किन्नर कैलाश : यहाँ शिवलिंग बदलता है कई रंग
देवों के देव महादेव की लीला अपरंपार है, यही कारण है कि कई भक्त महादेव के दीवाने हैं। हमारे देश भारत में भगवान शिव के कई शिवलिंग स्थित हैं और इससे जुड़े कई रहस्य है। आज जिस शिवधाम के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वो कई रहस्यों का सागर है। ऐसा कहा जाता है की इस धाम की यात्रा इंसान अपने जीवन में सिर्फ एक बार ही कर पाने की हिम्मत रखता है। यह शिव धाम हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित है। यह समुन्द्र तल से 24 हज़ार फीट की ऊंचाई पर है। किन्नर कैलाश पर्वत पर स्थित शिवलिंग 79 मीटर की ऊंचाई पर सीना ताने खड़ा है। इस स्थान को भगवान शिव का शीतकालीन प्रवास स्थल भी माना जाता है। किन्नर कैलाश स्थित शिवलिंग अपने कई रहस्यों के लिए जाना जाता है।
शिवलिंग से जुड़ी पौराणिक कथा
किन्नर कैलाश के बारे में कई कथाएं कही जाती हैं। कुछ धार्मिक विद्वान ये बताते हैं की महाभारत काल में इस कैलाश का नाम इन्द्रकीलपर्वत था और यहां भगवान शिव और अर्जुन के बीच युद्ध हुआ था। ये भी कहा गया है की पांडवों ने अपने वनवास का अंतिम समय यही पर गुज़ारा था। किन्नर कैलाश को वाणासुर का कैलाश भी कहा जाता है। कहा जाता है की किन्नर कैलाश के आगोश में श्री कृष्ण के पोते का विवाह हुआ था।
यहाँ शिवलिंग दिन में कई बार बदलता है रंग
यहाँ पर स्थित शिवलिंग की एक चमत्कारी बात है कि यह दिन में कई बार यह रंग बदलता है। सूर्योदय से पूर्व सफेद, सूर्योदय होने पर पीला, मध्याह्न काल में यह लाल हो जाती है और फिर क्रमश:पीला, सफेद होते हुए संध्या काल में काली हो जाती है। क्यों होता है ऐसा, इस रहस्य को अभी तक कोई नहीं समझ सका है।
शिवलिंग की परिक्रमा करना बहुत ही मुश्किल
किन्नर कैलाश को हिमाचल का बद्रीनाथ भी कहा जाता है। इस विशाल शिवलिंग की परिक्रमा करना बहुत ही मुश्किल काम है जहाँ कई भक्त स्वयं को रस्सियों से बांधकर परिक्रमा पूरी करते हैं। इस पुरे पर्वत का एक चक्कर पूरा करने में 7 से 10 दिन तक का समय लग जाता है। ये कहा जाता है की किन्नर कैलाश पर्वत की यात्रा करने से सारी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
रास्ते पर स्थित है चमत्कारी पार्वती कुंड
गणेश पार्क से तक़रीबन 500 मीटर की दुरी पर पार्वती कुंड स्थित है। इसके बारे में ये कहा जाता है की अगर पूरी सच्ची श्रद्धा के साथ इसमें सिक्का डाला जाएं तो मन की मुराद ज़रूर पूरी होती है। किन्नर कैलाश जाने वाले भक्त इस कुंड में स्नान करने के बाद तक़रीबन 24 घंटे का कठिन सफर पार कर किन्नर कैलाश स्थित शिवलिंग के दर्शन कर पाते हैं।
विशेषताएं
- यह हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित है।
- किन्नर कैलाश को हिमाचल का बद्रीनाथ भी कहा जाता है।
- किन्नर कैलाश पर्वत पर शिवलिंग स्थित है।
- इस शिवलिंग से जुड़ा एक रहस्य ये है की इसका रंग दिन के हर पल के साथ बदलता रहता है जो की अपने आप में एक गुत्थी है।
- सावन का महीना शुरू होते ही किन्नर कैलाश यात्रा शुरू हो जाती है।
- इस यात्रा के लिए देश भर से लाखों भक्त किन्नर कैलाश के दर्शन के लिए आते हैं।
- रास्ते पर स्थित पार्वती कुंड के बारे में मान्यता है कि इसमें श्रद्धा से सिक्का डाल दिया जाए तो मुराद पूरी होती है।
- इस धाम से लौटते वक़्त भक्त ब्रह्मकमल और औषधीय फूल प्रसाद के रूप में ले जाते हैं।