दुख है कि मुझे टिकट नहीं दिया गया था, 2022 में फिर कमल खिलाएंगे : गोविन्द राम शर्मा

वरिष्ठ भाजपा नेता और दो बार अर्की विधायक रहे गोविन्द राम शर्मा 2022 के लिए अभी से हुंकार भर चुके है। शर्मा आश्वस्त है कि पार्टी उन्हें टिकट देगी और वे चुनाव जीतेंगे भी। निसंदेह उन्हें दरकिनार करना भाजपा के लिए आसान नहीं होने वाला। शर्मा कहते है 2017 में उन्होंने टिकट भी छोड़ा और पूरी शिद्दत से पार्टी के लिए काम करते आ रहे है। अब पार्टी के आशीर्वाद से 2022 में वे ही कमल खिलाएंगे। अर्की की गरमाई राजनीति पर फर्स्ट वर्डिक्ट ने गोविन्द राम शर्मा के साथ विशेष बातचीत की। पेश है बातचीत के मुख्य अंश....
सवाल : आप वह नेता है जिन्होंने 15 साल बाद अर्की विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का कमल खिलाया था। बावजूद इसके 2017 में आपका टिकट काट दिया गया। क्या कारण रहे?
गोविन्द राम शर्मा : अर्की विधानसभा क्षेत्र में पार्टी मजबूत रहें इसके लिए मैंने व्यक्तिगत रूप से हर संभव प्रयास किया। जनता के सहयोग और पार्टी के आशीर्वाद से में दो बार विधायक भी रहा। 2017 में भी मेरी इच्छा थी कि मैं दोबारा चुनाव लडू और उम्मीद थी कि पार्टी टिकट देगी। मुझे इस बात का दुख है कि मुझे टिकट नहीं दिया गया। हाइकमान का निर्णय था कि मेरी जगह रत्न सिंह पाल को टिकट दिया जाये, तो उस निर्णय का भी मैंने दिल से स्वागत किया। मैंने प्रचार से लेकर मतदान तक पार्टी के कैंडिडेट के साथ नहीं छोड़ा और पार्टी की जीत के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी। आप हार का कारण पूछ रहें है तो निसंदेह पार्टी से कहीं न कहीं चूक रही। मुझे लगता है टिकट का गलत आवंटन भी हार का कारण रहा।
सवाल : यानी आप मानते है कि आपको टिकट दिया गया होता, तो नतीजा बेहतर होता ?
गोविन्द राम शर्मा : मैं सिर्फ यही कहूंगा कि मैं सकारात्मक सोच का व्यक्ति हूँ। मुझ पर पार्टी ने दो बार भरोसा जताया और मैंने दोनों बार पार्टी को जीत भी दिलाई।
सवाल : प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद उम्मीद थी कि आपको किसी बोर्ड या निगम में नियुक्ति मिलेगी, पर ऐसा भी नहीं हुआ? जो उम्मीदवार 2017 में हारे उन्हें जगह मिली, क्या कहना चाहेंगे ?
गोविन्द राम शर्मा : मैं मानता हूँ कि किसी भी पार्टी, संस्था या किसी भी कार्य को गति देने के टीम वर्क बेहद जरूरी है। बिना एकजुटता से कोई भी कार्य सम्भव नहीं है ,खासकर राजनीति में तो असम्भव है। मेरा व्यक्तित्व सिद्धांत तो यह कहता है कि सही रणनीति के साथ और सबको साथ लेकर ही मुकाम तक पहुंचा जा सकता है। रही बात मुझे किसी बोर्ड या निगम में पद मिलने की तो ये पार्टी का निर्णय है, मुख्यमंत्री जी का निर्णय है। मैं दिन -रात जनता और पार्टी की सेवा में लगा हूँ। पार्टी के भीतर मुझे मान - सम्मान प्राप्त है, सभी नेता -कार्यकर्ता मेरे परिवार की तरह है। हाँ मेरे समर्थक चाहते थे कि मुझे कोई बड़ी जिम्मेदारी मिले, पर पार्टी ने जो भी निर्णय किया वो स्वीकार्य है , सर्वोपरि है।
सवाल : अर्की भाजपा में गुटबाजी चरम पर है। रतन सिंह पाल और आप तो है ही, आशा परिहार और अमर सिंह ठाकुर जैसे अन्य नेता भी सक्रिय है। इतनी गुटबाजी के बाद भाजपा जीतेगी कैसे ?
गोविन्द राम शर्मा : अर्की में पार्टी में गुटबाजी नहीं है, हाँ व्यक्ति विशेष का अपना कोई गुट हो सकता है। अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने की मंशा से राजनीति में उतरने वाले किसी भी हद्द तक जा सकते है। आप जीत को लेकर प्रश्न कर रहे है तो मैं बता दूँ कि मैं पूर्ण विश्वासरत हूँ कि पार्टी पिछले चुनावों में हुई त्रुटियों में सुधार कर कार्यकर्ताओं में नयी ऊर्जा का संचार करेंगी और उसी जोश के साथ अर्की में कमल खिलेगा। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश में बेतहाशा विकास हुआ है, पार्टी मजबूत है और जीत को लेकर हम तैयार है।
सवाल : आपका सीधा इशारा रत्न सिंह पाल की तरफ है ?
गोविन्द राम शर्मा : मेरा किसी व्यक्ति विशेष से कोई मतभेद नहीं है। सभी चाहते है की पार्टी बेहतर करें और हम अपने प्रदेश, अपने निर्वाचन क्षेत्र का अथाह विकास कर सके। मेरा भी यही मकसद है और अपना पूर्ण योगदान देना चाहता हूँ।
सवाल : आप कर्मचारी नेता भी रहे है। कर्मचारियों के कई मुद्दे जयराम सरकार के कार्यकाल में लंबित है। इस विषय पर क्या कहेंगे?
गोविन्द राम शर्मा : प्रदेश सरकार कर्मचारी हितेषी है, हर निर्णय कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखकर लिया जाता रहा है। मैं खुद कर्मचारी रहा हूँ और बतौर कर्मचारी नेता कई प्रदर्शनों में भी शामिल भी हुआ हूँ। ऐसा नहीं है कर्मचारियों के मामले लंबित है, सरकार सभी मुद्दों को लेकर गंभीर है और मुझे विश्वास है कि कर्मचारियों की सभी मांगों को पूरा भी किया जायेगा। प्रदेश के कर्मचारियों में बेतोड़ ताकत है, आवश्यकता है एक मंच पर एकजुट होने की।
सवाल : आप हमेशा बेबाक तरीके से अपने विचार रखते है। वर्तमान में भाजपा का जो जिला संगठन है, क्या वो सक्षम दिखता है आपको ? न धार दिख रही है और न दमदार चेहरा। 2022 कैसे जीतेंगे ?
गोविन्द राम शर्मा: यह हाईकमान के ऊपर है। इस पर कोई कमेंट नहीं कर पाऊंगा।