बिलासपुर: घुमारवीं में शोभा यात्रा के साथ शुरू हुआ एक दिवसीय सीर उत्सव
बिलासपुर/सुनील: जिला बिलासपुर के घुमारवीं में मनाया जाने वाला एक दिवसीय सीर उत्सव भव्य शोभायात्रा के साथ शुरू हो गया है। सीर उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री राजेश धर्माणी ने शिरकत की। राजेश धर्मानी ने कहा कि प्रदेश में मनाए जाने वाले मेलों, उत्सवों और त्यौहारों के माध्यम से हमारी समृद्ध संस्कृति और परम्पराएं भावी पीढ़ी तक पहुंचती हैं, मेलों उत्सवों की परंपराओं को बनाए रखना हम सभी का दायित्व है। राजेश धर्मानी घुमारवीं में आयोजित एक दिवसीय सीर उत्सव समारोह में मुख्यातिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने ने कहा कि हिमाचल देवभूमि है और यहां की देव संस्कृति पूरे देश में अपनी अलग पहचान रखती है। उन्होंने कहा कि मेलो उत्सवों और त्योहारों के माध्यम से यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि अपनी संस्कृति और परम्पराओं को सहेज कर रखा जाए।
उन्होंने कहा कि समय के साथ मेलों एवं उत्सवों के आयोजन के स्वरूप में बदलाव हुआ है किंतु प्रदेश में परम्पराओं और संस्कृति को संजोकर रखा जा रहा है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि अपनी संस्कृति और परम्परओं को याद रखें और युवा पीढ़ी को इनसे परिचित करवाते रहें। उन्होंने कहा कि इतिहास की जानकारी और सीख बेहतर भविष्य का निर्माण करती है। उन्होंने गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित सीर उत्सव की सभी को बधाई देते हुए आशा जताई कि यह उत्सव भविष्य में पुरातन और आधुनिक संस्कृति का संगम बनेगा। उन्होंने कहा कि सीर उत्सव मनाने का मूल उद्देश्य प्रकृति द्वारा प्रदान किए गए संसाधनों का संरक्षण तथा भावी पीढ़ी को सामाजिक कुरीतियां से बचाकर सामाजिक सरोकारों के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा की सीर उत्सव ग्रामीण पृष्ठ भूमि से जुड़ा है और यह प्रसन्नता का विषय है कि घुमारवीं क्षेत्र में सीर उत्सव के माध्यम से प्राचीन संस्कृति, हस्तशिल्प एवं परम्पराओं का संवर्द्धन सुनिश्चित बनाया जा रहा है। महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के उपरांत उन्होंने कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर पूरा विश्व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को याद कर रहा है हम सभी को राष्ट्रपिता के के दिखाए हुए रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की सादगी और सरलता से भी प्रेरणा लेनी चाहिए। इस मौके पर उन्होंने प्रातः कालीन भजन और योग साधना में भी भाग लिया।
शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में लोगों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया तथा रूकमणि कुंड से लाए गए जल को सीर खड में प्रवाहित किया तथा प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण का संदेश दिया तथा पानी की स्वच्छता के साथ-साथ एक-एक बूंद को बचाने के लिए कहा। सीर उत्सव में लोगों की सुविधा के लिए निशुल्क स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया है जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। इसके अतिरिक्त रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया है। स्वयं सहायता समूह द्वारा प्रदर्शनी स्टॉल तथा विभागों द्वारा विभिन्न विकासात्मक प्रदर्शनियां भी लगाई गई हैं। उन्होंने सभी प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। इस मौके पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं । नशे की रोकथाम के लिए नो टू ड्रग थीम पर मैराथन का भी आयोजन किया गया। उन्होंने मैराथन में भाग लेने वाले विजेताओं को पुरुस्कृत भी किया। सीर उत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम, कवि सम्मेलन, स्थानीय रीति रिवाज पर आधारित प्रश्नोत्तरी इत्यादि भी आयोजित किए जा रहे हैं।