नौकरी से निकाले गये मजदूर वापिस नौकरी पर नहीं रखे तो उग्र प्रदर्शन की दी चेतावनी
सोमवार को सिसिल होटल चौड़ा मैदान में सिसिल प्रबंधन के खिलाफ हिमाचल होटल मजदूर लाल झण्डा यूनियन के बैनर तले सिसिल होटल के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए हिमाचल होटल मजदूर लाल झण्डा युनियन के महासचिव विनोद विरसांन्टा व सीटू जिला अध्यक्ष कुलदीप ने बताया कि 22 अक्टूबर 2019 को 32 मजदूरों को गैर कानूनी तरीके से सिसिल के प्रबंधन द्वारा नौकरी से निकालने के विरोध में होटल के बाहर यह धरना प्रदर्शन किया गया। नेताओं ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि प्रदेश के अंदर मालिकों के द्वारा श्रम कानूनों का खुलेखाम उलंघन जिस पर प्रदेश सरकार गम्भीर नहीं है। पहले ही प्रदेश में बेरोजगारों ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं फिर भी जो लोग रोजगार में लगे हैं, उन्हें मालिकों द्वारा नोकरी से निकालने की कोई रोक टोक न होने के कारण उनका रोजगार भी छीना जा रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ सरकार के द्वारा इन मालिकों के खिलाफ कोई करवाई नहीं की जा रही है। नेताओं ने कहा सिसिल प्रबंधन मजदूरों को नौकरी पर वापस नहीं रख रहा, जिस पर श्रम विभाग भी कोई करवाई नहीं कर रहा है। नेताओं ने चेताया कि यदि प्रबंधन के द्वारा गैर क़ानूनी तरीके से निकाले गए मजदूरों को नोकरी पर नहीं रखा गया तो आने वाले दिनों में मजदूर उग्र संघर्ष करने के लिए विवश हो जाएगा। इसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार जिला प्रशासन व होटल प्रबंधन की होगी। सीटू जिला उपाध्यक्ष किशोरी डटवालिया ने कहा कि होटल का प्रबंधन जिला प्रशासन की आड में सरेआम श्रम कानुनों की धज्जियां उड़ा रहा है। मजदूरों को बिना किसी कारण के प्रताड़ित किया जा रहा है। होटल का प्रबंधन सरकार की आड मे मजदूरों के आंदोलन को कुचलने के प्रयास कर रही है। यदि मजदूरों को नौकरी पर वापिस नहीं लिया गया तो सीटू आंदोलन को ओर उग्र रूप देगा।