सेब सीज़न से पहले जिला प्रशासन ने शुरू की तैयारियां
उपायुक्त किन्नौर गोपाल चंद की अध्यक्षता में सेब सीजन की तैयारियों को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने कहा कि इस वर्ष की परिस्थितियां बहुत ही चुनौती पूर्ण है। पूरा विश्व सहित आज हमारा किन्नौर जिला भी कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में इसका सामना हम सभी को मिलजुल कर करना होगा, जहां इस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार व जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना सुनिश्चित बनाना होगा, वहीं बागवानों के उत्पाद समय पर मण्डियों में पहुंचाने और उनका उचित मूल्य बागवानों को मिले यह भी सुनिश्चित बनाना होगा। उन्होंने बागवानो से यह भी आग्रह किया की वे बाहर से आने वाले सभी मजदूरों का स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों अनुसार क्वारंटाइन बनाना सुनिश्चित करे।
गोपाल चंद ने कहा कि जिले में इस वर्ष 65 हजार 666 मीट्रिक टन सेब उत्पादन का अनुमान है, जिससे लगभग 32 लाख 83 हजार 300 सेब की पेटियों का अनुमान है। इन पेटियों को मण्डियों तक पहुंचाने के लिए लगभग 8 हजार 209 ट्रकों की आवश्यकता पड़ेगी। उन्होने कहा कि कल्पा उपमण्डल में इस वर्ष 28 हजार 716 मीट्रिक टन सेब के उत्पादन का अनुमान है, जिससे लगभग 14 लाख 35 हजार 800 बाॅक्स बनेगें और इनको मण्डियों तक पहुंचाने के लिए 3 हजार 590 ट्रकों की आवश्यकता होगी। इसी प्रकार निचार उपमण्डल में 12 हजार 150 मीट्रिक टन सेब उत्पादन की उम्मीद है जिससे लगभग 6 लाख 7 हजार 500 सेब बाॅक्स तैयार हांेगे और इसकी ढुलाई के लिए 1519 ट्रकों की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि पूह उपमण्डल में 24 हजार 800 मीट्रिक टन सेब उत्पादन का अनुमान है। यहां से 12 लाख 40 हजार सेब बाॅक्स की ढुलाई के लिए 3100 ट्रकों की आवश्यकता होगी।
उपायुक्त ने किनफैड व अन्य सेब बाॅक्स व्यापार से जुड़े अन्य विक्रेताओं को कहा कि वे बागवानों की जरूरत के अनुसार समय पर सेब बाॅक्स उपलब्ध करवाऐं ताकि बागवानों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
उन्होंने बागवानों से आग्रह किया की वे आढ़तियों व सेब व्यापारयों को अपने उत्पाद का सौदा करने से पूर्व उनके साथ लिखित एग्रीमेंट पंचायत प्रधान की उपस्थिति में अवश्य करवांए, ताकि धोखा-धड़ी आदि से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि जिले में बहार से आने वाले सभी आढ़तियों व मजदूरों को क्वांरटीन करना आवश्यक बनाया गया है, ताकि कोरोना संक्रमण से बचा जा सके।
उन्होंने राष्ट्रीय उच्च मार्ग, लोक निर्माण विभाग व बीआरओ को निर्देश दिए की सेब सीजन के दोरान सड़कों का बेहतर ढंग से रख-रखाव सुनिश्चित बनाएं, ताकि इस दौरान सेब ढुलाई में लगे वाहनों व अन्य वाहन चालकों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को संवेदनशील स्थानों के नजदीक मशीनरी तैनात करने के भी निर्देश दिए, ताकि आपात स्थिति में अवरूद्ध सड़कों को तत्काल खोला जा सके। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को जिले के सभी मार्गों का सही प्रकार से रख-रखाव सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए ताकि सेब उत्पादकों को अपने उत्पाद मण्डियों तक पहुंचाने में कठिनाई न आए।
उपायुक्त ने कहा कि सेब सीजन आरंभ होने पर किन्नौर जिले के मुख्य द्वार चोरा में उद्यान व पुलिस विभाग द्वारा एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा, जहां पर सेब ढुलाई में लगे वाहनों का पंजीकरण सुनिश्चित बनाया जाएगा। उन्होंने जिला के अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी पूह व उपमण्डालाधिकारी कल्पा व निचार को निर्देश दिए की अपने-अपने संबधित क्षेत्रों में बाहर से सेब ढुलाई के लिए आने वाले वाहनों की पार्किंग के लिए स्थान चिन्हित करें, ताकि बागवानों की मांग पर यहीं से इन वाहनों को सेनेटाइज कर बागवानों तक पहुंचाया जा सके।