जयसिंहपुर/ नरेंदर डोगरा: कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर में आज सड़क सुरक्षा क्लब की ओर से निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसका शीर्षक ’सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम’ रहा। इस कार्यक्रम का आयोजन सड़क सुरक्षा क्लब के संयोजक प्रो. अरविंद कुमार, प्रो. सचिन कुमार , प्रो. सरजनी नेगी, प्रो. पूनम शर्मा व लैब सहायक मुकेश चंद के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. उपेन्द्र शर्मा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक करना रहा। प्रतियोगिता में निर्णायक मण्डल में प्रो. किरण शर्मा, प्रो. रजनी, व डॉ. आस्था गुप्ता ने बतौर निर्णायककर्ता अपनी भूमिका निभाई। इस प्रतियोगिता में महाविद्यालय के सभी छात्रों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया, जिसमें पहला स्थान रितिका कटोच व अंजलि कुमारी, रिशीता व कामना ने दूसरा स्थान और कंचन ने तीसरा स्थान हासिल किया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो उपेन्द्र शर्मा ने मेधावी छात्रों को बधाई देते हुए उनकी कला कुशलता को देखते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। साथ ही सड़क सुरक्षा क्लब के सभी सदस्यों का इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी व भविष्य में सड़क सुरक्षा नियमों के लिए इस तरह के कार्यक्रम करने के लिए उनका मार्गदर्शन किया।
** पुलिस दोनों आरोपियों के खिलाफ कर रही कानूनी कार्रवाई... नूरपुर पुलिस ने नशा माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 4 किलो 36 ग्राम चरस बरामद की और दो तस्करों को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई 12 दिसंबर 2024 को वोड गांव के पास एक यातायात नाकाबंदी के दौरान हुई। जब पुलिस ने एक कार को रुकने का इशारा किया, तो चालक ने भागने की कोशिश की। एसपी अशोक रत्न ने बताया कि पुलिस ने उनका पीछा किया, लेकिन आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर जसूर-तलवाड़ा मार्ग पर फरार हो गए। कार की तलाशी लेने पर 4 किलो 36 ग्राम चरस, कार के दस्तावेज, आधार कार्ड और बैंक बुक मिली। इन दस्तावेजों की मदद से पुलिस ने नूरपुर थाने में राज कुमार और एक अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी की और जिला कांगड़ा से राज कुमार (30 साल), निवासी गांव व डाकघर थारा, तहसील बैजनाथ, को गिरफ्तार किया। आज 14 दिसंबर को पुलिस ने बंटी कुमार (33 साल), निवासी भोल, डाकघर मकडाहन, तहसील ज्वाली, को गिरफ्तार किया। इस मामले में कार्रवाई जारी है।
हिमाचल में दिव्यांग कोटे के जेबीटी के 187 पद भरने के लिए काउंसलिंग शेड्यूल में बदलाव किया गया है। पदों को भरने के लिए अब काउंसलिंग छह जनवरी से होगी। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के मुताबिक चार-चार जिलों के तीन समूह बनाकर छह से आठ जनवरी तक काउंसलिंग होगी। काउंसलिंग प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय शिमला में होगी। बीएड के साथ अब डीएलएड करने वाले भी काउंसलिंग में भाग लेने के लिए पात्र होंगे। टेट पास ही काउंसलिंग में शामिल हो सकेंगे। 18 से 45 वर्ष की आयु वाले आवेदन कर सकते हैं। मंडी में सबसे ज्यादा 37, कांगड़ा में 28, बिलासपुर में 16, चंबा में 15, हमीरपुर में 9, किन्नौर में 1, कुल्लू में 10, शिमला में 20, सिरमौर में 23, सोलन में 20 और ऊना में 8 पद भरे जाएंगे। छह जनवरी को मंडी, लाहौल-स्पीति, कुल्लू और किन्नौर जिले की काउंसलिंग होगी। सात को कांगड़ा, हमीरपुर, चंबा और ऊना और 8 को शिमला, सिरमौर, सोलन और बिलासपुर में पद भरने के लिए काउंसलिंग आयोजित होगी। आवेदक किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय-शिक्षण संस्थान से जमा दो 50 फीसदी अंकों के साथ पास होने के साथ डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन पास होना चाहिए। पीजी में 55 फीसदी अंकों के साथ तीन साल की इंटीग्रेटिड बीएड-एमएड पास भी आवेदन कर सकते हैं। हिमाचल के मूल निवासी या प्रदेश से दसवीं और बारहवीं कक्षा पास करने वाले आवेदन के लिए पात्र होंगे। अनुबंध आधार पर नियुक्तियां की जाएंगी। चयनित होने पर 17,820 रुपये का वेतन मिलेगा। काउंसलिंग की मेरिट के आधार पर आवेदकों को उनकी प्राथमिकता के तौर पर जिला आवंटित किया जाएगा। 30 अंकों के आधार पर मेरिट तय की जाएगी।
** मुखाग्नि देते हुए बड़ा बेटा बोला- मेरे पापा अमर रहे हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के विधानसभा क्षेत्र धर्मशाला की बगली पंचायत के आईटीबीपी में तैनात एएसआई विनोद कुमार का शनिवार को सैन्य सम्मान से साथ अंतिम संस्कार किया गया। विनोद की ड्यूटी के दौरान चार दिन पहले गुवाहाटी में हृदय गति रुकने से मौत हो गई थी। शनिवार सुबह पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंची। जवान की पार्थिव देह घर पहुंचते ही हर ओर चीख-पुकार का माहाैल रहा। जवान की पत्नी, बेटों और अन्य परिजनों की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। शनिवार सुबह मोक्ष धाम में जवान का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। आइटीबीपी के 12 जवानों ने तिरंगे से ढकी जवान की पार्थिव देह पर पुष्प अर्पित कर सलामी देकर अंतिम विदाई दी। अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों लोग माैजूद रहे। इस दाैरान विनोद अमर रहे और भारत माता की जय के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। बड़े बेटे ने रोते हुए मेरे पापा अमर रहे कहकर पिता की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी। इस दौरान प्रशासन की ओर से भी उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जानकारी के अनुसार गुवाहाटी में ड्यूटी के दौरान ह्रदयाघात से बुधवार रात को विनोद कुमार की मौत हो गई थी। विनोद गोवाहाटी में एएसआई की ट्रेनिंग के लिए गए थे। विनोद अपने पीछे पत्नी और दो बेटे छोड़ गए हैं।
** 'सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत टिक्कर पहुंचे मुख्यमंत्री सुक्खू हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू शुक्रवार को प्रदेश सरकार की महत्त्वाकांक्षी पहल ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत जिला शिमला के चौपाल उपमंडल की कुपवी तहसील के टिक्कर गांव पहुंचे। सीएम सुक्खू का टिक्कर वासियों ने ग्रामीण परिपाटी से स्वागत किया। शाम ढलते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री को अपने घर-द्वार पर पाकर ग्रामवासी सर्द मौसम में भी गर्मजोशी से विभोर हो गए। लोगों ने अपनी समस्याओं के बारे में भी मुख्यमंत्री को अवगत करवाया। सीएम पूर्व जिला परिषद सदस्य हरी सिंह पचनाइक के घर पर रुके। हरि सिंह के घर पर अलाव सेंकते-सेंकते मुख्यमंत्री ने ग्रामवासियों से क्षेत्र में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा व्यवस्था की भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री के आवास के लिए तीन स्थानों जुडु शिलाल पंचायत के नंदपुर गाव, मंझौली पंचायत के मंझौली तथा टिक्कर गांव पर विचार किया जा रहा था, लेकिन प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि व अन्य कारणों से टिक्कर गांव का चयन किया । मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार ने कानून में संशोधन कर तकसीम और दुरूस्ती के मामलों का निपटारा करने की समयावधि नौ महीनेए निशानदेही के मामलों की तीन महीने और इंतकाल के मामलों की अवधि एक महीना निर्धारित की है। मुख्यमंत्री ने दूध पर एमएसपी, मक्की और गेहूं की खरीद सहित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की सरकार की योजनाओं के बारे में लोगों को बताया। उन्होंने लोक संगीत की मधुर स्वर लहरियों और स्थानीय व्यंजनों का भी आनंद लिया।सीएम के रात्रि भोज में मीठे व नमकीन सिड्डू, कुंकुए (बिच्छु बूटी) का साग, मक्की की रोटी, पटांडे, कोद्दे के आटे के जोद्दे, शक्कर, गेंहू के आटे का खिंडा, खीर, चलोथी, कुल्थ व अरहर की दाल, अरबी, गुड्डत व गुच्छी की सब्जी के अलावा मांसाहार में पहाड़ी मुर्गा व बकरे का मीट तैयार किया गया था ।ग्रामीण लायक राम ने कहा कि सीएम सुक्खू जुनूनी व्यक्ति हैं, वरना वह इतनी दूर से हमारे गांव क्यों आते। यही व्यवस्था परिवर्तन है। उन्होंने कहा कि सुक्खू प्रदेश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने कुपवी में रात्रि को ठहराव किया और आम आदमी के घरद्वार आएए इससे पहले वह डोडरा क्वार में भी ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत रात्रि को रुके थे और घर-द्वार जाकर लोगों की समस्याओं का समाधान किया था।
** मार्च तक तैयार होगी डीपीआर किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर पांच समानांतर टनलों का निर्माण किया जाएगा। इनमें से एक का काम शुरू कर दिया गया है और मार्च तक इसे तैयार करने का लक्ष्य रखा है। चार टनलों की डीपीआर तैयार की जा रही है और मार्च तक टेंडर प्रक्रिया शुरू करने का लक्ष्य है। करीब 60 किमी लंबे किरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर पांच टनल बनी हैं। ये सभी टू लेन हैं। वर्तमान में इन टनलों में से केवल एक ही टनल से वाहनों का आवागमन होता है, जिससे हादसों का खतरा बढ़ जाता है। फोरलेन की अन्य सड़कों की तुलना में टनलों में वाहनों की गति भी धीमी हो जाती है। दिन-प्रतिदिन बढ़ते ट्रैफिक के कारण ही समानांतर टनलों के निर्माण का फैसला लिया गया है। मौजूदा पांच टनलों के साथ समानांतर टनलों के बनने से यातायात सुचारु रहेगा। किरतपुर से नेरचौक तक इस फोरलेन पर पांच टनल हैं। इनके समानांतर पांच टनलों का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। परियोजना की सबसे लंबी टनल, कैंची मोड़ 1800 मीटर का समानांतर सुरंग निर्माण कार्य चल रहा है, जिसे मार्च 2025 में पूरा करने का लक्ष्य है। अन्य चार टनलों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा डीपीआर तैयार की जा रही है। इनमें टनल नंबर-2 थापना की लंबाई 465 मीटर, टनल नंबर-3 तुन्नू की लंबाई 550 मीटर, टनल नंबर-4 टीहरा की लंबाई 1265 मीटर, टनल नंबर-5 भवाणा की लंबाई 740 मीटर है। अन्य चार समानांतर टनलों के निर्माण के लिए एनएचएआई डीपीआर तैयार कर रहा है। वहीं, अलग-अलग स्तर पर इसकी एफसीए अप्रूवल का कार्य भी चल रहा है। केंद्र से एफसीए की ई-फाइल पर जो आपत्तियां लग रही हैं, उन्हें हटाकर दोबारा फाइल को तैयार किया जा रहा है। इन टनलों के समानांतर निर्माण से न केवल वाहनों की गति बढ़ेगी, बल्कि हादसों का खतरा भी कम होगा। साथ ही फोरलेन पर यातायात सुचारू और तेज होगा, जिससे यात्रियों को समय और ईंधन की बचत होगी। प्राथमिकता के आधार पर अन्य चार टनलों का निर्माण कार्य को शुरू करने की प्रक्रिया डीपीआर अप्रूव होने के बाद एनएचएआई जल्द शुरू करेगा।
कुल्लू: राज्य कर एवं आबकारी विभाग जिला कुल्लू ने शराब बनाने व अवैध शराब बेचने वालों पर शिकंजा कस दिया है। इसी कड़ी में आबकारी विभाग की टीम ने कुल्लू जिले के बाहरी सराज क्षेत्र के लूहरी, निथर, बागीपुल व बागा सराहन और निरमंड क्षेत्र में दबिश दी। आबकारी विभाग के निरीक्षण दल ने 12 दिसंबर को 17-18 संदिग्ध किराना दुकानों, फूड जॉइंट्स व चिकन कार्नर में छापा मारा। निरीक्षण के दौरान पहला मामला बागा सराहन में व्यापारिक परिसर में अवैध शराब रखने का सामने आया, जिसमें बियर की 22 बोतलें और देसी शराब की 13 बोलतें, अंग्रेजी शराब की 9 बोलते जब्त की गई। वहीं, दूसरा मामला बागीपुल के पास हिमरी बावड़ी से सामने आया। यहां पर अवैध देसी शराब की 39 बोलतें और अंग्रेजी शराब की 11 बोतलें जब्त की गई। तीसरा मामला निरमंड के पास से सामने आया। यहां पर आबकारी विभाग द्वारा देसी शराब की 28 बोतलें जब्त की गई। आरोपियों के खिलाफ हिमाचल प्रदेश आबकारी अधिनियम, 2011 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वहीं, आबकारी विभाग की इस कार्रवाई से अवैध शराब कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। आबकारी एवं कराधान विभाग कुल्लू के उपायुक्त मनोज डोगरा ने बताया, इन सभी क्षेत्रों में अवैध शराब बेचे जाने की गुप्त सूचना मिल रही थी। इसी कड़ी में छापेमारी कर अवैध शराब बरामद की गई। अवैध शराब बनाने और बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। इस विभागीय निरीक्षण दल में सहायक आयुक्त आबकारी जीवन वत्सी, आबकारी अधिकारी फूलचंद तथा सहायक आबकारी अधिकारी नेत्र सिंह तथा सहयोगी कर्मचारी रविकांत, ज्ञानचन्द व गोपाल शामिल रहे।
शिमला में आज सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक हुई। छह घंटे तक चली कैबिनेट मीटिंग में कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी। सुक्खू कैबिनेट ने गेस्ट टीचर नीति को मंजूरी दी। अब गेस्ट टीचरों को पीरियड बेस पर पैसे मिलेगें। सीनियर सेकेंडरी में 400 रुपये प्रति पीरियड और कॉलेज में 500 रुपये प्रति पीरियड मिलेंगे। वहीं, हिमाचल में काम समय पर हो इसके लिए टेंडर की ऑनलाइन पब्लिकेशन के लिए कैबिनेट ने समय की लिमिट घटाने की दी स्वीकृति। कैबिनेट बैठक में फैसला लिया गया कि विधवा एकल नारी को मकान बनाने को मिलेंगे 3 लाख। इस बार बरसात में समेज सहित अन्य क्षेत्र को 2023 की तर्ज पर रिलीफ पैकेज देने को कैबिनेट ने मंजूरी दी। पूरी तरह से क्षतिग्रस्त मकान को 7 लाख रुपए मिलेंगे। उद्योग विभाग के 80 खनन रक्षक पद भरने को स्वीकृति मिली। शिक्षा विभाग में पंजाबी टीचर के 31 पद भरने की स्वीकृति मिली। सैनिक वेलफेयर विभाग में विभिन्न श्रेणियों के 26 पद भरे जाएंगे। हिमाचल में लैंड सीलिंग एक्ट में बदलाव को सुखविंदर कैबिनेट की सैद्धान्तिक मंजूरी दी है। इसके अलावा सुक्खू कैबिनेट ने प्राकृतिक आपदा में जंगलों में गिरे पेड़ सड़ कर बर्बाद न हो, इसके लिए डीएफओ को 50 पेड़ हटाने के लिए नॉर्मल टेंडर प्रक्रिया के तहत ऑक्शन की पावर दी गई है। सुन्नी में SDM ऑफिस खोलने को मंजूरी मिली। हिमाचल में 13 नगर पंचायत को मंजूरी मिली। हिमाचल में शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री शहरी आजीविका गारंटी योजना को कैबिनेट की स्वीकृति, जल शक्ति विभाग में इंजीनियर के 3 पदों को भरने की स्वीकृति मिली। हिमाचल में अब ग्रेवटी वाटर स्कीमों की पंचायतें करेगी देखरेख इसकी भी कैबिनेट ने स्वीकृति दी।
हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड सोलन ने उपमण्डल सोलन-1 के अंतर्गत सभी विद्युत उपभोक्ता से आग्रह किया है कि अपने विद्युत मीटर खाता संख्या (कन्जयूमर आई.डी.) को अपने आधार कार्ड से शीघ्र जोड़ें ताकि उन्हें सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सुविधाएं पूर्ववत मिलती रहें। यह जानकारी विद्युत उपमण्डल सोलन-1 के सहायक अभियंता ने दी। उन्होंने कहा कि कन्जयूमर मीटर खाता संख्या को आधार कार्ड से जोड़ने की ई-केवाईसी प्रक्रिया आरम्भ हो गई है। सभी उपभोक्ताओं को 20 दिसम्बर, 2024 तक इस प्रक्रिया को पूर्ण करना होगा। उन्होंने कहा कि ई-केवाईसी के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, बिजली का कोई भी नया या पुराना बिल तथा आधार कार्ड से जुड़े हुए अपने मोबाइल नम्बर को साथ रखना होगा। उन्होंने कहा कि यदि किसी कारणवश घर से ई-केवाईसी न हो पाए तो उपभोक्ता विद्युत बोर्ड के कार्यालय आकर ई-केवाईसी करवा सकते हैं। सहायक अभियंता से सभी उपभोक्ताओं से अपना बिजली का बिल समय पर जमा करवाने का आग्रह भी किया है।
शूलिनी विश्वविद्यालय ने यूवीकैन फाउंडेशन के सहयोग से परिसर के आसपास के गांवों की महिलाओं के लिए दो दिवसीय मुफ्त स्तन कैंसर स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया। कार्यक्रम में 100 से अधिक महिलाओं की भागीदारी देखी गई, जिसमें शीघ्र पहचान और आत्म-देखभाल के महत्व पर जोर दिया गया। दिल्ली के डॉक्टरों और तकनीशियनों की एक समर्पित टीम ने पेशेवर और गहन मूल्यांकन सुनिश्चित करते हुए स्क्रीनिंग की। कार्यक्रम का नेतृत्व डॉ. तन्वी ने किया, जिन्होंने छोटे समूहों में महिलाओं के लिए इंटरैक्टिव जागरूकता सत्र आयोजित किए। उन्होंने स्व-स्तन परीक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला, उपस्थित लोगों को इस प्रक्रिया का प्रदर्शन किया और देखभाल और धैर्य के साथ उनके प्रश्नों का उत्तर दिया। शूलिनी विश्वविद्यालय में स्थिरता और सामुदायिक जुड़ाव की निदेशक पूनम नंदा ने शिविर को सफल बनाने में उनके समर्थन के लिए YouWeCan फाउंडेशन को हार्दिक धन्यवाद दिया। इस अवसर पर बोलते हुए, नंदा, जो खुद एक कैंसर से पीड़ित हैं, ने अपनी यात्रा साझा की और जागरूकता और शीघ्र पता लगाने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने अपने शब्दों से कई लोगों को प्रेरित करते हुए कहा, मैं समय पर हस्तक्षेप और जागरूकता के जीवन-रक्षक मूल्य को समझती हूं और मैं इस संदेश को दूर-दूर तक फैलाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। छात्र स्वयंसेवक, जिन्होंने पहले प्रभावशाली पिंक अक्टूबर जागरूकता अभियान का नेतृत्व किया था, ने शिविर की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे सक्रिय रूप से स्थानीय महिलाओं तक पहुंचे और उन्हें इस पहल के माध्यम से दी जाने वाली मुफ्त जांच और सहायता का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
कुल्लू जिला की लग घाटी के राजकीय प्राथमिक पाठशाला शालग में मंगलवार को स्कूल परिसर में खेल रही बच्ची को एक हेलमेट पहनकर आया बाइक सवार उठा कर ले गया, जैसे ही इसकी खबर स्कूल प्रबंधन को लगी उन्होंने बच्ची को हर जगह ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन बच्ची कहीं भी नहीं मिली। बच्ची के लापता होने के बाद स्कूल में हड़कंप मच गया था। बच्ची का कोई सुराग न मिलने पर स्कूल प्रबंधन ने कुल्लू पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। कुल्लू पुलिस की टीम ने भी मामले की गंभीरता को समझते हुए अगली कार्रवाई शुरू की और मामले की जांच में जुटी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू कर दी थी। केंद्रीय मुख्य अध्यापिका मंगली देवी ने शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया था कि बीते दिन दोपहर बाद बच्चे स्कूल परिसर में खेल रहे थे। इस दौरान हेलमेट पहने हुए एक व्यक्ति स्कूल में आया और बच्ची को उठाकर ले गया। घटना की जानकारी बच्ची के परिजनों को भी दे दी गई थी। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद बच्ची की तलाश शुरू की और जांच में पता चला कि बच्ची का पिता ही उसे बाइक पर लेकर चला गया था। छानबीन में ये बात सामने आई कि बच्ची के माता पिता में विवाद चल रहा है। बच्ची की मां अपने मायके में रहती है। इसी घरेलू विवाद के बीच पिता बच्ची को बाइक पर लेकर चला गया था। पुलिस ने बच्ची को वापस मां को सौंप दिया है। एसपी कुल्लू डॉक्टर गोकुल चंद्रन कार्तिकेयन ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। बच्ची की माता और पिता दोनों को बुलाया गया है। इस मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा।
** पांच स्थानों पर न्यूनतम पारा माइनस में हिमाचल प्रदेश में आगामी सात दिनों तक माैसम साफ रहने की संभावना है। हालांकि, बुधवार को जारी बुलेटिन में 12 दिसंबर को उच्च पर्वतीय कुछ स्थानों पर बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया गया था। गुरुवार को माैसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में 18 दिसंबर तक मौसम मुख्यत शुष्क रहने की संभावना है। आज लाहाैल-स्पीति के एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश-बर्फबारी हो सकती है। वहीं, अगले 24 घंटों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। इसके बाद अगले 4-5 दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2-3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी। वहीं राज्य के पांच स्थानों पर न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया गया है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सायरी के एनएसएस स्वयंसेवी पलक ठाकुर का चयन गणतंत्र दिवस के प्री आरडी कैंप के लिए हुआ है। जानकारी अनुसार स्वयंसेवियों ने राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी नितिका बंसल और दिलीप चौहान के मार्गदर्शन में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कुठाड़ में मेगा सिलेक्शन कैंप में भाग लिया, जिसमें स्वयंसेवी पलक ठाकुर सुपुत्री कमल कुमार ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिस आधार पर पलक का चयन गणतंत्र दिवस प्री आर डी कैंप के लिए हुआ और विद्यालय में खुशी की लहर है। कैंप से विद्यालय लौटने पर स्वयंसेवी पलक ठाकुर का विद्यालय परिवार ने भव्य स्वागत किया। प्रधानाचार्या इंदु शर्मा सहित समस्त स्टाफ ने स्वयंसेवी को इस चयन के लिए बधाई देते हुए श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
आम आदमी पार्टी प्रदेश प्रवक्ता विकास धीमान ने हिमाचल प्रदेश सरकार को पर्यटन उत्थान के मद्देनज़र डलहौज़ी धर्मशाला फोर लेन परियोजना को प्राथमिकता के आधार पर गंभीरता से विचार करने का सुझाव दिया है। मनीष ने कहा कि डलहौज़ी व धर्मशाला दोनों ही प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों की गिनती में आते हैं व लाखों पर्यटक सालाना दोनों पर्यटन स्थलों पर घूमने आते हैं परन्तु दोनों के बीच सड़क कनेक्टिविटी ठीक न होने के कारण पर्यटन उद्योग को दिन प्रतिदिन बढ़ते नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। पर्यटन उद्योग दोनों ही पर्यटन स्थलों में स्थानीय रोज़गार संभावनाओं व आजीविकाओं का प्रमुख कारण भी है। मनीष ने कहा की यदि हिमाचल प्रदेश सरकार डलहौज़ी धर्मशाला फोर लेन को स्वीकृति देती है तो इस से न केवल डलहौज़ी व धर्मशाला का बल्कि भट्टियात व शाहपुर विधानसभा क्षेत्रों का भी विकास होगा। मनीष ने कहा की वे मुख्यमंत्री से आग्रह करते हैं कि विधानसभा के शीतसत्र में विधानसभा के पटल पर डलहौज़ी धर्मशाला फोर लेन परियोजना पर चर्चा की जाए व प्रदेश सरकार प्राथमिकता के आधार पर इस परियोजना को मंज़ूरी दे और शीघ्र अति शीघ्र काम शुरू करवाया जाए।
हिमाचल पथ परिवहन सेवा निवृत कर्मचारी कल्याण मंच अर्की इकाई की बैठक जो 15 दिसम्बर को होनी निश्चित हुई थी, उसे इस बार किन्ही कारणों की वजह से स्थगित कर दिया गया है। इकाई अध्यक्ष बलबीर सिंह चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि 14 दिसम्बर को नालागढ़ में आयोजित होने वाली जिला कार्यकारिणी की बैठक की वजह से अर्की इकाई की बैठक को स्थगित किया गया है क्योंकि सभी इकाइयों के पदाधिकारी इस बैठक में भाग लेंगे। इस बैठक में कल्याण मंच के नव नियुक्त प्रदेशाध्यक्ष बृजलाल ठाकुर शिरकत करेंगे जो जिला की बैठक को संबोधित कर अपने विचार साझा करेंगे। उन्होंने बताया कि अब अर्की इकाई की आगामी बैठक 15 जनवरी को पेंशनर भवन कुनिहार में आयोजित की जाएगी।
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के दौलतपुर चौक के समीप गांव रायपुर में देर शाम बैल के हमले में 19 वर्षीय युवक की मौत हो गई। युवक की पहचान राहुल पुत्र परमजीत निवासी रायपुर के रूप में हुई है। शव को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। छानबीन जारी है। जानकारी के मुताबिक 19 वर्षीय राहुल एक सैलून में काम सीख रहा था। रोज की तरह शाम को अपने दोस्त के साथ घर लौट रहा था। रास्ते में बैल ने उन पर हमला कर दिया। दोस्त ने तो भागकर जान बचा ली लेकिन राहुल उसकी चपेट में आ गया। गांव के उपप्रधान अमित शर्मा के मुताबिक बैल रास्ते में खड़ा था। दोनों लड़के दूसरी तरफ से पैदल आ रहे थे। एकाएक बैल ने उन पर हमला कर दिया और राहुल को गंभीर चोटें आईं। इसके बाद उसे अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि 19 वर्षीय राहुल बचपन से काफी मेहनती था। अपने पिता की आर्थिक सहायता के लिए सैलून में काम सीख रहा था। अपने छोटे भाई बहन व परिवार के लिए कुछ करने के सपने लेकर जीने वाले राहुल ने शायद ही कभी सपने में सोचा होगा कि वह अपने असहाय परिवार को इस हालत में छोड़ कर चला जाएगा। राहुल के पिता परमजीत पटवार खाने में चौकीदार के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। आर्थिक सहायता के लिए तहसीलदार कुलताज सिंह की टीम ने मिलकर परिवार को ऐट 25000 रुपये दिए। दौलतपुर चौकी प्रभारी रविपाल ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
हिमाचल प्रदेश में सात अगस्त 2024 के बाद अध्ययन अवकाश पर जाने वाले प्रोफेसरों और शिक्षकों को कुल वेतन का सिर्फ 40 फीसदी वेतन ही मिलेगा। नए सीसीएस अवकाश नियमों के तहत अध्ययन अवकाश के दौरान वेतन भुगतान को लेकर शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किए हैं। 24 महीने तक के अध्ययन अवकाश के लिए प्रशासनिक की जगह वित्त विभाग की अनुमति लेना भी अनिवार्य कर दिया है। कॉलेज प्रोफेसरों के वेतन से जुड़ी कुछ आपत्तियों के बाद शिक्षा विभाग ने वित्त विभाग से यह मामला उठाया था। मंगलवार को उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा की ओर से इस संदर्भ में सभी कॉलेज प्रिंसिपलों को पत्र जारी किया गया है। प्रदेश सरकार ने कुछ समय पहले केंद्रीय सिविल सेवाएं अवकाश नियम-1972 में बदलाव किया है। नए नियम को केंद्रीय सिविल सेवाएं अवकाश हिमाचल प्रदेश नियम-2024 नाम दिया गया है। वर्ष 1986 से लेकर प्रशासनिक विभाग ही 24 महीने तक की स्टडी लीव के लिए अनुमति देता आया है। अब वित्त विभाग ही तय करेगा कि किसी विभाग के अधिकारी या कर्मचारी को अवकाश पर भेजना है या नहीं। हर साल बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी स्टडी लीव पर जाते हैं। अध्ययन अवकाश के दौरान उन्हें सरकार की ओर से पूरा वेतन दिया जाता है। स्टडी लीव पर अधिक कर्मचारियों-अधिकारियों के रहने से जहां विभागों में प्रशासनिक कामकाज प्रभावित होता रहा है, वहीं सरकारी कोष को भी बड़ा नुकसान होता रहा है। अब देश या देश से बाहर ली गई अध्ययन छुट्टी के दौरान सरकारी कर्मचारी-अधिकारी को 40 प्रतिशत वेतन मिलेगा। इसके अलावा महंगाई भत्ता और मकान किराया भी मिलेगा। अवकाश वेतन का भुगतान सरकारी कर्मचारी की ओर से यह प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने के बाद होगा कि वह किसी अंशकालिक रोजगार के संबंध में किसी भी छात्रवृत्ति, वजीफे या पारिश्रमिक की प्राप्ति नहीं कर रहा है। उधर, शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट किया कि संशोधित केंद्रीय सिविल सेवा (अवकाश) नियम, 1972 के सात अगस्त 2024 से प्रभावी होने के साथ, उन लोगों पर इसके लागू होने के संबंध में भ्रम की स्थिति बन गई है, जो इस तिथि से पहले अध्ययन अवकाश पर थे। संशोधित नियम केवल उन कर्मचारियों पर लागू होंगे, जो सात अगस्त 2024 को या उसके बाद अध्ययन अवकाश पर गए हैं। जिन कर्मचारियों ने इस तिथि से पहले अपना अध्ययन अवकाश शुरू किया था, उन्हें पिछले नियमों के तहत अपना वेतन मिलना जारी रहेगा, जो उनके अवकाश स्वीकृत होने के समय लागू थे।
लाहौल-स्पीति: हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी होने के बाद बड़ी संख्या में सैलानियों ने पहाड़ी राज्य का रुख किया है। लाहौल-स्पीति जिले में बर्फबारी के बाद से बाहरी राज्यों से सैलानियों का आना लगातार जारी है। बड़ी संख्या में बर्फ का मजा लेने के लिए हिमाचल की घाटियों में पहुंच रहे हैं। यहां होटल में ठहर कर सुंदरता का आनंद ले रहे हैं। वहीं, इस दौरान सैलानियों द्वारा बेहद गैर जिम्मेदाराना हरकतें भी सामने आई हैं। कुछ सैलानी यहां पर हुड़दंग भी मचा रहे हैं, तो कुछ होटल में बिना बिल चुकाए फरार होने की फिराक में भी रहते हैं। ऐसा ही एक मामला बीते दिनों लाहौल-स्पीति में सामने आया। लाहौल में एक सैलानी होटल में ठहरा हुआ था, जिसके बाद वो होटल का बिल दिए बिना ही निकल गया। ऐसे में होटल के मालिक ने फौरन लाहौल-स्पीति पुलिस से संपर्क किया और मामले की सूचना दी। लाहौल-स्पीति पुलिस की टीम ने भी तुरंत एक्शन लेते हुए अटल टनल के पास गाड़ी को डिटेन कर लिया। मौके पर तैनात पुलिसकर्मी हिम्मत सिंह ने सैलानी से ऑनलाइन के जरिए पैसे होटल मालिक को ट्रांसफर करवाए और फिर उसके बाद उसे जाने दिया। पुलिसकर्मी हिम्मत सिंह ने बताया कि सैलानी का 10 हाजर रुपए का बिल बना था, जो ऑनलाइन ही अदा किया गया। इस दौरान पुलिस द्वारा सैलानी को हिदायत दी गई कि अगर दोबारा उसने इस तरह की हरकत की तो उस पर पुलिस कार्रवाई की जाएगी। एसपी लाहौल-स्पीति मयंक चौधरी ने बताया, यहां पर सैलानियों की संख्या अब बढ़ रही है। पुलिस भी जगह-जगह तैनात की गई है। अगर इस तरह की हरकत कोई सैलानी किसी स्थानीय व्यक्ति के साथ करता है, तो वो तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस लगातार सैलानियों और जिले के लोगों की सुरक्षा के लिए काम कर रही है।
हिमाचल की राजधानी शिमला में चोर फिर सक्रिय हो गए हैं और चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला शिमला का है, जहां बीते दिन दिनदहाड़े एक व्यक्ति ने एटीएम को तोड़ने का प्रयास किया। हालांकि, वह चोरी को अंजाम दे पाता उससे पहले ही आसपास के लोगों ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। जानकारी के अनुसार शिमला में एक शातिर ने कॉपरेटिव बैंक एटीएम को तोड़ने की नाकामयाब कोशिश की। शातिर दिन दहाड़े बैंक के एटीएम को लूटने की फिराक में था, लेकिन शातिर अपने मंसूबो में कामयाब नहीं हो पाया। चोर के वारदात को अंजाम देने पहले ही लोगों ने उसे धर दबोचा। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने वेद प्रकाश शांडिल के बयान पर मामला दर्ज कर लिया है। वेद ने पुलिस को बताया कि मंगलवार को वह रोजाना की तरह एसडीए कॉम्प्लेक्स में अपनी ड्यूटी पर था। इस दौरान वह कार्यालय के ऊपर लगे टावर व डीजी सेट को चेक करने गए तो, उन्हें किसी चीज को तोड़ने की तेज आवाज सुनाई दी, जिसके बाद वह ऊपर सड़क में गया इस दौरान उसने देखा कि वहां कॉपरेटिव बैंक के एटीएम के अंदर एक शख्स हाथ मे हथियार लिए था और एटीएम को तोड़ने की कोशिश कर रहा था,जिसके बाद उन्होंने उसकी सूचना पुलिस चौकी कुसुम्पटी को दी। मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने शीघ्र कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम संजय (32 वर्ष) बताया, जो जिला हमीरपुर का रहने वाला है। पुलिस ने व्यक्ति के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसपी शिमला संजीव गांधी ने मामले की जानकारी दी। एसपी शिमला ने कहा, एटीएम तोड़ रहे कि आरोपी को लोगों की सहायता से पकड़ लिया गया है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
** आनी प्रशासन ने IGMC शिमला में शकैलड़ बस हादसे के घायलों का जाना हाल... कुल्लू: आनी उपमंडल प्रशासन ने IGMC शिमला में शकैलड़ बस हादसे के घायलों से मुलाकात की। नायब तहसीलदार आनी, कांशी राम भारती, के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने अस्पताल का दौरा किया और घायलों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों से बातचीत कर घायलों के इलाज की जानकारी ली। घायलों की स्थिति जानने के बाद प्रशासन ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। साथ ही, घायलों के परिवारों से मिलकर उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। प्रशासन ने डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ से आग्रह किया कि घायलों को हरसंभव बेहतर उपचार दिया जाए। हादसे के बाद 5 घायलों को रामपुर अस्पताल और 22 को IGMC शिमला रेफर किया गया था। इनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। नायब तहसीलदार कांशी राम भारती ने बताया कि हादसे के दिन तीन लोगों की मौत हो गई थी और बुधवार सुबह एक और घायल, 73 वर्षीय राजेंद्र, ने IGMC में दम तोड़ दिया।
जिला मंडी के नेरचौक में गैस सिलेंडर फटने का बड़ा हादसा सामने आया है। गैस सिलेंडर फटने से 7 लोग इसमें झुलस गए हैं। हादसे के बाद सभी घायलों का इलाज नेरचौक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में कराया गया। वहीं, इस अग्निकांड की घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि बल्ह थाना क्षेत्र के तहत पड़ने वाले नेरचौक बाजार के चाक का गोहर नामक ढाबे में रखे कमर्शियल सिलेंडर में बुधवार दोपहर को अचानक आग भड़क गई।अग्निकांड की इस घटना में ढाबे के तीन कामगारों समेत दो अन्य व्यक्ति जोकि ढाबे में खाना खाने आए थे, आग में झुलस गए. वहीं, दो व्यक्ति जो कि साथ लगती दुकान के बाहर धूप सेंक रहे थे, वो भी आग की लपटों में आ गए। आग लगने से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद गैस सिलेंडर से उठ रही लपटों पर काबू पाया गया। लोगों ने सभी घायलों को लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचाया। अग्निकांड हादसे को लेकर तहसीलदार बल्ह विपिन कुमार ने बताया, घायल व्यक्तियों को तुरंत पांच-पांच हजार फौरी राहत राशि प्रदान की गई है। साथ ही दुकान में हुए नुकसान का आंकलन नियमानुसार कर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
सोलन ज़िला में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत निर्धारित मानदण्डों को पूरा करने वाले व्यक्तिगत व सामुदायिक शौचालयों का श्रेष्ठ श्रेणी के रूप में चयन किया गया। इन विजेता ग्राम पंचायतों को ज़िला स्तर पर आज यहां अतिरिक्त उपायुक्त सोलन एवं ज़िला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक अजय यादव ने सम्मानित किया। सोलन विकास खण्ड की ग्राम पंचायत ओच्छघाट के राजकीय माध्यमिक विद्यालय कालाघाट के समीप सामुदायिक शौचालय तथा ग्राम पंचायत जाबल जमरोट के गांव डुंगी की शांति देवी पत्नी खेम चंद को व्यक्तिगत शौचालय की श्रेणी में पुरस्कृत किया गया। कुनिहार विकास खण्ड की ग्राम पंचायत पलोग के सामुदायिक भवन मानन के समीप स्थित सामुदायिक शौचालय तथा ग्राम पंचायत घनागुघाट के गांव बपडोन की हरदेई सुपुत्री सुंदर सिंह को व्यक्तिगत शौचालय के लिए सम्मानित किया गया। विकास खण्ड नालागढ़ की ग्राम पंचायत घोलोवाल में स्थित शिव मंदिर कालीबाड़ी के समीप स्थित सामुदायिक भवन के सामुदायिक शौचालय तथा ग्राम पंचायत गोलजमाला के गांव नंगल उपरला के मलकीत सिंह सुपुत्र हरदयाल सिंह को व्यक्तिगत शौचालय के लिए सम्मानित किया गया। धर्मपुर विकास खण्ड की ग्राम पंचायत नारायणी के गांव जंदौरी के रत्न लाल सुपुत्र बालू राम को व्यक्तिगत शौचालय तथा कण्डाघाट विकास खण्ड की ग्राम पंचायत छावशा के गांव बणी के नरेन्द्र पाल सुपुत्र मानू राम को व्यक्तिगत शौचालय के लिए सम्मानित किया गया। सोलन ज़िला में 19 नवम्बर से 10 दिसम्बर, 2024 तक विश्व शौचालय दिवस का आयोजन किया गया। इस अवधि में व्यक्तिगत व सार्वजनिक स्थलों पर शौचालयों की साफ-सफाई व मुरम्मत कार्य करवाने के लिए विशेष अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के पैरामीटर में अव्वल रहे श्रेष्ठ व्यक्तिगत व सामुदायिक शौचालय का चयन किया गया। अजय यादव ने कहा कि ऐसे अभियान से अन्य ग्राम पंचायतों को साफ-सफाई रखने के लिए प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि घरो में स्वच्छता एक स्वस्थ जीवन का आधार होती है। उन्होंने सभी से आग्रह किया ज़िला को स्वच्छ रखने में सहयोग दें।
डॉ यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी में बुधवार को विख्यात तमिल कवि भारती, लेखक, पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी सुब्रमन्य भारती की जयंती के अवसर पर भारतीय भाषा दिवस मनाया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में सभी कार्यक्रम और कार्यालय में हिन्दी भाषा का ही उपयोग किया गया। विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग ने सतर्क, सुरक्षित एवं संरक्षित पर्यावरण संघ (स्पेस क्लब) के सदस्यों व 60 छात्र-छात्राओं द्वारा पर भारतीय भाषा उत्सव मनाया गया, जिसे तीन परिकल्पना पर आधारित किया गया। पहले परिकल्प के अंतर्गत विश्वविद्यालय के सभी संवैधानिक अधिकारियों, विभागाध्यक्षों तथा कार्यालय के अक्षिक्षकों को हिन्दी तथा क्षेत्रीय भाषा में अपने कार्यालय में कार्य करने के लिए निवेदन किया गया तथा संघ के सभी सदस्यों द्वारा उनके कार्यालयों में जाकर यह संदेश प्रेषित किया गया। दूसरे परिकल्प के अंतर्गत संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें विभागाध्यक्ष डॉ सतीश भारद्वाज ने इस वर्ष के भारतीय भाषा दिवस का विषय ‘भाषाओं के माध्यम से एकता’ पर प्रकाश डालते हुए अपने व्याख्यान में प्रकृति और भाषा में समन्वयन के सम्बंध पर कहा कि जहां आधुनिकता के दौर में हम अपनी क्षेत्रीय भाषाओं को भुलाते जा रहें है वहीं हम आधुनिकता की पाश्चात्य परिवेश को भी अपना रहे हैं, जिससे कि हम आपसी सौहार्द, प्रेम व भाईचारे से कहीं कोसों दूर भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाषाएं हमारी संस्कृति की पहचान है और प्रकृति के साथ हमारे रिश्ते को भी दर्शाती है। विभिन्न क्षेत्रों की जलवायु भिन्न होने के कारण वहां का भाषीय परिवेश भी भिन्न है। इन सब का आपस में तालमेल बिठाने से ही हमें प्रकृति से भी प्रेम होगा व हम अपने संस्कारों से भी जुड़े रहेंगे। संगोष्ठी में उपस्थित छात्रों द्वारा अपनी क्षेत्रीय भाषा में प्रश्न पूछे गए तथा उनका उत्तर भी उसी भाषा में दिया गया एवं इस अवसर पर पर्यावरण विज्ञान विभाग के छात्र-छात्राओं ने अपने सगे-संबध्यिों को 35 पोस्ट कार्ड पर अपनी स्थानीय भाषा में पुराने तरीके से संदेश भेजे। इसमे जहां क्षेत्रीय भाषाओं का सहारा लिया गया वहीं इन्होंने इस कार्यक्रम में उत्सुकतापूर्वक अपनी जीवन शैली में दैनिक रूप से प्रयोग होने वाली क्षेत्रीय भाषाओं में परिचर्चा में भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया व अपनी प्रसन्नता जाहिर की। इसके उपरान्त स्पेस क्लब के छात्रों ने कुलपति प्रोफेसर राजेश्वर सिंह चंदेल से निवेदन किया गया कि कार्यक्रम के प्रारूप को विस्तार देने के लिए विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों को प्रेरणा दी जाए। प्रोफेसर चंदेल ने छात्रों कि इस मुहिम का स्वागत किया और बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत हर विभाग को परामर्श दिया गया है कि क्षेत्रीय/स्थानीय भाषा के माध्यम से शिक्षा एवं अनुसंधान का प्रचार-प्रसार करें। उन्होंने कहा कि दैनिक कार्य में हिन्दी के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषा को प्रोत्साहित करने से विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों में किसानों के साथ सामंजस्य बनाने में विश्वविद्यालय को मदद मिलेगी।
** विभिन्न योजनाओं के तहत लाभार्थियों को वित्तीय लाभ किए वितरित मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज जिला बिलासपुर के लुहणू मैदान में प्रदेश सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान छः नई योजनाओं का शुभारंभ किया और लाभार्थियों को वित्तीय लाभ वितरित किए। मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्राकृतिक रूप से उत्पादित मक्की से तैयार हिमभोग आटा लॉन्च किया। राज्य सरकार ने प्रदेश के 10 जिलों में 1,506 किसानों से 398 मीट्रिक टन मक्की की खरीद की है और किसानों के बैंक खातों में सीधे 1.20 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए हैं। देश में हिमाचल गेहूं के लिए 40 रुपये प्रतिकिलो ग्राम और मक्की के लिए 30 रुपये प्रतिकिलो ग्राम अधिकतम समर्थन मूल्य देने वाला राज्य है और प्रदेश में 35 हजार हेक्टेयर भूमि पर 1.98 लाख किसान प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। इस पद्धति को बढ़ावा देने के लिए 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना के तहत राजीव गांधी प्राकृतिक खेती स्टार्ट-अप योजना के अन्तर्गत 36,000 किसानों को शामिल किया जा रहा है। कांग्रेस प्रतिज्ञा पत्र निहित गांरटियों को पूरा करने के उद्देश्य से लघु किसानों और पशुपालकों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ने 300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से जैविक खाद और वर्मी कम्पोस्ट खरीद की योजना शुरू की है। योजना के तहत 100 किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से 1 लाख रुपये वितरित किए गए हैं। इस पहल का उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना 2023 के अन्तर्गत 16 टैक्सी मालिकों को चाबियां प्रदान की। योजना के तहत लाभार्थियों को ई-टैक्सी खरीद के लिए 50 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ प्राप्त हुआ है और सरकारी कार्यालयों में पांच वर्षों के लिए लीज पर ई-टैक्सियों का संचालन किया जाएगा। इससे टैक्सी मालिकों को नियमित आय का साधन उपलब्ध करवाया गया है। राज्य सरकार का लक्ष्य पहले चरण में ई-टैक्सी मालिकों को लगभग 150 परमिट प्रदान करना है। मुख्यमंत्री ने इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के अन्तर्गत प्रदेश के 5145 लाभार्थियों को 1.38 करोड़ रुपये वितरित कर इस योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने लाभार्थियों को पात्रता प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए। इस योजना का उद्देश्य विधवाओं, निराश्रित महिलाओं, तलाकशुदा महिलाओं और दिव्यांग अभिभावकों के 23 हजार बच्चों की शिक्षा को सुनिश्चित करना है। योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को 18 वर्ष से कम की आयु के बच्चों के लिए 1 हजार रुपये प्रतिमाह और उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इस योजना के लिए 53.21 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट प्रावधान रखा गया है। इससेे बाल शोषण को रोकने में सहायता मिलेगी और वंचित परिवारों के बच्चों की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य के सात जिलों में बागवानी क्षेत्र के विकास को विस्तार प्रदान करने के लिए 1292 करोड़ रुपये की हिमाचल प्रदेश उपोष्ण कटिबंधीय बागवानी, सिंचाई और मूल्य संवर्धन परियोजना का भी शुभारंभ किया। इसके तहत प्रदेश के छः हजार हैक्टेयर क्षेत्र में अमरूद, संतरे, लीची और पलम जैसे फलों की खेती को बढ़ावा प्रदान कर 15 हजार किसान परिवारों को प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित किया जाएगा। वर्ष 2032 तक प्रतिवर्ष 1.3 लाख मीट्रिक टन फलों का उत्पादन होने की संभावना है जिनका बाजार मूल्य 400 करोड़ रुपये होगा। मुख्यमंत्री ने किन्नौर, लाहौल स्पीति, चम्बा और जिला सिरमौर के शिलाई के दुर्गम क्षेत्रों के लिए पांच मोबाइल आयुष स्वास्थ्य यूनिट को झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रत्येक यूनिट में स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप आयूर्वेद, यूनानी और होमोपैथी उपचार के लिए अनुभवी चिकित्सा टीम सेवाएं देगी। इस पहल का उद्देश्य दुर्गम क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाना है। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के अन्तर्गत जिला बिलासपुर के 197 लाभार्थियों को 1.90 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की। इसके तहत 153 बच्चों के लिए पेंशन, 17 लाभार्थियों के लिए आवास अनुदान,10-10 लाभार्थियों के लिए विवाह एवं उच्च शिक्षा और 3-3 लाभार्थियों के लिए व्यावसायिक शिक्षा और स्टार्ट-अप सहायता प्रदान की गई।
कार्यकारी उपायुक्त किन्नौर डॉ. शशांक गुप्ता ने आज अपने कार्यालय कक्ष में जिला की सड़क सुरक्षा के संदर्भ में बैठक ली। उन्होंने बताया कि जनजातीय जिला किन्नौर में सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ में 26 व 27 दिसंबर को निशुल्क नेत्र जाँच शिविर का आयोजन किया जाएगा जहां पर हिमाचल पथ परिवहन निगम व सरकारी वाहन के चालकों को नेत्र जाँच करवाना अनिवार्य होगा। इसके अतिरिक्त यह आदेश टैक्सी यूनियन के चालकों पर भी लागू होंगे। शशांक गुप्ता ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से आह्वान किया कि वे जिले में संवेदनशील दुर्घटना वाले स्थान व बलैक सपोट को चिन्हित करें ताकि बहुमूल्य जानों को बचाया जा सके। इसके अतिरिक्त बैठक में जिले की निजी स्कूलों की बसों की फिटनेस पर विस्तृत चर्चा की गई तथा मोटर वाहन अधिनियम की अनुपालना पर बल दिया गया ताकि सड़क सुरक्षा के महत्व पर हर वर्ग को जानकारी मिल सके। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सोनम नेगी, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी जसपाल, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी सहित कर्मचारी उपस्थित रहे।
** शिविर में 41 स्कूलों के कुल 323 स्वयंसेवकों ने लिया भाग राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुम्मर में एनएसएस ब्लॉक स्तरीय चयन शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें खुंडिया, देहरा, रक्कड़ और डाडासीबा ब्लॉकों के 41 स्कूलों के कुल 323 एनएसएस स्वयंसेवकों ने भाग लिया। शिविर में 78 छात्रों और 88 छात्राओं का चयन जिला स्तरीय शिविर के लिए किया गया, जो 13 दिसंबर 2024 को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कलियाड़ा में आयोजित होगा। यह शिविर एनएसएस जिला समन्वयक रजनीश कुमार के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। स्थानीय पाठशाला के स्वयंसेवकों ने इस आयोजन को सफल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
** प्रतियोगिता के बाद बच्चों का डाडा सीबा विद्यालय में हुआ भव्य स्वागत पीएम श्री बाबा कांशीराम राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डाडा सीबा के 30 बच्चों की एक टीम, जिसमें डीपीई राकेश कुमार, पीटी रविंद्र सिंह और प्रधानाचार्य सुदर्शन कुमार के साथ, उत्तर प्रदेश में जॉन स्तर बैंड प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए सेंट जोसेफ इंटर कॉलेज, रुचि खंड, लखनऊ गई थी। यह प्रतियोगिता 6 दिसंबर से 7 दिसंबर तक हुई, जिसमें उत्तरी भारत के 10 राज्यों ने हिस्सा लिया। डाडा सीबा विद्यालय को पाइप बैंड में भाग लेने का मौका मिला, क्योंकि यह विद्यालय राज्य स्तरीय बैंड प्रतियोगिता में पहले स्थान पर रहा था। बच्चों ने वहां बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और एक विशेष पहाड़ी व देशभक्ति गीत की धुन बजाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी ने तालियां बजाई। प्रतियोगिता के बाद, बच्चों ने अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन किए और भगवान का आशीर्वाद लिया। लखनऊ में शानदार प्रदर्शन करने के बाद, जब वे डाडा सीबा विद्यालय वापस पहुंचे, तो अध्यापकों, बच्चों और इलाके के निवासियों ने ढोल नगाड़ों के साथ उनका जोरदार स्वागत किया।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में राज्य की कांग्रेस सरकार दो साल का जश्न मना रही है। इस दाैरान उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि भाजपा ने सरकार गिराने की नाकाम कोशिश की। हम 40 थे और 40 हैं। हमारे एक भी मंत्री में दाग नहीं है। इससे ईमानदार मंत्रिमंडल नहीं हो सकता। भाजपा के लोग दिल्ली में जाकर पैसे रुकवाने का काम करते हैं। प्रदेश के कर्मचारियों को ओपीएस कांग्रेस की सरकार ने दी। भाजपा सरकार ने पेंशन देने से इन्कार कर दिया था। कांग्रेस सरकार कर्मचारियों की साथी है। जब तक हम हैं, तब तक आपकी पेंशन सुरक्षित है। इसलिए हमें एक साथ मिलकर चलना है। मुकेश ने घोषणा कि जितनी भी भर्तियों के परिणाम लंबित हैं, एक महीने के अंदर जारी किए जाएंगे। मुकेश ने कहा कि सीएम से इसकी चर्चा नहीं हुई है, लेकिन मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। क्यूंकि हम आपके शुभचिंतक हैं। मुकेश ने कहा कि भाजपा बोलती है कि दिल्ली हिमाचल भवन की कुर्की हो गई, लेकिन कोई हाथ तो लगाकर देखे। मुकेश ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि कहा कि बोले समोसा सुक्खू का नहीं, पुलिस का था और पुलिस के समोसे को हाथ लगाओंगे तो ऐसा ही होगा। अग्निहोत्री ने टॉयलेट टैक्स पर चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा के लोग 24 घंटे टॉयलेट में बैठे, फिर देखें टैक्स लगा कि नहीं। अग्निहोत्री ने कहा कि 1 हजार नई बसें हम एक साल के अंदर बेड़े में शामिल कर रहे हैं। जयराम पर निशाना साधते हुए कहा कि आजकल कहते हैं कि कुकर के पैसे लिए, अरे कुकर की सीटी अग्निहोत्री ऐसे बजाएगा कि याद रखोंगे। एचआरटीसी को बदनाम किया जा रहा है। यह कांग्रेस पार्टी की लड़ाई है, भाजपा को अब सत्ता नहीं मिलेगी। हम उस पार्टी के लोग हैं, जिन्होंने हिमाचज का निर्माण किया और इसे आगे बढ़ाया। कहा कि शिमला में 2 हजार करोड़ से रोपवे बना रहे हैं। दो साल में बनकर तैयार होगा। 2400 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी।
कांगड़ा जिला समेत प्रदेशभर की आस्था की प्रतीक माता हिमानी चामुंडा मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद हो गए हैं। प्राचीन परंपरा के अनुसार मंदिर के कपाट अब 15 मार्च को पूजा अर्चना के बाद ही खुलेंगे। मंगलवार को शाम की आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार नंदिकेश्वर चामुंडा धाम का मूल स्थान हिमानी चामुंडा को माना जाता है। चामुंडा देवी मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित वेद प्रकाश ने बताया कि आदि हिमानी चामुंडा धाम पौराणिक काल से शिव शक्ति का अद्भुत सिद्ध वरदान देने वाले स्थल के रूप में जाना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इसी स्थान पर असुर जालंधर और महादेव के बीच युद्ध के दौरान भगवती चामुंडा को अधिष्ठात्री देवी और रुद्रत्व प्राप्त हुआ था। इस कारण यह क्षेत्र रुद्र चामुंडा के रूप में भी जाना जाता है। चामुंडा देवी मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित वेद प्रकाश ने बताया, मां चामुंडा यहां जालंधर पीठ के उत्तरी द्वारपाल के रूप में स्थापित हैं, जब देवासुर संग्राम हुआ तो भगवती कौशिकी ने अपनी भृकुटि से मां चंडिका को उत्पन्न किया और उन्हें चंड व मुंड नाम के दैत्यों का वध करने को कहा। मां भगवती चंडिका व दैत्य चंड व मुंड के साथ भीषण संग्राम हुआ मां ने दोनों दैत्यों का वध कर दिया और दोनों असुरों के सिरों को काटकर भगवती कौशिकी के पास ले गई। मां भगवती ने प्रसन्न होकर कहा कि तुमने दैत्य चंड व मुंड का संहार किया है, इसलिए अब तुम संसार में चामुंडा नाम से प्रसिद्ध होंगी। तभी से कांगड़ा जिला के चामुंडा में क्षेत्र की अधिष्ठात्री देवी हैं। पुजारी पंडित वेद प्रकाश ने बताया कि माता का ये प्राचीन मंदिर धौलाधार में अति दुर्गम स्थल पर स्थित है, जिसे मां हिमानी चामुंडा मंदिर के नाम से जाना जाता है। मंदिर तक मार्ग दुर्गम होने के चलते भक्तों का वहां पहुंचना अति कठिन होता है। उन्होंने कहा कि माता की इच्छा व आज्ञा से वर्तमान स्थल पर भव्य नए मंदिर का निर्माण किया गया है। यहां कई किलोमीटर सीधी चढ़ाई चढ़ने के बाद श्रद्धालु दुर्गम स्थल पर स्थित मां के मंदिर पहुंचते हैं। गर्मियों में दुर्गम स्थल पर श्रद्धालु जातरों के रूप में यहां पहुंचते हैं, जबकि धर्मशाला-पालमपुर राजमार्ग में डाढ़ कस्बे के पास बाण गंगा (बनेर खड्ड) के मुहाने पर मां चामुंडा का मंदिर स्थापित हैं, जो श्रद्धालु दुर्गम स्थल तक नहीं पहुंच पाते हैं, वो श्रद्धालु यहां पर सरलता से माथा टेकने के लिए पहुंचते हैं। आदि हिमानी चामुंडा माता मंदिर अधिकारी राकेश कुमार ने बताया, मौसम साफ होने पर 15 मार्च को मंदिर के कपाट खुलेंगे, लेकिन अभी धौलाधार पर्वत श्रृंखला पर भारी बर्फबारी होने के कारण मंदिर के कपाट माता के दर्शनों के लिए बंद कर दिए गए हैं।
जियो बीपी (रिलायंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड) और ईवीआई टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड प्रदेश में पांच ग्रीन कॉरिडोर पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करेगी। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की उपस्थिति में परिवहन विभाग के निदेशक डीसी नेगी ने कंपनियों के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किए। दोनों कंपनियां एक साल में 41 में से 31 स्थानों पर ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करेंगी। यहां यात्रियों को शौचालय, फूड कोर्ट सहित अन्य वे-साइड सुविधाएं भी मिलेंगी। एक हफ्ते में तीसरी कंपनी इलेक्ट्रोवेब के साथ भी एमओयू होगा। यह कंपनी 10 स्थानों पर ईवी चार्जिंग स्टेशन और वे-साइड सुविधाएं देंगी। मुख्यमंत्री सुक्खू ने बताया कि जियो बीपी कंपनी मंडी-जोगिंद्रनगर पठानकोट के साथ-साथ कीरतपुर-मनाली-केलांग ग्रीन कॉरिडोर को विकसित करेगी। ईवीआई टेक्नोलॉजी एक वर्ष के भीतर परवाणु-ऊना-संसारपुर टेरेस-नूरपुर तथा परवाणु, शिमला-रिकांगपियो-लोसर ग्रीन कॉरिडोर विकसित करेगी। इलेक्ट्रोवेब कंपनी शिमला-हमीरपुर-चंबा ग्रीन कॉरिडोर को विकसित करेगी। इन पांच ग्रीन कॉरिडोर पर कंपनियां एक साल के भीतर 41 स्थानों पर ईवी चार्जिंग स्टेशन, वे-साइड सुविधाएं तथा सुपर मार्केट स्थापित करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन 41 स्थानों पर ई-बस, ई-ट्रक तथा अन्य ई-व्हीकल को चार्ज करने की सुविधा मिलेगी। इन स्थानों पर शौचालय तथा रेस्तरां की सुविधाएं भी मिलेगी। सरकार को कंपनियां 75 लाख रुपये प्रति वर्ष लीज मनी देगी। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार 350 ई-बसों की खरीद कर रही है। परिवहन विभाग देश में ऐसा पहला विभाग है जहां सभी वाहन इलेक्टि्रक हैं। इस अवसर पर प्रधान सचिव परिवहन आरडी नजीम भी उपस्थित रहे।
मंडी कल्हणी सडक़ मार्ग पर मंगलवार देर रात हादसा होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो व्यक्ति घायल हो गए। हादसा रात करीब 10:30 बजे पेश आया। सभी लोग मंडी की तरफ से घर की तरफ आ रहे थे। सडक़ पर बर्फ जम जाने के कारण गाड़ी स्किड हो गई और दूढी नामक स्थान पर 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। संदीप वृत्त के पटवारी जियालाल ने बताया कि कार में तीन लोग सवार थे, जिसमें खेम राज पुत्र कर्म सिंह निवासी गांव पन्देहल डाकघर बागाचनोगी उम्र 18 वर्ष की मौके पर ही मृत्यु हो गई और कॉल सिंह (31) पुत्र दुर्गा सिंह गांव नंदहल डाकघर बागाचनोगी व टोपेश्वर सिंह पुत्र देशावर सिंह निवासी गांव नन्दहले डाकघर बागाचनोली गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों को जिला अस्पताल मंडी के लिए के लिए रैफर किया गया है।
** सुबह स्केटिंग करने पहुचे लोग, स्केटिंग के दौरान ठंड गायब... शिमला के लक्कड़ बाजार में स्थित आइस स्केटिंग रिंक में आइस स्केटिंग शुरू हो गई है। इस रिंक में आज भी प्राकृतिक तरीके से बर्फ जमाई जाती है। सुबह स्केटिंग करने पहुंचे लोग बहुत खुश और उत्साहित दिखे। उनका कहना है कि वे इस पल का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। जैसे ही उन्हें स्केटिंग शुरू होने की खबर मिली, वे तुरंत यहां पहुंच गए। लोगों ने बताया कि स्केटिंग करते समय ठंड का अहसास नहीं होता और यह बहुत मजेदार अनुभव होता है। आइस स्केटिंग रिंक के सचिव रजत मल्होत्रा ने बताया कि रिंक में अच्छी बर्फ जम गई है, इसलिए आज से स्केटिंग शुरू कर दी गई है। अगर मौसम ठीक रहा, तो जल्द ही शाम के समय भी स्केटिंग कराई जाएगी। फिलहाल, स्केटिंग सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक हो रही है। बता दें कि शिमला आइस स्केटिंग क्लब द्वारा सदस्यता और शुल्क तय कर दिए है। सीनियर और जूनियर के लिए अलग-अलग श्रेणियां तय की गई हैं। सीनियर के लिए पूरे सीजन की सदस्यता का शुल्क 3000 रुपये और जूनियर के लिए 1800 रुपये है। कपल सदस्यता का शुल्क 3500 रुपये रखा गया है। आकस्मिक स्केटिंग सत्र के लिए प्रति सत्र 300 रुपये का शुल्क रखा गया है। वहीं, पखवाड़ा सदस्यता सीनियर के लिए 1700 रुपये और जूनियर के लिए 900 रुपये में उपलब्ध है। स्केट्स किराये पर लेने के लिए सीनियर को 1500 रुपये और जूनियर को 1200 रुपये देने होंगे। सीसीएम हॉकी स्केट्स का शुल्क 2500 रुपये है, जो सीनियर और जूनियर दोनों के लिए एक समान है। इसके अलावा स्केट्स के लिए 3000 रुपये और सीसीएम हॉकी स्केट्स के लिए 7500 रुपये की सुरक्षा राशि जमा करनी होगी। क्लब ने यह भी घोषणा की है कि जूनियर सदस्यों, जिनके माता-पिता क्लब के सदस्य हैं, को पूरे सीजन की सदस्यता पर 200 रुपये की छूट दी जाएगी। गेस्ट के लिए भी अलग से शुल्क निर्धारित किए गए हैं। कार्ड खेलने वाले गेस्ट को 150 रुपये प्रति दिन और नॉन-प्लेइंग गेस्ट को 30 रुपये प्रति दिन शुल्क देना होगा। गेस्ट को सप्ताह में अधिकतम चार बार ही अनुमति दी जाएगी। शिमला के लक्कड़ बाजार में स्तिथि रिंक एशिया का सबसे बड़ा प्राकृतिक आइस स्केटिंग रिंक है, जिसे 1920 में स्थापित किया गया था। यहां पर बड़ी-बड़ी हस्तियों ने स्टैकिंग की है। हर साल यह रिंक पर्यटकों और स्केटिंग प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है। इस साल भी बड़ी संख्या में पर्यटकों और स्थानीय लोगों के भाग लेने की उम्मीद है।
जिला कुल्लू के उपमंडल आनी के शकेलहड़ में क्रैश बैरियर या पैराफिट होते तो शायद तीन लोगों की जान बच जाती। बीते मंगलवार को शकेलहड़ में एक बस अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे खाई में गिर गई, जिसमें बस ड्राइवर समेत तीन लोगों की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए हैं, जिस सड़क पर ये दर्दनाक हादसा हुआ, यहां पर ये सड़क बेहद तंग है और ड्राइवरों को दूसरी गाड़ियों को पास देने के लिए भी 100 मीटर तक दूर जाना पड़ता है। इस सड़क मार्ग पर एक भी जगह पर क्रैश बैरियर नहीं लगे हैं, जिस जगह पर बस सड़क से नीचे गिरी वहां पर भी कोई पैराफिट नहीं लगे हैं। बता दें कि ये आनी का सबसे व्यस्त मार्ग हैं। जलोड़ी में बर्फबारी होते ही आनी के लोग जिला मुख्यालय कुल्लू के लिए इसी सड़क से जाते है। जबकि करसोग, छतरी समेत मंडी जाने के लिए भी यही एकमात्र सड़क है। ऐसे में इस सड़क को सुधारने की दिशा में किसी भी सरकार ने जहमत नहीं उठाई है। बस हादसे में घायल हुए लोगों के परिजनों ने कहा, अगर इस मार्ग में क्रैश बैरियर लगे होते या पैराफिट होते तो शायर लोग घायल होने से बच जाते और हमारे अपनों की जान बच जाती, लेकिन सरकार व प्रशासन को इस बार की चिंता कहां है। वहीं, घायलों के परिजनों ने सरकार व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया। लोक निर्माण विभाग निरमंड के सहायक अभियंता मनोज कुमार, आनी के निगान-श्वाड़ मार्ग में क्रैश बैरियर लगाने के लिए बजट का प्रावधान किया जाएगा। ये मार्ग बहुत पुराना है और शायद तंग भी है। ऐसे में इस मार्ग में हादसे न हो, इसके लिए योजना बनाकर सरकार को भेजा जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के आनी क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ। हादसे में एक निजी बस के गहरी खाई में गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई है,जबकि 39 लोग घायल हुए है। हादसा सुबह करीब 11 बजे श्वाड-निगान सड़क पर शकेलड़ के समीप हुआ।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस करसोग से आनी जा रही थी। बस का पट्टा टूटने के कारण अनियंत्रित होकर करीब 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे की भयानकता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बस के परखच्चे उड़ गए। दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई, और स्थानीय लोग तुरंत बचाव कार्य में जुट गए।हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने अपनी तत्परता दिखाते हुए बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को तुरंत पास के अस्पताल पहुंचाया गया, जिससे कई जानें बचाई जा सकीं। चालक की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो लोगों ने अस्पताल जाते समय दम तोड़ दिया। कुल्लू के पुलिस अधीक्षक कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने पुष्टि करते हुए बताया कि बस में 42 लोग यात्री सफर जार रहे थे। जिनमें से तीन लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 39 लोग घायल हुए है। यह हादसा पूरे इलाके को स्तब्ध कर गया है। स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। घटना की गहन जांच की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
हिमाचल प्रदेश में ऊपरी इलाकों में हुई बर्फबारी के चलते कड़ाके की ठंड हो गई है। जिला ऊना, हमीरपुर और पालमपुर में पारा शून्य पहुंच गया है। शिमला में रात को तापमान एक डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में सबसे ज्यादा न्यूनतम तापमान 5.9 नाहन में दर्ज हुआ। रात का पारा कम होने से सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है। कई जगह पानी के पाइप जम गए हैं। चंबा-किलाड़ वाया सचे जोत मार्ग बंद हो गया है। वहीं, मनाली-लेह मार्ग पर सफर करना खतरनाक हो गया है। मैदानी जिलों में बुधवार से शुक्रवार तक सुबह-शाम के समय कोहरा पड़ने और अन्य जगह शीतलहर का येलो अलर्ट जारी हुआ है। बुधवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। वीरवार को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार जताए गए हैं। शिमला में मंगलवार को धूप खिलने के साथ मौसम दिन भर साफ रहा, लेकिन शीतलहर कम नहीं हुई। ऊना में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा 23.8 डिग्री सेल्सियसरहा। भरमौर क्षेत्र में नल में पानी की धार बर्फ में तबदील नजर आई। लाहौल घाटी में माइनस तापमान के बीच 97 फीसदी घरेलू नलों में पानी जम हो गया है। लाहौल के धुंधी, सिस्सू और जिस्पा के अलावा अन्य कई स्थानों पर ब्लैक आइस में वाहन फिसलते रहे। पुलिस ने अटल टनल पर्यटक वाहनों के लिए बंद कर दी है। हालांकि, फॉर बाई फॉर वाहनों में पर्यटक अटल टनल की ओर गए। कुफरी, डोडरा क्वार, चौपाल में हुई हल्की बर्फबारी हुई। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहने के साथ शिमला के कुफरी, डोडरा क्वार और चौपाल में मंगलवार दोपहर बाद हल्की बर्फबारी हुई। चांशल दर्रा बंद होने से डोडरा क्वार सड़क वाहनों की आवाजाही के लिए ठप हो गई है। किन्नौर में ऊंचे इलाकों में बर्फबारी के दो दिन बाद भी तीन ग्रामीण रूट बंद चल रहे हैं। छितकुल, कुनौचारंग और आसरंग के लिए मंगलवार को भी पथ परिवहन निगम की बसों की आवाजाही नहीं हो पाई है। प्रदेश में बर्फबारी के बाद शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। सोमवार रात को सात जिलों का न्यूनतम पारा माइनस में रिकॉर्ड हुआ। इनमें लाहौल-स्पीति जिले के ताबो में सबसे कम- 12.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान है। इसके अलावा कुकुमसेरी का -8.1, समदो का -7.9, कल्पा का -5.4, शिमला जिले में नारकंडा के -3.4, कुफरी का-2.2, कुल्लू जिले में मनाली का -2.8, सेऊबाग का -2.5, बजौरा का -1.6, भुंतर का -1.4, किन्नौर जिले के रिकांगपिओ का -1.8, चंबा जिले के भरमौर का -1.7, बिलासपुर जिले के बरठीं का -0.7, सोलन का - 0.6 डिग्री न्यूनतम तापमान रहा।
** बिलासपुर से 6 नई योजनाओं का होगा शुभारंभ हिमाचल प्रदेश में साल 2022 में विधानसभा चुनाव में 40 सीटें जीतकर सत्ता में आई सुक्खू सरकार का दो साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 11 दिसंबर 2022 को मुख्यमंत्री की शपथ लेकर कार्यभार संभाला था। इस उपलक्ष्य में प्रदेश सरकार केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के गृह जिला बिलासपुर के लुहणू मैदान में राज्य स्तरीय समारोह आयोजित करने जा रही है। इस समारोह को यादगार बनाने के लिए सरकार ने लुहणू मैदान में 30 हजार की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए मंत्रियों सहित सभी विधायकों को अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों से लोगों को लाने का टारगेट दिया गया है। वहीं, इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू लोगों के सामने सरकार की दो साल की उपलब्धियों का गुणगान करेंगे और साथ ही 6 नई योजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे। हिमाचल में कांग्रेस सरकार के दो साल का कार्यभार पूरा होने पर बिलासपुर के लुहणू मैदान समारोह आयोजित होगा। ये कार्यक्रम सुबह 11 बजे शुरू होगा, जिसमें प्रदेश भर से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश में 6 नई योजनाओं का शुभारंभ करेंगे, जिनमें राजीव गांधी स्टार्ट-अप स्वरोजगार योजना के तहत ई-टैक्सी, विधवाओं के बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना, हिमाचल प्रदेश शिवा परियोजना, प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की का हिम भोग आटा, गोबर की खरीद योजना और प्राकृतिक रूप से उत्पादित मक्की की खरीद के लिए संबंधित किसानों को धन हस्तांतरण करना शामिल है। इसके अलावा इस दौरान पांच आयुष मोबाइल वैन को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी। वहीं, पुरानी पेंशन योजना और मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के लाभार्थियों को चेक भी वितरित किए जाएंगे। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानियों को भी सम्मानित भी किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार के दो साल के समारोह में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी नहीं आ रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इन सभी राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को कार्यक्रम में आने का न्योता दिया था। ‘व्यवस्था परिवर्तन से आत्मनिर्भर हिमाचल’ थीम पर किए जा रहे समारोह में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव राजीव शुक्ला मुख्य अतिथि होंगे।
चकमोह: एनएसयूआई के वर्तमान कॉलेज अध्यक्ष ऋषभ भारद्वाज ने हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के जिला प्रबंधक (डीएम) को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें पठानकोट-देवसिद्ध बस सेवा को शाहतलाई तक विस्तारित करने या इस मार्ग पर एक विशेष बस सेवा शुरू करने की मांग की गई। ऋषभ भारद्वाज ने बताया कि दोपहर 3:15 के बाद शाहतलाई के लिए कोई भी बस सेवा उपलब्ध नहीं है, जिससे खासकर छात्रों और स्थानीय निवासियों को अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। कॉलेज के विद्यार्थियों को कक्षाओं के बाद यात्रा करने में घंटों इंतजार करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई हमेशा छात्रों और समाज के हित में सक्रिय रही है, और यह मांग छात्रों की सुविधाओं और उनके समुचित आवागमन को ध्यान में रखते हुए की गई है। यदि एचआरटीसी इस समस्या का समाधान करता है, तो यह छात्रों के लिए एक बड़ी राहत होगी। एनएसयूआई ने उम्मीद जताई है कि निगम जल्द ही इस मांग पर सकारात्मक कदम उठाएगा, और यदि ऐसा नहीं होता, तो छात्रों के हित में आगामी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, एनएसयूआई ने इस पहल में मदद करने के लिए मनजीत सिंह डोगरा का आभार व्यक्त किया।
कुनिहार: 20 वर्षीय रिया कंवर, जो पिछले एक साल से ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही थी, अब इस दुनिया में नहीं रही। रिया के निधन की खबर ने न केवल उसके परिवार को, बल्कि कुनिहार क्षेत्र के हर उस व्यक्ति को शोक में डुबो दिया, जो पिछले एक साल से उसकी स्वस्थ होने की दुआ कर रहा था। रिया के पिता विजेन्द्र सिंह कंवर ने अपनी बेटी के इलाज के लिए हर संभव प्रयास किए, आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। एक साल पहले रिया के पेट में अचानक दर्द हुआ था, जिसके बाद उसे कुनिहार के स्थानीय अस्पताल में दिखाया गया। वहाँ से उसे शिमला के IGMC रेफर किया गया, जहां टेस्ट के बाद रिया को ब्लड कैंसर का पता चला। इस प्रकार के कैंसर का इलाज बेहद महंगा था और लगभग 40 लाख रुपये की आवश्यकता थी। दिहाड़ी मजदूरी करने वाले रिया के पिता के लिए इतनी बड़ी राशि जुटाना नामुमकिन था। फिर भी परिवार ने अपनी जमा पूंजी और लोगों की मदद से इलाज जारी रखा। रिया का इलाज चंडीगढ़ और फिर देहरादून के अस्पतालों में भी चलता रहा। कुछ समय के लिए रिया स्वस्थ होकर घर भी लौट आई थी, लेकिन अचानक उसकी तबीयत फिर से बिगड़ गई। रिया के माता-पिता और परिवार ने अपनी बेटी को बचाने के लिए हर प्रयास किया, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। मंगलवार सुबह रिया का शव देहरादून से गांव थावना पहुंचा, और गांव के शमशान घाट पर उसके छोटे भाई सक्षम कंवर ने रिया का अंतिम संस्कार किया। रिया के परिवार ने उन सभी लोगों का धन्यवाद किया जिन्होंने इस कठिन समय में उनकी मदद की।
** टुटू में बीएमओ ऑफिस खोलने, 16 मील कॉलेज के लिए समुचित धन राशि प्रदान करने की घोषणा की मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज शिमला जिले के टूटू में 4.50 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित विनियमित मण्डी का लोकार्पण किया। इस मण्डी में 8 दुकानें, नीलामी मंच, किसानों को ठहरने के लिए 20 बिस्तरों की डोरमैट्री व सार्वजनिक कार्यक्रमों हेतु एक बड़ा हॉल और अन्य मूलभूत सुविधाएं होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मण्डी के बनने से धामी, घनाहट्टी, मजठाई, बागी, धमून, बाईचड़ी, ढांडा, चायली, नैहरा, देवनगर, गलोट, जुब्बडहट्टी, रामपुरी, शकराह व कालीहट्टी आदि पंचायतों के किसान लाभाविन्त होंगे। उन्हें अपनी नकदी फसलों और सब्जियों के उचित मूल्य प्राप्त होंगेे। उन्होंने कहा कि इससे पहले उन्हें अपने उत्पाद बेचने के लिए शिमला आना पड़ता था, जिससे उनके समय के साथ-साथ आर्थिक नुकसान भी होता था। उन्होंने कहा कि इस मण्डी के निर्माण से इन पंचायतों की लम्बे समय से चली आ रही मांग पूर्ण हो गई है। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को उनके उत्पाद के उचित मूल्य सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में विनियमित मण्डियों का निर्माण कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों बागवानों के घरद्वार के समीप मण्डियों के निर्माण से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो रही है बल्कि उनके समय में भी बचत हो रही है। मुख्यमंत्री ने टूटू में बीएमओ ऑफिस के साथ-साथ पर्याप्त चिकित्सक नियुक्त करने की घोषणा की। उन्होंने बडैहरी-शिल्ली-हीरानगर सड़क के लिए दो करोड़ देने का आश्वासन दिया। उन्होंने टूटू के दो वार्डों में सीवरेज सिस्टम की सुविधा उपलब्ध करवाने और एंबुलेंस रोड के निर्माण का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि 16 मील में महाविद्यालय भवन के निर्माण के लिए राज्य सरकार समुचित धन उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने दो श्मशान घाट के निर्माण के लिए 10-10 लाख और गौशाला के लिए भी 10 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती से उत्पादित 4000 क्विंटल मक्की की खरीद 30 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से खरीद की है और आगामी वर्ष से 40 रुपए प्रति किलो की दर से प्राकृतिक खेती से उत्पादित गेहूं की खरीद की जाएगी। उन्होंने कहा कि मक्की के आटे को हिम-भोग के नाम से बाजार में उतारा जायेगा। हमारी सरकार ने दूध की खरीद दरों में 15 रुपए प्रति लीटर की बढ़ौतरी की। गाय के दूध को 45 रुपए तथा भैंस का दूध 55 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीदा जा रहा है। मनरेगा की दिहाड़ी ऐतिहासिक 60 रुपए बढ़ाकर 300 रुपए की गई है। यह सभी कदम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी पात्र व्यक्यिों तक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विधवाओं के 27 वर्ष की आयु तक के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का पूरा खर्च उठा रही है। इस योजना का विधिवत शुभारंभ 11 दिसंबर को किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के 6000 अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ के रुप में अपनाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने भ्रष्टाचार के चोर दरवाजों को बंद करके अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया है तथा अब इस धन से लोगों के कल्याण के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। राज्य सरकार सभी गारंटियों को चरणबद्ध तरीके से पूरा कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने पांच साल में 20 हजार नौकरियां प्रदान की तथा वर्तमान कांग्रेस सरकार ने मात्र दो वर्षों में 31 हजार नौकरियां निकाली हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार खुद को डबल इंजन की सरकार की कहती थी, लेकिन उनके कार्यकाल में हर क्षेत्र के स्तर में गिरावट हुई। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बदलाव लाकर सुधारात्मक कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अगले तीन वर्षों में शिक्षा व स्वास्थ्य का मजबूत आधारभूत ढांचा तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि उनका पूरा मंत्रिमंडल एकजुटता के साथ इस दिशा में कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘हम दृढ़ इच्छा-शक्ति से हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाएंगे और इसमें सभी का सहयोग आवश्यक है।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल आई आपदा के दौरान अगर सही समय पर टूटी हुई सड़कों को ठीक नहीं किया जाता, तो सेब बागवानों को काफी नुकसान होता। लेकिन राज्य सरकार ने आपदा के दौरान सौ करोड़ रुपए व्यय कर सड़कें बहाल की है और बागवानों के उत्पादों को मंडियों तक पहुंचाया। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने कहा कि युवा पीढ़ी को पुराने रीति रिवाज, बोली और संस्कृति को संजो कर रखना चाहिए क्योंकि यही हमारी पहचान है। उन्होंने सभी से सही जीवन-शैली अपनाकर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में आदर्श स्वास्थ्य संस्थान स्थापित किए गए हैं, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है ताकि लोगों को उनके घर-द्वार पर ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हो सकें। लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार बिना किसी द्वेष भाव के काम कर रही है। उन्होंने कहा कि शिमला ग्रामीण क्षेत्र में विकास की कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है और दो साल में 400 करोड़ रुपये के विकास कार्य आरंभ किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश का एक समान विकास वर्तमान राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि मटौर-शिमला फोरलेन के शालाघाट से तारादेवी पैकेज के निर्माण की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। उन्होंने कहा कि शिमला के समीप जाठिया देवी इलाके में जल्द से जल्द नया शहर बसाने के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने सब्जी मंडी का शुभारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को राज्य सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य पर बिलासपुर में एक विशाल रैली का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से रैली में बढ़-चढ़ कर भाग लेने की अपील की। एपीएमसी शिमला व किन्नौर के अध्यक्ष देवानंद वर्मा ने सब्जी मंडी की सौगात के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि इससे क्षेत्र के किसानों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है। इस अवसर पर पूर्व विधायक सोहन लाल व चिरंजी लाल, सचिव कृषि सी पालरासू, उपायुक्त अनुपम कश्यप और अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।
** काफी संख्या में शिमला पहुच रहे पर्यटक, पर्यटन कारोबारी खुश हिमाचल प्रदेश में बीते दिन शिमला सहित कई हिस्सो में जमकर बर्फबारी हुई है। बर्फबारी की खबर सुनते ही पंजाब हरियाणा दिल्ली से काफी तादात में पर्यटक शिमला पहुच रहे है। शिमला शहर में हालांकि बर्फ कम है लेकिन कुफरी में अभी भी बर्फ है। बर्फ के दीदार करने के लिए पर्यटक कुफरी का रुख कर रहे है। कुफरी में पर्यटक बर्फ के साथ मस्ती करते हुए नजर आए। मौसम विभाग द्वारा आज भी बर्फबारी की आशंका जताई है। शिमला पहुंचे पर्यटको का कहना है कि यहां पर उन्होंने बर्फबारी की उम्मीद भी नहीं कि थी लेकिन मौसम ने अचानक करवट बदली और शिमला में बर्फबारी शुरू हो गई। और बर्फ़ देखने की हसरत पूरी हो गई। शिमला में बर्फबारी होने से पर्यटन कारोबारी भी खुश है। बर्फबारी के बाद पर्यटक शिमला पहुच रहे है। जिससे शिमला के होटलो में ऑक्यूपेंसी भी बढ़ रही है। शिमला में पिछले दो महीने से पर्यटक कम आ रहे थे, जिससे पर्यटन कारोबारी भी निराश थे। वही अब पर्यटन कारोबार भी पटरी पर लौटने लगा है।
विद्युत उप-मण्डल प्रागपुर के अंतर्गत आने वाले सभी उपभोक्ताओं ने अभी तक अपने मीटर की केवाईसी नहीं करवाई है वे सभी उपभोक्ता 10-12-2024 तक अपने मीटर की केवाईसी उपमण्डल प्रागपुर में आने वाले सेक्शन के अंतर्गत निर्धारित तिथि को निर्धारित स्थान पर सुबह 10:00 से शाम 4:00 तक करवा ले। इसके अतिरिक्त जिन भी उपभोगताओ कि केवाईसी नही हुई होगी वह 16-12-2024 से पहले विद्युत् उपमंडल प्रागपुर में आकर करवा ले अन्यथा आपको हिमाचल सरकार द्वारा बिलों पर दी जानेवाली सब्सिडी बंद हो सकती है। यह जानकारी विक्रमजीत सिंह विद्युत उपमंडल प्रागपुर ने दी है और जनता से सहयोग की अपील की है।
हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज कोटखाई उपमंडल के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र उबादेश दोरा किया। इस दौरान उन्होंने बाघी पुलिस चौकी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस पुलिस चौकी को नियमित चौकी का दर्जा प्रदान किया गया है। जिसका निर्णय पिछली केबिनेट में लिया गया था। बाघी एक महत्वपूर्ण स्थान है बढ़ते नशे की प्रवृति पर अंकुश लगाने के साथ साथ कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने के लिए ये चौकी बहुत जरूूरी थी। रोहित ठाकुर ने कहा कि बाघी रत्नाडी में पानी की काफी ज्यादा समस्या है इसका समाधान आने वाले समय में किया जाएगा। इस अवसर पर जुब्बल नावर कोटखाई कांग्रेस मण्डल अध्यक्ष मोतीलाल डेरटा, पूर्व ज़िला परिषद सदस्य लायक राम औसटा, BDC बाघी रत्नाडी सदस्य हरिदत और NGO रत्नाडी सदस्य कुलदीप सिंह, संजय सारटा और बाघी रत्नाडी की जनता मौजूद रही।
हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग ने ग्रीष्मकालीन व शीतकालीन अवकाश वाले सरकारी स्कूलों के लिए छुट्टियों का संभावित शेड्यूल जारी कर दिया है। राज्य के सरकारी स्कूलों के लिए छुट्टियों के कार्यक्रम का मामला पिछले कुछ समय से सरकार के विचाराधीन था। उचित विचार-विमर्श के बाद कुछ निर्देशों के साथ एक संभावित छुट्टियों का कार्यक्रम तैयार किया गया है। सरकार की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि छुट्टियों के कार्यक्रम को अंतिम रूप देने से पहले इन निर्देशों को व्यापक रूप से प्रसारित किया जाएगा ताकि विभिन्न हितधारकों जैसे कि माता-पिता, विद्यार्थी, शिक्षक, उप निदेशक आदि की प्रतिक्रिया, राय प्राप्त की जा सके। इस पर विभिन्न हितधारक 15 दिन के भीतर अपनी प्रतिक्रिया व राय दे सकेंगे। इसके बाद सभी प्रतिक्रियाओं को 15 जनवरी 2025 से पहले आपकी टिप्पणियों के साथ विभाग को भेजने का फैसला लिया गया है, ताकि छुट्टियों के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा सके।
मंडी: बीते कल प्रदेश के कई हिस्सों में बर्फबारी देखने को मिली है। वहीं, मंडी जिला की सबसे ऊंची चोटी माता शिकारी देवी, शैट्टाधार, तुगासींगढ जैसे धार्मिक स्थलों में इस सर्दी का पहला हिमपात होने से पर्यटकों के चेहरे खिल गए हैं। बर्फबारी से ऊंची चोटियों ने सफेद चादर ओढ़ ली है। चोटियों में हल्की बर्फबारी के बाद मंडी जिला ठंड की चपेट में आ गया है। बर्फबारी के बाद ठंड बढ़ने से लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार के लिए मंडी जिले की सभी ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का अलर्ट जारी किया था। हालांकि उम्मीद के मुताबिक बर्फबारी नहीं है, लेकिन हल्की बर्फबारी से पर्यटकों और बागवानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। आने वाले दिनों में बागवानों को अच्छी बर्फबारी की उम्मीद है। उपमंडल अधिकारी थुनाग रमेश कुमार ने बताया कि शिकारी माता मंदिर में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। थुनाग में किसी भी पर्यटक के बर्फबारी के बीच फंसे होने की कोई सूचना नहीं है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि मौसम के खराब होने पर शिकारी माता और ऊंची चोटियों पर बने किसी मंदिर या क्षेत्रों में न जाएं। जिला मंडी की सबसे ऊंची चोटी पर विराजमान माता शिकारी के कपाट हर साल 15 नवंबर के बाद 4 से 5 मार्च तक के लिए बंद रहते हैं, क्योंकि इसके बाद यहां हल्की बारिश और बर्फबारी शुरू हो जाती है। सराज घाटी में जंजैहली से 16 किलोमीटर दूर शिकारी देवी मंदिर एक ऐसा मंदिर है, जिस पर आज तक कोई छत नहीं बनाई गई है। मंदिर कमेटी के सदस्य धनीराम ठाकुर ने ईटीवी भारत को बताया था कि कई कोशिशों के बाद भी इस रहस्यमय शिकारी देवी मंदिर की छत नहीं बन पाई। शिकारी माता खुले स्थान पर आसमान के नीचे रहना ही पसंद करती है। कई कोशिशें करने के बाद माता ने मंदिर पर छत बनाने की अनुमति नहीं दी। माता की अनुमति के बिना यहां एक पत्थर भी नहीं लगाया जा सकता है। बारिश, आंधी, तूफान और बर्फबारी में भी शिकारी माता खुले आसमान के नीचे रहना ही पसंद करती हैं। शिकारी शिखर की पहाड़ियों पर हर साल सर्दियों में कई फीट तक स्नोफॉल होता है।\ मंदिर के प्रांगण में भी कई फीट तक बर्फ गिर जाती है, लेकिन छत न होने के बाद भी माता की मूर्ति पर ना बर्फ टिकती है और ना ही जमती हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस मंदिर का निर्माण अज्ञातवास में पांडवों ने करवाया था।
** हा*दसे में नहीं हुआ कोई जानी नुकसान हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में बीते कल हुई बर्फबारी ने किसानों को खुशी तो दी, लेकिन कुछ जगहों पर यह परेशानी का कारण भी बनी। सिरमौर जिले के रोंडी चौरास से करीब 3 किलोमीटर आगे फागनी के पास सुबह करीब तीन बजे एक दुर्घटना हुई, जिसमे एक एलपी गाड़ी, जो पनौग से सीमेंट खाली करके बिलासपुर लौट रही थी, बर्फ पर फिसलकर करीब 100 मीटर नीचे पलट गई। गाड़ी के चालक रमेश चंद और परिचालक लक्की इस हादसे में सुरक्षित बचे। हालाँकि लक्की को हल्की चोटें आईं, जिनका इलाज नौहराधार अस्पताल में किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही नौहराधार पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की ।
** घाय*ल व्यक्ति को किया गया सोलन अस्पताल रेफर बीती रात एक स्कॉर्पियो एचपी 14 सी 4580 गाड़ी बर्फ पर फिसलकर गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना रात करीब 12 बजे की है, जब गाड़ी कुपवी से सोलन की ओर जा रही थी। रोंडी चौरास में बर्फ की वजह से गाड़ी फिसल गई। गाड़ी में चार लोग सवार थे। इनमें से दो, अरुण और सुरेंद्र, गाड़ी को धक्का लगाने के लिए बाहर उतर गए थे, जबकि राजेश (पुत्र गुमान सिंह, निवासी चंजाह, कुपवी) और चालक वेद प्रकाश (पुत्र दलीप सिंह, निवासी कुलग) गाड़ी के अंदर ही थे। फिसलन ज्यादा होने के कारण गाड़ी गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में चालक वेद प्रकाश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि राजेश गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल राजेश को तुरंत एक निजी गाड़ी से राजगढ़ अस्पताल ले जाया गया। पुलिस भी रात में ही मौके पर पहुंच गई थी। राजेश को प्राथमिक उपचार के बाद सोलन अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं, मृतक वेद प्रकाश का राजगढ़ में पोस्टमार्टम किया जाएगा, जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। डीएसपी संगड़ाह, मुकेश डडवाल ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि दुर्घटना की जांच स्थानीय पुलिस कर रही है। उन्होंने अपील की है कि लोग बर्फ के मौसम में सावधानीपूर्वक यात्रा करें और रात में सफर करने से बचें।
** ऊँचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की आज भी संभावना, 10 दिसंबर के बाद साफ रहेगा मौसम हिमाचल प्रदेश के 6 जिलों में लंबे समय के सूखे के बाद बारिश और बर्फबारी हुई है। शिमला में दिसंबर महीने में कई साल बाद बर्फबारी देखने को मिली। इससे पहले 2012 में दिसंबर के पहले हफ्ते में बर्फबारी हुई थी, और अब 9 दिसंबर को फिर बर्फ गिरी। शिमला में 2.7 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई, जबकि लाहुल-स्पीति के कोकसर में 6.7 सेंटीमीटर बर्फ दर्ज की गई। बर्फबारी के कारण तापमान में करीब 3 डिग्री की गिरावट आई है। मौसम विभाग ने बताया है कि ऊंचाई वाले इलाकों में आज भी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। हालांकि, 10 दिसंबर के बाद मौसम फिर से साफ रहने की संभावना है।
सुक्खू सरकार का दो साल का कार्यकाल पूरा होने के थोड़े ही दिन बाद हिमाचल प्रदेश में अफसरशाही की बागडोर भी बदल जाएगी। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना मार्च 2025 में सेवानिवृत्त होंगे। हालांकि उससे पहले उनकी रेरा अध्यक्ष पद पर नियुक्ति हो सकती है तो वह सेवानिवृत्ति के निर्धारित समय से पहले भी यह नियुक्ति पा सकते हैं। यानी वह जनवरी में इस पद पर नियुक्त किए जा सकते हैं। मुख्य सचिव के पद के लिए तीन वरिष्ठ अधिकारियों में संजय गुप्ता, केके पंत और ओंकार शर्मा के नाम चर्चा में हैं। इस संबंध में मुख्यमंत्री को ही फैसला लेना है कि वह किसे प्रदेश की अफसरशाही की कमान दे सकते हैं।अफरशाही की बागडोर बदलेगी तो निचले स्तर तक भी स्वाभाविक रूप से बदलाव होंगे। या तो नए मुख्य सचिव जनवरी में ही नियुक्त हो जाएंगे या फिर मार्च के बाद तो स्वाभाविक रूप से नियुक्ति होनी ही है। रेरा यानी रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथाॅरिटी के वर्तमान में डॉ. श्रीकांत बाल्दी अध्यक्ष हैं। डॉ. बाल्दी पूर्व में हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं। वह भी मुख्य सचिव के पद से सेवानिवृत्ति लेकर रेरा के अध्यक्ष बने थे। डॉ. बाल्दी दिसंबर के अंत में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। ठीक इसी तरह से सक्सेना भी बनाए जा सकते हैं। वर्तमान मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को सीएम के पसंदीदा अधिकारी होने के चलते उन्हें रेरा की बागडोर दी जा सकती है। हालांकि इसकी एक अलग प्रक्रिया है, जिसके लिए आवेदन मांगे जाएंगे तो कई अन्य अधिकारी भी आवेदन कर सकते हैं। वरिष्ठता में 1988 बैच के आईएएस अफसर संजय गुप्ता तो प्रबोध सक्सेना से भी आगे हैं। उन्हें प्रधान सलाहकार की नियुक्ति दी गई और वह वर्तमान में बिजली बोर्ड के अध्यक्ष और रोपवे कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक भी हैं। प्रबोध सक्सेना के बाद वरिष्ठता में केके पंत आते हैं। पंत 1993 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जबकि सक्सेना का बैच 1990 का है। कुछ अन्य अधिकारी भी सक्सेना से वरिष्ठ हैं, मगर उन्हें केंद्र या राज्य में अलग-अलग तरह की महत्वपूर्ण जिम्मेवारियां दी गई है। पंत हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे हैं। पंत के बाद वरिष्ठता में अनुराधा ठाकुर आती हैं, जो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। वह 1994 बैच की हैं। इसी बैच में ओंकार शर्मा उनके बाद आते हैं।
हिमाचल प्रदेश में लंबे समय बाद मौसम ने करवट बदली। रविवार को शिमला समेत हिमाचल के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है, जबकि कांगड़ा, कुल्लू और बिलासपुर के नयना देवी में बूंदाबांदी हुई है। शिमला, कुफरी, सिरमौर के चूड़धार, नौहराधार, हरिपुरधार, चंबा के किलाड़ और मंडी के शिकारी देवी, कमरूनाग और शैटाधार में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। सिरमौर के छितकुल और किन्नौर कैलाश, लाहौल-स्पीति में रोहतांग दर्रा, बारालाचा, कोकसर, सिस्सू, दारचा, जिस्पा, कुंजुम दर्रा समेत ऊंची चोटियों पर भी बर्फबारी हुई है। धर्मशाला के नड्डी और मैक्लोडगंज में फाहे गिरे। बर्फबारी के बाद सोमवार सुबह शिमला में हल्की धूप खिली, लेकिन दुश्वारियां बरकरार हैं। ताजा बर्फबारी के बाद सोमवार को शिमला की वादियां चांदी की तरह चमकीं।
हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट बदल ली है। हिमाचल प्रदेश में रविवार से बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। राजधानी शिमला में बर्फबारी के बाद कसौली में भी बर्फबारी हुई। पर्यटन क्षेत्र कसौली में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है।हालांकि बर्फबारी सिर्फ 15 मिनट तक ही हुई, लेकिन लोगों और पर्यटकों के चेहरे पर बर्फबारी होने की खुशी देखने को मिली। बर्फबारी होने के साथ ही पर्यटक झूम उठे। वहीं, समूचे प्रदेश में बर्फबारी के चलते तापमान बहुत कम हो गया है और कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बता दें की मौसम विभाग शिमला ने प्रदेश में आगामी दिनों के लिए बारिश व बर्फबारी की चेतावनी दी है। रविवार दोपहर बाद से मौसम बदल गया है। दिनभर घने काले बादल छाए रहे इसके बाद पर्यटन क्षेत्र कसौली में शाम करीब 7:00 बजे बारिश का सिलसिला शुरू हुआ। बारिश के बीच ही बर्फ के फाहे गिरे। शाम 7:20 पर बर्फ के फाहे गिरने तेज हो गए। इसके बाद करीब 15 मिनट तक बर्फ के फाहे गिरते रहे। वीकेंड होने के चलते कसौली में पर्यटकों की आवाजाही भी काफी रही। साल 2023 में पर्यटन क्षेत्र कसौली में बर्फबारी नहीं हुई थी, जिसके चलते यहां के लोगों और पर्यटकों को मायूस होना पड़ा था। मगर इस बार कसौली में बर्फबारी का सिलसिला बीते रोज से शुरू हो गया है। ऐसे में पर्यटन कारोबारियों के चेहरे भी खिल गए हैं। पर्यटन कारोबारियों को पर्यटन कारोबार बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, रविवार को सोलन व अन्य क्षेत्रों में बारिश होती रही। हालांकि यहां रुक-रुक कर बारिश हुई। शहर व आसपास के क्षेत्रों में रविवार सुबह से ही तेज हवा चल रही थी। इससे धूल मिट्टी अधिक हो गई थी।