16 की उम्र में घर से भाग की शादी, फिर 6 साल छोटे पंचम दा से हो गया प्यार

पूरी दुनिया को अपने सुरों से कायल बनाने वाली आशा भोसले आज अपना 86वां जन्मदिन मना रही हैं। आशा ने 20 भाषाओँ में लगभग 14 हज़ार से अधिक गीतों को अपनी आवाज से अमर किया है और स्वर कोकिला लता मंगेशकर के बाद संभवतः वे हिंदुस्तान की सबसे बड़ी और नायाब गायिका है। उनके जन्मदिन पर हम आपको अवगत करवा रहे है उनके जीवन के कुछ पहलुओं से:
10 साल की उम्र में शुरू किया गाना
आशा भोसले लता मंगेशकर की छोटी बहन हैं। आशा ने बड़ी बहन लता मंगेशकर की जिम्मेदारियों को कम करने के लिए 10 साल की उम्र में ही गाना शुरू कर दिया था। उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर मशहूर क्लासिकल सिंगर थे।
लता के सेक्रेटरी से हुआ प्यार
आशा ने 16 साल की उम्र में भागकर शादी की थी। दरअसल आशा को लता मंगेशकर के सेक्रेटरी गणपतराव भोसले से प्यार हो गया था। उस समय वे सिर्फ 16 साल की थी और गणपतराव 31 साल के थे। परिवार के विरडोह क बाद आशा और गणपतराव ने भागकर शादी कर ली थी।
पति के घर से भाग आई प्रेग्नेंट आशा
आशा और गणपतराव की शादी ज्यादा दिन नहीं चल पाई।आशा भोसले के अनुसार गणपतराव के परिवार ने उनके साथ मारपीट की कोशिश भी की जिसके बाद वह गणपतराव का घर छोड़कर आ गई। जब आशा ताई अपने घर वापिस आईं उस समय प्रेग्नेंट थीं।
6 साल छोटे आरडीए बर्मन से हुआ प्यार
फिल्म 'तीसरी मंजिल' के दौरान आशा की मुलाकात आरडी बर्मन से हुई और उन्हें फिर से प्यार हो गया। इसके पंचम दा और आशा ने 1980 में शादी कर ली। यहां एक बात खास है कि आरडी बर्मन, आशा से 6 साल छोटे थे।
पंचम के जाने के बाद टूट गई थी आशा
शादी के 14 साल बाद पंचम दा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया और आशा इस हादसे से पूरी तरह टूट गयी। पर खाना बनाने की आदत से उनकी जिंदगी बच गई। वे अक्सर उदास मन के साथ रसोई में चली जातीं और खाना बनाने लगतीं। धीरे-धीरे उन्हें लगने लगा कि वो जो खाना बना रही हैं उसको लोगों के हिसाब से स्वादिस्ट होना चाहिए। और खाना बनाते हुए आशा ने जिंदगी को ख़ूबसूरती के साथ जीना शुरू कर दिया।
छोटे बेटे आनंद करते है देखभाल
आशा के बड़े बेटे का नाम हेमंत था जिनका निधन हो चुका है। भोसले की बेटी वर्षा ने 8 अक्टूबर 2012 में सुसाइड कर लिया था। आशा ताई के सबसे छोटे बेटे आनंद भोसले इन दिनों उनकी देखभाल कर रहे हैं।
ग्रैमी के लिए नॉमिनेट होने वाली पहली भारतीय
आशा को 7 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड , 2 बार नेशनल अवॉर्ड, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है। 1997 में आशा भोसले पहली भारतीय सिंगर बनी जिन्हें ग्रैमी अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट किया गया था।