सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर इस वर्ष खर्च हो रहे 230 करोड़ - डॉ. सैजल
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा सहकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत उपदान दरों पर राशन उपलब्ध करवाने पर इस वर्ष 230 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। डॉ. सैजल आज सोलन ज़िला के बड़ोग में दि खलोगड़ा सहकारी सभा समिति की उचित मूल्य की दुकान का शुभारंभ करने के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इस दुकान के आरम्भ होने से क्षेत्र की ग्राम पंचायत बड़ोग तथा चेवा के लगभग 1500 लोगों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि यहां उचित मूल्य की दुकान खोलने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। इससे पूर्व लोगों को खाद्य सामग्री क्रय करने के लिए कुमारहट्टी जाना पड़ता था। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे अपनी शिकायतों एवं समस्याओं को निर्धारित समयावधि के भीतर सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन का लाभ उठाएं। मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन पर टोल फ्री नंबर 1100 पर शिकायत एवं समस्या दर्ज की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन पर 1100 नंबर के माध्यम से आने वाली शिकायतों के निवारण के लिए शिमला में एक आधुनिक कॉल सेंटर स्थापित किया गया है। कॉल सेंटर में शिकायत प्राप्त होते ही कर्मचारी शिकायत को संबंधित विभाग को प्रेषित कर रहे हैं और इनका निदान सुनिश्चित बनाया जा रहा है। डॉ. सैजल ने लोगों का आह्वान किया कि पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है और ऐसे प्लास्टिक को 75 रुपये प्रतिकिलो की दर से लोगों से खरीदने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने लोगों से इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि वे अपने आसपास के क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाएं। इस अवसर पर खलोगड़ा सहकारी सभा के अध्यक्ष यशपाल ठाकुर, भाजपा के वरिष्ठ सदस्य रूप लाल ठाकुर व कांति स्वरूप ठाकुर, भारतीय जनता युवा मोर्चा सोलन के प्रवक्ता सुनील कश्यप, राज्य खेल एवं युवा सेवाएं बोर्ड के सदस्य संजय ठाकुर, भारतीय जनता युवा मोर्चा सोलन के प्रवक्ता सुनील कश्यप, जिला के अधिकारी व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।