वीरभद्र बोले दिशाहीन दस्तावेज है बजट
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश सरकार के आम बजट पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा है कि उन्हें नही लगता कि इससे प्रदेश का कोई भला होगा। उन्होंने कहा है कि इस बजट में देश व प्रदेश की आर्थिक मंदी का साफ असर दिख रहा है। बजट में कोई भी ऐसा प्रयास नजर नहीं आ रहा है जिससे प्रदेश में विकास दर बड़े या विकास के कार्य पूरे हो सकें। वीरभद्र सिंह ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बजट में प्रलोभन तो देने का बहुत प्रयास किया गया है, पर इन्हें कैसे पूरा किया जायेगा, यह बड़ा प्रश्न है। प्रदेश में आय बढ़ाने के कोई भी प्रयास इसमें नही है। किसानों व बागवानों के साथ साथ मध्म वर्ग और कर्मचारियों को भी इस बजट में कोई राहत नही है। बेरोजगारों को रोजगार पर भी कोई सार्थक प्रयास इसमें नजर नही आ रहा है। वीरभद्र सिंह ने कहा है कि बेहतर होता अगर इसमें प्रदेश को आर्थिक मंदी से उभरने के कोई सार्थक उपायों की बात कही होती। प्रदेश में आद्योगिक विकास की नीति पर भी कोई बात इस बजट में नही की गई है। उन्हें लगता है कि बजट सोच समझ कर नही, जल्दबाजी में बनाया गया एक दिशाहीन दस्तावेज है।