कांगड़ा : मष्तिष्क रोगों का इलाज श्री बालाजी हॉस्पिटल में हुआ संभव
मनाेज कुमार : कांगडा
अचानक पिताजी बेहोश हो गए, हम तो घबरा गए, तुरंत श्रीबालाजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, ताे तुरंत इमर्जेंसी डिपार्टमेंट में डॉक्टर प्रवीण ठाकुर न्यूरो सर्जन ने सीटी स्कैन करवाया और अन्य आवश्यक जांचे करवाकर पता किया की पिताजी के मस्तिष्क में खून के धक्के जमने के कारण पिताजी मूर्छित हो गए थे। हम तो घबरा गए की क्या होगा, लेकिन डॉक्टर प्रवीण ने हमें आश्वासन दिया तथा डॉक्टर राजेश शर्मा ने हौसला बढ़ाया। अगले दिन पिताजी का ओपरेशन डॉक्टर न्यूरो सर्जन प्रवीण ठाकुर ने किया और एक हफ्ते के भीतर ही पिताजी सकुशल घर वापस आ गए। सही में हम डॉक्टर प्रवीण का हृदय से शुक्रिया करते हैं और डॉक्टर राजेश शर्मा बधाई के पात्र हैं, जो कांगड़ा में इस तरह के आसाध्य रोगों से लड़ने और ठीक होने के लिए श्री बालाजी हॉस्पिटल को बनाया।
उक्त उदगार ठीक हुए मरीज़ अमरनाथ शर्मा के पुत्र ने श्रीबालाजी अस्पताल में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान व्यक्त किए। पत्रकारों का उत्तर देते हुए वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉ प्रवीण ठाकर ने बताया की विभिन्न कारणों से मष्तिष्क में खून के धक्के जम सकते हैं, अगर समय रहते हुए मरीज़ को किसी ऐसे अस्पताल जहां सभी सुविधाएं जैसे न्यूरो सर्जन, सीटी स्कैन, एमआरआई और अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित ओपरेशन थियेटर हो और ऐसा एकमात्र अस्पताल जिला कांगड़ा में श्रीबालाजी अस्पताल है।
श्री बालाजी अस्पताल के एडमिनिस्ट्रेटर एवो वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सत्य बंधू सूद ने जानकारी देते हुए बताया की ऐसे ही जटिल ऑपरेशन करने के लिए श्री बालाजी अस्पताल में स्टेट ओफ आर्ट की विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हैं। डॉक्टर राजेश शर्मा निदेशक श्री बालाजी अस्पताल के अथक प्रयासों से कांगड़ा जिला के नागरिकों को उचित दर पर सही समय पर इलाज मिलना सुनिश्चित हुआ है।