पंचायतों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सदन में लाया गया संकल्प
विधानसभा सत्र में विधानसभा सदस्य बलवीर सिंह चैधरी द्वारा पंचायतों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सदन में संकल्प लाया गया।विधायक विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर सुभाष ठाकुर ने इसके समर्थन में कहा कि सभी सदस्यों को इसकी चिंता है और उम्मीद है कि इस संबंध में कड़े कदम उठाये जायँगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार कई वर्षों से पंचायतों में हो रहा है सभी सदस्य यह चाहते हैं कि इस भ्रष्टाचार को खत्म किया जाए। आज पंचायती राज सिस्टम में पंचायतों के विकास के लिए बहुत पैसा आया है यह विकास कार्य हर पंचायत में होने चाहिए। केंद्र सरकार की तरफ से 14वें वित्त आयोग के तहत 10-20-30 लाख रूपय प्रत्येक पंचायत को विकास कार्यो के लिए आता है और कई अन्य केंद्र प्रायोजित योजनाएं हैं जैसे मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना ऐसी अनेकों योजनाएं हैं। उसी तरह हमारे राज्य में सांसद निधि, राज्य सभा सांसद निधि, विधायक निधि और अनेकों ऐसी नीतियां हैं, सभी को चिन्ता है कि इस सिस्टम को मजबूत किया जाए।
हर पंचायत में हो तकनिकी सहायक
उन्होंने सुझाव दिया कि हर एक पंचायत में एक-एक तकनीकी सहायक होना चाहिए। कनिष्ठ अभियंता को 25-25 पंचायतें दी गई है जिस कारण वे 1 माह में सभी पंचायतों तक नहीं पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर एक के पास 10 पंचायतें दे दी जाए तो वे यह कार्य ठीक से कर पाएंगे। इसी तरह पंचायत सचिव और बीडीओ की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।