नशे पर अंकुश के लिए युवा वर्ग का एकजुट होना आवश्यक-डॉ. शिव कुमार
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोलन डॉ. शिव कुमार शर्मा ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है और इस पर अंकुश लगाने के लिए युवा वर्ग को एकजुट होना होगा। डॉ. शिव कुमार शनिवार को राजकीय छात्र वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलन में मादक द्रव्यों के सेवन एवं मदिरा व्यसन पर रोक के लिए 15 दिसंबर, 2019 तक प्रदेश सरकार द्वारा कार्यान्वित किए गए विशेष अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने सभी को इस अवसर पर नशा उन्मूलन के लिए शपथ भी दिलवाई। डॉ. शिव कुमार शर्मा ने कहा कि युवाओं को नशे से बचाने के लिए जहां अध्यापकों और अभिभावकों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करना होगा वहीं युवाओं को भी यह समझना होगा कि किसी भी प्रकार के नशे से उनका भला नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि अध्यापक विद्यालय में और अभिभावक घर में यदि बच्चों पर पढ़ाई के साथ-साथ अन्य मामलों में ध्यान दें तो युवाओं में हो रहे बदलावों से जाना जा सकता है कि कहीं युवा रास्ता तो नहीं भटक गए हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं के व्यवहार में आ रहे बदलाव हमें संकेत देते है कि उन पर अधिक ध्यान दिया जाना आवश्यक है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हमारे युवाओं को भी यह समझना होगा कि नशा केवल नाश करता है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि यदि छात्रों को नशे करने वालों या नशा बेचने वालों के संबंध में कोई जानकारी मिलती है तो इसे पुलिस तक पहुंचाएं। उन्होंने छात्रों को ऐसी जानकारी पुलिस तक पहुंचाने के विषय में विस्तृत दिशा-निर्देश प्रदान किए।
डॉ. शिव कुमार शर्मा ने इस अवसर पर छात्रों को विभिन्न प्रकार के नशों की पूरी जानकारी दी। उन्होंने इनके दुष्प्रभावों पर भी सारगर्भित जानकारी प्रदान की। उन्होंने नशे के दुष्प्रभावों से पीडि़त के व्यवहार में होने वाले बदलाव से भी अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि कुछ नशे इतने खतरनाक हैं उनकी मात्र तीन खुराक लेने के बाद व्यक्ति सदा के लिए नशे का आदि हो जाता है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने छात्रों को विश्वास दिलाया कि पुलिस जनमित्र है और सही समय पर पुलिस को नशे के विरूद्ध दी गई जानकारी अनेक बहुमूल्य जीवन बचा सकती है। उन्होंने अवगत करवाया कि जिला पुलिस सोलन नियमित रूप से नशे के विरूद्ध कार्यशील है और प्रयास किया जा रहा है कि जिले में नशे के विरूद्ध सघन कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर जिला के विभिन्न स्कूलों में नशा उन्मूलन अभियान के तहत छात्रों को शपथ दिलाई गई और अभिभावक-अध्यापक संघ की बैठकें आयोजित की गई। इन बैठकों में अध्यापकों और अभिभावकों के मध्य नशे के विरूद्ध बेहतर तालमेल की दिशा में चर्चा की गई। विभिन्न विद्यालयों में नशा निवारण पर चित्रकला तथा नारा लेखन प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गई। विद्यालयों में नशा निवारण जागरूकता रैलियां भी निकाली गई। महिला बहुतकनीकी संस्थान कंडाघाट में छात्राओं को प्रस्तुतिकरण के माध्यम से नशा निवारण के संबंध में जागरूक किया गया।