देहरा: नन्दपुर भटोली के गांव घन बन के लोग आज भी ताक रहे रास्ते की राह
उपमण्डल देहरा की पंचायत नंदपुर भटोली के अंतर्गत आने वाले गांव घन बन आजादी के बाद से ही मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है। आज भी ग्रामीणों के लिए पक्की सड़क नहीं बन पाई है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर कोई बुजुर्ग बीमार हो जाता है तो उसे चारपाई पर कंधो पर ले जाना पड़ता है। इसी के चलते कई बुजुर्गों को उपचार ना मिलने की वजह से उनकी जान भी चली गई है। उन्होंने कहा कि आज भी गांव में प्राथमिक चिकित्सालय नहीं है। सरकार द्वारा दी गई 108 एंबुलेंस की सुविधा भी गांव तक नहीं पहुंच पाती है जिसके चलते ग्रामीणों में काफी रोष है। गैस, सब्जी और और किसी भी प्रकार का वाहन या टैक्सी गांव तक नहीं पहुंच पाता है। बरसात के समय महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों का घरों तक पहुंचना दुश्वार हो जाता है। वंही 70 वर्षीय विमला देवी का कहना है कि अगर 4 लोग ना हो किसी बुजुर्ग को उठाने के लिए तो वह घर में ही दम तोड़ देगा। बच्चों के लिए आंगनबाड़ी की सुविधा भी घन बन में उपलब्ध नहीं है और घन बन के ग्रामीण अपने छोटे बच्चों को खराब सड़क की वजह से दूर आंगनबाड़ी में नहीं भेजना चाहते है। इसी वजह से बच्चे अशिक्षित रहते हैं क्योंकि जब तक वह 6 साल के नहीं हो जाते वह प्राथमिक पाठशाला में नहीं जा सकते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह रास्ता वन विभाग के अंतर्गत आता है इसलिए एनओसी लेना अनिवार्य है और इस रास्ते पर किसी भी प्रकार का कोई पेड़ नहीं है। यह रास्ता लगभग 7 फुट चौड़ा और 500 मीटर लंबा है। राजकुमार का कहना है कि यहां पर मिनी आंगनबाड़ी भी खुल सकती है और जिससे बच्चों के भविष्य को सही दिशा दी जा सकती है। इस मौके पर सुनील कुमार, राजकुमार, कृष्णा देवी, विमला देवी, ओंकार सिंह, सुरेंद्र सिंह, स्वरूप लाल, बुद्धि सिंह, संजय कुमार, अमन सिंह, करण सिंह, अमन कुमार, साहिल कुमार वह अन्य मौजूद रहे। कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता अक्षय डढवाल को इस समस्या के बारे में पता चलते ही वह मौके पहुंचे। साथ ही उन्होंने भी पाया यहां के वाशिंदे इस समस्या से जूझ रहे हैं जिस पर सरकार तुरन्त प्रभाव से कार्य करें।
