नेरचौक अस्पताल में दो और कोविड-19 पॉजीटिव महिलाओं का सफल प्रस्व
कोविड-19 महामारी के दौर में डॉक्टर जहां बतौर कोरोना वॉरियर बीमारी से लड़ रहे हैं वहीं कई विशेषज्ञ डॉक्टर दो कदम आगे बढ़ते हुए सर्जरी और सफल प्रस्व करवाने में भी जुटे हुए हैं। गर्भवती मां के कोरोना पॉजीटिव आने के बाद प्रस्व जैसा कार्य और चुनौतीपूर्ण हो रहा है, लेकिन नेरचौक के डाक्टरों के जज्बे के सामने कोरोना महामारी भी हार मानती दिख रही है। अस्पताल के डॉक्टरों ने दो कोरोना पॉजीटिव महिलाओं का एक बार फिर सफल प्रस्व करवाया है।
3 अगस्त की सुबह दो बच्चों ने जन्म लिया है। 34 वर्षीय एक महिला जो हमीरपुर से नेरचौर अस्पताल में रेफर की गई थी व कोरोना पॉजीटिव पाई गई थी। इस महिला ने बेटी को जन्म दिया है और सामान्य प्रस्व हुआ है। एक अन्य महिला 35 वर्षीय बिलासपुर से अस्पताल में रेफर की गई थी। महिला भी कोरोना पॉजीटिव पाई गई थी। इस महिला ने प्रीमेच्योर बच्चे को जन्म दिया है। इस बच्चे की हालत भी स्थिर है।
इन महिलाओं के प्रस्व के लिए डॉक्टरों के लिए कोविड महामारी की चुनौती एक बार फिर सामने थी, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपनी ड्यूटी को निभाया और कोविड पॉजीटिव महिलाओं का सफल प्रस्व करवाया। इससे पहले भी डॉक्टरों ने अस्पताल में हिमाचल का पहला सिजेरियन द्वारा सफल प्रस्व करवाया है जिसमें महिला कोरोना पॉजीटिव थी। सफल प्रस्व के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने एक बार ड्यूटी को पूरी लगन से अंजाम दिया है। डॉक्टरों की टीम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सोमदत्त, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विशाल जम्वाल, इंटर्न डॉ. अलीशा और डॉ. अपूर्वा, स्टाफ नर्स सुनीता शामिल रहे।