ये रानी भी है सीएम पद की दौड़ में
1970 के दशक में एक लड़की भोपाल में छात्र राजनीति में सक्रीय थी और सियासत की बारीकियां सीख रही थी। रुझान शुरू से कांग्रेस की तरफ था। वहीं, उस युवती के पिता मध्य प्रदेश सरकार में आला प्रशासनिक अधिकारी थे, जो आगे चलकर मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव भी रहे। पिता का नाम था एम एस सिंह देव और उन्हीं की बेटी है आशा कुमारी। इन्हीं आशा कुमारी की शादी चम्बा के राजपरिवार में हुई और मध्य प्रदेश से आशा हिमाचल प्रदेश में आ बसी। पर यहाँ भी सियासत का उनका सफर न सिर्फ जारी रहा बल्कि परवान भी चढ़ा। 1985 में आशा कुमारी ने बनीखेत से अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और विधानसभा पहुंची। 2007 तक उन्होंने बनीखेत से 6 चुनाव लड़े और चार बार जीती। फिर परिसीमन बदला और बनीखेत का नाम हुआ डलहौजी। 2012 और 2017 में आशा कुमारी इसी डलहौजी सीट से विधायक बनी। अब फिर एक बार यहाँ से किस्मत आजमा रही है।
आशा कुमारी दो बार प्रदेश में मंत्री भी रही, पहले 1995 से 1998 तक और फिर 2003 से 2005 तक। केंद्र में भी उनका अच्छा रसूख है। अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे पंजाब की प्रभारी भी रह चुकी है। हालांकि इस बीच कुछ विवाद भी उनके साथ रहे। कभी न्यायलय में चल रहे जमीन विवाद ने उनकी चिंता बढ़ाई तो 2017 में एक महिला कांस्टेबल को थप्पड़ मारने के चलते वे चर्चा में रही। पर विवादों के बावजूद आशा कुमारी के राजनीतिक कद पर कोई खास आंच नहीं आई। अब आशा कुमारी न सिर्फ सातवीं बार विधायक बनने के पथ पर है, बल्कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने की स्थिति में सीएम पद की दावेदार भी है।
अब आते है मौजूदा चुनाव पर। डलहौजी सीट से आशा कुमारी मैदान में है और फिर उनका सामना है भाजपा के डीएस ठाकुर से। 2017 में भी ये दोनों ही आमने -सामने थे और तब आशा कुमारी मामूली अंतर से चुनाव जीती थी। ऐसे में इस बार उनकी सीट को लेकर कयासबाजी जारी है। इस पूरे चुनाव में आशा कुमारी प्रदेश में ज्यादा प्रचार करती नहीं दिखी है और उनका फोकस अपनी सीट पर रहा है। इससे समझा जा सकता है कि वे खुद भी कोई चूक नहीं करना चाहती थी। जाहिर है अगर मुख्यमंत्री बनना है, तो पहले विधायक बनना होगा। हालांकि प्रदेश में एंटी इंकमबैंसी और ओपीएस जैसे मुद्दों से भी आशा कुमारी आशावान है, पर बावजूद इसके डलहौजी में करीबी मुकाबला देखने को मिल सकता है। बहरहाल आशा कुमारी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है और समर्थक उन्हें भी बतौर भावी सीएम प्रोजेक्ट कर रहे है।