आसमान में उड़ते मानव परिंदे ...
हिमाचल प्रदेश पर प्रकृति मेहरबान है और यहाँ पर्यटकों के लिए बहुत कुछ है। रोमांचक और साहसिक खेलों के शौकीनों के लिए भी हिमाचल स्वर्ग के समान है। पर्वतारोहण, आइस स्केटिंग, ऊबड़-खाबड़ रस्तों में ड्राइव रेसिंग, उफनती नदियों में राफ्टिंग, फिशिंग, जंगली सफारी, सितारों भरे आसमान के नीचे कैंपिंग, बोन फायर जैसे आकर्षण यहाँ पर्यटकों को खींच लाते है, और इस फेहरिस्त में सबसे खास है पैराग्लाइडिंग। मनुष्य हमेशा से ही स्वछंद परिंदों की भांति आसमान को नापने की चाह रखता आया है और प्रकृति हिमाचल में मनुष्य की इस कल्पना को पंख देती है। हिमाचल के कई स्थानों पर आसमान छूते मानव परिंदो को देखना अद्धभुत है। विशेषकर बीड़ बिलिंग में दुनिया भर से पैराग्लाइडिंग के शौक़ीन पहुँचते है। बीड़ को पैराग्लाइडिंग के लिए दुनिया के सबसे अच्छे स्थानों में से एक माना जाता है। ये ही कारण है कि गर्मियों के दौरान यहां सैलानियों और एडवेंचर के शौकीनों का तांता लगा रहता है।
बीड़ पैराग्लाइडिंग की टेक ऑफ साइट और बिलिंग लैंडिंग साइट है, जिसकी कुल ऊंचाई परिवर्तन लगभग 800 मीटर है। ये जगह पैराग्लाइडिंग के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर है। पैराग्लाइडिंग के लिए एक सही जगह होने की वजह से मार्च से नवंबर तक के महीनों में हजारों पर्यटकों यहां पैराग्लाइडिंग के लिए आते हैं।
पैराग्लाइडिंग के अलावा बीड़ आध्यात्मिक अध्ययन और मैडिटेशन के लिए भी एक महत्वपूर्ण केंद्र भी है।
इस जगह के खूबसूरत पहाड़, हरियाली, मौसम के साथ यहां का शांत वातावरण पर्यटकों का मन मोह लेता है और हर वर्ष हजारों लोग यहाँ मैडिटेशन के लिए भी पहुँचते है।
वर्ल्ड कप का भी हो चूका है आयोजन
बिलिंग घाटी में छह बार पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप का आयोजन हो चुका है। वहीं वर्ष 2015 में पहली बार देश के पहले पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का आयोजन यहां हुआ था। यहां इटली के बाद विश्व की दूसरी बेहतरीन पैराग्लाइडिंग साइट है। यहां से दो सौ किमी तक उड़ान की सुविधा है। बिलिंग घाटी में देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से लोग पैराग्लाइडिंग करने के लिए पहुंचते है।
तिब्बती कॉलोनी बेहद मशहूर
बीड़ में स्थित तिब्बती कॉलोनी बेहद मशहूर है। दुनियाभर से यहां बौद्ध भिक्षु आते हैं। यह कॉलोनी 1962 में बसी। उस वक्त चीन के आक्रमण से भयभीत तिब्बती शरणार्थियों ने यहां शरण ली। बीड़ बिलिंग आने वाले लोग इस इस तिब्बती कॉलोनी को देखने जरूर जाते है।
1984 में अस्तित्व में आई थी साइट
बिलिंग घाटी रोमांचक खेलों के लिए वर्ष 1984 में अस्तित्व में आई थी। उस समय घाटी से केवल हैंगग्लाइडिंग शुरू हुई थी। उस दौरान यहां हैंगग्लाइडिंग की अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता करवाई गई थी। वर्ष 1992 में पहली बार पैराग्लाइडिंग की उड़ान भरी गई थी। विदेशी पायलट ब्रूस मिल्स ने यहां पैराग्लाइडिंग का सिलसिला शुरू किया था तथा स्थानीय युवाओं को इसका प्रशिक्षण दिया था।
कब जाएँ बीड़ बिलिंग :
बीड़, पालमपुर से 35 किलोमीटर की दूरी पर है। वहीं, बिलिंग की दूरी बीड़ से 14 किलोमीटर की दूरी पर है। अगर आप यहां जाकर पैराग्लाइडिंग करना चाहते हैं तो यह सबसे बेहतरीन वक्त है। यहां मार्च से जून और अक्टूबर से लेकर नवंबर के बीच पैराग्लाइडिंग की जा सकती है। बीड़ बिलिंग की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से जून के महीनों के दौरान यानी ग्रीष्मकाल का होता है। मानसून के मौसम में यहां भारी वर्षा होती है और भूस्खलन का खतरा हो सकता है और सर्दियां तापमान के साथ शून्य तक गिर सकता है। अक्टूबर और नवंबर शरद ऋतु और मार्च से मई तक पैराग्लाइडिंग के लिए सही महीने हैं।