संस्थाएं उपमण्डलाधिकारी को सूचित करने के उपरांत ही करे राशन वितरीत
जिला दण्डाधिकारी अमित कश्यप ने संकटकाल में विभिन्न सामाजिक एवं स्वयंसेवी व अन्य धार्मिक संस्थाओं द्वारा सामुदायिक सहायता के तहत जरूरतमंदों और गरीबों को वितरीत किए जा रहे पके भोजन अथवा राशन का वितरण संबंधित क्षेत्रों के उपमण्डलाधिकारियों के माध्यम से करने की अपील की ताकि किसी प्रकार की दोहराव की संभावना से बचा जा सके।
उन्होंने कहा कि संस्थाएं उपमण्डलाधिकारी को सूचित करने के उपरांत ही इस क्रम में राशन वितरीत करें। उन्होंने कहा कि प्रायः देखा गया है कि संस्थाएं अपने स्तर पर राशन वितरीत कर रही है, जिसके तहत एक ही जगह पर दो या तीन से अधिक बार राशन वितरीत किया जा रहा है। इसके चलते जरूरतमंद व्यक्ति इससे वंचित रह रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए संबंधित क्षेत्रों के उपमण्डलाधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में तैनाती की गई है, जिसके पास क्षेत्र के राशन की आवश्यकता के आंकड़ें प्रतिदिन के आधार पर उपलब्ध रहते हैं। संबंधित संस्थाएं अथवा लोग उपमण्डलाधिकारी को सूचित कर इन जानकारियों के अंतर्गत जरूरतमंद लोगों व क्षेत्रों में वितरण कार्य करेंगे तो अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने संकट के इस समय में समावेशी सहयोग की अपेक्षा के तहत सभी संस्थाओं से इस दिशा में सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार के दोहराव से बचने के लिए इस प्रक्रिया को अपनाया जाना अत्यंत आवश्यक है ताकि सेवा के इस कार्य की परस्पर पूर्ति सुनिश्चित की जा सके।