जिला हमीरपुर के सासन गांव में 40 वर्षीय महिला की एक नाबालिग द्वारा निर्ममता से हत्या कर दी गई। इसी को लेकर मंत्री विक्रमादित्य सिंह सासन गांव में पहुंचे। जहां मंत्री ने मृतका के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया। मृतका की निर्मम हत्या को लेकर विक्रमादित्य सिंह ने दुख जाहिर किया। मंत्री ने मृतका के बेटे से स्कूल में जाकर मुलाकात की। साथ ही लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मृतका के पति, जो कि लोक निर्माण विभाग में कार्यरत हैं, उन्हें नजदीकी डिवीजन में ट्रांसफर करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि परिजनों ने मृतका के दिव्यांग बच्चे की देखभाल के लिए पिता को समय देने की मांग की थी। जिसके लिए अधिकारियों को मृतका के पति को रोजाना ड्यूटी से कुछ घंटे की छूट देने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में नशे के चलते इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं। इस दिशा में प्रदेश सरकार लगातार कड़े कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में नशे के खिलाफ एक विशेष अभियान शुरू किया है, ताकि नशे को प्रदेश से जड़ से मिटाया जा सके।
उपमंडल ज्वालामुखी के तहत गांव महाड़ के रहने वाले बलकार सिंह पिछले तीन दिनों से लापता थे। परिवार के सदस्यों ने पुलिस चौकी लगडू में बलकार सिंह के लापता होने की सूचना दर्ज करवाई थी जिसके चलते पुलिस चौकी लगडू व पुलिस थाना खुंडियां की टीम ने पिछले दो दिन से सर्च अभियान चलाया हुआ था जिसमें पुलिस टीम ने लापता बलकार सिंह को ढूंढने के लिए डॉग स्क्वायड को भी बुलाया था। उक्त व्यक्ति का शव नाहली नामक स्थान पर पड़ा मिला। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उक्त व्यक्ति के शव को कब्जे में लिया तथा वहां मौजूद लोगों के बयान कलमबद्ध किए। उपमंडलीय पुलिस अधिकारी ज्वालामुखी आरती जसवाल ने बताया कि यशपाल उर्फ बलकार सिंह 18 नवंबर से घर से लापता था इसकी आयु 45 साल थी। इसकी सूचना पुलिस चौकी लगडू को दी गई थी साथ में पुलिस थाना खुंडियां की टीम ने सहयोग किया तथा वीरवार 20 नवंबर को सुबह लगभग साढ़े दस बजे उक्त व्यक्ति का शव घर से लगभग तीन किलोमीटर दूर मृत अवस्था में मिला है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए देहरा भेज दिया गया है तथा आगामी कार्रवाई जारी रखी जाएगी।
मंडी जिले में हुए दिल दहला देने वाले तेजाब कांड की पीड़ित महिला ममता ठाकुर ने बुधवार (19 नवंबर) रात करीब 12 बजे पीजीआई चंडीगढ़ में दम तोड़ दिया। चार दिनों तक जिंदगी और मौत से जंग लड़ते हुए आखिरकार वह जिंदगी की जंग हार गई। ममता ने मौत से पहले अपनी आखिरी इच्छा जाहिर की थी, जिसे जो भी सुन रहा है उसकी आंसू से आंसू छलक रहे हैं। इस दर्दनाक वारदात ने पूरे मंडी जिला समेत हिमाचल प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। ममता ने मौत से पहले अपने परिवार को हनुमान घाट, मंडी में ही अंतिम संस्कार करने की इच्छा बताई थी। ममता ने कहा था कि वह अपना अंतिम संस्कार ससुराल में नहीं चाहती। ममता की आखिरी इच्छा ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और घरेलू हिंसा को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब ममता की मौत के बाद इस मामले में बड़ा कानूनी बदलाव किया गया है। पहले आरोपी पति नंदलाल के खिलाफ बीएनएस की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज था, लेकिन अब पुलिस धारा 302 (हत्या) भी जोड़ने जा रही है। वही, पुलिस ने परिजनों से सूचना मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी हैं। शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, जिसके बाद परिवार को सौंप दिया जाएगा और आगे की प्रक्रिया पूरी अमल में लाई जाएगी।
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिला में एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गई। यह हादसा जिला ऊना मुख्यालय के साथ लगते लाल सिंगी गांव के एक निजी होटल के बाहर बुधवार देर रात हुआ। मृतक की पहचान युवा कांग्रेस नेता आशु पुरी निवासी संतोषगढ़ के तौर पर हुई। इस वारदात में दो युवक गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें उपचार के लिए पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। वारदात में आशु की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद आशु के साथियों ने गोली मारने वाले परमिंदर और उसके साथियों पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। जिससे हमले में परमिंदर और गुरजीत मान गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार होटल रायजादा में बुधवार रात को एक बर्थडे पार्टी में आशु पूरी और अन्य युवा इकट्ठा हुए थे। पार्टी में बाद आधी रात को केक काटने के लिए सभी युवा होटल के बाहर पार्किंग में पहुंचे। इसी दौरान आशु पूरी का किसी बात को लेकर परविंदर निवासी मराला फतेहपुर व परमिंदर पुत्र जरनेल सिंह गांव बिनेवाल, गुरजीत सिंह मान प्रधान मराला उधयपुर के साथ विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया की परमिंदर ने आशु पर गोली चला दी। पुलिस अधीक्षक अमित यादव ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया की मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए टांडा भेजा गया है। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। मामले की जांच जारी है।
किन्नौर भाजपा में डिजिटल संगठन को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जिला सोशल मीडिया संयोजक अविनाश कुयाम्म ने नई सोशल मीडिया कार्य समिति का औपचारिक गठन किया है। अविनाश ने बताया कि यह टीम आगामी समय में पार्टी की विचारधारा, उपलब्धियों और जनहितैषी योजनाओं को प्रभावी ढंग से हर वर्ग तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने प्रदेश सोशल मीडिया संयोजक सुशील राठौर, प्रदेश सह-संयोजक कमल ठाकुर, पूर्व उपाध्यक्ष वन निगम सूरत नेगी, जिला अध्यक्ष यशवंत सिंह नेगी तथा तीनों मंडलों के अध्यक्षों से विस्तृत चर्चा और अनुमोदन के उपरांत समिति की घोषणा की। अविनाश ने कहा कि यह टीम युवा ऊर्जा और डिजिटल कौशल से भरपूर है, जो संगठन को नई गति प्रदान करेगी। घोषित कार्यकारिणी में हितेश बोरिस, संजय खंगसर, संजीव खोजान, सिद्धार्थ नेगी, भुवनेश्वर माथस, राहुल नेगी, रणजीत सिंह, रोहित कुमार, आशु रेकांग और श्रीकांत नेगी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं। अविनाश कुयाम्म ने सभी नव-नियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएँ देते हुए आशा व्यक्त की कि टीम संगठन को मजबूत करने में अपना श्रेष्ठ योगदान देगी।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज सोलन जिले के दून विधानसभा क्षेत्र के अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान 383 करोड़ रुपये की 12 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। उन्होंने 86 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बद्दी-साई-रामशहर सड़क, दून क्षेत्र में 15.78 करोड़ रुपये की लागत के ट्यूबवेल, 10.64 करोड़ रुपये से निर्मित नागरिक अस्पताल, बद्दी और 3.15 करोड़ रुपये की लागत से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बरोटीवाला के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने शिक्षा खंड बद्दी में हरिपुर संडोली, सूरज माजरा, लबाना और चक्कां में नवनिर्मित राजकीय प्राथमिक विद्यालयों का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने 73.21 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाली गुणवत्तापूर्ण एवं विश्वसनीय विद्युत आपूर्ति योजना, बद्दी, 63.73 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाली बद्दी-शीतलपुर-जगातखाना सड़क, 40 करोड़ रुपये के आईएसबीटी बद्दी, 37.67 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले मिनी सचिवालय भवन बद्दी, बद्दी के छूटे हुए क्षेत्रों के लिए 37.10 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज योजना और कल्याणपुर में 5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल की आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज ऐतिहासिक रिज पर भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर उन्हें पुष्पाजंलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने राष्ट्र के विकास में इंदिरा गांधी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनके दूरदर्शी निर्णयों ने भारत को मजबूत आधार प्रदान कर सशक्त बनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबी उन्मूलन, आर्थिक सुधार, बैंकों के राष्ट्रीयकरण, कृषि उत्पादकता बढ़ाने, रोजगार सृजन और सामाजिक सशक्तिकरण में उनकी भूमिका अतुलनीय रही है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल, पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक संजय रतन, हरीश जनारथा, मलेंद्र राजन, रणजीत सिंह राणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, हिमुडा के उपाध्यक्ष यशवंत छाजटा, नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, उप-महापौर उमा कौशल, पार्षदगण, उपायुक्त अनुपम कश्यप, पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी और अन्य उपस्थित थे।
बुधवार को राजकीय आर्य डिग्री कॉलेज, नूरपुर के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित भारतीय ज्ञान प्रणालियों पर राष्ट्रीय संगोष्ठी श्रृंखला में, मुख्य वक्ता, अमित शर्मा (भारतीय वन सेवा अधिकारी) ने "जैव विविधता और भारतीय ज्ञान प्रणाली" पर एक व्याख्यान दिया। कार्यक्रम में कुल 85 छात्रों ने भाग लिया। डॉ. राकेश कुमार, सह आचार्य वनस्पति विज्ञान व समन्वयक आई. क्यू.ए.सी. ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। मुख्य वक्ता ने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य विविध परिदृश्य से संपन्न है जो वनस्पतियों और जीवों की समृद्ध विविधता का समर्थन करता है। उन्होंने भारत में वन संसाधनों का एक महत्वपूर्ण विश्लेषण प्रदान किया। उन्होंने नूरपुर उपखंड पर विशेष जोर देते हुए हिमाचल प्रदेश में वन विविधता के बारे में बात की और प्रतिभागियों को इसे संरक्षित करने के लिए प्रोत्साहित किया। कॉलेज प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार ठाकुर ने जैव विविधता की मानव संपदा के लिए सेवाओं पर प्रकाश डाला और छात्रों को प्रेरित करने के लिए वक्ता का धन्यवाद किया। साथ ही, इस वनस्पति और जीव-जंतु विविधता के संरक्षण और संवर्धन हेतु, नूरपुर क्षेत्र की स्थानीय पादप प्रजातियों और वन विभाग द्वारा सर्वेक्षण के दौरान पहचाने गए पक्षियों के विवरण वाले ब्रोशर छात्रों को प्रदान किए गए, जिसका उद्देश्य इन प्रजातियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएँ प्रदान करने में उनके महत्व को बढ़ाना है। इस अवसर पर प्राणी विज्ञान के सह आचार्य डॉ. दिलजीत सिंह, भूगोल के सहायक आचार्य डॉ. सत्य प्रकाश, अर्थशास्त्र की सहायक आचार्या सुश्री पर्ल बख्शी और रसायन विज्ञान के सहायक आचार्य डॉ. मनोज कुमार उपस्थित थे।
जिला बिलासपुर में करलोटी क्षेत्र के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। करलोटी से एम्स बिलासपुर के बीच नई बस सेवा की शुरुआत हो गई है। इस बस सेवा के आरंभ होने से स्थानीय लोगों, विशेषकर मरीजों, बुजुर्गों और उनके परिजनों को अब अस्पताल तक पहुंचने में काफी सहूलियत मिलेगी। नई बस सेवा का शुभारंभ नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने हरी झंडी दिखाकर किया। इस अवसर पर ग्रामीणों और स्थानीय प्रतिनिधियों में खासा उत्साह देखने को मिला। मंत्री धर्माणी ने बताया कि यह बस प्रतिदिन सुबह 7 बजे करलोटी से रवाना होकर शुक्र खड्ड, छत, बरठीं, सुन्हानी, पनौल और भगेड़ से होती हुई सुबह 9 बजे एम्स बिलासपुर पहुंचेगी। वापसी में यह बस शाम 5 बजे एम्स बिलासपुर से प्रस्थान कर शाम 7 बजे करलोटी पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि इस सेवा से सात पंचायतों सहित आसपास के हजारों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने इस पहल के लिए मंत्री धर्माणी का आभार व्यक्त किया। उनका कहना था कि यह बस सेवा विशेष रूप से बीमार व बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। अब मरीजों को इलाज के लिए समय पर एम्स पहुंचना आसान होगा और शाम को बिना असुविधा घर लौट सकेंगे। बस सेवा के शुभारंभ अवसर पर एचआरटीसी बिलासपुर के वरिष्ठ प्रबंधक विवेक लखनपाल, स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि, ग्रामीण तथा सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक निजी बस हादसे का शिकार हुई है। मंडी से धर्मपुर रूट पर जा रही ठाकुर कोच की बस बरोटी से पहले मलौन नामक जगह पर हादसे का शिकार हुई। जिससे सवारियों में अफरा तफरी मच गई। हालांकि, गनीमत रही की बस में सवार किसी भी सवारी को कोई गंभीर चोट नहीं आई है। जानकारी के अनुसार, ठाकुर कोच बस मंडी से धर्मपुर रूट पर चलती है। बस बुधवार करीब नौ बजे बरोटी से एक किमी पहले मलौन में सड़क से पलट गई। मलौन के रहने वाले प्रवीण ठाकुर ने बताया कि उनके घर के ठीक सामने यह हादसा हुआ है। उन्होंने बताया कि जहां हादसा हुआ है। वहां पर सड़क ठीक है। लेकिन किसी तकनीकी खराबी की वजह से यह हादसा हुआ है। फिलहाल, धर्मपुर पुलिस थाने की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी हैं।
हिमाचल में बढ़ती ठंड और ऊपरी इलाकों में हुई बर्फबारी के चलते मनाली-लेह सड़क को सैलानियों के लिए बंद किया जाएगा। दिल्ली से लेह लद्दाख को जोड़ने वाली करीब 435 किलोमीटर मनाली-लेह सड़क 20 नवंबर से अधिकारिक तौर पर गाड़ियों के लिए बंद कर दी जाएगी। लाहौल-स्पीति प्रशासन ने इसको लेकर अधिकारिक सूचना जारी कर दी है। ऐसे में अब वाहन चालक केलांग से लेह सड़क मार्ग पर अगले साल ही सफर कर पाएंगे। सर्दियों में होने वाली भारी बर्फबारी के चलते इस सड़क को बंद किया जा रहा है। हालांकि बीआरओ द्वारा सर्दियों में भी मनाली से केलांग सड़क मार्ग को बहाल किया जाता है, लेकिन केलांग से लेह तक सड़क मार्ग को 20 नवंबर के बाद बहाल नहीं किया जाएग। सीमा सड़क संगठन की 70 आरसीसी ने भारी बर्फबारी की आशंका और सड़क पर ब्लैक आइसिंग जैसी खतरनाक परिस्थितियों को देखते हुए लाहौल-स्पीति और कुल्लू प्रशासन को इस संबंध में पत्र भेजा है। सोमवार को डीसी लाहौल-स्पीति ने सड़क बंद करने की अधिसूचना जारी कर दी है। ऐसे में अब सड़क अगले साल मई-जून में बर्फ हटने के बाद ही दोबारा यातायात के लिए खोला जाएगा। बीआरओ ने लाहौल-स्पीति प्रशासन से जिंगजिंगबर से सरचू, गुलाबा से रोहतांग और ग्रांफू से लोसर मार्ग पर 20 नवंबर के बाद सभी तरह की गाड़ियों की आवाजाही रोकने का आग्रह किया है। संगठन ने स्पष्ट किया है कि निर्धारित अवधि के बाद अगर कोई गाड़ी या व्यक्ति इन रूटों पर फंसता है तो उसके रेस्क्यू की जिम्मेदारी बीआरओ की नहीं होगी। हालांकि आपात स्थिति में प्रशासन की अनुमति और बीआरओ के इनपुट के आधार पर सीमित आवाजाही की इजाजत दी जा सकती है।
अटल शिक्षा कुंज, स्थित आईईसी यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ फ़ार्मेसी के छात्रों के संवर्धन एवं अनुभवात्मक शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत, राजस्थान में छह‑दिवसीय शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इस यात्रा में राजस्थान के जेसलमेर, जोधपुर और जयपुर की शैक्षिक‑सांस्कृतिक यात्रा आयोजित की गई। इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों को देश के समृद्ध इतिहास, वास्तुकला, विरासत और संस्कृति से परिचित कराते हुए टीम‑वर्क और कक्षा‑से‑बाहर समग्र शिक्षा को प्रोत्साहित करना था। इस शैक्षिक भ्रमण में छात्रों ने खूब आनंद लिया और राजस्थान की ऐतिहासिक‑सांस्कृतिक धरोहर, पारम्परि कला‑वास्तुकला व जीवनशैली को अच्छी तरह समझा। उन्होंने जेसलमेर किला, पटवों की हवेली, गडिसर झील, डेज़र्ट सफ़ारी, कुलधारा गाँव, उमेद भवन पैलेस, क्लॉक टॉवर मार्केट, मेहरानगढ़ किला, आमेर किला, हवा महल, जंतर‑मंतर, सिटी पैलेस, चौखी धानी और स्थानीय हस्तशिल्प बाजार का भ्रमण किया। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने बताया कि छात्रों ने इस शैक्षिक भ्रमण से राजस्थान के इतिहास व वास्तुशिल्प की गहरी समझ प्राप्त की, टीमवर्क व नेतृत्व क्षमताओं में सुधार किया, स्थानीय हस्तशिल्प, पर्यटन प्रबंधन व सांस्कृतिक विविधता का प्रत्यक्ष अनुभव किया और विरासत संरक्षण के प्रति जागरूकता भी विकसित की। उन्होंने कहा कि आईईसी यूनिवर्सिटी छात्रों के समग्र विकास के लिए समय‑समय पर इस प्रकार के आयोजन करता रहता है।
जिला पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्यवाई करते हुए मादक पदार्थ अधिनियम के अंतर्गत तीन केस दर्ज किए है। प्रथम मामले में मंगलवार को पुलिस थाना भुंतर की टीम ने बजौरा फोरलेन पुल के नीचे नाकाबंदी के दौरान सुरेन्द्र परमार (32 वर्ष) पुत्र महेन्द्र सिंह परमार निवासी गांव जमद डाकघर पलाच तहसील बंजार जिला कुल्लू के कब्जे से 05 किलो 148 ग्राम चरस बरामद की गई है। उपरोक्त सुरेन्द्र परमार के विरूद्ध पुलिस थाना भुंतर में मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 20 के अंतर्गत केस पंजीकृत किया गया है। वहीं दूसरे मामले में पुलिस थाना भुंतर की टीम ने गश्त के दौरान त्रेहन चौक के समीप ओम प्रकाश (28 वर्ष) पुत्र डीणे राम गांव व डाकघर मझान तहसील सैंज जिला कुल्लू के कब्जे से 550 ग्राम चरस बरामद की गई है। उपरोक्त ओम प्रकाश के विरूद्ध भी पुलिस थाना भुंतर में मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 20 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। वहीं तीसरे मामले में सोमवार को पुलिस थाना मनाली की टीम ने गश्त के दौरान होटल टियारा, मनाली के समीप तनुज (22 वर्ष) पुत्र जय सिंह निवासी गांव ओडीधार डाकघर कोठी तहसील आनी जिला कुल्लू के कब्जे से 235.700 ग्राम चरस बरामद की गई है। उपरोक्त तनुज के विरूद्ध पुलिस थाना मनाली में मादक पदार्थ अधिनियम की धारा 20 के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। पुलिस अधीक्षक कुल्लू ने बताया कि उपरोक्त तीनों मामलों में नियमानुसार कार्यवाई करने के उपरांत बरामद नशे की खरीद-फरोख्त की श्रृंखला व स्रोत का पता लगाने के लिए पुलिस द्वारा गहन पूछताछ व अनुसंधान जारी है। बरामदा नशा की खरीद फरोख्त का पता लगाया जा रहा है। अभियोगों में आगामी अन्वेषण जारी है।
सोमवार को मनाली की ओर जा रहें हरियाणा नंबर के ट्रक से 5 गाय एवं 6 बैल जीवित पाए गए। मनाली पुलिस द्वारा बुद्धा चौक, मनाली में नाकाबंदी की गई थी। करीब 09:20 बजे ट्रक HR 58E-4982 आया जिसे रुकने का संकेत देने पर चालक ट्रक को तेज़ी से आगे ले गया। लेकिन IPH रेस्ट हाउस के पास पुलिस टीम ने ट्रक को रोक लिया ओर उसकी छानबीन की जिसमें गौवंश पाया गया। पुलिस अधीक्षक कुल्लू ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना प्राप्त हुई थी कि एक HR नंबर का ट्रक, जिसमें गौवंश होने की आशंका है, मनाली की ओर आ रहा है। उक्त सूचना के आधार पर मनाली पुलिस द्वारा बुद्धा चौक, मनाली में नाकाबंदी की गई। करीब 09:20 बजे ट्रक HR 58E-4982 आया जिसमें पराली के नीचे 5 गाय एवं 6 बैल जीवित पाए गए। चालक की पहचान शौयब अली निवासी सहारनपुर (उ.प्र.) तथा परिचालक की पहचान अब्दुल वाहिद निवासी सहारनपुर (उ.प्र.) के रूप में हुई। इस संदर्भ में उपरोक्त दोनों के विरुद्ध पुलिस थाना मनाली में धारा 11 पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 एवं धारा 8 हिमाचल प्रदेश गो-वध निषेध अधिनियम 1979 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। अभियोग की आगामी अन्वेषण प्रक्रिया जारी है।
हिमाचल की राजधानी शिमला के संजौली में विवादित मस्जिद मामला फिर तूल पकड़ गया है। देवभूमि संघर्ष समिति ने संजौली पुलिस स्टेशन के बाहर तीन प्रमुख मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू किया है। इनकी प्रमुख मांग बीते शुक्रवार को पुलिस द्वारा देवभूमि संघर्ष समिति के पदाधिकारियों पर दर्ज FIR वापस लेने, कोर्ट द्वारा अवैध करार मस्जिद का बिजली-पानी काटने और कोर्ट के आदेशानुसार मस्जिद के ढांचे को गिराने की है। दरअसल, बीते शुक्रवार को देवभूमि संघर्ष समिति ने कोर्ट द्वारा अवैध करार संजौली मस्जिद में बाहरी राज्यों से आए मुस्लिमों को नमाज पढ़ने से रोका। इस दौरान, दो समुदाय के लोगों के बीच बहस भी हुई। कुछ लोग बिना नमाज पढ़े ही लौट गए। इसके बाद, संजौली पुलिस ने तीन महिलाओं समेत छह लोगों पर FIR की है। इन पर समुदाय विशेष की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है। देवभूमि संघर्ष समिति इस पर भड़क उठी है। संजौली थाना के बाहर देवभूमि संघर्ष समिति की अगुवाई में आज विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता और स्थानीय लोगों ने आमरण अनशन किया। साथ ही शुक्रवार को एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई है। हिन्दू नेता विजय शर्मा और मदन ठाकुर का कहना है कि अगर उनके ख़िलाफ़ दर्ज किए झूठे मुक़दमे वापस नहीं हुए, तो प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। यह आंदोलन 11 सितंबर 2024 की तरह बड़ा और व्यापक स्तर पर होगा। इसके साथ हिंदू संगठनों ने मस्जिद में अवैध निर्माण के बाद नियमों के मुताबिक बिजली-पानी काटने और विवादित स्थल पर गतिविधियों को रोकने की मांग उठाई है। हिंदू संगठन कार्यकर्ताओं ने इसके लिए सरकार और प्रशासन को 24 घंटे का वक़्त दिया है। अगर इनकी तीन मांगें नहीं मानी गई, तो शुक्रवार को संजौली में एक बार फिर बड़ा आंदोलन होगा।
धर्मपुर उपमंडल की सरसकान पंचायत में आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक स्वचालित (ऑटोमैटिक) मौसम केंद्र जल्द स्थापित किया जाएगा। इसके लिए एक उच्च स्तरीय टीम ने सोमवार को पंचायत का तड़ा रकबा में स्थल निरीक्षण किया। पंचायत प्रधान उमेश ललित ने बताया कि यह नवीनतम तकनीक से लैस मौसम केंद्र तापमान, आर्द्रता, वायुमंडलीय दबाव, हवा की गति व दिशा तथा वर्षा जैसे सभी महत्वपूर्ण मौसम मापदंडों को स्वतः मापने, रिकॉर्ड करने और संचारित करने में सक्षम होगा। यह केंद्र कृषि, जलवायु विज्ञान, अनुसंधान और मौसम पूर्वानुमान के लिए सटीक एवं वास्तविक समय का डेटा उपलब्ध करवाएगा। प्रधान ने बताया कि इस केंद्र से न केवल सरसकान पंचायत बल्कि खाहला क्षेत्र की दस पंचायतों के साथ-साथ धर्मपुर, बहरी, भरौरी, बिंगा, सरी, लौंगनी, तनेहड़, सिद्धपुर, ततोहली, परडाना सहित करीब 30 पंचायतों को जलवायु पैटर्न तथा लम्बे समय के परिवर्तनों के अध्ययन में अहम लाभ मिलेगा। इंजीनियर करण और इंजीनियर प्रीतिका चौहान ने बताया कि यह मौसम केंद्र पूर्णतया ऑटोमैटिक होगा तथा बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के लंबे समय तक निरंतर डेटा रिकॉर्ड और संग्रहित करता रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि यह केंद्र वेब आधारित नवीनतम तकनीकों से लैस होगा, जिससे डेटा वास्तविक समय में मौसम विज्ञानियों और विशेषज्ञों तक पहुंच सकेगा तथा मौसम पूर्वानुमान और विश्लेषण अधिक सटीक बनेगा। युक्त निरीक्षण टीम में एएफडी दिल्ली से नेहा पाटिल और प्रभाष दुबे, साथ ही उपप्रधान सुनील कुमार, सचिव सुरेश ठाकुर, राम लाल राणा, पवन कुमार आदि मौजूद रहे।
जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड के नव-निर्वाचित बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की पहली बैठक बैंक के बाईपास रोड़ स्थित मुख्य कार्यालय में चेयरमैन एडवोकेट मुकेश शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक की शुरुआत नवनियुक्त निदेशकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाकर हुई। इसके बाद बोर्ड सदस्यों ने बैंक की दीर्घकालिक रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की, जिसमें डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना, ऋण वितरण प्रक्रिया को सरल बनाना, जोखिम प्रबंधन को मजबूत करना, ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सहकारी बैंकिंग का विस्तार जैसे विषयों को प्राथमिकता दी गई। वित्तीय समावेशन, सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) के अनुरूप योजनाएं और सदस्य भागीदारी को बढ़ाने पर भी बल दिया गया। बोर्ड ने यह संकल्प लिया कि बैंक सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में भी अग्रणी भूमिका निभाएगा। इसी क्रम में बैंक का नाबार्ड द्वारा किया गया वार्षिक वैधानिक निरीक्षण, जो 27 अक्टूबर 2025 को शुरू हुआ था, 17 नवंबर को सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर नाबार्ड की टीम डीजीएम संजीव शर्मा, डीडीएम अशोक चौहान, एजीएम पारस राम, शुभ श्रीवास्तव ने बोर्ड के साथ बैठक कर निरीक्षण रिपोर्ट, निष्कर्षों और आगे के लिए सुझाव साझा किए। अधिकारियों ने बैंक की वित्तीय स्थिति, अनुपालन स्तर, ऑपरेशनल दक्षता, जोखिम मूल्यांकन और आवश्यक सुधारात्मक प्रक्रियाओं जैसे आंतरिक नियंत्रण प्रणाली को मजबूत करना, डेटा प्रबंधन का उन्नयन, पर्यावरणीय जोखिमों का आकलन पर विस्तृत जानकारी दी। बोर्ड ने पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR), एनपीए प्रबंधन और डिजिटल लेनदेन सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर आवश्यक स्पष्टीकरण भी प्राप्त किए। नाबार्ड ने बैंक की प्रगति की सराहना करते हुए भविष्य में भी हर सम्भव सहयोग देने का आश्वासन दिया। बैठक के अंत में बोर्ड ने एकमत होकर पारदर्शिता, सुशासन और सदस्य हितों को सर्वोपरि रखते हुए बैंक के कामकाज को और अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाने का संकल्प दोहराया। बैठक में बैंक के प्रबंध निदेशक पंकज सूद, निदेशक योगेश भारत्या, विजय ठाकुर, संजीव कौशल, लाजकिशोर, रोशन वर्मा और लक्ष्मी ठाकुर उपस्थित रहे। बैठक को सफलतापूर्वक संचालित करने में वरिष्ठ प्रबंधन टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा। जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड ने स्पष्ट किया कि वह अपने सदस्यों और हितधारकों के हितों की रक्षा और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में निरंतर योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।
देहरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता होशियार सिंह ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “जब रोम जल रहा था, तब नीरो बाँसुरी बजा रहा था” कांग्रेस सरकार का मौजूदा रवैया इसी कहावत को चरितार्थ कर रहा है। होशियार सिंह ने आरोप लगाया कि पिछले तीन वर्षों में प्रदेश दो भयंकर प्राकृतिक आपदाओं से जूझ चुका है, जिससे पूरे प्रदेश की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है, लेकिन इसके बावजूद सत्तारूढ़ सरकार अपने तीन वर्ष पूरे होने का जश्न मनाने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित परिवार सरकार की संवेदनहीनता के कारण स्वयं को लाचार महसूस कर रहे हैं, वहीं उनके आशियाने तबाह होने के बावजूद मुख्यमंत्री, उनके मंत्री और विधायक उत्सव और मेलों में मशगूल हैं। भाजपा नेता ने कहा कि सत्ता का दुरुपयोग कर सरकारी खजाने को मनोरंजन पर खर्च करने वाली कांग्रेस सरकार प्रदेश की जनता पर राजनीतिक बोझ साबित हो रही है। उनके अनुसार, वर्तमान सरकार की जनविरोधी नीतियों से हर वर्ग त्रस्त है। व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर किए गए वादों ने प्रदेश की आर्थिक नीतियों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा कर्ज पर निर्भर आर्थिक रणनीति ने प्रदेश को कंगाली की कगार पर ला खड़ा किया है। सरकारी कर्मचारियों में अपने भविष्य को लेकर गहरी चिंता है, जबकि पढ़े-लिखे युवाओं की स्थाई सरकारी नौकरी की उम्मीदें भी सरकार की नीतियों के कारण टूट चुकी हैं। बेरोजगारी प्रदेश में अपने चरम पर है। होशियार सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 10 गारंटियों के नाम पर जनता को भ्रमित कर सत्ता हासिल की, लेकिन तीन साल बाद भी कोई गारंटी पूरी नहीं हुई। विशेष रूप से 18 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना के तहत प्रतिमाह ₹1,500 देने का वादा पूरी तरह अधूरा रह गया है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि जनता को झूठे वादों के सहारे बहकाने वाली सुक्खू सरकार अब अपने वादों से पीछे हट गई है, जिससे जनता में व्यापक रोष व्याप्त है।
उपमंडल नूरपुर स्थित युथ अगेंस्ट ड्रग और गैरी केयर संस्था बोड़ द्वारा युवाओं में बढ़ते नशे के प्रचलन के विरोध में 22 नवंबर को एक प्रदेश स्तरीय ओपन मैराथन आयोजित की जा रही है। यह मैराथन बोड़ काली माता मंदिर से शुरू होकर ओंद स्थित हनुमान मंदिर तक आयोजित होगी। पत्रकार वार्ता के दौरान युथ अगेंस्ट ड्रग संस्था के अध्यक्ष रवि मेहरा ने बताया कि यह दौड़ सुबह 8 बजे प्रारंभ होगी और कुल सात किलोमीटर के ट्रैक पर संपन्न होगी। उन्होंने बताया कि मैराथन में विजेताओं के लिए आकर्षक इनाम रखे गए हैं प्रथम विजेता: ₹15,000, उपविजेता: ₹10,000, चौथा स्थान: ₹5,100, पाँचवाँ स्थान: ₹2,100, छठा स्थान: ₹1,100, सातवें से दसवें स्थान तक एक-एक हेलमेट और ₹500 नकद। मेहरा ने कहा कि मैराथन को लेकर युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। संस्था समय-समय पर युवाओं को खेलों से जोड़ने और सामाजिक कार्यों में भागीदारी बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से कार्य करती रही है। साथ ही, नशा मुक्ति अभियान में सरकार और प्रशासन के प्रयासों के साथ संस्था भी अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस अवसर पर संस्था के चेयरमैन मनदीप महाजन, सचिव प्रिंस, अभिनव, तथा गैरी केयर संस्था के अध्यक्ष अंकित वर्मा भी मौजूद रहे।
शूलिनी बिज़नेस स्कूल के एमबीए छात्रों ने स्कूल में चल रही सामाजिक प्रभाव पहल श्रृंखला के तहत डेनेसफा नो-एंड-कंपनी के संस्थापक जय ज़िराकी के साथ एक प्रेरक और विचारोत्तेजक संवाद में भाग लिया। ज़िराकी ने "अगली पीढ़ी के नेतृत्व की यात्राएँ" विषय पर एक प्रभावशाली व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने नो-एंड दर्शन से परिचित कराया। अपने संबोधन में उन्होंने यह दर्शाया कि किस प्रकार रोज़मर्रा के व्यापारिक और उपभोक्ता निर्णयों को समुदायों तथा सामाजिक कल्याण में दीर्घकालिक निवेश के रूप में पुनर्परिभाषित किया जा सकता है। उन्होंने उद्देश्य-संचालित नेतृत्व की आवश्यकता पर ज़ोर देते हुए कहा कि नेतृत्व को केवल लाभ तक सीमित न रखकर पीढ़ीगत विरासत के निर्माण और समाज के उत्थान की दिशा में प्रयासरत होना चाहिए। सत्र का संयोजन शूलिनी बिज़नेस स्कूल के डीन एवं अध्यक्ष प्रोफेसर मुनीश सहरावत द्वारा, प्रो चांसलर विशाल आनंद के सहयोग और प्रोत्साहन से किया गया। कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रोफेसर डॉ. अभिलाषा चौहान ने किया, जिन्होंने छात्रों के लिए उपयोगी संवाद और सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की। शूलिनी बिज़नेस स्कूल ने ऐसे ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों के माध्यम से वास्तविक जीवन से जुड़े दृष्टिकोणों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाकर ज़िम्मेदार नेतृत्व के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और सुदृढ़ किया है। यह सत्र विश्वविद्यालय के सामाजिक प्रभाव, नैतिक नेतृत्व और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) पर केंद्रित दृष्टिकोण के अनुरूप आयोजित किया गया।
महिला एवं बाल विकास निदेशालय शिमला द्वारा आयोजित राज्य खेल एवं सांस्कृतिक मीट में सुबाथू शांति निकेतन चिल्ड्रन होम के 30 बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया। यह आयोजन 14 से 16 नवंबर तक बाल विकास आश्रम, टूटीकंडी शिमला में हुआ, जिसमें राज्य के 28 विभिन्न सीसीएल संस्थानों के लगभग 400 बच्चों ने भाग लिया। सुबाथू चिल्ड्रन होम के बच्चों ने खेल और सांस्कृतिक दोनों वर्गों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कई उपलब्धियां हासिल कीं। 100 मीटर दौड़ में नवराज, करण और सुहाना नेगी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। टग ऑफ वॉर की सीनियर तथा जूनियर दोनों श्रेणियों में टीम विजेता रही। कबड्डी प्रतियोगिता में टीम रनर-अप रही, जबकि समूह गीत प्रतियोगिता में तीसरा स्थान हासिल किया। इस मीट में बच्चों ने कुल 6 ट्रॉफियां, 25 मेडल तथा उत्कृष्ट सहभागिता प्रमाण पत्र प्राप्त किए, जो पूरे संस्थान के लिए गर्व का विषय है। सोमवार को उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा ने सोलन में बच्चों का उत्साहपूर्वक स्वागत किया और उनकी उपलब्धियों पर बधाई दी। इस अवसर पर एडीसी सोलन, डीपीओ सोलन, डीसीपीओ सोलन तथा बाल कल्याण समिति सोलन के सदस्य भी उपस्थित रहे। उन्होंने बच्चों को सम्मानित किया और जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल राजड़ी जाबली में सात दिवसीय NSS शिविर का समापन हुआ। शिविर में स्कूल के 23 स्वयंसेवियों ने भाग लिया, जिनमें छह छात्र और 17 छात्राएँ शामिल थीं। NSS कार्यक्रम का आयोजन प्रभारी बलविंदर ठाकुर और उपाध्यक्ष अनिता की देखरेख में किया गया। समापन अवसर पर प्रिंसिपल मोनिका ठाकुर की अध्यक्षता में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें बैंक मैनेजर दीपिका सूद मुख्य अतिथि रहीं। बच्चों ने विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। शिविर के दौरान प्रतिदिन प्रभातफेरी, जागरूकता कार्यक्रम और संध्या कीर्तन करवाए गए। स्कूल कैंपस में स्वच्छता अभियान चलाया गया, स्कूल के रास्ते को संवारा गया तथा स्थानीय मंदिर परिसर के आसपास की झाड़ियों को काटकर पैदल मार्ग को ठीक किया गया। शिविर में विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा स्वयंसेवियों को जागरूक किया गया। इनमें पुलिस चौकी जाबली के प्रभारी सब-इंस्पेक्टर सुमन कुमार ने रोड़ सेफ्टी, मितिका अत्रि ने सोशल मीडिया, टेकचंद ने योग व प्राणायाम, कंवर देवी ने अध्यात्म व शिक्षा तथा डॉ. राकेश कुमार ने मानसिक रूप से सशक्त रहने और नशे के दुष्प्रभावों पर जागरूक किया। समापन पर सभी स्वयंसेवियों को सम्मानित किया गया।
सोमवार को एसडीएम कार्यालय देहरा में एसडीएम कुलवंत सिंह पोतन की अध्यक्षता में टीबी फ़ोरम की बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान डाडासीबा क्षेत्र की 18 टीबी-मुक्त पंचायतों को सम्मानित किया गया। इनमें से 9 ग्राम पंचायतें बसी, चापलाह गुडारा, डाडासीबा, दोदु राजपूतां, सर्द डोगरी, शांतला, सियोल, सुनहेत और कस्बा कोटला को लगातार दो वर्ष टीबी-मुक्त पंचायत घोषित होने पर सिल्वर स्मृति चिह्न प्रदान किया गया। वहीं, 9 अन्य ग्राम पंचायतों अलो, भरौली जदीद, धीजाग, कौलापुर, कुहना, नाहन नागरोता, नियार, पिरसलुही और अपर बलवाल को एक बार टीबी-मुक्त पंचायत घोषित होने पर ब्रॉन्ज स्मृति चिह्न से सम्मानित किया गया। बैठक में बीएमओ डाडासीबा, बीएमओ देहरा, एसएमओ डाडासीबा, बीडीओ प्रागपुर, बीईईओ डाडासीबा, एसडीएएमओ, जिला परिषद सदस्य एवं टीबी चैंपियंस भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर एसडीएम कुलवंत सिंह पोतन ने पंचायत प्रधानों से अपने-अपने क्षेत्रों में अधिक से अधिक लोगों को टीबी जांच के लिए प्रेरित करने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने बढ़ते नशे और उससे छुटकारा पाने के उपायों पर भी सभा को संबोधित किया। बैठक में बीएमओ डाडासीबा डॉ. सतीश फोतेदार ने बढ़ते टीबी मामलों, उसके लक्षणों, रोकथाम, निक्षय पोषण किट्स तथा सरकार द्वारा संचालित टीबी-मुक्त भारत अभियान, टीबी-मुक्त पंचायत और तंबाकू-मुक्त पंचायत की अवधारणा पर विस्तार से जानकारी दी।
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के कलरूही में दो बाइकों में जोरदार टक्कर हुई। यह हादसा रविवार रात लगभग 10:30 बजे के बाद कलरूही पुल के पास हुआ जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त पेश आया जब माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव की समाप्ति के बाद बड़ी संख्या में लोग घरों की तरफ वापस लौट रहे थे। इस भयावह टक्कर में आसब खान और एक अन्य घायल निखिल पुत्र जीवन ठाकुर (निवासी सेक्टर-56, चंडीगढ़) को सिविल अस्पताल अंब में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तत्काल अंब के सिविल अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें आगे के इलाज के लिए क्षेत्रीय चिकित्सालय ऊना रेफर कर दिया गया है। एसपी ऊना, अमित यादव ने इस घटना की पुष्टि की है और बताया कि पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे स्व. वीरभद्र सिंह भले ही मूल रूप से रामपुर के निवासी थे, लेकिन उन्होंने अपनी राजनीतिक पारी रोहड़ू से ही शुरू की थी और लंबे समय तक रोहडू विधानसभा क्षेत्र के विधायक रहे। सोमवार को रोहड़ू में स्व. वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया जा रहा है। स्व. वीरभद्र सिंह की शिमला में यह तीसरी प्रतिमा होगी। इससे पूर्व एक प्रतिमा ठियोग विधानसभा क्षेत्र के सैंज में लगाई गई है। वहीं दूसरी प्रतिमा रिज मैदान पर लगाई गई है और अब सोमवार को रोहड़ू में उनकी तीसरी प्रतिमा का अनावरण होने जा रहा है। इस विशेष मौके पर कांग्रेस पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष रानी प्रतिभा सिंह और राज्य के लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह सहित अन्य कांग्रेस नेता भी मौजूद रहेंगे। 2012 तक शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आने से पहले उन्होंने सभी चुनाव रोहड़ू से ही लड़े है और हर वक्त इस विधानसभा क्षेत्र से भारी मतों से विजयी रहे है। इसमें 1985 से लेकर 2012 तक के सभी चुनाव रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र से लड़कर जीतकर विधानसभा में बतौर विधायक पहुंचे हैं। रोहडू में सोमवार को आयोजित हो रहे स्व. वीरभद्र सिंह की प्रतिमा अनावरण समारोह के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से भव्य तैयारियां की गई हैं। कार्यक्रम के दौरान शामिल होने वाले लोगों के लिए धाम यानी दोपहर के भोजन की व्यवस्था भी शामिल है। इस प्रतिमा को स्थापित करने एवं सभी तरह की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी ब्लॉक कांग्रेस रोहड़ू के कार्यकर्ताओं को दी गई है।
बडोर घाटी स्थित द एसवीएन स्कूल की कक्षा दसवीं की छात्रा रिज़ुल पाल और सोलन बॉयज स्कूल के छात्र गौरव राणा का शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित प्रतिष्ठित प्रेरणा कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर के लिए चयन हुआ है। यह उपलब्धि जिला सोलन और दोनों स्कूलों के लिए गौरव का विषय है। विद्यालय की अध्यापिका लालिमा जोशी के नेतृत्व में रिज़ुल पाल और गौरव राणा अब गुजरात के साबरमती स्थित वार्ड नगर के जवाहर नवोदय विद्यालय में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। विद्यालय प्रबंधन के अनुसार विद्यार्थियों ने लगातार मेहनत, समर्पण और शिक्षकों के मार्गदर्शन के बल पर यह सफलता अर्जित की है। प्रेरणा कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में नेतृत्व, नवाचार, आत्मविश्वास और राष्ट्रसेवा की भावना विकसित करना है। प्रदेश स्तर पर जवाहर नवोदय विद्यालय कुनिहार में आयोजित प्रथम चरण में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया था, जिनमें से श्रेष्ठ प्रतिभाओं का राष्ट्रीय स्तर के लिए चयन किया गया। विद्यालय अध्यक्ष टी.सी. गर्ग, निदेशक लूपिन गर्ग और प्रधानाचार्या समरीन खान ने रिज़ुल पाल की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि रिज़ुल ने अपनी मेहनत से विद्यालय का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि अन्य विद्यार्थियों के लिए भी प्रेरणादायक रहेगी। शिक्षक और अभिभावकों ने भी इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए विद्यालय के गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक वातावरण की सराहना की और उम्मीद जताई कि रिज़ुल आगे भी विद्यालय और प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर उज्ज्वल करती रहेंगी।
संजौली थाना क्षेत्र के अंतर्गत चलौंठी के पास एक निजी रेस्टोरेंट के समीप मंगलवार को दिल दहला देने वाला सड़क हादसा पेश आया। सड़क किनारे खड़ी एक मारुति कार को तेज रफ़्तार से आ रही क्रेटा कार ने जोरदार टक्कर मारी, जिसकी चपेट में पास खड़ा 4–5 वर्ष का एक मासूम बच्चा भी आ गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार क्रेटा कार ढली की ओर से शिमला की तरफ आ रही थी और चालक अचानक वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। तेज रफ़्तार में हुई इस टक्कर से बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस के अनुसार मृतक बच्चे की पहचान की प्रक्रिया जारी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी शिमला भेजा गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान, पालमपुर (हि.प्र.) ने इंडिया इंटरनेशनल साइन्स फेस्टिवल (आई.आई.एस.एफ)-2025 के कर्टेन रेज़र कार्यक्रम का आयोजन संस्थान परिसर में बड़े उत्साह के साथ किया। संस्थान के निदेशक डॉ. सुदेश कुमार यादव ने प्रतिभागियों का स्वागत किया, जिनमें आसपास के क्षेत्रों के स्कूल और कॉलेजों के छात्र भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि आई.आई.एस.एफ -2025 का आयोजन 6 से 9 दिसंबर 2025 तक पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ में किया जाएगा तथा इसका उद्देश्य विज्ञान को उत्सव के रूप में मनाना है, जो जिज्ञासा और सीखने को बढ़ावा देता है। डॉ. यादव ने छात्रों को इस राष्ट्रीयआयोजन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के भौतिकी विभाग के प्रोफेसर डॉ. शशि धीमान थे। उन्होंने भारत के वैज्ञानिक इतिहास और उसकी वर्तमान प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। डॉ. धीमान ने इस वर्ष के आई.आई.एस.एफ विषय “विज्ञान से समृद्धि: आत्मनिर्भर भारत के लिए” पर विस्तार से चर्चा की और सभी से वैश्विक कल्याण हेतु आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान आई.आई.एस.एफ में प्रस्तावित गतिविधियों, प्रदर्शनियों और प्रमुख आकर्षणों की जानकारी साझा की गई। छात्रों ने संस्थान का भ्रमण किया और वैज्ञानिकों के साथ संवाद कर विज्ञान की दुनिया को करीब से जाना। लगभग 300 विद्यार्थी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन ने बिजली बोर्ड में भारी स्टाफ कमी को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा नई भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्णय का स्वागत किया है। यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष नितिश भारद्वाज, महासचिव प्रशांत शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नन्द लाल, झाबे राम शर्मा, ललित कुमार, सुनील चौधरी, मुख्य संगठन सचिव अनिल वर्मा और मुख्य सलाहकार यशवंत चौहान ने प्रेस को जारी संयुक्त बयान में कहा कि यह कदम प्रदेश में विद्युत व्यवस्था को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगा। यूनियन पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग की है कि भर्ती प्रक्रिया निजी एजेंसी के माध्यम से आउटसोर्स के आधार पर न की जाए। इसके बजाय इसे विद्युत बोर्ड लिमिटिड के माध्यम से मेरिट के आधार पर किसी निर्धारित नीति के तहत संचालित किया जाए, ताकि चयनित कर्मचारी एक निश्चित समयावधि में बोर्ड के नियमित कर्मचारी बन सकें। यूनियन का कहना है कि आउटसोर्स प्रणाली शोषण पर आधारित है और इसी व्यवस्था के कारण कई आउटसोर्स कर्मचारी पिछले वर्षों में दुर्घटनाओं का शिकार होकर मौत या स्थायी विकलांगता का सामना कर चुके हैं, जिससे उनके परिवार कठिन परिस्थितियों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। पदाधिकारियों ने कहा कि वर्तमान में स्टाफ की कमी इस हद तक बढ़ गई है कि कई स्थानों पर सीढ़ी पकड़ने तक के लिए दूसरा कर्मचारी उपलब्ध नहीं है और कर्मचारी अकेले ही जोखिमपूर्ण कार्य करने को मजबूर हैं। विद्युत उपकेंद्रों में भी स्टाफ की भारी कमी है, जिसके चलते कर्मचारियों को अकेले ही शिफ्ट ड्यूटी निभानी पड़ रही है। यूनियन ने सरकार से कैबिनेट द्वारा मंजूर 1000 टी-मेट और 70 हेल्पर (पावर हाउस) पदों की भर्ती प्रक्रिया को जल्द शुरू करने की मांग की है, ताकि बिजली आपूर्ति व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने में सहायता मिल सके। साथ ही, पहले से कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाने और यूनियन के 18वें महाअधिवेशन में मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को शीघ्र लागू करने की भी मांग की गई है। यूनियन पदाधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि मुख्यमंत्री शीघ्र ही बोर्ड प्रबंधन को आवश्यक दिशा–निर्देश जारी करेंगे।
हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन में स्थित डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के मुद्दे पर भाजपा-कांग्रेस के बीच चल रही जबरदस्त राजनीति का खामियाजा सिरमौर जिले की जनता को भुगतना पड़ रहा है। लिहाजा यहां की जनता बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर खुद को ठगा सा महसूस कर रही है। उच्च कोटि की स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के दावे भी यहां खोखले साबित हो रहे है। इसका बड़ा अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिला सिरमौर की लगभग 6 लाख की आबादी के दिलों का एक भी रखवाला नहीं है। दरअसल हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार के गृह जिला सिरमौर में एक भी हार्ट सर्जन (हृदय रोग विशेषज्ञ) नहीं है। जिले का सबसे बड़ा स्वास्थ्य संस्थान मेडिकल काॅलेज एवं नाहन अस्पताल भी इससे अछूता है। जिला वासी एक लंबे अरसे से उनके दिलों के रखवाले का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज के नाम पर चल रही राजनीति के बीच इस गंभीर मुद्दे पर कोई उचित कदम नहीं उठाए जा रहे है। सरकार चाहे इससे पहले भाजपा की रही है या फिर वर्तमान सरकार के 3 साल का कार्यकाल हो, इस मुद्दे पर किसी ने कुछ नहीं किया। हालांकि घोषणाओं के बीच पिछली भाजपा सरकार सत्ता से अलविदा जरूर हो गई। मेडिकल कॉलेज ही नहीं सिरमौर में किसी सरकारी अस्पताल में भी हार्ट सर्जन नहीं है। यहां राजगढ़, पांवटा साहिब, ददाहू और सराहाँ सिविल अस्पताल हैं इसके अलावा संगड़ाह और शिलाई में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चल रहे हैं। विडम्बना ये है कि मेडिकल कॉलेज के शिफ्टिंग और विस्तारीकरण को कांग्रेस और भाजपा आमने सामने रही है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर कोई जिक्र नहीं किया जा रहा है। जबकि मरीज मेडिकल कॉलेज ही नहीं जिले के अन्य अस्पतालों में भी सुविधाओं की कमी का दंश झेल रहे हैं।
ज्वालामुखी रेंज के गुम्मर–जंगल क्षेत्र में नियमित गश्त के दौरान वन विभाग की टीम ने अवैध खैर कटान का बड़ा मामला पकड़ा है। वन खंड अधिकारी पविंदर कुमार, वन रक्षक दीपक कुमार और वन मित्र आदर्श धनोटिया गश्त पर थे, तभी कोके रोड़ पर एक संदिग्ध टेम्पो (नं. HP 72A 6555) को रोका गया। जांच के दौरान टेम्पो में चालक अशोक कुमार के साथ दिलबाग, अंशुल और अक्षय जसवाल (सभी निवासी सलीहार) मौजूद पाए गए। तलाशी में वाहन से सफेद पॉलीथिन में छिपाए 8 खैर के हरे मोछे और 2 कटर बरामद किए गए। पूछताछ में सभी आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने ये मोछे चक्बन–कालीधर जंगल (गुम्मर बीट) से अवैध रूप से काटे हैं। वन विभाग ने मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों के विरुद्ध प्रचलित नियमों एवं अधिनियमों के तहत प्राथमिक सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज करवा दी है। आर.एफ़.ओ. ईशानी ने कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वन मंडल अधिकारी देहरा सन्नी वर्मा के निर्देश पर ज्वालामुखी रेंज में दिन–रात पेट्रोलिंग और नाके स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि अवैध कटान पर सख्त रोक लगाई जा सके। विभाग ने दोहराया है कि भविष्य में भी वन माफियाओं के खिलाफ सख्त और निरंतर कार्रवाई जारी रहेगी।
जीवनसाथी ज़रूरी है… लेकिन भरोसे के रिश्ते में अगर धोखा छिपा हो तो क्या किया जाए? हिमाचल प्रदेश में शादी के नाम पर ठगी का ऐसा गिरोह सामने आया है, जिसने कई परिवारों की खुशियाँ छीन लीं… हिमाचल प्रदेश में महिलाओं का एक ऐसा गिरोह सक्रिय हो गया है, जो शादी के नाम पर लोगों को ठग रहा है। ताज़ा मामला कांगड़ा और मंडी ज़िलों से सामने आया है, जहाँ लुधियाना की पाँच महिलाओं ने हिमाचल के युवकों से शादी की और फिर जेवरात लेकर फरार हो गईं। जानकारी के अनुसार, इन महिलाओं ने पहले मैरिज ब्यूरो के माध्यम से हिमाचल के व्यक्तियों से शादी की। शादी के बाद कुछ दिनों तक सब सामान्य चलता रहा, लेकिन मौका मिलते ही महिलाएँ कीमती गहने और नकदी लेकर रफूचक्कर हो गईं। एक मामला तो ऐसा भी सामने आया है जहाँ महिला ने पूरे 25 दिन तक शादीशुदा जीवन निभाया, ताकि घरवालों का भरोसा पूरी तरह जीत सके और फिर अचानक जेवर लेकर गायब हो गई। इसके बाद पीड़ितों ने मैरिज ब्यूरो के संचालक से संपर्क किया। मैरिज ब्यूरो के मालिक ने भी सहयोग दिखाते हुए पुलिस की मदद की, जिसके चलते पाँचों महिलाओं को पकड़ लिया गया। हालाँकि पीड़ित परिवारों का दावा है कि यह गिरोह सिर्फ पाँच महिलाओं तक सीमित नहीं है इसमें और भी कई सदस्य जुड़े हुए हैं। आज तड़के पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लेकर थाना नगरोटा बगवां पहुँचे। उनका कहना है कि यह संगठित गिरोह कई राज्यों में सक्रिय है और भोले-भाले लोगों को शादी के झांसे में फँसाकर लाखों की ठगी कर रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच में जुटी है। लेकिन इस घटना ने मैरिज ब्यूरो के माध्यम से होने वाली शादियों पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डॉ. जेपी सिंह को बिहार विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त मिली है। छपरा विधानसभा क्षेत्र से जन सुराज पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे सिंह न केवल चुनाव हार गए, बल्कि उनकी जमानत भी जब्त हो गई। डॉ. जेपी सिंह हाल ही में एडीजीपी (CID) के पद पर कार्यरत थे। इससे पहले वे आईजी दक्षिण रेंज, आईजी नॉर्थ रेंज और विजिलेंस विभाग में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ निभा चुके हैं। पुलिस सेवा में उनकी पहचान एक सख्त और अनुभवी अधिकारी के रूप में रही है। वे मूल रूप से 2000 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उनकी सामान्य सेवानिवृत्ति 31 जुलाई 2027 को होनी थी, लेकिन राजनीति में प्रवेश करने के लिए उन्होंने इससे पहले ही स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले ली थी।
जिला पुलिस ने नशे के खिलाफ अभियान में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। जिले में पहली बार सिंथेटिक ड्रग एमडीएमए (क्रिस्टल ड्रग) पकड़ी गई है। थाना घुमारवीं पुलिस ने टोल प्लाजा बलोह के पास नाका लगाकर एक पंजाब नंबर की टैक्सी से दो युवकों को पकड़ा, जिनके कब्जे से 20.6 ग्राम एमडीएमए क्रिस्टल ड्रग और 225 ग्राम चरस बरामद की गई। पुलिस के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में एमडीएमए की ये अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है, जिसकी कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि यह सिंथेटिक ड्रग कसोल क्षेत्र में एक पार्टी के लिए ले जाई जा रही थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की है, जो कसोल और आसपास के क्षेत्रों में छापामारी कर रही है। इससे पहले ऐसा मामला कुल्लू जिले में ही सामने आया था। पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान आसीम और शिवम उम्र 19 निवासी मुक्तसर, पंजाब के रूप में हुई है। दोनों एक डिजायर टैक्सी में हिमाचल की ओर आ रहे थे। पुलिस टीम ने शक के आधार पर गाड़ी को रोका और तलाशी लेने पर नशीला पदार्थ बरामद किया गया। एसपी बिलासपुर संदीप धवल ने बताया कि 'थाना घुमारवीं में दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ये नशीला पदार्थ कहां से लाया गया था और इसे हिमाचल में कहां सप्लाई किया जाना था। नशे का नेटवर्क ध्वस्त करने के लिए जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है।
हमीरपुर के दुगनेहड़ी में नाके पर SHO कुलवंत सिंह पर गाड़ी चढ़ाकर जानलेवा हमला करने के प्रयास में मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी रशिक कुमार पुत्र दिनेश कुमार निवासी गांव लाहलड़ी व जिला हमीरपुर को वीरवार देर शाम उसके घर से ही धर दबोचा। आरोपी ड्राइवर को शुक्रवार दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी घटना के बाद से फरार था और शाम को अपने घर पहुंचा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने जाल बिछाया और उसे घर से काबू कर लिया। कार में ड्राइवर रशिक समेत कुल 5 लोग सवार थे, जिनमें एक महिला भी शामिल थी। घटना के बाद सभी मौके से फरार हो गए थे। हालांकि, पुलिस ने वीरवार शाम तक कार में सवार एक महिला और एक अन्य व्यक्ति को पहचान कर पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। पुलिस को शक है कि कार से भागते समय आरोपियों ने चिट्टे की खेप को कहीं छिपा दिया है, क्योंकि कार की तलाशी में कुछ भी बरामद नहीं हुआ। पुलिस मामले की गहनता से छानबीन कर रही है और बाकी फरार आरोपियों की तलाश जारी है। एडिशनल एसपी राजेश उपाध्याय ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मुख्य आरोपी रशिक कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को आज कोर्ट में पेश किया जा रहा है और आगे की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
बघाट बैंक के ऋण की रिकवरी की सुनवाई कर रहे सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं (एआरसीएस) भी एक मामले को देखकर हैरान रह गए, जिसमें बैंक ने ऋण की मूल राशि से कई गुना अधिक ब्याज ही लगा दिया। कंडाघाट क्षेत्र के ऋणधारक ने मशरूम प्लांट के लिए बघाट से करीब 32 लाख रुपए का ऋण लिया था। आज वह ऋण 1.08 करोड़ रुपए हो गया है। इसमें 76 लाख रुपए बैंक ने ब्याज लगाया हुआ है। जब ऋणधारक एआरसीएस की अदालत में पेश हुआ तो उन्होंने कहा वह ऋण का भुगतान करने के लिए तैयार है, लेकिन ऋण राशि 1.08 करोड़ रुपए हो गई है। इसमें ब्याज बैंक ने किस आधार पर 76 लाख रुपए जोड़ा है। यह उन्हें आज तक बैंक ने नहीं बताया है। बघाट बैंक ने नियमों को ताक पर रखकर कई ऋण मंजूर किए हैं। ऋण की रिकवरी को लेकर एआरसीएस की विशेष अदालत में इसके खुलासे हो रहे हैं। सोलन के अश्वनी खड्ड में 8 बीघा भूमि पर बैंक ने 4.85 करोड़ रुपए का ऋण दे दिया। यह ऋण अब एनपीए हो गया है। एआरसीएस की अदालत में इस मामले की भी सुनवाई हुई। एआरसीएस ने सभी को निर्देश दिए कि या तो ओटीएस से ऋण का भुगतान करें नहीं तो ऋणधारक के साथ गारंटर की भी संपत्ति को अटैच किया जाएगा। वहीं बघाट बैंक के एक ऋण डिफाल्टर को एआरसीएस ने कहा कि ऋण का भुगतान करें या तो फिर जेल जाने को तैयार रहे। हुआ यूं कि एक ऋण डिफाल्टर जिन्होंने बैंक से करीब 18 लाख रुपए का ऋण लिया हुआ था, लेकिन भुगतान नहीं कर रहा है। बैंक ने ऋण के लिए एक बिस्वा या इससे कम जमीन को गिरवी रखा हुआ है। इससे ऋण की वसूली होना संभव नही है। उनसे एआरसीएस ने ऋण का भुगतान करने को कहा। एक ऋण डिफाल्टर द्वारा बैंक को दिया गया 10 लाख रुपए का चैक बाऊंस हो गया है। बैंक ने सम्बन्धित डिफाल्टर को इस चैक की राशि को जमा करवाने के निर्देश दिए हैं, नहीं तो चैक बाऊंस का मामला दर्ज करवाया जाएगा। एआरसीएस सोलन गिरीश नड्डा ने बताया कि वीरवार को उनकी अदालत में करीब 49 मामलों की सुनवाई थी। इनमें से 34 मामलों में ऋण की रिकवरी की सुनवाई की गई। इसमें अधिकांश ने ओटीएस से अपना ऋण जमा करने का अवसर मांगा है। इन सभी को एक महीने का समय दिया गया है। इसके अलावा 4 संपत्तियों को अटैच करने व 2 गाड़ियों को जब्त करने के आदेश दिए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) की सुरक्षा में तैनात 8 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया है। इन पर स्ट्रांग-रूम में रखी EVM की सुरक्षा में लापरवाही बरतने का आरोप है। सस्पेंशन के बाद इन जवानों को लाइन हाजिर किया गया। इनमें 2 हेड कॉन्स्टेबल और 6 कॉन्स्टेबल शामिल है। इलेक्शन कमीशन ने दो विधानसभा की हाईकोर्ट में पिटीशन होने की वजह से बिलासपुर कॉलेज और लखनपुर में EVM के लिए स्ट्रांग रूम बना रखा है। इसलिए, यहां 24 घंटे पुलिस जवानों की ड्यूटी रहती थी, ताकि EVM से किसी प्रकार की छेड़छाड़ न हो। ASP शिव चौधरी बुधवार रात 11 बजे पहले बिलासपुर कॉलेज पहुंचे। इसके बाद, रात 12 बजे लखनपुर में बनाए गए स्ट्रांग रूम पहुंचे। ASP ने बताया कि बिलासपुर में पांच पुलिस जवान ड्यूटी पर होने चाहिए थे। मगर एक भी ड्यूटी पर नहीं मिला। उन्होंने बताया-लखनपुर में दो होमगार्ड जवान ड्यूटी पर मिले। मगर यहां भी पुलिस के तीन जवान गायब थे। ASP की रिपोर्ट के आधार पर SP बिलासपुर ने वीरवार शाम को इन जवानों के खिलाफ कार्रवाई की है। SP संदीप धवल ने बताया कि ये जवान ईवीएम की गार्द ड्यूटी से नदारद पाए गए। इसलिए, इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। इन जवानों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। ऐसे संवेदनशील मामलों में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। बता दें कि पुलिस में 'लाइन हाजिर' का मतलब किसी पुलिसकर्मी को उसके थाने या चौकी की ड्यूटी से हटाकर पुलिस लाइन में भेज देना होता है। यह एक प्रशासनिक और दंडात्मक कार्रवाई है, जो अक्सर अनुशासनहीनता, लापरवाही या किसी शिकायत की जांच के दौरान की जाती है। लाइन हाजिर होने पर पुलिसकर्मी को कोई महत्वपूर्ण कार्य नहीं सौंपा जाता और वह अधिकारियों की सीधी निगरानी में रहता है, जब तक कि जांच पूरी नहीं हो जाती।
चुराह के विधायक हंसराज युवती के आरोपों के बाद दर्ज हुए पॉक्सो एक्ट के तहत मामले में वीरवार को महिला थाना चंबा पहुंचे। युवती ने विधायक पर कुछ माह पूर्व उसे चंडीगढ़ स्थित फ्लैट में ले जाकर दुष्कर्म के आरोप लगाए हैं। पुलिस की टीम ने विधायक से कई सवाल किए। विधायक के पुलिस निगरानी में मेडिकल भी करवाने की बात सामने आई है। सूत्र के मुताबिक पुलिस टीम ने युवती के आरोपों के आधार पर चंडीगढ़ स्थित फ्लैट में भी दबिश दी। इस दौरान पुलिस टीम ने साक्ष्य और सबूत भी मौके से एकत्रित किए। एक साल पहले चुराह के विधायक पर अश्लील चैट करने, उसे और परिवार को जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाने वाली युवती ने न्यायालय में अपने बयानों से पलट गई थी। इसके बाद हाल ही में युवती ने सोशल मीडिया पर आकर एक बार फिर से विधायक पर संगीन आरोप लगाए। इसके बाद महिला आयोग, पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस अधीक्षक विजय कुमार सकलानी ने बताया कि पुलिस टीम पूरी निष्पक्षता से मामले की जांच में जुटी हुई है।
इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक मलेन्द्र राजन ने आज ग्राम पंचायत माजरा और मलकाना में “विधायक आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत लोगों की समस्याएँ सुनीं तथा संबंधित विभागों के अधिकारियों को उनके समयबद्ध समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। इस अवसर पर अपने संबोधन में विधायक मलेन्द्र राजन ने बताया कि माजरा का मुख्य मार्ग, जो पठानकोट एवं अन्य क्षेत्रों को जोड़ता था, गत वर्ष बरसात के दौरान आई बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गया था। उन्होंने कहा कि अब इस मार्ग को लोगों और वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया गया है। विधायक ने जानकारी दी कि 50 लाख रुपये की लागत से इस मार्ग के प्रोटेक्शन कार्य को शीघ्र आरंभ किया जाएगा, जिसके लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। साथ ही, 22.70 करोड़ रुपये की लागत से सड़क के पुनर्निर्माण हेतु डीपीआर तैयार कर सरकार को भेजी गई है, जिसे शीघ्र स्वीकृत कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा। मलेन्द्र राजन ने कहा कि डमटाल को माजरा से जोड़ने के लिए एक पुल का प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के लोगों को सुगम आवागमन की सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि मलकाना पंचायत में पेयजल आपूर्ति को सुदृढ़ करने के लिए एक नई योजना तैयार की गई है, जिसका निर्माण कार्य पूर्ण होते ही उद्घाटन किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि बिजली समस्या के समाधान हेतु एक नया ट्रांसफार्मर स्थापित किया गया है। वहीं, मिलवां से बरोटा सड़क का निर्माण कार्य 20 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है, जो क्षेत्र की एक प्रमुख मांग रही है। इसके अतिरिक्त, त्योड़ा पत्तन पुल की डीपीआर 14 करोड़ रुपये की लागत से तैयार कर सरकार को भेजी गई है, जिससे क्षेत्रवासियों को बेहतर आवागमन सुविधा मिलेगी।विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं के त्वरित समाधान और विकास कार्यों को प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि जनता से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को मौके पर ही सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। कार्यक्रम में एसडीएम डॉ. सुरेंद्र ठाकुर, एसई लोक निर्माण विभाग मोहिंदर पाल धीमान, एक्सईएन दीपक महाजन, डीएसपी संजीव कुमार, तहसीलदार अमनदीप सिंह, एक्सईएन विद्युत बोर्ड संदीप सन्याल, एसडीओ आईपीएच अनिल ठाकुर, माजरा उपप्रधान तिलक, पोंग बांध सलाहकार समिति के निदेशक कुलदीप शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष रणजीत पठानिया, व्यापार कल्याण बोर्ड के सदस्य गगनदीप, रिंकू सहोत्रा, वार्ड सदस्य साहिल, रोमी, मलकाना प्रधान नरेंद्र कौर, ओबीसी सेल के अध्यक्ष केवल, उपप्रधान ठाकुरद्वारा राणा प्रताप, उपप्रधान बसंतपुर जोगिंदर सिंह, पूर्व प्रधान सीता देवी, तारा चंद, क्रशर उद्योग से जुड़े प्रतिनिधि तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश सरकार को कुल्लू जिले में कचरा प्रबंधन की बदहाल स्थिति को लेकर राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने फटकार लगाई है। अधिकरण ने राज्य के मुख्य सचिव को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 के पालन से संबंधित विस्तृत शपथपत्र दो माह के भीतर दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। वीरवार को यह सुनवाई न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य डा. अफरोज अहमद की पीठ के समक्ष हुई। हिमाचल के महाधिवक्ता अनूप रतन ने तर्क दिया कि इस मामले में प्रदेश उच्च न्यायालय ने पहले ही स्वयं संज्ञान याचिका संख्या 36/2025 के रूप में सुनवाई शुरू कर दी है। इस पर एनजीटी ने स्पष्ट किया कि पर्यावरणीय मामलों में दोनों संस्थाएं समानांतर रूप से कार्रवाई कर सकती हैं और यदि किसी आदेश में टकराव होता है, तो उच्च न्यायालय का आदेश प्रभावी रहेगा। प्राधिकरण ने कुल्लू और कसोल में कचरे की भयावह स्थिति पर गंभीर चिंता जताते हुए प्रतिवादी संख्या पांच को निर्देश दिया कि वह जिला पर्यावरण समिति से परामर्श कर वैकल्पिक प्रबंधन व्यवस्था तैयार करे। समिति को दो माह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है, जिसमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 की प्रत्येक धारा के अनुपालन का विवरण सारणीबद्ध रूप में दिया जाए। एनजीटी ने साथ ही हिमाचल सरकार के मुख्य सचिव को प्रतिवादी संख्या छह, जबकि शहरी विकास और ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिवों को क्रमशः प्रतिवादी संख्या सात और आठ के रूप में मामले में शामिल किया है। प्राधिकरण ने निर्देश दिया कि मुख्य सचिव स्वयं या उनके द्वारा अधिकृत अधिकारी के माध्यम से यह रिपोर्ट दाखिल करें और राज्य में लागू जन विश्वास अधिनियम 2023 के तहत पर्यावरण संरक्षण अधिनियम में किए गए संशोधनों के अनुपालन का ब्योरा दें। यह भी आदेश दिया कि मुख्य सचिव राज्य के सभी विभागों को निर्देश जारी करें, ताकि निर्णायक अधिकारी स्वयं संज्ञान लेकर पर्यावरणीय नियमों का उल्लंघन करने वाले सरकारी अधिकारियों या निजी पक्षों पर जुर्माना लगा सकें। मामले की अगली सुनवाई 16 जनवरी 2026 को तय की गई है। सभी संबंधित पक्षों को एक माह के भीतर अपने अतिरिक्त उत्तर दाखिल करने के निर्देश दिए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में नशा तस्कर को पड़कने गई पुलिस टीम को कुचलने का प्रयास किया गया। जानकारी के अनुसार पुलिस थाना सदर हमीरपुर के तहत नशा तस्करी की सूचना मिलने पर दुगनेहड़ी में नाल्टी सड़क पर लगे नाके को तोड़ पुलिस टीम पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया गया। वारदात में थाना प्रभारी कुलवंत राणा को चोट लगी है। आरोपी ने जब गाड़ी को नहीं रोका तो थाना प्रभारी ने मुस्तैदी दिखाते हुए आरोपी की गाड़ी पर गोली चला दी, जिससे उसका टायर पंचर हो गया। हिमाचल में पंजीकृत गाड़ी के मालिक पर पहले ही एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज है। मामले की पुष्टि करते हुए एसपी भगत सिंह ठाकुर ने बताया कि पुलिस को रात को सूचना मिली थी कि गाड़ी में नशे की खेप है। इस गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को पकड़ने के लिए नाका लगाया गया था। दुगनेड़ी के पास सुबह करीब 6:30 बजे नाका लगाया गया था और करीब 8:00 बजे गाड़ी वहां पहुंची तो गाड़ी को रोकने का प्रयास किया गया लेकिन रोकने की बजाय आरोपी ने पुलिस थाना प्रभारी पर गाड़ी चढ़ा दी। आरोपी ने गाड़ी को सड़क में छोड़ दिया और खुद फरार हो गया है। हालांकि, पुलिस ने आरोपी की पहचान करली है। पुलिस को यह सूचना मिली थी कि इस गाड़ी में सिंथेटिक ड्रग चिट्टा है।
दिनांक 6 नवम्बर से 7 नवम्बर तक आयोजित राज्यस्तरीय शतरंज प्रतियोगिता में लौरिएर ग्लोबल स्कूल की छात्रा डोयल रियालच ने अंडर-14 वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त कर राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता के लिए अपना स्थान सुनिश्चित किया। आगामी राष्ट्रीय शतरंज प्रतियोगिता 10 दिसंबर को आयोजित की जाएगी, जिसमें डोयल रियालच अपनी टीम के साथ हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगी। छात्रा की इस शानदार उपलब्धि पर स्कूल के प्रबंध निदेशक डा. रण सिंह, कैम्पस डायरेक्टर डा. एम. एस. आशावत तथा प्रधानाचार्या डा. अंकिता शर्मा ने डोयल रियालच और उनके अभिभावकों को हार्दिक बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
जिला लेखक संघ की मासिक बैठक एवं काव्यगोष्ठी का आयोजन घुमारवीं में हुआ। ये आयोजन देलग गांव में संघ के सदस्य हेमराज शर्मा के घर में हुआ, जिसमें लेखक संघ के संरक्षक डॉक्टर लेख राम शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। बैठक का शुभारंभ सरस्वती वन्दना के साथ किया गया। इसके बाद लेखक संघ की गतिविधियों पर विचार विमर्श किया गया। द्वितीय सत्र की अध्यक्षता डॉ.अनेक राम संख्यान ने की। कवि सम्मेलन में डॉक्टर लेखराम शर्मा ने "दादे रा किरड़ू, बाबे जो त्यार", प्रीति शर्मा मधु ने "गांव-गांव का शहर, शहर में छंट गया जीवन", संघ के प्रेस सचिव केशव शर्मा रसिक ने "इस मन को मैंने बार-बार समझाया, बदलती दुनिया का हर रंग दिखाया", सुनील शर्मा ने "एक समय था", शमशेर सिंह चंदेल ने "हिमाचल है सरताज हिंद का, दुनिया का ये तारा है", अजय शर्मा ने "खुश रहना तो है आसान बहुत", डॉक्टर अनेक राम संख्यान ने "झूमती चली हवा", मास्टर शिवाय ने "हरपल चलती जाती चींटी", बृजलाल लखनपाल ने "मैं रहूं या न रहूं", रविंद्र कुमार शर्मा ने "मन करदा इक छोटा जेहा टप्परू मैं वी बणाऊं" आदि कविताएँ सुनाकर खूब वाहवाही लूटी। कार्यक्रम के अंत में हेमराज शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। मंच संचालन की भूमिका रविंद्र कुमार शर्मा ने बखूबी निभाई। इस अवसर पर लेखक संघ की ओर से हेम राज शर्मा व अजय शर्मा को टोपी व शॉल पहनाकर सम्मानित किया गया।
राज्य विधानसभा सचिवालय ने सत्र की तैयारियां तेज कर दी हैं। धर्मशाला के तपोवन में 26 नवंबर से शुरू होने जा रहे विधानसभा के शीत सत्र में इस बार प्राकृतिक आपदा, सड़कों, पेयजल, स्वास्थ्य सेवाएं और कर्मचारियों की मांगों से जुड़े विषय प्रमुख हैं। सत्र के लिए बुधवार तक राज्य विधानसभा सचिवालय को 300 से अधिक सवाल मिल गए हैं। आने वाले दिनों में सवालों की संख्या और बढ़ने की संभावना है। यह प्रश्न विधानसभा सचिवालय को विधायक 19 दिसंबर तक भेजे पाएंगे। शीत सत्र का समापन पांच दिसंबर को होगा। इस बार भी विपक्षी भाजपा जहां आक्रामक रुख में होगी, वहीं सत्ता पक्ष भी हमलावर रहेगा। राज्य विधानसभा सचिवालय ने विभिन्न विभागों को स्पष्ट किया है कि सवालों के जवाब समय पर तैयार करें, जिससे सत्र के दौरान मंत्री सटीक और पूर्ण जानकारी सदन के पटल पर रख सकें। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सत्र के दौरान आपदा राहत कार्यों पर भी सदन में वक्तव्य देंगे। इस वर्ष बरसात के दौरान राज्य के कई जिलों में प्राकृतिक आपदा आई, जिससे सैकड़ों सड़कें और पुल क्षतिग्रस्त हुए। जलापूर्ति योजनाएं ठप हो गईं और हजारों लोग विस्थापित हुए। सत्र में इन मुद्दों पर व्यापक चर्चा होने की संभावना है। विधायकों की ओर से प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण और राहत पैकेज के वितरण में पारदर्शिता को लेकर भी विपक्ष द्वारा प्रश्न उठाए जाएंगे। यह आठ बैठकों वाला अब तक का सबसे लंबा शीत सत्र है। कांग्रेस सरकार जहां अपने तीन वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों को सामने रखने की तैयारी में है, वहीं भाजपा सरकार को हर मोर्चे पर घेरने का प्रयास करेगी। तपोवन स्थित विधानसभा परिसर में सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
पुलिस थाना परवाणू के तहत एक युवक को 238 ग्राम चरस सहित गिरफ्तार किया है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अजय नामक व्यक्ति पंचायत घर टकसाल के समीप एक किराए के कमरे में चरस बेचने का धंधा करता है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए उसके कमरे में दबिश दी। कमरे में मौजूद युवक की पहचान जय (18) पुत्र लायक राम निवासी गांव कुण्डी डाकघर थरोच तहसील नेरवा जिला शिमला के रूप में हुई। तलाशी के दौरान उसके पास से 238 ग्राम चरस बरामद हुई। आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि आरोपी के पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है।
प्रदेश सरकार अपने कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 11 दिसंबर को मंडी जिले में राज्यस्तरीय कार्यक्रम आयोजित करेगी। कार्यक्रम स्थल के चयन के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी और धर्मपुर विधायक चंद्रशेखर शामिल हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा के लिए बुधवार को आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह जानकारी साझा की। उन्होंने सभी विभागों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सभी व्यवस्थाएं निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी की जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में पिछले तीन वर्षों के दौरान वर्तमान राज्य सरकार द्वारा ‘व्यवस्था परिवर्तन’ पहल के माध्यम से हासिल सकारात्मक परिवर्तन को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्त्वपूर्ण सुधार किए हैं, जिससे राज्य भर के लोग लाभान्वित हो रहे हैं। राज्य की अर्थव्यवस्था में सुधार के साथ राजस्व सृजन में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने बताया कि विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थी भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान करने वाले व्यक्तियों और सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को इस कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विकासात्मक गतिविधियों में तेजी लाने और जमीनी स्तर पर सरकार की प्राथमिकताओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए दो वर्षीय रोडमैप तैयार करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने लोगों के घर-द्वार तक और अधिक सेवाएं पहुंचाने, डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने और सभी विभागों में सुशासन को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. धनी राम शांडिल, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, मुख्य सचिव संजय गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह, प्रशासनिक सचिव, विभागाध्यक्ष और वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे। राज्य के सभी उपायुक्त भी वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
भारतीय जनता पार्टी जसवां-परागपुर मंडल ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के कोटला बेहड़ उपमंडल के लिए भवन का निर्माण न हो पाने पर गहरी नाराज़गी और खेद व्यक्त किया है। मंडल अध्यक्ष विनोद शर्मा और वीरेंद्र ठाकुर ने एक संयुक्त बयान में कहा कि गांव के समाजसेवी एवं दानी व्यक्ति रमेश शर्मा ने लाखों रुपये की कीमत की भूमि खरीदकर सरकार को मुफ्त में दान दी थी, ताकि उस भूमि पर पीडब्ल्यूडी उपमंडल का भवन बनाया जा सके। इस भवन का शिलान्यास तात्कालिक उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने किया था और भवन निर्माण के लिए धनराशि भी स्वीकृत करवाई गई थी। उन्होंने कहा कि आज तक इस भवन का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी सब-डिवीजन डाडासीबा के अंतर्गत लगभग 530 किलोमीटर लंबी सड़कें आती हैं, जिनका निरीक्षण करने के लिए सहायक अभियंता के पास विभागीय वाहन तक उपलब्ध नहीं है। यही स्थिति परागपुर उपमंडल के सहायक अभियंता की भी है। दोनों अधिकारियों को निरीक्षण के लिए निजी वाहनों या ठेकेदारों के वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ऐसे में विभागीय कार्यों की निगरानी और जनता की समस्याओं का समाधान प्रभावी रूप से नहीं हो पा रहा है। दोनों मंडल अध्यक्षों ने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह से आग्रह किया है कि जसवां-परागपुर की जनता अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रही है। अतः जल्द कोटला बेहड़ में उपमंडल भवन का निर्माण कार्य आरंभ किया जाए और संबंधित अधिकारियों को विभागीय वाहन उपलब्ध करवाए जाएं।
सहायक पंजीयक सहकारी समिति सोलन ने मंगलवार को बघाट बैंक लोन डिफाल्टरों के मामले की सुनवाई के लिए अदालत लगाई। इसमें 41 डिफाल्टरों को समन जारी कर सुनवाई के लिए बुलाया गया था। इसमें करीब 23 डिफाल्टर सुनवाई के लिए पहुंचे। 20 डिफाल्टरों की संपत्तियों की नीलामी के सहायक पंजीयक की अदालत ने आदेश जारी किए हैं। तीन डिफाल्टरों ने 2.80 लाख रुपये के चेक दे दिए। वहीं उन्होंने हर माह किस्तें भरने के लिए भी हामी भरी। उन्हें कुछ राहत दे दी गई। इसमें सबसे बड़ा डिफाल्टर ऊना से पहुंचा था। उसकी करीब 6 करोड़ रुपये देनदारी ब्याज सहित हो चुकी है। डिफाल्टर ने कहा कि वह अपनी संपत्ति बेचकर जल्द ही पूरा ऋण का पैसा लौटा देगा। कुछ अन्य डिफाल्टरों ने भी खुद अपनी संपत्तियां बेचकर ऋण चुकाने की बात कही, जिसके बाद उन्हें कुछ माह का समय दिया गया है। बघाट बैंक लोन मामले में कुछ डिफाल्टर और गारंटरों ने बड़े खुलासे भी किए। इस दौरान कर्मचारियों पर आरोप लगाए कि डिफॉल्टरों ने बैंक प्रबंधन और उन्होंने लोन देने के बदले उनसे पैसे भी लिए थे। बाकायदा इसके लिए उन्होंने अपने खातों की डिटेल भी दिखाई। वहीं गारंटर ने भी आरोप लगाए कि लोन देने के समय उन्हें केवल यह बताया गया था कि 3 लाख की लिमिट है। बाद में यहां आकर पता चला कि 30-30 लाख रुपये का लोन लिया गया है और बड़ी बात क्या है कि इसमें गारंटर की जमीन को भी अटैच किया गया था। इसके अलावा डिफॉल्टरों ने यह भी आरोप लगाया कि सोलन शहर में एक नामी और बड़े डिफाल्टर को पुलिस गिरफ्तार करने में नाकाम रही है। जबकि छोटे-छोटे डिफॉल्टरों को गिरफ्तार किया जा रहा है। करीब 18 डिफाल्टर अदालत से समन जारी होने के बाद भी अदालत में नहीं पहुंचे। अब सहायक पंजीयक की अदालत से उनकी गिरफ्तारी के लिए जल्द गैर जमानती वारंट जारी होंगे और उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। तीन दिन तक चलने वाली सहायक पंजीयक की अदालत बुधवार को भी जारी रहेगी। दूसरे दिन 39 डिफाल्टरों को इसमें बुलाया गया है। उधर, सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं सोलन गिरीश नड्डा ने कहा कि अभी दो दिन और अदालत लगेगी।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बडोली कोहाला में कक्षा 11वीं और 12वीं की छात्राओं को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के सौजन्य से एसडीएम ज्वालामुखी डॉ. संजीव शर्मा की उपस्थिति में ट्रैक सूट वितरित किए गए। यह कार्यक्रम विद्यालय प्रांगण में सौहार्दपूर्ण और उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर डॉ. शर्मा ने छात्राओं को खेलकूद और शारीरिक फिटनेस के महत्व पर प्रेरक संदेश दिए। उन्होंने छात्राओं से जीवन में अनुशासन, परिश्रम और सक्रियता बनाए रखने का आह्वान किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य सुरेश ठाकुर ने एनएचएआई के अधिकारियों और डॉ. संजीव शर्मा का इस सराहनीय पहल के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयासों से छात्राओं में खेल भावना, आत्मविश्वास और टीम भावना को बढ़ावा मिलेगा। कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षकगण, छात्राएँ तथा एस.एम.सी. प्रधान उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बुधवार सुबह राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से शिष्टाचार भेंट की। इस दाैरान दोनों के बीच प्रदेश के विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने शिमला लिफ्ट पार्किंग के समीप हिम-ईरा की पहल हिमाचल हाट का शिलान्यास किया। सीएम सुक्खू ने इस अवसर पर कहा कि हिम ईरा में पहली बार महिलाओं को फूड वैन उपलब्ध करवाई गई है। इसी वर्ष 60 और वैन महिलाओं को उपलब्ध करवाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली घटना के बाद प्रदेश में अधिकारियों को सुरक्षा की दृष्टि से एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सुक्खू ने कहा कि 11 दिसंबर को प्रदेश सरकार के तीन साल पूरे होने पर समारोह का आयोजन किया जाएगा। CM सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि वह तनाव में हैं, हर दिन बयान देते हैं। क्योंकि भाजपा पांच गुटों में बंटी हुई है। भाजपा के पांचों गुटों में बहुत तनाव चल रहा है। इसमें अनुराग गुट, नड्डा गुट, जयराम गुट, बिका हुआ गुट व ध्वाला गुट शामिल हैं। वहीं सीएम सुक्खू ने महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद् एवं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, मदन मोहन मालवीय की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया। सीएम ने कहा कि मालवीय ने अपना संपूर्ण जीवन देश के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए समर्पित किया। हिमाचल सरकार उनके आदर्शों को अपनाकर एक शिक्षित, जागरूक और उत्तरदायी समाज बनाने के लिए सतत प्रयासरत है।


















































