मैंने अपना दावा पेश किया, अब निर्णय पार्टी को लेना है : संजय अवस्थी
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद अर्की उपचुनाव जीतना कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल होगा। संभवतः वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह मंडी से उप चुनाव लड़ेगी। ऐसे में अर्की से संजय अवस्थी फिलवक्त मजबूत दावेदार लग रहे है। हालांकि राजेंद्र ठाकुर भी स्व.वीरभद्र सिंह से नजदीकी के बुते टिकट की दौड़ में जरूर है लेकिन संजय अवस्थी का दावा भी मजबूत है। जाहिर सी बात है इस तमाम खींचतान में सबको एकजुट रखकर चुनाव लड़ना कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती होने वाली है। ऐसे ही तमाम मुद्दों पर फर्स्ट वर्डिक्ट ने संजय अवस्थी से विशेष बातचीत की ....
सवाल : अर्की उप चुनाव के लिए कांग्रेस की तैयारी कैसी चल रही है ?
जवाब : तैयारी बहुत बढ़िया है। सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर काम कर रहे है, लोगों के बीच जा रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री और निवर्तमान विधायक स्व वीरभद्र सिंह ने अर्की को बहुत कुछ दिया है। ऐसे तमाम विकास कार्यों को लेकर हम जनता के बीच है और अर्की की जनता निश्चित तौर पर कांग्रेस को विजयी बनाएगी।
सवाल : आप भी टिकट के दावेदार है, टिकट मिलने को लेकर आप कितने आश्वस्त है ?
जवाब : टिकट देना न देना, ये आलाकमान का काम है। कांग्रेस एक बहुत पुरानी पार्टी है, पार्टी की अपनी एक विचारधारा है, काम करने का तरीका है। प्रत्याशी के चयन का भी अपना एक सिस्टम है जिसके बाद ही पार्टी कोई निर्णय लेती है। मैं 2012 में पार्टी प्रत्याशी था और बेहद कम अंतर से चुनाव हारा था। इसके बाद मैं लगातार लोगों से जुड़ा रहा, उनके मसले उठाता रहा। 2017 में निवर्तमान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अर्की से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था और तब भी मैंने जन संपर्क और प्रचार अभियान में अपनी भागीदारी पूरी दी और कांग्रेस ने जीत दर्ज की। अब वीरभद्र सिंह जी के निधन के चलते उपचुनाव की स्थिति है और निश्चित तौर पर मैं भी टिकट का दावेदार हूँ। कांग्रेस एक लोकतान्त्रिक पार्टी है और हर कार्यकर्त्ता को टिकट मांगने का हक़ है। मैंने अपना दावा पेश किया है, अब मैं पार्टी की कसौटी पर खरा उतरता हूँ या नहीं ये निर्णय पार्टी को लेना है।
सवाल : आप 2012 के चुनाव का जिक्र कर रहे थे। माना जाता है तब आप बगावत और भीतरघात के चलते हारे थे। अब क्या स्थिति है ?
जवाब : तब स्थिति अलग थी और अब स्थिति-परिस्थिति अलग है। पार्टी एकजुट है और आने वाले उपचुनाव में इसका लाभ निश्चित तौर पर पार्टी को होगा। पार्टी का जप भी प्रत्यक्ष होगा वो जीतकर विधानसभा पहुंचेगा।
सवाल : अगर भाजपा की बात करें तो वहां भी अंतर्कलह है। ऐसा तो नहीं होगा कि भाजपा की अंतर्कलह की आग में कांग्रेस भी झुलस जाए और क्रॉस वोटिंग की स्थिति बन जाएं ?
जवाब : भाजपा की अंतर्कलह उनका आंतरिक मामला है और उनकी लड़ाई का फायदा कांग्रेस को होगा। कांग्रेस में सब एकजुट है और कोई अंतर्कलह नहीं है। ऐसे में क्रॉस वोटिंग जैसी कोई स्थिति नहीं बनेगी। हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे। बीते दिनों पार्टी के प्रदेश सह प्रभारी संजय दत्त भी अर्की पहुंचे थे और उन्होंने सभी चाहवानों और कार्यकर्ताओं से बैठक की। उन्होंने स्पष्ट किया कि टिकट सिर्फ किसी एक को ही मिलेगा और ऐसे में जिसे टिकट नहीं मिलता है उसे पार्टी में पूरा मान -सम्मान मिलेगा और 2022 में उचित पद और ज़िम्मेदारी भी। कांग्रेस एकजुट है और एकजुट ही रहेगी।
सवाल : अगर आपको टिकट मिलता है तो विकास के ऐसे कौन से मुद्दे है जिन्हे लेकर आप जनता के बाच जाएंगे ?
जवाब : करीब चार साल के भाजपा राज में अर्की का विकास थम गया है। सिर्फ कांग्रेस शासन काल के दौरान शुरू किये गए काम ही हुए है, इस सरकार ने कुछ नहीं किया। कई भवन बनकर तैयार है लेकिन ये सरकार उनका भी इस्तेमाल नहीं का पा रही। मसलन दाड़लाघाट का सीएचसी भवन बनकर तैयार है, कोरोना काल में भी सरकार ने उसका लाभ नहीं उठाया। जय नगर और दाड़लाघाट में जो कॉलेज वीरभद्र सिंह ने दिए थे उनके लिए वर्तमान सरकार भवन तक नहीं बनवा पाई। अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में आज स्टाफ नहीं है या कम है, कई बसों के रूट बंद है। यहाँ दो सीमेंट प्लांट है जिनसे सम्बंधित ट्रक ऑपरेटर्स के कई मुद्दे है। जयराम सरकार ने अर्की के लिए कुछ नहीं किया, कोरी घोषणाओं से विकास नहीं होता। हम इस सरकार का चार साल का रिपोर्ट कार्ड लेकर जनता के बीच जायेंगे।