ज्वालामुखी:सफाई कर्मचारियों ने काले झंडों के साथ किया रोष व्यक्त
लंबे समय से अपने अधिकारों के लिए लड़ने वाले ज्वालामुखी अस्पताल के अस्थाई सफाई कर्मचारी को अब जयराम सरकार से कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने 1 जनवरी 2022 को अपनी नौकरी खो दी, वह 6 महीने से अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल रहा है और 12 साल की सेवा के बाद वे अब कहीं नहीं हैं। अब ठेकेदार नए कर्मचारियों की भर्ती करेगा। इसका विरोध करने के लिए इन सफाई कर्मचारियों ने विभाग और सरकार के खिलाफ काले झंडे सहित ज्वालामुखी अस्पताल में बाहर बैठकर रोष व्यक्त किया है। अस्थायी सफाई कर्मचारियों में से एक नरेश कुमार ने कहा कि वह सरकार ओर स्वास्थ्य विभाग के इस कृत से बिल्कुल खुश नहीं हैं और उनका सिस्टम में कोई विश्वास नहीं बचा है। अब न्याय मिलने तक हड़ताल करेंगे और साथ ही उन सभी अस्थायी कर्मचारी द्वारा एक अर्जी लेबर कोर्ट में भी दी जाएगी। ज्वालामुखी में यह मुद्दा पिछले 6 महीने से है और आम आदमी पार्टी इन लोगों की मदद के लिए आगे आई है।
