योगर्षि स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण जी की उपस्थिति में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार में आयोजित "संस्कृतशास्त्र उत्सव" में हिमाचल प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय वेदव्यास परिसर, बलाहर के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में दिव्यश्री मिश्रा ने गोल्ड, प्रीति ने रजत, और ओङ्कार शर्मा ने कांस्य पदक प्राप्त किया, जिससे उन्होंने हिमाचल प्रदेश का गौरव बढ़ाया। इसके साथ ही, इन छात्रों को हजारों रूपये की नगद धनराशि भी प्रदान की गई। यह प्रतिस्पर्धा 18 से 21 मार्च 2025 तक चार दिन चली, जिसमें देशभर के 26 राज्यों ने भाग लिया। इन छात्रों के मार्गदर्शक बी.एड. विभाग के शिक्षक डॉ. पुरुषोत्तम और प्रियाङ्का चन्द्र ने बताया कि यह एक महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित प्रतियोगिता थी। इस उपलब्धि पर केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के निदेशक प्रो. सत्यम कुमारी, सहनिदेशक प्रो. मञ्जुनाथ एस. जी., और समस्त आचार्यगणों ने विजेता छात्रों को हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
राजकीय महाविद्यालय देहरा में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुई, जिसके बाद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सतीश सोनी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे प्रो. सतीश चन्दर शर्मा (सेवानिवृत उच्च शिक्षा के संयुक्त निदेशक), जिन्होंने छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक, खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए सत्र 2024-25 के पुरस्कार वितरित किए। वार्षिक परिणाम में कला संकाय और वाणिज्य संकाय में विद्यार्थियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। कला संकाय में अनुष्का और दिव्यांशु ने प्रथम स्थान, सीमा, पूनम और कनिका ने द्वितीय स्थान, जबकि मुस्कान और मन्नत ने तृतीय स्थान हासिल किया। वाणिज्य संकाय में भी विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया। साक्षी, महक, हर्षिता, छवि, शिवानी, पालक, सुमिता, अंशुल, प्रियांशु, नीलाक्षी, नदिनी, तनुजा, शिखा, नेहा, रूचि, प्रीती, अंकित, सेजल, वैशाली, दिव्यांशु, शुभम, अंश, दीपक, अमन, अंशज, मोनिका, ज्योति, आशु, रीना, अमीषा, पायल, कनिका, पीयूष, सुमित, मनीष, मुस्कान समेत अन्य विद्यार्थियों को पुरस्कार से नवाजा गया। समारोह में राजकीय महाविद्यालय धनेटा, ढलियारा, हरीपुर गुलेर, हमीरपुर, डाडा सीबा के प्राचार्य और आचार्य भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में प्रो. मोनिका शर्मा ने सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक प्रो. मोनिका, प्रो. निशा, डॉ. परवीन, डॉ. मंजू, प्रो. शिवानी, ब्रिज बाला, और गैर शिक्षक वर्ग से अशोक, मुनीश, सावित्री, कश्मीर, जीवन, और सुंदर्शना भी उपस्थित रहे। इस समारोह ने महाविद्यालय के विद्यार्थियों को उनकी मेहनत और समर्पण के लिए सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
शुक्रवार को सेवानिवृत्त पैरामिलिट्री कल्याण संगठन पालमपुर की कार्यकारिणी सदस्य बलिदानी सुनील कुमार लदोहिया के परिवार से मुलाकात की गई। सुनील कुमार की बुजुर्ग माता, बिमला देवी ने बताया कि सुनील उनका इकलौता बेटा था और वह बीएसएफ में भर्ती था। 27 अगस्त 1989 को पंजाब में आतंकवादी विरोधी अभियान के दौरान उनके बेटे का निधन हो गया था। इस दुखद समाचार से बेशक उन्हें अवगत कराया गया था, लेकिन बेटे के अंतिम दर्शन उन्हें कभी नहीं हो पाए। सुनील के पिता, बिहारी लाल लोहिया इस दर्दनाक घटना को सहन नहीं कर पाए और कुछ ही महीनों बाद, 1990 की शुरुआत में उनका भी निधन हो गया। पति की मृत्यु के बाद बिमला देवी पूरी तरह से असहाय हो गईं, लेकिन समय के साथ उन्हें पैशन मिलने लगी, जिससे वह अपने घर का खर्चा चला सकीं और अपनी तीन बेटियों की शादी कर सकीं। वर्तमान में, बिमला देवी के साथ उनकी एक विधवा बेटी रहती है, जो अपनी मां की देखभाल करती है। बिमला देवी ने सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनकी दिल में एक आखिरी तमन्ना है कि उनके बेटे के बलिदान को सम्मानित करने के लिए गांव में उनकी याद में एक प्रतिमा, गेट या सड़क का निर्माण हो। पैरामिलिट्री कल्याण संगठन के अध्यक्ष सीएस खरवाल, उपाध्यक्ष के एल मनकोटिया, सलाहकार डी आर शर्मा और प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता मनवीर चन्द कटोच ने शासन एवं प्रशासन से आग्रह किया है कि बलिदानी सुनील कुमार के परिवार के मनोबल को देखते हुए, उन्हें उचित सम्मान प्रदान किया जाए। इसके साथ ही यह निर्माण गांव में नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत बनेगा।
काँगड़ा: शिक्षा खंड लंबागांव समग्र शिक्षा के अंतर्गत जिला स्तरीय प्री प्राइमरी अध्यापक क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन दिनांक 18 मार्च से 22 मार्च 2025 तक किया गया। जिसमें जिला के चार शिक्षा खंड बैजनाथ, चढियार, थुरल लंबागांव के प्री प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ा रहे लगभग 160 अध्यापकों ने भाग लिया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्री-प्राइमरी स्तर के शिक्षकों की क्षमता और कौशल बढ़ाना होता है ताकि वे प्री प्राइमरी पाठशाला में पढ़ रहे बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ सके और उनके सर्वांगीण विकास में मदद कर सकें। इस कार्यशाला के समापन में खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी श्यामलाल मुख्य रूप से उपस्थित रहे तथा इस कार्यशाला का विधिवत रूप से समापन किया। पांच दिवसीय इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता दिनेश राणा, मोहिंदर कुमार, अमित वालिया रजनी धीमान ने प्री प्राइमरी के बच्चों के भावी विकास शारीरिक, बौद्धिक, सामाजिक, भावनात्मक एवं रचनात्मक विकास की जानकारी उपलब्ध करवाई। सभी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे अध्यापकों को बीआरसीसी कार्यालय समग्र शिक्षा लंबागांव द्वारा प्रशिक्षित पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यशाला के सफल आयोजन में बीआरसीसी कार्यालय लंबागांव समग्र शिक्षा के कर्मचारी कुलदीप मरैना, राहुल शर्मा, रिंकू राम, लक्की कुमार ने मुख्य भूमिका निभाई।
कांगड़ा: जिलाधीश कांगड़ा हेमराज बैरवा ने एसडीएम देहरा शिल्पी बेक्टा और तहसीलदार रक्कड़ के साथ मिलकर विकास खंड प्रागपुर की ग्राम पंचायत कुहना में विश्व पूजिता ग्राम संगठन चमेटी का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण मिशन धन्वंतरि के तहत किया गया, जिसमें राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की ग्रामीण महिलाओं द्वारा तुलसी की खेती और उसके मूल्य संवर्धन के पहले आदर्श मॉडल की आधारभूत संरचना तैयार की जा रही है। इस परियोजना में आयुष विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, वन विभाग के साथ-साथ RIISM-NMPB NR 1 और CSIR IHBT भी सहयोग कर रहे हैं। निरीक्षण के दौरान जिलाधीश ने संगठन की गतिविधियों का जायजा लिया और आयुष विभाग द्वारा जारी की गई राशि से विकास खंड प्रागपुर के तहत बनाए जा रहे भवन का अवलोकन किया। भवन निर्माण में पाई गई कमियों को देखते हुए उन्होंने अधिकारियों को 15 दिनों के भीतर इन कमियों को दूर करने के स्पष्ट निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने ग्राम पंचायत कुहना में कम से कम 100 कनाल भूमि पर मनरेगा योजना के तहत औषधीय खेती शुरू करने के लिए भी निर्देश जारी किए। इस अवसर पर ब्लॉक प्रागपुर और ग्राम पंचायत कुहना के पदाधिकारी व कर्मचारी, विश्व पूजिता ग्राम संगठन के सक्रिय सदस्य, और आयुष विभाग के जिला नोडल अधिकारी भी मौजूद रहे।
देहरा उपमंडल के तहत हरिपुर और गुलेर में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा खाद्य व्यवसाय संचालकों को खाद्य सुरक्षा और लाइसेंसिंग के बारे में जागरूक करने के लिए एक खाद्य सुरक्षा शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में खाद्य व्यवसाय संचालकों ने भाग लिया। प्रतिभागियों को खाद्य सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं, जिनमें खाद्य लाइसेंसिंग, खाद्य सुरक्षा मानक और खाद्य व्यवसायों में स्वच्छता और सुरक्षा के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर डॉ सावित्री ठाकुर, सहायक आयुक्त (खाद्य सुरक्षा), कांगड़ा जिला ने खाद्य व्यवसाय संचालकों को उचित खाद्य सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ अभिषेक ठाकुर, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, कांगड़ा जिला ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया और खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के प्रावधानों के बारे में समझाया। यह शिविर विभाग के खाद्य सुरक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करने और यह सुनिश्चित करने के प्रयासों के तहत आयोजित किया गया था कि जिले के खाद्य व्यवसाय संचालक प्रासंगिक कानूनों और विनियमों का पालन कर रहे हैं। यह जानकारी व्यापार मंडल प्रधान अतुल महाजन ने दी।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के तत्वाधान में परागपुर के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में आगामी सोमवार से सात दिवसीय आवासीय शिविर का आयोजन किया जाएगा। सीएसयू के एन एस एस इकाई द्वारा लगाए जाने वाले इस शिविर को लेकर शुक्रवार को परिसर के संगोष्ठी कक्ष में समिति की विशेष बैठक आयोजित की गई। जिसमें इस शिवर को लेकर अहम निर्णय लिए गए। परिसर की एनएसएस यूनिट के कार्यक्रम अधिकारी अमित वालिया व संयोजक कवि पंकज कुमार ने बताया कि इस शिविर के दौरान राष्ट्रीय स्वयं सेवियों को स्वयं काम करने और अपने आस पास की सफाई व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने हेतु टिप्स दिए जाएंगे।वहीं शिविर के दौरान क्षेत्र के कई स्थानों में जाकर एन एस एस के सदस्य सफाई व्यवस्था के प्रति स्थानीय लोगों को जागरूक भी करेंगे। शुक्रवार को हुई मीटिंग के दौरान एन एस एस यूनिट के कार्यक्रम अधिकारी अमित वालिया,संयोजक कवि पंकज कुमार सहित समिति के सदस्य डॉ विनोद शर्मा, डॉ संतोष गोडरा, डॉ भूपेंद्र ओझा आदि उपस्थित रहे।
विद्युत उपमंडल-2 धर्मशाला के सहायक अभियंता रमेश चंद ने उपमंडल के अधीन आने वाले सभी विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की है कि अपने बिजली के बिल लंबित न रखें और समय से उनका भुगतान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि बिजली के बिल बिजली बोर्ड की वेबसाइट या किसी भी यूपीआई पेमेंट ऐप के माध्यम से ऑनलाइन भी जमा करवाए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि 26 मार्च तक बिल जमा न करने की स्थिति में बिना आगामी सूचना के नियमानुसार विद्युत कनेक्शन काट दिया जाएगा।
काँगड़ा/देहरा: देहरा मंडल में आगामी 24 मार्च (सोमवार) को ग्रामीण डाक जीवन बीमा (RPLI) मेले का आयोजन किया जाएगा। यह मेला विशेष रूप से नए बीमा पॉलिसीधारकों को आकर्षित करने और बीमा जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि 24 मार्च को प्रतिवर्ष “आरपीएलआई दिवस” के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1995 में शुरू की गई ग्रामीण डाक जीवन बीमा योजना ने बीते वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों लोगों को बीमा सुरक्षा प्रदान की है। इस अवसर पर विशेष शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जहां डाक विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी आम जनता को आरपीएलआई की विभिन्न योजनाओं और उनके लाभों की जानकारी देंगे। साथ ही, दावा निपटान शिविर भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा हो सके। इस संबंध में डाक निरीक्षक, देहरा उपमंडल, राज कुमार ने जानकारी दी और सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस मेले में भाग लें और अपनी तथा अपने परिवार की आर्थिक सुरक्षा के लिए आरपीएलआई योजनाओं का लाभ उठाएं।
शिमला: हिमाचल प्रदेश में हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPPCL) के मुख्य अभियंता विमल नेगी की संदिग्ध मौत को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता बिक्रम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बिक्रम ठाकुर ने सरकार की "हठधर्मिता" और "संवेदनहीनता" पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग दोहराई और कि प्रदेश में इतनी बड़ी घटना हुई, लेकिन कांग्रेस सरकार आज भी सीबीआई जांच से भाग रही है। आखिर क्यों? विमल नेगी का परिवार लगातार निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार जानबूझकर मामले को दबाने में लगी है। उन्होंने पूछा कि आखिर सरकार को किसका दर सता रहा है। साथ ही उन्होंने सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सिर्फ राजनीति का विषय नहीं, बल्कि न्याय की लड़ाई है, जिसे सरकार अनदेखा कर रही है। भाजपा नेता ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को पहले दिन से उठाया है, लेकिन कांग्रेस इसे राजनीतिक मांग बताकर टाल रही है। उन्होंने दुःख जताते हुए कहा कि अगर समय पर निष्पक्ष कार्रवाई होती, तो शायद एक परिवार को इतना दर्द न झेलना पड़ता। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार अफसरशाही की कठपुतली बनकर न्याय से भाग रही है। बिक्रम ठाकुर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को चेतावनी दी देते हुए कहा कि मामले की गंभीरता को समझें और इस मामले की जांच सीबीआई से करवाए। इस मामले में किसी और की बलि चढ़ने से पहले सच सामने लाएं। उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता सब देख रही है, और अगर सरकार ने अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ी, तो जनता इसका करारा जवाब देगी।
राजकीय मॉडल वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, बॉयज प्रागपुर में शिक्षा के उच्च उपनिदेशक कांगड़ा, विकास महाजन, नोडल ऑफिसर ई-गवर्नेंस सुधीर भाटिया और एच. एम. फ्लाइंग स्क्वाड के सुनील राजपूत की अध्यक्षता में डाडा ब्लॉक और रक्कड़ ब्लॉक के प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापकों की एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। विकास महाजन ने शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए और सरकारी स्कूलों में छात्रों की अनुक्रमकता बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने स्मार्ट क्लासरूम्स का अनिवार्य रूप से उपयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया, साथ ही डिजिटल लाइब्रेरी और पुस्तकालयों के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। इस बैठक में डाडा और रक्कड़ ब्लॉक के लगभग 68 प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापक उपस्थित थे। इस अवसर पर गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल प्रागपुर की प्रधानाचार्य सीमा कौशल ने विकास महाजन का शाल और टोपी पहनाकर सम्मानित किया।
राजकीय स्नातक महाविद्यालय मझीण में बीए एवं बीकॉम द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों द्वारा बीए बीकॉम तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ चंदन भारद्वाज ने विद्यार्थियों को डट कर मेहनत करने एवं प्रगति पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उसके बाद विद्यार्थियों द्वारा वरिष्ठ विद्यार्थियों को टाइटल दे कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया। इस अवसर पर विद्याथियों द्वारा मनोरंजक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस कार्यक्रम में मीनाक्षी मिस फेयरवेल, विवेक मिस्टर फेयरवेल , स्मृति कौर मिस पर्सनेलिटी ,राहुल मिस्टर पर्सनेलिटी एवं अंजलि मिस परफेक्ट तथा सचिन मिस्टर परफेक्ट चुने गए। इस अवसर पर डॉ सारिका, डॉ सरवन , प्रोफेसर आरती गुप्ता, प्रोफेसर मुक्तामणि, डॉ नीलम एवं प्रोफेसर लकी के साथ समस्त शिक्षक वर्ग के सदस्य भी उपस्थित रहे।
ज्वालामुखी: लॉरेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एवं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी ने मनाया पारितोषिक वितरण समारोह
लॉरेट फार्मेसी संस्थान एवं लॉरेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एवं इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी ने बुधवार को अपना पारितोषिक वितरण समारोह मनाया। इस समारोह में मुख्यातिथि सब डिविज़नल मजिस्ट्रेट नादौन डॉ राकेश शर्मा एवं स्पेशल गेस्ट सेंट्रल यूनिवर्सिटी से प्रोफेसर डॉ मृदुला मौजूद रहे। संस्थान के प्रबंधक एवं निर्देशक डॉ रण सिंह एवं निर्देशक एवं प्राचार्य डॉ एम् एस आशावत ने मुख्यातिथियों का स्वागत और दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डॉ एम्एस आशावत ने सभा को सम्बोधित करते हुए वार्षिक रिपोर्ट का व्याख्यान किया डॉ राकेश शर्मा ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को मेहनत अनुशासन और सकारात्मक सोच से आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। इस समारोह में लॉरेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी से प्रो राजेश वालिआ एवं एच ओ डी प्रो जसबीर जरियाल मौजूद रहे। इस वार्षिक वितरण समारोह में एम् फार्म, बी फार्म, डी फार्म, फार्मेसी प्रैक्टिस एवं बी सी ए , बी बी ए को शैक्षिणक खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मुख्यातिथि ने पुरस्कृत किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने गिद्दा, भंगड़ा, नाटी और स्किट जैसी रंगारंग प्रस्तुतियाँ से दर्शकों का मनमोह लिया। लॉरेट एलुमनाई एसोसिएशन ने मेधाबी छात्रों को 5100 स्कालरशिप दी इस कार्यक्रम में एचओडी डॉ विनय पंडित एवं डीन स्टूडेंट वेलफेयर अफसर डॉ सीपी एस वर्मा मौजूद रहे।
आज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल ज्वालामुखी में उप शिक्षा निदेशक विकास महाजन की अध्यक्षता में खुंडिया और देहरा शिक्षा खंड के प्रधानाचार्य और हेडमास्टर की बैठक हुई। इस बैठक में आगामी सत्र से सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता शिक्षा बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। उप शिक्षा निदेशक ने स्कूलों में एनरोलमेंट को बढ़ाने,स्मार्ट क्लास रुम में पढ़ाने, खेल कूद और विभिन्न प्रकार की गतिविधियां करवानें का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकार, सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना कर रही है ताकि बच्चों को नई तकनीक से पढ़ाया जाए।इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।इस बैठक में लगभग 50 प्रधानाचार्य और हेडमास्टर ने भाग लिया। उप शिक्षा निदेशालय से आए सुधीर भाटिया ने भी स्कूलों में गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारी दी। स्कूल प्रधानाचार्या मीना कुमारी ने इस बैठक को बाल स्कूल ज्वालामुखी में करने के लिए उप शिक्षा निदेशक का धन्यवाद किया।
आज स्वतंत्रता सेनानी पंडितसुशील रतन राजकीय महाविद्यालय, ज्वालामुखी में डीएसपी और एसपी देहरा, मयंक चौधरी द्वारा एक महत्वपूर्ण व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी संकायों के छात्र-छात्राओं और एनएसएस के स्वयंसेवियों ने भाग लिया। व्याख्यान में एसपी मयंक चौधरी ने विद्यार्थियों को साइबर क्राइम के खतरे और इससे बचने के उपायों के बारे में जागरूक किया। इसके अलावा, उन्होंने नशा निवारण पर भी चर्चा की और विद्यार्थियों को इस विषय में आवश्यक जानकारी दी। रोड सेफ्टी के नियमों पर भी उन्होंने विस्तृत जानकारी दी और विद्यार्थियों को सुरक्षित यातायात के लिए जागरूक किया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ. सुशील कुमार बस्सी जी के निर्देशन में आयोजित किया गया, जिसमें महाविद्यालय के 200 से अधिक छात्रों और समस्त स्टाफ ने भाग लिया।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रदीप कुमार ने आज जानकारी दी कि प्रकाशित 55-बस रूटों के आबंटन हेतु 27 मार्च को दोपहर 12ः30 बजे क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण कांगड़ा स्थित धर्मशाला की विशेष बैठक निदेशक परिवहन कार्यालय शिमला में प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि जिन प्रार्थियों व वाहन मालिकों ने 10 मार्च, 2025 तक धर्मशाला क्षेत्र के अधीन प्रकाशित रूटों के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है, वे स्वयं इस बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें, ताकि उपरोक्त ई-बस रूटों के आबंटन बारे क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण द्वारा निर्णय लिया जा सके।
जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: जयसिंहपुर के पूर्व विधायक रविंद्र धीमान ने जारी अपने प्रेस नोट में कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा प्रस्तुत 2025-26 के बजट को पूरी तरह दिशाहीन और झूठे वादों का पुलिंदा बताया है। उन्होंने कहा कि यह बजट हिमाचल प्रदेश की जनता के साथ एक छलावा है, जिसमें न तो कोई ठोस विकास योजना है और न ही आर्थिक सुधारों की कोई ठोस दिशा। प्रदेश पहले ही वित्तीय संकट से जूझ रहा है और इस बजट में इसे उबारने की कोई ठोस रणनीति नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। 2023 में राज्य पर ₹76,185 करोड़ का कर्ज था, जो अब बढ़कर ₹एक लाख करोड़ से अधिक हो गया है। यह सरकार केवल कर्ज के भरोसे प्रदेश को चला रही है, लेकिन इस कर्ज की भरपाई कैसे होगी, इस पर बजट में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है। कांग्रेस को जनता को यह बताना चाहिए कि उनकी सरकार वित्तीय प्रबंधन में पूरी तरह विफल क्यों हो रही है। रविंद्र धीमान ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले जनता को लुभाने के लिए दस गारंटियों का वादा किया था, लेकिन आज तक एक भी गारंटी पूरी नहीं हुई। महिलाओं को ₹1500 भत्ता देने की घोषणा केवल कागजों तक सीमित रह गई है। बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने का वादा किया गया था, लेकिन आज तक इस पर कोई अमल नहीं हुआ। सरकार ने पांच लाख नौकरियां देने की घोषणा की थी, लेकिन बजट में इसके लिए कोई ठोस नीति का जिक्र नहीं है। पुरानी पेंशन योजना की बहाली भी अधर में लटकी हुई है, जिससे कर्मचारियों में भारी असंतोष है। धीमान ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने महंगाई कम करने का कोई प्रयास नहीं किया, बल्कि जनता पर नए करों का बोझ डाल दिया। पेट्रोल-डीजल पर टैक्स बढ़ाकर आम आदमी की जेब पर भारी असर डाला गया है। व्यापारियों और छोटे उद्योगों पर अतिरिक्त कर लगाए जा रहे हैं, जिससे प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इस सरकार की वित्तीय नीति जनता पर बोझ डालने और हिमाचल को और अधिक आर्थिक संकट में डालने की है। कांग्रेस सरकार केंद्र सरकार से मिलने वाली वित्तीय सहायता का झूठा श्रेय लेने की कोशिश कर रही है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, जल जीवन मिशन और अन्य योजनाओं का श्रेय कांग्रेस सरकार अपने नाम करने की कोशिश कर रही है, जबकि वास्तविकता यह है कि हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार से अब तक की सबसे ज्यादा वित्तीय सहायता मिली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में खनन माफिया और भ्रष्टाचार को खुला संरक्षण दे रही है। अवैध खनन और सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार चरम पर है, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। इस सरकार में पारदर्शिता और जवाबदेही का पूरी तरह अभाव है। भाजपा मांग करती है कि कांग्रेस सरकार यह स्पष्ट करे कि राज्य को आर्थिक संकट से निकालने के लिए उसकी क्या योजना है। बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार पर कांग्रेस सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। जनता से किए गए झूठे वादों को पूरा करने की समयसीमा घोषित करनी चाहिए। भाजपा यह स्पष्ट करती है कि कांग्रेस सरकार का यह बजट जनता को भ्रमित करने और हिमाचल प्रदेश को कर्ज में डुबाने का दस्तावेज है। भाजपा इस जनविरोधी बजट के खिलाफ हर स्तर पर संघर्ष करेगी और कांग्रेस सरकार की नाकामियों को जनता के सामने उजागर करती है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए वार्षिक बजट प्रस्तुत किया। यह बजट राज्य के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है और इसमें समाज के कमजोर तथा वंचित वर्गों के उत्थान को प्राथमिकता दी गई है। ये बात जिला कांगड़ा के कामगार कर्मचारी अध्यक्ष और जसवां प्रागपुर के निर्वाचित महासचिव ठाकुर रजनीश पटियाल अंकु ने कही। उन्होंने इस बजट को ऐतिहासिक और दूरदर्शी बताते हुए मुख्यमंत्री सुक्खू की सराहना की और कहा कि यह बजट युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों, अकेली महिलाओं, विधवाओं, किसानों, बागवानों, महिला मंडलों और युवक मंडलों के कल्याण को समर्पित है। युवाओं और महिलाओं के लिए बड़ी घोषणाएं रजनीश पटियाल अंकु ने कहा कि सरकार ने इस बजट में युवाओं के लिए रोजगार, कौशल विकास और स्वरोजगार के अवसरों को प्राथमिकता दी है। उन्होंने महिला मंडलों के लिए बजट में किए गए विशेष प्रावधानों की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम महिलाओं को सशक्त और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने में मदद करेगा। किसानों और बागवानों के लिए नई योजनाएं उन्होंने बताया कि सरकार ने किसानों और बागवानों के लिए विशेष योजनाएं शुरू की हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और उन्हें बेहतर बाजार सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा, वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं और एकल महिलाओं के लिए पेंशन योजनाओं और आर्थिक सहायता का प्रावधान किया गया है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी। बजट को बताया जनहितैषी रजनीश पटियाल अंकु ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने वाला और जनहितैषी है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बजट के माध्यम से हिमाचल प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा और हर वर्ग का समग्र कल्याण सुनिश्चित होगा।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष ब्लॉक देहरा सुमित ठाकुर ने सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा पेश किए गए बजट पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बजट में समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था मनरेगा व दिहाड़ीदार, आउटसोर्स कर्मचारियों की दिहाड़ी में बढ़ोतरी, कर्मचारियों को डीए की किस्त, किसानों- बागवानों को राहत सराहनीय निर्णय है। उन्होंने ने कहा कि विधानसभा में प्रस्तुत बजट को प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम बताया है। बजट में समाज के हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था मनरेगा व दिहाड़ीदार, आउटसोर्स कर्मचारियों की दिहाड़ी में बढ़ोतरी, कर्मचारियों को डीए की किस्त, किसानों- बागवानों को राहत सराहनीय निर्णय है। बजट प्रदेश के विकास को एक नई दिशा व गति प्रदान करेगा। उन्होंने प्रदेश के 2025 -26 के बजट को जनहितैषी बताते हुए इसकी सराहना की है। उनका कहना है कि बजट में सभी वर्गों को राहत दी गई है। किसानों-बागवानों के साथ-साथ दिहदीदारो की दिहाड़ी में बढ़ोतरी व पंचायतीराज के चुने हुए सदस्यों के मानदेय में बढ़ोतरी भी सराहीनय कदम है। बजट प्रदेश के लोगों की महत्वकांक्षा को पूरा करता है। बजट में हर वर्ग को राहत देते हुए बेरोजगार युवाओं को रोजगार के द्वार,कर्मचारियों को डीए व आउटसोर्स, दिहाड़ीदार कर्मचारियों व नगर निकाय व ग्राम पंचायतों के सभी सदस्यों के मानदेय में बढ़ोतरी का निर्णय सराहनीय है। उन्होंने इस बजट के लिए मुख्यमंत्री व प्रदेश की कांग्रेस सरकार को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती और विकास को गति मिलेगी। इस बजट से 2027 तक हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने की मुख्यमंत्री की परिसंकल्पना को साकार किया जा सकेगा। बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। सुमित ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुशल मार्गदर्शन एवं गतिशील नेतृत्व में प्रदेश चहुंमुखी विकास की ओर अग्रसर हो रहा है। पूर्व भाजपा सरकार द्वारा छोड़े गए कर्ज एवं देनदारियों के बावजूद सरकार ने संतुलित एवं विकासोन्मुखी बजट प्रस्तुत किया है, इसके आने वाले समय में सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।
मंडल ज्वालामुखी ठेकेदार यूनियन की बैठक अजय शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें ध्वनिमत सर्वसम्मति से नीरज को ठेकेदार यूनियन का प्रधान चुना गया। इसके साथ ही कार्यकारिणी में प्रवीण राणा, कपिल वालिया, करतार राणा, संजय धीमान और विक्रमजीत सिंह को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। अजय कुमार को महासचिव, नवल किशोर चौधरी, राकेश बंटू और नेक मोहम्मद को सचिव, मनीष शर्मा को कोषाध्यक्ष, और अजय शर्मा, प्रदीप शिवू, अनिल कुमार, राजकुमार और सुरेश पाल राणा को सलाहकार नियुक्त किया गया। इसके अतिरिक्त, सादिक मोहम्मद और दीपक सूद को प्रेस सचिव बनाया गया, जबकि श्याम पटियाल, सुधीर शर्मा, ज्ञानेश्वर दत्त और अश्वनी शर्मा को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया। कार्यकारिणी के अन्य सदस्य प्रवीण शर्मा बंटू, सुरिंदर सिंह, निखिल अगन, जितेंद्र राणा, धर्मेदर सिंह, विवेक, तुषार शर्मा, अवनीश कुमार, रवेल, शुभम, विशाल, सुनील, पंकज, आशीष, साहिल, सुदर्शन कुमार, शंकर चौधरी, प्रिंस, पवन चौधरी, राज राणा, रोहित काकू, कुलदीप धीमान, जलालदीन, अशोक कबीर, राजेश राणा, गौतम सिंह, परविंदर सिंह, मनीष सलारिया, रिशव, मनीष और रवि कुमार को नियुक्त किया गया। ठेकेदार यूनियन के प्रधान नीरज ने प्रेस द्वारा जारी बयान में कहा कि ठेकेदारों से संबंधित समस्याओं का समाधान वे स्थानीय विधायक संजय रतन के सामने रखेंगे और उनका हल निकालने का प्रयास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ठेकेदारों के हितों की रक्षा करना उनका प्रमुख लक्ष्य होगा। यह जानकारी प्रेस सचिव सादिक मोहम्मद ने दी।
जसवां-परागपुर से कर्मचारी कामगार बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष व कांग्रेस नेता सुरिंदर मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा प्रदेश विधानसभा में वर्ष 2025-26 के लिए प्रस्तुत बजट विकास की नई गाथा लिखने में मील का पत्थर सिद्ध होगा। मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रस्तुत बजट में न केवल समाज के सभी वर्गों की आशाओं को पूरा करने का प्रयास किया है अपितु धन की उपलब्धता को बढ़ाने की दिशा में भी कार्य किया है। उन्होंने कहा कि प्रस्तुत बजट जहां किसानों-बागवानों की आय में आशातीत वृद्धि करने वाला है वहीं युवाओं के लिए रोज़गार एवं स्वरोज़गार के बेहतर अवसर प्रदान करने वाला भी है। मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में कृषि ऋण ब्याज सहायता योजना की घोषणा कर प्रदेश के किसानों को व्यापक स्तर पर लाभान्वित किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत ऋण के मूल धन पर लगने वाले ब्याज के 50 प्रतिशत हिस्से का वहन सरकार द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 03 लाख रुपए तक के ऋण के लिए प्रदेश सरकार की वन टाइम सेटलमेंट नीति किसानों के लिए वरदान सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों और पशुपालकों की आर्थिकी को और मज़बूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि गाय के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 51 रुपए तथा भैंस के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 61 रुपए करना विशेष रूप से लाभदायक सिद्ध होगा। मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट में न केवल कर्मचारियों व पेंशन भोगियों को वित्तीय लाभ समयबद्ध सीमा में प्रदान करने की घोषणा की है अपितु विभिन्न वर्गों के मानदेय में आशातीत वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि ज़िला परिषद, पंचायत समिति, पंचायती राज संस्थाओं, नगर निगमों, नगर परिषदों और नगर पंचायतों के प्रतिनिधियों के मानदेय में वृद्धि से इन वर्गों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि बजट में 25 हजार नई नौकरियों की घोषणा और पर्यटन क्षेत्र में युवाओं के लिए रोज़गार की व्यापक सम्भावनाएं प्रदेश के युवाओं को सम्बल प्रदान करेंगी। मनकोटिया ने कहा कि विकास खण्डों के पुनर्गठन से प्रशासकीय कार्यों में सुविधा होगी और लोगों के काम अधिक सुगमता से हो सकेंगे। उन्होंने बद्दी में महिला छात्रावास स्थापित करने, नगर निगम बद्दी को विभिन्न कार्यों के लिए एक करोड़ रुपए की सहायता उपलब्ध करवाने, बद्दी मल निकासी योजनाओं को इस वर्ष पूर्ण करने के प्रस्ताव के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। मनकोटिया ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट जहां समाज के सभी वर्गों की आशाओं को पूरा करने में सहायक सिद्ध होगा वहीं विकास को गति प्रदान कर युवाओं को बेहतर अवसर भी प्रदान करेगा।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए वार्षिक बजट पेश किया। यह बजट प्रदेश के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है और इसमें समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के उत्थान को प्राथमिकता दी गई है। हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड केअध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर ने इस बजट को ऐतिहासिक और दूरदर्शी बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री सुक्खू की सराहना करते हुए कहा कि यह बजट विशेष रूप से युवाओं, वरिष्ठ नागरिकों, अकेली महिलाओं, विधवाओं, किसानों, बागवानों, महिला मंडलों और युवक मंडलों के कल्याण को समर्पित है। कंवर ने कहा कि इस बजट में सरकार ने समाज के सभी वर्गों की जरूरतों को ध्यान में रखा है। उन्होंने युवाओं को रोजगार, कौशल विकास और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने की पहल का स्वागत किया। इसके साथ ही, महिला मंडलों को सशक्त बनाने और आर्थिक स्वतंत्रता देने के लिए बजट में किए गए प्रावधानों की भी प्रशंसा की। उन्होंने यह भी बताया कि वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं और अकेली महिलाओं के लिए इस बजट में वित्तीय सहायता, पेंशन योजनाओं और आजीविका समर्थन का विशेष प्रावधान किया गया है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर और सुरक्षित जीवन जीने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, किसानों और बागवानों के लिए भी सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, जिससे खेती और बागवानी को बढ़ावा मिलेगा और किसानों को बेहतर बाजार सुविधाएं मिलेंगी। कंवर ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट जनहितैषी और सामाजिक न्याय को बढ़ावा देने वाला है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बजट के माध्यम से हिमाचल प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा और हर वर्ग का समग्र कल्याण सुनिश्चित होगा।
शिमला: पूर्व उद्योग मंत्री एवं जसवां प्रागपुर के विधायक बिक्रम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार द्वारा प्रस्तुत 2025-26 के बजट को दिशाहीन और हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति को और बदतर बनाने वाला करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह बजट विकास की कोई ठोस योजना नहीं देता, बल्कि प्रदेश को कर्ज के दलदल में धकेलने का दस्तावेज है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश पर कर्ज का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। 2023 में राज्य पर ₹76,185 करोड़ का कर्ज था, जो अब ₹1 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। यह सरकार केवल कर्ज के सहारे प्रदेश को चला रही है, लेकिन इस कर्ज की भरपाई कैसे होगी, इसका कोई जवाब बजट में नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जनता को यह बताना चाहिए कि उसकी सरकार वित्तीय प्रबंधन में पूरी तरह विफल क्यों हो रही है। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने चुनाव से पहले दस गारंटियों का वादा किया था, लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया। महिलाओं को ₹1500 भत्ता देने की बात कागजों तक सीमित है, बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा भी ठंडे बस्ते में है। पांच लाख नौकरियां देने की घोषणा का भी बजट में कोई जिक्र नहीं है। पुरानी पेंशन योजना की बहाली पर भी कोई स्पष्ट नीति नहीं है, जिससे कर्मचारियों में असंतोष बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने महंगाई कम करने की बजाय जनता पर नए करों का बोझ डाल दिया है। पेट्रोल-डीजल और शराब पर टैक्स बढ़ाकर आम लोगों को आर्थिक संकट में डाला गया है। व्यापारियों और छोटे उद्योगों पर अतिरिक्त कर लगाए जा रहे हैं, जिससे प्रदेश की आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। कांग्रेस कर रही केंद्र की योजनाओं पर झूठा श्रेय लेने की कोशिश बिक्रम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार केंद्र की योजनाओं को अपना बताकर जनता को गुमराह कर रही है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, जल जीवन मिशन और अन्य केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत हिमाचल को अब तक की सबसे अधिक वित्तीय सहायता मिली है, लेकिन कांग्रेस सरकार इसे अपनी उपलब्धि बताने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में खनन माफिया और भ्रष्टाचार को खुला संरक्षण मिल रहा है। सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार चरम पर है, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। पारदर्शिता और जवाबदेही की पूरी तरह से कमी है, जिससे प्रदेश का विकास अवरुद्ध हो रहा है। इस जनविरोधी बजट के खिलाफ लड़ेगी भाजपा बिक्रम ठाकुर ने कहा कि भाजपा मांग करती है कि कांग्रेस सरकार यह स्पष्ट करे कि राज्य को आर्थिक संकट से उबारने के लिए उसकी क्या योजना है। बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार पर सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा इस जनविरोधी बजट के खिलाफ हर स्तर पर संघर्ष करेगी और कांग्रेस सरकार की नाकामियों को जनता के सामने लाएगी।
जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: सोमवार को जयसिंहपुर में एक्स आर्मी एसोसिएशन एनजीओ द्वारा हिमाचल प्रदेश में बढ़ते नशे के प्रभाव को लेकर एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली का आरंभ कंवर दुर्गा चंद राजकीय महाविद्यालय जयसिंहपुर से हुआ और यह एसडीएम कार्यालय जयसिंहपुर तक निकाली गई। इस रैली में हिस्सा लेने वाले सदस्यों ने नशे के बढ़ते खतरे पर गंभीर चिंता व्यक्त की और राज्य सरकार से अवैध नशे के कारोबारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। रैली के दौरान, एक्स आर्मी एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि जैसे अन्य राज्यों में नशे के कारोबारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं, वैसे ही हिमाचल प्रदेश में भी ऐसी ही कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि पकड़े जाने पर नशे के व्यापारियों द्वारा अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति को नष्ट किया जाए और उनके खिलाफ कोई बेल ना हो, न ही कोई वकील उनका केस लड़े। इसके लिए एसडीएम संजीव ठाकुर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा गया। इस अवसर पर एक्स सर्विसमैन एनजीओ के सदस्यों के साथ लंबागांव मोटिवेशन फिटनेस क्लब के अध्यक्ष विकास राणा भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
ज्वालामुखी विकास सभा, हिमाचल चैप्टर की कार्यकारी समिति की बैठक 16 मार्च 2025 को चैप्टर कार्यालय, गगडूही तहसील, ज्वालामुखी, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश में डॉ. सुरेश शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में सचिव नरेंद्र कुमार जम्वाल, सदस्य मुकेश कुमारी,धरम चंद, प्रेम चंद, करतार चंद, प्रकाश चंद, कुलदीप कुमार, दीप राज,पिंकी देवी और कृष्णा देवी शामिल रहे। बैठक के दौरान, सभी सदस्यों ने मिलकर हिमाचल चैप्टर के लिए नए दिशा-निर्देश तय किए। सचिन ने सदस्यों से अपील की कि हमें अधिक से अधिक नए सदस्य जोड़ने चाहिए ताकि चैप्टर की सक्रियता और प्रभावशीलता बढ़े। उन्होंने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वे कम से कम पांच नए सदस्य चैप्टर से जोड़ने की पहल करें, जिससे समुदाय के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिल सके।बैठक में समिति के उद्देश्यों पर भी गहरी चर्चा हुई, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि यह समिति एक सामाजिक संस्था है, न कि राजनीतिक संस्था। इस मौके पर अध्यक्ष डॉ. सुरेश शर्मा ने क्षेत्रीय समस्याओं पर भी चर्चा की और कहा कि ज्वालामुखी क्षेत्र में आने वाली समस्याओं का समाधान राशन और प्रशासन के बीच तालमेल बनाकर किया जाएगा। अध्यक्ष ने यह भी घोषणा की कि हिमाचल चैप्टर भविष्य में एक मेडिकल कैंप का आयोजन करेगा, जो क्षेत्र के सभी नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह शिविर सभी के लिए मुफ्त होगा और इसकी सूचना जल्द ही जनमानस को दी जाएगी। सभी से अनुरोध किया गया कि वे इस अवसर का लाभ उठाएं। अध्यक्ष ने आगे बताया कि चैप्टर की अगली बैठक अप्रैल माह में आयोजित की जाएगी, जिसमें आगामी योजनाओं और परियोजनाओं पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक चैप्टर के भविष्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
रविवार को छिंज मेला कमेटी द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें इस बार के मेले के आयोजन से जुड़ी प्रमुख जानकारी साझा की गई। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मेला के विजेताओं को बड़ी माली के रूप में 31 हज़ार और छोटी माली के रूप में 21 हज़ार की राशि दी जाएगी। कमेटी के प्रधान मोनी राम ने बताया कि यह ऐतिहासिक मेला 13 अप्रैल से 15 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न खेलों का आयोजन भी किया जाएगा। बैठक में कमेटी के सदस्य वेद प्रकाश, राम प्रशाद, मोहन लाल, सुशील, सतीश चंद्र किशोर, स्वरूप चन्द, उत्तम चन्द, ठाकुर दास, सुरेश कुमार, संसार चन्द, सुभाष चंद, राकेश कुमार, हितेश नाग आदि ने भाग लिया।
जयसिंहपुर,16 मार्च: आज को कबीर समाज सुधार सभा के वरिष्ठ सदस्यों ने सदगुरु कबीर भवन धरोड़ में बैठक की। इस बैठक में समाज में बढ़ते नशे, खासकर चिट्टे के नशे के बारे में चर्चा की गई। सभा के अध्यक्ष शक्ति चंद शास्त्री ने कहा कि आजकल नशे की लत विशेष रूप से युवा पीढ़ी को प्रभावित कर रही है, और इसके कारण कई मौतें भी हो चुकी हैं। उन्होंने सभी समाजिक संस्थाओं से आग्रह किया कि वे इस समस्या को रोकने के लिए आगे आएं। शक्ति चंद शास्त्री ने बच्चों को जागरूक करने की जरूरत पर भी जोर दिया और कहा कि अगर कोई सफेद पदार्थ खाने के लिए ऑफर करे, तो उसे कतई न लें। उन्होंने बताया कि चिट्टे के सोदागर इसे अन्य पदार्थों के साथ मिलाकर फैलाते हैं, इसलिए समाज को इसके प्रति सतर्क रहना चाहिए। इस बैठक में शक्ति चंद शास्त्री के साथ सभा के प्रधान जगदीश राम, उपप्रधान मोहिंदर सिंह कैप्टन, रि. महासचिव बाबू राम और दिनेश कुमार भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के भ्रांता पंचायत के साई दा लाहड़ गांव में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने रिश्तों की पवित्रता को तार-तार कर दिया। यहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही पति की निर्मम हत्या कर दी। मृतक की पहचान 43 वर्षीय वेद प्रकाश, जो उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के रहने वाले था, के रूप में हुई है। वेद प्रकाश कई सालों से अपनी पत्नी राजमाला, एक बेटी और एक बेटे के साथ साई दा लाहड़ में किराए के मकान में रह रहा था। पुलिस के अनुसार, वेद प्रकाश शराब का आदी था और गुरुवार रात नशे की हालत में घर लौटा। घर पहुंचने पर उसका पत्नी राजमाला से झगड़ा हुआ। इसके बाद, राजमाला ने अपने प्रेमी त्रिलोक कुमार के साथ मिलकर वेद प्रकाश की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए, उन्होंने वेद प्रकाश के चेहरे और गले पर तेजधार हथियार से कई वार किए। पुलिस को शुरुआती जांच में राजमाला की गतिविधियां संदिग्ध लगी। पूछताछ के दौरान, बिहार के रहने वाले त्रिलोक कुमार का नाम सामने आया। पुलिस ने जब राजमाला और त्रिलोक के फोन की कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो उन्हें कुछ चौंकाने वाले सबूत मिले। राजमाला और त्रिलोक की कॉल रिकॉर्डिंग में वेद प्रकाश की हत्या की साजिश रची जा रही थी। यह रिकॉर्डिंग ही इस हत्याकांड का सबसे बड़ा सबूत बनी। पुलिस के मुताबिक, राजमाला का त्रिलोक कुमार के साथ प्रेम संबंध था। इसी वजह से वेद प्रकाश और राजमाला के बीच अक्सर झगड़े होते थे। त्रिलोक और राजमाला ने मिलकर वेद प्रकाश को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। मृतक वेद प्रकाश के चचेरे भाई देवेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार पर राजमाला और त्रिलोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
जयसिंहपुर/ नरेंद्र डोगरा: राजकीय महाविद्यालय शिवनगर में दिनांक 15 मार्च 2025 को भव्य वार्षिक परितोषक वितरण समारोह का आयोजन महाविद्यालय परिसर में किया गया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व प्राचार्य डॉ. आर. आर. भाटिया और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राचार्या डॉ. राका शर्मा तथा डॉ. शमशेर सिंह ने समारोह की शोभा बढ़ाई। महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. संगीता सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत गुलदस्ते और हार पहनाकर किया। समारोह की शुरुआत राष्ट्रगीत, सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन से की गई। मंच संचालन का कार्य डॉ. नीतिका शर्मा और प्रो. विवेकानंद ने किया। इसके बाद, प्राचार्या डॉ. संगीता सिंह ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें महाविद्यालय की वर्ष भर की उपलब्धियों, कार्यक्रमों और परीक्षा परिणामों का विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और आगामी वर्षों के लिए शुभकामनाएँ दीं। वार्षिक रिपोर्ट के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें एकल पहाड़ी नृत्य, झामकड़ा, नाटी और पंजाबी नृत्य जैसे विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। इन प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम में रंग भर दिया और छात्रों की कला का शानदार प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि आर. आर. भाटिया ने पुरस्कार वितरण से पहले सभी को सम्बोधित किया और पुरस्कार विजेताओं को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने अपने बहुमूल्य अनुभव साझा करते हुए महाविद्यालय को 21,000 रुपए तथा अपनी स्व-रचित पुस्तक भेंट दी। इसके बाद, पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम हुआ। गत वर्ष बी.ए. और बी.कॉम. में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली विद्यार्थियों तमन्ना और अंजलि को पी.टी.ए. की ओर से 5100-5100 रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया। समारोह के अंत में राजेश कुमार ने सभी का धन्यवाद करते हुए कार्यक्रम का औपचारिक समापन राष्ट्रगान के साथ किया।
थाना खुंडियां के तहत सिहोरवाला पुल के पास नदी में नहा रहा एक युवक बीते रोज तेज पानी के बहाव में बह गया, जिसकी तलाश शनिवार को बारिश के बीच जारी रही। डूबने वाले युवक की पहचान 27 वर्ष दुर्गेश गांव वडगोह जिला संत कवीर नगर उत्तर प्रदेश हाल रिहायश ठाकूरद्वारा पालमपुर के रूप में हुई है। मामले की पुष्टि डी एस पी ज्वालामुखी आर पी जसवाल ने की है। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम एसडीआरएफ टीम के साथ-साथ ड्रोन कैमरे के जरिए युवक की तलाश कर रही है। बहरहाल अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है, ऐसे में युवक की तलाश उसके मिलने तक जारी रहेगी। जानकारी के अनुसार पुलिस को योगेश कुमार पुत्र बाल कृष्ण कुमार गांव वडगोह डाकघर वरवीरा तहसील महदावल जिला संत कवीर नगर उत्तर प्रदेश हाल रिहायश ठाकूरद्वारा पालमपुर ने सूचना दी कि वह पी.ओ.पी. का काम करते है। इस बीच बीते रोज सभी प्रवासी मजदूर सुजानपुर में होली मनाने आए थे और वापसी में नहाने के लिए व्यास नदी भलेठ पुल सिहोरवल्ला मे गए तो इस दौरान नहाते समय उनका भाई दुर्गश जिसे ज्यादा तैरना नही आता था वह तेज वहाव होने के कारण नदी में बह गया। उनके अनुसार अपने स्तर पर स्थानीय लोगों की सहायता से उसे ढूंढने का प्रयास किया लेकिन उसका कहीं कुछ अता पता नहीं चला। ऐसे में अब पुलिस टीम द्वारा उसकी छानबीन की जा रही है। थाना प्रभारी खुंडियां रघुजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम एस.डी.आर.एफ. टीम के साथ मिलकर उसे खोजने का प्रयास कर रही है।
रक्कड़ : मुंबई में रहने वाले हिमाचल प्रदेश के निवासियों ने आधिकारिक रूप से शिव शक्ति परिवार हिमाचल प्रदेश नामक एक नया संगठन बनाया है, जिसके तहत व्यक्तियों के संघ (AOP) का समझौता किया गया है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य fमुंबई में भव्य शिव नुआला का आयोजन करना है—यह एक पवित्र अनुष्ठान है, जो भगवान शिव के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनकी दिव्य कृपा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह संगठन सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों के प्रचार-प्रसार तथा भक्तों के बीच एकता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। संगठन में राजिंदर के. कपूर को अध्यक्ष, वीना सिप्पी उपाध्यक्ष, संजय कपूर सचिव जोगराज कपूर कोषाध्यक्ष, चोक्कस भारद्वाज मुख्य संरक्षक, दुष्यंत पाह्ल सोशल मीडिया प्रभारी एवं संयोजक बनाया गया। इसके अलावा, एक सम्मानित सलाहकार समिति भी गठित की गई है, जिसमें कैप्टन सोमराज, हुकम सिंह, अवतार सिंह, कमलेश कपूर, डॉ. रुपाली कपूर और लव कपूर शामिल हैं। संस्था के गठन पर बोलते हुए, अध्यक्ष राजिंदर कपूर ने कहा कि इस संगठन का उद्देश्य भक्तों और सांस्कृतिक प्रेमियों को एकजुट करना और अपने गृह राज्य से बाहर भी शिव नुआला का प्रचार-प्रसार करना है। यह आयोजन आस्था, भक्ति और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक होगा और एक सांस्कृतिक सेतु के रूप में कार्य करेगा, जिससे हिमाचल प्रदेश की परंपराएं मुंबई और अन्य स्थानों पर भी जीवंत बनी रहेंगी। एक सशक्त नेतृत्व टीम और समर्पित सलाहकार मंडल के साथ, शिव शक्ति परिवार हिमाचल प्रदेश धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। यह संगठन सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने और पारंपरिक मूल्यों को संरक्षित करने के लिए निरंतर कार्य करेगा।
राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय तिरुपति में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालयों की दो दिवसीय बैठक का सफल आयोजन किया गया। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई, जिनमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन, स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों का मानकीकरण, पुस्तकालय और ज्ञान संसाधनों का परस्पर आदान-प्रदान, शोधार्थियों के लिए समान शोध नियमावली, सह-निर्देशक और शोध मार्गदर्शकों की नियुक्ति, संयुक्त डिग्री और समवर्ती उपाधि प्रणाली, तीनों विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों की गतिशीलता, क्षमता निर्माण कार्यक्रमों का आयोजन, वैश्विक स्तर पर संस्कृत के प्रचार-प्रसार हेतु आपसी सहयोग, बहुविषयक और अंतःविषयक पाठ्यक्रमों का संचालन, क्रेडिट ट्रांसफर, संकाय विनिमय कार्यक्रम, ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की मान्यता, संयुक्त अनुसंधान पहल, ‘उत्कर्ष महोत्सव’ की रूपरेखा, समझौता ज्ञापन (MoU) का प्रभावी क्रियान्वयन और रणनीति, अखिल भारतीय क्षेत्रीय सामाजिक-शैक्षिक प्रतियोगिताएँ, छात्रवृत्तियों की समानता और विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता तथा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग में सुधार जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेडी, राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जी. एस. आर. कृष्णमूर्ति, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति मुरली मनोहर पाठक, परीक्षा नियंत्रक आर. जी. मुरलीकृष्ण, शैक्षणिक अधिष्ठाता पवन कुमार, मदनमोहन झा सहित तीनों केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालयों के संकायाध्यक्ष, अधिष्ठाता और उच्च प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में कुलपतियों, संकायाध्यक्षों और वरिष्ठ अधिकारियों ने विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों का गहन अध्ययन किया और उनके प्रभावी क्रियान्वयन पर सहमति व्यक्त की। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेडी ने इस अवसर पर कहा कि उच्च शैक्षिक मानकों की स्थापना, संयुक्त शोध कार्यों को प्रोत्साहन, और संस्कृत की समृद्ध धरोहर के संरक्षण व संवर्धन के प्रति संस्थानों की एकीकृत प्रतिबद्धता इस समझौते (MoU) की आधारशिला होगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह समझौता संसाधनों के साझा उपयोग, छात्र और संकाय विनिमय कार्यक्रमों के विस्तार और संयुक्त पहलों के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करते हुए एक नए युग की शुरुआत करेगा। प्रो. वरखेडी ने कौशल विकास के परिप्रेक्ष्य में पारंपरिक पाठ्यक्रमों को रोजगारोन्मुखी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि अनुसंधान आधारित नवाचारों को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने संस्कृत विश्वविद्यालयों को एक वैश्विक संस्थान के रूप में विकसित करने के लिए सामूहिक प्रयासों की महत्ता को रेखांकित किया और कहा कि संयुक्त संवाद व सहयोग के आधार पर ही संस्कृत शिक्षा के उत्थान की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालयों को वैश्विक परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए यह समझना होगा कि आज की दुनिया में भारत से क्या अपेक्षाएं हैं विश्वविद्यालयों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में खुद को स्थापित करने के लिए संगठित प्रयास करने की आवश्यकता है।वरखेडी ने यह भी सुझाव दिया कि स्थानीय और लघु उद्योगों के साथ समन्वय स्थापित कर छात्रों के कौशल विकास, इंटर्नशिप कार्यक्रमों के सुव्यवस्थित संचालन, और शिक्षकों के लिए रिफ्रेशर कोर्स और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए ताकि वे अपने विषयों में अद्यतन बने रहें। इससे न केवल छात्र संस्कृत अध्ययन की ओर आकर्षित होंगे, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता में भी अभूतपूर्व सुधार होगा। बैठक में जी. एस. आर. कृष्णमूर्ति और प्रो. मुरली मनोहर पाठक ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के क्रियान्वयन और विभिन्न शैक्षणिक क्षेत्रों में विश्वविद्यालयों द्वारा किए गए नवाचारों की जानकारी दी। बैठक में प्रो. सर्वनारायण झा, सुदेश कुमार शर्मा, बनमाली बिश्वाल, ललित कुमार त्रिपाठी, रामकांत पांडेय, ललित कुमार साहू, पी. वी. सुब्रमणियम, नारायण सिंघा, मधुकेश्वर भट्ट और डॉ. डी. दयानाथ सहित कई गणमान्य विद्वान उपस्थित रहे। बैठक का समापन संस्कृत शिक्षा के सर्वांगीण विकास और तीनों केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालयों के बीच आपसी सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता के साथ हुआ। उपरोक्त जानकारी केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर के दिल्ली स्थित मुख्यालय के डीन प्रो. मदनमोहन झा ने दी।
आज देहरा में मातृवंदना संस्थान कांगड़ा द्वारा अपनी मासिक पत्रिका का विमोचन बड़े धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम में नववर्ष की दिन दर्शिका (कलैंडर) का भी विमोचन हुआ। समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े नागरिकों और मातृ शक्ति ने इस कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त डॉ. निगम राजपूत (स्वास्थ्य विभाग) ने शिरकत की, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश सह संघचालक, अशोक शर्मा ने नागरिकों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. जगमीत बाबा ने की। मुख्य वक्ता ने अपने संबोधन में कहा कि जब हिंदू समाज विस्मृति की ओर बढ़ रहा था, तब ऐसी जागरूकता फैलाने वाली पत्रिकाओं, जैसे मातृवंदना ने समाज को जागरूक करने का कार्य किया। उन्होंने बताया कि एक समय ऐसा था जब हिंदू समाज खुद को 'हिंदू' कहने में संकोच करता था, लेकिन संघ के कार्यकर्ताओं और जागरूकता फैलाने वाली पत्रिकाओं ने समाज को न केवल जागृत किया, बल्कि राष्ट्रभक्ति का भाव भी प्रदान किया। आज हम गर्व से स्वयं को हिंदू कहने में संकोच नहीं करते हैं। अशोक शर्मा ने समाज में बढ़ते नशे के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा चलाए जा रहे पंच परिवर्तन कार्यक्रम की चर्चा की। उन्होंने कहा कि समाज की नींव कुटुंब है और एक सशक्त कुटुंब व्यवस्था ही हमारे युवाओं को नशे से दूर रखने में मदद कर सकती है। कार्यक्रम का आयोजन समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से किया गया था, और यह एक सफल प्रयास साबित हुआ।
राजकीय महाविद्यालय ढलियारा में मंगलवार को एक प्लेसमेंट सेमिनार का आयोजन किया। जिसमें बी.सी.ए, बी.बी.ए एवम एम.बी.ए. विभाग के लगभग 62 छात्रों ने हिस्सा लिया। इस दौरान एक्सिस बैंक से आये सूर्य प्रकाश एवं विजय सिंह ने युवाओं को बैंकिंग के बारे में जानकारी दी और उन्हें बताया कि कैसे वो जीवन मे अपना लक्ष्य हासिल कर सकते है। इस सेमीनार में 62 छात्रों ने हिस्सा लिया जिनमें से 35 छात्रों को अगले राउंड के लिए शार्टलिस्ट कर लिया गया। इस दौरान कालेज प्राचार्य डा अंजू चौहान ने कहा कि कॉलेज प्रशासन छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रहा है और भविष्य में भी ऐसे प्रोग्राम आयोजित करता रहेगा। इस अवसर पर प्रो सुनीता,अनीता,ओंकार भाटिया, बलवित और अमित सिंह सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।
विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल की तीन दिवसीय प्रांत अभ्यास वर्ग और प्रांत कार्यसमिति की बैठक के दौरान नये दायित्व मिलने पर कार्यकर्ताओं में प्रसन्नता और उत्साह का वातावरण देखने को मिला। इस अवसर पर संगठनात्मक जिला देहरा से ताल्लुक रखने वाले पवन बजरंगी, जो पहले विभाग सत्संग प्रमुख बिलासपुर में तैनात थे, को अब सह प्रांत सत्संग प्रमुख के नवीन दायित्व पर नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त, देहरा जिला में कई महत्वपूर्ण फेरबदल भी किए गए हैं। तरलोक चंद जी को देहरा जिला अध्यक्ष, मूनीश सूद जी को देहरा जिला मंत्री, आनंद सूद जी को रक्कड़ सह मंत्री, देसराज भाटिया को ज्वालामुखी जिला प्रचार प्रसार प्रमुख, और राजकुमार कालेश्वर महादेव को बजरंग दल के जिला सह संयोजक के रूप में नवीन दायित्व सौंपा गया हैं। ये सभी नियुक्तियाँ तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं। जिला संरक्षक मनोज भारद्वाज, उपाध्यक्ष मदन लाल, सुशील कुमार, धर्म प्रचार प्रमुख विनोद डोगरा, सत्संग प्रमुख बनीश शर्मा, जिला बजरंग दल संयोजक मुनीश गुलेरिया सहित अन्य सभी स्वयंसेवकों ने इन नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी और संगठन के वरिष्ठ अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। नवनियुक्त जिला अध्यक्ष तरलोक चंद जी ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य अब यह होगा कि वे संगठन को जिले के प्रत्येक गांव तक पहुंचाएं, ताकि हिन्दू समाज को और अधिक एकजुट किया जा सके।
आज हिमाचल प्रदेश के सभी साथियों ने आदर्श स्वाभिमान मंच के तहत प्रदेश में मौजूदा सरकार द्वारा शास्त्री पद की भर्ती प्रक्रिया को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें अध्यक्ष अध्यक्ष डॉ. संजीव शर्मा ने जानकारी दी कि सरकार ने शास्त्री भर्ती हेतु नए R&P (रूल्स एंड रेगुलेशंस) नियम लागू किए हैं, जिनका असर प्रदेश में संस्कृत शिक्षा पर प्रतिकूल रूप से पड़ सकता है। नए नियमों के अनुसार, कोई भी शास्त्री योग्यता प्राप्त छात्र जो कमीशन या बैचवाइज भर्ती के माध्यम से शास्त्री पद पर नियुक्ति चाहता है, उसे अब केवल बीए, बीएससी करने वाले उम्मीदवारों से ही प्रतियोगिता करनी होगी, जिन्होंने संस्कृत को एक ऐच्छिक विषय के रूप में लिया हो। यह बदलाव प्रदेश के संस्कृत महाविद्यालयों और धार्मिक ग्रंथों के अध्ययन को समाप्त करने का कारण बन सकता है। इसका परिणाम यह हो सकता है कि प्रदेश में संस्कृत महाविद्यालयों का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, और धार्मिक संस्कार जैसे विवाह, पूजा और अन्य कर्मकांडों को करने के लिए कोई प्रशिक्षित शास्त्री नहीं रहेगा। यह बदलाव न केवल प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को प्रभावित करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक गंभीर संकट उत्पन्न कर सकता है। अध्यक्ष डॉ. संजीव शर्मा ने सरकार से कई बार आग्रह किया है कि कृपया शास्त्री पद को समाप्त न किया जाए। यदि सरकार कोई नया नियम लागू करना चाहती है, तो इसके लिए एक समिति बनाकर विचार किया जाए ताकि प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर और शास्त्री की विद्या का संरक्षण हो सके। संजीव शर्मा ने क्षेत्रीय विधायक श्री विक्रम ठाकुर जी को एक ज्ञापन भी सौंपा और उनसे आग्रह किया कि वे इस विषय को विधानसभा में उठाएं। इस संदर्भ में आचार्य सागर शर्मा, आचार्य रंजना देवी और आचार्य सुमित शर्मा सहित अन्य साथियों ने विधायक विक्रम ठाकुर से मिलकर इस मामले को गंभीरता से उठाने का निवेदन किया।
बिलासपुर के एम्स को भ्रष्टाचार का अड्डा बताने पर पूर्व उद्योग मंत्री तथा जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक विक्रम सिंह ठाकुर ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर को अपना कद और काठी देखकर बयान बाजी करने की सलाह देते हुए रविवार को यहां जारी प्रेस बयान में कहा कि रामलाल ठाकुर द्वारा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के खिलाफ अनर्गल आरोप लगाए गए हैं जिसकी उन्हें सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के एक ऐसे नेता के खिलाफ आरोप लगाए हैं जिनकी ईमानदारी से पूरा देश वाकिफ है । विक्रम ठाकुर ने कांग्रेस नेता रामलाल ठाकुर को हार का रिकॉर्ड बनाने बाला नेता बताते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में उनको जनता ने बार-बार नकारा है । लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव में उनकी इसी कारण बार बार हार होती है क्योंकि वे अच्छे कार्यों में हमेशा विघ्न डालने का प्रयास करते हैं। एक तरफ जहां बिलासपुर में बन रहे एम्स की पूरे प्रदेश में प्रशंसा हो रही है ,वहीं दूसरी तरफ हारे और नकारे हुए नेता एम्स पर भी अनर्गल बयान बाजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं । इस तरह के नेताओं की बातों को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता है । उन्होंने रामलाल ठाकुर को सलाह दी कि वे अपनी पार्टी की चिंता करें क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने मोदी के राष्ट्रीय राजनीति में उतरने के बाद पूरे राष्ट्र में अपनी फ़जीहत करवाई है । नेशनल हेराल्ड का मामला भ्रष्टाचार का साक्षात उदाहरण है जिसमें उनके आका अभी तक जमानत पर बाहर हैं । उन्होंने रामलाल ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी के कार्यालयों से सम्बंधित टिप्पणी करने पर आडे हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में अरबों रुपए के घोटाले किए हैं । भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना कांग्रेस पार्टी के नेताओं को शोभा नहीं देता । आज हिमाचल प्रदेश के अंदर ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी कांग्रेस का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है और आने वाले दिनों में हिमाचल प्रदेश के अंदर भी कांग्रेस का सफाया तय है । रामलाल ठाकुर को कांग्रेस सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश के अंदर दी गई गारंटियों पर चिंता करनी चाहिए न कि भाजपा के कार्यालयों को लेकर शोक मनाना चाहिए । उन्होंने कहा कि जगत प्रकाश नड्डा हिमाचल प्रदेश के ही नहीं बल्कि पूरे देश के नेता हैं और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष हैं जो कि हिमाचल प्रदेश के लिए बड़े गौरव की बात है ।
केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस कार्यक्रम का संयोजन वेदव्यास परिसर के सरोजिनी महर्षि महिला अध्ययन अनुसंधान केंद्र द्वारा किया गया था। कार्यक्रम में दिल्ली से आई प्रसिद्ध अधिवक्ता नियति शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुईं। उन्होंने महिलाओं के कर्तव्यों और समाज में उनकी भूमिका पर विस्तृत उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पालन करना चाहिए, ताकि समाज में समानता और समृद्धि सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा, सीयू धर्मशाला से अंग्रेजी विभाग की सहायक प्रोफेसर मोनिका शर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुईं। उन्होंने महिलाओं को आत्म-प्रकाशन और आत्म-सम्मान के साथ कार्य करने के महत्व पर जोर दिया। उनके उद्बोधन से सभी छात्राएं प्रेरित हुईं और उन्होंने अपनी क्षमताओं को पहचानने की प्रेरणा ली। कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के जम्मू स्थित रणवीर परिसर के निदेशक प्रो. श्रीधर मिश्र भी उपस्थित रहे और उन्होंने कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। इस अवसर पर परिसर की छात्राओं द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें उनके हुनर और कला का सुंदर प्रदर्शन हुआ। उक्त समस्त कार्यक्रम की अध्यक्षता वेदव्यास परिसर की निदेशक प्रो. सत्यम कुमारी ने की। इस अवसर पर काफी संख्या में छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थे, जिन्होंने कार्यक्रम का आनंद लिया और महिलाओं के सम्मान में जागरूकता बढ़ाई।
जयसिंहपुर /नरेंद्र डोगरा: आज भाजपा जयसिंहपुर विधानसभा के तीनों मंडलों की संयुक्त बैठक होटल पीक बॉन्ड, पचरुखी में आयोजित की गई। इस बैठक में भाजपा संगठन महामंत्री सिद्धार्थन उपस्थित रहे, जिन्होंने संगठन की बारीकियों और कार्यकर्ताओं के लिए जरूरी कार्यों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। सिद्धार्थन ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा आज विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बन चुकी है, और इसका श्रेय भाजपा के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को जाता है, जिनका निरंतर परिश्रम और समर्पण पार्टी की सफलता में अहम योगदान है। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनावों में भाजपा की प्रचंड जीत का प्रमुख कारण यही है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपनी मेहनत और लगन से हर बूथ पर भाजपा को विजयी बनाया। खासकर हिमाचल की चारों लोकसभा सीटों पर भाजपा की शानदार जीत यह साबित करती है कि कार्यकर्ता किस तरह पार्टी के लिए अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। सिद्धार्थन ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि 2027 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को हर बूथ पर विजयी बनाने के लिए हमें अभी से जुट जाना होगा। हमें संगठन को और मजबूत करना होगा और हर कार्यकर्ता को अपनी जिम्मेदारी का एहसास कराना होगा। इस बैठक में कांगड़ा-चंबा क्षेत्र के पूर्णकालिक विस्तारक राजपाल सिंह, पूर्व विधायक रवि धीमान, जिला अध्यक्ष रागिनी रकवाल, मंडल अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा, हनुमत प्रसाद, उषा राणा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य घनश्याम शर्मा, महामंत्री आदर्श सूद, राजेश सुधा और ओंकार चंद भी उपस्थित रहे।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज एनएसएस इकाई और विमेन सेल, राजकीय महाविद्यालय डाडा सीबा द्वारा संयुक्त रूप से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की राजनीतिक विज्ञान विभाग की प्रोफेसर पलक सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए फेमिनिज़्म और महिलाओं की समाज में विशेष भूमिका पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने महिलाओं के कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ, जिसे डॉ. रामपाल ने प्रस्तुत किया। इस अवसर पर एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. खेम चंद, विमेन सेल की इंचार्ज शीतल, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष अंजना भी उपस्थित रही। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं के अधिकारों और उनके समाज में योगदान के बारे में जागरूकता फैलाना था, और यह आयोजन सभी के लिए प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक रहा।
केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश, सप्त सिंधु परिसर देहरा-II में समाजशास्त्र एवं सामाजिक नृविज्ञान विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन स्पर्श समिति के सदस्य डॉ. विश्व ज्योति (सह प्रोफेसर) और डॉ. श्रेया बक्शी (सहायक प्रोफेसर) ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार ने की, जिसमें सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत शोधार्थी लक्ष्मी जिन्या के प्रेरणादायक भाषण से हुई, जिसके बाद उन्होंने सभी उपस्थित शोधार्थियों और पीएचडी स्कॉलर्स से फिट इंडिया प्रतिज्ञा दिलवायी। इसके बाद, परास्नातक एवं पीएचडी विद्यार्थियों के बीच गहन तर्क-वितर्क हुआ, जिससे विचार-विमर्श और अधिक सारगर्भित हुआ। कार्यक्रम का समापन परास्नातक छात्रा नेहा ठाकुर द्वारा विभिन्न गतिविधियों, जैसे "सिमोन सेज़" और "कन्वेंस मी", के माध्यम से किया गया, जिनसे छात्रों की तर्कशक्ति और संवाद कौशल में विकास हुआ। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए बेहद प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक साबित हुआ।
विद्युत उपमंडल-2 धर्मशाला के सहायक अभियंता रमेश चंद ने बताया कि 10 मार्च (सोमवार) को विद्युत लाइनों के सामान्य रख-रखाव के चलते 11 केवी दाड़ी फीडर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों दाड़ी बाजार, आईटीआई, धौलाधार कॉलोनी, लोअर व अप्पर बड़ोल, रेनबो स्कूल, स्टेडियम रोड, कश्ममरी कॉलोनी, लोअर दाड़ी तथा साथ लगते क्षेत्रों में दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। उन्होंने बताया कि मौसम खराब होने की स्थिति में यह कार्य अगले दिन किया जाएगा। लोगों से की सहयोग की अपील।
आज राजकीय महाविद्यालय देहरा में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण धर्मशाला के सौजन्य से एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को प्राकृतिक आपदाओं जैसे आग, बाढ़ और भूकंप के कारणों और उनसे बचाव के उपायों के बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम में वंशिका सांस्कृतिक युवा कला मंच के कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से विद्यार्थियों को इन आपदाओं से बचने के विभिन्न तरीकों के बारे में बताया। नाटक के माध्यम से छात्रों को बताया गया कि आपदाओं के समय किस प्रकार की सावधानियाँ बरतनी चाहिए और क्या उपाय किए जा सकते हैं ताकि जीवन और संपत्ति को नुकसान से बचाया जा सके। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सतीश सोनी, सेवानिवृत्त आचार्य प्रो. करण पठानिया, महाविद्यालय आपदा प्रबंधन नोडल अधिकारी प्रो. मोनिका शर्मा, प्रो. निशा, डॉ. प्रवीण, डॉ. मंजू, प्रो. शिवानी गुप्ता, प्रो. दिनेश और वंशिका संस्कृत युवा मंच के कलाकार उपस्थित रहे। इस नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विद्यार्थियों को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक किया गया और साथ ही उन्हें अपने आसपास की स्थिति को समझने और आपदाओं से निपटने के लिए तैयार रहने की प्रेरणा दी गई।
केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के बलाहर स्थित वेदव्यास परिसर में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी 'सप्तसिंधु संवाद: भारत के भू-सांस्कृतिक प्रत्यभिज्ञान' का शुक्रवार को समापन हुआ। यह संगोष्ठी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग के सहयोग से आयोजित की गई थी। संगोष्ठी का उद्घाटन बुधवार को हुआ था और इस दौरान कई प्रमुख विद्वानों ने भारतीय इतिहास, पुरातत्व, साहित्य, लोककला, तीर्थ-परंपरा आदि विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इस संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मुकुल कानिटकर ने ऑनलाइन माध्यम से सप्तसिंधु क्षेत्र की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता पर प्रकाश डाला। कुलपति श्रीनिवास वरखेड़ी और राधावल्लभ त्रिपाठी ने भी संगोष्ठी को भारतीय सांस्कृतिक पुनर्जागरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया। संगोष्ठी में कुल आठ सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें प्रमुख विद्वानों ने भारतीय संस्कृति, इतिहास, साहित्य और अन्य विषयों पर गहन विचार प्रस्तुत किए। प्रमुख वक्ताओं में प्रो. संतोष कुमार शुक्ल, प्रो. कंवर चंद्रदीप सिंह, डॉ. नरेंद्र परमार, डॉ. सुदर्शन चक्रधारी, डॉ. प्रमोद कुमार बुटोलिया समेत अन्य विद्वान शामिल थे। संगोष्ठी के दूसरे दिन 'युथिका' नाट्य मंचन कार्यक्रम ने विशेष आकर्षण का केंद्र बना। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम ने श्रोताओं का दिल जीता और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण और पुनर्जागरण की महत्ता को उजागर किया। शुक्रवार को संगोष्ठी के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि कंवर चंद्रदीप सिंह ने कहा कि 'सप्तसिंधु संवाद' भारतीय सांस्कृतिक पुनरुत्थान की आधारशिला है और यह संगोष्ठी भारतीय सांस्कृतिक धरोहरों को पुनः जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। परिसर निदेशक प्रो. सत्यम् कुमारी ने इस संगोष्ठी को शोध और अनुसंधान के लिए प्रेरणादायक बताया और इसके आयोजन की सराहना की। इस मौके पर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और गैर-शिक्षक कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और संगोष्ठी को सफल बनाने में सहयोग दिया।
ज्वालामुखी मन्दिर में आरती के समय में देरी को लेकर मंदिर प्रशासन ने एक कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस मामले में पूर्व ट्रस्टी कमल किशोर ने स्पष्ट किया कि उन्होंने मंदिर प्रशासन के पास कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। उन्होंने कहा कि कुछ समाचार पत्रों में उनका नाम गलत तरीके से जोड़ा गया है, जो कि सही नहीं है। हालांकि, स्थानीय दुकानदारों द्वारा मंदिर प्रशासन के पास इस मुद्दे की शिकायत की गई थी, जिसके बाद मंदिर अधिकारी ने संबंधित कर्मचारी को नोटिस भेजा और उनसे इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा।
ज्वालामुखी उपमंडल के अंतर्गत आते स्वंतत्रता सेनानी पंडित सुशील चंद रत्न राजकीय महाविद्यालय ज्वालामुखी में NSUI इकाई विधायक संजय रत्न जी के जन्मदिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर का आयोजन करवाने जा रही है। ये जानकारी जिला कांगड़ा एनएसयूआई उपाध्यक्ष नीरज राणा ने मीडिया के माध्यम से दी। राणा ने कहा कि रक्तदान जीवन का सबसे बड़ा महादान है, जिससे किसी के जीवन को बचाया जा सकता है। उन्होंने विधानसभा के समस्त युवा साथियों से तथा जनता से अपील की है कि वे इस रक्तदान शिविर में जरूर भाग लें।। इस मौके पर कैंपस अध्यक्ष शाहिद, सोशल मीडिया अनुज, आदित्य , तुषार, रोहित,अर्शिता,अक्षिता, महक,तथा अन्य एनएसयूआई सदस्य मौजूद रहे।
प्रत्येक जरूरतमंद व्यक्ति को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में बनी प्रदेश सरकार द्वारा गरीब कल्याण की जितनी भी योजनाएं चलाई जा रही है उनका लाभ पात्र लोगों तक पहुंचे इसके लिए सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय रतन ने बुधवार को लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह ज्वालाजी में पात्र लाभार्थियों को विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत सहायता राशि के चेक वितरित करने के उपरांत यह उद्गार व्यक्त किए। संजय रतन ने ज्वालामुखी में विधायक ऐच्छिक निधि के 109 लाभार्थियों को 13 लाख रुपये, मुख्यमंत्री राहत कोष के 33 लाभार्थियों को 4 लाख रुपये, एसडीआरएफ रिलीफ के तहत 29 लाभार्थियों को 75 लाख रुपए के चेक वितरित किए। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी यह सुनिश्चित करें कि उनके विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी और उनके लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया स्वयं एक सामान्य परिवार से आते हैं इसलिए वे आम जनमानस के दुख तकलीफों को समझते हैं। उन्होंने कहा कि आम व्यक्ति को ध्यान में रखकर ही सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। बकौल विधायक, ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में आम लोगों की समस्याओं से वे भली भांति वाकिफ हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सड़क, बिजली व पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को ओर बेहतर बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं को लेकर लोगों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। विधायक ने कहा कि वे हर समय ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र की जनता के लिए उपलब्ध हैं। यदि किसी को कभी लगता है कि उनकी समस्या की सुनवाई नहीं हो रही है तो वे उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं। यह रहे उपस्थित इस दौरान एसडीएम ज्वालामुखी डॉ. संजीव शर्मा, तहसीलदार ज्वालामुखी राहुल, तहसीलदार खुंडिया शिवानी भारद्वाज, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग मुनीश गर्ग, अधिशाषी अभियंता विद्युत विभाग कर्ण पटियाल, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग भारत भूषण सहित स्थानीय लोग मौजूद रहे।
पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि नगरोटा विस क्षेत्र में ग्रामीण विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। सभी पंचायतों के विकास के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है ताकि चरणबद्व तरीके से पंचायतें विकसित हो सकें। मंगलवार को भुनेड़ तथा ठारू पंचायतों में विधायक आपके द्वार कार्यक्रम के तहत लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि भुनेड़ तथा ठारू पंचायतों में विकास कार्यों पर गत दो वर्षों में दस करोड़ के करीब राशि व्यय की गई है ताकि इन पंचायतों का समग्र विकास सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि नगरोटा विस क्षेत्र को आदर्श विस क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि विकास पुरूष जीएस बाली का नगरोटा विस क्षेत्र के विकास में अमूल्य योगदान रहा है तथा उनको आदर्श मानते हुए विकास कार्यों को गत दी जा रही है तथा सभी अधिकारियों को विकास कार्यों को तत्परता के साथ समयबद्व पूरा करने के निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सुक्खू के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार ने समाज के वंचित वर्गों के उत्थान और उनके सम्मानजनक जीवन के लिए कई कल्याणकारी पहल की हैं। मुख्यमंत्री विधवा एवं एकल नारी आवास योजना’ के तहत वित्तीय सहायता में भी वृद्धि की है। योजना के तहत अब विधवा और एकल महिलाओं को मकान बनाने के लिए सहायता राशि डेढ़ लाख रुपये से बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वंचित वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है और सरकार बेघर परिवारों को आश्रय प्रदान कर उनके जीवन स्तर में सुधार ला रही है। उन्होंने भुनेड़ में ब्रिज के पिलर की मुरम्मत करने के निर्देश दिए। महिला मंडल भवन के लिए दो कमरे बनाने की घोषणा की। उन्होंने बच्चों के खेलने के लिए चिल्ड्रन पार्क और सार्वजानिक पुस्तकालय बनाने की भी घोषणा की।
उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय की ओर से शिक्षा का अधिकार 2009 तथा निशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2011 हिमाचल प्रदेश में निहित प्रावधानों के अनुसार जिले के सभी निजी पाठशालाओं के प्रबंधक व विद्यालय मुखिया से शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए मान्यता के नवीनीकरण व 2025-2030 सत्र के लिए मान्यता हेतु आनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। यह जानकारी देते हुए उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा अजय सिंह ने बताया कि मान्यता के नवीनीकरण हेतू सम्बन्धित विद्यालय को वेवसाईट www.emerginhimachal.in पर लॉगइन करना होगा। उन्होंने बताया कि प्री प्राइमरी से पांचवी तक कक्षा वाले विद्यालय संबंधित प्रारंभिक खंड शिक्षा अधिकारी को अपने आवेदन निर्धारित शुल्क के साथ ऑनलाइन प्रेषित करें। वहीं प्राइमरी से आठवीं व छठी से आठवीं तक की कक्षाओं वाले विद्यालय उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा कार्यालय को आवेदन निर्धारित शुल्क सहित ऑनलाइन प्रेषित करेंगे। उन्होंने बताया कि आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 मार्च 2025 रहेगी। इसके उपरांत ऑनलाइन किए गए आवेदनों की जांच की जाएगी तथा त्रुटियां पाए जाने पर ऑनलाइन ही आवेदन वापिस विद्यालय को भेज दिए जाएंगे। सम्बन्धित पाठशालाओं को त्रुटियों के निवारण उपरान्त अपना आवेदन पुनः प्रेषित करना होगा। उन्होंने बताया कि सही आवेदनों को ऑनलाइन ही मान्यता पत्र व मान्यता नवीनीकरण पत्र जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सत्र 2025-26 में केवल वही विद्यालय विद्यार्थियों को दाखिला दे पाएंगे जिनके पास विभाग द्वारा मान्यता सम्बन्धी प्रमाण पत्र होंगे। मान्यता पत्र व मान्यता नवीनीकरण पत्र के बिना संचालित होने वाले विद्यालयों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। मान्यता प्रक्रिया संबंधित विस्तृत जानकारी कार्यालय की वेबसाइट www.ddee.org.in पर उपलब्ध है।
फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत स्थित राजा का तालाब बस अड्डे के पास मंगलवार सुबह जसूर-तलवाड़ा मार्ग पर एक शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों ने सुबह करीब 6 बजे शव को बस ठहराव राजा का तालाब के पास पड़ा देखा और इसकी सूचना तुरंत पुलिस थाना रेहन को दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल नूरपुर भेज दिया। मृतक की पहचान 54 वर्षीय गगन सिंह उर्फ राजू, निवासी धमेटा के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि मृतक एक निजी बस का ड्राइवर था। सूत्रों के मुताबिक, गगन सिंह बीती रात किसी एक क्षेत्र में बारात छोड़ने के बाद वापस लौटते समय राजा का तालाब में बस से उतर गए थे, जहां उनकी मौत हो गई। फिलहाल, मौत के कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा।