बिलासपुर जिला कांग्रेस के 19 पदाधिकारियों को पद मुक्त करने के समाचार से खलबली
सोशल मीडिया में बिलासपुर जिला कांग्रेस के 19 पदाधिकारियों को पद मुक्त करने के समाचार ने खलबली मचा दी है। फेसबुक पर आए इस मैसेज को भले ही कुछ देर बाद मिटा दिया गया हो लेकिन व्हाटसेप पर यह मैसेज दिन भी वायरल होता रहा है। उल्लेखनीय है कि इस मैसेज में बाकायदा पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष, महासचिव और अन्य कई पदाधिकारियों को कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाने व कुछ एक को नोटिस देने की पूरी तैयारी कर ली गई है। इस फेहरिस्त में कई दल बदलू नेता भी शामिल है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बीते कल बिलासपुर में सतासीन सरकार और स्थानीय नुमाईदें व प्रशासनिक अव्यवस्था को लेकर बंबर ठाकुर द्वारा आयोजित हल्ला बोल रैली एवं धरना प्रदर्शन से इन लोगों ने दूरी बनाए रखी है। वहीं मामले की पुष्टि स्वयं जिला कांग्रेस अध्यक्ष बंबर ठाकुर ने की है। उन्होंने बताया कि इन लोगों ने सदैव कांग्रेस पार्टी की गाईड लाइन से हटकर काम किया है जिससे कांग्रेस कमजोर हुई और कई बार हार का शिकार बनी। बीते रोज भी जहां सभी कांग्रेसी लोगों को एकजुटता का परिचय देकर एकत्रित होना था तो वहां पर भी यह लोग नदारद रहे।
इस बात की लिखित रूप से शिकायत पर्यवेक्षक रमेश चौहान तथा पार्टी हाईकमान को कर दी गई है। बंबर ठाकुर ने आरोप लगाया कि चुनावों के समय भी इनका रवैया नकारात्मक ही रहा है जबकि बिलासपुर में भाजपा के खिलाफ होने वाले प्रदर्शनों से इन्होंने कन्नी ही काटी है। पार्टी के दिशा निर्देश अनुसार बिलासपुर ही नहीं बल्कि स्वारघाट, ऊना, बड़सर, बंगाणा,
हमीरपुर, ज्वाला जी, देहरा आदि में होने वाले कार्यक्रमों में यह लोग शामिल होना तो दूर बाकियों को भी इनके द्वारा कार्यक्रम में शिरकत करने से रोका गया। बंबर ने कहा कि यही नहीं बिलासपुर में होने वाले प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर के कार्यक्रम से भी इन लोगों की दूरी ही रही। उन्होंने बताया कि पार्टी से विश्वासघात करने वाले या अपना गुट बनाने वाले कुल 19 लोगों की सूची प्रदेेश हाईकमान को भेज दी है जिसमें से 7 के उपर निष्कासन होना तय है जबकि बाकियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
प्रवक्ता जिला कांग्रेस बिलासपुर संतोष वर्मा ने कहा कि बिलासपुर कांग्रेस में केवल संघर्षशील और ईमानदार लोगों का स्थान है। ऐसे में पार्टी के लिए मुकद्दमे झेलने वाले पीछे रहें जबकि मौके नदारद लोगों को औहदे सौंपे जाएं, ऐसा नहीं चलेगा। जिलाध्यक्ष बंबर ठाकुर द्वारा लिया गया निर्णय पार्टी में नए रक्त का संचार करेगा।