संत निरंकारी सत्संग भवन दाड़लाघाट में रविवार को सत्संग का आयोजन
( words)
संत निरंकारी सत्संग भवन दाड़लाघाट में रविवार को सत्संग का आयोजन किया गया। इसमें स्थानीय सहित दूर-दराज के क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने महात्मा के प्रवचनों का श्रवण किया। सत्संग का शुभारंभ अवतार वाणी गायन से किया गया। इसके उपरांत मंच पर विराजमान सयोजक महात्मा शंकर दास निरंकारी ने अपने विचारों में कहा कि ब्रह्म ज्ञान प्राप्त होने के पश्चात भक्त को चाहिए कि निरंतर सत्संग में आकर भगवान की महिमा का यशोगान प्रेम और श्रद्धा से सुने तथा समझे। यदि सत्संग में पहुंचकर भी संतों व भगवान से प्रेम नहीं बढ़ रहा तो समझो की गाड़ी अभी भी वहीं रुकी हुई है।