भूकंप से तबाह हुआ तो धर्मगुरु दलाई लामा ने दोबारा बसाया यह शहर
हिमालय की गोद में बसा खूबसूरत पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश बर्फ से ढकी पहाड़ियों, घाटियों और वादियों के लिए दुनियाभर में मशहूर है। यहां हर साल लाखों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। यहां बहुत से ऐसे हिल स्टेशन हैं, जिन्हें बसाने का श्रेय अंग्रेजों को जाता है जैसे शिमला, डलहौजी, कसौली आदि। एक ऐसा ही हिल स्टेशन राज्य की दूसरी राजधानी धर्मशाला के पास बसा है। इस हिल स्टेशन का नाम है मैकलोडगंज।
सन 1905 में कांगड़ा जिले में बेहद भयंकर भूकंप आया, जिसने न सिर्फ पहाड़ियों में बसे खूबसूरत हिल स्टेशन मैकलोडगंज, बल्कि पूरे कांगड़ा को उजाड़ दिया। भूकंप के बाद जब मैकलोडगंज पूरी तरह तबाह हो गया तो फिर यहां तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने काफी कार्य किया। उन्होंने शहर को दोबारा पूरी तरह से बसाया। दलाई लामा के इस शहर में प्रभाव होने के कारण ही इस शहर में हिंदू संस्कृति के साथ ही तिब्बती सभ्यता भी देखने को मिलती है।
ऐसे पड़ा मैकलोडगंज नाम
18वीं सदी की बात है, भारत में ब्रिटिश राज था और यहां दूसरा आंग्ल-सिख युद्ध चल रहा था। उस समय पंजाब के लेफ्टिनेंट गवर्नर डेविड मैकलोड थे। डेविड मैकलोड मूलता स्कॉटलैंड से थे, उन्हें यह जगह अपने गृह नगर स्कॉटलैंड जैसी ही लगी। इसके बाद डेविड मैकलोड के नाम पर ही इस जगह का नाम मैकलोडगंज रख दिया गया। तबसे इस हिल स्टेशन को मैकलोडगंज कहा जाने लगा।
लिटिल ल्हासा के नाम से भी है मशहूर
तिब्बती सरकार में निर्वासन का मुख्यालय मक्लोडगंज में है। तिब्बतियों की बड़ी आबादी के कारण इसे लिटिल ल्हासा या ढसा (मुख्य रूप से तिब्बतियों द्वारा धर्मशास्त्र का एक छोटा रूप) के रूप में जाना जाता है। इसकी औसत ऊंचाई 2,082 मीटर (6,831 फीट) है। यह धौलाधार रेंज पर स्थित है, जिसका उच्चतम शिखर, हनुमान का टीब्बा, लगभग 5,639 मीटर (18,500 फीट) पर स्थित है।
प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
भागसुनाथ मंदिर: मैकलोडगंज का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है भागसुनाथ मंदिर, जो सुंदर ताल और हरियाली से घिरा हुआ है। यह मंदिर मैकलोडगंज से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण राजा भागसू द्वारा भगवान शिव और स्थानीय देवता भागसू नाग के समर्पण में बनाया गया था। भागसुनाथ मंदिर समुद्र तल से 1770 मीटर की ऊंचाई पर स्थित और यहां साल भर बड़ी संख्या में भक्त और पर्यटक आते हैं।
भागसू फॉल्स : यह मैकलोडगंज के पास का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो धर्मशाला में स्थित है। यह पर्यटक स्थल हर साल देश भर के उन पर्यटकों को आकर्षित करता है, जो एक प्रकृति प्रेमी हैं। जो भी पर्यटक एक शांति वाली जगह की तलाश कर रहे हैं और प्रकृति के अद्भुद नजारों को देखने चाहते हैं उनके लिए भागसू फॉल्स एक बहुत ही अच्छी जगह है।
नामग्याल मठ : नामग्याल मठ मैकलोडगंज का एक प्रमुख दर्शनीय स्थल है, जो तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा का निवास स्थान है। नामग्याल मठ सबसे बड़ा तिब्बती मंदिर भी है जिसकी नींव 16 वीं शताब्दी में दूसरे दलाई लामा द्वारा रखी गई थी और इसे भिक्षुओं द्वारा धार्मिक मामलों में दलाई लामा की मदद करने के लिए स्थापित किया गया था।
त्रियुंड: मैकलोडगंज से लगभग 9 किलोमीटर दूर त्रियुंड एक लोकप्रिय ट्रेक है। यह जगह काफी ऊंचाई पर स्थित है जो आपको हिमालय में ट्रेकिंग का अनुभव देती है।
डल झील : मैकलोडगंज के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है डल झील, जो हिमाचल प्रदेश कांगड़ा जिले में तोता रानी के गांव के पास समुद्र तल से 1,775 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। डल झील नाम के साथ श्रीनगर की प्रसिद्ध और आकर्षक डल झील से लिया गया। यह झील ऊबड़-खाबड़ पहाड़ों और विशाल देवदार के पेड़ों से घिरी हुई है, जो पर्यटकों का मुख्य आकर्षण है।