बिलासपुर: भानुपल्ली से अगले सप्ताह शुरू होगा ट्रैक बिछाने का काम
भानुपल्ली-बिलासपुर रेल लाइन का ट्रैक थलुह तक मार्च 2025 में बनकर तैयार हो जाएगा। इस 7.6 किलोमीटर ट्रैक लिंकिंग का काम कंपनी अगले सप्ताह शुरू करेगी। इसके निर्माण के लिए रेल, स्टील, स्लीपर, ट्रैक बलास्ट, गिट्टी जगह-जगह जमा कर दी गई है। खास बात यह है कि ट्रैक बिछाने के लिए छत्तीसगढ़ के भिलाई इस्पात संयंत्र से पटरी पहुंच गई है। थलुह से आगे पहाड़पुर तक ट्रैक बिछाने में अभी समय लगेगा। कारण यह है कि थलुह से आगे अभी कई जगह पर पुलों का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। इनका निर्माण कार्य पूरा होने के बाद ही पहाड़पुर तक ट्रैक बिछाने का कार्य होगा। भानुपल्ली से पहाड़पुर तक की दूरी 24 किलोमीटर है। यहां तक ट्रैक बिछाने, लिंकिंग के लिए रेल विकास निगम ने शिवाकृति कंस्ट्रक्शन कंपनी को 74.64 करोड़ का टेंडर जारी किया है। इस टेंडर में पंजाब, हिमाचल प्रदेश में ट्रैक ब्लास्ट आपूर्ति, रेल वेल्डिंग और संबंधित पी-वे कार्य शामिल हैं। सुरंगों को छोड़कर भानुपल्ली, थलुह, धरोट, पहाड़पुर यार्ड शामिल होंगे। भानुपल्ली से पहाड़पुर तक के ट्रैक निर्माण के लिए लगभग 1,19,651 घन मीटर गिट्टी की आपूर्ति करनी होगी, ताकि ट्रैक की उचित स्थिरता,संरेखण सुनिश्चित हो सके।
रेल वेल्डिंग के काम में कुल रेल जोड़ों के लिए मोबाइल फ्लैश बट वेल्डिंग, एल्युमिनो-थर्मिक वेल्डिंग दोनों शामिल हैं, जिससे निर्बाध ट्रैक कनेक्टिविटी, परिचालन दक्षता सुनिश्चित होती है। भानुपल्ली से थलुह तक सबसे पहले गिट्टी बिछाई जाएगी। उसके बाद ट्रैक बिछेगा। इसके साथ ही सिग्नल का काम भी पूरा किया जाएगा। वहीं पहाड़पुर तक इंडोर, आउटडोर सिग्नल और दूरसंचार कार्य की आपूर्ति, स्थापना के लिए करीब 54 करोड़ का टेंडर भी जारी किया है। दूरसंचार विभाग इसका कार्य जल्द शुरू करेगा। इस परियोजना में टनलों की कुल संख्या 20 है। टनल नंबर 10 की लंबाई सबसे अधिक 3810.5 मीटर है। वहीं टनल नंबर छह सबसे छोटी 165 मीटर है। इस परियोजना में प्रमुख और महत्वपूर्ण पुलों की संख्या आठ है, जबकि छोटे पुल 27 हैं। वर्तमान में करीब 7 हजार करोड़ की इस परियोजना की लंबाई बैरी तक 63.1 किलोमीटर है। जमीन पर इस परियोजना का 44.7 फीसदी हिस्सा यानि 27.93 किमी बनेगा। इसका 41.7 फीसदी हिस्सा टनलों में होगा, जिसकी लंबाई 26.13 किमी है। 13.6 फीसदी ट्रैक पुलों पर होगा, जिसकी लंबाई 08.54 किमी है। भानुपल्ली, थलुह, धरोट, पहाड़पुर, जकातखाना, बिलासपुर और बैरी स्टेशन होंगे। इसकी संभावित गति 100 किमी प्रति घंटा होगी।