EVM पर ना भरोसा था, ना है, 80 सीटें जीत जाएं तो भी ना होगा- अखिलेश यादव
सपा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए ईवीएम पर बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें अब भी ईवीएम पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा, "मुझे ईवीएम पर ना कल भरोसा था, ना आज है और अगर मैं यूपी की 80 की 80 सीटें भी जीत जाऊं तो भी हमें ईवीएम पर भरोसा नहीं होगा।" अखिलेश यादव ने कहा है कि उन्होंने अपने चुनावी भाषण के दौरान भी कहा था वे ईवीएम को हटाएंगे। उन्होंने कहा, "ईवीएम का मुद्दा मरा नहीं है और जब तक ईवीएम नहीं हटेगा हम समाजवादी लोग उस बात पर अड़े रहेंगे।अपने संबोधन के दौरान भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए और कहा कि अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और नीट परीक्षा के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा। अखिलेश यादव ने अपने संबोधन की शुरुआत लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को धन्यवाद देकर की और उन मतदाताओं का आभार व्यक्त किया जिन्होंने लोकतंत्र को बचाया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव जनता की समझदारी की जीत है और सांप्रदायिक राजनीति की हार हुई है। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह अर्थव्यवस्था के आंकड़े छुपा रही है और अगर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाना है तो 35 प्रतिशत की ग्रोथ चाहिए, जो संभव नहीं है।
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि धन, छल, बल की नकारात्मक राजनीति की हार हुई है और जोड़ने वाली राजनीति की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर सिर्फ विनाश हो रहा है और जनता को कोई सुविधा नहीं मिल रही है। उन्होंने अनाथ पशुओं की समस्याओं और गन्ने के भुगतान का मुद्दा भी उठाया |नीट पेपर लीक पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि शिक्षा परीक्षा माफिया का जन्म हुआ है और सरकार नौकरी नहीं देना चाहती है इसलिए पेपर लीक हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अग्निवीर जैसी व्यवस्थाओं से देश की सीमाओं की सुरक्षा संभव नहीं है और सत्ता में आने पर इसे खत्म कर देंगे।
अखिलेश यादव ने अपने भाषण में भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि अब देश किसी की निजी महत्वाकांक्षा से नहीं, बल्कि जन आकांक्षा से चलेगा। उन्होंने कहा कि अब मनमर्जी नहीं, जनमर्जी चलेगी। उनका भाषण सरकार की नीतियों पर कड़ा प्रहार था और उन्होंने जनता की समस्याओं को खुलकर सामने