कोठों स्थित मानव-मंदिर में मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी के साथ अन्य रोगों के लिए भी फिजियोथेरेपी सुविधा उपलब्ध
सोलन जिला के कोठों गांव में स्थापित मानव-मंदिर में मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी रोग के उपचार के साथ-साथ अन्य रोगों से पीडि़त रोगियों को फिजियोथेरेपी की बेहतर सेवाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। यह जानकारी इंडियन एसोसिएशन फॉर मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (आईएएमडी) की अध्यक्ष संजना गोयल ने दी। संजना गोयल ने कहा कि केंद्र में आधुनिक उपकरणों के साथ मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी के रोगियों की शारीरिक एवं मानसिक स्थिति को सुधारने के लिए सहायता की जा रही है। मानव-मंदिर मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी के लिए एशिया का सबसे बड़ा संस्थान है। यहां इस रोग से पीडि़त व्यक्तियों का भौतिक चिकित्सा एवं योग के माध्यम से उपचार किया जाता है।
उन्होंने कहा कि मानव-मंदिर इस सोच के साथ कार्य कर रहा है कि मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी से पीडि़त व्यक्तियों को राहत एवं पुनर्वास प्रदान करके ही उन्हें बेहतर जीवन प्रदान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र में मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी के साथ-साथ अन्य रोगों के लिए भी फिजियोथेरेपी सुविधाएं उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि केंद्र में अधरंग, मस्तिष्क एवं चेहरे का पक्षाघात, कमर व घुटने का दर्द, सर्वाइकल स्पॉन्डलोसिस और लम्बर स्पॉन्डलोसिस, रीढ़ की हड्डी खिसकना, गठिया, ओस्टियोआर्थराइटिस तथा शियाटिका जैसे रोगों का फिजियोथेरेपी के माध्यम से उपचार किया जाता है। केंद्र रोगियों के लिए निःशुल्क एंबुलेंस सेवाएं भी उपलब्ध करवाता है। यह सेवा सोलन स्थित मुरारी मार्केट से प्रातः 10.00 बजे, पुराने उपायुक्त कार्यालय से प्रातः 10.10 बजे तथा कोटलानाला चौक से प्रातः 10.20 बजे उपलब्ध है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि मस्क्युलर डिस्ट्रॉफी के साथ-साथ उपरोक्त रोगों के रोगियों को मानव-मंदिर पहुंचाएं ताकि सभी रोगी इन सेवाओं से लाभान्वित हो सकें। अधिक जानकारी के लिए दूरभाष संख्या 01792-229550 तथा 229551 एवं मोबाइल नंबर 92180-88880 और 85806-61508 पर संपर्क किया जा सकता है।