हिमाचल के राशन कार्ड उपभोक्ताओं को अब डिपुओं से मिलने वाली चना दाल महंगी मिलेगी। सरकार की ओर से चना दाल को लेकर नए रेट जारी कर दिए हैं। नए मूल्यों में एपीएल उपभोक्ताओं को चना दाल के लिए 17 रुपये, बीपीएल राशन कार्ड उपभोक्ताओं को 27 और टैक्स देने वाले राशन कार्ड उपभोक्ताओं को 19 रुपये अतिरिक्त चुकाने होंगे। तेल के टेंडर की फाइल सरकार के पास फंसी है। इसी सप्ताह डिपुओं में करीब दो माह के बाद दाल की सप्लाई शुरू हुई है। जबकि उड़द की दाल के लिए सप्लाई ऑर्डर जारी किया गया है। हाल ही में चना दाल को लेकर दाम तय हुए हैं। इनमें एपीएल और बीपीएल उपभोक्ताओं को 65 और टैक्स देने वाले राशन कार्ड उपभोक्ताओं को 69 रुपये किलोग्राम के दाम चुकाने होंगे। इससे पहले यह दाम क्रमश: 48, 38 और 56 रुपये थे। नए दाम तय होने के बाद बीपीएल उपभोक्ताओं को एक किलोग्राम चना दाल के 27 रुपये अधिक चुकाने होंगे, जबकि एपीएल उपभोक्ताओं को 17 और टैक्सपेयर उपभोक्ताओं को 13 रुपये अधिक चुकाने होंगे। प्रदेश सरकार की ओर से उचित मूल्य ही सहकारी दुकानों के जरिये राशन कार्ड उपभोक्ताओं को सस्ता राशन उपलब्ध करवाने के दावे किए जाते हैं, लेकिन सरकार की ओर से हर बार दालों के दामों में बदलाव किया जा रहा है। नए दामों के साथ राशन कार्ड उपभोक्ताओं को चना दाल उपलब्ध करवाई जाएगी। डिपो में जल्द ही उपभोक्ताओं को उड़द भी उपलब्ध होगी।
बिलासपुर/सुनील: प्रदेश सरकार में नगर नियोजक, आवास, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्मानी ने आज बिलासपुर के कहलूर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का दौरा कर 11 दिसंबर को सरकार के 2 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम की तैयारियों का विस्तृत जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को सभी व्यवस्थाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए और जोर देकर कहा कि यह कार्यक्रम सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम होगा। मंत्री ने बताया कि इस अवसर पर बिलासपुर में एक ऐतिहासिक रैली आयोजित की जाएगी, जिसमें हजारों लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के पिछले दो वर्षों उपलब्धियां बताई जाएगी इसके अतिरिक्त, प्रदेश के अगले तीन वर्षों के विकास कार्यों और योजनाओं का रोडमैप भी जनता के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि इस आयोजन से प्रदेश की जनता को सरकार की नीतियों और कार्यों की जानकारी मिलेगी, साथ ही आने वाले वर्षों में प्रदेश के विकास की दिशा का भी परिचय मिलेगा। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि वे मिल-जुलकर इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तत्परता और समर्पण के साथ कार्य करें। मंत्री ने कहा कि इस भव्य आयोजन से प्रदेश सरकार की उपलब्धियों को और अधिक प्रभावशाली तरीके से जन-जन तक पहुंचाया जाएगा और यह रैली प्रदेश की राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से एक ऐतिहासिक क्षण बनेगी। इस दौरान उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक, एसपी बिलासपुर संदीप धवाल, हिमुडा के सदस्य जितेंद्र चंदेल, एपीएमसी चेयरमैन सतपाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
देहरा उपमंडल के तहत सुनहेत में सोमवार को हिन्दू तन मन संगठन के सूचना विभाग प्रमुख व जिलाध्यक्ष कांगड़ा रविन्द्र चंबियाल ने कहा कि हिमाचल में बढ़ते नशे की रोकथाम के लिए अब इनका संगठन फील्ड पर उतरने जा रहा है। हिन्दू तन मन संगठन जल्द इसकी रोकथाम के लिए टास्कफोर्स का गठन करेगा । संगठन के जिलाध्यक्ष रविन्द्र चंबियाल ने यह बड़ा ऐलान किया है इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि संगठन कुछ मुख्य उद्देश्यों पर काम कर रहा है, जिसमें समाज को सनातन धर्म, धार्मिक शिक्षा, योग शिक्षा, ध्यान के बारे में जागरूक करना और उन्हें शिक्षित करना, समाज में आध्यात्मिक चेतना जागृत करना, युवाओं के विकास के लिए सद्भावना पैदा करना और खेलों को बढ़ावा देना, समाज को गौ संरक्षण, गौ पालन एवं पशुओं की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना, हिमाचल प्रदेश में जरूरतमंदों की देखभाल और मदद के लिए वृद्धाश्रम, अनाथालय, अस्पताल का दौरा, हिमाचल में छोटे बच्चों में बढ़ती मोबाइल की लत के दुष्परिणामों के बारे में बच्चों और उनके अभिभावकों को जागरूक करना और बच्चों को मोबाइल की लत से बाहर निकालने में मदद करना, विश्व एवं समाज में शांति, सद्भाव एवं सद्भावना हेतु नुक्कड़ सभाएं, सामाजिक बैठकें, समन्वय बैठकें, यज्ञ, सत्संग आदि का आयोजन करना, पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए समाज को प्रोत्साहित करना। वृक्षारोपण, स्वच्छता जैसे कार्य कर रहे हैं,लोक परंपराओं, लोक गीतों, पारंपरिक खाद्य पदार्थों/खाद्य पदार्थों, पारंपरिक अनाज, पारंपरिक वेशभूषा, पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र, पारंपरिक खेती आदि के बारे में समाज को जागरूक करना और उनके संरक्षण के लिए काम करना, समाज के गरीब, पिछड़े, वंचित, शोषित और दलित लोगों को स्वरोजगार और रोजगार के अवसर प्रदान करना, उन्हें जन कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान करना और यह सुनिश्चित करना कि योजनाओं का लाभ उन तक पहुंचे सहित विभिन्न विषयों पर कार्य किया जाएगा।
**विद्यार्थियों ने रेड रिबन श्रृंखला बना जागरूकता फैलाने का लिया संकल्प ** पोस्टर प्रतियोगिता में योगेश प्रथम, नेहा दूसरे और शिवानी रही तीसरे स्थान पर पधर: राजकीय महाविद्यालय द्रंग स्थित नारला में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य एड्स से जुड़ी जानकारी को सांझा करने के साथ-साथ इसके प्रति सावधानी बरतने बारे जागरूक करना था। कार्यक्रम में कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. संजय सहगल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में लाल रिबन पिनिंग के माध्यम से एड्स के प्रति जागरूकता का संदेश दिया और छात्रों को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने बारे प्रेरित किया। तदोपरांत लाल रिबन क्लब के तत्वावधान में डॉ. बंदना देवी के निर्देशन में एक प्रभावशाली नाटक प्रस्तुत किया गया। बीएससी प्रथम वर्ष की छात्राओं ने इस नाटक के माध्यम से एड्स की रोकथाम और इससे बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। रेड क्रॉस सोसाइटी की ओर से प्रो. अनीता कुमारी के मार्गदर्शन में एक पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने अपनी रचनात्मकता का उपयोग करते हुए एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने वाले संदेशों को प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता में बीएससी द्वितीय वर्ष के योगेश प्रथम, बीए प्रथम वर्ष की नेहा द्वितीय और तृतीय वर्ष की शिवानी तीसरे स्थान पर रही। इसके साथ ही कॉलेज विद्यार्थियों ने मिलकर लाल रिबन श्रृंखला बनाते हुए समाज में एड्स के प्रति जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। इस अवसर पर राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) द्वारा संचालित टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 1097 पर चर्चा की गई। छात्रों को यह जानकारी दी गई कि इस नंबर के माध्यम से एड्स से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी और सहायता प्राप्त की जा सकती है। कार्यक्रम में लगभग एक सौ से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर महाविद्यालय का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
हिमाचल प्रदेश के पांच जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के लाहाैल-स्पीति, चंबा, किन्नाैर, कांगड़ा व कुल्लू जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आज व कल हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। प्रदेश के अन्य जिलों में आगामी सात दिनों तक माैसम साफ रहने के आसार हैं। 4 दिसंबर से सभी भागों में माैसम साफ रहने की संभावना है। उधर, मनाली-लेह नेशनल हाईवे-03 पर दारचा-सरचू के बीच हुई ताजा बर्फबारी और सड़क पर ब्लैक आइस जमने के कारण इस मार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। लाहौल को स्पीति से जोड़ने वाली कोकसर-लोसर सड़क को भी यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि, दारचा-शिंकुला सड़क में वाहनों की आवाजाही का समय दोनों ओर से सुबह 10:00 बजे से दोपहर बाद 1:00 बजे के बीच निर्धारित किया गया है। इस दौरान सभी वाहन चालकों को दारचा में पुलिस चेक पोस्ट में अपना नाम और पता दर्ज करना होगा, जिससे आपात स्थिति में पुलिस टीम उनकी सुरक्षा के लिए समय पर मदद को पहुंच सके।
** 300 इलेक्ट्रक बसें भी जल्द दाैड़ेंगी सड़कों पर हिमाचल पथ परिवहन निगम को 250 डीजल बसों को खरीदने की मंजूरी मिल गई है। यह जानकारी सोमवार को उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अंतरराज्यीय ढली बस अड्डा के उद्घाटन के बाद दी। उन्होंने कहा कि यह बसें 36-37 सीटर होंगी। अगले एक से डेढ़ महीने में एचआरटीसी को मिल जाएंगी। मुकेश ने कहा कि 300 इलेक्ट्रिक बसों के लिए भी पैसा प्राप्त हो गया है। जल्द हिमाचल की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसें दाैड़नी शुरू हो जाएंगी। 100 टेंपो ट्रैवलर भी खरीदे जा रहे हैं। कहा कि इलेक्ट्रिक स्टेशन व वर्कशाॅप के लिए 100 करोड़ से अधिक राशि प्राप्त हुई है। एचआरटीसी कर्मियों व पेंशनरों को हर महीने समय पर वेतन-पेंशन दी जा रही है।
हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के भटोलीकलां में आज सुबह एलपीजी लीकेज से सिलिंडर फट गया। इससे मकान के दो कमरे ढह गए। मलबे में दबने से कमरे में सोई हुई सात वर्षीय बच्ची की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को ईएसआई अस्पताल काठा में भर्ती करवाया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मकान में रसोई गैस लीक हो गई जोकि पूरे कमरे में भर गई। इसके बाद सुबह 4:00 बजे अचानक धमाका हो गया। हादसे के दौरान कमरे में पति-पत्नी, दो बच्चियां और उनका भाई सोया था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत बचाव कार्य शुरू किया। हादसे की पुष्टि एएसपी अशोक वर्मा ने की। उन्होंने कहा कि मामले में आगामी कार्रवाई जारी है।
हिमाचल के सबसे बड़े जिला को सरकार बड़ी सौगात देने जा रही है। प्रदेश सरकार कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए प्रयासरत है, ताकि यहां पर बड़े हवाई जहाज उतर सकें। एयरपोर्ट प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने के साथ हरसंभव मदद की जाएगी। सीएम सुक्खू ने कांगड़ा के कांग्रेस नेताओं से जिले की विकासात्मक परियोजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि, राज्य सरकार कांगड़ा जिला के विकास को प्राथमिकता दे रही है। पिछले दो वर्ष में जिला का विकास सुनिश्चित करने के लिए अनेक योजनाएं आरंभ की गई हैं। राज्य सरकार ने कांगड़ा जिला को पर्यटन राजधानी का दर्जा दिया है और क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए भी महत्वाकांक्षी पहल की गई है। जिला में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ साहसिक पर्यटन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। कांगड़ा हवाई अड्डे का विस्तारीकरण किया जाएगा और यहां बड़े जहाज उतारे जाएंगे। प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा। सीएम सुक्खू ने कहा कि, 'देहरा में 650 करोड़ रुपये की लागत से अंतर्राष्ट्रीय स्तर का चिड़ियाघर तैयार किया जा रहा है। राज्य सरकार पौंग बांध में भी बिलासपुर की तर्ज पर जल क्रीड़ा गतिविधियां आरंभ करने के लिए प्रयास कर रही है। जल क्रीड़ा गतिविधियां शुरू होने से क्षेत्र के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और स्थानीय लोगों की आर्थिकी में सुधार आएगा। इसके साथ-साथ जिला के अन्य स्थानों पर भी पर्यटन की संभावनाएं तलाश की जा रही हैं। पालमपुर और धर्मशाला के साथ-साथ जिला कांगड़ा के अन्य स्थानों पर भी पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद वो जनवरी माह में जिला कांगड़ा के प्रवास पर रहेंगे। सरकार मटौर-शिमला नेशनल हाईवे के निर्माण को भी गति प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि, राज्य सरकार ने पिछले दो सालों में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं आरंभ की हैं। सभी जन प्रतिनिधियों को इन योजनाओं की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाने के प्रयास करने चाहिए। ढंगवार में 1.50 लाख लीटर क्षमता का मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसका जल्द ही शिलान्यास किया जाएगा। राज्य सरकार स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दे रही है और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है ।
हिमाचल प्रदेश की पारम्परिक संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के मकसद से शिमला के रिज मैदान पर 10 दिवसीय हिम ईरा सरस मेले और फूड फेस्टिवल का आगाज हो गया है। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत रिज मैदान शिमला और इंदिरा गांधी खेल परिसर में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों और उत्पादों के स्टॉल लगाए गए। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के मकसद से 10 दिवसीय हिम ईरा सरस मेले और फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें। मेले में ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पाद और हिमाचली व्यंजनों को शामिल किया गया है जिससे पर्यटकों को हिमाचली संस्कृति की भी जानकारी मिलती है। मेले में भाग ले रही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि सरकार द्वारा उनको मंच प्रदान किया गया है जिससे उनको आमदनी हो रही है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सरकार अवसर प्रदान कर रही है। 10 दिनों तक चलने वाले हिम ईरा सरस मेले और फूड फेस्टिवल में कुल 105 स्टॉल लगाए गए हैं, जिसमें से 14 स्टॉल दूसरे राज्यों के उत्पादों और 21 स्टॉल हिमाचली व्यंजनों के हैं। मेले में व्यंजनों के अलावा हिमाचली हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट व अन्य उत्पाद शामिल हैं।
हमीरपुर: राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल भोटा आज यानी 2 दिसंबर से मरीजों के लिए एक बार फिर खुल जाएगा। इसको लेकर ब्यास प्रबंधन की ओर से अस्पताल प्रशासन को आदेश जारी किए गए हैं। अस्पताल के प्रशासक जितेंद्र जग्गी की ओर से यह जानकारी दी गई है। आज से लोगों को अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं मिलना शुरू हो जाएंगी। मुख्यमंत्री सुक्खू ने रविवार को ओक ओवर शिमला में राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा से संबंधित भूमि हस्तांतरण के मामले पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई थी जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा को कार्यशील रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य सरकार अस्पताल को कार्यशील रखना चाहती है ताकि आसपास के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहें। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार धर्मशाला में 18 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन के लिए विधेयक पेश करेगी। बता दें कि भोटा चैरिटेबल अस्पताल बीते 24 सालों से चला हुआ है। इसके दायरे में 25 ग्राम पंचायतों के लोग सस्ता इलाज करवाने के लिए पहुंचते हैं लेकिन पहली दिसंबर से अस्पताल के बंद होने का नोटिस लगाए जाने के बाद लोग भड़क गए जिसके बाद लोगों ने चक्का जाम कर धरना प्रदर्शन किया। लोगों ने प्रदेश सरकार से डेरा ब्यास प्रबंधन की मांग मानने की अपील करते हुए। अस्पताल को सुचारू रखने की अपील की। डेरा ब्यास प्रबंधन चाहता है कि वर्तमान में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के तहत चल रहे चैरिटेबल ट्रस्ट के भोटा अस्पताल को ब्यास डेरा की ही सिस्टर कंसर्न अथवा ऑर्गेनाइजेशन महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी को ट्रांसफर किया जाए। इसके लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है साथ ही लैंड सीलिंग एक्ट में बदलाव करना पड़ेगा।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि सभी सरकारी विभागों में वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (एसीआर) भरने का तरीका बदला जाएगा। अब काम के आधार पर ग्रेडिंग होगी। एसीआर दर्ज करने के लिए न्यूमेरिकल आधारित प्रणाली अपनाई जाएगी। अब गुड और वैरी गुड नहीं, अंकों के आधार पर आंका जाएगा। इसके लिए ऑनलाइन प्रणाली विकसित की जा रही है। शनिवार देर शाम को शिमला के पीटरहॉफ में प्रदेश के सभी कॉलेजों के प्रिंसिपलों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम ने आश्वासन दिया कि संस्कृत महाविद्यालयों में स्नातकोत्तर कक्षाएं जल्द आरंभ करेंगे। जिला मुख्यालय स्थित महाविद्यालयों को और सशक्त करेंगे, जबकि दूरदराज के क्षेत्रों के महाविद्यालयों को आवश्यकतानुसार हर सहायता देंगे। सीएम ने कहा कि हिमाचल देश का पहला राज्य है जो विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं की रैंकिंग कर रहा है। इससे शैक्षणिक संस्थाओं का आत्मनिरीक्षण व अंकेक्षण सुनिश्चित होगा। जिन शैक्षणिक संस्थाओं की बेहतर रैंकिंग होगी, उनके लिए परफार्मेंस बेस्ड ग्रांट देंगे। सीएम ने कहा कि कॉलेजों के प्रिंसिपलों की वित्तीय और प्रशासनिक शक्तियां बढ़ाएंगे। शिक्षा विभाग में डिसेंट्रलाइजेशन ऑफ पावर किया जाएगा, इससे सुशासन और कार्यों की समयबद्धता सुनिश्चित होगी। प्रिंसिपलों को जरूरतमंद छात्रों को आवश्यक वित्तीय सहायता देने के लिए वित्तीय शक्तियां दी जाएंगी। सभी विधानसभा क्षेत्रों में एकीकृत खेल परिसर विकसित करेंगे। उन कॉलेजों में बीएड पाठ्यक्रम शुरू करेंगे, जहां पर्याप्त आधारभूत ढांचा है। सरकार अगले वित्त वर्ष से शिक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव ला रही है। शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य शिक्षा में भी गुणात्मक बदलाव ला रहे हैं और नवीनतम चिकित्सा प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करने के लिए नवोन्मेषी कदम उठाए हैं। इस वर्ष इस क्षेत्र के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री ने राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल, डॉ. वाईएस परमार विद्यार्थी ऋण योजना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा और प्रधानाचार्यों के साथ संवाद किया। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि सरकार आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने के साथ-साथ रिक्त पद भरने पर विशेष अधिमान दे रही है। दो वर्ष में शिक्षा विभाग में अध्यापकों के लगभग 15,000 पद सृजित किए हैं , जिन्हें चरणवद्ध भरा जा रहा है। ऐसा पहली बार हुआ कि कैबिनेट की एक बैठक में शिक्षकों के 5,800 पद भरने की स्वीकृति प्रदान की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के बाद अब स्वास्थ्य क्षेत्र में भी बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। हिमाचल के मेडिकल कॉलेजों में रोबोटिक सर्जरी और एमआरआई मशीनें स्थापित की जाएंगी। आपातकालीन व अन्य विभागों में डाॅक्टर 24 घंटे नहीं, बल्कि आठ घंटे ही ड्यूटी देंगे। सीएम ने यंह जानकारी 37वें विश्व एड्स दिवस पर पीटरहॉफ में हुए सही राह पर चलें विषय पर आधारित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दी। सीएम ने एचआईवी जागरूकता और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए कार बिन पहल की शुरुआत की। पहले चरण में 4,000 टैक्सियों को कार बिन निःशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से राज्य में 30,000 टैक्सियों को कवर करने की योजना है। इन कार बिन में गाड़ी के अंदर पड़े रहने वाला कूड़ा-कचरा डाला जाएगा, ताकि कूड़ा सड़क पर न फेंकें। सीएम ने भी अपनी गाड़ी में कार बिन लगाकर इसकी पहल की। मुख्यमंत्री ने एचआईवी की रोकथाम के लिए गेट अवेयर, गेट टेस्टिड व गेट विक्ट्री ओवर एचआईवी 3-जी फार्मूला दिया। उन्होंने युवाओं से इस सिद्धांत को अपनाने और जागरूकता बढ़ाने में भूमिका निभाने का आग्रह किया।
** पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने लाहुल स्पीति में केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत विकास कार्यों का लिया जायजा लाहुल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने दो दिवसीय प्रवास के दौरान केंद्र सरकार की योजनाओं के तहत लाहुल स्पीति में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और क्षेत्र की समग्र विकास प्रक्रिया को लेकर अपने विचार व्यक्त किए। साथ ही प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा कि प्रदेश सरकार लाहुल स्पीति में अपने स्तर पर विकास करवाने को प्राथमिकता के आधार पर ले और केंद्र सरकार की योजनाओं और कार्यों का श्रेय लेने की कोशिश न करे। रवि ठाकुर ने सीमा सड़क संगठन के 38 बीआरटीएफ के कमांडर कर्नल गौरव बंगारी से मुलाकात कर एसकेटीटी (संसारी किलाड़ थिरोट तांदी) और एसकेजी (सुमदो काजा ग्राम्फू) रोड़ के कार्यों का जायजा लिया, जिस पर बीआरओ अधिकारियों ने बताया कि एसकेजी सड़क मार्ग को चार भागों में बांटा गया है और सड़क के चौड़ीकरण, डगों, पुलियों और ब्लैक सर्फेसिंग का काम जारी है,जबकि एसकेटीटी (संसारी किलाड़ थिरोट तांदी) सड़क के चौड़ीकरण का काम ज़मीन अधिग्रहण के चलते रुका है लेकिन बीआरओ फिलहाल अभी मौजूदा सड़क की सर्फेसिंग का काम कर रहा हैं।
कुनिहार के महाराजा पदम सिंह मेमोरियल स्टेडियम में थाई कमांडो नेशनल चैंपियन शिप और एशियन थाई बॉक्सिंग में भाग लेकर गोवा से मैडल जीतकर कुनिहार पहुंचे खिलाड़ी बच्चों को वेटरन्स इंडिया स्पोर्टस विंग जिला सोलन के अध्यक्ष कैप्टन राकेश कुमार और हिमाचल प्रदेश में वेटरन्स इंडिया स्पोर्टस विंग के अध्यक्ष रणधीर सिंह ने मुख्यातिथि के तौर पर पहुंचकर प्रमाण पत्र और मैडल द्वारा समानित किया। इन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए खेल का महत्व एवं नशे से दूर रहने का आह्वान किया तथा बच्चों व माता-पिता को बधाई दी । कार्यक्रम में बच्चो को सात गोल्ड , तीन सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मैडल दिए गए। इस कार्यक्रम में निजी व सरकारी स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में लेखराज,संगमा, मदन लाल, अमीचन्द ने भी अपना पूरा सहयोग किया।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां कांगड़ा के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से जिला की विकासात्मक परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा जिला के विकास को प्राथमिकता दे रही है और पिछले दो वर्ष में जिला का विकास सुनिश्चित करने के लिए अनेक योजनाएं आरंभ की गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कांगड़ा जिला को पर्यटन राजधानी का दर्जा दिया है और क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए भी महत्वाकांक्षी पहल की गई हैं। जिला में धार्मिक पर्यटन के साथ-साथ साहसिक पर्यटन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तार के लिए प्रयासरत है ताकि यहा पर बड़े हवाई जहाज उतर सकें। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को राज्य सरकार उचित मुआवजा देगी और उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे का विस्तार कांगड़ा जिला के विकास के लिए मील पत्थर सिद्ध होगा। इसके अतिरिक्त देहरा में 650 करोड़ रुपये की लागत से अंतर्राष्ट्रीय स्तर का चिड़ियाघर तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पौंग बांध में भी बिलासपुर की तर्ज पर जल क्रीड़ा गतिविधियां आरंभ करने के लिए प्रयास कर रही है। जल क्रीड़ा गतिविधियां शुरू होने से क्षेत्र के युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और स्थानीय लोगों की आर्थिकी में सुधार आएगा। इसके साथ-साथ जिला के अन्य स्थानों पर भी पर्यटन की संभावनाएं तलाश की जा रही हैं। पालमपुर और धर्मशाला के साथ-साथ जिला कांगड़ा के अन्य स्थानों पर भी पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद वह जनवरी माह में जिला कांगड़ा के प्रवास पर रहेंगे। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार मटौर-शिमला नेशनल हाईवे के निर्माण को भी गति प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि ढगवार में 1.50 लाख लीटर क्षमता का मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसका जल्द ही शिलान्यास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दे रही है और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दो वर्षों में अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं आरंभ की हैं और सभी जन प्रतिनिधियों को इन योजनाओं की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाने के प्रयास करने चाहिए। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 11 दिसंबर को प्रदेश सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर बिलासपुर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम पर भी चर्चा की। इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार, आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड रघुवीर सिंह बाली, उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया, विधायक किशोरी लाल, संजय रतन, आशीष बुटेल, मलेंद्र राजन, कमलेश ठाकुर, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी ग्रामीण एवं कृषि विकास बैंक के अध्यक्ष संजय सिंह चौहान, पूर्व विधायक अजय महाजन, सुरेंद्र काकू, कांग्रेस नेता सुरेंद्र मनकोटिया तथा देवेंद्र जग्गी उपस्थित रहे। सभी जन प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित परियोजनाओं के संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सभी कांग्रेस जनप्रतिनिधियों को पूरा सम्मान मिल रहा है और मुख्यमंत्री के सशक्त नेतृत्व में जिला कांगड़ा में कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिल रही है।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज सोलन जिला के नौणी स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के 13वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने मेधावी विद्यार्थियों को 12 स्वर्ण पदक प्रदान किए, जिनमें से आठ स्वर्ण पदक, छात्राओं को प्रदान किए गए। उन्होंने विद्यार्थियों को बागवानी एवं वानिकी में 119 पीएचडी की उपाधियां भी प्रदान कीं। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने एमएससी और बीएससी के विद्यार्थियों को भी उपाधियां प्रदान कीं। दीक्षांत समारोह में कुल 816 उपाधियां प्रदान की गईं। उपाधियां प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि दीक्षांत समारोह उनके जीवन का महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि आज के दिन उन्हें वर्षों की मेहनत का फल मिला है। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि अधिकतर स्वर्ण पदक विजेता छात्राएं हैं। उन्होंने कहा कि आज बेटियां उच्च शिक्षा और शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि यह एक सकारात्मक संकेत है क्योंकि कृषि, बागवानी और वानिकी में महिलाओं की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। बेटियों का बढ़ता वर्चस्व बेहतर भारत के निर्माण के दृष्टिगत दूरगामी भूमिका निभाएगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह अनुपात और भी बेहतर होगा। उन्होंने विश्वविद्यालय परिवार को स्थापना दिवस की बधाई दी और हिमाचल प्रदेश के निर्माता और प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ. परमार द्वारा हिमाचल प्रदेश के लिए दिए गए योगदान ने उन्हें अमर बना दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। सरकार को अपने विश्वविद्यालयों में उदारतापूर्वक योगदान देना चाहिए। देश और राज्य को आगे ले जाने और जीडीपी बढ़ाने में छात्रों की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे शोध और अनुसंधान कार्यों से उन्नत तकनीकों के बारे में कृषक समुदाय को जानकारी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि किसानों और बागवानों की समस्याओं का समय पर समाधान करना उनका परम कर्तव्य होना चाहिए। उन्होंने छात्रों से नशा माफिया की आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ने और हिमाचल को नशामुक्त राज्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की भी अपील की। शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में लगभग 49 प्रतिशत क्षेत्र में सेब का उत्पादन किया जाता है तथा कुल फल उत्पादन में इसका 84 प्रतिशत योगदान है। राज्य में सेब की अर्थव्यवस्था 5000 करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने कहा कि मौसम में परिवर्तन तथा रासायनिक कीटनाशकों के अधिक प्रयोग ने फल उत्पादन से लेकर गुणवत्ता तक सारी श्रृंखला को प्रभावित किया है। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय ने प्राकृतिक खेती प्रणाली अपनाने की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देश में रसायन मुक्त खेती को बढ़ावा देने के लिए 2 हजार 481 करोड़ रुपये के राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन को मंजूरी दी है, जिसका प्रदेश को भी लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा प्राकृतिक खेती में स्नातक तथा स्नातकोत्तर कार्यक्रम आरम्भ करने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने युवाओं से केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न स्टार्टअप का उपयोग कर समाज को लाभान्वित करने की अपील की। राज्यपाल ने भारत सरकार द्वारा जारी राष्ट्रीय संस्थागत फ्रेमवर्क रैंकिंग में देश के कृषि विश्वविद्यालयों में 18वां स्थान प्राप्त करने तथा विश्वविद्यालय के अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना केन्द्र को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा देश में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने रैंकिंग में नौणी विश्वविद्यालय के प्रदर्शन में और सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने डिग्री धारकों से स्वरोजगार अपनाने तथा उद्यमिता का मार्ग अपनाकर रोजगार प्रदाता बनने की अपील की। उन्होंने गहन शोध को समय की मांग बताया तथा बदलते परिप्रेक्ष्य में कार्यों में गति और गुणवत्ता लाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग पर बल दिया। बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने विश्वविद्यालय के 13वें दीक्षांत समारोह तथा स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश कृषि-बागवानी प्रधान राज्य है, जिसने उच्च तकनीक अपनाकर किसानों और बागवानों की आजीविका और आय के साधन बढ़ाने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों और बागवानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। बागवानों की मांग के अनुरूप राज्य सरकार ने सेब की पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन का उपयोग करने की पहल की, जिससे राज्य के बागवानों को सेब विपणन में सुविधा और अच्छे दाम मिले हैं। उन्होंने कहा कि अब मंडियों में सेब की खरीद प्रति किलोग्राम के हिसाब से की जा रही है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार सरकार ने मार्केट इंटरवेंशन स्कीम (एमआईएस) के तहत सेब उत्पादकों की सभी देनदारियों के निपटान के लिए 153 करोड़ रुपये जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि सेब के समर्थन मूल्य में 1.50 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी की गई है, जिससे सेब के समर्थन मूल्य में 12 रुपये प्रति किलो हुआ है। बागवानी मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप बागवानी नीति को लागू करने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य होगा, जिससे 82,500 लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती में अनुसंधान एवं विकास के लिए विश्वविद्यालय को लगभग 4 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की है। राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती से उत्पादित मक्की का न्यूनतम समर्थन मूल्य 30 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि 1,292 करोड़ रुपये की एचपी-शिवा परियोजना के तहत वर्ष 2028 तक बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, सोलन और ऊना के 28 विकास खंडों में 6000 हेक्टेयर क्षेत्र को बागवानी के अंतर्गत लाने का लक्ष्य है, जिससे 15 हजार से अधिक बागवान परिवार लाभान्वित होंगे। डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेश्वर चंदेल ने दीक्षांत समारोह में राज्यपाल का स्वागत किया तथा विश्वविद्यालय की विभिन्न उपलब्धियों और अन्य गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने शोध गतिविधियों पर अधिक ध्यान केन्द्रित किया है। उन्होंने प्राकृतिक खेती एवं विकास में शोध के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में विश्वविद्यालय को विभिन्न वित्तीय संस्थाओं द्वारा 10 करोड़ रुपये से अधिक की 33 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं तथा लगभग 50 करोड़ रुपये की 159 परियोजनाएं वित्त पोषण के लिए विभिन्न संस्थाओं को भेजी गई हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पिछले एक वर्ष में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में 400 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। विधायक अजय सोलंकी, सचिव उद्यान सी. पॉलरासू, प्रधान मुख्य वन संरक्षक पवनेश कुमार पंत, राज्यपाल के सचिव सीपी वर्मा, निदेशक कृषि कुमुद सिंह, निदेशक बागवानी विनय सिंह, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह, विश्वविद्यालय सीनेट, प्रबंधन बोर्ड और शैक्षणिक परिषद के सदस्य, विश्वविद्यालय के वैधानिक अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी, स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री धारक और उनके अभिभावक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
सिरमौर जिले के गिरीपार हाटी जनजातीय क्षेत्र में इन दिनों खुशी का माहौल है। लोग ढोल नगाड़ों और हुड़क की धुन पर नाच गा रहे हैं, क्योंकि यहां पर "बूढ़ी दिवाली" पर्व मनाया जा रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में यह पर्व पारंपरिक तरीके से मनाया जाता है। इस पर्व की शुरुआत अमावस्या की रात को मशाल जुलूस से होती है। मान्यता है कि इस जुलूस के साथ बुरी आत्माओं को गांव से भगाया जाता है और लोग देवताओं का गुणगान करते हुए नाचते गाते हैं। इस पर्व से जुड़ी एक कथा यह भी है कि दैत्यराज राजा बलि जब पाताल लोक से धरती पर आए थे, तो उनके आगमन की खुशी में इस क्षेत्र में बूढ़ी दिवाली मनाई जाती है। पहाड़ों के लोग अपनी संस्कृति और परंपराओं को बड़े प्यार से बनाए रखते हैं। गांव से बाहर रहने वाले लोग भी इस पर्व का हिस्सा बनने के लिए हर हाल में अपने गांव लौटते हैं। यह देखकर अच्छा लगता है कि आजकल की युवा पीढ़ी भी इन परंपराओं से जुड़ी हुई है और इन्हें आगे बढ़ाने में मदद करती है।
** हिमाचली व्यंजनों और पारंपरिक संस्कृति की मिलेगी झलक ** पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने किया शुभारम्भ हिमाचल प्रदेश की पारम्परिक संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के मक़सद से शिमला के रिज मैदान पर 10 दिवसीय हिम ईरा सरस मेले और फूड फेस्टिवल का आगाज़ हो गया है। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत रिज मैदान शिमला और इंदिरा गांधी खेल परिसर में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा प्रदेश के पारंपरिक व्यंजनों और उत्पादों के स्टॉल लगाएं गए हैं जिसका आज ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधिवत शुभारम्भ किया। इस मौके पर अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने के मक़सद से दस दिवसीय हिम ईरा सरस मेले और फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है ताकि महिलाएं अपनी पैरों पर खड़ी हो सकी। मेले में ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पाद और हिमाचली व्यंजनों को शामिल किया है जिससे पर्यटकों को हिमाचली संस्कृति की भी जानकारी मिलती है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुक्खू दिल्ली से वापस लौट आए हैं। शिमला में मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ भेदभाव कर रही है। जहां-जहां गैर भाजपा की सरकारें हैं, वहां उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है।मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जब आपदा आई, तो राज्य सरकार ने नियमों के मुताबिक पीडीएनए (Post-Disaster Needs Assessment) का 10 हजार करोड़ रुपए मांगा। इसके साथ ही लंबे वक्त से एनपीए का नौ हजार करोड़ रुपए भी मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह हिमाचल प्रदेश का हक है, जो हिमाचल को नहीं मिल रहा है। आने वाले समय में केंद्रीय मंत्रियों से मिलूंगा और कहूंगा कि हिमाचल छोटा राज्य है तो इसका भी ध्यान रखिए। उन्होंने कहा कि 20 दिसंबर को जैसलमेर में पूरे देश के वित्त मंत्रियों की एक बैठक होने वाली है। जिसमें हिमाचल के वित्त मंत्री के तौर पर हिस्सा ले रहा हूं। वह प्रदेश के हितों की पैरवी कर रहे हैं और हिमाचल प्रदेश के अधिकारों को लेकर रहेंगे। सीएम सुक्खू ने कहा कि 11 दिसंबर 2024 को हिमाचल में कांग्रेस सरकार दो साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस दौरान एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। ये कोई जश्न नहीं है, बल्कि एक कार्यक्रम है। जश्न शब्द का इस्तेमाल तो सिर्फ राजनीतिक दृष्टि से ही किया जाता है। कार्यक्रम में सभी पार्टी के पदाधिकारी शामिल होंगे। बता दें कि हाल ही में एचआरटीसी की बस में राहुल गांधी और विपक्ष के अन्य नेताओं के खिलाफ डिबेट सुनने के मामले ने भी तूल पकड़ा था, जिसपर मुख्यमंत्री सुक्खू से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वे नहीं जानते किस तरह की बातें क्यों सामने आ रही हैं, साथ ही उन्होंने पूर्व कांग्रेस नेता रहे आचार्य प्रमोद कृष्णम के बयान पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया, जिसमें आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि हिमाचल प्रदेश में आपातकाल जैसे हालात हैं।
जिला हमीरपुर राधा स्वामी सत्संग ब्यास के चैरिटेबल अस्पताल भोटा में मरीजों के सभी वार्ड खाली हो गए हैं। अस्पताल के चार डॉक्टर सत्संग ब्यास के चैरिटेबल अस्पताल सिरसा के लिए रवाना हो गए हैं। इन चारों डॉक्टरों ने शनिवार को ओपीडी में भी सेवाएं नहीं दीं। हालांकि अस्पताल के चीफ मेडिकल ऑफिसर सहित दो डॉक्टरों ने ओपीडी में मरीजों को देखा। सरकार की उच्च स्तरीय समिति की बैठक से पहले अस्पताल प्रबंधन ने सामान समेटना शुरू कर दिया है। वहीं इस अस्पताल में 100 से अधिक डॉक्टर और पैरा मेडिकल कर्मचारियों का स्टाफ सेवाएं दे रहा है, जिसमें से चार डॉक्टर सहित 60 लोगों का स्टाफ सिकंदरपुर के लिए भेजा जा रहा है। बाकी स्टाफ को डेरा ब्यास शिफ्ट करने की योजना है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल सेवानिवृत्त एसडीओ रविंद्र खन्ना का कहना है कि 25 नवंबर के बाद से वार्ड में मरीजों को दाखिल करना बंद कर दिया गया था। सरकार तुरंत इस मसले का हल निकाले, ताकि अस्पताल बंद न हो। मुख्यमंत्री सुक्खू की अगुवाई में आज डेरा ब्यास प्रबंधन और अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक में मंथन होगा। अस्पताल बहाली के समर्थन में लोग लगातार पांचवें दिन प्रदर्शन में डटे रहे। बता दें कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास की सिस्टर ऑर्गेनाइजेशन महाराज जगत सिंह रिलीफ सोसायटी के नाम जमीन स्वामित्व हस्तांतरण के इस मुद्दे के चलते अस्पताल को बंद किए जाने के ब्यास प्रबंधन के आदेशों से लोग आक्रोशित हैं, जबकि सरकार ने आज इस पर बातचीत करने के लिए बैठक बुलाई है। जानकारी के लिए बता दें कि अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन्हें अस्पताल में उपकरणों की खरीद के लिए जीएसटी देना पड़ता है। डेरा ब्यास प्रबंधन चाहता है कि वर्तमान में राधास्वामी सत्संग ब्यास के तहत चल रहे चैरिटेबल ट्रस्ट के भोटा अस्पताल को ब्यास डेरा की ही सिस्टर कंसर्न या ऑर्गेनाइजेशन महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी को ट्रांसफर किया जाए। इसके लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है साथ ही लैंड सीलिंग एक्ट में बदलाव करना पड़ेगा। हाल ही में अस्पताल प्रबंधन ने गेट पर 1 दिसबंर 2024 को अस्पताल बंद करने का नोटिस भी गेट पर लगा दिया था।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला जिला के रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र को 100.95 करोड़ रुपए की सौगात दी। उन्होंने 29.22 करोड़ की लागत से निर्मित अत्याधुनिक सीए स्टोर का लोकार्पण किया, जिसकी क्षमता 700 मीट्रिक टन से बढक़र अब 2031 मीट्रिक टन हो गई है। इसके सीए स्टोर से क्षेत्र के सेब बागबानों को बहुत लाभ मिलेगा। यह सीए स्टोर अल्ट्रा मॉर्डन ग्रेडिंग की सुविधा से भी लैस है, जिसकी क्षमता पांच मीट्रिक टन प्रति घंटा है। इस स्टोर में 20.93 करोड़ रुपए की लागत से अत्याधुनिक मशीनें स्थापित की गई हैं। मुख्यमंत्री ने 2.79 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल, 3.92 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित चुंजर-कटलाह, शलान, मेलठी-कुपरी जल आपूर्ति योजना तथा 5.03 करोड़ रुपए की लागत से रोहड़ू ग्रामीण क्षेत्र के लिए पेयजल योजना का लोकार्पण भी किया, जिससे क्षेत्र में पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र के लिए विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जिला परिषद शिमला के उपाध्यक्ष सुरेंद्र रेटका, विभिन्न पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, एचपीएमसी के एमडी सुदेश मोख्टा, उपायुक्त अनुपम कश्यप सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लिए 51.74 करोड़ रुपए की विभिन्न सडक़ परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, जिनमें पोढर-मनदियोड़ी-करासा सडक़, सीमा रंतारी सडक़, समोली-पारसा सडक़, रोहड़ू-अरहल-बशला सडक़ और मेहांडली गनासीधार सडक़ के सुदृढ़ीकरण का कार्य शामिल है। उन्होंने 8.25 करोड़ रुपए की लागत से सीमा कालेज रोहड़ू में बनने वाले छात्रावास का नींव पत्थर भी रखा।
भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा क्रांतिकारी साहित्यकार यशपाल की राज्य स्तरीय जयन्ती का आयोजन 3 दिसम्बर, 2024 को नेता जी सुभाष चन्द्र बोस स्मारक राजकीय महाविद्यालय, हमीरपुर के सभागार में करने जा रहा है। कार्यक्रम में प्रथम सत्र में प्रातः 11ः00 बजे लेखक गोष्ठी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जवाहर लाला नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के सेवानिवृत्त प्रो. चमन लाल ‘क्रांतिकारी साहित्यकार यशपाल के जीवन में क्रांति और साहित्य का सामंजस्य’ विषय पर शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। प्रदेश भर से आए साहित्यकारों द्वारा भी इस पर चर्चा की जाएगी। रूपी सिराज कला मंच, कुल्लू द्वारा यशपाल की कहानियों पर आधारित नाटक का मंचन किया जाएगा। निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग डॉ. पंकज ललित ने बताया कि बहुमुखी प्रतिभा के धनी यशपाल कहानीकार के साथ-साथ उपन्यासकार भी थे। उनकी कहानियों और उपन्यासों के अनुवाद मराठी, गुजराती, तेलगु, मलयालम, अंग्रेजी, रूसी और फ्रेंच भाषाओं में भी प्रकाशित हुए हैं। इनके 50 से अधिक कहानी संग्रह, उपन्यास, लेख संग्रह, नाटक व जेल संस्मरण प्रकाशित हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश के ग्रीष्म और शीतकालीन स्कूलों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 में 30 छुट्टियां फिक्स रहेंगी। 22 छुट्टियां मौसम के हिसाब से जिला उपायुक्त तय करेंगे। अधिक गर्मी, सर्दी और बरसात पड़ने पर इन 22 छुट्टियों को दिया जाएगा। सरकारी स्कूलों की 52 वार्षिक छुट्टियाें का कैलेंडर बनाने में जुटे शिक्षा विभाग ने यह प्रस्ताव तैयार कर दिया है। इस साल छुट्टियों का पुराना शेड्यूल ही जारी रहेगा। बीते पांच साल के दौरान प्राकृतिक कारणों के चलते कब-कब किस-किस क्षेत्र के स्कूल में छुट्टियां देनी पड़ीं, अब इसका रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। जनवरी और फरवरी 2025 में एसएमसी, विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों और आम जनता से भी इसके बारे में सुझाव मांगे जाएंगे। सुझावों पर विचार करने के बाद 2025-26 की छुट्टियों का शेड्यूल तैयार किया जाएगा। शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने बताया कि प्रदेश की भौगोलिक स्थिति भिन्न है। ऊना, बिलासपुर जैसे जिलों में जहां गर्मियां बहुत अधिक होती हैं, वहीं लाहौल-स्पीति, किन्नौर व चंबा में बर्फबारी अधिक रहती है। शिमला, कांगड़ा, मंडी, सोलन में बरसात अधिक होती है। अभी ग्रीष्म व शीतकालीन स्कूलों में छुट्टियों का एक तय प्रारूप है। कई बार देखा गया है कि बरसात की छुटि्टयां समाप्त होने के बाद बारिश की तीव्रता अधिक रहती है। ऐसे में स्कूलों में छुट्टियां करनी पड़ती हैं। कई जिलों में लू चलने पर स्कूल बंद करने पड़ते हैं। इन कारणों के चलते स्कूलों में निर्धारित 52 छुट्टियाें से ज्यादा अवकाश हो जाते हैं। शिक्षा सचिव ने कहा कि इसे ठीक करने के लिए अब 30 छुट्टियां स्कूलों में फिक्स रहेंगी। ये छुट्टियां त्योहारी सीजन और परीक्षा समाप्त होने के बाद मिलेंगी। शेष 22 पर जिला प्रशासन मौसम की स्थिति को देखते हुए देने का फैसला करेंगे। इस प्रस्ताव को लेकर सभी हितधारकों से चर्चा की जाएगी। अगर कोई और अच्छा विकल्प मिलेगा तो उस पर भी विचार किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के ट्राइबल जिला लाहौल स्पीति के रोहतांग की ऊंची चोटियों पर दोपहर बाद हल्की बर्फबारी शुरू हुई। रोहतांग टॉप पहुंचे पर्यटकों ने यहां खूब मौज मस्ती की। हालांकि कुछ देर बाद बर्फ रुक गई है। बीते शनिवार को भी यहां बर्फबारी हुई थी, जबकि कोकसर में सुबह ओलावृष्टि हुई। पिछले 36 घंटों से लाहौल व मनाली की ऊंचे क्षेत्रों में मौसम परिर्वतन शील बना हुआ है। हालांकि मनाली व कुल्लू के निचले क्षेत्रों में सुबह से धूप खिली हुई है। किसान व बागवान चार महीनों से बारिश न होने से आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं।
सुक्खू ने रोहड़ू के राजकीय महाविद्यालय सीमा का नाम पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नाम पर रखने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से इस कॉलेज में बीएड कोर्स भी शुरू किया जाएगा। उन्होंने छात्रावास के निर्माण को वित्तीय सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। सीएम काॅलेज के वार्षिक समारोह में पहुंचे थे। उन्होंने रोहड़ू में 100 करोड़ की विभिन्न योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए। 29.22 करोड़ से बने एचपीएमसी के सीए स्टोर का लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि पूर्व जयराम सरकार ने शिक्षा के स्तर को नीचे गिरा दिया है। चुनावी लाभ के लिए बिना बजट 900 शिक्षण व स्वास्थ्य संस्थान खोल दिए। सरकार जनहित में कड़े निर्णय ले रही है, जिसके आने वाले समय में सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति की राह कांटों भरी होती है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के कॉलेजों में पीरियड आधार पर शिक्षक रखे जाएंगे। किसी कॉलेज में कोई शिक्षक छुट्टी पर जाता है तो इनके माध्यम से पढ़ाई जारी रखने में मदद मिलेगी। सीएम ने कहा कि उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं का कॉलेज स्तर पर डाटा एकत्र होगा। आवश्यकता पड़ने पर कॉलेज प्रिंसिपल इनसे संपर्क कर इनकी पीरियड के आधार पर सेवाएं ले सकेंगे। शिक्षा विभाग जल्द इस संदर्भ में दिशा-निर्देश जारी करेगा। सीएम उच्च शिक्षा के समक्ष चुनौतियां विषय पर शिमला में आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। सीएम ने कहा कि नए शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में पढ़ाई के तरीकों में किए बदलाव के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। स्कूलों के बाद अब कॉलेजों में बदलाव के लिए रूपरेखा बनाई जा रही है। नए सत्र से कई कॉलेजों में बीएड भी शुरू की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉलेजों के पुस्तकालयों की रैंकिंग वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या के हिसाब से तय की है। कॉलेज में खेलकूद सहित अन्य गतिविधियों पर भी फोकस किया जा रहा है। शिमला के डिग्री और संस्कृत कॉलेजों के प्रिंसिपलों समेत शिक्षा विभाग के अधिकारियों से सीएम ने कहा कि गुणात्मक शिक्षा पर सरकार जोर दे रही है। शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई का माहौल निरंतर बनाए रखने के लिए ही शिक्षकों के साल भर होने वाले तबादलों पर रोक लगाई गई है।
राजकीय महाविद्यालय डाडासीबा में वर्ड एड्स डे के उपलक्ष पर आज रेड रिबन क्लब की नोडल अधिकारी सहायक प्राध्यापक शीतल के दिशा निर्देश में, रेड रिबन क्लब ने, राष्ट्रीय सेवा योजना तथा स्काउट एंड गाईड एवं सड़क सुरक्षा के संयुक्त तत्वाधान में महाविद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित करवाईं। इसमें चित्रकला , नारा लेखन और मेंहदी जैसी प्रतियोगिताओं के साथ-साथ छात्रो के समूहों ने गांव में घर घर जाकर लोगों जागरूक किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के खेल के मैदान में ह्यूमन चैन भी बनाई और छात्रों ने डाडासीबा के बाजार एवं गांव में एक रैली निकाली। इस रैली का उद्देश्य लोगों एड्स तथा टीबी जैसी बीमारियों से बचाब की जानकारी देना था l इस रैली की अध्यक्षता नोडल अधिकारी प्रोफेसर शीतल ने की । इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रोफेसर देवेंद्र सिंह, प्रोफेसर खेमचंद और प्रोफेसर पलक सिंह, पुस्तकालयाध्यक्षा अंजना कुमारी भी मौजूद रही।
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल प्रथम दिसम्बर, 2024 को सोलन के प्रवास पर आ रहे हैं। शिव प्रताप शुक्ल प्रथम दिसम्बर, 2024 को प्रातः 10.00 बजे डॉ. यशवंत सिंह परमार वानिकी एवं बागवानी विश्वविद्यालय नौणी के स्थापना दिवस में भाग लेंगे तथा विश्वविद्यालय के 13 वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास तथा जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश की समृद्ध संस्कृति के संरक्षण में विभिन्न उत्सवों एवं महोत्सवों की सराहनीय भूमिका रही है। जगत सिंह नेगी गत देर सांय अर्की विधानसभा क्षेत्र के कुनिहार में दो दिवसीय ‘रियासत विंटर कार्नीवाल’ कार्यक्रम का शुभारम्भ करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। जगत सिंह नेगी ने कहा कि हमारी समृद्ध संस्कृति पर्यटकों और प्रदेशवासियों के लिए आकर्षण का केन्द्र रही है। उन्होंने कहा कि संस्कृति का प्रचार-प्रसार तभी सुनिश्चित होता है जब उस संस्कृति को समझने वाले अन्य को इस विषय की सारगर्भित जानकारी प्रदान कर सकें। उन्होंने आग्रह किया कि प्रदेश के कलाकार यह सुनिश्चित बनाएं कि लोगों तक हिमाचल की समृद्ध संस्कृति विशुद्ध रूप से पहुंचे। उन्होंने आशा जताई कि दो दिवसीय विंटर कार्नीवाल हिमाचली कलाकारों को बेहतर मंच प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। राजस्व मंत्री ने कहा कि मौलिक लोक संस्कृति प्राचीन युग की धरोहर है इसमें प्राचीन लोक सांस्कृतिक विरासत का प्रतिबिंब परिलक्षित होता है। उन्होंने कहा कि लोक कलाकारों को उचित मंच, मानदेय व सम्मान देने के लिए प्रदेश सरकार निरंतर प्रयासरत है। जगत सिंह नेगी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम लोक कलाकारों को बेहतर मंच प्रदान करने तथा उनकी प्रतिभाओं को उभारने में सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को आगे ले जाने के लिए युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति से रू-ब-रू करवाना आवश्यक है। राजस्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित बना रही है कि देश के संविधान के अनुरूप न केवल विभिन्न कार्य पूरे हो अपितु लोगों को भी विकास के लाभ समय पर मिलें। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपने क्षेत्र के विकास का नियमित अनुश्रवण करें और अपनी समस्या विधि सम्मत रूप से उच्च स्तर तक पहुंचाएं। अर्की विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि लोक कलाकारों और स्थानीय प्रतिभाओं को सशक्त मंच प्रदान करने के लिए यह आवश्यक है कि मेलों और उत्सवों में स्थानीय प्रतिभाओं को अधिक से अधिक समय दिया जाए। उन्होंने आशा जताई कि विंटर कार्नावाल विशेष रूप से युवाओं को हिमाचल की लोक लुभावनी संस्कृति की बहुआयामी जानकारी प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कुनिहार में पहली बार रियासत विंटर कार्नीवाल आयोजित करने के लिए आयोजन समिति को बधाई दी। स्थानीय ग्राम पंचायत के प्रधान राकेश ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। रियासत विंटर कार्निवाल की प्रथम सांस्कृतिक संध्या में कुमार साहिल, अर्जुन गोपाल, रंजना रघुवंशी, मास्टर लकी, श्रुति शर्मा तथा धर्मेंद्र सहित कई कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दी। बाघल लैंड लूजर समिति के अध्यक्ष जगदीश ठाकुर, कांग्रेस पार्टी के सतीश कश्यप, प्रधान-उप प्रधान परिषद के अध्यक्ष रूप सिंह ठाकुर, उपमण्डलाधिकारी अर्की यादविंदर पाल, राज्य विद्युत बोर्ड के अधिशाषी अभियंता देवेंदर कौंडल, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता विवेक कटोच, खण्ड स्वास्थ्य अधिकारी अर्की डॉ. तारा चंद नेगी, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता बी.आर. कश्यप, विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के अधिकारी, अन्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
चंबा जिला के जनजातीय उपमंडल भरमौर में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे में एक स्कूली छात्रा की मौत हो गई। सुबह-सुबह घर से स्कूल के निकली छात्रा ठोकर लगने के कारण गहरी खाई में जा गिरी और उसकी मौत हो गई। मृतक छात्रा भरमौर क्षेत्र की ग्राम पंचायत बड़ग्रां के भद्रा गांव से संबंध रखती थी और सीनियर सेकेंडरी स्कूल मांधा में दसवीं कक्षा की छात्रा थी। बहरहाल पुलिस ने सिविल अस्पताल भरमौर में शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद इसे परिजनों को सौंप दिया है। वहीं, प्रशासन की ओर से पीडित परिवार को फौरी राहत प्रदान की गई है। जानकारी के अनुसार भद्रा गांव की 16 वर्षीय वर्षा देवी पुत्री सुभाष कुमार शुक्रवार सुबह घर से सीनियर सेकेंडरी स्कूल मांधा के लिए निकली थी। इस दौरान गांव के अन्य बच्चे भी उसके साथ थे। बताया जा रहा है कि बन्नी गांव से पीछे एक नाले के पास से गुजरते वक्त अचानक उसे ठोकर लगी और वो सीधे ढांक से अढ़ाई सौ मीटर नीचे गहरी खाई में जा गिरी। खाई गिरने के कारण शरीर पर गंभीर चोटें आईं। इसके चलते छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई। साथ में स्कूल जा रहे बच्चों ने शोर मचाना शुरू किया। सूचना पाते ही स्थानीय लोग भी मौके पर पहुंचे और पुलिस थाना भरमौर को भी इस मामले की सूचना दी गई। लिहाजा पुलिस ने मौके पर पहुंच ग्रामीणों की मदद से शव को खाई से निकला और सिविल अस्पताल भरमौर में पोस्टमार्टम करवाने के बाद इसे परिजनों को सौंप दिया है। एडीएम भरमौर कुलवीर सिंह राणा ने कहा कि, मृतक छात्रा के परिजनों को प्रशासन की ओर से 25 हजार की राशि फौरी राहत के तौर पर प्रदान कर दी है। प्रशासन परिवार की हर संभव मदद करने का प्रयास करेगा।
** पुलिस ने बताया महिला पर पहले से हिमाचल और पंजाब में पांच केस दर्ज जिला पुलिस नूरपुर के अंतर्गत उपमंडल इंदौरा के भदरोआ क्षेत्र में पुलिस ने एक रिहायशी मकान से 51 ग्राम चिट्टा बरामद किया है और मकान की मालकिन को हिरासत में लिया है। इस बारे में जानकारी देते हुए एसपी नूरपुर अशोक रत्न ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी, जिसके आधार पर भदरोआ स्थित एक घर पर कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान 51 ग्राम चिट्टा बरामद किया गया और घर की मालकिन, अलका पत्नी राज कुमार, को हिरासत में लेकर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि आरोपी महिला के खिलाफ पहले से ही हिमाचल प्रदेश और पंजाब के विभिन्न पुलिस थानों में कुल पांच मामले दर्ज हैं। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
शिमला के रिज मैदान वैसे तो वाहनों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र है। यहां पर कोई भी शख्स अपने वाहन से नहीं आ सकता। यहां केवल एंबुलेंस, अग्निशमन, पानी के टैंकर, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के काफिले को ही आने की अनुमति है लेकिन इन दिनों रिज मैदान से गुजरते हुए दो ट्रकों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं, एक भारी भरकम क्रेन भी रिज मैदान पर नजर आ रही है। इसको लेकर शिमला नगर निगम के पूर्व डिप्टी मेयर संजीव गांधी ने एसपी संजीव गांधी को पत्र लिखकर कर शिकायत की है। टिकेंद्र पंवर ने एसपी को लिखा "एक भारी भरकम क्रेन रिज पर आती है और लोहे के बड़े-बड़े पिलरों को उठाती है। ऐसे में रिज को खतरा हो सकता है। यही नहीं शाम को दो ट्रक रिज पर क्राइस्ट चर्च की तरफ से आते हुए दिखाई दे रहे हैं। इन्हें रिज मैदान पर आने की अनुमति किसने दी कृपया इसकी जांच की जाए। हैरानी की बात यह है कि शिमला पुलिस को भी यह पता नहीं था कि इन ट्रकों को रिज मैदान पर आने की अनुमति किसने दी। एएसपी शिमला नवदीप सिंह ने बताया "यह दोनों ट्रक सरस मेले की तैयारियों का सामान लेकर आए थे, इन्हें रिज मैदान पर आने की अनुमति किसने दी इसकी जांच की जा रही है। रिज मैदान के नीचे ब्रिटिश काल में एक टैंक बना था। आज भी शिमला शहर को उसी टैंक से पानी की सप्लाई की जाती है। ऐसे में टैंक के ऊपर भारी वाहनों के चलने पर भी रोक है। भारी वाहनों से टैंक को खतरा हो सकता है इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
लगातार दो महीने से बारिश न होने और सूखे जैसी हालात के बीच हिमाचल प्रदेश की पेयजल योजनाओं में 20 फीसदी तक पानी घट गया है। इससे राज्य के कई इलाकों में पेयजल सप्लाई भी प्रभावित होने लगी हैं। आगे भी अगर यही हालात रहे तो इससे न केवल सर्दियों में पेयजल की कमी सकती है, बल्कि अगले वर्ष की गर्मियों तक इसका असर नजर आ सकता है। राज्य में कुल जलापूर्ति योजनाओं की संख्या 10,067 है, जबकि 41,835 हैंडपंप हैं। इनमें पानी का स्तर प्रभावित होने लगा है। बरसात के बाद से सूखे जैसी स्थिति बन चुकी है। इसके बाद जलापूर्ति योजनाओं की स्टेटस रिपोर्ट लेने के लिए राज्य सरकार के जल शक्ति विभाग ने ब्योरा मांगा। उसके बाद फील्ड से आई प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार कई योजनाओं में 20 प्रतिशत तक पानी की कमी दर्ज की गई है। जलशक्ति विभाग की प्रमुख अभियंता अंजु शर्मा ने कहा कि बारिश न होने से कई जगहों पर जलापूर्ति योजनाओं के स्रोतों में पानी की 5 फीसदी ताे कहीं 10 और कुछ जगह 20 फीसदी कमी भी दर्ज की गई है, मगर अभी कहीं से भी ऐसी रिपोर्ट नहीं आई है कि पेयजल की बड़ी किल्लत हुई हो। सोमवार को फील्ड से इस संबंध में ताजा रिपोर्ट ली जाएगी। चंबा जिले में मौसम की मार से प्राकृतिक जलस्रोतों, नदी-नालों और खड्डों में 20 से 30 फीसदी पानी की कमी दर्ज की गई है। वहीं, कांगड़ा, हमीरपुर और मंडी जिले की कुछ पेयजल योजनाओं में भी जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। जलस्तर में कमी आने से जलशक्ति विभाग की चिंताएं भी बढ़ गई है। विभाग का कहना है कि अगर बारिश, बर्फबारी न हुई तो कुछ स्थानों पर पानी की किल्लत गहरा सकती है। जलशक्ति विभाग उपभोक्ताओं से अभी से पेयजल की बचत करने की अपील भी कर रहा है।
हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में माैसम ने करवट बदली है। रोहतांग के साथ कुल्लू व लाहौल की ऊंची चोटियों पर रुक-रुककर बर्फबारी का दाैर शुरू हो गया है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से माैसम में यह बदलाव आया है। जिला कुल्लू में सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं और ठंड भी पहले के मुकाबले अधिक हो गई है। तापमान में आई गिरावट से रोहतांग के साथ ऊंची चोटियों में बर्फ के फाहे गिर रहे हैं। किसान-बागवान बारिश व पर्यटन कारोबारी लंबे समय से बारिश-बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं। कुल्लू सहित अन्य जिलों में तीन माह से सूखा पड़ा है।माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार चंबा, कुल्लू, लाहाैल-स्पीति, कांगड़ा और किन्नाैर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आज से 3 दिसंबर तक बारिश व बर्फबारी का पूर्वानुमान है। अन्य जिलों में आगामी सात दिनों तक माैसम साफ रहने के आसार हैं। 4 दिसंबर से सभी जिलों में माैसम साफ रहने की संभावना है। वहीं शनिवार सुबह मंडी में हल्का कोहरा दर्ज किया गया। शिमला में न्यूनतम तापमान 8.2, सुंदरनगर 4.9, भुंतर 3.2, कल्पा 0.4, धर्मशाला 8.8, ऊना 4.5, नाहन 11.1, पालमपुर 6.0, सोलन 4.5, मनाली 2.5, कांगड़ा 6.2, मंडी 5.6, बिलासपुर 6.3, चंबा 6.8, जुब्बड़हट्टी 8.3, कुकुमसेरी -5.4, भरमाैर 6.0 , सेऊबाग 2.5, धाैलाकुआं 8.1, बरठीं 4.2, समदो -2.2, सराहन 7.1, ताबो -9.4 व देहरा गोपीपुर में 9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का मजबूत संगठन बनाने के लिए हाईकमान ने मुख्यमंत्री सुक्खू और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के साथ शुक्रवार को विस्तार से चर्चा कर कई टिप्स दिए। दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान हाईकमान ने सरकार और संगठन में बेहतर तालमेल बनाकर चलने का दोनों नेताओं को पाठ पढ़ाया। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई बैठक में लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव प्रियंका गांधी, प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ल सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कमेटी की बैठक के बाद मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने केसी वेणुगोपाल और राजीव शुक्ल के साथ अलग से बैठक की। वेणुगोपाल और शुक्ल को मुख्यमंत्री ने सरकार की गतिविधियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने भाजपा की ओर से सरकार के खिलाफ किए जा रहे दुष्प्रचार से भी अवगत कराया। उन्होंने सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर 11 दिसंबर को बिलासपुर में होने वाले समारोह में आने के लिए कई वरिष्ठ नेताओं को न्योता भी दिया। उधर, प्रतिभा सिंह ने संगठन की नई कार्यकारिणी गठित करने की प्रक्रिया की जानकारी दी। सह प्रभारी विदित चौधरी और चेतन चौहान ने तीन दिनों तक प्रदेश पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में कई वरिष्ठ नेताओं सहित फ्रंटल संगठन के प्रतिनिधियों से बैठक की है। जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्यकारिणी गठित करने के लिए पर्यवेक्षकों ने भी काम संभाल लिया है। केसी वेणुगोपाल ने पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं को संगठन में स्थान देने को कहा। राजीव शुक्ल ने युवाओं और महिलाओं को भी उचित प्रतिनिधित्व देने को कहा। आज मुख्यमंत्री दिल्ली से सीधे रोहड़ू जाएंगे। रोहड़ू में कई शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। दोपहर बाद राजधानी शिमला लौटकर राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ शिमला में उच्च शिक्षा के समक्ष चुनौतियों को लेकर आयोजित कॉलेज प्रिंसिपलों की बैठक में जाएंगे
हिमाचल के युवाओं को नशे से बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में चिट्टा, सिंथेटिक नशा और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे डालने की सख्त जरूरत है। उन्होंने बाहरी राज्यों के साथ लगती हिमाचल की सीमाओं और चोर रास्तों पर नाके लगाने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे बाहरी राज्यों से हिमाचल में चिट्टा न पहुंच सके। साथ ही युवाओं पर कड़ी नजर रखें। प्रदेश सरकार ने हिमाचल के साथ लगते राज्यों के पुलिस महानिदेशकों से भी लगातार संपर्क बनाए रखने को कहा है। संयुक्त अभियान से नशा माफिया पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। नशा तस्करों को पकड़ने के लिए जिलों की पुलिस के साथ सीआईडी के सक्षम अधिकारियों व कर्मचारियों को शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुक्खू ने गृह विभाग और पुलिस महकमे से चिट्टा तस्करों पर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। पुलिस को चिट्टा और अन्य तरह के नशे की तस्करी करने वाले लोगों के ठिकानों पर नजर रखने को कहा है। पुलिस मुख्यालय में हर सप्ताह पुलिस अधिकारियों की बैठक होती है। इसमें नशाखोरी के कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। इसमें यह खुलासा हुआ है कि हिमाचल प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में भी नशा तस्करों ने सेंधमारी कर रखी है। प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को नशा तस्कर निशाने पर लिए हुए हैं। यह भी बात सामने आ रही है कि हिमाचल प्रदेश में जो कई नशा निवारण केंद्र निजी तौर पर चल रहे हैं, उनके इर्द-गिर्द भी नशा तस्कर सक्रिय हैं।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में धैल से सुजानपुर आ रही एचआरटीसी बस की सुजानपुर-टीहरा सड़क पर ब्रेक फेल हो गई है। ब्रेक फेल होने के कारण यह मकान से टकरा गई। बस में 30 सवारियां थीं। बस सुबह 7:10 से धैल से चलती है और सुजानपुर 9:00 पहुंचती है। सुजानपुर से लगभग 500 मीटर दूरी पर एक मोड पर ब्रेक फेल हो जाने के कारण चालक बस से नियंत्रण खो बैठा। इसके बाद बस को चालक ने मकान के साथ टक्कर मार दी। इससे बस रुक गई। सभी सवारिया सुरक्षित हैं। किसी को भी चोट नहीं लगी है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीत सत्र के चलते शिक्षा विभाग में 11 से 21 दिसंबर तक छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। 18 दिसंबर से शुरू होने वाले शीत सत्र के चलते उच्च और प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने शुक्रवार को प्रस्तावित छुट्टियों और टूर पर रोक लगाने के निर्देेश भी जारी कर दिए हैं। विभागीय आदेशों के तहत अधिकारियों और उनके तहत काम करने वाले कर्मचारियों को शीत सत्र के चलते रविवार सहित अन्य छुट्टियों के दौरान भी बुलाया जा सकता है। विभाग ने विधानसभा में शिक्षा विभाग से संबंधित लगे सभी प्रश्नों के जवाब जल्द देने को भी कहा है। शिक्षा निदेशालय ने सभी संबंधित अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि शीत सत्र के दौरान विभाग से संबंधित सभी प्रश्नों के जवाब तैयार होने चाहिए।अधिकारियों के पास हर तरह की जानकारी होनी चाहिए। कहा गया है कि विभाग की हर शाखा में कम से कम एक अधिकारी इस दौरान रोजाना सुबह साढ़े आठ बजे आफिस में होना चाहिए। शाम को पांच बजे के बाद भी अफसरों को दफ्तर में मौजूद रहने को कहा गया है। अतिरिक्त निदेशक प्रशासन, संयुक्त निदेशक कॉलेज, संयुक्त निदेशक फाइनेंस एंड अकाउंट, सह निदेशक, उच्च शिक्षा के सभी उपनिदेशक, सभी सरकारी कॉलेजों के प्रिंसिपल, कमांडर एनसीसी और चीफ लाइब्ररेरियन सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी सोलन, प्रारंभिक शिक्षा के सभी उपनिदेशक, प्रिंसिपल डाइट की छुट्टियां रद्द करने के आदेश दिए गए हैं। इन अधिकारियों के तहत काम करने वाले स्टाफ को भी छुट्टियां नहीं मिलेंगी।
**कही मलबे के ढेर तो कही नहीं है डंगे कसौली (हेमेन्द्र कंवर) लोक निर्माण विभाग मंडल कसौली के तहत आने वाले परमाणु _पट्टा मार्ग अपनी बदहाली पर आंसू बहाता नज़र आ रहा है सड़क में कई जगह जहाँ मलबे के ढेर पड़े है तो अधिकतर जगह डंगे ना लगने के कारण वाहन चालक,बसों में सफर करने वाले खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे है। मार्ग के रलीरुग नामक स्थान पर तो सड़क के हाल बहुत खराब है। वर्ष 2023में हुई भारी बरसात से रलीरुग गांव में सड़क के डंगे, पुलिया बह गए थे लेकिन अभी तक लोक निर्माण विभाग ने यहाँ डंगे, पुलिया नहीं लगाई है। सड़क तंग होने के कारण यहाँ पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है ब्लॉक समिति सदस्य भगवान दास ने लोक निर्माण विभाग की सुस्त कार्यपरणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस रोड से प्रतिदीन सैंकड़ों बड़े छोटे वाहन गुजरते है। बड़े वाहनों बस,ट्रक के चालक, सवारियां,स्कूली बच्चे जान हथेली पर रखकर सफर कर रहे है। बस,ट्रक चालक यहाँ से रुक रुक कर अपने वाहन निकालते है तथा बड़े वाहनों के टायर बाहर रहते है उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग इस स्थान पर थोड़ी बहुत सफाई करवा देते है लेकिन विभाग यहाँ पर डंगे आदी का निर्माण नहीं करवा रहा है बीडीसी सदस्य ने बताया कि विभाग यहाँ पर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है ,शायद उसके बाद ही काम शरू करने की जरूरत समझ रहा है उन्होंने बताया कि रलीरुग मे कई बार बसे हादसे का शिकार होते बाल बाल बची है। यहाँ से बस गुजरते समय सवारियां डर के कारण उत्तर जाती है ।उन्होंने लोक निर्माण विभाग के उच्च अधिकारियों से सवाल किया कि वर्ष 2023 में भारी बारिश के कारण यहाँ पर सड़क बिल्कुल खत्म हो गई थी तब से लेकर अभी तक यहाँ पर डंगो का निमार्ण क्यों नहीं किया गया।ना ही पुलिया लगाई गई है । ब्लाक समिति सदस्य भगवान दास ने बताया कि मार्ग के तहत रलीरुग स्थान पर सड़क की खस्ताहाल को देखते हुए अभिभावक अपने बच्चो को बस में भेजने से भी डर रहे है।उन्होंने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी,व विभाग के उच्चाधीकारियों से मांग की है कि परमाणु -पट्टा मार्ग के तहत रलीरुग गांव में सड़क का निरीक्षण किया जाय।व क्षतिग्रस्त हुई सड़क पर डंगे,पुलियों का निर्माण शीघ्र किया जाय।उधर इस विषय मे लोक निर्माण विभाग कसौली मंडल के अधिशाषी अभियन्ता गुरमिन्दर सिंह ने पुष्टि करते हुये बताया कि इस स्थान पर भारी मलबा आने के कारण डंगे,पुलिया बह गए थे| शीघ्र ही सड़क का दौरा किया जायेगा व जहाँ संभव होगा वहाँ क्रेट वायर डंगे लगा दिए जाएंगे ।
बाबा कांशी राम राजकीय महाविद्यालय डाडा सीबा में गुरुवार को वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मुख्य अतिथि कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के पूर्वउपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मनकोटिया ने की। महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य जितेंद्र कुमार ने मुख्य अतिथि का और उनके साथ आए अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। मुख्यातिथि सुरेंद्र मनकोटिया ने खिलाड़ियों को खेलो को खेल की भावना से खेलने की शपथ दिला कर इस वार्षिक खेल कूद प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इस दौरान विभिन प्रतियोगिताएं जैसे 100,200, 400 तथा 800 मीटर की बॉयज और गर्ल्स की दौड़ो, ऊंची कूद, लंबी कूद, गोला फेंक, भाला फेंक इत्यादि करवाई गई। इस दौरान पुरुष वर्ग में बेस्ट एथलीट विशाल शर्मा कला संकाय तृतीय वर्ष और महिला वर्ग में पलक कुमारी कला संकाय तृतीय वर्ष रहे। वही 100 मीटर दौड़ में विशाल शर्मा सचिन सहोत्रा और रेहान प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे। महिला वर्ग में प्रथम पलक कुमारी द्वितीय प्रीति ठाकुर तृतीया आरती रहे। वही 200 मीटर में पुरुष वर्ग में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान पुरुष वर्ग में विशाल सचिन और अमित ने झटका और वही महिला वर्ग में पलक कुमारी शगुन और पलक ने हासिल किया। ऊंची कूद में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान क्रमशः रितेश विशाल और राजीव ने और वही छात्राओं में पलक प्रीति और सेजल ने हासिल किया। इस दौरान शतरंज की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें प्रथम स्थान तनिका द्वितीय सिमरन और तृतीय मन्नत शर्मा ने हासिल किया। इस अवसर पर मुख्यातिथि सुरेंद्र मनकोटिया ने प्रतिभागियों को खेलो को जीवन में अपनाने, देश के निर्माण में विशेष योगदान देने ब सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर जसवा़ प्रागपुर पूर्व ब्लाक अध्यक्ष कुशल स्पेहिया, व्यापार मंडल डाडा सिबा के प्रधान राजिंदर गोगा उप प्रधान ग्राम पंचायत डाडा सिबा परमेश्वरी दास, दंगल कमेटी के प्रधान रितेश शर्मा रंजीत परमार अजय कुमार जितेंद्र सिंह इत्यादि तथा महाविद्याल से प्रो. दविंदर खेम चंद शीतल पलक ओर सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष अंजना उपस्थित रहे।
जिला हमीरपुर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा के संचालन को लेकर पेच फंस गया है। राधा स्वामी चैरिटेबल हॉस्पिटल भोटा को बंद करने के फैसले पर जनता में भारी आक्रोश है। लोगों द्वारा सड़कों पर उतरकर इसके खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। उनकी मांग है कि सरकार इस विषय पर ध्यान दे और चैरिटेबल अस्पताल को बंद करने के फैसले को वापस लिया जाए, ताकि हमीरपुर और आस-पास लगती सभी पंचायतों को फ्री मेडिकल सुविधा का लाभ मिलता रहे। बता दें ब्यास प्रबंधन की ओर से 45 बेड की सुविधा वाले इस अस्पताल को अपग्रेड करने की योजना के तहत जमीन को महाराज जगत सिंह रिलीफ सोसायटी के नाम हस्तांतरित करने का सरकार से आग्रह किया गया था। इस अस्पताल को अपग्रेड करने के लिए मशीनरी और अन्य जरूरी उपकरणों की खरीद के लिए टैक्स का भुगतान करोड़ों रुपये में बन रहा है। 25 से 30 पंचायत को इस अस्पताल का लाभ मिलता था। मगर जब से राधा स्वामी चैरिटेबल अस्पताल प्रशासन द्वारा नोटिस बोर्ड गेट पर लगाया गया है, जिसमें साफ तौर पर लिखा गया है कि 30 नवंबर से राधा स्वामी अस्पताल में मेडिकल सुविधा बंद कर दी जाएगी। इससे लोगों में खासा रोष है और इस फैसले के खिलाफ लोगों ने बुधवार को धरना प्रदर्शन किया।
** कहा, संगठन को मजबूत करने के लिए उठाएं जाएंगे हर संभव कदम शिमला: हिमाचल में नए साल में जिला और ब्लॉक स्तर पर कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। इसके लिए लोकसभा संसदीय क्षेत्रों सहित जिला स्तर पर लोगों से फीडबैक लेने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही दिल्ली से आई अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं सहप्रभारी चेतन चौहान और विदित चौधरी ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में पर्यवेक्षकों और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के साथ बैठक की। इन सभी से नई कार्यकारिणी को लेकर फीडबैक लेने के बाद सह प्रभारी वापस दिल्ली लौट गए हैं। वहीं, मीटिंग खत्म होने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने मीडिया से बात की। हिमाचल में कांग्रेस के नए संगठन को लेकर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने बुधवार को शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुक्खू सरकार पर होली लॉज की अनदेखी के आरोप लगाए हैं। इसको लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा, ऐसा कुछ नहीं हैं कोई किसी को डिस्लॉज नहीं करेगा। सरकार और संगठन के बीच में तालमेल होना चाहिए। इस बारे में हम सब चर्चा करेंगे और मैं मुख्यमंत्री से भी मिलूंगी। प्रतिभा सिंह ने कहा कि पार्टी से जो बाहर किए गए लोग हैं उनमें पार्टी को संगठित करने की कितनी क्षमता है। उस बारे में भी चर्चा की जाएगी। संगठन में नए लोगों को जोड़ने पर भी गौर किया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नए साल में नया संगठन बन जाएगा। नए संगठन के गठन के लिए पर्यवेक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। वे लोगों से बात करेंगे और फीडबैक लेने के बाद दोबारा बैठकर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो पार्टी के लिए समय देने के साथ काम करेगा उनको संगठन में आगे लाया जाएगा।
शिमला: "होलीलॉज पर मां भीमाकाली और प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद है। कोई माई का लाल आज तक पैदा नहीं हुआ, जो होलीलॉज को डिसलॉज कर सके। ये बात पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बयान पर पलटवार करते हुए कही। दरअसल जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर होलीलॉज को डिसलॉज करने के आरोप लगाए, जिसके बाद प्रदेश में सियासत गरमा गई है। इसी पर पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, मैं जयराम ठाकुर को कहना चाहूंगा कि होलीलॉज पर मां भीमाकाली और प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद है। कोई माई का लाल आज तक पैदा नहीं हुआ, जो होलीलॉज को डिसलॉज कर सके। प्रदेश की जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है। इस तरह की बातें करने का राजनीतिक जीवन में कोई औचित्य नहीं है।] जयराम ठाकुर बहुत वरिष्ठ नेता हैं और प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। मैं उनका बहुत मान सम्मान करता हूं। उनको इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए। वहीं, एक सवाल के जवाब में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा ने हर तरीके से प्रदेश सरकार को गिराने की कोशिश की है। इसके बावजूद सरकार मजबूती के साथ खड़ी है और चल रही है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से भी कांग्रेस के विधायकों के पक्ष में फैसला आया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनाने में सबका योगदान रहा है। पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल में सरकार और संगठन में पूरा तालमेल है। कांग्रेस के संगठन और सरकार में विचार विमर्श भी है, प्यार और भाईचारा भी है. हम पूरी मजबूती के साथ आगे बढ़ रहे हैं। दिल्ली से जो दिशा-निर्देश आते हैं, उसे समय पर लागू करना संगठन का कर्तव्य है। संगठन जनता और सरकार के बीच एक ब्रिज का काम करता है। मंत्री ने कहा कि प्रदेश में संगठन ही है, जो धरातल के मुद्दों को सरकार के सामने रखता हैं। संगठन एक सरकार और जनता के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है। जल्द कांग्रेस का नया संगठन खड़ा किया जाएगा। इसके लिए सभी लोगों से सुझाव लिए जा रहे हैं। सभी वरिष्ठ नेताओं से बात करने के बाद नई कार्यकारिणी का गठन हाईकमान करेंगे। प्रदेश में जितने भी मसले चल रहे हैं, समय-समय पर उनको सरकार के सामने रखने का काम करेंगे। राष्ट्रीय सचिव एवं सह प्रभारी चेतन चौहान और विदित चौधरी ने कहा कि हिमाचल में नए संगठन को लेकर तीन दिन तक प्रदेश कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई और पार्टी के दूसरे फ्रंटल संगठनों के साथ मंथन किया। उन्होंने कहा कि संगठन में तजुर्बे के साथ-साथ युवाओं, महिलाओं को तवज्जो दी जाएगी। बुधवार की मीटिंग में हाईकमान की ओर से तैनात ऑब्जर्वर को जिला और ब्लॉक स्तर पर जाकर कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने के निर्देश दिए गए हैं। इनकी फीडबैक के बाद हाईकमान को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके बाद नई कार्यकारिणी का गठन होगा।
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक को देश का तीसरा सर्वश्रेष्ठ सहकारी बैंक चुना गया है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम और प्रबंध निदेशक श्रवण मांटा को पुरस्कार देकर नवाजा। दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन मं अंतरराष्ट्रीय सहकारिता बैंकिंग संघ और नैफस्कॉब की हरक जयंती समारोह में यह पुरस्कार दिया गया। बैंक के प्रशिक्षण संस्थान सांगटी को ओवरऑल द्वितीय उत्कृष्ट प्रशिक्षण संस्थान पुरस्कार प्राप्त हुआ है। बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम ने बताया कि राज्य सहकारी बैंक ने देशभर के सहकारी बैंकों में बेहतर प्रदर्शन करते हुए और उत्तम बैंकिंग कार्यशैली के बल पर सर्वागींण तृतीय उत्कृष्ट प्रदर्शन पुरस्कार प्राप्त किया है। बैंक के कृषि सहकारी कर्मचारी प्रशिक्षण संस्थान सांगटी को बेहतर और गुणात्मक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के संचालन के लिए देशभर में द्वितीय पुरस्कार मिला। देवेंद्र श्याम ने पुरस्कार का श्रेय मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सहकारी संस्थाओं की बेहतरी और आर्थिक उत्थान के लिए प्रदेश सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं। सहकारी बैंक को मिले 232 जूनियर क्लर्क, भर्ती परिणाम घोषितशिमला। राज्य सहकारी बैंक को 232 नए जूनियर क्लर्क मिल गए हैं। बुधवार को बैंक ने सीधी भर्ती के तहत 232 रिक्त जूनियर क्लर्क पदों को भरने के लिए अपनी भर्ती प्रक्रिया का अंतिम परिणाम आधिकारिक तौर पर घोषित किया। बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) मुंबई से की ओर से परिणाम जारी किया गया है। अब दस्तावेज़ सत्यापन के बाद भर्ती प्रक्रिया पूरी होगी। मुख्य परीक्षा में उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर श्रेणीवार अंतिम चयन सूची, श्रेणीवार प्रतीक्षा सूची के साथ, सार्वजनिक संदर्भ के लिए बैंक की आधिकारिक वेबसाइट www.hpscb.com पर अपलोड कर दी गई है। चयनित उम्मीदवारों के लिए नियुक्ति पत्र नियत समय में जारी किए जाएंगे। किसी भी अन्य जानकारी या पूछताछ के लिए, उम्मीदवार बैंक से 0177-2659967 पर संपर्क कर सकते हैं।
हिमाचल प्रदेश के राशन डिपुओं में अब अन्य राशन के साथ मक्की का आटा भी उपभोक्ताओं को दिया जाएगा। यह जानकारी डीएफसी कांगड़ा पुरु षोतम सिंह तंवर ने दी। उन्होंने बताया कि शुरूआती चरण में मक्की का आटा जिला कांगड़ा के कुछ डिपो में भेजा जाएगा और उसके बाद सभी डिपुओं में इसकी सप्लाई भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि युवाओं को खेती बाड़ी के पेशे से जोड़ने के लिए सुक्खू सरकार ने अहम फैसला लिया है। ग्रामीणों की आर्थिकी मजबूत करने के लिए सुक्खू सरकार प्राकृतिक खेती से तैयार पारंपरिक फसलों को किसानों से महंगे भाव में खरीदने की योजना लेकर आई है। इसी के तहत मक्की खरीदी जा रही है। इस योजना के तहत सरकार पहली बार किसानों से प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की की फसल को 30 रु पए प्रति किलो के हिसाब से खरीद रही है, जिसके लिए प्रदेशभर में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत किसानों से मक्की खरीदी जा चुकी है। ऐसे में प्राकृतिक खेती से तैयार मक्की की खपत बढ़ाने के लिए सरकार ने डिपुओं में मक्की का आटा बेचने की योजना तैयार की है। इसके तहत हिमाचल के डिपुओं में पहली बार बिना कीटनाशकों और रसायनों से तैयार की गई मक्की का आटा मिलेगा। ये मक्की का आटा एक किलो और पांच किलो की पैकिंग में उपलब्ध होगा। इसका मूल्य 80 रुपए प्रति किलो होगा, जिसके लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने फ्लोर मिलों से मक्की की पिसाई करवा ली है। जल्द मक्की का आटा उचित मूल्यों की दुकानों में बेचने के लिए उपलब्ध होगा। खासकर शहरी क्षेत्नों में सर्दियों के मौसम में मक्की के आटे की काफी अधिक मांग रहती है। प्रदेश भर में प्राकृतिक खेती करने वाले 3,218 प्रमाणति किसान चयनित किए गए हैं। बता दें कि इस साल लाहौल-स्पीति और किन्नौर के अलावा अन्य 10 जिलों में प्राकृतिक खेती से 13.304 हेक्टेयर भूमि पर 27,768 मीट्रिक टन मक्की तैयार की गई है। इसमें से 508 मीट्रिक टन अतिरिक्त मक्की सरकार किसानों से खरीदेगी। इस सीजन में 92,516 किसानों ने प्राकृतिक खेती से मक्की की फसल तैयार की है, जिसमें खरीद के लिए विभाग ने 3,218 किसान चयनित किए हैं।
पांवटा साहिब: पांवटा के प्रतिष्ठित गुरु नानक मिशन पब्लिक स्कूल सूरजपुर में बुधवार को एक बच्चे की संदिग्ध मौत हो गई। सूचना मिलते ही बच्चे के परिजन और रिश्तेदार अस्पताल और स्कूल प्रांगण में एकत्रित हो गए। उधर, मामले की सूचना मिलते ही पुलिस थाना पांवटा साहिब की एक टीम मौके पर पहुंच गई और मामले की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि बच्चा स्कूल में सिर दर्द की शिकायत बता रहा था, इस पर टीचर ने उसे क्लास में आराम करने के लिए कहा, इस दौरान बच्चे की अपने पिता से भी बात कारवाई और उन्हें तबीयत खराब होने की सूचना दी। बच्चे की हालत बिगडऩे पर उसे तत्काल करीबी जेसी जुनेजा मेमोरियल अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। छात्र की मौत की सूचना मिलते ही स्कूल में शोक की लहर फैल गई। एसडीपीओ पांवटा आईपीएस अदिति सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। बच्चे का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता लग पाएगा।
देश में 90 दवाइयां मानकों पर सही नहीं पाई गई हैं। इनमें से 38 दवाएं हिमाचल में बनीं हैं। राज्य ड्रग नियंत्रक और केंद्रीय औषधि नियंत्रण संगठन की ओर से दवाओं के सैंपल लिए गए थे। उधर, राज्य ड्रग नियंत्रक मनीष कपूर ने बताया कि दवाएं मानकों पर सही न पाए जाने पर कंपनियों को नाेटिस जारी कर लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वहीं, दवाओं का स्टॉक भी वापस मंगवाया गया है। अक्तूबर में ड्रग नियंत्रक ने देशभर में 34 सैंपल लिए थे, इनमें हिमाचल में बनीं 14 दवाएं मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। झाड़माजरी की डॉक्सीन कंपनी की टॉन्सिल की दवा सेपकेम, सोलन के चिरोस फार्मा की जीवाणू संक्रमण की दवा सेफोप्रोक्स, भटोली कलां की टास मेड कंपनी की मिर्गी की दवा डिवालप्रोक्स के तीन सैंपल, कांगड़ा के संसारपुर टैरेस स्थित सीएमजी बायोटेक कंपनी की चक्कर आने की दवा बीटा हिस्टीन, नालागढ़ के सैणी माजरा स्थित थियोन फार्मास्युटिकल कंपनी की बैक्टीरिया की दवा सेफेक्मीस, बद्दी के जुड़ी कलां की स्काई मेप फार्मास्युटिकल कंपनी की बुखार की दवा बायोसिटामोल, सुबाथू की गटी स्थित जेएम लैबोरेट्री की बीपी की दवा टारविग्रेस, बद्दी के लोधी माजरी की सनफाइन कंपनी का खांसी का कफ सीरप, मोरपिन लैबरोटरी की दमा की मोंटीलुकास्ट, बद्दी के विंग बायोटेक की दमे की दवा मोंटी लुकास्ट, बद्दी के मलकू माजरा की कंपनी मट्रिन एवं ब्राउन कंपनी की उल्टी की दवा स्टेमेरिल इंजेक्शन और किशनपुरा के एलविस फार्मा की पेशाब के संक्रमण की दवा अल्सिप्रो के सैंपल मानकों पर सही नहीं पाए गए हैं। केंद्रीय औषधि नियंत्रण संगठन की ओर से 56 दवाओं के सैंपल लिए गए थे। इनमें हिमाचल में बनीं 24 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। केविट फार्मास्युटिकल कंपनी बद्दी की सूजन की दवा ट्रिपिसन, बागवानियां स्थित यूनाइटेड बायोटेक कंपनी की कैंसर की दवा लिपोसोमल, कालाअंब स्थित प्रिमस फार्मास्युटिकल कंपनी की फंगल इंफेक्शन की दवा नेटमाइसिन, मलकू माजरा स्थित मार्टिन एंड ब्राउन की एनीमिया की दवा आयरन सुक्रोज, बरोटीवाला के मंधाला स्थित ईजी फार्मास्युटिकल कंपनी के सूजन की दवा बेटा मेथासोन, कालाअंब की विद्याशाला कंपनी के कोलेस्ट्रोल की दवा रोसूवाईस्टोरिन, बद्दी के मानपुरा स्थित शिवा बायोटेक कंपनी की उल्टी की दवा रेबेप्रोजोल, मधाला स्थित मेरिन मेडिकेयर कंपनी की सूजन की दवा एसोक्लोफेनाक, लविश आइडल फार्मेसी कंपनी की एंटीबायोटेक की दवा एनरोपाक्सासिन, काठा स्थित अल्ट्रा ड्रग कंपनी की उल्टी की दवा रेबोप्रोजोल के सैंपल फेल हुए हैं। बद्दी की कोरफेक्स मेडिकर कंपनी की बीपी की दवा टेलमीसारटन, कांगड़ा के संसारपुर टैरेस स्थित सीएमजी बायोटेक कंपनी की संक्रमण की दवा सिपरो फ्लोक्सासिन, खरुणी के नंदपुर स्थित तनिष्का फार्मास्युटिकल कंपनी की एसिड की मात्रा कम करने की दवा एसोमेप्राजोल, बद्दी के किशनपुरा स्थित एलवेंटा फार्मा की सूजन की दवा एसेक्लोपेनाक, कालाअंब के ओगली स्थित ओरिसन फार्मा की हार्ट की दवा एनालाप्रिल, थाना बद्दी की नेपचुन लाइफ साइंस की फंगल इंफेक्शन की दवा टबिनाफोर्स, झाड़माजरी की कलरेक्स हेल्थकेयर कंपनी की अल्सर की दवा रेबोप्रोजोल, भटोली कलां की मेडिवेल बायोटेक की निमोनिया की दवा अमोक्सीक्लीन, बद्दी के संडोली स्थित हेल्थ बायोटेक कंपनी की निमोनिया की दवा अमोक्सीक्लीन के सैंपल मानकों पर सही नहीं पाए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने नई दिल्ली में कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला व सांसद प्रियंका गांधी से मुलाकात की। सुक्खू ने इन नेताओं को राज्य सरकार की दूसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य पर बिलासपुर आने का न्योता दिया। उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड भी साझा किया। उन्होंने सरकार और संगठन की स्थिति पर भी मंत्रणा की। दो मंत्रियों को ड्रॉप करने और एक रिक्त पद भरने की तैयारी चली होने के बीच मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू नई दिल्ली गए हैं। कांग्रेस के उच्चस्तरीय सूत्रों के अनुसार शिमला संसदीय क्षेत्र के दो मंत्रियों को ड्रॉप किया जा सकता है। इसका आधार क्षेत्रीय, जातीय संतुलन के अलावा कैबिनेट को अधिक चुस्त-दुरुस्त और जवाबदेह बनाना बताया जा रहा है। प्रदेश मंत्रिमंडल में एक पद रिक्त चल रहा है। इसे भरने की भी हाईकमान हरी झंडी दे सकता है। सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने केंद्रीय नेताओें को मंत्रियों को दिए गए तमाम विभागों और उनकी कार्यशैली के बारे में जानकारी दी। शिमला संसदीय क्षेत्र से दो मंत्रियों को ड्रॉप कर एक मंत्री यहीं से नए चेहरे के रूप में दिया जा सकता है। इनके अलावा दो अन्य मंत्रियों में एक मंडी और दूसरा कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में नियुक्त किया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के इस सियासी घटनाक्रम के बाद सियासी गलियारों में खासी सुगबुगाहट है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में भी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मिलेंगे तो उसके बाद इस संबंध में और स्थिति स्पष्ट हो सकती है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भेंट कर सकते हैं और हिमाचल प्रदेश के लिए लंबित आपदा राहत राशि की मांग कर सकते हैं।
** तीन सिंचाई योजनाओं का कार्य जुलाई 2025 तक पूरा करने के भी निर्देश उप-मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने आज एशियन विकास बैंक और जलशक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में निर्माणाधीन उठाऊ पेयजल योजना के कार्य को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में अवगत करवाया कि मनाई-परगोड़-लंज-नौशेरा उठाऊ पेयजल योजना की निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। एशियन विकास बैंक द्वारा वित्त पोषित इस योजना पर लगभग 32 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। केवल सिंह पठानिया ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि योजना के निर्माण कार्य में तेजी लाए जाए ताकि क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिल सके। उन्होंने कमांड एरिया डेवलपमेंट के तहत निर्माणाधीन भोगल, धामल और बंडी सिंचाई योजनाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इन सिंचाई योजनाओं का कार्य जुलाई 2025 तक पूरा करना हर हाल में सुनिश्चित किया जाए ताकि अगले वर्ष किसानों को फसलों के लिए सिंचाई सुविधा मिल सके। बैठक में जल शक्ति विभाग की प्रमुख अभियंता अंजु शर्मा, धर्मशाला वृत्त के अधीक्षण अभियंता विशाल जस्वाल, शाहपुर मंडल के अधिशाषी अभियंता अमित डोगरा, धर्मशाला मंडल के अधिशाषी अभियंता सुमित कटोच और एशियन विकास बैंक के सहायक अभियंता नितिन चिनौरी उपस्थित थेे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने आज विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है तथा प्रदेश सरकार लोगों को गुणवत्तापूर्ण, सुलभ तथा किफायती स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने पर विशेष अधिमान दे रही है। उन्होंने कहा कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में स्वास्थ्य संस्थानों को आदर्श स्वास्थ्य संस्थान के रूप में स्तरोन्नत किया जा रहा है, जिसमें प्रत्येक संस्थान में 6 विशेषज्ञ चिकित्सकों की व्यवस्था होगी। इसके तहत अभी तक लगभग 49 आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में 4 से 6 विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि आगामी समय में सभी संस्थानों को उपयुक्त संख्या में विशेषज्ञ चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ सहित अत्याधुनिक स्वास्थ्य अधोसंरचना से सुसज्जित किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे प्रदेश भर में चिकित्सा संस्थानों के निर्माण को समयबद्ध पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिन परियोजनाओं का 70 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य संस्थानों में पर्याप्त डॉक्टर और पैरा-मेडिकल स्टाफ उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है और यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि मरीजों के सर्वाेत्तम उपचार के लिए विश्व स्तरीय चिकित्सा उपकरण और आधुनिक मशीनरी उपलब्ध हो। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को और मजबूत करने पर भी बल दिया और कहा कि ओरल हेल्थ स्वास्थ्य देखभाल का महत्त्वपूर्ण पहलू है। दंत चिकित्सा सेवाओं को और बेहतर बताया जा रहा है तथा ग्रामीण क्षेत्रों तक इसका विस्तार किया जा रहा है। डॉ. शांडिल ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में हजारों पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें विशेषज्ञ और रेजिडेंट डॉक्टर, नर्स और अन्य पैरा-मेडिकल स्टाफ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि नई भर्तियों के अलावा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पैरा-मेडिकल स्टाफ को युक्तिसंगत बनाने के लिए भी कदम उठाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी चिकित्सा संस्थानों विशेष दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध हो। स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों और निर्माणाधीन कार्यों का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए। बैठक में मिशन निदेशक एनएचएम प्रियंका वर्मा, मिशन उप-निदेशक एनएचएम डॉ. गोपाल बेरी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: 21वीं आल इंडिया डॉ. यशवंत सिंह परमार मेमोरियल वॉलीबाल टूर्नामेंट का आयोजन 29 नवंबर से पहली दिसंबर तक जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र के पंचरुखी में डॉ. भीमराव अम्बेडकर खेल मैदान में किया जा रहा है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 29 नवंबर को प्रतियोगिता का शुभारंभ आयुष, युवा सेवायें एवं खेल मंत्री, यादविंदर गोमा करेंगे। तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में देश की आठ टीमें भाग ले रही हैं। इनमें हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, राजस्थान, ओएनजीसी, इंडियन रेलवे, इंडियन नेवी, इंडियन आर्मी और हरियाणा की टीमें शामिल हैं।प्रवक्ता ने बताया कि विजेता टीम को 2 लाख, उपविजेता को एक लाख तथा तीसरे स्थान पर आने वाली टीम को 75 हजार रुपये नकद पुरस्कार दिया जाएगा । पहली दिसंबर को समापन समारोह में मुख्यातिथि के रूप में उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा शिरकत करेंगे और विजेता टामों को पुरस्कृत करेंगे। प्रवक्ता ने बताया कि प्रतियोगिता के सफलतापूर्ण आयोजन के लिए सभी तैयारियों को पूर्ण कर लिया गया। इस क्षेत्र में पहली बार इतनी बड़ी प्रतियोगिता का आयोजन होने से लोग उत्सुक है कि उन्हें राष्ट्रीय खिलाड़ियों को खेलते हुए देखने का अवसर मिलेगा।