इमरजेंसी में 19 माह जेल में रहे, अब बने हिमाचल के राज्यपाल
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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र को हिमाचल प्रदेश का गवर्नर नियुक्त किया है। 78 वर्षीय कलराज मिश्र बीजेपी के उन चंद नेताओं में शुमार हैं, जो जनसंघ के दौर से पार्टी की विचारधारा से जुड़े रहे है।आइये जानते है कलराज मिश्र के राजनैतिक सफर के बारे में :-
- मात्र 14 वर्ष की उम्र में कलराज मिश्र संघ के विचारों से प्रभावित होकर आरएसएस से जुड़ गए ।
- मिश्र वर्ष 1963 में आरएसएस के पूर्णकालिक प्रचारक बने।
- वर्ष 1968 में वे जनसंघ में संगठन मंत्री नियुक्त हुए।
- मिश्र जेपी आंदेलन से जुड़े और आंदोलन के संयोजक भी रहे।
- आपातकाल में वे 19 माह जेल में रहे। वे उन कुछ चेहरों में शामिल थे जो सीधे तौर पर इंदिरा सरकार के निशाने पर थे।
- 1977 में मिश्र जनता पार्टी से जुड़े।
- वर्ष 1978 में पहली बार राज्यसभा सांसद बने। इसके बाद वर्ष 2001 में भी वे राज्यसभा सांसद बने।
- 1980 में वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त हुए।
- 1980 में भाजपा के उत्तर प्रदेश महामंत्री व 1991 में उत्तर प्रदेश अध्यक्ष बने।
- कलराज मिश्र राम मंदिर आंदोलन से भी जुड़े रहे हैं।
- 1997 में वे उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बने।
- 1999 में एक बार फिर उन्हें उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष बनाया गया।
- एक वक्त ऐसा भी आया जब समर्थकों द्वारा उन्हें उत्तर प्रदेश में भाजपा के सीएम फेस के तौर पर देखा जाने लगा।
- 2010 में बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष घोषित किए गए।
- 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने देवरिया से चुनाव लड़ा और जीतकर मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बने।
- उन्हें सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया था।
- 2017 में 75 वर्ष की आयु पूरी होने पर कलराज मिश्र से मंत्री पद ले लिया गया था।
- 2019 का लोकसभा चुनाव उन्होंने नहीं लड़ा।