बल्ह क्षेत्र में शहरीकरण की परिभाषा और मापदंड अलग अलग तय क्यों
मंडी करणी सेना जिला अध्यक्ष एवं नगर परिषद नेर चौक के युवा पार्षद रजनीश सोनी ने पत्रकारों से बातचीत में जिला मंडी में नगर निगम बनाने के प्रदेश कैबिनेट के निर्णय का स्वागत किया है और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का ध्यनवाद जताया है। उन्होंने कहा कि वो हमेशा क्षेत्र के विकास के पक्षधर रहें है और किसी भी क्षेत्र के समग्र विकास हेतु शहरी निकाय का नगर निगम बनना अच्छी बात है परन्तु जिला की बल्ह विधानसभा क्षेत्र से जिन पांच ग्राम पंचायतों के आठ राजस्व मुहालों के ग्रामीणों के भारी विरोध और कई आपत्तियां दर्ज करने के बावजूद मंडी नगर निगम में मिलाया गया, जिस निर्णय को युवा नेता ने बहुत हैरानगी और हास्यपद बताया। उन्होंने तर्क दिया कि बल्ह क्षेत्र के अति ग्रामीण क्षेत्र जिसमे बैहना, भडयाल, चण्डयाल, चलाह, दोहंदी को नगर निगम मंडी में मिलाया गया है। उन क्षेत्रों को मिलाने के जिला और बल्ह प्रशासन द्वारा क्या मापदंड अपनाए गए, यह भी चर्चा का विषय है क्यूंकि दूसरी तरफ बल्ह की जिन पंचायतों को नगर निगम में डाला गया उसके एकदम साथ लगते नप नेर चौक के कुछ वार्डों और क्षेत्रों को बाहर किया जा रहा है। बल्ह में शहरीकरण की परिभाषा क्या तय की गई है इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। बल्ह भाजपा को आड़े हाथो लेते हुए उन्होंने चुटकी ली कि जिन्होंने पिछली सरकार के नगर परिषद नेर चौक के निर्णय के खिलाफ पांच वर्ष पूर्व भारी विरोध और दलगत राजनीती कर निकाय चुनावों का पूर्ण बहिष्कार कर सत्ता में आए थे क्या वो नेतगण अब अपनी ही सरकार के निर्णय पर प्रश्न चिन्ह लगाएंगे। इस बार दुबारा नगर निगम के विरोध में चुनावों का बहिष्कार कर पाएंगे और सड़कों पर उतरेंगे या इसके विपरीत शहरी निकाय के फायदे गिनवाएंगे। इसकी स्थिति स्पष्ट की जाए कि समय और सरकार के बदलते ही बल्ह विधानसभा में नेर चौक क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में उनके दल के शहरीकरण के मापदंड भी बदल चुके हैँ।