रोहिंग्याओं को इस आइलैंड पर छोड़ रहा बांग्लादेश

रोहिंग्या शरणार्थियों को लेकर एक बार फिर बांग्लादेश चर्चे में है। यहां की सरकार 1600 से अधिक शरणार्थियों को बंगाल खड़ी पर स्थित 'भासन चार' नाम के एक आइलैंड पर भेज रही है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि यह प्रक्रिया किसी ज़ोर ज़बरदस्ती के बिना की जा रही है, लेकिन कुछ मानवधिकार समूहों ने इस प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं।
एक अनुमान के मुताबिक, बांग्लादेश के Cox's Bazar में करीब 8 लाख से ज्यादा रोहिंग्या शरणार्थी रह रहे हैं, लेकिन अब धीरे-धीरे इनमें से करीब 1 लाख शरणार्थियों को यहां से दूर 'भासन चार' आईलैंड पर भेजा जा रहा है।
आपको बता दें कि 'भासन चार' आईलैंड बंगाल की खाड़ी पर बसा है। ये आइलैंड हिमालय की गाद से बना था व इसको 20 साल पहले समुद्र में खोजा गया था। यहां का अधिकांश हिस्सा मानसून के दौरान जलमग्न रहता है व यहां अक्सर बाढ़ आ जाती है। खबरों की मानें तो बांग्लादेश सरकार इस आईलैंड पर हजार से ज्यादा बिल्डिंग बनाने की तैयारी में है जिनमें लाखों रोहिंग्या शरणार्थियों को रखा जाएगा।
वहीं, एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये कहना मुश्किल है कि 'भासन चार' आईलैंड इंसानों के रहने लायक है या नहीं। बिना ठोस योजना और सहमति के रोहिंग्याओं को यहां भेजना एक नई मुसीबत को बुलावा दे सकता है। इस आईलैंड पर बाढ़ और साइक्लोन का खतरा मंडराता रहता है।
ज्ञात रहे रोहिंग्या शरणार्थियों को भासन चार भेजने की योजना साल 2017 से चल रही है। 2018 में PM शेख हसीना ने कहा था कि ये केवल अस्थाई व्यवस्था होगी।