देहरा: पुरानी पेंशन की बहाली नहीं तो आने वाले चुनावों में वोट नहीं: सौरव वैद
नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सौरभ वैद ने दो टूक शब्दो में कहा है कि अगर सरकार ने पुरानी पेंशन की बहाली नहीं की तो प्रदेश के एक लाख पचास हजार कर्मचारी, उनके रिश्तेदार एवं उनके दोस्त भी सरकार के पक्ष में वोट नहीं करेंगे और इस पर महासंघ ने जनवरी माह से सदस्यता अभियान के जरिए यह मुहिम शुरू कर दी है । उन्होंने आगे कहा कि सरकार कर्मचारियों के इस गुस्से को 11 दिसम्बर 2021 को देख चुकी है और उस दिन महासंघ ने मुख्यमंत्री के समक्ष जो तमाम तथ्य एवं आंकड़े रखे, जैसे कि सरकार कहती है अगर पुरानी पेंशन बहाल करने पर सालाना 500 करोड़ रुपए खर्च होंगे तो संघ ने बताया कि सरकार अपने हिस्से का लगभग 700 करोड़ कम्पनी को दे रही है, महासंघ ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को कहा कि पुरानी पेंशन बहाल करने से ही प्रदेश को सीधे सीधे 200 करोड़ की बचत होगी। उस दिन की वार्ता में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कर्मचारियों की भावनाओं को समझते हुए एवं उन तथ्यों की गम्भीरता को समझते हुए कमेटी का गठन भी किया था। मगर अभी तक उस कमेटी ने धरातल पर कार्य करना शुरू नहीं किया है जिससे की कर्मचारियों में रोष बढ़ता जा रहा है। सौरभ वैद ने कहा कि महासंघ मुख्यमंत्री से फिर निवेदन करता है कि सरकार बजट सत्र शुरू होने से पहले पुरानी पेंशन की बहाली प्रदेश में लागू करे और महासंघ सरकार को आश्वस्त करता है कि बजट सत्र में प्रदेशभर से कर्मचारी मुख्यमंत्री का धन्यवाद करने आएंगे और अगर सरकार पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती है तब भी एक लाख कर्मचारी शिमला में रोष प्रकट करने आएंगे। सौरभ वैद ने विपक्ष को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अगर पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे पर विपक्ष वाकई में सजग है तो उसे भी इस मुद्दे पर महासंघ के साथ आना चाहिए। सिर्फ यही नहीं कि हम अपने घोषणापत्र में शामिल करने जा रहे हैं। विपक्ष को एक लाख पचास हजार कर्मचारियों और उनके परिवारजनों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए और अगर बजट सत्र से पहले सरकार प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती है तो विपक्ष बजट सत्र का बॉयकॉट करके सरकार का विरोध करे।
