देहरा: गुग्गा जाहिर पीर का घर-घर जाकर गुणगान
रक्षाबंधन के दिन से गुग्गा नवमीं की पूजा आरंभ हो गई है। हर गांव-गांव में जाकर कई मंडलियां ने गुग्गा जाहर पीर को डोल नगाढ़ों, ढमरू, थाली बजा कर पूजना शुरू कर दिया है। जिला कागडा़ में गुग्गा जाहिर पीर की मंडलियों से भी चहल-पहल भरा माहौल रहा। गाँव के दुकानों व घरों में जाकर कई मंडली ने गुग्गा जाहिर पीर की कथा सुनाई। गौर हो प्रत्येक वर्ष रक्षाबंधन के साथ ही गुग्गा नवमीं का आरंभ हो जाता है तथा यह नौ दिन गुग्गा जाहर पीर की पूजा के लिए विशेष माने जाते हैं। कई मंडली इन दिनों में गुग्गा का गुणगान करती हैं तथा इन दिनों में उन्हें लोगों से जो भी दान स्वरूप प्राप्त होता है, उसे मंडलियों के सदस्य आपस में बांटते हैं तथा उसमें से कुछ अंश गुग्गा के मंदिरों में चढ़ाते हैं। जिला कागडा़ में गत दिवस गुग्गा जाहिर पीर का गुणगान कर रही मंडली गुरनवाड़ के सुदर्शन कुमार ने बताया कि हर वर्ष रक्षाबंधन के दिन से गुग्गा नवमीं का आरंभ होता है तथा रक्षाबंधन से लेकर नौ दिनों तक गुग्गा जाहर पीर को पूजा जाता है। गुग्गा नवमीं पर गुग्गा जाहर पीर को विशेष रूप से पूजा जाता है। नवमी के अवसर पर प्राचीन समय से ही जाहर पीर को पूजा जाता आ रहा हैं। इस अवसर पर मंडली सदस्यों परमजीत सिंह ,राकेश कुमार ,राज कुमार ,विजय कुमार व रवि वताया डाडा सीबा क्षेत्र के सभी दुकानों व घरों में जाकर गुग्गा जाहर पीर का गुणगान किया।
