IPL: जीत के लिए एक दूसरे का सामना करेंगे सनराइज़र्स और किंग्स इलेवन
अपने पहले तीनों मैच गंवाने वाली सनराइजर्स हैदराबाद और अपेक्षित शुरुआत नहीं कर पाने वाली पंजाब किंग्स की टीम चेन्नई में आमने-सामने होंगी। इस सीजन में सनराइजर्स की शुरुआत निराशाजनक रही है। हैदराबाद की टीम ने अब तक तीन मैचों में लक्ष्य का पीछा करते हुए मामूली अंतर से अपने मैच गंवाए हैं। पंजाब की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। केएल राहुल के नेतृत्व में टीम को तीन में से दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। अर्शदीप सिंह ने अब तक टीम के लिए अच्छी गेंदबाजी की है। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के झाय रिचर्डसन और रिले मेरेडिथ प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे हैं। इन दोनों ने तीन मैचों में 10 से अधिक की स्ट्राइक रेट से रन लुटाए हैं। पंजाब को चेपक की धीमी पिच पर एक अदद स्पिनर की कमी खल रही है। टीम स्पिन विभाग में मुरुगन अश्विन पर निर्भर रही है लेकिन पहले दो मैचों में उनकी नाकामी के बाद टीम को जलज सक्सेना को उतारना पड़ा। जलज की ऑलराउंड क्षमता को देखकर टीम उन्हें आगे भी अंतिम एकादश में बनाए रख सकती है।
पंजाब के पास दीपक हुड्डा के रूप में एक और ऑलराउंडर है, जिन्होंने बल्लेबाजी में अपनी भूमिका खूब निभाई है लेकिन गेंदबाजी में उन्हें केवल दो ओवर करने का मौका मिला है। पंजाब को बल्लेबाजी कैरेबियाई दिग्गजों क्रिस गेल और निकोलस पूरऩ से भी धमाकेदार पारियों का इंतजार है। इन दोनों का बल्ला अभी तक नहीं चल पाया है।
सनराइज़र्स के लिए यह मैच काफी महत्वपूर्ण बन गया है क्योंकि लगातार तीन हार के बाद मनोबल बढ़ाने के लिए उसे इसकी सख्त दरकार है। टीम मध्य और निचले क्रम के बल्लेबाजों की असफलता के कारण पिछले मैचों में अंतिम क्षणों में लक्ष्य से चूक गई थी। तीनों मैच में सनराइज़र्स ने जीत की स्थिति में पहुंचने के बावजूद मैच गंवाए जो कि वार्नर के लिए निश्चित तौर पर चिंता का विषय है। मुंबई के खिलाफ वार्नर और बेयरस्टो ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई थी लेकिन इन दोनों के आउट होने के बाद उसका मध्यक्रम लड़खड़ा गया। बल्लेबाजों में केवल मनीष पांडे ही अच्छा खेल दिखा पाए हैं। विराट सिंह, विजय शंकर, अभिषेक शर्मा और अब्दुल समद ने निराश किया है। ऐसे में टीम मध्यक्रम को मजबूती देने के लिए केन विलियमसन को अंतिम एकादश में शामिल कर सकती है। भुवनेश्वर कुमार के अपेक्षित प्रदर्शन नहीं करने के बावजूद स्टार लेग स्पिनर राशिद खान की प्रभावशाली गेंदबाजी से सनराइजर्स के गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को हावी नहीं होने दिया। यदि भुवनेश्वर और राशिद दोनों चलते हैं तो फिर पंजाब के बल्लेबाजों के लिए बड़ा स्कोर बनाना मुश्किल होगा।