों की शिक्षा पर होने वाला खर्च प्रदेश सरकार वहन करेगी। विधवा, निराश्रित, तलाकशुदा और अक्षम माता-पिता के सभी पात्र बच्चों को 18 वर्ष की आयु तक एक हज़ार रुपये प्रतिमाह जमा किए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमन्त्री विधवा एवम् एकल नारी आवास योजना के तहत गृह निर्माण की राशि 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये की जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी सहायिका, आशा वर्कर, मिड डे मील वर्कर्ज तथा सिलाई अध्यापिकाओं का मानदेय बढ़ाया है।
विक्रमादित्य स्पष्ट करें क्यों दिया था मंत्रिपद से इस्तीफा: राकेश जम्वाल **राकेश जम्वाल बोले कांग्रेस डूबता जहाज,नेता छोड़ रहे पार्टी ** CM के बयान पर भाजपा का पलटवार लोकसभा और छः विधानसभा चुनाव को लेकर जहां मुख्य राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है वहीं आरोप प्रत्यारोप की राजनीति भी अपने चरम पर पहुंच गई है। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता व विधायक राकेश जम्वाल ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस एक डूबता हुआ जहाज है। उन्होंने कहा कि उनके नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहे हैं।आज AICC के सचिव तजिंदर बिट्टू ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा ने अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए है वहीं कांग्रेस प्रत्याशियों का चयन नही कर पा रही है। वहीं राकेश जम्वाल ने मंडी से कांग्रेस प्रत्याशी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बड़ी बड़ी बातें करते है कि वह मंडी से जितने के बाद जनता के मुद्दे केंद्र में उठाएंगे लेकिन पहले उस राज से पर्दा उठाएं कि उन्होंने मंत्रिपद से इस्तीफा क्यों दिया। यह रहस्य आज तक रहस्य बना हुआ है।यहां तक कि प्रतिभा सिंह ने भी चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।प्रतिभा सिंह ने अपने बयान में कहा था कि कार्यकर्ता नाराज हैं और सांसद निधि से चुनाव नही लड़ा जा सकता। मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि विक्रमादित्य जिस प्रकार कि मंडी से भाजपा प्रत्याशी कंगना रणौत पर टिप्पणी कर रहें है कि की वह क्या खाती हैं क्या पहनती है तो यह बता दें कि विक्रमादित्य सिंह को विरासत में राजनीति मिली है संघर्ष से नही जबकि कंगना ने संघर्ष से अपना नाम बनाया है।उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य सिंह व्यक्तिगत टिप्पणी की बजाय मुद्दों पर चुनाव लड़ें।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने आज यहां आवश्यक सेवाओं की श्रेणी के विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आगामी लोकसभा और विधानसभा उप-चुनावों के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा वर्गीकृत आवश्यक सेवाओं में तैनात व्यक्ति अनुपस्थित मतदाताओं के रूप में पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान करने के लिए पात्र होंगे। इस सुविधा के लिए आवश्यक सेवाओं में तैनात व्यक्तियों को नोडल अधिकारियों द्वारा प्रमाणित किया जाना आवश्यक होगा कि मतदान के दिन वे डयूटी पर तैनात हैं। इस सुविधा के लिए उन्हें संबंधित सहायक रिटर्निंग अधिकारी को 12 मई, 2024 तक फार्म 12डी जमा करवाना होगा। उन्होंने कहा कि इस श्रेणियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ और एम्बुलेंस सेवाएं, अग्निशमन विभाग के आवश्यक डयूटी कर्मचारी, लम्बे रूटों पर तैनात चालक और परिचालक, दुग्ध प्रसंघ और सहकारी समितियों के दूध आपूर्ति सेवा में तैनात कर्मचारी, मीडियाकर्मी, पंप ऑपरेटर और टर्नर, इलेक्ट्रीशियन और लाइन-मैन के अलावा आवश्यक सेवा पर तैनात जेल कर्मचारी भी शामिल हैं जिन्हें पहली मर्तबा आवश्यक सेवाओं के तहत लाया गया है। इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि इन श्रेणियों के अधिकारियों व कर्मचारियों को फार्म 12-डी भरना होगा और नोडल अधिकारी फार्म के भाग-2 में अपना प्रमाण पत्र भी देंगे। नोडल अधिकारी इसे संबंधित रिटर्निंग अधिकारी या सहायक रिटर्निंग अधिकारी को प्रेषित करेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि अनुपस्थित मतदाताओं को फार्म पर हस्ताक्षर और मोबाइल नम्बर लिखना अनिवार्य होगा जिसे पोस्टल बैलेट सेंटर पर तैनात राजपत्रित अधिकारी सत्यापित करेंगे। पोस्टल बैलेट सेंटर प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में निर्धारित तीन दिन तक खोले जाएंगे। पोस्टल बैलेट सेंटर के अलावा इस प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूर्ण करने के लिए विशेष सहायक रिटर्निंग आफिसर को नामित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवाओं में तैनात सभी व्यक्ति, जिन्होंने डाक मतपत्र श्रेणी के लिए आवेदन किया है, उन्हें पीवीसी स्थल के पूरे पते, तिथि और समय के बारे में एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब मतदाता का पीवीसी में मतदान करने के लिए आवेदन स्वीकृत हो जाता है और किसी कारणवश वह पीवीसी में मतदान के लिए उपस्थित नहीं हो पाता है ऐसी स्थिति में उसे डाक मतपत्र भी नहीं भेजे जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि अनुपस्थित मतदाता आवेदन स्वीकृत होने के बाद पीवीसी के अलावा और कहीं पर भी मतदान नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि जिन विभागों ने राज्य नोडल अधिकारी और जिला नोडल अधिकारी नियुक्त नहीं किए हैं, वे शीघ्र उनकी नियुक्ति सुनिश्चित कर निर्वाचन विभाग को सूचित करें।उन्होंने कहा कि विगत विधानसभा चुनाव-2022 में आवश्यक सेवाओं में तैनात व्यक्तियों के लिए 1181 पोस्टल बैलेट जारी किए गए थे, जिसमें से 872 पोस्टल बैलेट प्राप्त हुए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी दलीप नेगी, संबंधित विभागों के अधिकारी और राज्य नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज प्रदेशवासियों को दुर्गा अष्टमी की शुभकामनाएं दी और राज्य की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। अपने शुभ कामना संदेश में उन्होंने कहा कि यह त्योहार हम सभी को सत्य के पथ पर चलने और बुराइयों पर विजय प्राप्त करने का संदेश देता है। इस पावन अवसर पर राजभवन में फलाहार ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इससे पहले, राज्यपाल और लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल ने सुबह शिमला के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल काली बाड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की और भक्तों को प्रसाद भी वितरित किया।
प्रदेश में 77वां हिमाचल दिवस आज हर्षाेल्लास व उत्साह के साथ मनाया गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान में राज्य स्तरीय हिमाचल दिवस समारोह की अध्यक्षता की तथा राष्ट्रीय ध्वज फहराया और मार्च पास्ट की सलामी ली। इस अवसर पर परेड कमांडर, आईपीएस अभिषेक के नेतृत्व में राज्य पुलिस, होमगार्ड, भारत स्काउट्स एवं गाइड्स तथा एनसीसी कैडेटों की टुकड़ियों द्वारा भव्य मार्च पास्ट प्रस्तुत किया गया। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू भी इस अवसर पर उपस्थित थे। प्रदेशवासियों को हिमाचल दिवस की बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि यह खूबसूरत राज्य 15 अप्रैल, 1948 को 30 छोटी-बड़ी पहाड़ी रियासतों के विलय के साथ अस्तित्व में आया था। राज्य की समृद्ध संस्कृति, उच्च परम्पराएं और असीम प्राकृतिक सौंदर्य, देवभूमि की विशिष्ट पहचान है। राज्य की वास्तविक शक्ति यहां के ईमानदार, कर्मठ और विकासशील लोग हैं तथा यहां शांतिपूर्ण वातावरण व सामाजिक सौहार्द है, जो इस पहाड़ी राज्य को दूसरों से अलग बनाता है। राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य के अस्तित्व में आने के बाद इस छोटे से पहाड़ी प्रदेश ने तेजी से विकास का सफर तय किया। कठिन भौगोलिक परिस्थितियां, दुर्गम क्षेत्र और अन्य जटिलताएं भी यहां के मेहनतकश लोगों के साहस को कम नहीं कर पाईं। प्रदेशवासियों ने राज्य को उन ऊंचाइयों तक पहुंचाया जो दूसरों के लिए एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों से विकास के सफर की शुरुआत करने के बाद आज हिमाचल देश भर में पहाड़ी राज्यों के विकास का आदर्श प्रस्तुत कर रहा है। इसका श्रेय यहां के ईमानदार लोगों को जाता है जिन्होंने अपनी निष्ठा और लग्न से प्रदेश को विकास के इस आयाम तक पहुंचाया है। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रदेशवासी भविष्य में भी इसी उत्साह के साथ राज्य को प्रगति के पथ पर अग्रसर रखने में सदैव प्रयासरत रहेंगे। श्री शुक्ल ने कहा कि युवा ही राष्ट्र की असली संपत्ति हैं, जो देश को विकास के पथ पर आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने युवाओं मेें बढ़ते नशे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थिति समाज के लिए एक गंभीर खतरा है। इस सामाजिक बुराई के खिलाफ हमें मिलकर काम करना चाहिए। इसके लिए, शिक्षण संस्थान, समाज के सभी वर्ग और युवाओें को जोड़कर एक प्रभावी संदेश देना होगा ताकि उनकी ऊर्जा व सामर्थ्य का राष्ट्र निर्माण में सदुपयोग हो सके। उन्होंने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे इस सामाजिक बुराई के खिलाफ मजबूती से पहल करें और प्रदेश को और सशक्त बनाने में योगदान दें। इस अवसर पर, राज्यपाल ने प्रदेश के उन महान सपूतों के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने हिमाचल प्रदेश के विकास में योगदान दिया है। उन्होंने राज्य के महान स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्र के लिए सर्वाेच्च बलिदान देने वाले शहीदों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री शुक्ल ने सभी नागरिकों से आगामी चुनाव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील भी की। उन्होंने विश्वास जताया कि वे भारत के संविधान के आदर्शों और मूल्यों को मजबूत करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। स्वास्थ्य मंत्री (कर्नल) धनी राम शांडिल, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, पुलिस महानिदेशक संजय कुण्डू, प्रधान सचिव, सचिव सहित प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
गद्दी छात्र कल्याण संघ हि.प्र. द्वारा आज बसोआ के अवसर पर खीर व पिंदड़ी का वितरण किया गया। गद्दी समाज में बसोआ त्योहार विशेष रूप से बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह बैसाख-सक्रांति का त्यौहार है। नए वर्ष के नए त्योहार के लिए सम्पूर्ण तैयारियां पूर्ण कर ली जाती है। कुछ दिन पूर्व कोदरे के आटे को देसी ‘घराट’(चक्की) पर पीसकर बसोआ के दो दिन पूर्व एक कड़ाही या पात्र में उबले हुए पानी में कोदरे का आटा डाल दिया जाता है और कुछ समय के लिए उस आटे को गर्म पानी में रखा जाता है जब तक पककर घुल न जाएँ। फिर उस आटे को कुनाले(परात) में थोड़ी मात्रा में गेहूं का आटा डालकर गुंथा जाता है और उसे किसी टोकरी में ऐरे(एक पौधा)या कैथ, अखरोट या बुरांश की पत्तियों की तह में बिछा दिया जाता है। इस आटे की गोल-गोल, किन्तु पिचकी हुई पिनियाँ बनाई जाती हैं और उन पिन्नियों को पत्तों से ढक दिया जाता है। टोकरी की हर तह पूरी होने पर उसमें खट्टी छाछ की बौछारें छोड़ी जाती है।"बसोआ " दिवस के अवसर पर उक्त टोकरी को खोलकर देखने पर उनमें कुछ सफेदी छा गई होती है। अतः सक्रांति के दिन परिवार के समस्त लोग नहा-धोकर सगे-सम्बन्धियों तथा बहन-बेटियों को बुलाते हैं तथा इन्हें अपने प्रयोग करने से पूर्व सर्वप्रथम पितरों के निमित्त अर्पित किए जाते हैं उसके पश्चात परिवार के समस्त सदस्य शहद या गुड़ के पानी के साथ बड़े चाव से खाते हैं। इस त्योहार के पूर्व घर के आँगन में गद्दी युवतियाँ और महिलाएँ समूह में एकत्रित होकर रात भर ‘बसोआ’ तथा ‘घुरैई’ गायन की अनुगूँज से सारे वातावरण को भाव-विभोर करती हैं।"बसोआ"वाले दिन विवाहित बेटियाँ अपने मायके जाने की प्रतीक्षा में रहती हैं। इस दिन सभी बहनें अपने मायके पहुँचकर अपने सम्बन्धियों से गले मिलते हुए कुशल-क्षेम पूछती हैं। शाम के समय समस्त बेटियाँ एकत्रित होकर ‘पिंदड़ी’ के लोक गाने गाकर एक दुःखी बहन की दुःखद गाथा को गाती हैं जिसके मर्म में किसी लड़की के ससुराल वालों से मिलने वाली यातनाओं का दिग्दर्शन होता है। गद्दी छात्र कल्याण संघ हिमाचल प्रदेश की कार्यकारिणी द्वारा समस्त प्रदेश वासियों को बसोआ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।
देश की राजधानी दिल्ली से आए हिमाचल की राजधानी शिमला में एक शिष्टमंडल ने शिमला में रह रहे उत्तराखंडियों के साथ मुलाकात की। यह मुलाकात शिमला के रामनगर स्थित गढ़वाल सभा भवन में हुई। दिल्ली से आए शिष्टमंडल में करीब 15 लोग शामिल थे। दिल्ली से आए इन लोगों ने गढ़वाल सभा भवन देखा और शिमला में रह रहे उत्तराखंडियों को गढ़वाली और कुमाऊंनी बोली के साथ जुड़ाव रखने के लिए प्रेरित किया। दिल्ली से आए गढ़वाल हितैषी सभा के आजीवन सदस्य विनोद बछेती ने बताया कि वे दिल्ली में हर रविवार को उत्तराखंड से संबंध रखने वाले बच्चों को गढ़वाली और कुमाऊंनी बोली सिखाते हैं। साल 2012 से 46 जगहों पर बोली सीखने की यह कक्षाएं चलाई जाती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली में मूल रूप से उत्तराखंड से संबंध रखने वाले लोगों की संख्या करीब 55 लाख है और उत्तराखंड के लोगों की 426 संस्थाएं भी हैं। उन्होंने शिमला में रह रहे उत्तराखंड के लोगों से भी आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को गढ़वाली और कुमाऊंनी बोली सिखाएं. बच्चे हिंदी और अंग्रेजी भाषा के साथ अपनी बोली को भी सीखकर बातचीत करें। यह समाज के विकास के लिए बहुत जरूरी है। इस दौरान मेरू पहाड़ फाउंडेशन से जुड़े हरीश चंद्र, अमन, देवेंद्र, हरीश बिष्ट, सोनू भट्ट, डॉ. धर्मा रावत, महिपाल नेगी, दिगपाल रावत, अमित, डॉ. प्रेम देवली, प्रो. दयाल सिंह पंवार और हरीश शामिल थे। दिल्ली से आए इस शिष्ट मंडल का राजेंद्र भट्ट, माधव राणा, विनोद, राकेश बिष्ट, सुधाकर थपलियाल, देवेंद्र भट्ट, महेश्वरी कठैत, शीला डोभाल, जयंती नेगी, हेमा रावत, विमला भट्ट, यशोदा ढौंडियाल और भारती नेगी ने स्वागत किया।
आज राजकीय दन्त महाविद्यालय एव चिकित्सालय मे जाइगोमेटिक और टेरीगवाइड इम्पलान्टस के विषय मे एक कार्यशाला का आयोजन किया गया इसमें मुख्य वक्ता डॉ राघव ने दान्तो ओर मुंह की उस विकृति जिसमे जबडे की हडडी गल गइ हो उसमे डेन्टल इम्पलांट प्रत्यारोपण करके कैसे ठीक किया जाता हे यह बताया। दन्त महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ आशु गुप्ता ने इस कार्यशाला के लिए शुभ कामनाये दी। इसमें 14 प्रध्यापक 6 स्नातोकतर और 25 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया जिसमें उन्होने इम्पलांट के बारे में नइ तकनीक की विस्तृत जानकारी दी, एवं अतिथियों का सम्मान व स्वागत किया। सबसे पहले जायेगोमटिक इम्पलांट 1998 में प्रोफेसर ब्रेन मार्क ने शुरू किये थे ओर इसका प्रयोग पूरे विषव मे किया जाता है। इस कार्यक्रम को आयोजित करने मे दन्त चिकित्यालय के नोडल आफिसर डॉ मोनिका परमार ने अपना सहयोग दिया। इस कार्यशाला को इम्पलांटस स्वस कम्पनी ने प्रायोजित किया। श्री अनील मिस रिया और श्री रोहित जम्वाल और श्री संदीप जी ने अपना सहयोग दिया। इस कार्यशाला में करीब 40 लोगो ने प्रशीक्षण लिया जिसमें उन्हे डॉ राघव द्वारा संबोधित किया गया जिसके बाद उन्हे इम्पलांट की नई तकनीक की विस्तृत जानकारी दी गई। इस नई तकनीक से दन्त महाविद्यालय में आने वाले मरीजों को बहुत लाभ मिलेगा।
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट को अनारक्षित करने के खिलाफ एचपीयू के प्रति कुलपति को सौंपा ज्ञापन
आज दिनांक 06-04-2024 को गद्दी छात्र कल्याण संघ हि० प्र० की कार्यकारणी द्वारा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए आरक्षित पीएच.डी. की सीट को असंवैधानिक तरीके से अनारक्षित करने के खिलाफ हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर राजेन्द्र वर्मा को ज्ञापन सौंपा गया जिसमे प्रति कुलपति महोदय जी ने हमे आश्वासित किया इस विषय पे पारदर्शिता से जांच की जाएगी ।
जाइका वानिकी परियोजना के मुख्य निदेशक एवं वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य प्रधान अरण्यपाल नागेश कुमार गुलेरिया आज सेवानिवृत हुए। जाइका वानिकी परियोजना कार्यालय शिमला में आयोजित सेवानिवृति समारोह का आयोजन कर यहां के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने नागेश गुलेरिया को विदाई दी। परियोजना निदेशक श्रेष्ठानंद शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में यहां विराजमान अधिकारी एवं कर्मचारियों ने नागेश गुलेरिया को सेवानिवृति के बाद, जीवन की दूसरी पारी शुरू करने की शुभकामनाएं दी। जाइका स्टाफ को संबोधित करते हुए नागेश कुमार गुलेरिया भावुक हुए और उनकी आंखों से आंसू भी छलकने लगे। उन्होंने कहा कि वन विभाग के साथ-साथ जाइका वानिकी परियोजना में सेवाएं देते वक्त सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों का पूरा प्यार मिला। नागेश गुलेरिया ने कहा कि यहां मौजूद स्टाफ का आभार व्यक्त किया। वन विभाग में सेवाओं पर गौर करें तो नागेश कुमार गुलेरिया नवंबर 1985 में मात्र साढ़े 21 वर्ष की आयु में बतौर हिमाचल प्रदेश वन सेवा अधिकारी के पद पर नियुक्त हुए तथा वर्ष 1994 में भारतीय वन सेवा में आए। उन्होंने 39 वर्षों तक वन विभाग में विभिन्न पदों पर उत्कृष्ट सेवाएं दी है। प्रदेश के विभिन्न वन मंडलों में बतौर डीएफओ उसके बाद, विभाग में सीसीएफ और एपीसीसीएफ के पद पर सेवाएं देते हुए प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों की जनता के लिए आजीविका कमाने का रास्ता तलाश कर उनके लिए सेतु का कार्य किया है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम में निदेशक के पद पर भी सेवाएं दी हैं। गौरतलब है कि नागेश कुमार गुलेरिया ने वर्ष 1985 से 1987 तक राज्य वन सेवा महाविद्यालय बर्नीहार्ट असम में प्रशिक्षण ग्रहण किया। जिसके बाद 1987 में बतौर एसीएफ चौपाल में इनकी प्रथम नियुक्ति हुई। उसके बाद 1995 से 1998 तक ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के निदेशक रहे, 1998 से 2002 तक डीएफओ बिलासपुर के पद पर रहे। इस दौरान इन्होंने वहां खैर के अवैध कटान पर पूरी तरह से नकेल कसी। इसके पश्चात वे वर्ष 2002 से 2007 तक डीएफओ शिमला के पद पर रहे उस समय भी उन्होंने हिमाचल प्रदेश ईको टूरिज्म की नीति तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वर्ष 2007 से 2010 तक डीएफओ वाइल्ड लाइफ शिमला के पद पर सेवाएं दी। आईएफएस अधिकारी नागेश कुमार गुलेरिया अगस्त 2019 से आज तक जाइका वानिकी परियोजना में मुख्य परियोजना निदेशक के पद पर सेवाएं दी।
25 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई चढ़ने के बाद होते हैं श्रीखंड महादेव पर्वत के दर्शन हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां देवी-देवताओं के कई मंदिर हैं। इनमें से श्रीखंड महादेव मंदिर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भगवान शिव को समर्पित है। श्रीखंड महादेव दुनिया के सबसे ऊंचाई पर स्थित धार्मिक स्थलों में से एक है। समुद्रतल से लगभग 18,300 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 25 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। श्रीखंड महादेव मंदिर की यात्रा को अमरनाथ यात्रा से भी दुर्गम माना जाता है। बावजूद इसके बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रीखंड महादेव के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। लोगों का विश्वास है कि इस स्थान पर भगवान शिव का वास है। श्रीखंड पर्वत को पंच कैलाशों में से एक माना जाता है। यहां प्राकृतिक शिवलिंग स्थापित है। मान्यता है कि भस्मासुर नाम के राक्षस को भगवान शिव से वरदान मिला था कि वह जिस भी जीव के सिर पर हाथ रखेगा वह भस्म हो जाएगा। वरदान पाकर भस्मासुर घमंडी हो गया और भगवान शिव को ही भस्म करने की कोशिश करने लगा। ऐसे में भगवान शिव ने भस्मासुर से बचने के लिए निरमंड के देओढांक में स्थित एक गुफा में शरण ली। भगवान शिव कई महीनों तक इस गुफा में रहे। जब भगवान विष्णु ने मोहिनी नाम की एक सुंदर महिला का रूप धारण कर भस्मासुर का वध कर दिया, तो सभी देवता गुफा के बाहर पहुंचे और भगवान शिव से बाहर आने की विनती की। लेकिन भगवान शिव गुफा से बाहर नहीं आ पा रहे थे। जिसके बाद वह एक गुप्त रास्ते से होते हुए इस पर्वत की चोटी पर शक्ति रूप में प्रकट हो गए। मान्यता है कि जब भगवान शिव यहां से जाने लगे तो एक जोरदार धमाका हुआ। जिसके बाद शिवलिंग आकार की एक विशाल शिला बच गई। इसे ही शिवलिंग मानकर उसके बाद पूजा जाने लगा। इसके साथ ही यहां दो अन्य चट्टाने भी हैं, जिन्हें मां पार्वती और भगवान गणेश के नाम से पूजा जाता है। श्रीखंड महादेव की यात्रा के मार्ग में निरमंड में सात मंदिर, जाओं में माता पार्वती का मंदिर, परशुराम मंदिर, दक्षिणेश्वर महादेव, हनुमान मंदिर अरसु, जोताकली, बकासुर वध, ढंक द्वार जैसे पवित्र स्थान भी आते हैं। मार्ग में आने वाले पार्वती बाग में श्रद्धालुओं को दुर्लभ ब्रह्म कमल के दीदार होते हैं। यहां पार्वती झरना भी दर्शनीय है। माना जाता है कि मां पार्वती इस झरने का स्नानागार के रूप में इस्तेमाल करती थीं। बता दें कि श्रीखंड महादेव की यात्रा बेहद दुर्गम मार्ग से होकर गुजरती है। यहां ऑक्सीजन की कमी के चलते कई बार श्रद्धालुओं की मौत भी हो जाती है। जिसके बाद श्रीखंड महादेव ट्रस्ट ने यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की आयु सीमा भी तय की गई है। साथ ही ट्रस्ट ने यह भी तय किया है कि किसी भी यात्री को उनकी फिटनेस देखकर ही श्रीखंड महादेव की यात्रा के लिए अनुमति दी जाएगी। ट्रस्ट, प्रशासन के सहयोग से श्रीखंड महादेव यात्रा का आयोजन करता है। यात्रा के तीन पड़ाव में सिंहगाड़, थाचड़ू, और भीम डवार हैं। श्रीखंड महादेव तक कैसे पहुंचे श्रीखंड महादेव तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कई पड़ाव पार करके यात्रा करनी पड़ती है। सबसे पहले शिमला जिले के रामपुर से कुल्लू जिले के निरमंड होकर बागीपुल और जाओं तक गाड़ियों और बस से पहुंचना पड़ता है। यहां से आगे करीब 30 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ती है। श्रीखंड महादेव से नजदीकी हवाई अड्डा लगभग 53 किलोमीटर दूर भुंतर हवाई अड्डा है। वहीं 76 किलोमीटर दूर शिमला में जुब्बरहट्टी हवाई अड्डा और छोटी लाइन का रेलवे स्टेशन भी है। इसके अलावा लगभग 90 किलोमीटर दूर जोगिंदरनगर में भी छोटी लाइन का स्टेशन है।
शिमला, भाजपा विधायक रीना कश्यप ने कहा की कांग्रेस सरकार के 15 महीने निराशाजनक रहे हैं, इस सरकार ने केवल मात्र जनता को ठगने का काम किया है। यह सरकार जनविरोधी, नीतिविरोधी, विकासविरोधी, कल्याणविरोधी है। उन्होंने कहा की हिमाचल सरकार ने मार्च के महीने में ही दूसरी बार लोन लेने का फैसला किया है। इस वित्त वर्ष में लोन की आखिरी किस्त के तौर पर 672 करोड़ रुपये उठाए जा रहे हैं। इस वित्त वर्ष के लिए दी गई लोन लिमिट का 100 फीसदी इस्तेमाल करना पड़ा है। इस धनराशि को मिलाकर इस वित्त वर्ष में करीब 8072 करोड़ का लोन सरकार ने उठाया है। इससे पहले इसी महीने 1100 करोड़ का लोन लिया गया था। पिछले वित्त वर्ष में सरकार ने 14000 करोड़ का लोन लिया है। अगर हिमाचल प्रदेश में कुप्रबंधन के लिए कोई सरकार जानी जाएगी तो वह केवल कांग्रेस पार्टी की सरकार ही होगी। रीना कश्यप ने कहा, कांग्रेस के अयोग्य छह और तीन निर्दलीय विधायकों के भाजपा में जाने के बाद राज्य सरकार ने राजनीतिक मामलों पर एक कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया है। यह साफ दर्शाता है कि कांग्रेस सरकार को अभी भी डर लग रहा है की उनके कोई विधायक पार्टी छोड़ ना जाए। एक -एक विधायक को सर्वेलेंस के अंदर रखा गया है। इस समिति अध्यक्ष उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री होंगे। तीन मंत्रियों को सदस्य बनाया गया है। राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने शनिवार को इसकी अधिसूचना जारी की है। यह मंत्रिमंडलीय उप समिति राज्य में राजनीतिक विषयों के अलावा आर्थिक मामलों को भी देखेगी। इसके सदस्य कृषि मंत्री चंद्र कुमार, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी होंगे। इस संबंध में सभी प्रशासनिक सचिवों को भी सूचित कर दिया गया है। शायद डैमेज कंट्रोल के लिए यह मंत्रिमंडलीय उप समिति बनाई गई है।
पेट्रोल-डीजल सस्ता होने के बाद महंगाई से राहत का इंतजार कर रहे लोगों को झटका लगा है। शिमला में रिफाइंड और आटे समेत दालों की कीमतों में वृद्धि हुई है। अनाज मंडी के कारोबारियों का कहना है कि दूसरे राज्यों से आ रही राशन की आपूर्ति महंगे दाम पर हो रही है। राजधानी में आटा अब एक रुपये प्रति किलो तक महंगा हो गया है। अनाज मंडी में 35 किलो आटे का बैग दो हफ्ते पहले 1060 रुपये रिटेल दामों पर मिल रहा था। अब इसके दाम 1100 रुपये पहुंच गए हैं। राहत यह है कि सरसों तेल और चावल के दाम स्थिर हैं। पिछले महीने सस्ता हुआ रिफाइंड अब 120 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है। फरवरी में रिफाइंड 100 से 105 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था। कारोबारियों के अनुसार होलसेल में ही रिफाइंड अब 108 रुपये प्रति लीटर की दर से मिल रहा है। रिटेल में यह 118 से 120 रुपये बेचा जा रहा है। अनाज मंडी कारोबारी एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक श्रीधर का कहना है कि आटे के दाम एक रुपये प्रति किलो तक बढ़ गए हैं।
चुनाव आयोग के लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनावी बिगुल भी बज चुका है। आयोग की ओर से प्रदेश की 4 लोकसभा सीटों के साथ 6 विधानसभा सीटों पर भी उप-चुनाव की तारीख है तय कर दी गई है। लिहाजा प्रदेश में सियासी गर्मी भी बढ़ी हुई। इसी बीच मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कहा कि चुनाव आयोग ने प्रक्रिया के तहत प्रदेश में लोकसभा चुनाव की तारीख के ऐलान के साथ 6 विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव की भी तिथि तय की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रत्येक चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। नरेश चौहान ने कहा कि कांग्रेस को जनता ने 40 सीटें जीताकर 14 महीने पहले पूर्ण बहुमत दिया था। अब पार्टी से बागी हुए इन 6 विधायकों को जनता के सवालों का जवाब देना पड़ेगा। उन्होंने जवाब देना पड़ेगा की आखिर 14 महीने में ऐसी क्या वजह हुई, जो इन्होंने प्रदेश की जनता और कांग्रेस सरकार के साथ धोखा कर दिया। नरेश चौहान ने कहा कि भाजपा भी इस षड्यंत्र में पूरी तरह से शामिल है। उनके नेता बागी नेताओं के साथ घूम रहे हैं। बागी विधायकों को CRPF की सुरक्षा दी जा रही है। इन सब बातों का जवाब बागी नेताओं और भाजपा को जनता के बीच देना होगा। इस दौरान नरेश चौहान ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशीयों के नाम तय किए जाने और मुद्दों को लेकर कहा कि बैठकों का दौर जारी है. जल्द ही प्रत्याशियों के नाम तय होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के बीच कांग्रेस महिलाओं को 1500 देने, OPS बहाल करने जैसे बड़े फैसलों को लेकर जाएगी। इस दौरान नरेश चौहान ने भाजपा से पूछा की क्या वे OPS बहाली के विरोध में है भाजपा के लोगों को यह भी साफ-साफ करना चाहिए। नरेश चौहान ने कहा की प्रदेश की जनता एक बार फिर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को अपना प्यार और आशीर्वाद देगी।
शिमला: लोक निर्माण एवम् शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज शिमला ग्रामीण विधान सभा के दूरदराज क्षेत्र की धरोगडा पंचायत के संदोआ से 15 करोड़ 59 लाख रूपये की लागत से निर्मित होने वाले 11 संपर्क सड़कों राजकीय उच्च पाठशाला संदोआ के तीन कमरों तथा आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र भवन संदोआ की आधारशिला रखी जबकि 15 लाख रूपये की लागत से निर्मित किए गए प्राथमिक पाठशाला पलगैड के भवन का उद्घाटन भी किया। कहा कि विकास और कांग्रेस एक दूसरे के पर्याय है। कांग्रेस के शासनकाल में पूरे प्रदेश में तीव्र गति से संतुलित एवम् सम्मान विकास सुनिश्चित किया जाता है। इसी उद्देश्य से प्रदेश के सभी क्षेत्रों को सड़कों से जोड़ने के साथ-साथ हर गांव को सड़क सुविधा उपलब्ध करवाना उनकी प्राथमिकता है । उन्होंने कहा कि आज रखी गई आधारशिलाओं में 76 लाख रूपए की लागत से निर्मित किए जाने वाले उच्च पाठशाला संदोआ के तीन कमरे तथा एक करोड़ 46 लाख रूपये की लागत से निर्मित किए जाने वाले आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र संदोआ का भवन शामिल है। उन्होंने कहा कि 15 लाख रूपये की लागत से निर्मित किए गए राजकीय प्राथमिक पाठशाला पलगैड़ के भवन का भी शुभारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि शिमला ग्रामीण विधनसभा के इस दूरदराज़ सराज क्षेत्र में वर्तमान में 27 सड़कों के निर्माण कार्य जारी है जिसे शीघ्र पूर्ण कर ग्रामीणों को यातायात सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जलोग में 20 करोड़ के विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास किए गए थे। जिनके निर्माण कार्य जारी है। इसी तरह सराज क्षेत्र के दूसरी तरफ खटनोल क्षेत्र की सभी चार पांच पंचायतों के लिए 15 करोड़ रूपये की लागत से विभिन्न विकास कार्यों के निर्माण जारी है। उन्होंने जल शक्ति विभाग के सब डिवीजन के नए भवन के निर्माण को शीघ्र पूर्ण करने, सरगला पंप हाउस की पुरानी मशीनरी को बदलने का आश्वासन तथा लोक निर्माण उप डिविजन जलोग के लिए एक नई जेसीबी मशीन उपलब्ध करवाने की घोषणा भी की । उन्होंने संधोआ मन्दिर ग्राउंड के लिए 5 लाख देने का आश्वासन तथा स्कूली बच्चों को सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहन के रूप में 11 हजार रुपए देने की घोषणा भी की । उन्होंने पंचायत प्रधान तथा स्कूल प्रधानाचार्य द्वारा रखी गई मांगों को चरणबद्ध तरीके से पूर्ण करने का आश्वासन भी दिया।
शिमला: जाइका वानिकी परियोजना से जुड़े प्रदेश के स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता और बेहतर मार्केटिंग के लिए एचसीएलपीसीएल यानी हिमाचल कम्यूनिटी लाइवलिहुड्स प्रोड्यूसर कंपनी लि. का गठन किया गया है। अतिरिक्त प्रधान मुख्य अरण्यपाल एवं जाइका वानिकी परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक नागेश कुमार गुलेरिया की अध्यक्षता में शनिवार को इस कंपनी का विधिवत शुभारंभ किया गया। स्वयं सहायता समूहों द्वारा चुने हुए निदेशकों की उपस्थित में कंपनी का गठन किया गया। इस कंपनी के गठन होने से हिमाचल प्रदेश के लगभग 920 स्वयं सहायता समूहों को उनके उत्पादों को मार्केट में ले जाने में सहायता होगी। ये सभी समूह कंपनी के अंतर्गत गठित किए गए हैं। जिनको लगभग 9.20 करोड़ की रिवोल्विंग फंड और 50 से 75 प्रतिशत कैपिटल कॉस्ट मशीनों की खरीद के लिए प्रदान किया जाता है। बताया गया कि मार्च 2024 तक स्वयं सहायता समूहों ने लगभग दो करोड़ रूपये की कमाई कर दी। इसको गति देने के लिए अगले स्तर में ले जाने व लंबे समय तक गतिविधियों को जिंदा रखने के लिए यह कंपनी आने वाले समय में अहम भूमिका निभाएगी। इस कंपनी के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण स्तर पर वनों पर आधारित लोगों को स्वरोजगार व आजीविका के संसाधनों व सेवाएं प्रदान की जाएगी। गौरतलब है कि यह इस तरह का यह प्रयास वानिकी परियोजना में प्रदेश स्तर पर पहली बार किया गया। जाइका वानिकी परियोजना 7 जिलों, 19 वन मंडल और 74 वन परिक्षेत्र के अंतर्गत इम्पलीमेंट की जा रही है। जाइका वानिकी परियोजना से जुड़े सभी स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता और बेहतर मार्केटिंग के लिए हिमाचल कम्यूनिटी लाइवलिहुड्स प्रोड्यूसर कंपनी का गठन किया गया। स्वयं सहायता समूहों के निदेशकों की उपस्थिति में विधिवत शुभारंभ किया गया। इस कंपनी के गठन होने से प्रदेश के ग्रामीण स्तर पर लोगों को आजीविका सुधार और स्वरोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे।
शिमला: लोक निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज तारा देवी से 23 करोड़ रुपये से अधिक की राशि से हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग के लिए खरीदी गई 102 नई मशीनों में से 14 मशीनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। लोक निर्माण मंत्री ने बताया कि इन मशीनों को जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदा गया है, जिससे लगभग 10 करोड़ रुपये की बचत हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू का लोक निर्माण विभाग के लिए इन मशीनों की खरीददारी में सहयोग करने के लिए धन्यवाद किया। विक्रमादित्य सिंह बोले, कि हर उपमण्डल में इन मशीनों को भेजा जाएगा ताकि आपदा या किसी और घटना से निपटने में हमें कोई भी परेशानी न हो। उन्होेंने बताया कि पिछले वर्ष बरसात से आई आपदा में जो नुकसान हुआ था, उसको ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने कुछ निर्णायक निर्णय लिए थे, जिस कड़ी में इन मशीनों की खरीददारी की गई है। इस अवसर पर ईएनसी लोक निर्माण विभाग अजय गुप्ता, अधीक्षण अभियंता (मैकेनिकल) सीडी ठाकुर, अधिशाषी अभियंता (मैकेनिकल) अमित शर्मा, आर.के. चांदला, राजेश अग्रवाल तथा रोहित सूद व अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
** मुख्यमंत्री ने कुमारसैन बस अड्डे का लोकार्पण किया ** परिवहन निगम सब डिपो खोलने की घोषणा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला जिला के कुमारसैन में 4.26 करोड़ से निर्मित बस अड्डे का लोकार्पण किया। उन्होंने परिवहन निगम का सब डिपो खोलने की घोषणा भी की। उन्होंने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्थानीय लोगों की मांग को देखते हुए सरकार शीघ्र ही इस घोषणा को पूरा करेगी जिससे क्षेत्र में परिवहन सेवाएं और अधिक सुदृढ़ होंगी। उन्होंने कहा कि नवनिर्मित बस अड्डे से क्षेत्र की 28 पंचायतों के हजारों लोगों को लाभ मिलेगा। इस बस अड्डे से प्रतिदिन 41 बस रूट संचालित होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश में भ्रष्टाचार के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं जिससे लोगों में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है और अतिरिक्त आर्थिक संसाधन भी अर्जित हुए हैं। उन्होंने कहा कि जनता के पैसे का इस्तेमाल जनकल्याणकारी योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर कार्यान्वित करने पर किया जा रहा है ताकि इनका लाभ आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता संभालने के पश्चात विकट वित्तीय स्थिति के चलते उनके समक्ष चुनौतियों का पहाड़ था। अभी नवगठित सरकार इसका हल निकाल ही रही थी कि प्रदेश में आई अभूतपूर्व आपदा ने भी प्रदेश को एक बड़ा झटका दिया। उन्होंने कहा कि इन चुनौतियों से बाहर निकलने के लिए प्रदेश सरकार ने भरसक प्रयास किए हैं और आम लोगों के सहयोग से वह सभी चुनौतियों पर निश्चित ही विजय हासिल करेंगे।
** बौखलाहट में रेवड़ियों की तरह बांटे जा रहे कैबिनेट रैंक ** युवाओं के बजाय अपने चहेतों को नौकरी देकर किया जा रहा है एडजस्ट नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री बौखलाहट में हैं। एक ही दिन में दो-दो बार कैबिनेट की बैठकें की जा रही हैं। कैबिनेट बैठकों में पूरे मंत्री भी शामिल नहीं हो पा रहे हैं आख़िर सरकार इतनी अफरातफरी में क्यों हैं? एक तरफ प्रदेश के युवा लंबित परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर महीनों से सड़कों पर हैं और मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए जनता के हितों को दरकिनार कर रेवड़ियों की तरह कैबिनेट रैंक देने में व्यस्त हैं, ताकि असंतुष्टों को साधा जा सके। एक तरफ़ सरकार आर्थिक तंगी का रोना तो रही है दूसरी तरफ़ कैबिनेट रैंक बांटकर करोड़ों रुपये का अनावश्यक बोझ प्रदेश की जनता थोप रही है। मुख्यमंत्री जिस तरह से अपने नेताओं का तुष्टिकरण कर रहे हैं, उससे कांग्रेस सरकार की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। अब लोकसभा चुनावों के ठीक पहले बिना बजट के प्रावधानों की योजनाएं घोषित करके आम लोगों को सरकार एक बार फिर ठगने का काम कर रही है। जिस तरह से मुख्यमंत्री अपने नाराज़ नेताओं को संतुष्ट करने का प्रयास कर रही है उतनी मेहनत से अगर प्रदेशवासियों के हितों का ध्यान रखती तो आज स्थिति कुछ और होती। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि युवा डेढ़ साल से नौकरी की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ़ आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री अपने प्राइवेट सेक्रेट्रीज को रिटायरमेंट के बाद भी सलाहकारों के रूप में नियुक्त कर ऐडजस्ट कर रही है। इससे साफ होता है कि मुख्यमंत्री केवल सत्ता का सुख लेने और अपने चहेतों को ऐडजस्ट करने के लिए ही काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में प्रदेश के लोग कांग्रेस को झूठी गारंटियों का जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं। हिमाचल के लोग चारों लोक सभा सीटों पर भाजपा को प्रचंड बहुमत से जिताकर नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाएंगे।
** सीएम ने रामपुर विधानसभा क्षेत्र को दी 165 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात ** पंद्रह-बीस क्षेत्र में उप तहसील, ननखड़ी में बस स्टैंड व शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनाने का एलान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आगामी लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए प्रदेश के लोगों से आह्वान किया कि जो राजनीतिक दल लोकतंत्र की मर्यादाओं का हनन कर लोकतांत्रिक प्रणाली को धन बल के प्रयोग से कमजोर कर रहे हैं उन्हें लोकतंत्र के महापर्व पर करारा जवाब दें। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में लोग अलोकतांत्रिक हथकंडे अपना रहे ऐसे सभी दलों को करारा सबक सिखाएंगे। मुख्यमंत्री ने यह बात आज जिला शिमला के रामपुर विधानसभा क्षेत्र के सराहन में भारी जनसभा को संबोधित करते हुए कही। दन्होंने अस दौरान रामपुर विधानसभ क्षेत्र को 165 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पंद्रह-बीस क्षेत्र में उप तहसील खोलने, ननखड़ी में बस स्टैंड के निर्माण तथा शॉपिंग कॉम्पलेक्स के निर्माण, नलाटी स्टेडियम का नामकरण पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नाम से करने, रामपुर में पार्किंग के निर्माण, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला किन्नू का नामकरण शहीद पवन धंगल के नाम से करने, बड़ावली में आई.टी.आई. खोलने तथा सरपारा झील के विकास के लिए 50 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार के खिलाफ वोट करने वाले बागी विधायकों की पार्टी विरोधी गतिविधियों पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए उन्होंने सवाल किया कि उन्हें कौन नियंत्रित कर रहा है? उन्होंने कहा कि धन-बल से लोकतंत्र की हत्या करने वालो के कारनामे जगज़ाहिर हुए हैैं। उनके मनसूबे हिमाचल जैसे शांतिप्रिय प्रदेश में कभी सफल नहीं होंगे क्योंकि यहां की जनता कभी भी अपना ईमान नहीं बेचेगी। हिमाचलवासी सदैव सच और ईमानदारी का साथ देते हैं। इन परियोजनाओं के किए लोकार्पण मुख्यमंत्री ने 9.54 करोड़ रुपये की लागत के एमजीएमएससी खनेरी के ट्रॉमा केंद्र, 6.95 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित स्नातकोतर महाविद्यालय रामपुर के विज्ञान खंड, 9.85 करोड़ रुपये लागत से निर्मित खेल परिसर दत्तनगर, महात्मा गांधी राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय कोटला में 16.05 करोड़ रुपये के लेक्चर थियेटर ब्लॉक, 11.75 करोड़ रुपये के सिविल इंजीनियर ब्लॉक और 16.04 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मेकैनिकल ब्लॉक का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने तहसील रामपुर की ग्राम पंचायत देव नगर के गांव के लिए मछाडा खड्ड से 2.20 करोड़ रुपये की उठाऊ जल आपूर्ति योजना, ग्राम पंचायत बगलती के गांव अडू ज्वालडा के लिए 1.10 करोड़ रुपये की उठाऊ जल आपूर्ति योजना, ग्राम पंचायत शाहधार में हरिजन बस्ती टालरा, मझगांव, रंगोरी, ओडीधार, डेऊ, कुन्नी और शाहधार के लिए 2.13 करोड़ रुपये के लिए पेयजल योजना, तहसील ननखड़ी की ग्राम पंचायत जाहू, खूनी के जाहू, जून्नी, बनी, बासा और गाहन के लिए नून खड्ड से 2.24 करोड़ रुपये की जल आपूर्ति योजना, उप-मंडल रामपुर में लोगों के लिए जल शक्ति के अन्तर्गत 2 करोड़ रुपये से उठाऊ जल आपूर्ति योजना, तहसील रामपुर की उप-तहसील तकलेच के अन्तर्गत जल शक्ति के तहत 1.85 करोड़ रुपये से विभिन्न जल आपूर्ति योजनाओं के सुदृढ़ीकरण और उप-मंडल ननखड़ी में जल शक्ति के अन्तर्गत 1.85 करोड़ रुपये से विभिन्न जल आपूर्ति योजनाओं के सुदृढ़ीकरण कार्यों का लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं की रखी आधारशिला मुख्यमंत्री ने 9.45 करोड़ रुपये लागत से निर्मित होने वाले गानवी फांचा सड़क के स्तरोन्यन कार्य, 7.77 करोड़ रुपये रतनपुर शाह गुरी बासरा से चाडली सड़क के स्तरोन्यन, 8.04 करोड़ रुपये के झाकड़ी खड़ाकग से मकुरोला गौरा सड़क के स्तरोन्यन और 2.96 करोड़ रुपये के सनई से संदल सड़क की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने नगर परिषद रामपुर बुशहर के नवनिर्मित वार्ड नम्बर-6 और 7 के लिए 18.50 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाली जल आपूर्ति योजना के संवर्द्धन कार्य, महात्मा गांधी राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए 7 करोड़ 46 लाख रुपये से निर्मित होने वाली उठाऊ जल आपूर्ति योजना, तहसील रामपुर की ग्राम पंचायत निरथ के लिए 13.94 करोड़ रुपये से मछाडा खड्ड से निरथ के लिए उठाऊ सिंचाई योजना, 90 लाख रुपये से ग्राम पंचायत कूट के गांवों के लिए रोपनी खड्ड से जल आपूर्ति योजना, ग्राम पंचायत भडावली में 7.52 करोड़ रुपये से बहाव सिंचाई योजना कुमसू के संवर्द्धन कार्य, तहसील ननखड़ी में 74 लाख रुपये से ग्राम पंचायत कलेडा में मझेवटी की फौला-लड्डीधार बहाव सिंचाई योजना के सुधार कार्यों, 2.56 लाख रुपये से ग्राम पंचायत देव नगर में पलानू बहाव सिंचाई योजना के सुधारीकरण, 2.24 करोड़ रुपये से रामपुर शहर में सुरक्षा दीवार (रिटेनिंग वाल) के निर्माण की आधारशिला रखी।
नगर एवं ग्राम नियोजन और आवास मंत्री राजेश धर्माणी ने गत दिवस यहां आवास एवं शहरी विकास प्राधिकरण (हिमुडा) की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए हिमुडा के संसाधनों के कुशल प्रबंधन व विपणन और व्यावसायिक विकास के लिए बेहतर आईटी उपकरण के उपयोग पर बल दिया। उन्होंने अधिकारियों को हिमुडा का टर्नओवर बढ़ाने की दिशा में प्रयास करने के निर्देश दिए। राजेश धर्माणी ने हिमुडा को राज्य में आवासीय कॉलोनियों के निर्माण और व्यावसायिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए भूमि बैंक बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि हिमुडा को थीम आधारित बुनियादी ढांचा विकसित करने पर बल देना चाहिए। उन्होंने विकासात्मक परियोजनाओं के लिए सरल ऋण की संभावनाओं पर विचार करने को भी कहा। बैठक में हिमुडा के उपाध्यक्ष यशवन्त छाजटा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं सचिव हिमुडा संदीप कुमार, कार्यकारी निदेशक हिमुडा सुरेश कुमार सिंघा और हिमुडा के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।