युद्ध के 13वें दिन रूस ने यूक्रेन के सूमी शहर में की बमबारी
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा पिछले महीने विशेष सैन्य अभियान की घोषणा के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए हैं। रूस ने यूक्रेन के पांच शहरों में की युद्ध विराम की घोषणा की है। रूस का कहना है कि उसने मानवीय गलियारे खोलने का फैसला किया है। जिसमें अधिकांश मार्ग रूस या उसके सहयोगी बेलारूस की ओर जाते हैं। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के 13वें दिन भी जंग जारी है। युद्ध के 13वें दिन रूस ने मंगलवार को कीव, चेर्निहाइव, सुमी, खार्किव और मारियुपोल शहरों में मानवीय कारिडोर को खोलने के लिए युद्ध विराम की घोषणा की है। जिसमें अधिकांश मार्ग रूस या उसके सहयोगी बेलारूस की ओर जाते हैं। हालांकि, यूक्रेन ने रूस के इस कदम को एक पब्लिसिटी स्टंट बताया है। यूक्रेन ने कहा कि रूस लगातार उन पर हमले कर रहा है। हालांकि, यूक्रेन ने रूस के इस कदम को एक पब्लिसिटी स्टंट बताया है।
भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा भारत ने यूक्रेन से सभी निर्दोष नागरिकों, भारतीय नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की मांग की है। दोनों पक्षों से हमारे आग्रह के बावजूद सूमी में फंसे हमारे छात्रों के लिए सुरक्षित गलियारा नहीं बन पाया। रूस ने मंगलवार को कीव, चेर्निहाइव, सुमी, खार्किव और मारियुपोल शहरों में मानवीय कारिडोर को खोलने के लिए युद्ध विराम की घोषणा की है। यूक्रेन में मास्को के समय अनुसार सुबह 10 बजे से युद्ध विराम की घोषणा की गई है। रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा सोमवार को बेलारूस में रूस और यूक्रेन के बीच तीसरे दौर की वार्ता हुई। बैठक में दोनों पक्षों ने नागरिकों को निकालने के मुद्दों पर जोर दिया।
UNSC की बैठक में टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत पहले ही यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों को मानवीय सहायता भेज चुका है। इनमें दवाएं, टेंट, पानी के भंडारण टैंक, अन्य राहत सामग्री शामिल हैं। हम अन्य आवश्यकताओं की पहचान करने और उन्हें भेजने की प्रक्रिया में हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर स्पेशल फ्लाइट रोमानिया से दिल्ली पहुंची। यूक्रेन से लौटे एक छात्रा ने बताया कि दूतावास की एडवाइजरी आने के बाद हम खारकीव से निकले और पिसोचिन तक 25 किलोमीटर का सफर पैदल तय किया।