हिमाचल प्रदेश में 28 जून को मानसून पहुंचने का पूर्वानुमान है। 26 जून से प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू होगा। रविवार को कई क्षेत्रों में मौसम खराब बना रहने के आसार हैं। 24 और 25 जून को धूप खिली रहने की संभावना है। शनिवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में बादल छाए रहे। बारिश नहीं होने से मौसम में उमस बढ़ गई है। राजधानी शिमला में शनिवार को दिन भर बादल छाए रहे। प्रदेश के मैदानी जिलों में भी हल्के बादल छाए रहने के साथ धूप खिली। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि 26 जून से प्रदेश में बारिश शुरू होगी। 27 और 28 जून को अधिक बारिश होने के आसार हैं। 28 जून तक प्रदेश में मानसून के दस्तक देने की संभावना है। मानसून इस वर्ष सामान्य तारीख को ही हिमाचल में प्रवेश कर सकता है। उन्होंने बताया कि रविवार को कई जगह बादल बरसेंगे। 24 और 25 जून को मौसम साफ बना रहेगा।
**सरकार बनाने के सपने छोड़ दे जयराम! **अपने नौ विधायकों की करें चिंता आने वालो दिनों में बीजेपी के 9 विधायकों की सदस्यता जा सकती है। ये बयान प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज हमीपुर में दिया है। दरअसल सीएम सुक्खू आज हमीरपुर में कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा के नामांकन में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी के नौ विधायकों ने बीते बजट सत्र के दौरान विधानसभा में गुंडागर्दी की थी, स्पीकर के सामने सदन पटल पर रखे कागजात को फाड़कर हवा में लहराया था। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की ओर से दी गई याचिका पर स्पीकर को फैसला लेना है और कांग्रेस विधायक दल ने इस मामले में जल्दी फैसला लेने का आग्रह किया है। अगर ये नौ विधायक अयोग्य घोषित हुए तो दोबारा चुनाव में एक-दो ही गलती से जीतकर आएंगे। इससे कांग्रेस विधायकों की संख्या 50 तक पहुंच सकती है। अब ऐसा होता है या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन अगर ऐसा हुआ तो भारतीय जनता पार्टी की परेशानी बढ़ सकती है।
हिमाचल में बनी 22 दवाओं के सैंपल फेल हो गए हैं। हिमाचल समेत देश में निर्मित 52 दवाएं मानकों पर खरा नहीं उतरी हैं। पांवटा साहिब की दवा कंपनी जी लेबोरेटरी के तीन और झाड़माजरी के डेक्सीन फार्मा के दो सैंपल एक साथ फेल हुए हैं। ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने बताया कि फेल होने वाली दवा उद्योगों को नोटिस जारी किए जाएंगे। बाजार से स्टॉक को वापस मंगवाया जाएगा। मई के ड्रग अलर्ट में यह सैंपल फेल हुए हैं। हिमाचल में दवा के सैंपल लेने का अनुपात अन्य राज्यों से 90 फीसदी अधिक है। केंद्रीय औषधि नियंत्रण संगठन ने मई में देशभर में दवाओं के सैंपल लिए। इसमें देश में 52 दवाएं मानकों पर सही नहीं पाई गई। सिरमौर के पांच, ऊना का एक और 16 सैंपल सोलन जिले के फेल हुए हैं। इसमें गले का इंफेक्शन, उच्च रक्तचाप, कैंसर, दर्द, जीवाणु संक्रमण, अल्सर, खांसी, एलर्जी, वायरस संक्रमण, एसिडिटी, खुजली और बुखार की दवा के सैंपल सही नहीं पाए गए हैं। बरोटीवाला के झाड़माजरी के स्काटाडलि कंपनी की बीपी की मेट्रोप्रोजल, झाड़माजरी डेक्सीन फार्मा की गले के इंफेक्शन की सेफुरोक्साइम और संक्रमण की दवा सेफिक्सिम, बद्दी की विंगस बायोटेक की कैंसर की दवा प्रेडनिसोलोल, ऊना के टाहलीवाल स्थित न्यूरो पैथिक की अल्फा लिपोईक एसिड, लोदी माजरा की नवकार कंपनी की उच्च रक्तचाप, पांवटा साहिब के पेस बायोटक कंपनी की जीवाणु संक्रमण, बद्दी के बायो एटलस फार्मा की बीपी की दवा टेलमीसार्टन, बद्दी की हिल्लर लैब की अल्सर की दवा पेंटा प्रोजोल, बरोटीवाला की डब्लयूपीबी फार्मा की खांसी की दवा लेवोसाल, पांवटा की जी लेबोरेटरी की एलर्जी की दवा डेक्सामेथासोन इंजेक्शन, बद्दी के गल्फा लेबोट्री की दर्द की दवा डेक्लोफेनाक के सैंपल फेल हुए हैं। काठा स्थित एलियन बायोटेक कंपनी की एलर्जी की मोंटीलुकास्ट, पांवटा की जी लेबोरेटरी की बैक्टीरिया की सेफ्ट्रिएक्सोन, बरोटीवाला की फार्मा रूट्स हेल्थ केयर की उच्च रक्तचाप की दवा रेमीजोल, झाड़माजरी की केप टेप कंपनी की बैक्टीरिया की दवा सेफ्ट्रिएक्सोन, पांवटा साहिब की जी लेबोरेटरी की नेत्र संक्रमण की जेटामाईसीन, कालाअंब की इंटीग्रेटेड कंपनी की वायरस संक्रमण की दवा सेक्ट्राई एक्सन, बद्दी की विंग्स नोविटास हेल्थकेयर कंपनी की इंफेक्शन की दवा मोक्सीटेस, बद्दी के एलवी लाइफ साइंस की एसिडिटी की दवा रेबोप्रोजोल, नालागढ़ के मझोली की रेकिन केयर लाइफ कंपनी की दर्द और बुखार की दवा लेबोटेज, सोलन को बड़ोग के रोमा फार्मा की दर्द और बुखार की दवा एसिक्लोफेनाक दवा के सैंपल मानकों पर खरा नहीं उतरे हैं।
निदेशक, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले राम कुमार गौतम ने बताया कि प्रदेश सरकार उपभोक्ताओं को ओटीपी के माध्यम से राशन वितरित करने के लिए 20 जून से 30 जून, 2024 तक ट्रायल रन करवाएगी। इसके अंतर्गत उचित मूल्य दुकानधारकों द्वारा राशन कार्ड में दर्ज सदस्यों में से किसी एक सदस्य के आधार से जुड़े मोबाईल नम्बर पर ओटीपी भेजा जाएगा तथा उनसे मोबाईल पर सम्पर्क करके ओटीपी की जानकारी ली जाएगी। प्रदेश में वर्तमान में कुल 1960467 राशन कार्ड धारक हैं जिनकी संख्या 7299045 है। इनमें से 99.84 प्रतिशत लोगों के आधार तथा 94.40 प्रतिशत का मोबाईल नम्बर दर्ज किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को ओटीपी प्राप्त होने के बारे में जानकारी हां या न में देनी होगी तथा ओटीपी किसी भी उचित मूल्य दुकानदार या अन्य किसी भी व्यक्ति के साथ साझा नहीं करना है। उन्होंने कहा कि इस ट्रायल का उद्देश्य भविष्य में बायोमेट्रिक सेल में किसी प्रकार की समस्या आने पर ओटीपी के माध्यम से राशन वितरित करने की सम्भावना को तलाशना है ताकि उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि सभी दुकानदार, प्रत्येक राशनकार्ड में दर्ज किसी एक व्यक्ति के मोबाईल पर ओटीपी भेज कर उस व्यक्ति से फोन पर सम्पर्क करके ओटीपी प्राप्त होने की पुष्टि करेंगे। यदि ओटीपी उपभोक्ता को प्राप्त होता है तो वे उस सदस्य की प्रविष्ट अपने पास दर्ज कर लेंगे ताकि भविष्य में राशन लेने के लिए उसके मोबाईल पर ओटीपी भेजा जा सके। यदि उस व्यक्ति के मोबाईल पर ओटीपी नहीं आता है तो उचित मूल्य दुकानधारक उसी राशन कार्ड में दर्ज किसी अन्य व्यक्ति के मोबाईल पर ओटीपी भेजेगा और ओटीपी प्राप्ति की पुष्टि होने के बाद सम्बंधित व्यक्ति का रिकार्ड अपने पास दर्ज कर लेगा। उन्होंने कहा कि सभी उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वे केवल ओटीपी प्राप्त होने या न होने के बारे में जानकारी उचित मूल्य दुकानधारक के साथ साझा करें और किसी भी सूरत में ओटीपी उचित मूल्य दुकानधारक या किसी अन्य व्यक्ति के साथ साझा न करें। जब कोई व्यक्ति स्वेच्छा से ओटीपी के माध्यम से राशन लेना चाहेगा उस स्थिति में ही राशन कार्ड ओटीपी उचित मूल्य दुकानधारक के साथ साझा करेगा।
हर महीने की तरह इस बार भी हिमाचल में बनीं सात दवाओं समेत देशभर की 50 दवाएं मानकों पर सही नहीं उतरी हैं। मई माह में ड्रग अलर्ट में इसका खुलासा हुआ है। प्रदेश में संक्रमण, उच्च रक्तचाप, मांसपेशियों की कमजोरी, बुखार, अल्सर और खांसी की दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। सोलन जिले की चार, सिरमौर जिले की दो व ऊना के एक दवा केंद्रीय औषधि नियंत्रण संगठन ने देशभर के दवा उद्योगों से सैंपल लिए थे। इनमें हिमाचल के सात सैंपल सही नहीं पाए गए। हिमाचल में औद्योगिक क्षेत्र झाड़माजरी की अमेस्टर लैब कंपनी की संक्रमण की दवा सेफिक्सीम, सिरमौर के कालाअंब स्थित विद्याशय फार्मास्युटिकल कंपनी की उच्च रक्तचाप की दवा कार्वेडिलोल, बद्दी के संडोली स्थित हेल्थ बायोटेक कंपनी की मांसपेशियों की कमजोरी की दवा नियोस्टिग्माइन मिथाईल, सिरमौर के कालाअंब स्थित कासपेन फार्मास्युटिकल कंपनी की बुखार की दवा डाईफेंहाइड्रमिन, बद्दी के मानपुरा स्थित वीआईपी फार्मास्युटिकल कंपनी की अल्सर की दवा रेबिप्रोजोल, ऊना जिले की स्विश गेम्स बायोटेक कंपनी की उच्च रक्तचाप की दवा टेलमीसार्टन, साई रोड़ बद्दी स्थित एमडीसी फार्मास्युटिकल कंपनी की खांसी की दवा एसिटाइलसिस्टी एब्रोक्सोल दवा के सैंपल मानकों पर सही नहीं पाए गए। राज्य ड्रग नियंत्रक मनीष कपूर ने सैंपल फेल होने की पुष्टि करते हुए बताया कि विभाग ने जिन उद्योगों के सैंपल फेल हुए है ,उन्हें नोटिस जारी कर दिए हैं। इन उद्योगों को बाजार से स्टॉक वापस मंगवाने को कहा गया है। विभाग की ओर से अपने स्तर पर इन दवाओं के सैंपल भी लिए जाएंगे
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज यहां प्रदेश मंत्रिमण्डल की बैठक में पुलिस विभाग में आरक्षी (कांस्टेबल) के 1226 पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों की अधिकतमत आयु सीमा में एक वर्ष की छूट देने को स्वीकृति प्रदान की गई। इस छूट के साथ अब सामान्य वर्ग के उम्मीदवार 18 से 26 वर्ष की आयु तक, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, गोरखा, प्रतिष्ठित खिलाड़ी 18 से 28 वर्ष तक और होमगार्ड 20 से 29 वर्ष की आयु तक पुलिस विभाग में कांस्टेबल पद की भर्ती के लिए पात्र होंगे। मंत्रिमण्डल ने नौनिहालों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षा विभाग में 6297 प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा प्रशिक्षकों की नियुक्ति सहित विभिन्न सरकारी विभागों में 6630 से अधिक पद सृजित कर इन्हें भरने को स्वीकृति प्रदान की। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में चिकित्सा अधिकारियों के 200 पद सृजित करने और भरने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त, मंत्रिमण्डल ने राज्य के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रोफेसर, एसोशिएट प्रोफेसर तथा सहायक प्रोफेसर के 22 पद भरने को मंजूरी प्रदान की। लोगों को घर-द्वार के निकट बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए डॉ. यशवंत सिंह परमार राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, नाहन में प्रोफेसर के तीन तथा एसोशिएट प्रोफेसर के दो पद, श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, नैरचौक, मंडी में प्रोफेसर के दो तथा एसोशिएट प्रोफेसर का एक पद, पंडित जवाहर लाल नेहरू राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय चंबा में विभिन्न विभागों में प्रोफेसर के चार तथा एसोशिएट एवं सहायक प्रोफेसर के पांच-पांच पद भरे जाएंगे। इसके अतिरिक्त टांडा चिकित्सा महाविद्यालय में आपाकालीन चिकित्सा अधिकारी के आठ पद सृजित कर भरने तथा चंबा चिकित्सा महाविद्यालय में सहायक प्रोफेसर के पांच पद सृजित कर भरने सहित दोनों चिकित्सा महाविद्यालयों में ट्रॉमा सेंटर क्रियाशील बनाने के लिए स्टाफ नर्स, ऑपरेशन थियेटर सहायक, तकनीशियन, मल्टी टास्क वर्कर इत्यादि सहायक स्टाफ को नियुक्त करने को स्वीकृति प्रदान की गई। मंत्रिमण्डल ने हिमाचल प्रदेश प्रशासनिक ट्रिब्यूनल में विभिन्न श्रेणियों के 84 पद सृजित कर भरने का निर्णय लिया गया। बैठक में राज्य में नवगठित फोर लेन नियोजन क्षेत्रों के लिए नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग में विभिन्न श्रेणियों के 13 पदों को भरने की स्वीकृति प्रदान की गई। युवा सेवाएं एवं खेल विभाग में युवा आयोजकों के चार पद भरने को भी स्वीकृति प्रदान की गई। राज्य सरकार और राज्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, बोर्डों, निगमों, स्थानीय निकायों के अंतर्गत ग्रुप सी के पदों की सीधी भर्ती को हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग के तहत लाने का निर्णय लिया। मंत्रिमण्डल ने जिला कांगड़ा के देहरा में लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय खोलने को स्वीकृति प्रदान की। हालांकि देहरा विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण इस संबंध में अधिसूचना बाद में जारी की जाएगी। बैठक में जिला ऊना के हरोली में विद्युत बोर्ड का मण्डलीय कार्यालय खोलने को भी मंजूरी प्रदान की गई। मंत्रिमण्डल ने प्रदेश में पर्यटन को प्रोत्साहन प्रदान करने और होम-स्टे का सुव्यवस्थित संचालन सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश तैयार करने के लिए उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान की अध्यक्षता में एक मंत्रिमण्डलीय उप-समिति भी गठित करने का निर्णय लिया। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी इस समिति के सदस्य होंगे। इसके अलावा संसाधनों के सृजन के लिए सुझाव देने के उद्देश्य से उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में मंत्रिमण्डलीय उप-समिति को स्वीकृति प्रदान की गई। कृषि मंत्री चंद्र कुमार, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी इस उप-समिति के सदस्य होंगे। मंत्रिमण्डल ने प्रदेश में वनों की आग, सूखे की स्थिति, जल संकट और मानसून की स्थिति की भी समीक्षा की।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि प्रदेश में सूखे की स्थिति के मद्देनज़र लोगों को पेयजल के साथ-साथ अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में प्राकृतिक स्त्रोतों में पेयजल की कमी, पेयजल आपूर्ति, पेयजल वितरण व पेयजल योजनाओं को हुए नुकसान की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। इस गंभीर स्थिति से निपटने और लोगों को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि हालात सामान्य होने तक जल शक्ति विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। विभाग द्वारा सख्त दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि सभी अधिकारी और कर्मचारी अपने कार्यालयों में उपस्थित रहेंगे। यदि कोई अधिकारी, कर्मचारी छुट्टी पर है तो वह तुरंत अपने तैनाती कार्यालय में रिपोर्ट करें। उन्होंने कहा कि विभाग के प्रमुख अभियंता, मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंताओं को पेयजल आपूर्ति की कमी से संबंधित समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि राज्य की जनता को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए व्यापक स्तर पर कदम उठाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
हिमाचल प्रदेश उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने दो विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। हिमाचल की हमीरपुर सीट के लिए कांग्रेस ने पुष्पेंद्र वर्मा को टिकट दिया है तो वहीं नालागढ़ के लिए हरदीप सिंह बावा को कैंडिडेट बनाया है। फिलहाल, देहरा विधानसभा के लिए कांग्रेस ने अभी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है। हमीरपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा विधानसभा 2022 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। त्रिकोणीय मुकाबले में वह दूसरे नंबर पर रहे थे, जबकि भाजपा के प्रत्याशी तीसरे नंबर पर। उस वक़्त इंडिपेंडेंट कैंडिडेट आशीष शर्मा ने जीत हासिल की थी। अब इस बार दूसरी बार पुष्पेंदर वर्मा और आशीष शर्मा आमने सामने है। उधर, नालागढ़ सीट से हरदीप सिंह बावा भी पहले कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। 2022 के आम चुनावों में कांग्रेस की ओर से हरदीप सिंह बावा कांग्रेस, लखविंद्र राणा बीजेपी और केएल ठाकुर ने आजाद प्रत्याशी के तौर पर लड़ा था।
गर्मी से झुलस रहे हिमाचल के लिए बड़ी खुशखबरी है। अगर मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही रहा तो हिमाचल में 18 जून से मौसम बदलना शुरू हो जाएगा। मौसम के करवट बदलते ही 19 से 21 जून के बीच हिमाचल के कई हिस्से राहत की रिमझिम से रू-ब-रू होंगे। मौसम विभाग की मानें तो 19 जून से हिमाचल में प्री मानसून की बारिश शुरू हो जाएगी और उसके बाद 21 जून तक इसका असर रहेगा। फिर 22 जून को ड्राई मौसम का अनुमान है, जबकि इसके बाद फिर मानसून शुरू हो जाएगा। मौसम में संभावित परिवर्तन की बावजूद 17 और 18 जून को भी प्रदेश के कई क्षेत्रों में हीटवेव का असर देखने को मिलेगा। इस दौरान अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास रह सकता है। पिछले 24 घंटे में भी मौसम विभाग के अनुसार राज्य के सिरमौर और मंडी में गंभीर हीट वेव देखने को मिली है, जबकि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन, कांगड़ा और कुल्लू में भी गर्मी का असर देखा गया है। यदि तापमान की बात करें तो सबसे ज्यादा तापमान कांगड़ा के देहरा गोपीपुर में 40 डिग्री दर्ज किया गया है, जबकि सबसे कम लाहुल -स्पीति के कुकुमसेरी में 7.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया है। पिछले 24 घंटे में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई अंतर नहीं आया है। मौसम विभाग के अनुसार एक नया पश्चिम विक्षोभ तैयार हो रहा है, जिसका असर दो दिन के बाद से देखने को मिलेगा।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की बेटी आस्था अग्निहोत्री ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में सहायक आचार्य का पदभार संभाला। विवि के यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज यूआईएलए में आस्था की सहायक आचार्य के पद पर नियुक्ति हुई है। बीते शुक्रवार को हुई कार्यकारिणी परिषद की बैठक में विधि विभाग के दो, मैनेजमेंट के तीन, सहायक आचार्य पदों के लिफाफे खोले गए थे। इसमें उपमुख्यमंत्री की बेटी आस्था अग्निहोत्री भी शामिल थीं। शनिवार को पदभार संभालने के बाद डा. आस्था अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी सांझा की।
**योजनाओं की समयबद्ध समीक्षा और समुचित निगरानी के निर्देश दिए कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने बीते रोज़ कृषि विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। कृषि मंत्री ने विभागीय गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों को लाभान्वित करने के लिए अधिकारियों को फील्ड स्तर पर जाकर कार्य सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी फील्ड में जाकर किसानों की समस्याएं सुनें और उनका निराकरण करने के लिए हर सम्भव प्रयास करें। उन्होंने कृषि क्षेत्र में नवाचारों को शामिल करने पर विशेष अधिमान देते हुए कहा कि वे नए सुझावों और वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित कार्यशैली अपनाएं। उन्होंने भू-संरक्षण और सिंचाई योजनाओं के कार्यान्वयन पर भी विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कृषि को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार अनेक योजनाएं कार्यान्वित कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सरकार की योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहें। कृषि क्षेत्र में सुदृढ़ होने से प्रदेश की आर्थिकी को संबल मिलेगा, साथ ही मुख्यमंत्री की आत्मनिर्भर हिमाचल की परिकल्पना को साकार करने में भी मदद मिलेगी। प्रो. चन्द्र कुमार ने आपसी समन्वय से कार्य करने तथा नई योजनाओं के बारे में सुझाव देने को भी कहा। उन्होंने योजनाओं की प्रगति की समयबद्ध समीक्षा करने और उनकी निरंतर निगरानी करने के निर्देश भी दिए। कृषि निदेशक कुमुद सिंह ने विभागीय गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा प्रदेश सरकार की योजनाओं के सफल कार्यान्वयन के लिए समयबद्ध कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर अधिकारियों ने विभिन्न सुझाव दिए। बैठक में विभाग के सभी अधिकारी उपस्थित थे।
एसआईएस कंपनी ने युवाओं के लिए सिक्योरिटी गार्ड के 150 पद अधिसूचित किए हैं। इच्छुक आवेदक अपने मूल शैक्षणिक और अन्य प्रमाणपत्रों के साथ पासपोर्ट साइज के दो फोटोग्राफ सहित उप रोजगार कार्यालय थुनाग में 15 जून को सुबह 10:30 बजे से नियोक्ता के समक्ष साक्षात्कार में शामिल हो सकते हैं। रोजगार की तलाश कर रहे बेरोजगार युवाओं के लिए नौकरी का सुनहरा मौका है। इस बारे जानकारी देते हुए मोहन सिंह, प्रभारी उप-रोजगार कार्यालय थुनाग ने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड के इन पदों के लिए इच्छुक आवेदक निर्धारित तिथि व स्थान पर उपस्थित होकर साक्षात्कार में भाग ले सकते हैं। सिक्योरिटी गार्ड के इन पदों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता दसवीं रखी गई है। आवेदक की न्यूनतम लम्बाई 168cm वजन 55 किलोग्राम एवं आयु 19 से 40 वर्ष निर्धारित की गई है। चयनित होने के उपरांत आवेदक को रोजाना 8 घंटे ड्यूटी के लिए प्रतिमाह 15 से 16 हजार रुपये वेतन दिया जाएगा, जबकि 12 घण्टे के लिए प्रतिमाह 17 से 22 हज़ार रुपये वेतन दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इच्छुक आवेदक अपने मूल शैक्षणिक और अन्य प्रमाणपत्रों के साथ पासपोर्ट साइज के दो फोटोग्राफ सहित उप रोजगार कार्यालय थुनाग में 15 जून को सुबह 10:30 बजे से नियोक्ता के समक्ष साक्षात्कार में शामिल हो सकते हैं। इच्छुक आवेदक ऑनलाइन माध्यम से https://eemis.hp.nic.in पर जाकर Candidate Login से भी आवेदन कर सकते हैं। साक्षात्कार में भाग लेने पर किसी भी प्रकार का दैनिक और यात्रा भता नहीं दिया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने वाले मिड डे मिल की गुणवत्ता पर हमेशा से सवाल उठते है लेकिन अब बच्चों के अभिभावक भी स्कूल में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच कर सकेगें| जी हां अब हिमाचल के सरकारी स्कूलों में बच्चों को दोपहर का भोजन उनके माता-पिता प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्री नर्सरी से आठवीं कक्षा तक बच्चों को मिलने वाले मिड डे मील को लेकर नए निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत अब भोजन बच्चों को उनके माता-पिता या एसएमसी सदस्य से चखाने के बाद परोसा जाएगा। प्रदेश भर में प्री नर्सरी से आठवीं कक्षा तक के 5.34 लाख बच्चों को दोपहर का भोजन दिया जा रहा है। पहले जैसा भी खाना बनाया जाता था, उसे सीधे बच्चों को बांट दिया जाता था। इसकी वजह से बच्चों को कई बार खराब खाना मिल जाता था। लेकिन अब इस नए निर्देश के बाद अभिभावक या फिर एमडीएम प्रभारी को पहले खाने की टेस्टिंग करनी होगी।हर दिन किसी न किसी बच्चे के अभिभावकों को स्कूल आकर खाना टेस्ट करना होगा। खाने का स्वाद, गुणवत्ता को लेकर भी उन्हें बताना होगा। इसके लिए उनके हस्ताक्षर भी लिए जाएंगे
उत्तर भारत की सबसे कठितम धार्मिक यात्रा श्रीखंड महादेव यात्रा है जो जुलाई महीने में शुरू होने वाली है। अभी यात्रा की आधिकारिक तिथियों की घोषणा नहीं हुई है| निरमंड प्रशासन ने निर्देश जारी किए हैं कि आधिकारिक तिथियों की घोषणा से पहले कोई भी व्यक्ति अथवा यात्री अनाधिकृत तरीके से यात्रा न करें। अगर कोई अनाधिकृत तरीके से उपरोक्त यात्रा में जाता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभी उपरोक्त यात्रा मार्ग में काफी बर्फ है और रास्ते भी खराब हैं, जिसकी मरम्मत प्रशासन द्वारा अभी की जानी है। प्रशासन ने स्थानीय टैंट मालिकों तथा पर्यटक गाइड से भी अनुरोध किया है कि वे अनाधिकृत तरीके से श्रद्धालुओं को यात्रा में जाने के लिए प्रोत्साहित न करें। एसडीएम मनमोहन सिंह ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि जुलाई माह में जब भी प्रशासन द्वारा यात्रा का संचालन किया जाएगा। केवल उसी समय श्रीखंड महादेव यात्रा करें।
देशभर के सैलानियों का इंतजार खत्म हो गया है। हिमाचल पथ परिवहन निगम की बहुचर्चित बस सेवा का आगाज हो गया है। 1,026 किलोमीटर लंबे लेह-दिल्ली रूट पर एचआरटीसी की बस आज सुबह लेह के लिए रवाना हुई। एसडीएम केलांग रजनीश शर्मा ने केलांग बस अड्डा से बस को लेह के लिए रवाना किया। उन्होंने बस में सफर करने वाले 23 यात्रियों को हरी झंडी दिखाकर लेह की ओर रवाना करते हुए शुभकामनाएं दीं। इस बस से यात्री बर्फ से ढके चार दर्रों को पार कर अपने सफर को यादगार बना सकेंगे। लेह-दिल्ली बस का सफर यात्री 1,740 रुपये में पूरा होगा। 30 घंटे के रूट में यात्री दिल्ली, हरियाणा, पंजाब से होते हुए हिमाचल और लेह-लद्दाख की वादियों का आनंद उठा सकेंगे। पहाड़ी और बर्फीली वादियों से होकर गुजरने वाली सड़क पर सैलानी और आम लोग खूब लुत्फ उठा सकेंगे। हिमाचल पथ परिवहन निगम के केलांग डिपो की बस करीब 9 महीने बाद शुरू हुई है। इस साल से रूट में बदलाव किया है। अब दिल्ली से आने वाली यह बस रात में जिला मुख्यालय केलांग में नहीं रुकेगी। मात्र सुबह के समय 30 मिनट के लिए बस अड्डा में खड़ी होगी। एचआरटीसी केलांग डिपो का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे उमेश शर्मा ने कहा कि बस सुबह 5:00 बजे केलांग से सरचू होते हुए लेह रवाना होगी। यात्री 16,500 फीट ऊंचे बारालाचा, 15,547 फीट नकिल्ला, 17,480 फीट तंगलांगला और 16,616 फीट ऊंचे लाचुंग दर्रे के नजारों से भी रुबरू होंगे। नई समयसारिणी के अनुसार बस दिल्ली से दोपहर 12:15 बजे चलेगी। चंडीगढ़ से शाम को 6:10 बजे रवाना होगी और सुबह 5:00 बजे तक केलांग बस अड्डा पहुंचेगी और 5:30 पर लेह के लिए चलेगी।
** देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ में उपचुनाव **आज से तीन जिलों में आदर्श आचार संहिता लागू **13 जुलाई को होगी मतगणना... लोकसभा चुनाव व विधानसभा की छह सीटों के उपचुनाव के नतीजे घोषित होते ही अब हिमाचल में तीन विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होंगे। निर्वाचन आयोग ने इसका शेड्यूल जारी कर दिया है। प्रदेश में निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई देहरा, नालागढ़ और हमीरपुर विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होने हैं। चुनाव आयोग के शेड्यूल के अनुसार 10 जुलाई को इन सीटों के लिए मतदान होगा। 13 जुलाई को मतगणना व नतीजे घोषित होंगे। 15 जुलाई से पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। उपचुनाव के लिए 14 जून को राजपत्र में अधिसूचना जारी होगी। 21 जून नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथ तय की गई है।
प्रदेश के सभी जिलों में 14 जून को होने जा रही आठवीं मॉकड्रिल को लेकर शिमला में आज राज्य आपदा प्रबंधन के निदेशक व विशेष सचिव डी.सी. राणा की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि व सभी जिलों के उपायुक्त शामिल हुए। प्रदेश भर के सभी जिलों में 12 जून को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा टेबल टॉप अभ्यास किया जाएगा। टेबल टॉप अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आपदा की स्थिति में जमीनी स्तर पर की गई तैयारियों का मूल्याकंन करना है। 14 जून को बाढ़, भू-स्खलन, हिम-स्खलन और औद्योगिक आपदा से निपटने के लिए सभी जिलों में मॉकड्रिल की जाएगी, जिसमें विशेषकर स्कूलों, महाविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में आपदा में फंसे छात्रों को सुरक्षित बाहर निकालने को लेकर अभ्यास किया जाएगा। डी.सी. राणा ने कहा कि मॉकड्रिल का मुख्य उद्देश्य जीवन और संपत्ति के नुकसान को कम करना और आपदा से निपटने के लिए सभी विभागों के प्रतिनिधियों, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, केन्द्रीय सशस्त्र बलों, पुलिस, होमगार्ड आदि में समन्वय स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि मॉकड्रिल के दौरान शैक्षणिक संस्थानों में राहत कैंप न बनाए जाए जिससे कि शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित न हो। उन्होंने कहा कि नदियों, झीलों और ग्लेशियर के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को समय से पहले ही मॉकड्रिल को लेकर की जा रही तैयारी की जानकारी दी जाए ताकि मौके पर अभ्यास के दौरान लोगों में भय का माहौल न उत्पन्न हो। उन्होंने कहा कि मॉकड्रिल के लिए गैर सरकारी संगठनों के साथ भी समन्वय स्थापित कर कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने औद्योगिक क्षेत्रों में भी बेहद संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। ऐसे स्थानों में त्रासदी से पूर्व घटना के संबंध में जानकारी मिले इसके लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। खतरनाक झीलों के किनारे रह रही आबादी के लिए विशेष कार्य योजना तैयार करने पर भी बल दिया जाए। आपात स्थिति में किसी भी त्रासदी की जानकारी मिलने पर मौके पर जमीनी स्तर पर अपनी कार्य योजना को भी लागू करने के लिए विकल्प रखें। उन्होंने कहा कि इस मॉकड्रिल में केंद्र सरकार, राज्य सरकार और जिला प्रशासन का त्रिस्तरीय समन्वय होगा। डी.सी. राणा ने बताया कि इस बार मॉकड्रिल में संचार सुविधा बाधित हो जाने की स्थिति में लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभ्यास भी किया जाएगा। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का विशेष तौर पर नेतृत्व कर रहे सेवानिवृत्त मेजर जनरल सुधीर बहल ने आपदा से निपटने के लिए विशेष योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
** हादसे में तीन लोगो ने तोडा दम **10 से अधिक लोग घायल, हालत नाजुक हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में बिंदला रोड मार्ग पर आज सुबह 9:00 बजे टाटा सूमो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होने से तीन लोगों की मौ*त हो गई है। हादसे में 10 लोग घाय*ल हो गए हैं। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई। हादसा इतना भयानक था कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। हादसे के समय गाड़ी में कुल 13 लोग सवार थे। वहीं हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग दौड़े-दौड़े मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने तुरंत प्रशासन, पुलिस और एंबुलेंस को सूचित किया। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घायलों को उठाकर कर निजी वाहनों के जरिये मेडिकल कॉलेज चंबा पहुंचाया। चार गंभीर घायलों को टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर मामले की जांच आरंभ कर दी है। पुलिस अधीक्षक चंबा अभिषेक यादव ने बताया कि हादसे में दो लोगों की मौके पर मौ*त हो गई है। एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। गाड़ी में सवार अन्य लोग चोटिल हुए हैं, जिनका मेडिकल कॉलेज चंबा में उपचार जारी है। हादसे के कारणों का फिलहाल खुलासा नहीं हो पाया है।
**अरविंद पनगढ़िया की अध्यक्षता में 16वें वित्त आयोग ने किया पहली बैठक का आयोजन **हिमाचल प्रदेश से होगी राज्यों के दौरे की शुरुआत भारत सरकार का 16वां वित्त आयोग इस बार हिमाचल प्रदेश से देश के सभी राज्यों के दौरे की शुरुआत कर रहा है और 24 और 25 जून, 2024 को हिमाचल के दौरे पर रहेगा। वित्त आयोग की टीम इन दो दिनों में शिमला में राज्य सरकार के साथ बैठक करेगी और प्रदेश का दौरा भी करेगी। इससे पहले जून के पहले सप्ताह में ही राज्य सरकार को अपना मेमोरेंडम तैयार कर वित्त आयोग के पोर्टल पर अपलोड करना होगा। इस दौरे की तैयारी के लिए मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना में दो दिन पहले ही अपने अफसरों की टीम के साथ बैठक की है। केंद्र सरकार ने नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढिय़ा की अध्यक्षता में 16वें वित्त आयोग का गठन किया है। इसमें चार अन्य सदस्य नियुक्त किए गए हैं, जिनमें से तीन फुल टाइम मेंबर हैं। 16वें वित्त आयोग को 31 अक्तूबर, 2025 तक अपनी सिफारिशें केंद्र सरकार को देनी हैं, जो पहली अप्रैल, 2026 से सभी राज्यों पर लागू होंगी। हिमाचल के लिए 16वें वित्त आयोग का यह दौरा काफी अहम रहने वाला है। हिमाचल को केंद्र से राजस्व घाटा अनुदान यानी रेवेन्यू डेफिसिट ग्रांट मिलती है, जो 15वें वित्त आयोग ने 37,199 करोड़ दी थी। हालांकि यह अनुदान हर साल कम हो रहा है, इसीलिए 16वें वित्त आयोग के पीरियड में इस अनुदान को बचाए रखना हिमाचल के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। भाजपा की जयराम ठाकुर सरकार के समय 15वें वित्त आयोग ने पांच साल की अवधि के लिए हिमाचल को 81977 करोड़ रेकमंड किए थे। इनमें 37199 करोड़ रेवेन्यू डेफिसिट ग्रांट, 3049 करोड़ स्थानीय निकायों के लिए और 2258 करोड़ डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए थे। वित्त आयोग की सिफारिश में प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत 2222 करोड़ भी दिए थे। इसी वित्त आयोग ने मंडी में प्रस्तावित एयरपोर्ट के लिए 1000 करोड़ की सिफारिश भी की थी, जिसे भारत सरकार ने बाद में लागू नहीं किया। वित्त आयोग की सिफारिश के अनुसार ही केंद्र राज्यों के बीच आर्थिक संसाधनों का बंटवारा करता है।
हिमाचल के लोगों को जल्द भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे पहाड़ों पर अगले 5 दिन बारिश के आसार है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने कल से अगले चार दिन तक कुछ स्थानों पर आंधी-तूफान का भी अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के अधिक ऊंचे व मध्यम उंचाई वाले कुछ क्षेत्रों में आज भी बारिश हो सकती है। मगर मैदानी जिले ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिला के निचले इलाकों में आज भी हीटवेव चल सकती है। इन जिलों में आज हीटवेव को लेकर येलो अलर्ट दिया गया है। मैदानी इलाकों के लोग बीते 20 दिन से गर्मी से बेहाल है। हमीरपुर के नेरी का तापमान सर्वाधिक 43.9 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। ऊना का तापमान 43.6 डिग्री, बिलासपुर का 40.4 डिग्री, हमीरपुर 39.8 डिग्री, चंबा 38.8 डिग्री, धौलाकुंआ 39.8 डिग्री, बरठी 38.7 डिग्री, नाहन 37.7 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। प्रदेश के ज्यादातर शहरों का पारा नॉर्मल से 5 डिग्री सेल्सियस तक ज्यादा चल रहा है। नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 4.9 डिग्री का उछाल ऊना के तापमान में आया है। शिमला का पारा नॉर्मल से 2.3 डिग्री, सुंदनरगर 4.2 डिग्री, ऊना 4.9 डिग्री, नाहन 3.8 डिग्री, सोलन 1.9 डिग्री, बिलासपुर 3.1 डिग्री और हमीरपुर में सामान्य से 3.5 डिग्री तापमान अधिक चल रहा है। परन्तुं जल्द प्रेदशवासियों को इस भीषण गर्मी से राहत मिल सकती है। पहाड़ों पर अगले 5 दिन बारिश के आसार है।
हिमाचल प्रदेश के जंगलों में आग लगने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। रोजाना प्रदेश के हर कोने से आग लगने के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में जंगलों में आग लगने की 29 घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें 177.11 हेक्टेयर जंगल राख हुए हैं। इस फायर सीजन में जंगल में आग लगने के मामले 1302 हो गए हैं, जिनमें 12,431 हेक्टेयर में वन संपदा राख हुई है। आग से जंगलों में अभी तक करीब 3 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। शनिवार शाम से रविवार शाम तक हमीरपुर सर्किल में जंगलों में आग लगने की 13 घटनाएं, ग्रेट हिमालय नेशनल पार्क में एक, मंडी में छह, नाहन में सात, शिमला एक और सोलन में एक मामला दर्ज हुआ है। हमीरपुर में 111 हेक्टेयर, मंडी 46. 5, नाहन में 103.51 हेक्टेयर, शिमला में पांच और सोलन में 13.5 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा राख हुई है। आग की घटनाओं से लोग भी परेशान हैं। जंगल की आग घरों तक पहुंच रही है, जिससे कई बार दहशत का माहौल भी बन जाता है। वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस बार की घटनाओं ने बीते चार सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 681, वर्ष 2022-23 में 860 और 2021-22 में 33 घटनाएं जंगलों में आग लगने की दर्ज हुई थी। शनिवार को मंडी जिले में जंगलों की आग नियंत्रित हो गई थी, मगर रविवार को कांगणीधार, सुकेत के जैदेवी, सरकाघाट और जोगिंद्रनगर में एक के बाद एक जंगलों में आग लगने की चार घटनाएं सामने आईं। इससे कई हेक्टेयर क्षेत्र में वन संपदा राख हो गई है। वहीं वन मंडल चंबा के दायरे में आने वाले आधा दर्जन जंगल शनिवार की पूरी रात आग से दहकते रहे। वन विभाग के कर्मचारी जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए मौके पर डटे रहे, लेकिन तेज हवाओं से आग और फैलती गई। इसके चलते कर्मचारी काफी परेशान भी हुए। आग बुझने तक ये कर्मचारी अपने-अपने जंगलों में आग को बुझाने में डटे रहे।
**कल से प्रदेश में बारिश के आसार, चिलचिलाती गर्मी से मिलेगी राहत **अगले 4 दिन बारिश के आसार, कुछ जगहों पर आंधी-तूफान की संभावना हिमाचल प्रदेश में आज रात से पश्विमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इससे अगले चार दिन तक पहाड़ों में बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग द्वारा 4 से 6 जून को ज्यादा बारिश के आसार हैं। प्रदेशवासियों को गर्मी से राहत मिल सकती है। मौसम विभाग ने तीन दिन तक कुछ स्थानों पर आंधी-तूफान का भी अलर्ट जारी किया है। वहीं आज अधिक ऊंचे क्षेत्रों को छोड़कर अन्य स्थानों पर मौसम साफ रहेगा। इससे कुछ स्थानों पर हीट वेव भी चल रही है। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिला के निचले इलाकों में हीटवेव का येलो अलर्ट दिया गया है। कल से प्रदेशवासियों को गर्मी से राहत मिलेगी। हमीरपुर में तापमान 45 डिग्री पार प्रदेश में बीते 18 दिनों के दौरान 16 दिन हीट वेव महसूस की गई है। अगले कल से किसी भी जिला में हीट वेव का अलर्ट नहीं है। प्रदेशवासियों के लिए यह राहत की बात है। अभी प्रदेश के छह शहरों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक चल रहा हैं। प्रदेश के ज्यादातर शहरों का पारा नॉर्मल से 6 डिग्री तक अधिक चल रहा है। नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 6.2 डिग्री का उछाल मंडी के तापमान में आया है। इसी तरह शिमला का पारा नॉर्मल से 4.3 डिग्री, सुंदनर 5.4 डिग्री, ऊना 5.5 डिग्री, नाहन 4.5 डिग्री, सोलन 5.1 डिग्री, बिलासपुर 4.8 डिग्री और हमीरपुर में सामान्य से 5.7 डिग्री तापमान अधिक चल रहा है। परन्तुं कल से इस चिलचिलाती गर्मी से हिमाचल के लोगों को राहत मिलने वाली हैं।
हिमाचल प्रदेश में जंगलों की आग ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। अब तक पिछले साल की तुलना में 38 घटनाएं ज्यादा दर्ज हो चुकी हैं। प्रदेश में इस साल 1 अप्रैल से अब तक जंगल में आग लगने की कुल 712 घटनाएं वन विभाग ने दर्ज की हैं। जबकि वित्त वर्ष 2023-24 में 674 घटनाएं हुई थीं, जिससे 10,784 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ था। इस वित्तीय वर्ष में हुई 712 घटनाओं में 7,027 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र प्रभावित हो चुका है। प्रदेश में आग की घटनाओं में कई दिनों बाद गिरावट दर्ज की गई है। बीते बुधवार शाम से वीरवार शाम तक जंगलों में आग की केवल 15 घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें 195 हेक्टेयर भूमि पर वन संपदा को नुकसान पहुंचा है। जंगलों में आग की घटनाएं कम होने का कारण कई जगहों पर हुई बारिश है। वन विभाग ने भी इससे राहत की सांस ली है। करीब एक सप्ताह तक प्रदेश के जंगलों में हर रोज 50 से अधिक स्थानों पर आग लग रही थी। वन विभाग ने बुधवार शाम से वीरवार शाम तक बिलासपुर में एक, चंबा में दो, हमीरपुर में आठ, मंडी में दो, रामपुर में एक और डब्ल्यूएल नॉर्थ में आग लगने की एक घटना दर्ज की है।
**बिकने और खरीदने वालों को सबक सिखाएगी जनताः सीएम मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने आज चम्बा जिले के चुराह विधानसभा क्षेत्र में कांगड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शर्मा के पक्ष में प्रचार किया और लोगों से आनंद शर्मा को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की। भंजराडू में एक विशाल जनसमूह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा पिछले 15 सालों से कांगड़ा लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करती आ रही है लेकिन भाजपा के सांसद कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठाने में नाकाम सिद्ध हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस पार्टी ने दिग्गज नेता आनंद शर्मा को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। उन्होंने कहा कि आनंद शर्मा पहले भी हिमाचल प्रदेश के मुद्दों की पैरवी करते रहे हैं और लोकसभा सांसद के रूप में इस लोकसभा क्षेत्र की आवाज बुलंद करेंगे। उन्होंने कहा कि आनंद शर्मा संसद में हिमाचल प्रदेश के हितों की मजबूती के साथ पैरवी करेंगे। सीएम सुक्खू ने कहा कि इस बार का चुनाव देश और प्रदेश की आने वाली राजनीति को नई दिशा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के 6 विधायकों को भारतीय जनता पार्टी ने खरीदा है तथा यह चुनाव खरीद फरोख़्त की राजनीति को करारा जवाब देने का चुनाव है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता इस बार बिकने वाले विधायकों के साथ साथ खरीददार पार्टी को भी कड़ा सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के तीन निर्दलीय विधायक भी बिके हैं और दूसरी किश्त पाने के लिए अपना इस्तीफा स्वीकार कराने के लिए विधानसभा के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पास धनबल नहीं है और जनता की ताकत ही कांग्रेस पार्टी की ताकत है। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर का सिला-सिलाया कोट दर्जी के पास ही रह जाएगा। उन्होंने कहा कि जय राम ठाकुर और भाजपा की हिमाचल प्रदेश सरकार बनाने की हसरतें अधूरी ही रह जाएंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपना साढ़े तीन साल का बाकी कार्यकाल भी पूरा करेगी और सरकार को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की जनता जागरूक है और देवी-देवताओं में विश्वास रखती है। ऐसे में खरीद फरोख्त की राजनीति हिमाचल प्रदेश की जनता को मंजूर नहीं है। ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार ने पिछले सवा साल में प्रदेश के हर वर्ग के कल्याण के लिए योजनाएं बनाईं और उन्हें धरातल पर लागू किया। आपदा में राज्य सरकार ने प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करने के लिए कानून बदल दिया और अपने संसाधनों से 4500 करोड़ रूपये का विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान किया, जिसके तहत पूरी तरह से घर नष्ट होने पर मुआवजा राशि को 1.30 लाख रूपये से बढ़ाकर सात लाख रूपये किया, जबकि कच्चे घर को नुक्सान होने पर मुआवजा राशि 4000 रूपये से बढ़ाकर एक लाख रूपये की। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार ने लंबित राजस्व मामलों के निपटारे को प्राथमिकता दी और अब तक इंतकाल के एक लाख तथा तकसीम के साढ़े सात हजार से ज्यादा मामलों का निपटारा किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों का बुढ़ापा सुरक्षित करने के लिए पुरानी पेंशन को बहाल किया है जबकि जय राम ठाकुर ने कर्मचारियों को चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पुरानी पेंशन बिना किसी राजनीतिक लाभ को देखते हुए दी है और इसका लाभ रिटायर्ड कर्मचारियों को मिलना शुरू हो गया है। जिन कर्मचारियों को पहले एनपीएस के तहत 2700 रूपये पेंशन मिल रही थी, उन्हें अब पुरानी पेंशन के तहत 32000 रूपये तक पेंशन मिल रही है। मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने चोर दरवाजे बंद करके 2200 करोड़ रूपये का अतिरिक्त राजस्व अर्जित किया है, जिसे अब विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लोगों में बांटा जा रहा है। विधवा महिलाओं के 27 साल तक के बच्चों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार उठा रही है। उन्हें घर बनाने के लिए तीन लाख रूपये की मदद दी जा रही है। दूध का समर्थन मूल्य देने वाला हिमाचल प्रदेश देश में पहला राज्य बना है। 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों के इलाज का खर्च राज्य सरकार उठा रही है। इसके अतिरिक्त मनरेगा की दिहाड़ी बढ़ाकर 300 रूपये की गई है।
जनता का मिल रहा भरपूर साथ, हर गांव से लोग कांग्रेस के पक्ष में बढ़चढ़ मत देने की कर रहे बात लोकसभा चुनावों के चलते इन्दौरा के विधायक मलेंद्र राजन ने कांग्रेस के कांगड़ा चंबा लोकसभा पद के प्रत्याशी आनन्द शर्मा के हित में मत डालने के लिए लोगों से जन संपर्क किया। विधायक मलेंद्र राजन ने मन्दोली, मकड़ोली, कंगरेडी,टप्पा इत्यादि ग्राम पंचायतों में जाकर लोंगो से आनंद शर्मा को वोट देने की अपील की ओर कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र सम्बन्धी जानकारी दी। लोंगो ने भी कांग्रेस के हित में मत देने की बात कही। वहीं विधायक मलेंद्र राजन ने कहा कि भाजपा है जुमलों व झूठ बोलने वाली सरकार इनके बहकावे में आकर अपना भविष्य खराब न करें और कांग्रेस को वोट देकर देश का भविष्य उज्ज्वल करें। एक जून को कांग्रेस के हित मे वोट करें। विधायक मलेंद्र राजन ने कांग्रेस के घोषणा पत्र के बारे बताया कि केंद्र में उनकी सरकार बनते ही अग्निवीर योजना को खत्म किया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवाओं के साथ हो रहे अत्याचारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि जो युवा मेहनत कर आर्मी में भर्ती होना चाहता हैं उनकी नोकरी सिर्फ चार वर्ष की है उनके होंसले बुलंद होने की बजाए मिट्टी में मिल रहे हैं। इसलिए केंद्र में कांग्रेस की बनते ही अग्निवीर योजना को खत्म किया जाएगा। हर वर्ष महिलाओं को सालाना एक लाख रुपये दिया जाएगा। मलेंद्र राजन ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों की तुलना की जाए तो भाजपा के प्रत्याशी उनके आगे कहीं नहीं टिकते उन्होंने बताया कि आनंद शर्मा की बदौलत ही मलोट उद्योगिक क्षेत्र शुरू हो सका यहाँ पर करोड़ो के उद्योग खुल रहें है जिसमें हमारे इलाके की जनता को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने बताया कि आनन्द शर्मा एक सुलझे हुए प्रत्याशी हैं उनको वोट देकर अपना व अपने क्षेत्र का भविष्य उज्ज्वल करें। इस मौके पर विधायक मलेंद्र राजन, मास्टर कमल किशोर, जर्म सिंह, नरेंद्र शर्मा, प्रताप सिंह, डॉक्टर विशाल ठाकुर, संतोष शास्त्री, अमन ठाकुर इत्यादि कार्यकर्ता मौजूद रहे।
नाम, स्कूल, जिला 1. रिधिमा शर्मा, राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नादौन, हमीरपुर। 2. कृतिका शर्मा, न्युगल माडल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल भवारना, कांगड़ा। 3. शिवम शर्मा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बेरथिन, बिलासपुर। 3. ध्रीति टेग्टा, ग्लोरी इंटरनेशनल स्कूल रोहडू, शिमला। 3. रुशील सूद, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, कांगड़ा। 4. इरा शर्मा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बहानवीन, हमीरपुर। 4. प्राची शर्मा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थुरल, कांगड़ा। 4. पुन्या ठाकुर, लारेंस पब्लिक स्कूल चुवाई, कुल्लू। 4. तितिक्षा ठाकुर, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 4. पराजंलि, एनओपीएस पब्लिक स्कूल घुमारवीं, बिलासपुर। 4. शराविका कश्यप, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 5. श्रुति धरवाल, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला उरला, मंडी। 5. नीतिका, सनराइज पब्लिक स्कूल भरारी, मंडी। 5. दीपांशिका शर्मा, जागृति पब्लिक स्कूल कोटली, मंडी। 5. अक्षित शर्मा, एसवीएनएम पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल कंदरौर, बिलासपुर। 5. अनमोल सूद, हिम एकैडमी पब्लिक स्कूल हीरा नगर, हमीरपुर। 5. रिया कपूर, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, कांगड़ा। 6. प्राकृति शर्मा, माडल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल स्वारघाट, सोलन। 6. काव्याजंलि ठाकुर, आर्यन पब्लिक स्कूल अझू, मंडी। 6. दिव्यांशु राणा, एसवीएनएम पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल कंदरौर, बिलासपुर। 6. साइसा सूद, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनिसर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, कांगड़ा। 6. अदिति शर्मा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बेरथिन, बिलासपुर। 6. शौर्या भारद्वाज, गुरुकुल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल पक्का परोह अंब, ऊना। 6. तान्या शर्मा, राजकीय उच्च पाठशाला पलवीन, हमीरपुर। 6. उदय कुमार, ऐम एकैडमी सीनियर सकेंडरी स्कूल भकूलजन, कांगड़ा। 6. कशिश, मिनर्वा सीनियर सकेंडरी स्कूल घुमारवीं, बिलासपुर। 6. मृदुल ठाकुर, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 7. अर्जुन ठाकुर, एसवीएनएम पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल कंदरौर, बिलासपुर। 7. तमन्ना चौधरी, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मैरा, कांगड़ा। 7. निहारिका, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 7. कशिश ठाकुर, इंदिरा मेमोरियल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल इंदौरा, कांगड़ा। 7. सुहानी, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 7. आदित्य, एकेएम पब्लिक हाई स्कूल ददादू, सिरमौर। 7. सूर्यांश, हिम एकैडमी पब्लिक स्कूल हीरानगर, हमीरपुर। 8. अपूर्वा, ऐम एकैडमी सीनियर सकेंडरी स्कूल बलूकजन, कांगड़ा। 8. संचिता धीमान, गुरुकुल सीनियर सकेंडरी स्कूल पक्का परोह अंब, ऊना। 8. मुस्कान, लोटस कान्वेंट पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल सरकाघाट, मंडी। 8. महक, राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दरंग, मंडी। 8. दीपांशी, लिटल एंजल पब्लिक स्कूल मैरे, हमीरपुर। 8. श्रिया, परमाउंट पब्लिक स्कूल अप्पर पाइसा, कांगड़ा। 8. अवनीशा ठाकुर, सीनिसर सकेंडरी माडल इंस्टीटयूट आफ एजुकेशन देवधार टीहरा, मंडी। 8. कशी शर्मा, आर्यन पब्लिक स्कूल झांडी, हमीरपुर। 8. नितिन कुमार, एविएम सीनियर सकेंडरी स्कूल पाहड़ा, कांगड़ा। 8. अपूर्वी, आरके सीनियर सकेंडरी पब्लिक स्कूल घडालवीन, बिलासपुर। 8. अनीशा अत्री, गुरुकुल सीनियर सकेंडरी स्कूल पक्का परोह अंब, ऊना। 8. दासिल ठाकुर, मिनर्वा सीनियर सकेंडरी स्कूल घुमारवीं, बिलासपुर। 8. हिमन व्यास, हिमालयन कोनीफर पब्लिक स्कूल बरूआ मनाली, कुल्लू। 8. अरब शर्मा, मिनर्वा सीनियर सकेंडरी स्कूल घुमारवीं, बिलासपुर। 8. रिधिमा ठाकुर, राजकीय आदर्श छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोगेंद्रनगर, मंडी। 8. पूर्णिमा, एसवीएनएम पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल कंदरौर, बिलासपुर। 8. सिमरत, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला खैरियां, कांगड़ा। 8. रबनीत कौर, एशिएंट पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल ब्रिजमंडी जोगेंद्रनगर, मंडी। 8. प्रीति, हिम एकैडमी सीनिसर सकेंडरी स्कूल बलूकजन, कांगड़ा। 8. सैजल ठाकुर, राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धुंधला, ऊना। 9. कनिष्का, सुरेंद्रा पब्लिक स्कूल नालागढ़, सोलन। 9. तमनप्रीत भुल्लर, शहीद भगत सिंह मेमोरियल पब्लिक स्कूल सोहरी, ऊना। 9. आयुषी, राजकीय छात्रा आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोगेंद्रनगर, मंडी। 9. आकर्ष कुमार, रेड स्टार पब्लिक स्कूल चैरियां दि धार, हमीरपुर। 9. शिवम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हटली, चंबा। 9. अक्ष शर्मा, न्यू गुरुकुल पब्लिक स्कूल गोपालनगर, हमीरपुर। 9. राशि, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौर, कुल्लू। 9. प्रियाल, मिनर्वा सीनियर सकेंडरी स्कूल घुमारवीं, बिलासपुर। 9. शिवानगी शर्मा, आर्यन पब्लिक स्कूल झांडी, हमीरपुर। 9. रिधिमा शर्मा, हिम एकैडमी पब्लिक स्कूल हीरानगर, हमीरपुर। 9. अंशिका, पब्लिक माडल सीनियर सकेंडरी स्कूल भमलोह, हमीरपुर। 9. कृतिका, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 9. रिजवाल सांख्यान, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बरठी, बिलासपुर। 9. संजना, सर्वोदय इंटरनेशनल स्कूल अलाग, मंडी। 9. अंशिका, माउंट एवरेस्ट सीनियर सकेंडरी स्कूल कुठरकलां, ऊना। 9. अनन्या, राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नादौन, हमीरपुर। 9. रिधिमा ठाकुर, न्यू गुरुकुल पब्लिक स्कूल गोपालनगर, हमीरपुर। 9. आदित्य शर्मा, एसवीएनएम पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल कंदरौर, बिलासपुर। 9. शगुन चंदेल, द न्यू ईरा स्कूल आफ साइंसिस छतड़ी, कांगड़ा। 9. खुशी शर्मा, एनएवी भारत पब्लिक स्कूल बिझारी कोटला, हमीरपुर। 9. आर्यन शर्मा, गीताजंलि पब्लिक स्कूल झलोल धनेटा, हमीरपुर। 9. साईं हैदया ठाकुर, किटस कैंप पब्लिक स्कूल चुवाड़ी, चंबा। 10. अंशिका राणा, राजकीय उच्च पाठशाला टिप्प, कांगड़ा। 10. महक, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुगलेहड़, ऊना। 10. स्मृद्धि ठाकुर, राजकीय आदर्श छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोगेंद्रनगर, मंडी। 10. पायल, राजकीय उच्च पाठशाला संधोआ, शिमला। 10. अक्षरा धीमान, माउंट एवरेस्ट सीनियर सकेंडरी स्कूल कुटरकलां, ऊना। 10. सृष्टि ठाकुर, एसटी एफएक्स कान्वेंट स्कूल ढोंडी, मंडी। 10. रुचिका, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, कुल्लू। 10. शीतल कुमारी, पब्लिक माडल सीनियर सकेंडरी स्कूल भम्लोह, हमीरपुर। 10. जानवी राणा, गुरुकुल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल पक्का परोह अंब, ऊना। 10. नमिता ठाकुर, लिल्ली लिटल फ्लावर एसएसएस बाड़ी रंगस, हमीरपुर। 10. मन्नत, राजकीय छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नादौन, हमीरपुर। 10. रिद्धि वर्मा, राजकीय आदर्श छात्रा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जागेंद्रनगर, मंडी। 10. आयुषी वर्मा, कोटेश्वर पब्लिक स्कूल कुमारसेन, शिमला। 10. वंशिका चंदेल, अलफा पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बरठीं, बिलासपुर। 10. दिव्यांशी, करसोग वैली हाई स्कूल करसोग, मंडी। 10. पायल देवी, शिवालिक पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बीहडू, ऊना।
सहायक निर्वाचन अधिकारी व एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा की अध्यक्षता में भरमौर विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रतिनियुक्त 14 सैक्टर से संबंधित सैक्टर अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन लघु सचिवालय पट्टी के सभागार में किया गया। इस दौरान उपस्थित सैक्टर अधिकारियों को ईवीएम व वीवीपैट का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में सभी सैक्टर अधिकारियों को ईवीएम व वीवीपैट से संबंधित हैंड बुक भी उपलब्ध करवाई गई तथा विस्तृत जानकारी दी गई। सहायक रिटर्निंग अधिकारी कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि सैक्टर अधिकारी अपने सैक्टर में पीआरओ व सहायक रिटर्निंग अधिकारी के बीच में एक कडी के रूप में कार्य करते हैं तथा मतदान के दिन उनका कार्य और भी अधिक संवेदनशील हो जाता हैं। उन्होंने कहा कि ईवीएम से संबंधित प्रशिक्षण बारे सभी अधिकारी ध्यान दें तथा दिए गए दिशा-निर्देशों को ध्यान से पढ़े ताकि चुनाव में किसी भी अवांछित परिस्थिति का सामना न करना पड़े। इस अवसर पर सभी अधिकारियों को पोल डे मॉनिटरिंग सिस्टम की भी विस्तृत जानकारी भी दी गई। बैठक में सैक्टर अधिकारी मीत कुमार, हरमिंदर चौणा, करतार सिंह,अशीष शर्मा, संतोष कुमार,विवेक चंदेल,राजेश कुमार, नाएव तहसीलदार इलेक्शन सुनील कुमार शर्मा, कार्यवाहक इलेक्शन कानूनगो रतन चंद और ईवीएम नोडल अधिकारी गोपाल चौहान सहित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे ।
कांगड़ा-चंबा लोकसभा भाजपा प्रत्याशी डॉ. राजीव भारद्वाज ने कहा की हिमाचल प्रदेश में मित्रों की सरकार चल रही है और इन मित्रों पर सरकार द्वारा करोड़ों रुपए की फजूल खर्ची हो रही है। वर्तमान सरकार ने अपने कार्यकाल में 25000 करोड़ का ऋण ले लिया है पर आज तक हिमाचल प्रदेश में एक भी विकास कार्य नहीं हुआ, संसदीय क्षेत्र कांगड़ा के साथ भी इस सरकार ने हमेशा भेदभाव किया और कांग्रेस के नेता अपनी गलती मानने के बजाय केवल लीपापोती का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा की गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए भाजपा और भाजपा के सांसद ने अद्भुत कार्य किया। जदरांगल में केंद्रीय विवि के कैंपस के लिए भूमि का चयन भाजपा के सांसद द्वारा करवाया गया। मटौर से शिमला और पठानकोट से मंडी फोरलेन का निर्माण, शहीद स्मारकों और जीर्णोद्धार के लिए 1.20 करोड़ जारी की गई। भाजपा के नेता एवं सांसद दिन-रात अपने क्षेत्र के विकास के लिए काम करते हैं और दूसरी ओर कांग्रेस के नेता केवल चुनाव लड़ते हैं और उड़न छू हो जाते हैं। उन्होंने कहा की हमारी पूर्व प्रदेश सरकार ने हिकाचल में उत्तम कार्य किया है, वन रैंक वन पेंशन के अंतर्गत हिमाचल में 94,709 भूतपूर्व सैनिक लाभान्वित किया गया। भूतपूर्व सैनिकों को सरकारी नौकरियों में 15% आरक्षण हमारी प्रदेश सरकार ने दिया। पूर्व सैनिकों व उनके बच्चों के लिए छात्रवृत्ति की आय सीमा को 3 लाख से बढ़ाकर 7 लाख किया गया। यह भी हमारी जयराम ठाकुर सरकार द्वारा शुरू की गई। द्वितीय विश्व युद्ध के 2600 भूतपूर्व सैनिकों की पेंशन को 3000 से बढ़ाकर 10,000 तथा 5271 सेना-विधवाओं की पेंशन को 500 से बढ़ाकर 5,000 प्रतिमाह किया तो वो भी भाजपा ने किय। हम कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहते है की की आप अपने पिछले 16 महीने का हिसाब जनता के समक्ष रखे। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार, हिमाचल प्रदेश के चुनाव प्रभारी श्रीकांत शर्मा, कांगड़ा-लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी व सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार व प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
1. कामक्षी शर्मा, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, 494 1. छाया चौहान, सनोवर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, 494 2. श्रुति शर्मा, एसडी पब्लिक स्कूल हमीरपुर, 492 3. ऐंजल, मिनर्वा सीनियर सकेंडरी स्कूल घुमारवीं, 491 3. पियूष ठाकुर, हिम अकैडमी पब्लिक स्कूल हीरानगर हमीरपुर, 491 4. पलक ठाकुर, एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल अनंत नगर टटाहर, 490 4. अर्षिता, डीएवी सीनियर सकेंडरी स्कूल ऊना, 490 4. अर्पिता राणा, एसटी डीआर पब्लिकक सीनियर सकेंडरी स्कूल गगरेट, 490 4. शाव्या, राजकीय सीनियर सकेंडरी स्कूल जसूर, 490 5. ध्रुव शर्मा, गुरुकुल पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल पक्का परोह बंब, 489 5. आरूही, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, 489 6. अदरिजा गौतम, हिमालयन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल चुवाड़ी, 488 6. आदित महाजन, द न्यू हीरा स्कूल आफ साईंसिज छतड़ी, 488 6. श्रद्धा, स्वामी विवेकानंद सीनियर सकेंडरी स्कूल रामनगर, 488 6. गुरप्रीत कौर, राजकीय एसएम माडल सीनियर सकेंडरी स्कूल इंदौरा, 488 7. शिवानगी शर्मा, हिमालयन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल पपरोला, 487 7. दिव्यांश अग्रवाल, आदर्श विद्या निकेतन पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल नाहन, 487 7. शिवम, हिम अकैडमी पब्लिक स्कूल हीरानगर हमीरपुर, 487 7. गीतांश शर्मा, राजकीय छात्र सीनियर सकेंडरी स्कूल चंबा, 487 7. ईशा ठाकुर, डीएवी सीनियर सकेंडरी स्कूल ऊना, 487 8. मनोरमा, सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सकेंडरी स्कूल महाजन बाजार मंडी, 486 8. शालिनी, राजकीय छात्रा सीनियर सकेंडरी स्कूल नादौन, 486 8. रिधम कटोच, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, 486 8. समृद्धि, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, 486 8. कार्तिक शर्मा, राजकीय माडल सीनियर सकेंडरी स्कूल मुबारिकपुर, 486 8. कोमल, अंश राजकीय सीनियर सकेंडरी स्कूल बधेरा राजपूतान, 486 9. वंशिका सोहल, एसटी डीआर पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल गगरेट, 485 9. अंशिका राय, द मैगनेट पब्लिक स्कूल हमीरपुर, 485 9. कल्पना राणा, न्यू गुरुकुल पब्लिक स्कूल गोपालनगर, 485 9. तुषार ठाकुर, द न्यू ईरा स्कूल आफ साईसिंस छतड़ी, 485 9. कोमल कुमारी, सुपर मैगनेट सीनियर सकेंडरी स्कूल प्रतापनगर हमीरपुर, 485 9. वंशिता, राजकीय छात्रा सीनियर सकेंडरी स्कूल नादौन, 485 9. अनुप्रीति कटोच, सनौर वैली पब्लिक स्कूल बजौरा, 485 9. मृदुल आहलूवालिया, सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सकेंडरी स्कूल महाजन बाजार मंडी, 485 10. तनु, राजकीय सीनियर सकेंडरी स्कूल सनाही, 484 10. चिंतन, राजकीय सीनिसर सकेंडरी स्कूल शिला घराट, 484 10. आरूषि ठाकुर, एसटी डीआर पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल गगरेट, 484 10. भावना, राजकीय माडल सीनियर सकेंडरी स्कूल घनाहाटी, 484 10. ईशा शर्मा, भारती विद्यापीठ पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल बैजनाथ, 484 10. अमन कुमार, संचेतना पब्लिक सीनियर सकेंडरी स्कूल आवाहदेवी हमीरपुर, 484 10. वैशाली शर्मा, करियर अकैडमी सीनियर सकेंडरी स्कूल नाहन सिरमौर, 484
लोकसभा निर्वाचन- 2024 के सफल संचालन के दृष्टिगत भरमौर विधानसभा क्षेत्र के तहत पीठासीन व सहायक पीठासीन अधिकारियों के लिए पहला मतदान पूर्वाभ्यास कार्यक्रम राजकीय महाविद्यालय भरमौर के नवनिर्मित भवन में आयोजित किया गया। पूर्वाभ्यास का आयोजन जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त चंबा मुकेश रेपसवाल की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी व उपायुक्त चंबा ने अपने संबोधन में बताया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 26 के प्रावधानों के अनुसार नियुक्त अधिकारी व कर्मचारी आयोग के नियंत्रण व निगरानी में काम करेंगे। उन्होंने कर्मचारियों से अनुरोध किया कि वे चुनावी रिहर्सल के दौरान दी जानी वाली व्यवहारिक जानकारी को बखूबी ग्रहण करें तथा चुनावों से संबंधित अपनी ड्यूटी को पूर्ण लगन व निष्ठा से निभाएं। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी राहुल चौहान द्वारा मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका निभाई गई जो कि राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर भी रहे हैं। उन्होंने चुनावी प्रक्रिया के दौरान विभिन्न प्रपत्रों को भरना, विभिन्न प्रकार की सावधानियां, ईवीएम व वीवीपैट को चलाना, मॉक पोल इत्यादि महत्वपूर्ण जानकारी वीडियो प्रोजेक्टर के माध्यम से दी। इस अवसर पर अपने संबोधन में सहायक रिटर्निंग अधिकारी व एसडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने बताया कि भरमौर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत 113 मतदान केंद्रों में 1 जून को मतदान करवाया जाएगा जिनमें से दो मतदान केंद्र महिला कर्मचारियों द्वारा, एक मतदान केंद्र युवा कर्मचारियों व 1 मतदान केंद्र दिव्यांग कर्मचारियों द्वारा संचालित किया जाएगा। उन्होंने मतदान प्रक्रिया से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी सांझा की । पूर्वाभ्यास कार्यक्रम में लगभग 152 पीठासीन अधिकारियों व लगभग 152 ही सहायक पीठासीन अधिकारियों के अलावा, 16 महिला कर्मचारियों व 16 युवा व दिव्यांग कर्मचारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में गोपाल चौहान ईवीएम नोडल ऑफिसर व उनकी टीम द्वारा प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का प्रावधान भी किया गया और डमी मतदान केंद्र स्थापित कर मतदान के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया से सभी पीठासीन व सहायक पीठासीन अधिकारियों को अवगत करवाया गया। कार्यक्रम में महिला व दिव्यांग, सेक्टर ऑफिसर सहित लगभग 500 अधिकारियों व कर्मचारियों ने भाग लिया।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए निर्वाचन विभाग, भरमौर द्वारा चलाये जा रहे व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी कार्यक्रम (स्वीप) के अंतर्गत राजकीय उच्च विद्यालय कुगती मे मतदान प्रतिशतता बढ़ाने के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में बच्चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इसका मुख्य उद्देश्य केंद्रीय निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं को विद्यालय के छात्राओं के माध्यम से घर-घर मतदाता शिक्षा एवं भागीदारी को पहुँचाना है। ताकी लोगों को मत का महत्व समझाया जा सके तथा मत प्रतिशत्ता को बढ़ाया जा सके। प्रतियोगिता में रमन शर्मा कक्षा नवमी प्रथम स्थान, अरुण शर्मा कक्षा सातवीं दूसरे स्थान और सुहानी शर्मा कक्षा दसवीं तीसरा स्थान प्राप्त किया। राजकीय उच्च विद्यालय कुगती में कार्यरत अध्यापक काकू शर्मा ने कहा कि हर बच्चे के अंदर प्रतिभा छिपी होती है और प्रतियोगिता से ही प्रतिभा में निखार आता है। इसलिए बच्चों को समय समय पर होने वाली ऐसी प्रतियोगिता में भाग लेना चाहिए। प्रतियोगिता में विजेता रहे प्रतिभागियों को स्कूल के समस्त अध्यापकों ने शुभकामनायें दी।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए निर्वाचन विभाग, भरमौर द्वारा चलाये जा रहे व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी कार्यक्रम (स्वीप) के अंतर्गत मतदान केंद्र 136-कुवारसीं, 150-बजोल, 125-बड़ेई और 67-दाडवी में भरमौर विधानसभा क्षेत्र में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। जिसमे तहसीलदार भरमौर तेजराम ने 125 (ग्रीमा-1) बडेई में जाकर जनता को चुनाव प्रक्रिया से संबंधित जानकारी दी गई। उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए उपस्थित जनसमूह को मतदान करके भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए जागरूक किया गया। टीम ने आसपास रहने वाले लोगों को मतदान के दिन यानी 1 जून 2024 को अवश्य मतदान केंद्र में जाकर मतदान करने का निवेदन किया। कार्यक्रम मे सैकटर अधिकारी करतार सिंह और मनोहर लाल ने एकत्रित स्थानीय जनता को मतदान से संबंधित शपथ भी दिलवाई। राजकीय माध्यमिक विद्यालय कुवारसीं के बच्चों ने भी जनसमूह को मतदान जागरूकता के लिए चित्रकला और स्लोगन राइटिंग इत्यादि से लोकतंत्र के इस महापर्व में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित भी किया।
उपमंडल भरमौर के अंतर्गत आल्ला नाला स्थित एमसीसी स्टोन क्रशर प्लांट संचालित किया जा रहा है। इस प्लांट में सरकार के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। क्रेशर संचालक की मनमानियां इस हद तक बढ़ गई हैं, कई साल बीत जाने के बाद भी उन्होंने प्लांट चलाने के लिए अनुमति नहीं ली हुई है। अधिवक्ता कपिल शर्मा ने एसडीएम भरमौर कुलवीर सिंह राणा को इस बारे शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने एमसीसी कंपनी के खिलाफ शिकायत में लिखा है कि ग्रामीणों ने कई बार एमसीसी कंपनी के अधिकारियों को बार-बार चेतावनी और विज्ञापन देने के बावजूद भी स्टोन क्रशर प्लांट अनुमति के बिना काम जारी रखा हुआ है। कंपनी सरकार द्वारा निर्धारित नियमों की धज्जिया व घोर अवहेलना कर रही है। स्टोन क्रशर प्लांट के अनियंत्रित संचालन से आस-पास के क्षेत्रों के पर्यावरण को काफी नुकसान पहुँच रहा है। इसमें वायु, जल, व ध्वनि प्रदूषण हो रहा है। साथ ही स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को काफी नुकसान पहुंच रहा है। प्लांट संचालन की वज़ह से सड़क में फैली बजरी, पत्थर व रेते के कारण प्लांट के आस-पास कई दुर्घटनाएँ और हादसे हुए हैं। जिससे स्थानीय निवासियों, मणिमहेश यात्रियों व वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि लंबे समय से चलाये जा रहे कंपनी द्वारा स्टोन क्रशर प्लांट की अनुमति और लाइसेंस न होने के कारण पर्यावरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए गंभीर जोखिम उत्पन्न कर रही है। वही एसडीएम भरमौर कुलवीर सिंह राणा ने मामले की उचित मामलें की जांच के आदेश दिए है।
25 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई चढ़ने के बाद होते हैं श्रीखंड महादेव पर्वत के दर्शन हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहां देवी-देवताओं के कई मंदिर हैं। इनमें से श्रीखंड महादेव मंदिर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भगवान शिव को समर्पित है। श्रीखंड महादेव दुनिया के सबसे ऊंचाई पर स्थित धार्मिक स्थलों में से एक है। समुद्रतल से लगभग 18,300 फीट की ऊंचाई पर स्थित श्रीखंड महादेव पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 25 किलोमीटर की सीधी चढ़ाई चढ़नी पड़ती है। श्रीखंड महादेव मंदिर की यात्रा को अमरनाथ यात्रा से भी दुर्गम माना जाता है। बावजूद इसके बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रीखंड महादेव के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। लोगों का विश्वास है कि इस स्थान पर भगवान शिव का वास है। श्रीखंड पर्वत को पंच कैलाशों में से एक माना जाता है। यहां प्राकृतिक शिवलिंग स्थापित है। मान्यता है कि भस्मासुर नाम के राक्षस को भगवान शिव से वरदान मिला था कि वह जिस भी जीव के सिर पर हाथ रखेगा वह भस्म हो जाएगा। वरदान पाकर भस्मासुर घमंडी हो गया और भगवान शिव को ही भस्म करने की कोशिश करने लगा। ऐसे में भगवान शिव ने भस्मासुर से बचने के लिए निरमंड के देओढांक में स्थित एक गुफा में शरण ली। भगवान शिव कई महीनों तक इस गुफा में रहे। जब भगवान विष्णु ने मोहिनी नाम की एक सुंदर महिला का रूप धारण कर भस्मासुर का वध कर दिया, तो सभी देवता गुफा के बाहर पहुंचे और भगवान शिव से बाहर आने की विनती की। लेकिन भगवान शिव गुफा से बाहर नहीं आ पा रहे थे। जिसके बाद वह एक गुप्त रास्ते से होते हुए इस पर्वत की चोटी पर शक्ति रूप में प्रकट हो गए। मान्यता है कि जब भगवान शिव यहां से जाने लगे तो एक जोरदार धमाका हुआ। जिसके बाद शिवलिंग आकार की एक विशाल शिला बच गई। इसे ही शिवलिंग मानकर उसके बाद पूजा जाने लगा। इसके साथ ही यहां दो अन्य चट्टाने भी हैं, जिन्हें मां पार्वती और भगवान गणेश के नाम से पूजा जाता है। श्रीखंड महादेव की यात्रा के मार्ग में निरमंड में सात मंदिर, जाओं में माता पार्वती का मंदिर, परशुराम मंदिर, दक्षिणेश्वर महादेव, हनुमान मंदिर अरसु, जोताकली, बकासुर वध, ढंक द्वार जैसे पवित्र स्थान भी आते हैं। मार्ग में आने वाले पार्वती बाग में श्रद्धालुओं को दुर्लभ ब्रह्म कमल के दीदार होते हैं। यहां पार्वती झरना भी दर्शनीय है। माना जाता है कि मां पार्वती इस झरने का स्नानागार के रूप में इस्तेमाल करती थीं। बता दें कि श्रीखंड महादेव की यात्रा बेहद दुर्गम मार्ग से होकर गुजरती है। यहां ऑक्सीजन की कमी के चलते कई बार श्रद्धालुओं की मौत भी हो जाती है। जिसके बाद श्रीखंड महादेव ट्रस्ट ने यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की आयु सीमा भी तय की गई है। साथ ही ट्रस्ट ने यह भी तय किया है कि किसी भी यात्री को उनकी फिटनेस देखकर ही श्रीखंड महादेव की यात्रा के लिए अनुमति दी जाएगी। ट्रस्ट, प्रशासन के सहयोग से श्रीखंड महादेव यात्रा का आयोजन करता है। यात्रा के तीन पड़ाव में सिंहगाड़, थाचड़ू, और भीम डवार हैं। श्रीखंड महादेव तक कैसे पहुंचे श्रीखंड महादेव तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कई पड़ाव पार करके यात्रा करनी पड़ती है। सबसे पहले शिमला जिले के रामपुर से कुल्लू जिले के निरमंड होकर बागीपुल और जाओं तक गाड़ियों और बस से पहुंचना पड़ता है। यहां से आगे करीब 30 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करनी पड़ती है। श्रीखंड महादेव से नजदीकी हवाई अड्डा लगभग 53 किलोमीटर दूर भुंतर हवाई अड्डा है। वहीं 76 किलोमीटर दूर शिमला में जुब्बरहट्टी हवाई अड्डा और छोटी लाइन का रेलवे स्टेशन भी है। इसके अलावा लगभग 90 किलोमीटर दूर जोगिंदरनगर में भी छोटी लाइन का स्टेशन है।
नेहरू युवा केंद्र चम्बा के सौजन्य से भरमौर ब्लॉक में नारी शक्ति फिटनेस रन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यतिथि के रूप में ग्राम पंचायत ग्रीमा की पूर्व प्रधान कुब्जा देवी ने शिरकत की। कार्यक्रम में महिला मंडल ग्रीमा व सेल्फ हैल्प ग्रुप की महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रम में आयी मुख्यतिथि को भरमौर ब्लॉक के स्वयंसेवी मनीष ठाकुर ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में भरमौर ब्लॉक के स्वयंसेवी मनीष ठाकुर ने नेहरू युवा केंद्र चम्बा के सौजन्य द्वारा महिलाओं की दौड़ प्रतियोगिता करवाई। जिसमें महिलाओं ने भारी संख्या में हिस्सा लिया। इस मौके पर मुख्यतिथि ने महिलाओं का मार्गदर्शन किया व उन्होंने महिलाओं को उनके अधिकारों व समाज के कल्याण में अहम भूमिका कैसे निभाएं के बारे में जागरूक किया। उन्होंने सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण व महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए चलायी जा रही योजनाओं के बारे में भी महिलाओं को जागरूक किया। नारी शक्ति फिटनेस रन प्रतियोगिता में विजेता रही महिलाओं को मुख्यतिथि द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर रविंद्र कुमार, अजय कपूर, रीना देवी, मोनिका कपूर, आरती, निरो देवी, बनिता, संतोष, मंगला देवी, लक्ष्मी, अनिता, प्रिया, उषा, सुनीता, रस्मो देवी इत्यादि मौजूद रही
राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय चम्बा में मंगलवार को वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में पूर्व प्राचार्य भुवन विज ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। जबकि सेवानिवृत प्रोफेसर सुनीता महाजन विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रही। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विद्यासागर शर्मा ने मुख्यातिथि व विशेष अतिथि को सम्मानित करने की रस्म अदा की। उन्होंने महाविद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। इस मौके पर मुख्य अतिथि भुवन विज ने कहा कि बाल मन में अनेक आकांक्षाएं, अपेक्षाएं तथा सम्भावनाएं विद्यमान रहती हैं। तथा विद्यार्थियों को सही समय पर सही मार्गदर्शन ओर सुविधाएं उपलब्ध हों तो वे आसानी से वास्तविक क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से पूर्ण अनुशासन से मन लगाकर पढ़ाई करने और साथ-साथ अन्य गतिविधियों में भी भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी कहा कि हम सभी को अपने क्षेत्र की लोक संस्कृति के संवर्धन और युवा पीढ़ी को लोक संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करने के लिए सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी। इस दौरान उन्होंने मेधावियों को पुरस्कृत भी किया। इस मौके पर महाविद्यालय के स्टाफ़ सहित भारी संख्या में विद्यार्थी भी मौजूद रहे।
भरमौर के खणी पंचायत मेँ खंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एकलव्य जनजातीय विकास संस्था ब्रम्हपुर के अध्यक्ष दीपक जम्वाल ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की। नेहरू युवा केंद्र चम्बा के भरमौर ब्लॉक के स्वयंसेवी मनीष ठाकुर ने बाताया कि इस प्रतियोगिता में लंबी कूद, ऊँची कूद, 800 मीटर दौड़ वॉलीबाल, कबड्डी इत्यादि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में कुल 8 टीमों ने हिस्सा लिया। 800 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान अक्षित, दूसरा स्थान, अरमान शर्मा, तीसरा स्थान परीक्षित ठाकुर, लंबी कूद में अभिषेक, दूसरा स्थान आशीष ठाकुर, तीसरा स्थान सूरज शर्मा, ऊँची कूद में प्रथम तरुण, दूसरा स्थान प्रवीण, तीसरा स्थान सुशील ने हासिल किया। वही वॉलीबॉल में टीम खणी ने खलैली की टीम को फाइनल में हराया। कार्यक्रम में एकलव्य जनजातिय विकास संस्था ब्रम्हपुर के अध्यक्ष दीपक जम्वाल ने प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों और विजेता टीमों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने खिलाड़ियों को आशीर्वाद देते हुए खिलाड़ियों को नशे से दूर रहने का आह्वाहन किया तथा खिलाड़ियों को भविष्य में खेल को खेल की भावना से खेलने की भी अपील की।
उपमंडल ज्वालामुखी के अन्तर्गत पड़ते खुंडिया में स्थानीय समाजसेवी कैप्टन रमेश राणा के सौजन्य से विशाल भंडारे का आयोजन हर्षोउल्लास के साथ किया गया जिसमें क्षेत्र के सेंकडो लोगो ने प्रसाद ग्रहण किया। अधिक जानकारी देते हुए कैप्टन रमेश ने बताया कि भगवान शिव के आशीर्वाद से इस मंदिर में भण्डारे का आयोजन किया गया है जिसमें भक्तों का भी खूब सहयोग मिला है।
प्रदेश सरकार के विरुद्ध भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य जय सिंह ने एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को जय सिंह ने चम्बा शहर के मोहल्ला पक्काटाला में दस्तक देकर लोगों की समस्याओं को जाना। इस दौरान जय सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार पक्काटाला मोहल्ला के लोगों के साथ भेदभाव कर रही है। भूस्खलन संभावित क्षेत्र होने के कारण मोहल्ले के लोग डर के साए में जीवन जीने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि हर समय लोगों को हादसे का भय रहता है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन की रोकथाम को लेकर करीब सवा तीन करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे, जिसे हाल ही में सरकार ने वापस ले लिया है। चम्बा शहर से वाया पक्काटाला बालू को जाने वाले मार्ग की हालत दिन प्रतिदिन खस्ता होती जा रही है। रोजाना हजारों लोग डर के साए में इस मार्ग से आवाजाही कर रहे हैं। इसके उपरांत जयसिंह ने पुलिस थाना सदर चम्बा में लोक निर्माण विभाग के खिलाफ एक शिकायत पत्र भी दर्ज करवाया। जय सिंह ने स्पष्ट किया कि यदि जल्द मोहल्ले के लोगों की सुध न ली गई तो वे उग्र आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विधानसभा क्षेत्र भरमौर के अंतर्गत मतदान के लिए की जाने वाली महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए आज लघु सचिवालय पट्टी में जिला निर्वाचन अधिकारी मुकेश रेपसवाल की अध्यक्षता में नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों से संबंधित महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं में चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित बनाने को कहा। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि स्वीप और अन्य संबंधित गतिविधियों के आयोजन के दौरान सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित बनाया जाए। जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्ट्रांग रूम पर समयबद्ध सीमा के भीतर सीसीटीवी कैमरा स्थापित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आदर्श आचार संहिता का पालन सुनिश्चित बनाने के लिए नोडल अधिकारियों से गंभीरता और तत्परता के साथ कार्य करने को कहा। उपायुक्त ने सभी अधिकारियों के साथ भरमौर में विभिन्न विभागों में चल रहे कार्य व योजनाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने कार्यों को तेजी प्रदान कर शीघ्र से शीघ्र पूरा करने के भी निर्देश दिए। बैठक में मणिमहेश यात्रा से संबंधित कार्य पर भी चर्चा की गई। उन्होंने अधिकारियों को मणिमहेश यात्रा से संबंधित कार्य का पुख्ता प्रबंध करने को भी कहा। उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने ईवीएम एंवम वीवीपैट मशीनों के रखने वाले स्ट्रांग रूम का भी निरीक्षण किया और साथ में उन्होंने भरमौर में चुनावी तैयारी का जायजा भी लिया।
** चंबा विधानसभा हलके को दी 275 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात ** कहा, प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज चंबा के चौगान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए चंबा शहर में बहुमंजिला पार्किंग, मिनी सचिवालय, इन्डोर स्टेडियम, ग्राम पंचायत उदयपुर में राजीव गांधी मॉडल डे-बोर्डिंग स्कूल, चंबा चौगान के सौंदर्यीकरण के लिए 20 लाख रुपए, चंबा हेलीपोर्ट के लिए 13 करोड़ रुपए प्रदान करने, साहो में उप-तहसील व जल शक्ति विभाग का उपमंडल खोलने, साहो में खेल मैदान के लिए 15 लाख रुपए प्रदान करने, उदयपुर में आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी खोलने, चुलिहारा में पीएचसी खोलने तथा आईटीआई चंबा में पलंम्बिग व फिटर के पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उन सभी स्कूलों को स्तरोन्नत किया जाएगा, जिसकी सूची विधायक उन्हें प्रदान करेंगे। इससे पहले, मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चंबा विधानसभा क्षेत्र में 275 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। उन्होंने मैहला भगियार हरेड सड़क पर रावी नदी पर 4 करोड़ रुपये से निर्मित 68 मीटर लंबे स्पैन स्टील ट्रस पुल, नकरोड़-टिकरीगढ़-भगईगढ़ सड़क पर दो करोड़ रुपये से निर्मित कंगैला नाला पुल और तीसा-सईकोठी-झज्जाकोठी सड़क पर दो करोड़ रुपये से निर्मित सेरू नाला पुल जनता को समर्पित किए। मुख्यमंत्री ने 28 करोड़ रुपये लागत से कियाणी-राजनगर-चकलू कोटी सड़क के उन्नयन, सात करोड़ रुपये से लुड्डू से घरमाणी, छ: करोड़ रुपये से सराहन-राण सड़क, छ: करोड़ रुपये से साहु से परोथा पधर सड़क, 14 करोड़ रुपये से शाहपुर-सिंहुता-चुवाड़ी-चंबा सड़क, पांच करोड़ रुपये से भनेरा-देवीदेहरा-रठियार से मनकोट सड़क, 13 करोड़ रुपये से परेल से कोहलड़ी सड़क, 11 करोड़ रुपये से चंबा-बनीखेत वाया परेल सड़क, 15 करोड़ रुपये से रजेरा से धुलियारा सड़क, 22 करोड़ रुपये से लचौरी से सलवाण सड़क, 16 करोड़ रुपये से मैड़ा से चकोतर सड़क, 15 करोड़ से खैरी से भुनाड सड़क, 10 करोड़ रुपये से भरमौर से बड़ग्राम सड़क तथा 9 करोड़ रुपये से सिरडी से घरेड़ वाया सुप्पा सड़कों के उन्नयन कार्य का शिलान्यास, 6 करोड़ रुपये लागत से चुरी से बसु-कोठी-नुरकुला सड़क के स्तरोन्नयन कार्य, 8 करोड़ रुपये लागत सेे लाहल से बगड़ू सड़क तथा 40 मीटर स्पैन पुल के निर्माण कार्य, वर्षा जल संचयन के माध्यम से सतत जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 43 करोड़ रुपये की परियोजना, तहसील भरमौर में ग्राम पंचायत पूलन पलान और कुगती में 10 करोड़ रुपये से शीत क्षेत्रों के लिए एंटी-फ्रीजिंग तकनीक के उपयोग से मौजूदा जल आपूर्ति योजना के विस्तार कार्य, चम्बा तहसील में ग्राम पंचायत साच और द्रम्मण में 8 करोड़ रुपये से जलापूर्ति योजना साच परेल सुल्तानपुर के विस्तार कार्य, चम्बा तहसील के उदयपुर खास के लिए 8 करोड़ की सीवरेज योजना और चम्बा तहसील की ग्राम पंचायत कुठेड़, जांघी, गागला के लिए 3 करोड़ रुपये से जलापूर्ति योजना थुंडू फरगोला के पुन: उत्थान कार्यों का शिलान्यास किया।
** क्षेत्र में सिविल कोर्ट, डीएसपी कार्यालय, मिनी सचिवालय व पीजी कॉलेज खोलने की घोषणा की ** भट्टियात और डलहौजी में जल शक्ति विभाग के मंडल खोलने का एलान भी किया मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज चंबा जिले के भटियात विधानसभा क्षेत्र में 75 करोड़ रुपये की 9 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। चुवाड़ी में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में सिविल कोर्ट, डीएसपी कार्यालय, मिनी सचिवालय, स्नातकोत्तर महाविद्यालय खोलने तथा फायर ऑफिसर का पद सृजित करने की घोषणा की। उन्होंने चंबा चुवाड़ी टनल की फीजिबिटिलटी रिपोर्ट के लिए चार करोड़ प्रदान करने की भी घोषणा की और कहा कि भट्टियात के लिए जल शक्ति विभाग का नया मंडल खोला जाएगा और डलहौजी में भी जल शक्ति विभाग का मंडल बना रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने सत्ता की लालसा में अफवाहें फैलाइंर्। आम लोगों का बजट पास न हो, इसका षड्यंत्र रचा गया। बजट 2024-25 में आम आदमी की आवाज है और 40 वर्षों में पहली बार ऐसा बजट प्रस्तुत किया गया, जिसमें समाज के सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। इसमें राज्य सरकार द्वारा 1.15 लाख विधवाओं के बच्चों की उच्च शिक्षा का खर्च वहन करने का प्रावधान है। मनरेगा मजदूरी में बढ़ोतरी, गाय के दूध का खरीद मूल्य बढ़ाकर 45 रुपए और भैंस के दूध का 55 रुपए करने तथा पुलिस की डाइट मनी बढ़ाकर एक हजार रुपये करने की बात है। कर्मचारियों को चार प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया गया है। बजट में प्राकृतिक खेती पद्धति से पैदा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40 रुपए तथा मक्की का 30 रुपए तय किया गया है। हमने लूट के दरवाजों को बंद किया और जनता का पैसा जनता के हित में ही उपयोग हो, यह भी सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल ने इतिहास की सबसे बड़ी आपदा का सामना किया और अपने सीमित संसाधनों से राज्य सरकार ने 4500 करोड़ रुपए का विशेष राहत पैकेज आपदा प्रभावितों के लिए जारी किया। आम लोगों को राहत प्रदान करने के लिए राजस्व लोक अदालतों का आयोजन किया जा रहा है। भ्रष्टाचार पर सख्त कदम उठाते हुए वर्तमान राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग को भंग किया और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया। सरकारी क्षेत्र में राज्य सरकार 22 हजार नौकरियां प्रदान कर रही है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री खुली जीप में सभा स्थल तक पहुंचे और लोगों ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भटियात तहसील में गांव सारना, सिलोह, चलाड़ी और समीपवर्ती क्षेत्रों के लिए 2.20 करोड़ रुपये की उठाऊ पेयजल योजना और तहसील भटियात में उपरली बडीगी व निचली बडीगी के लिए 1.17 करोड़ रुपये की पेयजल योजना का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने समोट और भटियात खंड के अन्य गांवों के लिए 15.53 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाली पेयजल योजना, तहसील भटियात की 12.59 करोड़ रुपये से निर्मित होने वाली बहाव सिंचाई योजना रजैं, सरोग के पुननिर्माण कार्य, तहसील भटियात के गांव जतरूण, त्रिमथ व सलोह के 4.32 करोड़ रुपये से होने वाले बाढ़ बचाव कार्य, तहसील सिंहुता के गांव मतौला के 1.79 करोड़ रुपये से होने वाले बाढ़ बचाव कार्य, चुवाड़ी शहर के लिए 25.90 करोड़ रुपये से पेयजल योजना के सुधार एवं संवर्द्धन कार्य, शाहपुर-सिंहुता-चौरी जोत चंबा रोड पर काली घार के उपर 3.86 करोड़ रुपये के भूस्खलन रोकथाम कार्य और सिंहुता से जोलना खास सड़क के 6.43 करोड़ रुपये के उन्नयन कार्य की आधारशिला भी रखी।
** वर्ष 2024-25 में 850 शिक्षण संस्थानों को इंस्टीट्यूशन ऑफ एक्सीलेंस के रूप में किया जाएगा विकसित ज्ञान और अनुसंधान के इस युग में हर बच्चे का जीवन ज्ञान से प्रकाशित हो, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने नवोन्मेषी कदम उठाए हैं। प्रदेश सरकार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर, उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य कर रही है। प्रारम्भिक शिक्षा से लेकर महाविद्यालय स्तर तक शिक्षा के विभिन्न गुणात्मक आयामों के सुधार के लिए नवीन कदम उठाए गए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से इंग्लिश माध्यम से शिक्षा प्रदान की जाएगी। प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में वर्ष 2024-25 में 850 शिक्षण संस्थानों को इंस्टीट्यूशन ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाएगा, इसमें 500 प्राईमरी, 100 हाई, 200 सीनियर सकैण्डरी स्कूल और 50 डिग्री कॉलेज शामिल हैं। इन संस्थानों में अध्यापकों के सभी स्वीकृत पदों को भरने के साथ-साथ स्मार्ट कक्षाओं सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। हिमाचल के बच्चे धन के अभाव में उच्च शिक्षा ग्रहण करने से वंचित न रहें इसके लिए प्रदेश सरकार ने महत्वाकांक्षी डॉ. यशवंत सिंह परमार विद्यार्थी ऋण योजना शुरू की है। योजना के अंतर्गत 28 वर्ष से कम आयु के पात्र हिमाचली विद्यार्थियों को एक प्रतिशत ब्याज की दर से बैंकों से 20 लाख रुपये का शिक्षा ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। ऋण के अंतर्गत भोजन, आवास, ट्यूशन फीस और अन्य शैक्षणिक आवश्यकताओं के व्यय शामिल हैं। योजना के अंतर्गत पात्र हिमाचली विद्यार्थी मेडिकल, पैरा-मेडिकल, फॉर्मेसी, नर्सिंग, विधि, आईटीआई एवं पॉलीटेक्नीक के तकनीकी पाठ्यक्रम तथा विश्वविद्यालयों से पीएचडी करने के लिए शिक्षा ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदनकर्त्ता के पिछली कक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत अंक होने चाहिए और सालाना पारिवारिक आय 4 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। योजना के लाभ शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए 01 अपै्रल, 2023 से आरम्भ कर दिए गए हैं। शैक्षणिक ऋण यदि 01 अपै्रल, 2023 के बाद भी स्वीकृत हुआ हो तो वह विद्यार्थी भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। योजना के अंतर्गत पात्र छात्र उच्च शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट द्धह्लह्लश्चह्य://द्गस्रह्वष्ड्डह्लद्बशठ्ठ.द्धश्च.द्दश1.द्बठ्ठ पर जाकर नोटिस बोर्ड से योजना दिशानिर्देश और आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकते हैं। फार्म भरने, जांच करने के बाद, आवेदक को दस्तावेज को स्कैन करना होगा और द्गस्रह्वह्म्द्बठ्ठस्रद्धद्गह्यद्वद्य2023ञ्चद्दद्वड्डद्बद्य.ष्शद्व के माध्यम से उच्च शिक्षा निदेशालय में जमा करवाना होगा। निदेशालय दो कार्य दिवसों के भीतर दस्तावेजों का सत्यापन करेगा और आवेदक, उपायुक्त और संबंधित बैंक को ई-मेल भेजेगा तथा यदि आवेदक ने कॉर्पस फंड का विकल्प चुना है, तो संबंधित उपायुक्त उस संस्थान के बैंक खाते में 24 घंटे के भीतर कॉर्पस फंड से पहली किस्त जारी करेगा, जहां आवेदक प्रवेश चाहता है। प्रदेश सरकार द्वारा मूलभूत साक्षरता, संख्या ज्ञान से लेकर कृत्रिम मेधा का प्रयोग कर, हर कौशल में बच्चों को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
** दुग्ध उत्पादन को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन दे रही प्रदेश सरकार ** ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए मील का पत्थर साबित दुग्ध संयंत्र ढगवार हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में कृषि और पशुपालन क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। पशुधन के संबंध में प्रदेश काफी समृद्ध है। प्रदेश में पशुपालन सहित मत्स्य पालन, मौन पालन और कुक्कुट पालन की अपार संभावनाएं हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति की मजबूती में यह क्षेत्र उल्लेखनीय भूमिका निभाते हैं। वर्तमान प्रदेश सरकार दुग्ध उत्पादन को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन दे रही है। वर्ष 2024-25 के वार्षिक बजट में किसानों को लाभान्वित करने तथा उनकी आय में वृद्धि करने के लिए गाय तथा भैंस के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य में प्रथम अपै्रल 2024 से क्रमश: 7 रुपये व 8 रुपये प्रति किलो वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। अब प्रदेश के किसानों को गाय के दूध का न्यूनतम समर्थन मूल्य 38 रुपये प्रति किलो के स्थान पर 45 रुपये प्रति किलो तथा भैंस के दूध का समर्थन मूल्य 47 रुपये प्रति किलो के स्थान पर 55 रुपये प्रति किलो मिलेगा। यह एक ऐतिहासिक निर्णय है क्योंकि पहली बार हिमाचल प्रदेश में दूध की खरीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है तथा पूरे देश में हिमाचल प्रदेश एकमात्र राज्य है, जहां ऐसा निर्णय लिया गया है जो किसानों व पशुपालकों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में कारगर सिद्ध होगा। किसानों को पशुपालन की ओर प्रेरित करने के लिए राज्य सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि इस वर्ष प्रथम अपै्रल से मिल्कफैड, कामधेनु हितकारी मंच इत्यादि दुग्ध उत्पादन समितियों से कृषि उपज विपणन समिति (ए.पी.एम.सी) द्वारा कोई भी मंडी शुल्क नहीं वसूला जाएगा। गुणवत्तापूर्ण दूूध उत्पादन, दुग्ध से विभिन्न उत्पादों को तैयार करना, इनकी खरीद, विपणन के लिए प्रदेश सरकार बुनियादी अधोसंरचना सुदृढ़ कर रही है। दुग्ध उत्पादकों को लाभान्वित करने के दृष्टिगत 'हिम गंगाÓ योजना के तहत कांगड़ा जिला के ढगवार में 1.5 लाख लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाला दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद संयंत्र मील पत्थर साबित होगा। इस संयंत्र में आधुनिक तकनीक से दूध का पाऊडर बनाया जाएगा ताकि लम्बे समय तक दूध को खराब होने से बचाया जा सके। इसके अलावा, इस संयंत्र में दहीं, खोया, घी, आईसक्रीम, पनीर आदि दुग्ध उत्पादों को तैयार किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा इस संयंत्र की क्षमता को भविष्य की क्षमता को देखते हुए 1.5 लाख लीटर से बढ़ाकर तीन लाख लीटर प्रतिदिन करने का निर्णय भी सराहनीय है। इसके अतिरिक्त, शिमला जिला के दत्तनगर में भी 50 हजार लीटर प्रतिदिन क्षमता का एक अतिरिक्त संयंत्र शुरू करने का फैसला भी सराहनीय है। प्रदेश सरकार द्वारा हमीरपुर तथा ऊना में भी आधुनिक दुग्ध विद्यायन संयंत्र स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया है जिसपर लगभग 50 करोड़ रुपये व्यय होंगे। इस संयंत्र की स्थापना से क्षेत्र की ग्रामीण आर्थिकी को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि ग्रामीण युवा अपने गांव में रह कर ही दुग्ध व्यवसाय से जुड़कर अच्छी कमाई कर सकेंगे। राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2024-25 के बजट में स्थानीय युवाओं को किसानों अथवा एकत्रिकरण केंद्रों में दूध को दुग्ध विद्यायन संयंत्रों तक पहुंचाने के लिए 50 प्रतिशत उपदान पर 200 रेफरिजरेटिड दुग्ध वैन उपलब्ध करवाने की घोषणा की गई है जो नि:संदेह सराहनीय पहल है। दुग्ध उत्पादकों की आय में वृद्धि के लिए यह भी जरूरी है कि उन्हें उत्तम नस्ल के पशु उपलब्ध करवाएं जाएं। इससे न केवल दूध की मात्रा में वृद्धि होंगी अपितु दूध की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए भी राज्य सरकार ने एक सकारात्मक पहल की है। सरकार ने निर्णय लिया है कि सोलन जिला के दाड़लाघाट में एक 'कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण केंद्रÓ की स्थापना की जाए। सरकार के इन निर्णयों से प्रदेश के युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध होंगे तथा वे पशुपालन की ओर आकर्षित भी होंगे। इसके अलावा रोजगार की तलाश में ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर हो रहे पलायन में भी कमी आएगी क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में ही आर्थिक गतिविधियां बढ़ेगी।
** खणी में प्रस्तावित एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल का निर्माण नहीं होने से हैं खफा ** बोले, हमने मकान और सेब के पेड़ों को भी कटवा दिया, लेकिन सरकार ने नहीं बनाया स्कूल भरमौर उप मंडल के खणी में प्रस्तावित एकलव्य आवासीय स्कूल निर्माण को लेकर ग्राम पंचायत खणी और ग्रीमा के लोगों द्वारा खणी के दुर्वी प्रांगण में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में चर्चा की गई कि खणी पंचायत के लोग लगभग 20 वर्ष से एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूल निर्माण की राह देख रहे हैं। सरकार और प्रशासन के लचर रवैये के चलते आज तक यहां स्कूल का नींव पत्थर तक नहीं रखा गया है। उल्टा इस स्कूल को खणी से किसी अन्य जगह पर शिफ्ट करने की बात कही जा रही है, जिससे इन पंचायत के लोगों में सरकार व प्रशासन के खिलाफ काफी रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि हमने एकलव्य स्कूल को बनाने के लिए अपने मकान और सेब के कई पेड़ों को भी कटवा दिया, परन्तु स्कूल नहीं बना। अगर जल्द ही स्कूल को खणी में ही नहीं बनाया गया तो वे आने वाले लोकसभा चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे।
हिमाचल की कांग्रेस सरकार को प्रदेश हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। हाई कोर्ट ने सुक्खू सरकार के वाटर सेस एक्ट को असंवैधानिक करार दिया है। इस फैसले के बाद राज्य सरकार जल विद्युत परियोजनाओ से वाटर सेस नहीं वसूल सकेगी। यह फैसला मंगलवार को जस्टिस त्रिलोक चौहान और सत्येन वैद्य की बेंच ने सुनाया। जानकारी के अनुसार करीब 40 बिजली उत्पादन कंपनियों ने कोर्ट में एक्ट को लेकर सरकार को चुनौती दी थी। इन कंपनियों की ओर से कांग्रेस के राज्यसभा प्रत्याशी रहे वकील अभिषेक मनु सिंघवी और भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता वर्चुअली हाई कोर्ट में पेश हुए थे। हिमाचल सरकार की ओर से दुष्यंत दवे और अन्य वकीलों ने न्यायालय में हिमाचल सरकार का पक्ष रखा था। सरकार को हर साल करोड़ों की आय की थी उम्मीद बता दें कि सुक्खू सरकार ने सत्ता में आते ही आर्थिक संसाधन जुटाने के लिए प्रदेश में चल रही बिजली परियोजनाओं पर जल उपकर लगाने का फैसला लिया था। इसके लिए विधानसभा में एक्ट बनाया गया। सरकार को इस कवायद से हर साल करीब 4000 करोड़ रुपये की आय की उम्मीद थी। हालांकि बाद में वॉटर सेस की दर की समीक्षा की गई, जिसके बाद हिमाचल को 2000 करोड़ रुपये की उम्मीद थी ।
** मुख्यमंत्री सुक्खू ने किया एलान, 5 लाख से अधिक महिलाएं होंगी लाभान्वित ** योजना से जुड़ेगा हर परिवार, प्रति वर्ष 800 करोड़ रुपये होंगे खर्च हिमाचल में 18 से 80 वर्ष की सभी महिलाओं को 1500 रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी और यह पेंशन वित्त वर्ष 2024-25 में मिलना शुरू हो जाएगी। यह बड़ा एलान प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने जिला लाहौल-स्पीति के बाद वित्त वर्ष 2024-25 से इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख सम्मान निधि योजना पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया गया है। योजना से पांच लाख से अधिक महिलाओं को लाभ होगा। इसके लिए फॉर्म भरे जाएंगे। इस योजना से प्रत्येक परिवार सीधे-सीधे जुड़ेंगे। इस योजना पर 800 करोड़ रुपये प्रति वर्ष खर्च होगा। जब सरकार बनी तो प्रदेश की आर्थिक स्थिति थी खराब मुख्यमंत्री ने शिमला में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि 60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं को पहले से दी जा रही 1150 रुपये पेंशन को बढ़ाकर 1500 रुपये किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक वर्ष पहले जब कांग्रेस की सरकार बनी, तो उस समय प्रदेश की आर्थिक स्थिति बदहाल थी। प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपये का कर्ज था, कर्मचारियों की 10 हजार करोड़ रुपये की देनदारियां थीं। लेकिन अपनी सार्थक नीतियों व कार्यक्रमों के बाद हमने इसका सामना किया। एक-एक कर पूरी की जा रहीं सभी गारंटियां सीएम ने कहा कि सरकार ने अपनी पहली ही कैबिनेट बैठक में पहली गारंटी पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया। दूसरी 650 करोड़ रुपये की गारंटी राजीव गांधी स्टार्टअप योजना को तीन चरणों में शुरू की। तीसरी अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोलने की थी, उसे इस सत्र से पूरा किया जा रहा है। चौथी गारंटी के रूप में गाय के गोबर खरीद योजना को लागू किया। गाय के दूध की खरीद में 13 और भैंस के दूध में 23 रुपये की वृद्धि की। प्राकृतिक खेती पर भी एमएसपी को लागू किया।
** ज्वालामुखी, जयसिंहपुर और पालमपुर में जल शक्ति विभाग के मंडल खोलने का फैसला ** नीलामी सह निविदा के माध्यम से आबकारी नीति को स्वीकृति मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए नीलामी सह निविदा के माध्यम से आबकारी नीति को स्वीकृति प्रदान की गई। मंत्रिमंडल ने पशुपालन विभाग में सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के दृष्टिगत पशु चिकित्सा अधिकारियों के सहयोग के लिए विभाग में 1000 मल्टी टास्क वर्कर्स रखने को मंजूरी प्रदान की। बैठक में लोक निर्माण विभाग में जेओए (आईटी) के 30 पद भरने को भी मंजूरी दी गई। बैठक में लोक निर्माण विभाग के आर्किटेक्ट विंग में वरिष्ठ ड्राफ्ट्समैन के 4 रिक्त पदों को भरने की मंजूरी प्रदान की गई। बैठक में पीटीए नीति के तहत रखेे गए 46 पात्र शिक्षकों की सेवाओं को नियमित करने का भी निर्णय लिया गया, जो राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार अपेक्षित योग्यताएं पूरी करते हैं। बैठक में 10 फूड सेफ्टी वाहन खरीदने और स्वास्थ्य विभाग में 10 खाद्य विश्लेषकों, 10 परिचारकों और 10 ड्राइवरों की सेवाएं लेने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र में राजकीय माध्यमिक विद्यालय बंगाल चौकी, थरांगन, सलिहार, बोहन भट्टी, देहरियां को राजकीय उच्च विद्यालय, राजकीय उच्च विद्यालय चौकाथ को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, जिला कांगड़ा के जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में राजकीय माध्यमिक विद्यालय चंद्रौण को राजकीय उच्च विद्यालय में स्तरोन्नत करने का निर्णय लिया गया। इसके अतिरिक्त जिला चंबा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय फगोट को राजकीय उच्च विद्यालय, राजकीय उच्च विद्यालय जोलना, रंग, भराड़ी और मथोलु को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, जिला शिमला के विकास खंड ठियोग के राजकीय माध्यमिक विद्यालय कराणा को राजकीय उच्च विद्यालय में आवश्यक पदों के साथ स्तरोन्नत करने का निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल ने क्षेत्र के निवासियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए ग्राम पंचायत मशोबरा और ब्यूलिया के और क्षेत्रों को नगर निगम शिमला के दायरे में शामिल करने को मंजूरी प्रदान की।मंत्रिमंडल ने कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी, जयसिंहपुर और पालमपुर में जल शक्ति विभाग के मंडल खोलने का निर्णय लिया। मंत्रिमंडल ने जल शक्ति विभाग की कार्यप्रणाली को सुव्यवस्थित करने और लोगों की सुविधा के दृष्टिगत चंबा जिला में जल शक्ति मण्डल को डलहौजी से चुवाड़ी स्थानान्तरित करने और शिमला जिला में जल शक्ति विभाग के कसुम्पटी, सुन्नी, नेरवा और मतियाणा मण्डलों के पुनर्गठन करने का निर्णय लिया। बैठक में मंडी जिले के धर्मपुर में उपमंडलीय पुलिस कार्यालय खोलने, हमीरपुर जिले के भोरंज पुलिस स्टेशन के तहत लदरौर में पुलिस चौकी खोलने और कुल्लू जिले में पुलिस चौकी मणिकर्ण को पुलिस स्टेशन में स्तरोन्नत करने के साथ-साथ विभिन्न श्रेणियों के पदों के सृजन और भरने को मंजूरी दी गई। बद्दी पुलिस जिले में सिटी पुलिस पोस्ट वर्धमान को क्रियाशील बनाने के लिए विभिन्न श्रेणियों के पद सृजित कर भरने का भी निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल ने जिला शिमला के ब्लॉक टिक्कर में स्वास्थ्य उप-केंद्र कोठारी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्तरोन्नत करने को मंजूरी दी। मंत्रिमंडल ने कांगड़ा के जिला स्तरीय छिंज सल्याणा, लिदबार मेले, ऊना जिला के हरोली उत्सव और बिलासपुर जिला के घुमारवीं ग्रीष्मोत्सव को राज्य स्तरीय मेले में स्तरोन्नत करने को मंजूरी दी। इसके अलावा, जयसिंहपुर का होली मेला, जिला बिलासपुर का अजमेर (भराड़ी) ग्रीष्मोत्सव, सांगला होली उत्सव और गंगथ कारु महाराज मेला को जिला स्तरीय मेलों में स्तरोन्नत करने का भी निर्णय लिया गया।
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में शिमला डेवलपमेंट प्लान की तर्ज पर 59 शहरी निकायों के लिए नया डेवलपमेंट प्लान प्लान बनेगा। इस पर विधानसभा में भी विस्तृत चर्चा हुई है। राज्य में प्राकृतिक आपदा से सबक लेते हुए सरकार इस पर योजना तैयार कर रही है। माना जा रहा कि प्राकृतिक आपदा में जो मकान गिरे व क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनका मुख्य कारण स्ट्रक्चर डिजाइन और इंजीनियरों से सलाह न लिया जाना है। ऐसे में प्रदेश की कांग्रेस सरकार डेवलपमेंट प्लान के तहत ही शहरी निकायों में भवन निर्माण करने पर विचार कर रही है। टीसीपी मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि राज्य में प्लान के साथ भवन के निर्माण की जरूरत है। शिमला में तीन से पांच मंजिला तक भवन बनाने को अनुमति बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने शिमला प्लानिंग एरिया में तीन से पांच मंजिला तक भवन बनाने को अनुमति दी है। जहां पांच मीटर सड़क है, वहां लोग पांच मंजिला तक भवन निर्माण कर सकते हैं, जबकि जहां सड़क नहीं है, वहां दो मंजिला भवन और एटिक का निर्माण किया जा सकता है। सरकार ने एटिक की ऊंचाई भी 10 फुट के करीब कर दी है। यानी इसको लेकर लोगों को तीन मंजिलें मिल रही हैं। प्रदेश में 59 शहरी निकाय हैं।
चम्बा से जोत रूट पर बंद पड़ी बस सेवा को दोबारा बहाल करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने आवाज बुलंद की है। इस मांग को लेकर शनिवार को ग्रामीणों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी चम्बा राहुल चौहान को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन से अवगत करवाते हुए ग्रामीणों ने बताया कि हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा चम्बा से जोत के लिए बस सेवा बीते करीब 25 वर्षों से चलाई जा रही थी। लेकिन अचानक बस सेवा को बंद कर दिया गया है, जिसके कारण इस रूट पर पड़ने वाली पंचायत मंगला, टपून, बख्तपुर, रठीयार, बसोधन आदि के लोगों को दिक्कतें पेश आ रही हैं। हालात यह हैं कि युवा समय पर शिक्षण संस्थानों में नहीं पहुंच पा रहे हैं। जिसके कारण उनकी शिक्षा पर भी बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले इस बस रूट को बदलकर चम्बा से परवानू कर दिया गया है। अधिक सवारी होने के कारण उन्हें बस में स्थान नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द चम्बा से जोत रूट के लिए अलग बस की व्यवस्था की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वे चक्का जाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।