करसोग की भाषा अध्यापिका सुनीता को अमृतसर में मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
हिमाचल प्रदेश के 20 शिक्षकों को 'नवोदय क्रांति परिवार भारत' की दूसरी संगोष्ठी में भाग लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जिसका आयोजन भारत के पंजाब राज्य के अमृतसर में स्थित 'नेशनल अकादमी ऑफ फाइन आर्ट्स' में 2 फरवरी से 4 फरवरी 2020 तक हुआ। जिसमें उपमंडल करसोग की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सेरीबंगलों की भाषा अध्यापिका सुनीता ने भी भाग लिया। इसमें पूरे भारत वर्ष के लगभग 300 उत्कृष्ट शिक्षकों ने भाग लिया तीन दिवसीय संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य देश की सरकारी शिक्षा को बेहतर से और बेहतर बनाना है। यहां पर आए सभी अध्यापकों ने अपनी नवाचारी शिक्षण गतिविधियों को सबके समक्ष साझा किया, साथ ही पंजाब के सरकारी स्कूलों के होनहार विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किए। जिसमें जिला मंडी की चार अध्यापिकाओं सुनीता देवी (करसोग) मंजुला वर्मा सुन्दरनगर, भारती बैहल( मण्डी) नर्मदा देवी (मण्डी) सहित बिलासपुर से मीना शर्मा, दीप कुमार ,अवनीश ,परमजीत, चंबा से युद्धवीर, जीवन, सोलन से कैलाश, सुनील धीमान कांगड़ा, सचिन सूद, कुल्लू, रीता बाला किन्नौर आदि ने भाग लिया। सभी शिक्षकों को उनके नवाचार के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।