राहत : टांडा मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस यूनिट शुरू
टांडा मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस यूनिट शुरू हो चुकी है। पहले डायलिसिस की सुविधा न होने से हर माह सैकड़ों रोगी दूसरे राज्यों में इलाज करवाने जाते थे। पर अब टांडा में अब लगभग 80 लाख की लागत से यह यूनिट स्थापित की गई है। ख़ास बात ये है कि पोर्टेबल मशीनों की सुविधा भी इस यूनिट में मौजूद है। ऐसे में मरीजों बड़ी राहत मिली है। वहीँ लम्बे समय से सीटी स्कैन की सुविधा को लेकर चल रही समस्या भी अब दूर हो गई है।
इसके साथ ही टांडा मेडिकल कॉलेज में कैंसर के रोगियों के लिए ब्रेकीथैरेपी की सुविधा भी जल्द शुरू होने जा रही है। बीते दिनों मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कांगड़ा दौरे के दौरान ही उसे अप्रूवल मिली है। वहीँ शिमला और टांडा मेडिकल कॉलेज में पीईटी स्कैन की सुविधा जल्द मरीजों को मिलेगी। इसके अलावा टांडा में मल्टी स्टोरी पार्किंग को मंजूरी मिल चुकी है। जल्द मेंटल अस्पताल व जच्चा-बच्चा अस्पताल भी जनता को समर्पित किया जाएगा।
हिमकेयर योजना बनी वरदान :
अब तक हिमकेयर योजना के तहत दो सौ पच्चीस करोड़ रुपये हिमाचल में खर्च किए जा चुके हैं। इसमें दो लाख बीस हजार से ज्यादा लोगों का नि:शुल्क इलाज किया जा चुका है।
हिमकेयर के तहत निशुल्क होगा डायलिसिस :
टांडा मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई डायलिसिस यूनिट टांडा में रोजाना करीब 25 रोगियों का डायलिसिस किया जा सकेगा। ऐसे में लोगों को भारी रेजों में जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। हिमकेयर कार्ड धारकों के लिए डायलिसिस पूरी तरह निशुल्क रहेगा। जबकि अन्य के लिए डायलिसिस का शुल्क 1047 रुपये होगा। ऐसे में ये किडनी रोगियों के लिए बड़ी राहत है।