एस यू एम ए एन के तहत कोरोना वायरस के बारे में दे जानकारी: डी सी
जिला के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों विशेष रूप से विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में विगत 20 दिनों के भीतर विदेश से आने वाले विद्यार्थियों की जानकारी शैक्षणिक संस्थानों के प्रबंधक अथवा जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाएं ताकि उनकी जांच सुनिश्चित की जा सके। उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने यह विचार कोरोना संक्रमण से बचाव के संबंध में की जा रही तैयारियों की समीक्षा बैठक के तहत व्यक्त किए। उन्होंने सभी शिक्षण संस्थाओं में जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव के संबंध में जारी की गई सलाह तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा सुझाए गए मानकों के संबंध में छात्रों को जानकारी प्रदान करने को कहा। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के खतरों से बचाव के लिए स्वयं को साफ-सुथरा रखने की आवश्यकता है। विशेष रूप से उन्होंने हाथ धोने की सुमन सुरक्षा प्रक्रिया को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया, जिसके तहत (एस) सीधा (यू) उल्टा (एम) मुट्ठी (ए) अंगूठा (एन) नाखून तथा कलाई को अच्छी प्रकार से साफ करने से हम इस वायरस से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान ,बस अड्डों, स्वास्थ्य संस्थानों तथा सार्वजनिक क्षेत्रों की सफाई के साथ-साथ बसों की सफाई भी सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने बताया कि जिला के रोहड़ू, चैपाल, रामपुर के खनेरी तथा ठियोग के अस्पतालों में कोरोना संक्रमण के संभावित मरीजों के लिए अलग से 8 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है जबकि सुन्नी में 13 और जुन्गा में 6 बिस्तरों की उपलब्धता रहेगी। उच्च रक्तचाप, मधुमेह, टीवी अथवा किसी लंबी बीमारी से ग्रसित रोगियों के लिए इसके तहत एहतियात बरतना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी, निगरानी अधिकारियों तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को इस संबंध में उचित प्रशिक्षण व जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए ताकि संभावित स्थिति से निपटने के लिए वह सतत् सक्रिय रह सके। उन्होंने होटल व्यवसायियों को इस संबंध में जारी की गई सलाह एवं प्रचार सामग्री को रिसेप्शन काउंटरों पर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के छोटे- बड़े सभी होटल व्यवसायी अपने होटलों में आने वाले पर्यटकों को सैनिटाइजर सुविधा आवश्यक रूप से उपलब्ध करवाएं तथा होटलों में साफ-सफाई की उचित व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। आगामी नवरात्रों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए मंदिरों में विशेष व्यवस्था कायम की जाएगी। उन्होंने बैठक में श्रद्धालुओं की सुरक्षा तथा कोरोना संक्रमण से श्रद्धालुओं के बचाव के संबंध में जारी सलाह को अपनाने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नवरात्रों के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिरों के खुलने के निर्धारित समय से एक घंटा पूर्व तथा बंद होने के एक घंटा पश्चात् के समय को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है ताकि मंदिर में श्रद्धालुओं की एकत्रीकरण से बचा जा सके। उन्होंने जिला के मंदिरों में साफ-सफाई की विशेष समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मंदिरों में इस दौरान श्रद्धालुओं के हाथ धोने के लिए पर्याप्त पानी तथा साबुन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। श्रद्धालुओं में उचित दूरी बनाए रखने के संबंध में विभिन्न जगहों पर सूचना पट्ट अथवा साईन बोर्ड स्थापित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त मंदिरों में साफ-सफाई के संबंध में भी प्रचार सामग्री वितरण कर जानकारी प्रदान की जाएगी। मंदिरों में लगी रेलिंग तथा मंदिर प्रांगण की निरंतर उचित सफाई भी सुनिश्चित की जाए। बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कानून व्यवस्था प्रभा राजीव, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकाॅल संदीप नेगी, उपमंडलाधिकारी शहरी नीरज चांदला, उपमंडलाधिकारी ग्रामीण नीरज गुप्ता, नोडल अधिकारी डाॅ. राकेश, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. जितेंद्र चैहान, चिकित्सा अधीक्षक दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल डाॅ. लोकेंद्र शर्मा भी उपस्थित थे।