प्रदेश सरकार बहुमूल्य वन सम्पदा के वैज्ञानिक दोहन के लिए प्रतिबद्ध-गोविंद सिंह ठाकुर
वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल की बहुमूल्य वन संपदा के वैज्ञानिक दोहन एवं इन्हें सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है। गोविंद सिंह ठाकुर सोलन जिला के नौणी स्थित डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में पेड़ों से बिरोजा निकालने के लिए ‘बोर होल प्रणाली’ पर आयोजित कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य वन निगम के माध्यम से भविष्य में बिरोजा ‘बोर होल प्रणाली’ के माध्यम से निकालने की दिशा में कार्य करेगी ताकि पेड़ों को होने वाली क्षति को न्यून किया जा सके। गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की बहुमूल्य वन सम्पदा राज्य की आर्थिकी के लिए महत्वपूर्ण है। प्रदेश सरकार वर्ष 2030 तक प्रदेश के वन क्षेत्र को बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने की दिशा में कार्यरत है। उन्होंने इस दिशा में सभी से सहयोग का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हम प्रतिवर्ष वन महोत्सव आयोजित करते है और इस दौरान बड़ी संख्या में पौधे रोपित किए जाते है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि रोपे गए पौधों की देखभाल एवं सुरक्षा सुनिश्चित बनाएं। वन मंत्री ने हिमाचल प्रदेश वन निगम एवं वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से आग्रह किया कि नौणी विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे नवाचार एवं खोज का पूरा लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि वन विभाग भविष्य में पेड़ों से बिरोजा निकालने की बोर होल प्रणाली को अपनाने की दिशा में कार्य करेगा। भविष्य में कायल के पेड़ों से भी बिरोजा निकाला जाएगा क्योंकि कायल का बिरोजा उत्तम गुणवत्ता युक्त है। गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि 80 के दशक में नौणी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने पेड़ के तने को क्षति से बचाने के लिए बिरोजा निकालने की रिल तकनीक अपनाई थी। किन्तु सघन रूप से बिरोजा निकालने के कारण चीड़ के हजारों पेड़ सूख गए। उन्होंने कहा कि इस क्षति से बचाव के लिए बोर होल तकनीक विकसित की गई है। वन मंत्री ने वन विभाग एवं निगम से आग्रह किया कि बहुमूल्य वन सम्पदा की रक्षा करते हुए इनका वैज्ञानिक दोहन सुनिश्चित बनाएं और प्रदेश में वनों के क्षेत्र को बढ़ाने की दिशा में समाज के सहयोग से प्रयास करें। परिवहन मंत्री ने कहा कि सरकार आमजन की सुविधा एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए गंभीर है। शिमला में पूर्ण रूप से इलैक्ट्रॉनिक वाहन चलाने के प्रयास किए जा रहे है। गोविंद सिंह ठाकुर ने विश्वविद्यालय में व्यवहारिक रूप से बोर होल प्रणाली का परीक्षण भी देखा। वन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य वन विभाग की विभिन्न नीतिगत बैठकों में नौणी विश्वविद्यालय के कुलपति को आमंत्रित करेगी ताकि उनके अनुभव से लाभ उठाया जा सके। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रांगण में जिन्को का पौधा भी रोपित किया। इस अवसर पर गोविंद सिंह ठाकुर को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से संबंद्ध विश्वविद्यालय के छात्रों ने समस्याओं को संबंध में ज्ञापन भी सौंपा। नौणी विश्वविद्यालय के वानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. कुलवंत राय ने बोर होल प्रणाली की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली से उच्च गुणवत्ता का बिरोजा प्राप्त होता है और पेड़ भी सुरक्षित रहते है। वन उत्पाद विभाग की प्रमुख डॉ. मीनू ने मुख्यातिथि का स्वागत किया जबकि इसी विभाग के डॉ. यशपाल भारद्वाज ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. परविंद्र कौशल, विश्वविद्यालय के कुलसचिव राजीव कुमार, प्रदेश वन निगम के प्रबंध निदेशक बीडी सुयाल, वन वृत सोलन के प्रधान अरण्यपाल हर्षवर्धन कथूरिया सहित वन निगम के अधिकारी, विश्वविद्यालय के प्राध्यापक तथा अन्य गण्यमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।