महज़ 26 वर्ष की उम्र में बुद्धि प्रकाश ने चमकाया अपना नाम
जिला मंडी के उपमंडल करसोग के एक छोटे जैसे गांव ग्राम पंचायत मेहंडी के गरियाला में जन्मे बुद्धि प्रकाश पुत्र लीलाधर का चयन सहायक विद्युत अभियंता के लिए हुआ। जिससे कि पूरे क्षेत्र में खुशी का माहौल बना है। जैसे ही बुद्धि सिंह के परिवारजनों को इसकी जानकारी मिली उनके घर में बधाइयों का तांता लग गया। बताते चलें कि बुद्धि प्रकाश की प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूल से ही हुई। इसके बाद बुद्धि प्रकाश ने 11वीं व 12वीं की परीक्षा सरस्वती विद्या मंदिर शिमला से की तथा इसके पश्चात बुद्धि प्रकाश ने नेशनल इंस्टिट्यूट हमीरपुर से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिग व बीटेक की डिग्री प्राप्त की तथा इसके बाद बुद्धि प्रकाश कुछ प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे जिसके बीच में ही बुद्धि प्रकाश का चयन बिजली बोर्ड सहायक अभियंता के लिए हुआ। बुद्धि प्रकाश ने इसका सारा श्रेय अपने माता-पिता तथा दादा दादी व गुरुजनों को दिया है। बुद्धि प्रकाश ने फस्ट वर्डिक्ट को जानकारी देते हुए बताया कि मैं बहुत ही खुशी महसूस कर रहा हूं और इसका जो सारा श्रेय है वह मैं अपने बुजुर्गों व गुरुजनों को देता हूं। बुद्धि प्रकाश के पिता लीला धर ने भी बताया कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हमारे पुत्र ने छोटी जैसी उम्र में सफलता हासिल की है। वह अपने छोटे जैसे क्षेत्र का नाम रोशन किया है जिसके लिए हम उसे ढेर सारी बधाइयां व आशीर्वाद देते हैं।