सफलता के लिए अनुशासन एवं समर्पण आवश्यक-राज्यपाल
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने युवाओं का आह्वान किया है कि वे अनुशासन एवं समर्पण के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए परिश्रम करें ताकि वे भविष्य में देश एवं प्रदेश के विकास में सकारात्मक योगदान दे सकें। राज्यपाल गत सांय सोलन जिला के कंडाघाट में राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान में छात्राओं, अध्यापकों एवं अन्य को संबोधित कर रहे थे। बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में अनुशासन एवं समर्पण के साथ ही शिखर तक पहुंचा जा सकता है। युवाओं के लिए सफलता प्राप्त करने का यही मूलमंत्र है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे नियमित रूप से महापुरूषों का जीवन चरित्र पढ़ें और इससे प्रेरणा लें। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति को सत्त रूप से अपने चरित्र का विकास करना होगा। इस दिशा में नैतिक मूल्यों और संस्कारों की जानकारी के साथ-साथ महापुरूषों का जीवन चरित्र सहायक बनेगा। राज्यपाल ने कहा कि युवा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन से प्रेरणा लें। उनके व्यक्तित्व को अपने जीवन में उतारें ताकि वे देश के उत्तरदायी नागरिक बन सकें। उन्होंने कहा कि छात्रों को नियमित रूप से पुस्तकालय में समय बिताना चाहिए। बंडारू दत्तात्रेय ने सभी का आह्वान किया कि स्वच्छता को जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। उन्होंने कहा कि स्वछता और स्वास्थ्य एक दूसरे के पूरक है। उन्होंने कहा कि हम सभी को देश, प्रदेश एवं अपने शहर को स्वच्छ बनाने के लिए प्रतिज्ञाबद्ध होना होगा। राज्यपाल ने इस अवसर पर राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान के पुस्तकालय एवं प्रयोगशाला का अवलोकन भी किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर संस्थान की छात्राओं द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर भी दिए। इस अवसर पर राजकीय महिला बहुतकनीकी संस्थान कंडाघाट की प्रधानाचार्य विनीता आर्या ने संस्थान की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी सोलन विवेक चंदेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन डॉ. शिव कुमार शर्मा, तहसीलदार कंडाघाट ओपी मेहता, संस्थान के प्राध्यापक एवं छात्राओं सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।