हंसराज रघुवंशी - मेरे गीत सुनकर नशा करते हैं, तो साधू क्यों नहीं बनते युवा
जिला सोलन से सम्बन्ध रखने वाले “मेरा भोला है भंडारी” फेम हंसराज रघुवंशी आज कल काफी आहत में हैं। दरअसल “मेरा भोला है भंडारी” गीत से रातों-रात सुपरस्टार बने हंसराज रघुवंशी को लेकर सोशल मीडिया में सवाल उठाए जा रहे हैं कि वह नशे की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित कर रहे हैं।इस मामले ने उस समय नया मोड़ ले लिया, जब रघुवंशी ने एक वीडियो सोशल मीडिआ में जारी कर इस पर स्पष्टीकरण दे दिया।
हालांकि सोशल मीडिया में रघुवंशी के गीतों पर उठाए गए सवालों की बजाय उनका खुद का वीडियो अधिक वायरल हो रहा है। इसमें रघुवंशी का कहना है कि उन्होंने एक वर्ष पहले उन्होंने “गांजा” गीत शूट किया था। इस गीत में युवाओं की टोली को नशा करते हुए दिखाया गया था। दिलचस्प बात यह है कि रघुवंशी ने इस गीत को लेकर अपनी गलती को स्वीकार किया है। वहीं उनका कहना है कि उन्होंने तो साधुओं से जुड़े अधिक गीत बनाए हैं तो युवक साधु क्यों नहीं बन रहे हैं। रघुवंशी ने वीडियो में अपनी बात को दमदार तरीके से पेश किया है।
कुल मिलाकर रघुवंशी ने सीधे शब्दों में अपनी बात कह दी है। अब फैसला जनता जनार्दन को ही लेना है कि रघुवंशी को एक आर्टिस्ट के रूप में प्रोत्साहित किया जाना चाहिए या फिर नहीं।