हिमाचल सरकार द्वारा चलाए जा रहे जनमंच कार्यक्रम मात्र दिखावा
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नैना देवी क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने कहा है कि हिमाचल सरकार द्वारा चलाए जा रहे जनमंच कार्यक्रम मात्र दिखावा बनकर रह गए हैं। इन कार्यक्रमों में केवल मात्र भारी भरकम खर्चा किया जा रहा है, जबकि आम जनता को कोई भी लाभ नहीं मिल रहा। बिलासपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि, उनके विधानसभा क्षेत्र में 8 सितंबर को करवाए गए जनमंच कार्यक्रम में 195 मामले उपायुक्त को अग्रिम कार्यवाही के लिए सौंप दिए गए। अगर इस तरह ही किया जाना है तो जनमंच कार्यक्रमों का क्या औचित्य। उन्होंने बताया कि जिस दिन से यह कार्यक्रम आरंभ किए गए हैं उस दिन से सरकारी कार्यालयों में कार्य होना बंद हो गए है। जनमंच से 15 दिन पहले प्री जनमंच कार्यक्रमों में सभी अधिकारी व्यस्त रहते हैं, और उसके बाद भी अगर सारे मामले उपायुक्त को सौंपे जाने हो तो इनका कोई लाभ नहीं। जनता के मामलों को पहले भी अपने कार्यालय में बैठकर निपटाते रहे हैं, इससे ना तो कोई खर्चा होता था और ना ही लोगों को परेशानी होती थी।
रामलाल ठाकुर ने बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में जो जनमंच आयोजित किया गया था उसमें संबंधित मंत्री 12 बजे मंच पर पहुंची, और केंद्र तथा प्रदेश सरकार की प्रशंसा करने के बाद मात्र आधे घंटे में सारे कार्य निपटा दिए गए। उन्होंने बताया कि दयोथ गांव में यह कार्यक्रम रखा गया था, वहां हर मोड़ पर पुलिस कर्मी को खड़ा किया गया था, यह जनमंच ना होकर कोई आतंकवादी की सुरक्षा से जुड़ा कार्य लग रहा था। कुछ मामले जो एसडीएम की अदालत में चले हैं या पुलिस से संबंधित है उनके बारे में भी मंत्री द्वारा निर्देश दिए गए जो कि कानून के लिहाज से उचित नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि जनमंच कार्यक्रम चलाने से पहले यह सुनिश्चित किया जाए कि वास्तव में लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाना है या नहीं, अन्यथा इन कार्यक्रमों को बंद करके उपायुक्त को अपने कार्यालय में बैठकर ही सारे मामले सुलझाने दिए जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भाजपा के पदाधिकारियों का हस्तक्षेप इसी तरह से चलता रहा तो कांग्रेस पार्टी इसे सहन नहीं करेगी और लोगों को इसकी असलियत बता कर इनका विरोध किया जाएगा। पत्रकार वार्ता में कांग्रेस महासचिव संदीप संख्यान तथा यवा कांग्रेस के आशीष ठाकुर भी उपस्थित थे।