बाबा बालक नाथ मंदिर में बकरे की नीलामी में गड़बड़ी, जूनियर असिस्टेंट निलंबित, जाने पूरा मामला
हमीरपुर: उत्तर भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर में बकरा नीलामी करने वाले कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है। बकरा जांच की नीलामी की जांच के पहले ही दिन नीमाली करने वाले जूनियर असिस्टेंट मनोज कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, इस मामले में जांच अधिकारी तहसीलदार बड़सर धर्मपाल नेगी ने मंदिर परिसर में पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। करीब तीन घंटे तक तहसीलदार द्वारा मंदिर ट्रस्ट के ऑफिस में रिकॉर्ड को खंगाला गया। जांच में पाया कि CCTV कैमरे की निगरानी में बकरों की नीलामी हुई है। इसी फुटेज को जांच का आधार बनाया जाएगा। CCTV फुटेज की डीवीआर भी जांच में सबूत के तौर पर शामिल होगी। एसडीएम बड़सर की ओर से जांच का जिम्मा तहसीलदार बड़सर को सौंपा गया है।
वहीं, डीसी हमीरपुर अमरजीत सिंह ने बताया, "कई सूत्रों और कई पक्षों से हमें सूचना मिली कि बाबा बालक नाथ मंदिर में बकरे की नीलामी के लिए जो कमेटी गठित की गई है, उसमें एक कर्मचारी ने हाईकोर्ट के आदेशों की उल्लंघना करते हुए बकरे की नीलामी बहुत कम पैसों में की है। ये कर्मचारी बकरों की नीलामी के लिए अधिकृत नहीं था और उस कर्मचारी ने नीलामी की प्रक्रिया को भी पूरा नहीं किया था। इससे लोगों की भावनाओं को भी ठेस पहुंची है कि मंदिर में इस तरह की गतिविधि की जा रही हैं। एसडीएम को इस मामले में जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। डीसी हमीरपुर अमरजीत सिंह ने बताया कि एसडीएम बड़सर मंदिर कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि एसडीएम ने प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और जांच के दौरान कर्मचारी को निलंबित भी कर दिया गया है। डीसी हमीरपुर ने कहा कि इस मामले में अगर और कोई अधिकारी या कर्मचारी भी संलिप्त पाया जाएगा तो उसके खिलाफ भी उचित कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएम बड़सर राजेंद्र गौतम ने कहा, "तहसीलदार बड़सर धर्मपाल नेगी ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच किसी भी तरह से प्रभावित न हो इसके लिए नियमों के तहत नीलामी करने वाले कर्मचारी को निलंबित किया गया है। कर्मचारी को ट्रस्ट की पाठशाला में अटैच किया गया है। बता दें कि बीते शनिवार को मंदिर ट्रस्ट बाबा बालक नाथ की ओर से 31 बकरों की नीलामी की गई थी। इस नीलामी से ट्रस्ट को कुल 60 हजार की आमदनी दर्शाई गई है। नीलामी प्रक्रिया पर सवाल उठने के अगले दिन ही जांच बिठा दी गई थी। तहसीलदार को नीलामी की सात बिंदुओं पर जांच करने के लिए सूची सौंपी गई है। इस सूची के मुताबिक यह पता लगाया जाएगा कि क्या नीलामी प्रक्रिया नीलामी नियमों के तहत हुई है। इन सातों बिंदुओं को आधार बनाकर जांच शुरू कर दी गई है।